शनिवार, 2 मई 2020

यूपीः सरकारी कार्यालयों में दीप जलाएं

लखनऊ। इप्सेफ के आहवान पर महंगाई भत्ते की तीन किस्तों की रोक,नई पेंशन योजना में सरकारी अंशदान में 4% की कटौती,नगर प्रतिकर भत्ता सहित 6-भत्ते समाप्त किए जाने जीपीएफ ब्याज दर में 0.8% की कटौती से नाराज कार्मिकों ने राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नेतृत्व में  लखनऊ में मजदूर दिवस पर दोपहर 12:00 बजे अपने कार्यालयों और जो कर्मी आवास पर थे। वह अपने आवास पर मोमबत्ती जलाकर मजदूर दिवस पर विरोध जताया। सभी राजकीय कार्मिको ने शाम को 7:00 बजे अपने-अपने घरों पर भी दीप जलाया।


परिषद के लखनऊ शाखा के अध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव ने बताया कि सिविल अस्पताल में इप्सेफ प्रवक्ता सुनील यादव, राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ के जिला सचिव जीसी दुबे, प्रभारी अधिकारी एएन द्विवेदी,चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र पांडे, जिला सचिव राजेंद्र दुबे, संविदा कर्मचारी संघ के धीरज रावत, जावेद हुसैन आदि के नेतृत्व में मोमबत्ती जलाई गई।


लोहिया संस्थान में अमित कुमार, लोहिया चिकित्सालय में डी जी त्रिपाठी, राम मनोहर कुशवाहा , ए पी सिंह, बलरामपुर अस्पताल में इप्सेफ के राष्ट्रीय सचिव अतुल मिश्रा, उपाध्यक्ष के के सचान, अशोक कुमार, केजीएमयू में राजन यादव, प्रदीप गंगवार, प्रिया यादव, वन विभाग मुख्यालय में आशीष पांडे, पी के सिंह, नगर निगम मुख्यालय में शशि मिश्रा आदि के नेतृत्व में मोमबत्ती जलाकर विरोध दर्ज कराया गया। परिषद की लखनऊ शाखा द्वारा कर्मचारियों के विरोध से अवगत कराने हेतु माननीय प्रधानमंत्री, माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है।मोमबत्ती जलाकर कर्मचारियों ने 1886 के मजदूर आंदोलन में शामिल मजदूरों,शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और देश में इस संक्रमण काल में कार्य कर कोरोना सैनिकों का सम्मान भी किया गया।


पत्रकारों के हित में सीएम से मुलाकात

 देहरादून। पत्रकारों की समस्या को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात हुई और उन्हें पत्रकारों की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया है कि पत्रकार कल्याण कोष से जो भी सहयोग हो पाएगा, उसके लिए प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकार कल्याण कोष में उपयुक्त मात्रा में धन है। जोकि पत्रकारों के हित में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस संदर्भ में विश्वजीत नेगी अध्यक्ष उत्तराखंड स्टेट प्रेस क्लब महामंत्री आशुतोष डिमरी कैलाश जोशी अकेला साथ ही मनीष नयाल मौजूद थे।


आर्थिक विशेषज्ञ समिति गठित करें

विजयेन्द्र दत्त गौतम


शिमला। कांग्रेस के बरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश में राष्ट्रव्यापी कोरोना माहमारी के चलते लॉक डाउन से उत्पन्न लोगों की समस्याओं और उनके निदान बारे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक विस्तृत पत्र लिखा है।उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस की मुख्य विपक्षी दल होने के नाते प्रदेश व लोगों की समस्याओं  को सरकार के समक्ष रखने की उनकी नैतिक जिम्मेदारी है।उनका कहना है कि देश व प्रदेश आज जिस गंभीर चुनौती से गुज़र रहा है,उससे उभरने के लिए कांग्रेस मजबूती से सरकार का साथ दे रही है।जनहित में कांग्रेस के सुझावों पर सरकार को गंभीरता से विचार कर इस पर शुद्ध मन से कांग्रेस के सुझावों पर एक बृहद कार्ययोजना बना कर कार्य शुरु कर देना चाहिए।


कांग्रेस विधायक दल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा प्रतिपक्ष नेता मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया ,जिसमें प्रदेश के ताजा हालात पर बड़ी गम्भीरता से व्यापक विचार विमर्श करते हुए कांग्रेस विद्यायकों की चिंताओ को सरकार के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया।यह पत्र कांग्रेस के बरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मार्फ़त भेजा गया है।


वीरभद्र सिंह ने पत्र में लिखा है कि 22 मार्च से प्रदेश में लॉक डाउन की बजह से सभी प्रकार की वाणिज्यिक,ब्यवसाईक गतिविधियों के साथ साथ कृषि, बागवानी पर इसका व्यापक बुरा असर पड़ा है।आम आदमी का जीवन भी बहुत प्रभावित हुआ है।प्रदेश की सभी स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं अस्त व्यस्त होकर रह गई है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस विधायक चाहते है कि प्रदेश सरकार एक उच्च स्तरीय ऐसी आर्थिक विशेषज्ञ समिति का गठन करें जो प्रदेश लॉक डाउन के दौरान हुए नुकसान का जायजा लेकर अपनी एक्सपर्ट राय देते हुए प्रदेश को इससे उभरने की कोई ठोस रणनीति का प्रस्ताव प्रस्तुत करें, जिससे प्रदेश की विगड़ती वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकें। पत्र में सरकार का कई बिदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रदेश में बेमौसमी वारिश और ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान पर भी चिंता व्यक्त की गई है। उन्होंने किसानों बागवानों को तुरन्त कोई राहत देने ,सब्जी उत्पादकों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का भुगतान करने को भी कहा है जिनकी सब्जियां या तो बाजार बंद होने या ट्रांस्पोर्टन्सन न होने से खराब हो गई या फिर बेमौसमी वर्षा या ओलावृष्टि से।


उन्होंने कहा कहा कि आम,लीची,चेरि ,आड़ू,पलम,खुमानी जैसे अनेक  फलों की फसल भी आज चौपट हो चुकी है,इन्हें भी राहत के साथ कोई आर्थिक पैकेज दिया जाना चाहिए।पत्र में कहा गया है कि सेब प्रदेश की आर्थिकी का एक बड़ा महत्वपूर्ण क्षेत्र है।कोरोना और लॉक डाउन से बाजार की व्यवस्था अस्त व्यस्त होने की बजह से लादानी और आढ़तियों के इस बार यहां आने की कम ही संभावना है। इसलिए प्रदेश सरकार को एचपीएमसी और हिम्फेड से सेब खरीद कर उन्हें विपणन करने की पूरी व्यवस्था करनी चाहिए।इसके लिए कार्टन बॉक्स,ट्रे आदि की व्यवस्था भी अभी से की जानी चाहिए।


पत्र में बिज़नेस,टूरिज्म और इंडस्ट्रीज के बिगड़े हालत पर भी चिंता प्रकट करते हुए इनके विजली,पानी के बिल घरेलू मूल्य के आधार पर लेने को कहा गया है।साथ ही उन ब्यवसाइयों को जिन्होंने बेको से लोन आदि ले रखा है उनकी ईएमआई एक साल के लिए स्थगित करने,इसी के साथ पर्यटन और उद्योगों में लगे कर्मचारियों के  6 माह तक का बेतनसरकारी कोष से करने को कहा है,क्योंकि यह सब पिछले एक माह से अधिक समय से बंद पड़े है,और अभी आगे भी ऐसी ही ऐसी ही स्थिति बने रहने की आशंका है,इसलिए  इन्हें इनके प्रोपर्टी टेक्स में मार्च से छूट देनेऔर एलपीजी गैस कमर्सिअल से घरेलू दरों में प्रदान करने के साथ नगर निगम के 30 प्रतिशत सेस को कम करने को भी कहा है।


पत्र में कहा गया है कि प्रदेश की भूगोलिक स्थितियों को देखते हुए  ऑनलाइन शिक्षा में दूर दराज के क्षेत्रों में छात्रों के पास स्मार्टफोन का न होना और साथ मे नेटवर्क की समस्या एक बड़ी दिक्कत हो सकती है। पत्र में निजी स्कूलों के अध्यापकों और स्टाफ को लॉक डाउन अवधि के बेतन का भुगतान सरकार को ही करना चाहिए, क्योंकि सरकार ने इन संस्थानों से इस दौरान की बच्चों से फीस न लेने को कहा है। पत्र में कोरोना माहमारी से रक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग किट के साथ साथ मास्क,सेनेटाइजर, पीपीई और बेसिक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। पत्र में बेरोजगारी की बढ़ती समस्या को देखते हुए मनरेगा के तहत कम से कम 200 दिनों का कार्य अर्जित करने की बात कही गई है।उद्योगिक क्षेत्र में काम बंद होने से हजारों कामगार बेरोजगार हो गए है,इसलिए सरकार को इन्हें बेरोजगारी भत्ता देना चाहिए। पत्र में प्रदेश की विगड़ी अर्थव्यवस्था पर भी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया है कि लॉक डाउन की बजह से सरकार के राजकीय कोष में एक्ससाइज व अन्य टैक्स न मिलने से सरकारी खर्च चलाना भी मुश्किल हो सकता है।इसलिए प्रदेश सरकार को केंद्र से इस नुकसान की भरपाई के लिए कोई विशेष आर्थिक पैकेज की मांग करनी चाहिए।पत्र में प्रदेश के वह लोग जो लॉक डाउन की बजह से अन्य राज्यों में फंसे पड़े है,उन्हें पूरे स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के तहत लाने की कोई सरकारी व्यवस्था की जानी चाहिए।


वीरभद्र सिंह से कहा है कि विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस ने इस आपदा के समय एकजुटता सेअपनी सकरात्मक भूमिका निभाई है।उनका कहना है कि जनहित में कांग्रेस के इन सुझावों पर कार्य करना चाहिए,जिससे प्रदेश के लोगों को इस कठनाई के समय कोई राहत  मिल सकें। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि उनके लंबे 58 साल के राजनैतिक कॉल में उन्होंने पहली बार ऐसी कोई माहमारी की आपदा देखी,पर देश के सभी राजनैतिक दलों, प्रवुद्ध और आम लोगों ने जिस प्रकार से इसके खिलाफ लड़ने में अपनी सहभागिता दी है,उससे साफ है कि हम जल्द ही इस माहमारी के प्रकोप से बाहर निकलेंगे।


आवाजाही के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त

विजयेंद्र दत्त गौतम


शिमला। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि कोविड-19महामारी के कारण बड़ी संख्या में हिमाचली छात्र, यात्री, तीर्थयात्री, व्यावसायिक व्यक्ति विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फंसे हुए हैं। इसी तरह बाहरी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के छात्र, पर्यटक, व्यापारिक यात्री व औद्योगिक श्रमिक हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों में रह रहे हैं और अपने संबंधित मूल राज्यों में वापस जाने के इच्छुक हैं।


भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने राज्य सीमाओं पर लोगों को आवाजाही की अनुमति दी है, इसलिए जनहित में हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के बीच लोगों के सुचारू, सुव्यवस्थित और क्रमबद्ध रवानगी को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के साथ समन्वय की आवश्यकता है।


उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार में प्रधान सचिव राजस्व तथा आपदा प्रबन्ध ओंकार चंद शर्मा को स्टेट नोडल अधिकारी और निदेशक पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन एवं प्रबन्ध निदेशक एचआरटीसी यूनुस को इस कार्य के लिए राज्य संयुक्त नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। इस सम्बन्ध में राज्य नोडल अधिकारी से मोबाइल नंबर 94182-30009 और राज्य संयुक्त नोडल अधिकारी से मोबाइल नंबर 88940-35375 पर संपर्क किया जा सकता है।


उन्होंने कहा कि अन्य अधिकारियों को अंतरराज्यीय आवाजाही, प्रोटोकाॅल तैयार करने और सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं या निजी वाहनों का उपयोग करके अन्य राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों तथा जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए प्राप्त अनुरोधों से संबंधित डाटा एकत्र करने और इसे संकलित करने के लिए नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। राज्य नोडल अधिकारी तथा संयुक्त नोडल अधिकारी के समग्र पर्यवेक्षण और मार्गदर्शन में अन्य अधिकारी, राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों, जिला प्रशासन, श्रम और रोजगार, उद्योग, गृह, परिवहन, एचआरटीसी आदि विभागों के अधिकारियों के साथ कार्य करेंगे।


उन्होंने कहा सचिव सूचना एवं जन सम्पर्क और शहरी विकास रजनीश को हरियाणा, नई दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। इसके अलावा  सचिव फाईनांस और हाउसिंग अक्षय सूद को तमिलनाडू, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, सचिव आयुर्वेद जी.के. श्रीवास्तव को उतर प्रदेश, बिहार, उतराखंड, झारखंड और छतीसगढ़, निदेशक उर्जा मनासी सहाय ठाकुर को महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, गोवा, लक्ष्यद्वीप, अंडमान-निकोबार द्वीप और पुडुचेरी, निदेशक ग्रामीण विकास और पंचायती राज ललित जैन को  पंजाब, चंडीगढ़ और मोहाली, विशेष सचिव एमपीपी और पावर हेमराज बैरवा को राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश,  निदेशक पर्सनल और वित एचपीपीसीएल मनमोहन शर्मा को असम, मिजोरम, अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर नागालैंड़, त्रिपुरा और मेघालय तथा निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा रोहित जम्वाल को पश्चिम बंगाल, उडीसा और सिक्किम के लिए नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है।


ओडिशा के फंसे 40 मजदूर किए रवाना

जगदलपुर। जिले के दरभा क्षेत्र में करीब एक महीने से फंसे ओडिसा के 40 मजदूरों को वापस बस के माध्यम से आज ओडिसा भेजा गया। ओडिसा के 40 मजदूर दरभा में तालाब निर्माण का कार्य कर रहे थे, इस दौरान लॉकडाउन हो जाने से मजदूर बीते एक महीने के यहां फंसे हुए थे। प्रशासन की पहल पर उन्हें ओडिसा रवाना किया गया। अपने घर जाने से मजदूर काफी खुश नजर आ रहे थे।


राज्य में 10 नहीं 4 रेड जोनः ममता

पश्चिम बंगाल में 10 नहीं, 4 रेड जोन, किया गया गलत आकलन
ममता सरकार ने जताया विरोध.
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार (West bengal) ने शुक्रवार को केंद्र को पत्र लिख कर जोर देते हुए कहा कि राज्य में 10 नहीं, बल्कि चार ही जिले ‘रेड जोन’ (Red zone) हैं. इसको लेकर अब भाजपा और तृणमूल कांग्रेस TMC के बीच ताजा वाकयुद्ध छिड़ गया। दरअसल, राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ कैबिनेट सचिव की वीडियो कांफ्रेंस के दौरान प्रस्तुत की गई सूची में राज्य में 10 ‘रेड जोन’ होने का केंद्र सरकार ने जिक्र किया था। स्वास्थ्य विभाग में प्रधान सचिव विवेक कुमार ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को लिखे अपने पत्र में इस सूची को ‘‘एक गलत आकलन’’ करार दिया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने केंद्र द्वारा निर्धारित मानदंडों को ध्यान में रखते हुए चार ‘रेड जोन’ –कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर–घोषित किया है।


ये हैं रेड जोन में जिले


कुमार ने पत्र में ‘‘रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन’ वाले राज्य के जिलों और इलाकों का सही वर्गीकरण’’ भी संलग्न किया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में अभी आठ जिले ‘ग्रीन जोन’ में हैं जबकि 11 जिले ‘ऑरेंज जोन’ में हैं। मंत्रालय के मुताबिक बंगाल के 10 जिले–कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, पश्चिमी मिदनापुर, पूर्वी मिदनापुर, दार्जीलिंग, जलपाईगुड़ी, कलीमपोंग और मालदा– ‘रेड जोन’ में हैं। इस वर्गीकरण की घोषणा कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में 30 अप्रैल को मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ हुई एक वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान की गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सूची पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, तृणमूल नेतृत्व ने कहा कि यह राज्य सरकार को बदनाम करने की कोशिश है।


वरिष्ठ टीएमसी नेता और राज्यसभा सांसद सांतनु सेन ने कहा, ‘‘भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार का एकमात्र उद्देश्य बंगाल को बदनाम करना है और महामारी से निपटने के लिए उसके प्रयास में बाधा पहुंचाना है। केंद्र, राज्य सरकार की सहमति लिए बिना, 10 जिलों को कैसे हॉटस्पॉट घोषित कर सकता है? यह और कुछ नहीं बल्कि संघीय ढांचे का उल्लंघन है।’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कोविड-19 स्थिति पर बंगाल सरकार का झूठ हर दिन उजागर हो रहा है।


उन्होंने कहा, राज्य सरकार, बहुत शुरुआत से, कोविड-19 स्थिति के बारे में झूठ बोल रही है। आंकड़ों को छिपाने के इस रवैये ने बंगाल को गंभीर चरण में पहुंचा दिया है। अगर राज्य सरकार शुरू से ही महामारी से निपटने के लिए गंभीर होती, तो अभी बहुत बेहतर होतां’। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के मामलों, संक्रमण के मामले दोगुना होने की दर, जांच का दायरा और निगरानी से जुड़े विवरण के आधार पर देश में 130 जिलों को ‘रेड जोन’ में, 284 ‘ऑरेंज जोन’ में और 319 ‘ग्रीन जोन’ में रखा है।


सीएम बघेल ने रेल मंत्री को पत्र लिखा

छत्तीसगढ़ के 1.17 लाख से अधिक प्रवासी कामगार देश के 21 राज्यों और 4 केन्द्र शासित प्रदेशों में फंसे होने की जानकारी


रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर उनसे छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिकों की वापसी के लिए देश के विभिन्न शहरों से 28 ट्रेनों के संचालन का अनुरोध किया है। श्री बघेल ने भारत सरकार द्वारा फंसे हुए मजदूरों की उनके घर तक वापसी के लिए ट्रेनों के संचालन के निर्णय का स्वागत करते हुए मानवीय आधार पर रेल्वे  द्वारा ट्रेनों के संचालन की निःशुल्क व्यवस्था करने और ट्रेनों के संचालन के लिए जल्द से जल्द तारीख और समय तय करने का आग्रह किया है।  
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि देश भर में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा भी कोविड-19 का बहादुरी से मुकाबला किया जा रहा है। हमने अपने राज्य में इस महामारी के संक्रमण को रोकने में काफी हद तक सफलता पायी है। इस समय छत्तीसगढ़ के बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं। हेल्पलाइन और अन्य माध्यमों से प्राप्त सूचना के अनुसार लगभग 1.17 लाख से भी अधिक प्रवासी कामगार देश के 21 राज्यों और 4 केन्द्र शासित प्रदेशों में फंसे होने की जानकारी है। परिवहन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद संख्या बढ़ सकती है। यदि प्रवासी श्रमिकों के अलावा अन्य लोगों जैसे छात्र, पर्यटक आदि को जोड़ते हैं तो यह संख्या बहुत बड़ी होगी। 
श्री बघेल ने कहा कि भारत सरकार के द्वारा फंसे हुए मजदूरों की उनके घर तक वापसी के लिए ट्रेनों के संचालन के निर्णय का स्वागत करता हूं। इस संदर्भ में आपके संज्ञान में लाना चाहूंगा कि हमारे प्रशासनिक तंत्र को विभिन्न राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करने और फंसे हुए लोगों और विशेष रूप से फंसे हुए श्रमिकों के सुरक्षित आवागमन के लिए योजना बनाने के लिए निर्देशित किया है। देश भर में फंसे हुए लोगों के लिए जो ट्रेने विशेष रूप से संचालित की जा रही हैं, उसे फंसे हुए मजदूरों और व्यापक लाॅकडाउन से प्रभावित लोगों को बिना किसी परेशानी के आगे की यात्रा के लिए निःशुल्क संचालित की जानी चाहिए। रेल्वे बोर्ड के द्वारा एक मई को जारी पत्र के अनुसार स्लीपर मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेन के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है, जो कि उचित नहीं है क्यांेकि सभी प्रवासी श्रमिक लाॅकडाउन के कारण फंसे हुए हैं और पीड़ित हैं। मानवीय आधार पर रेल्वेे द्वारा निःशुल्क व्यवस्था की जानी चाहिए। इस संबंध में आपसे अनुरोध करता हूं कि प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों एवं नागरिकों की वापसी हेतु पर्याप्त संख्या में ट्रेनों का संचालन करने का कष्ट करें। 
श्री बघेल ने जम्मू से रायपुर-बिलासपुर 7 ट्रेनें, लखनऊ से रायपुर-बिलासपुर 3 ट्रेनें, कानपुर से रायपुर-बिलासपुर 2 ट्रेनें, चेन्नई से रायपुर-बिलासपुर 1 ट्रेन, बंगलौर से रायपुर-बिलासपुर 1 ट्रेन, पुणे से रायपुर-बिलासपुर 2 ट्रेनें, इलाहाबाद से बिलासपुर 1 ट्रेन, दिल्ली से रायपुर-बिलासपुर 3 ट्रेनें, हैदराबाद-सिकंदराबाद से रायपुर-बिलासपुर 3 ट्रेनें, विशाखापट्नम से रायपुर 1 ट्रेन, सूरत-अहमदाबाद से रायपुर 1 ट्रेन, कोलकाता से रायपुर 1 ट्रेन, जयपुर से रायपुर 1 ट्रेन, पटना से दुर्ग 1 ट्रेन के संचालन का आग्रह किया है।


पंजाब में बढ़ेगी औसतन टेस्टिंग क्षमताए

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। पंजाब में 15 मई तक रोजाना के 6000 टेस्ट करने का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिया है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिस तरह से बाहर से जो लोग पंजाब आ रहे हैं उन्हें कोरोना पॉजीटिव मरीजों की पुष्टि हो रही है इस वजह से किसी भी तरह का रिस्क न लेते हुए सभी के टेस्ट करने के आदेश जारी किए गए हैं साथ ही उन्होंने शंका भी जाहिर की है कि जो बाहरी राज्यों से लोग आ रहे हैं उनकी टेस्ट रिपोर्ट को न रखते हुए खुद टाइपिंग की जाए।


जालंधर में टेस्टिंग की सुविधा बनाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से 1 करोड़ जारी करने की भी आदेश जारी किए गए हैं जिसको लेकर बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के चांसलर के साथ भी सरकार की तरफ से बात की गई है। पंजाब सरकार की तरफ से एक बार फिर से जेल में बंद कैदियों को राहत दी गई है जो कि लॉकडाउन के समय से ही पैरोल पर बाहर हैं अब उनकी पैरोल की अवधि 16 हफ्तों से ज्यादा कर दी गई है पर यह भी शर्त रखी गई है कि उनकी सजा 7 साल से कम होनी चाहिए।


पंजाब सरकार की तरफ से कैबिनेट के बीच यह भी फैसला किया गया है कि आउटसोर्सिंग के जरिए मेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाए जिसमें कि पटियाला, अमृतसर, फरीदकोट के मेडिकल कॉलेज शामिल है वहीं यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह भर्ती 6 महीने के लिए होगी।


कड़ी शर्तों के साथ गतिविधियां शुरू होंगी

अब 17 मई तक बड़ा लोक डाउन


कड़ी शर्तों के साथ कुछ और गतिविधियां होंगी शुरू : उपायुक्त 


देह से 2 गज की दूरी जरूरी


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 3 मई को खत्म होने वाले लॉक डाउन को अब 17 मई तक बढ़ा दिया है। ग्रीन जोन में होने के कारण महेंद्रगढ़ जिले में कुछ और गतिविधियां शुरू करने की अनुमति दी गई है। कोविड-19 का खतरा अभी बरकरार है। ऐसे में इन सभी गतिविधियों को शुरू करते समय सभी को कड़ी शर्तों का पालन करना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग के नियम उसी तरह कड़ाई से लागू रहेंगे। यानी एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाए रखना जरूरी होगा।


यह जानकारी देते हुए उपायुक्त जगदीश शर्मा ने बताया कि कुछ और गतिविधियों की छूट देने का यह मतलब कतई नहीं है कि लोग सड़कों पर घूमने लगें। बहुत जरूरी होने पर ही लोगों को घर से बाहर निकलना है। सभी को सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित करनी होगी। जिला में 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे तथा 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी।


सार्वजनिक स्थल पर यह है निर्देश :-


1. सभी सार्वजनिक स्थानों पर फेस कवर पहनना अनिवार्य है। 


2. सभी प्रभारी को स्वास्थ्य और परिवार मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के अनुसार सामाजिक दूरी सुनिश्चित करवानी होगी। 


3. कोई भी संगठन व प्रबंधक 5 या अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने की अनुमति नहीं देगा।  


4. विवाह संबंधी समारोहों में सामाजिक दूरी सुनिश्चित की जाएगी और मेहमानों की अधिकतम संख्या 50 से अधिक नहीं होगी। 


5. अंतिम संस्कार में सामाजिक दूरी सुनिश्चित हो और अधिकतम संख्या 20 से अधिक नहीं होगी।


 6. सार्वजनिक स्थानों पर थूकना दंडनीय होगा। इसमें आर्थिक दंड व सजा दोनों हो सकती हैं।


7. सार्वजनिक स्थानों पर शराब, पान, गुटका, तंबाकू आदि का सेवन करने की अनुमति नहीं है।


 8. शराब, पान, गुटका, तम्बाकू आदि बेचने वाली दुकानें एक-दूसरे से न्यूनतम छह फीट की दूरी सुनिश्चित होनी चाहिए। यह भी सुनिश्चित करेंगे कि दुकान पर एक बार में 5 से अधिक व्यक्ति मौजूद न हों।  


कार्यस्थल के लिए हैं यह निर्देश :-



1. कार्य स्थलों पर फेस कवर पहनना अनिवार्य है और ऐसे फेस कवर का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराया जाएगा।


2. कार्य स्थलों के प्रभारी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के अनुसार कार्य स्थानों के भीतर और परिवहन के दौरान सामाजिक अंतर सुनिश्चित करेंगे।  


3. कार्यस्थलों पर पारियों के बीच पर्याप्त अंतराल के माध्यम से सामाजिक दूरी को सुनिश्चित किया जाएगा। कर्मचारियों के दोपहर के भोजन के ब्रेक को बढ़ाया जाएगा। 


4. थर्मल स्कैनिंग, हैंड वॉश और सैनिटाइजर के लिए  स्पर्श मुक्त तंत्र के साथ सभी प्रवेश और निकास द्वार पर लगाया जाएगा। इसके अलावा, कार्य स्थल में पर्याप्त मात्रा में हैंडवाश और सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा।


5. संपूर्ण कार्यस्थल व जन सुविधाओं और मानव संपर्क में आने वाले सभी बिंदुओं का लगातार सेनीटाइज किया जाए।


6. स्वास्थ्य उद्देश्यों को छोड़कर 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे घर पर रहेंगे। 


7. आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के सभी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य होगा। कर्मचारियों के बीच इस ऐप की 100 फीसदी कवरेज को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित संगठनों के प्रमुख की जिम्मेदारी होगी।


 8. बड़ी बैठकों से बचा जाए। 


9. संबंधित प्रबंधक के पास आसपास के उन सभी मेडिकल की सूची होनी चाहिए जो कोविड-19 के अधिकृत हैं। साथ ही कर्मचारी को अलग-थलग रखने की व्यवस्था और मेडिकल तक पहुंचाने की व्यवस्था होनी चाहिए


10. अगर कहीं सार्वजनिक वाहन व व्यक्तिगत वाहन उपलब्ध नहीं है तो संबंधित को सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए परिवहन की व्यवस्था करनी होगी।


11. स्वच्छता के संबंध में सभी कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण दिलवाया जाए।


यह गतिविधिया रहेंगी बंद


 नारनौल। उपायुक्त जगदीश शर्मा ने बताया कि गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइन के अनुसार 17 मई तक सिनेमा हॉल शॉपिंग मॉल जिम स्पोर्ट्स कंपलेक्स स्विमिंग पूल एंटरटेनमेंट पार्क थिएटर बार ऑडिटोरियम असेंबली हॉल और इस तरह की सभी जगह बंद रहेंगी। होटल रेस्टोरेंट इत्यादि हॉस्पिटैलिटी सेवाओं से संबंधित सभी तरह की गतिविधियां बंद रहेंगी। इसके अलावा स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी कोचिंग संस्थाएं और प्रशिक्षण संस्थान भी बंद रहेंगी। सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक और खेल आयोजन व समारोह भी नहीं होंगे। सभी धार्मिक स्थल पहले की तरह बंद रहेंगे।


कोरोना योद्धा एवं पत्रकारों का सम्मान

अतुल त्यागी 


बाबूगढ़ छावनी के  नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा पत्रकारों का सम्मान


हापुड। नगर पंचायत बाबूगढ़ छावनी  में आज कोरोना वायरस के योद्धाओं में शामिल पत्रकारों का सम्मान किया गया। नगर  पंचायत बाबूगढ छावनी के  अध्यक्ष जगवीर गुर्जर द्वारा पत्रकारों का सम्मान किया गया नगर पालिका अध्यक्ष जगवीर  सिंह गुर्जर ने कहा कि पत्रकार भी आज इस मुश्किल वक्त में अपना 100% दे रहे हैं तथा अपने परिवार की चिंता किए बगैर भी पत्रकार   खबरों के लिए जगह-जगह पहुंचते हैं और जनता  तक खबर  पहुंचाने का कार्य करते हैं इसलिए पत्रकारों का सम्मान करना भी हमारा दायित्व बनता है इस अवसर पर नगर पालिका अधिशासी अधिकारी नमिता चौधरी,सभासद शिवकुमार, सभासद सत्यम मास्टर, सभासद आदर्श शर्मा, सभासद अनिस अहमद ने भी पत्रकारों का स्वागत किया मेरठ मंडल प्रभारी अतुल त्यागी, रिंकू सैनी राजेंद्र सिंह, सचिन सिंह,निशांत सैनी का स्वागत किया गया।रिंकू सैनी
बाबूगढ़ छावनी में सफाई कर्मी व मीडिया कर्मियों को चेयरमैन ने किया सम्मानित


चेयरमैन व सभासदगणों ने की कोरोना वरियर्स की हौसला अफजाई


(हापुड़) देश में फैली महामारी कोरोना से लड़ रहे दिन रात मेहनत कर रहे सफाई कर्मियों व मीडिया कर्मियों का नगर पंचायत चेयरमैन बाबूगढ़ व समस्त सभासदगणों ने सम्मानित किया हैं चेयरमैन ने कहा कि ऐसी मुश्किल स्थिति में सफाई कर्मी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और मीडिया कर्मी भी दिन रात एक कर आसपास की सभी सूचनाएं लोगों तक पहुंचा कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं हमें  कोरोना फाइटर्स  का ऐसे ही सम्मान कर उनकी हौसला अफजाई करनी चाहिए। देश भर में फैले इस वायरस से बचाव को लेकर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं एवं इस लाॅकडाउन के दौरान दैनिक मजदूर किस्म के लोगों को खाद्य राशन की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिसके लिए उनके लिए शासन प्रशासन व नगर पंचायत की तरफ से घर-घर जाकर जरूरतमंद व असहाय लोगों को खाद्य सामग्री आटा,चावल,दाल,तेल मसाले व अन्य जरूरी राशन पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है नगर वासियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी,चेयरमैन ने लोगों से घरों में सामाजिक दूरी बनाकर रहने लॉकडाउन का पालन करने व शासन प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है सम्मानित करने  वालो मे अधिशासी अधिकारी नमिता चौधरी सभासद शिवकुमार सभासद सत्यम मास्टर जी सभासद आदर्श शर्मा सभासद अनिस अहमद आदि मौजूद थे।


नगर वासियों की सुरक्षा सर्वप्रथम: चेयरमैन जगबीर सिंह गुर्जर*


नगर के मुख्य मार्ग पर दो सैनिटाइजर मशीन की व्यवस्था कर दो कर्मचारी किये तैना
हापुड़ देश में फैली महामारी कोरोना वायरस से बचाव को लेकर शासन प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस वायरस से बचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं इसी क्रम में नगर पंचायत बाबूगढ़ छावनी के चेयरमैन जगबीर सिंह गुर्जर ने  हापुड़ जब हमारे संवाददाता रिंकू सैनी  से बातचीत के दौरान बताया कि जनहित की सुरक्षा के द्रष्टिगत नगर के लगभग सभी रास्ते बेरिकैडिंग लगाकर बंद कर दिए गए हैं केवल एक मुख्य मार्ग को लोगों के जरूरी कामकाज की आवाजाही हेतु खोला गया है इस मुख्य द्वार के दोनों तरफ इलेक्ट्रिक मशीन द्वारा सैनिटाइजर की व्यवस्था कर दो कर्मचारियों को तैनात किया गया है किसी भी बाहरी व्यक्ति को सैनिटाइज कराने के बाद ही अन्दर परवेस मिलेगा।


आरोग्य सेतु डाउनलोड करने पर बल

आरोग्य सेतु एप्स डाउनलोड करने पर दिया गया बल
आरोग्य सेतु एप से कोरोनावायरस संक्रमण के बारे में मिलती जानकारी
बिंदकी फतेहपुर। सभी लोग आरोग्य सेतु एप जरुर डाउनलोड कर ले क्योंकि इस ऐप के जरिए कोरोनावायरस संक्रमण के बारे में तुरंत जानकारी मिलती है और आप अलर्ट होकर इस संक्रमण से बचाव के लिए उपाय कर सकते हैं। यह बात अपर उप जिला अधिकारी  प्रियंका देवी ने कोतवाली परिसर में पुलिस बल से कहा।
         उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए जिन लोगों ने भी अभी तक आरोग्य सेतु एप डाउनलोड नही किया हो वह अपने मोबाइल में निश्चित रूप से अभी डाउनलोड कर ले। उन्होंने बताया कि मोबाइल में इस ऐप के लोड हो जाने के बाद यदि कोरोना संक्रमित कोई व्यक्ति आपसे थोड़ा दूर भी है। आसपास है तो आपको जानकारी मिल जाएगी इतना ही नहीं यदि आप कई दिन पहले कोरोना संक्रमित व्यक्ति के आसपास पहुंचे हैं। तो भी आपको यह अलर्ट कर देगा ताकि आप कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए उपाय करें उसी स्थान पर मत जाएं उन्होंने पुलिस बल से कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए कहा कि सभी लोग लॉक डाउन का पालन कराने के लिए तत्पर रहें। जो लोग मास्क  लगाते हो सामाजिक दूरी का पालन ना करते हो उनको भी समझाने का पूरा प्रयास करें और लोगों से कहें कि अधिक से अधिक समय ज्यादा से ज्यादा लोग अपने घरों में ही रहे ताकि कोरोनावायरस संक्रमण से बचा जा सके इस मौके पर उप जिलाधिकारी प्रहलाद सिंह सीओ योगेंद्र मलिक कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नंदलाल सिंह सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा।


रंजिश को लेकर चले धारदार हथियार

पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों में चले धारदार हथियार वहीं पत्थर से 2 महिला सहित 6 लोग घायल


सुनील पुरी
बिंदकी फतेहपुर। पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों में पहले कहासुनी हुई फिर बात इतनी बढ़ती चली गई कि दोनों पक्षों से धारदार हथियार व ईंट पत्थर चलने लगे। जिसमें दो महिलाएं सहित 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को मेडिकल परीक्षण के लिए सीएससी भेज दिया।
        जानकारी के अनुसार बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के दौलताबाद गांव में पुरानी रंजिश को लेकर पहले कहासुनी हुई फिर गाली गलौज होना शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ती चली गई कि दोनों पक्ष से धारदार हथियार और ईंट पत्थर चलने लगे जिसमें राबिया पत्नी इसरार किस्मतुन पत्नी इकरार उस्मान पुत्र इसरार सलमान पुत्र उस्मान यूसुफ पुत्र असलम को धारदार हथियार से शेरू गुड्डू छोटू यासीन रज्जन ने मार्कर गंभीर रूप से घायल कर दिया यह जानकारी जब पुलिस को दी गई पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया।


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