बुधवार, 29 अप्रैल 2020

हरियाणा में मरीजों की संख्या- 310

हरियाणा में 310 हुए कुल संक्रमित / झज्जर में फिर दिल्ली से सब्जी लाने वाला मिला संक्रमित, फरीदाबाद में बुजुर्ग की मौत, प्राइवेट लैब में टेस्ट आया था पॉजिटिव
फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग ने बजुर्ग के दोबारा भेजे जांच के लिए सैंपल
बुधवार को प्रदेश में झज्जर जिले में 1 नया मरीज आया सामने
 फरीदाबाद। हरियाणा में कोरोना मरीजों की संख्या 310 पहुंच गई है। बुधवार को झज्जर जिले में 1 नया मरीज सामने आया है। वह भी दिल्ली अजादपुर मंडी से सब्जी लेकर आता था। इसके बाद अब झज्जर जिले में कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 7 हो गया है। वहीं फरीदाबाद में एक 67 वर्षीय व्यक्ति की प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई। उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। हालांकि टेस्ट प्राइवेट लैब से करवाया गया था। अब स्वास्थ्य विभाग ने उसके सैंपल दोबारा जांच के लिए भेजे हैं। इसके बाद ही पुष्टि हो पाएगी की वह कोरोना पॉजिटिव था या नहीं।
दिल्ली की ट्रेवल हिस्ट्री बढ़ा रही है झज्जर जिले की टेंशन
झज्जर जिले के लिए दिल्ली ने टेंशन बढ़ा दी है। ग्रीन जोन में रखे गए झज्जर जिले में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। यहां अब 7 मरीज हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक एक और कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। वह भी दिल्ली अजादपुर सब्जी में जाता था। स्वास्थ्य विभाग ने उसके उन दो साथियों के भी सैंपल जांच के लिए भेजे हैं जोकि कोरोना पॉजिटिव युवक के साथ एक ही कमरे में रहते थे। सिविल सर्जन आरएस पूनिया ने बताया कि 341 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। इनमें से अभी 124 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकि है। सब्जी मंडी में एक और कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पूरा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर आ गया है। बुधवार को सब्जी मंडी के बाहर व आस-पास के क्षेत्रों में लगे पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की भी जांच की गई।
67 वर्षीय व्यक्ति की बीती रात मौत
फरीदाबाद में एक बुजुर्ग की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। 67 वर्षीय इस व्यक्ति की बीती रात करीब 10:30 बजे मृत्यु हुई है। एक निजी अस्पताल में भर्ती रहे इस व्यक्ति का इलाज चल रहा था। उसी निजी अस्पताल ने अपने स्तर पर ही मृतक व्यक्ति का कोरोना टेस्ट एक प्राइवेट लैब से करवाया था, जिसमें उसे पॉजीटिव बताया गया था। हालांकि कहा जा रहा है कि इस व्यक्ति को शुगर, हाईपरटेंशन व सांस की गंभीर बीमारी थी। मगर प्राइवेट लैब की जांच में इस व्यक्ति को कोरोना होने की पुष्टि हुई थी। सिविल सर्जन डॉक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि एक मरीज की उम्र करीब 68 वर्ष थी, जो एक निजी अस्पताल में 27 अप्रैल को भर्ती हुआ था। बीती रात करीब 10:30 बजे निधन हो गया। प्राइवेट लैब से जांच के मामले पहले भी संदेहास्पद रहे हैं, अतः इसकी सरकारी लैब से कोरोना जांच करवाने के लिए दोबारा सैंपल भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट पेंडिंग है।
हरियाणा में 310 पहुंचा आंकड़ा, अब भी नूंह पहले नंबर पर
राज्य में सबसे ज्यादा 57 मरीज नूंह के हैं। गुड़गांव में 51, फरीदाबाद में 46, पलवल में 34, पंचकूला में 19, सोनीपत में 24, अम्बाला में 14, पानीपत में 13, झज्जर में 7, करनाल में 6, रोहतक, हिसार और सिरसा में 4-4, यमुनानगर और भिवानी में 3-3, कैथल, जींद, कुरुक्षेत्र में 2-2 और चरखी दादरी, झज्जर और फतेहाबाद में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिला। इसके अलावा, मेदांता अस्पताल गुड़गांव में 14 इटली के नागरिकों को भी भर्ती करवाया गया था, जिन्हें हरियाणा ने अपनी सूची में जोड़ा गया है। उनके समेत कुल संक्रमित का आंकड़ा 310 है।
अब तक 224 मरीज हुए ठीक प्रदेश में अब कुल 224 मरीज ठीक हो गए हैं। नूंह में 46, फरीदाबाद में 40, गुरुग्राम में 36, पलवल 32, पंचकूला में 13, अम्बाला में 10, करनाल और पानीपत में 5-5, सिरसा और सोनीपत में 4-4, यमुनानगर में 3, हिसार, कैथल, कुरुक्षेत्र और भिवानी में 2-2, चरखी दादरी, फतेहाबाद 1-1 मरीज ठीक होने पर घर भेजा गया। 14 मरीज इटली के भी ठीक हुए हैं, उनके समेत कुल आंकड़ा 224 हो जाता है।
हरियाणा में अभी तक 133 जमाती मिले संक्रमित
प्रदेश में अब तक 133 जमाती संक्रमित मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा नूंह जिले से हैं। यहां कुल 42 जमाती संक्रमित पाए गए। इसके अलावा, पलवल 31, फरीदाबाद 23, गुरुग्राम 15, अम्बाला 5, पंचकूला 7, यमुनागर 3, भिवानी 2, कैथल, जींद, चरखी दादरी, फतेहाबाद और सोनीपत में एक-एक मरीज संक्रमित मिला। यह सभी मरकज से लौटे थे। जिन्हें अलग-अलग मस्जिदों और गांवों से पकड़ा गया था।


बची, शेष परीक्षाएं नहीं होगीः सीबीएसई

नई दिल्ली। देश में जानलेवा कोरोना वायरस संकट और लागू लॉकडाउन के बीच सीबीएसई बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। सीबीएसई की दसवीं बोर्ड की बची हुईं परीक्षाएं अब नहीं होंगी। केवल दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में तनाव के चलते रद्द हुई परीक्षाओं को ही दोबारा कराया जाएगा। सीबीएसई सचिव ने कहा की हालात सामान्य होते ही कॉपियों के जांचने का काम शुरू होगा उन्होंने कहा हे की 12वीं कक्षा के बचे हुए 12 विषयों में केवल महत्वपूर्ण परीक्षाएं ही ली जाएंगी। सीबीएसई के मुताबिक, कॉपियां जांचने और रिजल्ट के आने में अभी कम से कम ढाई महीने लगेंगे। सबकुछ लॉकडाउन की स्थिति पर निर्भर करेगा।
बच्चों में आ रहे तनाव को लेकर सीबीएसई सचिव ने कहा है, ‘’अध्यापक और बच्चे दोनों के लिए ऑनलाइन शिक्षा नई व्यवस्था है। ऐसे तनाव तो आएगा ही. लेकिन सीबीएसई अध्यापकों को ऑनलाइन शिक्षा के दौरान रचनात्मकता को बढ़ाने की सलाह दे रहा है। ताकि बच्चे तनावग्रस्त न हो। पैरेंट्स भी घर पर इसे दूर करने में मदद करें। ’ज्ञात रहे कल ही केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों को जांचने के निर्देश दिए हैं। राज्यों के शिक्षा मंत्रियों को कहा गया है कि राज्य के बोर्ड जल्द से जल्द कॉपियों का मूल्यांकन शुरू करें। साथ ही सभी राज्य सीबीएसई को भी कॉपियों के मूल्यांकन के लिए व्यवस्था मुहैया कराएं। ताकि जल्द से जल्द परीक्षा के परिणाम घोषित किये जा सके।


सब्जी मंडी के 11 व्यापारी हुए संक्रमित

 दिल्ली के सब्जी मंडी से जुड़े 11 व्यापारी हुए कोरोना संक्रमित


कविता गर्ग


राजधानी दिल्ली में स्थित आजादपुर मंडी से जुड़े 11 कारोबारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद एशिया की इस सबसे बड़ी मंडी पर वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। उत्तर दिल्ली जिलाधिकारी दीपक शिंदे ने बुधवार को बताया कि आजादपुर मंडी से जुड़े 11 व्यापारियों की कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इन लोगों के संपर्क में जो लोग आए हैं उनका पता लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। शिंदे ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों का मंडी से सीधा संबंध नहीं है और एहतियात के तौर पर इनके संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा रही है। पिछले दिनों भी मंडी से जुड़े एक व्यापारी के कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट थी।


​दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि आजादपुर मंडी को सही तरीके से संक्रमणमुक्त किया जा रहा है। आस-पास की सभी दुकानें जहां COVID-19 पॉजिटिव मामले सामने आए थे, सील कर दी गई हैं। सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। सत्येंद्र जैन ने कहा कि जो लोग स्पर्शोन्मुख हैं या उनमें COVID-19 के हल्के लक्षण हैं, उन्हें 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा और नए प्रोटोकॉल के अनुसार, उनके घरों में इलाज किया जाएगा। ऐसे रोगियों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं है। केंद्र ने कहा है कि प्लाज्मा थेरेपी बहुत तकनीकी है और वर्तमान में प्रायोगिक स्तर पर है। जिनके पास इसकी अनुमति नहीं है, उन्हें इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। दिल्ली के पास केंद्र सरकार की अनुमति है। जिनके पास इसकी अनुमति है, केवल उन्हें ही इससे इलाज को करना चाहिए।
संपर्क में आने वालों की तलाश जारी


मंडी सूत्रों ने बताया कि व्यापारियों के संक्रमण का मामला सामने आने पर कई दुकानों को सील किए जाने की कार्रवाई की जा रही है तथा व्यापारियों के संपर्क में आने वालों का पता लगाकर क्वारंटाइन करने का काम भी शुरू किया गया है। आजादपुर एशिया की सबसे बड़ी फल और सब्जी मंडी है। मंडी में हजारों कारोबारी रोजाना खरीद-फरोख्त के लिए आते हैं। यहां से कुछ दिन पहले लॉकडाउन उल्लंघन की रिपोर्ट भी आई थीं। दिल्ली कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में तीसरे नंबर पर है। राजधानी में वायरस के अबतक कुल 3337 मामले सामने आ चुके हैं और 54 लोगों की मृत्यु हुई है।


सीआरपीएफ एसआई की मौत, बटालियन सील

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी का असर देश में लगातार बढ़ता जा रहा है, आम आदमी से लेकर खास तक हर कोई इस वायरस की चपेट में आ रहा है। मंगलवार को कोरोना से जुड़ी एक चिंता वाली खबर सामने आई जब अर्धसैनिक बलों में इस महामारी की वजह से पहली मौत दर्ज की गई, सीआरपीएफ की 31 बटालियन में तैनात सब- इंस्पेक्टर इकराम हुसैन का निधन हो गया। जिसके बाद दिल्ली में सीआरपीएफ की एक बटालियन को सील कर दिया गया है। सीआरपीएफ में लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ते गए हैं। अभी तक सीआरपीएफ के 46 सदस्य कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए जा चुके हैं, जबकि 257 के टेस्ट का नतीजा आना बाकी है। करीब बटालियन के करीब 1100 सदस्यों को क्वारनटीन किया गया है और पूरी बटालियन सील है।


सूत्रों की मानें तो सीआरपीएफ में बड़ी संख्या में कोरोना वायरस के मामले आने के बाद गृह मंत्रालय ने नाखुशी व्यक्त की है। गृह मंत्रालय की ओर से सीआरपीएफ के डीजी से इस मामले में रिपोर्ट मांगी गई है और पूछा गया है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में क्या चूक हुई है। अप्रैल में पहले सीआरपीएफ में 5 दिनों के क्वारनटीन के लिए एडवाइजरी जारी की गई थी, जबकि गृह मंत्रालय ने इसकी अवधि 14 दिन तय की थी। हालांकि, बाद में CRPF ने भी बदलाव करते हुए क्वारनटीन की अवधि को 14 दिन किया। सूत्रों की मानें तो इस पूरे मामले में 30 अप्रैल तक रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।


इसके अलावा CRPF के द्वारा एक आदेश भी जारी किया गया, जिसमें छुट्टी पर गए हुए पैरामैडिकल स्टाफ को पास के CRPF अस्पताल में रिपोर्ट करने को कहा गया। इस दौरान किसी भी तरह लॉकडाउन का उल्लंघन ना करने की बात कही गई. इसी दौरान जुड़ने वाले सदस्यों को 5 दिन का क्वारनटीन का ऑर्डर था। सीआरपीएफ में कोरोना वायरस की वजह से जिन इकराम हुसैन की मौत हुई है, वह कुपवाड़ा में तैनात थे। लेकिन छुट्टी पर अपने घर नोएडा आए हुए थे और ऑर्डर मिलने के बाद मयूरविहार के अस्पताल में उन्होंने रिपोर्ट किया। लेकिन यहां पर ही एक असिस्टेंट के संपर्क में आने से उनको कोरोना वायरस हो गया। क्वारनटीन के दौरान इकराम में कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे थे।


इकराम हुसैन 16 से 18 अप्रैल के बीच कोरोना वायरस पीड़ित के संपर्क में आए, लेकिन 24 तारीख को इसके बारे में जानकारी हुई। जिसके बाद से ही सीआरपीएफ में कोरोना वायरस के मामले सामने लगे। सीआरपीएफ के जवान के मुताबिक, कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले व्यक्ति का इलाज सरकार करवा रही है। लेकिन जो टेस्ट करवाने पड़ रहे हैं उनकी फीस खुद जवान ही दे रहे हैं, हालांकि बाद में इस राशि को रिइंबर्स किया जा रहा है। लगातार मामले बढ़ते देख सीआरपीएफ में ही एक कोविड मैनेजमेंट यूनिट बना दी गई है।


उद्योगपति बीआर शेट्टी हुए बर्बाद

दुबई। संयुक्त राज्य अमीरात के सेंट्रल बैंक (CBUAE) ने देश में वित्तीय संस्थानों को भारतीय अरबपति बीआर शेट्टी और उनके परिवार के सभी बैंक खातों की खोज करने और उन्हें फ्रीज करने के निर्देश दिए हैं और अपने पूरे वरिष्ठ प्रबंधन के साथ उनसे जुड़ी कई फर्मों को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया है।


गल्फ न्यूज के अनुसार, CBUAE ने सभी वित्तीय संस्थानों को निर्देश दिया कि वे शेट्टी के खातों से स्थानान्तरण को रोकें और जमा बॉक्स तक पहुंच से वंचित करें। पिछले हफ्ते एक एडवाइजरी जारी करते हुए, शीर्ष बैंक ने फेडरल अटॉर्नी जनरल के फैसलों का हवाला दिया और वित्तीय संस्थानों को शेट्टी या उनके परिवार के सदस्यों के नाम से किसी भी बैंक खाते, जमा या निवेश को खोजने और फ्रीज करने के लिए कहा।


शेट्टी एनएमसी हेल्थ के संस्थापक हैं और वर्तमान में भारत में आरोपों का सामना कर रहे हैं। कुल मिलाकर, यूएई बैंकों के पास शेट्टी की NMC से अधिक 8bn का एक संयुक्त प्रदर्शन है जो ओमान स्थित बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए भी पैसा देता है। एनएमसी हेल्थकेयर और एनएमसी होल्डिंग के लिए इसी तरह की एक सलाह जारी की गई है, जो कि प्लेनरी फंड प्रॉसिक्यूशन के प्रमुख के फैसले पर आधारित है। सेंट्रल बैंक ने शेट्टी से जुड़ी कई कंपनियों को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया है। इन फर्मों के प्रमुख कर्मचारियों को समान रूप से ब्लैकलिस्ट किया गया है।


एक रिपोर्ट छपी और फूटी किस्मत


शेट्टी के बिजनस को तब करारा झटका लगा, जब पिछले साल दिसंबर में मड्डी वाटर रिसर्च के फाउंडर तथा शॉर्ट सेलर कारसन ब्लॉक ने अपनी एक रिपोर्ट में एनएमसी हेल्थ पर संपत्ति का फर्जी आंकड़ा देने तथा कंपनी की संपत्तियों की चोरी का आरोप लगाया। इसके महज तीन महीने के बाद ही एनएमसी के शेयरों को लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार करने से रोक दिया गया और दो सप्ताह पहले इसने घोषणा की कि उसपर लगभग 5 अरब डॉलर (लगभग 40 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज है।


केंद्रीय बैंक ने शुरू की जांच


यूएई एक्सचेंज ने इस सप्ताह अपनी शाखाओं तथा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए नया लेनदेन बंद कर दिया, क्योंकि यूएई के केंद्रीय बैंक ने घोषणा की थी कि उसने यूएई एक्सचेंज के खिलाफ जांच शुरू की है और इसके ऑपरेशंस मैनेजमेंट की जांच करेगा।


शेट्टी का बुर्ज खलीफा में है दो फ्लोर


यूएई में शेट्टी की निजी संपत्तियों में दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा में दो फ्लोर और पॉम जुमेरिया में एक विला है। पिछले साल सितंबर में उन्होंने अरेबियन बिजनस से बातचीत में कहा, ‘चुनौतियां हर वक्त होती हैं, लेकिन जब आप उनके सामने नहीं झुकते हैं और सही तरीके से काम करते हैं तो वह आपके रास्ता से हट जाता है। हम नंबर वन हैं। आपको बता दे इससे पहले बीआर शेट्टी का आरएसएस से भी लिंक सामने आया था वहीं दुबई में मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी।


आग से जलकर सात घर हुए खाक

शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के एक गांव में बुधवार को भीषण आग लगने से लकड़ी के कम से कम सात घर और लाखों रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गई। आग कथित तौर पर तब भड़की,जब रोहड़ू क्षेत्र के चिरगांव के शिशत्वाड़ी गांव में रहने वाले लोग अपने घरों में सो रहे थे। घटना में एक व्यक्ति लापता है, जबकि दो घायल हुए हैं।बचाव दल राज्य की राजधानी से 140 किलोमीटर दूर घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को बाहर निकाला। आग के कारणों का अभी पता नहीं चला है। क्षेत्र में चार दिनों में आग लगने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले, 26 अप्रैल को दुगयाना गांव में आग लगने से कम से कम 12 घर जल गए थे और एक बुजुर्ग महिला जिंदा जल गई थीं। 27 अप्रैल को चिरगांव के बाजार में आग लगने की घटना सामने आई थी।


 


सरकार ने राहुल का बयान खारिज किया

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस नेता ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था कि बैंकों ने 50 बड़े विलफुल डिफॉल्टर्स का 68,607 करोड़ रुपये का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा, “कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को चाहिए कि वह पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से ट्यूशन लें।”उन्होंने कहा, “राहुल गांधी द्वारा जिस तरह से कहा गया कि विलफुल डिफॉल्टर्स के खाते से कुछ लोगों को निकाल दिया गया है, ये सही नहीं है। ये गलत बात है ..किसी का भी कर्ज माफ नहीं हुआ है, राहुल गांधी ये समझ लें कि ‘राइटिंग ऑफ’ और ‘वेव ऑफ’ दोनों में काफी अंतर होता है।”


गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि देश के बैंकों ने 50 बड़े विलफुल डिफॉल्टर्स का 68,607 करोड़ रुपये का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया है।


केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी के आरोप को खारिज करते हुए कहा, “ये सही नहीं है कि मोदी सरकार ने 65 हजार करोड़ रुपये माफ कर दिए हैं। सराकर ने एक भी पैसा माफ नहीं किया है। कर्ज को बट्टे खाते में डालना जमाकर्ताओं को बैंक की सही तस्वीरें दिखाने की प्रक्रिया है। यह बैंकों को वसूली करने से नहीं रोकता है।”उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सभी लोगों के खिलाफ शिकंजा कसा है। नीरव मोदी की संपत्ति जब्त और नीलाम की गई है। अब विजय माल्या के पास कोई विकल्प नहीं बचा है। हाईकोर्ट ने उनकी अपील को खारिज कर दिया है।


 


सिविल लाइन में लटका मिला सिपाही

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की नई रिजर्व पुलिस लाइन में बुधवार सुबह के वक्त एक हवलदार का शव लटका मिलने से हड़कंप मच गया। हवलदार का नाम भूप सिंह है। हवलदार का शव पुलिस बैरक स्थित शौचालय में लटका मिला है। घटना की जांच के लिए मुखर्जी नगर थाना पुलिस मौके पर है।


दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, “बुधवार को नई पुलिस लाइन में सब कुछ सामान्य था। पूर्वान्ह में पुलिस लाइन में मौजूद किसी ने हवलदार का शव लटका देखा तो इसकी खबर उच्चाधिकारियों को दी गयी। सूचना मिलते ही मुखर्जी नगर थाना पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंच गयी। मौका मुआयना और पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया। दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त प्रवक्ता के मुताबिक, “घटना की जानकारी ली जा रही है। यह मामला मुखर्जी नगर थाना इलाके में घटी है।”


जानकारी के मुताबिक, “हवलदार भूप सिंह का शव पहली मंजिल पर स्थित बैरक नंबर-8 के शौचालय में रस्सी के सहारे लटका हुआ था। प्रथम ²ष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। मगर अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। मौत की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आ पायेगी।” दिल्ली पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक, “हवलदार भूप सिंह दिल्ली पुलिस मुख्यालय स्थित डीसीपी सूचना एवं तकनीक (आईटी) में तैनात थे। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर मुखर्जी नगर थाना पुलिस के साथ साथ दिल्ली पुलिस चतुर्थ वाहनी के रिजर्व इंस्पेक्टर, एसीपी वीरेंद्र धामा और एसीपी बी एस मान भी मौके पर पहुंच गये।”दिल्ली पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार, हवलदार भूप सिंह अलवर राजस्थान के गांव अरमरोध पोस्ट खानपुर अहीर के रहने वाले थे।


 


केंद्रीय कर्मचारियों के लिए अनिवार्य ऐप

नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने कोरोना महामारी से निपटने के उपायों के तहत अपने सभी कर्मचारियों को अपने फोन में आरोग्य सेतु ऐप तत्काल डाउनलोड करने का निर्देश दिया है। सरकार का कहना है कि यह कदम सभी कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।


केन्द्रीय कार्मिक, शिकायत और पेंशन मामलों के मंत्रालय ने आज एक आदेश जारी कर कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण की श्रंखला को तोड़ने के लिए उसके कार्यालयों में काम करने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों जिनमें अनुबंधित कर्मचारी भी शामिल हैं को आरोग्य सेतु ऐप तत्काल अपने फोन में डाउनलोड करनी होगी।


 


एक साथ हुआ 5 बच्चों का जन्म

बाराबंकी। कोरोना संकट से जहां एक ओर पूरा देश परेशान है। वहीं उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक साथ पांच बच्चों का समान्य प्रसव कराया गया है। प्रसूता की हालत स्वस्थ बताई जा रही है। वहीं, एक बच्चें को श्वास लेने में कुछ दिक्कत है। इस कारण महिला समेत सभी बच्चों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। महिला का पांच वर्ष में यह दूसरा प्रसव है। इसमें पांच बच्चों में दो लड़के और तीन लड़की शामिल हैं। एक बच्चे की हालत कुछ गड़बड़ है शेष बच्चे स्वस्थ हैं। डाक्टर के अनुसार बच्चों ने समय से पूर्व ही जन्म लिया है, इसलिए इनका आवश्यक उपचार किया जा रहा है।


बाराबंकी जिले के विकासखण्ड सूरतगंज इलाके के गांव कुतलूपुर गाँव के निवासी कुन्दन गौतम की पत्नी अनीता गौतम ने आज स्थानीय सीएचसी पर पांच बच्चों को जन्म दिया। बच्चों के समय से पहले पैदा होने के कारण उनके आवश्यक उपचार के लिए उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। बच्चों के पिता कुन्दन गौतम ने बताया, “आज मेरी पत्नी ने पांच बच्चों को जन्म दिया है जिसमें तीन लड़कियां और दो लड़के शामिल है। उनके घर में ऐसी पहली खुशी आने से वह काफी खुश है। डाक्टरों ने सभी बच्चों को और उनकी पत्नी को स्वस्थ होना बताया है जो उनके लिए बड़ी राहत की बात है।”


जिला अस्पताल पर तैनात डाक्टर इंद्र मोहन तिवारी ने बताया कि यह पांच बच्चे सूरतगंज सीएचसी पर हुए हैं। बच्चे सात माह में पैदा हुए हैं। फिलहाल अभी एक बच्चे की हालत ठीक नहीं है। सभी का उपचार हो रहा है। यह नार्मल डिलीवरी है और 34 से 35 सप्ताह के बच्चे हैं।


 


तीन कारणों से कंट्रोल किया कोरोना

बीजिंग। कोरोनावायरस कई प्रकार के विषाणुओं (वायरस) का एक समूह है जो स्तनधारियों और पक्षियों में रोग उत्पन्न करता है। यह आरएनए वायरस होते हैं। इनके कारण मानवों में श्वास तंत्र संक्रमण पैदा हो सकता है जिसकी गहनता हल्की (जैसे सर्दी-जुकाम) से लेकर अति गम्भीर (जैसे, मृत्यु) तक हो सकती है।
चीन में कोरोनावायरस तेजी से कम हो गया और चीन ने कुछ ऐसे कदम उठाएं जिसके कारण कोरोनावायरस अब चीन में पूरी तरह से खत्म हो चुका है और आज मैं आपको ऐसे तीन कारण बताने वाला हूं जिसके कारण चीन इस परिस्थिति में आ पाया है ।
जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि कोरोनावायरस भारत में भी तेजी से फैल रहा है और इसे अगर जल्द नहीं रोका गया तो यह और भी ज्यादा घातक बन सकता है । चलिए अब जानते हैं कि चीन ने कोरोनावायरस को कैसे रोका ।
1) चीन में थोड़ी सख्ती बरती गई और यही कारण है कि वहां पर कोरोनावायरस को तेजी से खत्म किया गया । चीन ने दूसरे देशों से व्यापार करना बंद कर दिया और सभी विमान भी बंद कर दिए जिसके कारण लोगों का आना जाना रुक गया । चीन ने पूरे देश में लोग दाम घोषित कर दिया जिसके कारण कोरोनावायरस तेजी से घटा और यही काम अब भारत भी कर रहा है ।
2) चीन ने हर जगह पर टेस्ट सेंटर खोल दिए जिसके कारण यह पता किया गया कि किन लोगों को कोरोनावायरस है और किन लोगों को नहीं और जिन लोगों को कोरोनावायरस था उन्हें तुरंत इलाज के लिए भेज दिया गया और आइसोलेट कर दिया गया ।
3) चीन में मरीजों से ज्यादा वॉलिंटियर उपयुक्त कराए गए जिसके कारण जब जिसे जरूरत पड़ी उसे तुरंत इलाज के लिए ले गया गया और यही वजह थी कि चीन कोरोनावायरस को तेजी से खत्म करने में सफल हो पाया ।


महाराष्ट्रः खतरे में सीएम की कुर्सी

महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक कैंसिल अजित पवार की अगुवाई में होनी थी बैठक
मुंबई । महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक कैंसिल हो गई है। डिप्टी सीएम अजित पवार की अगुवाई में आज होने वाली कैबिनेट की बैठक को आज अचानक निरस्त कर दिया गया है। इस कैबिनेट बैठक में चुनाव आयोग से विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव कराने की मांग की जानी थी, ताकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के 6 महीने पूरे होने से पहले यानी 27 मई से पहले चुनाव कराया जा सके। उद्धव ठाकरे को राज्यपाल कोटे से एमएलसी बनाने के लिए कैबिनेट लगातार गुहार लगा रहा है, लेकिन राज्यपाल की ओर से अबतक कोई सटीक जवाब नहीं आया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने के प्रस्ताव को लेकर महा विकास अघाड़ी का प्रतिनिधिमंडल कल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिला।


राज्यपाल ने नहीं भरी हामी


लेकिन सूत्रों की माने तो राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव को एमएलसी बनाने के लिए कोई हामी नहीं भरी है। उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और अभी वह विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। संविधान के तहत उन्हें 6 महीने के अंदर यानी 27 मई 2020 तक किसी सदन का सदस्य बनना जरूरी है।


6 महीने में किसी सदन का सदस्य बनना जरूरी


उद्धव ठाकरे बिना चुनाव लड़े ही सीधे सीएम बने हैं, ऐसे में उन पर यह नियम लागू होता है। उद्धव की कुर्सी बचाने के लिए आज कैबिनेट बैठक में चुनाव आयोग से विधानपरिषद चुनाव कराने की अपील की जानी थी। इसके लिए 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने के तुरंत बाद चुनाव आयोग को विधान परिषद की खाली पड़ी सीटों के लिए चुनाव का ऐलान करना होगा।


27 मई से पहले कराना होगा पूरा चुनाव


चुनाव आयोग को 27 मई से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कर परिणाम घोषित करना होगा, ताकि मुख्यमंत्री निर्वाचित सदस्य के रूप में सदन के सदस्य बन सकें, लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए ऐसा संभव होता नहीं दिख रहा। कुर्सी बचाने की उद्धव की राह इतनी आसान नहीं हैं।


शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...