सोमवार, 4 मई 2020

मजदूर यात्रा खर्च उठाएगी कांग्रेसः गांधी

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई श्रमिक-कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा के टिकट का खर्च उठाएगी और जरूरी कदम उठाएगी। सोमवार को जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाउन लागू होने की वजह से देश के मजदूर अपने घर वापस जाने से वंचित रह गए। 1947 के बाद देश ने पहली बार इस तरह का मंजर देखा जब लाखों मजदूर पैदल ही हजारों किमी। चलकर घर जा रहे हैं।


सोनिया गांधी ने बयान में कहा कि जब हम लोग विदेश में फंसे भारतीयों को बिना किसी खर्च के वापस ला सकते हैं, गुजरात में एक कार्यक्रम में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रुपये खर्च कर सकते हैं, अगर रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री राहत कोष में 151 करोड़ रुपये दे सकता है तो फिर मुश्किल वक्त में मजदूरों के किराये का खर्च क्यों नहीं उठा सकता है?


गौरतलब है कि 24 मार्च को जब लॉकडाउन लागू हुआ था, तब लाखों की संख्या में मजदूर जहां पर थे वहां पर ही फंस गए थे। उसके बाद अब करीब 40 दिन के बाद उन्हें घर जाने की इजाजत मिली है, राज्य सरकारों के निवेदन पर केंद्र सरकार ने इसके लिए स्पेशल ट्रेन की मंजूरी दी है। लेकिन इस दौरान मजदूरों के किराये का वहन राज्य सरकार उठाएगी, जो कि मजदूरों से ही लिया जाएगा। रेल मंत्रालय के इस फैसले की काफी आलोचना की गई है, ना सिर्फ राजनीतिक दल और राज्य सरकारों ने इसका विरोध किया है बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसकी आलोचना हुई है।


गाजियाबाद में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। कोरोना वायरस को मद्देनज़र रखते जनपद के हिंडन एयर बेस के mi7 हेलीकॉप्टर द्वारा आज सुबह थाना साहिबाबाद पर पुष्प वर्षा की गई है। इतना ही नहीं, पुष्प वर्षा के दौरान थाना क्षेत्र के पुलिसकर्मियों ने समेत आदि ने इस नजारे का खूब लुफ्त उठाया। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने एयर बेस के अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस पुष्प वर्षा को हम आशीर्वाद मानते हैं और उन्होंने कहा कि यह पुष्प वर्षा शुभकामनाओं की वर्षा है।
कोरोना वायरस के दृष्टिगत लॉकडाउन के सफल क्रियान्वयन हेतु एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देशानुसार जनपद में लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों की जमकर चैकिंग की जा रही है।
ज्ञात हो कि एसएससी द्वारा जनपद पुलिस को चैकिंग के लिए पहले से ही बाडीवार्न कैमरे उपलब्ध कराये जा चुके हैं। जबकि, इसी क्रम में जनपद के विभिन्न थानाक्षेत्रों में पुलिसकर्मी बैरियर लगाकर आने-जाने वाले वाहनों और उसपर सवार व्यक्तियों की भी चेकिंग की जा रही है।


आपको बता दें कि एसएसपी कलानिधि नैथानी ने समस्त क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारियों समेत समस्त पुलिसकर्मियों को जनपद के विभिन्न क्षेत्रों और बाजारों में लाॅकडाउन के नियम सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराने को लेकर निर्देशित किया गया है। इतना ही नहीं, बिना मास्क, दुपहिया वाहनों पर एक से अधिक और चौपाइयां वाहनों पर दो से अधिक व्यक्तियों को पाए जाने पर उनके विरुद्ध सख्त कानूनी-कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। इसके अलावा एसएसपी ने लाॅकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर सख्ती से कार्रवाई करने के दिशा-निर्देश दिए हैं।


मोदीनगर में पिया सैनिटाइजर, 2 की मौत

सुदेश शर्मा


गाजियाबाद। मोदीनगर थाना क्षेत्र के बखरवा गांव में 3 लोगो को लॉक डाउन होने के कारण शराब नही मिल पा रही थी। जिसके कारण उन्होंने सेनिटाइजर पी लिया। जिसके कारण दो लोगो की मौत हो गई। तीसरे व्यक्ति को गंभीर हालत में मेरठ रेफर कर दिया गया है।


मृतक व्यक्तियों के नाम मंगत और पाली है दोनों की उम्र 60 वर्ष से अधिक थी। वही कुछ ग्रामीणों का कहना है तीनो ही शराब के आदि थे और शराब ना मिलने के कारण इन्होंने कोई जहरीला पदार्थ या सेनिटाइजर पी लिया है जिसके कारण इनकी मृत्यु हुई है


पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर postmortem के लिए भेज दिया। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों ही मृतको का अंतिम संस्कार हो चुका है।


दाने-दाने को मोहताज राशन कार्ड धारक

कोरोना के कहर चलते लॉकडाउन जारी मकनपुर: कोटेदार की मनमानी चलते दाने दाने को मोहताज राशन कार्ड धारक


अमित तंवर


गाजियाबाद। सम्पूर्ण विश्व में कोरोना वायरस ने महामारी बनकर कोहराम मचा रखा है। ऐसा मुश्किल ही कोई देश होगा जो कोरोना वायरस के चंगुल से बच सका होगा। कोरोना वायरस के कहर के चलते भारत में मोदी ने 22 मार्च को पहला लॉक डाउन किया था और उसके बाद से निरंतर ही लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में दिहाड़ी मजदूरों के समक्ष खाने-पीने का संकट गहरा गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों के चलते राशन कार्ड धारकों को माह में एक बार ​मुफ्त में राशन दिया जा रहा है तथा दूसरी बार कोटे की राशन कोटे के दाम पर मिल रही है। साथ ही योगी सरकार ने यह भी फैसला किया है कि यदि किसी राशन कार्डधारक का कार्ड किन्हीं कारणों से बंद हो गया हो तो उसे उसी कार्ड पर उक्त नियमों अनुसार माह में दो बार राशन मिलेगी। साथ ही यदि किसी ने राशन कार्ड के लिए आवेदन भी किया हुआ हो उसे भी आवेदित फार्म की कॉपी दिखाये जाने पर राशन दिये जाने के आदेश प्रशासन को दिये गये है। जिससे गरीबों के सामने से भोजन का संकट हटते नज़र तो आ गया। किन्तु कुछ कोटेदार अपने धूर्तपने से बाज नहीं आ रहे है। 
गाजियाबाद के वार्ड नंबर 57 मकनपुर गांव में ऐसा ही कुछ कोटेदार राशन कार्ड धारकों के साथ कर रहे है। वे  राशन कार्ड धारकों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से राशन तो मिल रहा है। मगर गांव के कुछ लोग ऐसे हैं जिनके पास राशन कार्ड है पर उन्हें राशन नहीं मिल रहा है। जब गांव के गरीब अपना राशन कार्ड लेकर राशन कोटेदार के यहां पहुंचता है कोटेदार द्वारा यह कहकर उसे भगा दिया जाता है कि तुम्हारा राशन कार्ड बंद है पहले राशन कार्ड चालू कराओ तभी राशन मिलेगा। ऐसे में तो जिन लोगों ने राशन कार्ड के लिए आवेदन किया है उन्हें तो कोटेदार द्वारा राशन मिलने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
वहीं सूत्रों की माने तो कोटेदार राशन कार्ड चालू कराने व नये बनवाने के लिए रूपये 300 लगेंगे की बात कर रहे हैं और यह भी जानकारी मिली कि वह अपने जान-पहचान व रिश्तेदार वालों को बिना राशन कार्ड के ही राशन वितरित करा रहा हैं। ऐसे में गरीब मजदूर कहां जाए एक तो खाने को राशन नहीं दूसरा कि वह 300 रूपये कहां से लाए। गांव के गरीब लोगो का क्या होगा कोटेदार जो अपनी मनमानी चला रहे हैं। इन राशन कोटेदारों का भी कुछ करेगी सरकार जहां मोदी योगी सरकार का कड़ा उल्लंघन हो रहा है कुछ लोगों ने तो कहा कि इससे अच्छा तो राशन कोटेदार किसी और को होना चाहिए था।
गांव के गरीबों के इस बार की पूर्ण जानकारी हमारे संवाददाता को दी और समाचार पत्र के माध्यम से कोटेदार की शिकायत और सरकार से विन्रम अपील की है कि उक्त मामले पर अतिशीघ्र कार्यवाही करते हुए उन्हें राशन मुहैया कराने का कष्ट करें।


 


सही तरिके से खुलेगी शराब की दुकानें

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद में आज शराब के ठेके विधिवत तरीके से खोले जायेंगे। शासन की ओर से शराब के ठेके खोलने संबंधी मंजूरी आ गई है जिसके तहत अब जनपद में शराब की बिक्री सामान्य रूप से की जा सकेगी। जिला आबकारी अधिकारी मुबारक अली ने शराब के ठेके खोलने के संबंध में बताया कि शासन से ठेके खोलने के लिए मंजूरी आ गई है और मंगलवार से जनपद गाजियाबाद में शराब की बिक्री सामान्य रूप से चालू करा दी जायेगी। मुबारक अली का कहना है कि यूं तो सोमवार को ही ठेके खोले जाने थे लेकिन जनपद स्तर पर कोई आदेश नहीं पहुंचे थे। अब मंजूरी आ गई है और अब विधिवत तरीके से जनपद गाजियाबाद में शराब की बिक्री होगी। सुबह दस बजे से लेकर शाम सात बजे तक शराब की बिक्री जनपद में की जायेगी।


ठेकों पर लाइने डिस्टेंसिंग का पालन ?

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


हापुड़ ठेकों के बाहर सुबह से ही लगी लंबी लाइन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां


दरअसल, हापुड़ जिलाधिकारी ने सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ही शराब ठेकों को खोलने की अनुमति दी है। जिसकी सूचना मिलते ही लोग बड़ी संख्या में शराब खरीदने के निकल पड़े।


हापुड़। शराब ठेकों के बाहर सुबह से ही लगी लंबी लाइन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जिया जिले में सोमवार सुबह से ही शराब ठेकों के बाहर लोगों की लंबी लाइन देखने को मिली। लोग सुबह 6 बजे से ही शराब खरीदने के लिए लाइनों में लगे नजर आए। सुबह-सुबह ही सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किए बगैर लोग शराब खरीदने पहुंच गए। दरअसल, हापुड़ जिलाधिकारी ने सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ही शराब ठेकों को खोलने की अनुमति दी है। जिसकी सूचना मिलते ही लोग बड़ी संख्या में शराब खरीदने के निकल पड़े।


नहीं नजर आई पुलिसः दरअसल, देर रात जिलाधिकारी ने अन्य सामानों की तरह ही सुबह 7 बजे से 10 बजे तक लॉकडाउन में ढील देते हुए शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी। जिसके बाद लोगों का हुजूम शराब ठेकों की तरफ दौड़ा। लेकिन सी दौरान पुलिस कहीं भी नजर नहीं आई, जिसकी वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गई। हालांकि ठेकेदार खुद खड़े होकर लोगों को एक-एक कर खरीदारी करने के लिए समझाते नजर आए। बता दें जिले एम् कुल 170 के करीब अंग्रेजी व देसी शराब की दुकानें हैं। गौरतलब है की गाइडलाइन के मुताबिक एक बार में केवल 5 लोग ही शराब की दुकान के बाहर खड़े हो सकते हैं। साथ ही 6 फुट की दूरी का पालन भी अनिवार्य है. लेकिन ठेकों के बाहर उमड़ी भीड़ को काबू कर पाना मुश्किल हो रहा है। शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्‍टेंसिंग कही नजर नही आ रही है। ग्रामीण इलाकों में कुछ दुकानों पर जरूर एक मीटर की दूरी पर गोल घेरे बनाये गए है, लेकिन यहां भी लेागों की भीड़ इकट्ठा दिखी। लोगों में शराब का स्‍टॉक करने की होड़ सी लगी हैं। शराब की दुकानों के बाहर कई लोग शराब की पूरी पेटियां ले जाते नजर आये। जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र नाथ का कहना है कि शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए दुकान मालिकों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। आबकारी विभाग के अधिकारी ठेकों पर जाकर इसकी स्वयं निगरानी कर रहे हैं। कुछ जगह से तस्वीरें देखने को मिली है। आबकारी विभाग की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है कि शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो।


सपा ने 60 जरूरतमंद लोगों को दी सामग्री

पूर्व सपा जिला अध्यक्ष ने 60 जरूरतमंद लोगों को दी खाद्य सामग्री


खाद्य सामग्री पाकर लोगों ने महसूस किया राहत


सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन की स्थिति चल रही जिसके कारण लोगों के सामने खाने पीने की समस्या है। ऐसे ही करीब 60 जरूरतमंद लोगों को समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष ने खाद्य सामग्री देने का काम किया जिसको भी खाद्य सामग्री मिली उसको राहत समझ में आई।


सोमवार को नगर के रामलीला मैदान के निकट अपने आवास पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष ने 60 जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री देने का काम किया।जिसको भी खाद्य सामग्री मिली उसने राहत महसूस किया। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष रामेश्वर दयाल दयाल ने बताया कि वह लोगों को सामाजिक दूरी का पालन का कराते हुए राहत सामग्री देने का काम कर रहे हैं। ताकि कोई व्यक्ति भूखा ना रहे कहा कि जो लोग भी आ रहे हैं। उन्हें खाद्य सामग्री देने का काम किया जा रहा है। लॉक डाउन तक यह कार्य जारी रहेगा इस मौके पर ओमी यादव चंद्रशेखर बेदी आदि लोग मौजूद रहे।


ईस्ट इंडिया से की सरकार की तुलना

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोमवार को लॉकडाउन की तुलना नोटबंदी से की और सरकार पर आरोप लगाया कि वह ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार कर रही है, क्योंकि उसने लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले कोई योजना नहीं बनाई।


कांग्रेस ने कहा, “लॉकडाउन और नोटबंदी के बीच समानता यह है कि भाजपा सरकार ने पहले सोचने और फिर करने के बुनियादी नियम के बजाय बिना सोचे-समझे कार्य किया।”


कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, “लॉकडाउन और नोटबंदी दोनों में, भाजपा सरकार ने आम आदमी को लूटकर, समाज के कमजोर वर्गों के दर्द को नजरअंदाज करके ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार किया, सरकारी लोगों की जेब भरने के लिए भारत के लोगों की जेब से खिलवाड़ किया।”जयवीर शेरगिल ने कहा, “खराब नियोजन, असंवेदनशील ²ष्टिकोण और तर्कहीन निर्णय लेना, तीन ऐसे लक्षण हैं, जो लॉकडाउन और नोटबंदी के दौरान भाजपा सरकार के प्रदर्शन में एक जैसे रहे। जिनने समाज के कमजोर वर्गों के लिए पीड़ा, तनाव और संकट पैदा किया।”


कांग्रेस ने कहा, “भाजपा ने विनाशकारी प्रभावों को पूरी तरह से नजरअंदाज करते हुए शुतुरमुर्ग की तरह ²ष्टिकोण अपनाया और अब फिर से मरणासन्न अर्थव्यवस्था को ऑक्सीजन प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता को नजरअंदाज कर दिया है। लॉकडाउन और नोटबंदी दोनों में ही भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कुशासन का हरजाना आम आदमी, मजदूर वर्ग, एमएसएमई ने अपने खून पसीने से भुगता है।” कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “हम नोटबंदी और लॉकडाउन की समानताएं देख रहे हैं, जिनमें जनता के लिए कोई योजना या राहत उपाय नहीं हैं।” कांग्रेस ने कहा कि मुद्दों के बीच असंगति है। सिंघवी ने कहा, “इस तरह का दृष्टिकोण और चूक, जो भारत मौजूदा समय में है और जो 7, लोक कल्याण मार्ग की कल्पना में है, उसमें विसंगति को दर्शात है।”


8 मई से कामकाज शुरू करेंगे एचसी

इलाहाबाद। इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट में कामकाज आठ मई से शुरू हो जाएगा। हाईकोर्ट में हुई प्रशासनिक बैठक में इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट की कार्रवाई से संबंधित यह फैसला लिया गया। महानिबंधक अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट में कामकाज आठ मई से शुरू हो जाएगा। इस दौरान कोर्ट का काम दो चरणों में संपादित किया जाएगा। पहला चरण सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगा और दूसरे चरण का काम दोपहर 1:30 बजे से शाम 3:30 बजे तक संपन्न होगा।


उन्होंने बताया कि पहले चरण में क्रिमिनल मामलों की सुनवाई होगी और दूसरे चरण में सिविल मामलों की सुनवाई की जाएगी। जैसा कि अभी तक सुनवाई के लिए अर्जेंसी एप्लिकेशन दाखिल करना पड़ रहा था, लेकिन अब ऐसी किसी औपचारिकता की जरूरत नहीं होगी। साथ ही लॉकडाउन को देखते हुए अभी तक नए मामले केवल ऑनलाइन दाखिल हो रहे थे, लेकिन अब ऐसे मामले मैनुअली भी दाखिल होंगे। इसके साथ ही सरकार द्वारा निर्देशित सोशल- डिस्टेंसिंग के नियमों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश भी दिया गया है।


दिल्ली में अतिरिक्त प्रयास करने होंगे

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी देश का एक ऐसा राज्य है, जहां कोरोना वायरस को रोकन के लिए सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने यहां मीडिया से कहा, “दिल्ली में कोरोना वायरस की स्थिति पर टिप्पणी करना मेरे लिए अनुचित है, क्योंकि इसे एक राजनीतिक बयान के रूप में देखा जाएगा। लेकिन मेरी व्यक्तिगत राय में, दिल्ली उन राज्यों में से एक है, जहां कोरोना वायरस के मामलों को नियंत्रित करने के लिए और अधिक सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है। इसके खिलाफ लड़ाई को और अधिक गंभीरता से लेने की जरूरत है।”


हर्षवर्धन ने कहा, “मुझे लगता है कि लॉकडाउन 3.0 के दौरान यहां न्यूनतम छूट दी जानी चाहिए, लेकिन यह पूरी तरह से दिल्ली सरकार पर है। स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय ने दिशा-निर्देश दिए हैं, लेकिन यह राज्य सरकार को तय करना है कि वहां की स्थिति के अनुसार उन दिशा-निर्देशों को कितना और कैसे लागू करना चाहिए।”दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा, “संपूर्ण दिल्ली एक रेड जोन है। केंद्र सरकार ने रेड जोन को कुछ छूट दी है और हम उन सभी छूट को लागू करने देंगे।” केजरीवाल ने अपनी सरकार द्वारा कार्यालयों को तीसरे लॉकडाउन में खोलने की अनुमति देने के बाद पहली कैबिनेट बैठक की। अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को दिल्ली सचिवालय में केजरीवाल ने बैठक ली, जो कि अब तक वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही सभी बैठकें कर रहे थे। अब तक शहर में 4,500 से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आए है।


युवा कप्तान को मेरी तरह ही तरासेगेंं

नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर की उम्मीद है कि भारत के मौजूदा कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान रोहित शर्मा उसी तरह युवा खिलाड़ियों को तराशेंगे जिस तरह से पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तराशा था। गंभीर ने रोहित का उदाहरण देते हुए कहा कि वह टीम से अंदर-बाहर हो रहे थे लेकिन धोनी को उनकी काबिलियत में यकीन था और धोनी का समर्थन करना अंतत: उनके लिए फायदेमंद रहा क्योंकि आज रोहित सीमित ओवरों में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है।


गंभीर ने स्पोटर्स तक से कहा कि आज के समय में युवा क्रिकेटर, चाहे वो शुभमन गिल हों या संजू सैमसन उन्हें भी समर्थन मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, अब जबकि रोहित सीनियर हो गए हैं। मैं उनसे उम्मीद करता हूं कि वह युवाओं का साथ देंगे। रोहित इस बात के सबसे बड़े उदाहरण हैं कि एक खिलाड़ी कैसे एक बेहतरीन खिलाड़ी बन सकता है।


फ्रांस में हेल्थ इमरजेंसी 2 महीने बढ़ी

फ्रांस ने कोरोना के बढ़ते मामले और संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए हेल्थ इमरजेंसी को 2 महीने के लिए बढ़ा दिया है।


पेरिस। फ्रांंस में कोरोना वायरस से 166 और लोगों की मृत्यु हो गई है। यहां कोरोना संक्रमण के कारण मरने वाली की तादात बढ़कर 24460 हो गई है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शिनवार को जानकारी देते हुए कहा कि कोविड 19 के कारण देश में एक मार्च से लेकर अब तक 24760 लोगों की मौत हो गई है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 15487 लोगों की मौत अलग-अलग अस्पतालों में और 9273 लोगों की मौत नर्सिंग होम में हुई है। हालात दो देखते हुए देश में हेल्थ इमरजेंसी को 24 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च को कोरोना को महामारी घोषित कर दिया। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनिया भर में 33 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। वहीं फ्रांस में अब तक एक लाख 67 हजार 303 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है।


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