शनिवार, 2 मई 2020

कोलन की टीम में 3 संक्रमितो की पुष्टि

बर्लिन। जर्मन लीग (बुन्डेसलीगा) क्लब एफसी कोलन के तीन सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और वे फिलहाल क्वारंटीन में हैं। कोलन की टीम हाल में ग्रुप में ट्रेनिंग पर लौटी थी। कोलन की पूरी टीम और साथ ही उनके कोचिंग स्टाफ की भी इस सप्ताह जांच की गई थी। एफसी कोलन ने अपने वेबसाइट पर एक आधिकारिक बयान में कहा, ” तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं। बाकी सभी लक्षण मुक्त हैं। जो तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं, वे 14 दिनों तक खुद को क्वारंटीन में रखेंगे। ” बयान में आगे कहा गया है, ” एफसी कोलन, उनके निजता का सम्मान करते हुए किसी के नाम की पुष्टि नहीं करेगा। कोलन का ट्रेनिंग कार्यक्रम तय कार्यक्रम के अनुसारी जारी रह सकता है।”


क्लब के प्रबंध निदेशक हॉर्सट हेल्डट ने कहा कि वे स्टाफ के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहे हैं और उन उपायों से खुश हैं जोकि उन्होंने पूरे प्रशिक्षण के दौरान वायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाए हैं। कोरोना वायरस के कारण जर्मन फुटबाल लीग 13 मार्च से ही स्थगित है।


सीआरपीएफ के 122 जवान संक्रमित

नई दिल्ली। केंद्रीय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की पूर्वी दिल्ली में तैनात एक बटालियन के 68 और जवानों का कोरोना वायरस परीक्षण पॉजिटिव आया है। बल के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि सभी जवान पूर्वी दिल्ली में एक बटालियन से जुड़े हैं। इस बटालियन में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब बढ़कर 122 हो गई है।अधिकारी ने बताया की बल में कोरोना मामलों की कुल संख्या 127 हो गई है। एक जवान कोरोना से ठीक हो चुका है जबकि उप निरीक्षक मोहम्मद इकराम हुसैन की कोरोना वायरस से मृत्यु हो गई थी। पचपन वर्षीय हुसैन की कोरोना संक्रमण के कारण मंगलवार को मृत्यु हो गई थी।


अमेरिका में विरोध, सड़क पर उतरे लोग

वाशिंगटन। अमेरिका में अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस यानी एक मई को अतिरिक्त सुरक्षा उपायों और वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण लागू लॉकडाउन के बाद राष्ट्रीय अर्थव्यस्था को फिर से खोलने की मांग को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने दिनभर देशभर में आयोजित प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। नेशनल नर्सेज यूनाइटेड (एनएनयू) की 15000 नर्सों ने देश के 13 राज्यों में आयोजित लगभग 140 रैलियों में हिस्सा लिया और प्रशासन से मास्क और अन्य सुरक्षात्मक उपकरण मुहैया कराने की मांग की। एनएनयू की कार्यकारी निदेशक बोनी कैस्टिलो ने ट्विटर पर लिखा, “जब नर्से सुरक्षित नहीं हैं, तो मरीज भी सुरक्षित नहीं हैं।”


उन्होंने कहा कि नर्सें लोगों का उपचार करने के लिए तैयार है, लेकिन कोरोना वायरस की लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में खुद को बलिदान करने के लिए नहीं। उन्होंने कहा, “इस श्रमिक आंदोलन और कामकाजी लोगों के जश्न मनाने के दिन नर्सों का संघ को उन सुरक्षा की मांग करने के लिए खड़े हुए हैं जिनकी उन्हें अब आवश्यकता है!”


क्वॉरेंटाइनः 18 को घर भेजने की तैयारी

लालकुआं। अंबेडकर नगर स्थित नए बारात घर में क्वॉरेंटाइन किए गए 18 लोगों को घर भेजने की तैयारी हो गयी है। यूपी के लोगों को उत्तराखंड रोडवेज के माध्यम से उनके घर भेजा गया है। उन्हें पिछले 4 अप्रैल से क्वॉरेंटाइन में रखा गया था। क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों में सीतापुर के 5, बरेली के 5, कन्नौज के 5, बदायूं का 1, पिथौरागढ़ का 1 और अल्मोड़ा का 1 व्यक्ति शामिल थे। अन्य चार लोगों को कुछ दिन पहले ही उनके गंतव्य तक भेजा जा चुका है। यूपी के लोगों को यूपी जबकि पिथौरागढ़, अल्मोड़ा के एक-एक व्यक्ति को हल्द्वानी स्टेडियम भेजा गया।


दिल्ली कपासहेड़ा में 41 संक्रमित मिलेंं

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। कापसहेड़ा की ‘ठेके वाली गली’ में एक ही बिल्डिंग में 41 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। दरअसल, दिल्ली के कापसहेड़ा में एक मकान में 18 अप्रैल को एक कोरोना का मामला सामने आया था। घनी आबादी का इलाका देखते हुए प्रशासन ने 19 अप्रैल को इलाके को सील करने के आदेश दे दिए थे। इसके बाद यहां के 95 लोगों के सैंपल 20 अप्रैल को और 80 लोगों के सैंपल 21 अप्रैल को लिए गए और यह सैम्पल नोएडा की NIB लैब में भेजे गए। कुल मिलाकर 175 लोगों के सैंपल में से 67 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आज आई है। इनमें से 41 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।


दिल्ली के सभी जिले 17 तक रेड जोन

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के सभी 11 जिले 17 मई तक रेड जोन में ही रहेंगे। केंद्र सरकार ने एक दिन पहले ही देशव्यापी लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ाए जाने की घोषणा की है। राष्ट्रीय राजधानी के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से कहा, “दिल्ली के सभी 11 जिलों में 10 से अधिक मामले हैं, इसलिए ये सभी रेड जोन के अंतर्गत आते हैं। रेड जोन को लेकर केंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन होगा।”


गौरतलब है कि एक दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी जिलों को कोरोना के असर के आधार पर रेड, ऑरेंज और ग्रीन क्षेत्रों में विभाजित किया है। दिल्ली के सभी 11 जिलों दक्षिण-पूर्व, मध्य, उत्तर, दक्षिण, उत्तर-पूर्व, पश्चिम, शाहदरा, पूर्व, नई दिल्ली, उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम में कन्टेंटमेंट जोन हैं और यहां कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आए हैं।


सभी जिलों में सबसे अधिक मामले दक्षिण-पूर्व दिल्ली से सामने आए हैं। साथ ही इस क्षेत्र में सबसे अधिक कन्टेंटमेंट जोन भी हैं। यहां कुल 1,571 मामले और वर्तमान में 20 एक्टिव कन्टेंटमेंट जोन हैं। वहीं, उत्तर-पश्चिम में सबसे कम तीन कन्टेंटमेंट जोन हैं। मामलों की बात की जाए तो उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम में सबसे कम मामले देखने को मिले हैं। दोनों ही जिलों में संक्रमण से 66 लोग ग्रस्त हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में शनिवार सुबह तक कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित हुए कुल लोगों की संख्या 3 हजार 738 रही। इनमें से 61 की मौत हो गई।


उत्तराखंड में बढी संक्रमितो की संख्या

 उत्तराखंड : ग्रीन जोन जिले में फिर आया कोरोना पॉजिटिव, राज्य में संख्या 59 पहुंची


 रुद्रपुर। केंद्र सरकार की सूची के अनुसार ग्रीन जोन में होने के बावजूद राज्य का ऊधमसिंह नगर जनपद कोरोना के दृष्टिगत अधिक संवेदनशील होता जा रहा है। शनिवार को यहां पुनः एक व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हो गयी है। कोरोना से संक्रमित व्यक्ति एक ट्रक चालक बताया जा रहा है। इसके साथ जनपद में कोरोना संक्रमितों की संख्या आठ और राज्य में कोरोना 59 हो गई है। उल्लेखनीय है कि यह व्यक्ति बीती 28 अप्रैल को कंटेरन में एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति को लेकर आया था। तभी से उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। उसके संपर्क में आने से ही संभवतया उसे कोरोना संक्रमित हुआ है। अब हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज से उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे अब वहीं भर्ती करने की तैयारी की जा रही है। उल्लेखीय है कि इससे पूर्व भी यहां एक चालक में कोरोना की पुष्टि हुई थी। उसके बाद दिल्ली से पैदल आते अल्मोड़ा निवासी दो युवकों में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। इस प्रकार इसी सप्ताह यहां चार कोरोना रोगी बढ़ चुके हैं।


वेनेजुएला की जेल में झड़प, 46 की मौत

कैरेकस। वेनेजुएला की जेल में कैदियों के बीच हुई हिंसक झड़प में कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। देश की राजधानी काराकस से 500 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण-पूर्व गुआनेरे में लॉस ललान्स जेल में शुक्रवार को भागने के प्रयास के दौरान हिंसक झड़प शुरू हुई।


 एफे न्यूज ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि कुछ घायलों की हालत बेहद गंभीर है और ऐसे में मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। जेल के डायरेक्टर कार्लोस टोरो भी इस हिंसा में घायल हुए हैं। संघर्ष के दौरान उनकी पीठ और सिर पर चाकू से हमला किया गया। जेल में दंगा करने के दौरान कैदियों ने ग्रेनेड फेंकने के अलावा गोलियां चलाईं और तेजधार हथियारों का भी प्रयोग किया।


एफे न्यूज ने पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के हवाले से कहा कि हिंसक झड़प की घटना के आठ घंटे बाद मामले की जांच जारी है। हालांकि ,उन्होंने इसके अलावा कोई अन्य जानकारी नहीं दी। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब कोविड-19 महामारी की रोकथाम के मद्देनजर वेनेजुएला में लोगों को क्वारंटाइन कर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए कहा जा रहा है। दक्षिण अमेरिकी देश में कोविड-19 संक्रमण के चलते अब तक 300 से अधिक मामले देखने को मिले हैं और यहां से 10 लोगों के मौत की खबर है।


इटलीः 1,00578 लोग आईसीयू में भर्ती

रोम। इटली में कोरोना वायरस महामारी के चलते संक्रमित हुए लोगों का आंकड़ा दो लाख के पार पहुंच गया। सिविल प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट द्वारा शुक्रवार को जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 संक्रमण के कुल 2 लाख 7 हजार 428 मामले देखे गए, जिनमें से 28 हजार 236 लोगों की मौत हो गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले 24 घंटों में 269 नए मामले सामने आए हैं और गुरुवार के मुकाबले उपचार के बाद पूर्ण रूप से कुल 2,304 नए लोग स्वस्थ हुए। वहीं, देश में कोरोना से संक्रमित हुए कुल मामलों में से अब तक 78 हजार 249 उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं।


सिविल प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट के बुलेटिन के अनुसार, सक्रिय संक्रमणों की संख्या 608 मामलों से घटकर कुल एक लाख 943 हो गई है। वर्तमान में कुल संक्रिय संक्रमणों में से 1 हजार 578 लोग इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती हैं। इसमें एक दिन पहले गुरुवार की तुलना में 116 मरीजों की कमी आई है। वहीं, कुल 17, 569 लोग गुरुवार को अस्पताल में भर्ती थे। इस आंकड़े में भी 24 घंटों की तुलना में 580 की कमी देखी गई।


इमरजेंसी के तथाकथित दूसरे चरण में विनिर्माण, निर्माण और थोक क्षेत्रों में 4 मई से उत्पादक गतिविधियां फिर से शुरू की जा सकेंगी। सरकार की योजना है कि लॉकडाउन में धीरे-धीरे फिर से छूट दी जाए। 18 मई से रिटेलर्स, म्यूजियम, गैलरी और लाइब्रेरियों को खोला जा सकेगा। इसके बाद फिर 1 जून से बार, रेस्तरां, हेयरड्रेसर और ब्यूटी सैलूनों में काम की इजाजत दी जाएगी।


परिवहन के लिए केंद्र से पैकेज की मांग

उत्तराखंड। देश में लॉकडाउन के चलते संकट के दौर से गुजर रहे उत्तराखंड के परिवहन सेक्टर का उबारने के लिए राज्य ने केंद्र से पैकेज की मांग की है। तर्क दिया गया है कि चारधाम की यात्रा करने हर साल यहां लाखों की संख्या में तीर्थयात्री आते थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते इस बार सब बंद है। उत्तराखंड परिवहन महासंघ उपाध्यक्ष विजयवर्धन डंडरियाल के अनुसार उत्तराखंड में ढाई से -3 लाख वाहन हैं, लॉक डाउन के कारण करीब 10 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। परिवहन वाहनों को ठीक करने से जुड़े कामगारों को भी जोड़ दें तो 20-25 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं।


अमेरिका में 24 घंटे में 1883 की मौत

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया पर छाया हुआ है। अमेरिका जैसे महाशाक्तिशाली देश भी इस महामारी के आगे बेबस दिखाई दे रहा है। कोरोना के काऱण देश में स्थिति और गंभीर होती जा रही है। अमेरिका में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रह हैं। मौतों का सिलसिला पिछले कई दिनों से थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 1883 लोगों की मौत हुई है। वहीं देश में अब तक कोरोना वायरस से 60 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और  संक्रमितों की संख्या 11 लाख को पार कर चुकी है।


मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 1,883 लोगों की जान गई है। इस तरह देश में मरने वालों की संख्या 64,804 पहुंच गई है। वहीं, अब तक अमेरिका में 1,103,117 लोग कोविड-19 से पीड़ित हैं। कोरोना दुनिया के 212 देशों में कहर बरपा रहा है। अमेरिका, फ्रांस, इटली, स्पेन, ब्रिटेन, जापान, भारत समेत कई देशों को इससे बचाव के लिए लॉकडाउन का फैसला लेना पड़ा। इससे अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई है।


व्हाट्सएप पर पीडीएफ डालना गैरकानूनी

नई दिल्ली। लॉकडाउन के समय में अखबार एक ओर वितरण से जुड़ी कई चुनौतियों से जूझ रहे हैं, दूसरी ओर उनके ई-पेपर की कॉपी और डिजिटल पाइरेसी की घटनाएं भी बढ़ी हैं। इससे समाचार पत्रों को रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है। इसे देखते हुए इंडियन न्यूजपेपर सोसाइटी (आईएनएस) ने आगाह किया है कि अखबारों के ई-पेपर से पेज डाउनलोड कर उनकी पीडीएफ फाइल वॉट्सऐप या टेलीग्राम ग्रुप में प्रसारित करना गैर-कानूनी है।


ई-पेपर या उसके अंश कॉपी करके सोशल मीडिया पर अवैध रूप से प्रसारित करने वाले व्यक्ति के खिलाफ अखबार कड़ी कानूनी और भारी जुर्माने की कार्रवाई कर सकते हैं। किसी ग्रुप में इस तरह से अखबार की ई-कॉपी अवैध रूप से सर्कुलेट करने के लिए उस वॉट्सऐप या टेलीग्राम ग्रुप के एडमिन जिम्मेदार माने जाएंगे।आईएनएस की सलाह पर समाचार पत्र समूह ऐसी तकनीक का भी प्रयोग करेंगे, जिससे कि अखबार की पीडीएफ फाइल डाउनलोड कर उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित करने वाले व्यक्ति का पता चल सकेगा। हर सप्ताह एक निर्धारित संख्या से ज्यादा पीडीएफ डाउनलोड करने वाले यूजर्स को ब्लॉक भी किया जा सकता है।


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राहुल ने मंदिर पहुंचकर 'हनुमान' के दर्शन किए  संदीप मिश्र  लखनऊ। रायबरेली के दौरे पर पहुंचे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने...