रविवार, 26 अप्रैल 2020

सरकार के दावो को नोच रहे हैं कुत्ते

रिपोर्ट-संजय सिंह राणा


चित्रकूट। अन्ना प्रथा रोकने के लिए व गोवंशों की हिफाजत के योगी सरकार द्वारा बड़े बड़े दावे किए जाते हैं व सरकार द्वारा गोवंशों की देखभाल के लिए तमाम नियम-कानून बनाए गए हैं सरकार ने अपने बजट में गोवंश कल्याण के लिए विभिन्न मदों में करोड़ों रुपये की व्यवस्था की थी जिसके कारण उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां गोवंश कल्याण के लिए सबसे अधिक बजट का प्रावधान है। इसके अलावा जिले में जिलाधिकारी, ग्राम प्रधान व विभागीय अधिकारियों को सीधे जिम्मेदारी भी तय की गई है व गोवंशों की देखरेख के लिए गौशालाएं बनाई गई है मगर ये गौशालाएं ही गोवंशों के लिए कब्रगाह बन गई हैं l लापरवाही और चारे पानी के अभाव में गोवंशों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है l सिलसिलेवार गोवंशों की मौतों ने जिला प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल कर रख दी है lऐसा ही एक मामला सामने आया है मानिकपुर विकास खण्ड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बसिला में बनी गौशाला का l


एक जगह पर दो गौशालाओं की धनराशि खर्च होने के बावजूद इस गौशाला में गौवंशों की सुविधाएं देखते ही बनती हैं जहाँ पर गौवंशों के लिए चारे की व्यवस्था नहीं हो पाने के चलते गौवंश भूख से तड़प तड़प कर मर रहे हैं व इन गौवंशों को गौशाला के पास ही बगल में फेंकवा दिया जाता है जहाँ इन गौवंशो को कुत्ते नोंच नोंच कर खाते हुए नजर आते हैं l इस गौशाला में लगभग 80 से 90 गौवंशो का पैसा चारे पानी के लिये दिया जाता है लेकिन इस समय इस गौशाला में लगभग 20 से 25 गौवंश ही रह गए हैं जो बाँकी गौवंश थे वह मौत की भेंट चढ़ चुके हैं लेकिन ग्राम प्रधान व सचिव की मिलीभगत से गौवंशो की हो रही मौत की जानकारी भी किसी को नहीं दी जाती है l सिर्फ मौत की बलि चढ़ी गौवंशो की खानापूर्ति सिर्फ कागजों में की जाती है l इस गौशाला के निर्माण में लगभग 35 लाख रुपये ख़र्च किये गए हैं लेकिन लाखों ख़र्च हो जाने के बाद भी गौशाला में सुविधा का अभाव है l



गौशाला में बनी चरही टूट चुकी हैं व भूसा भंडारण कक्ष ध्वस्त हो रहा है लेकिन निर्माण प्रभारियों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है l पूरे जिले में स्थायी और अस्थायी गौशाला बनाने के नाम पर पानी की तरह पैसा बहाया गया था कि सड़कों पर घूमने वाले अन्ना जानवरों से किसानों को राहत मिलेगी और गौवंशों की भी अच्छी देखरेख हो जाएगी लेकिन लगातार हो रही गोवंशों की मौतों ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है l
गौशालाओं की स्थिति बदहाल होती जा रही है। भूख व जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते गोवंशों की जान पर बन आई है। प्रशासन व जिम्मेदार लोगों की उदासीनता के कारण ग्राम पंचायत बसिला स्थित निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल पर गोवंशों की फजीहत कम नहीं हो रही है l खानपान एवं रखरखाव की व्यवस्था उचित न होने के कारण पशुओं का पेट नहीं भर रहा है जिसकी वजह से पशु कमजोर होते जा रहे हैं। साथ ही कमजोरी तथा कैल्शियम के अभाव में बीमार पड़कर दम तोड़ने को मजबूर हैं। इस आश्रय स्थल पर रखे गए गोवंशों की दुर्दशा को देखने और बीमार गोवंशों का समुचित इलाज तथा मृत गोवंशों को तत्काल आश्रय स्थल से हटाने का निर्देश देने का कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है l
अस्थायी निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल पर रखे गये गोवंशों में दु‌र्व्यवस्था के कारण अधिकांश की तो मौत हो चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि मृत गोवंशों को गौशाला के बगल में ही डाल दिया जाता है l जहां पर इन गौवंशो को कुत्ते नोंच कर खाते हैं l गौवंशों के संरक्षण व चारे पानी की व्यवस्था पर लापरवाही करते हुए बेजुबान गौवंशों की हत्या करने वाले ग्राम प्रधान व सचिव के ऊपर जिला प्रशासन कब शिकंजा कसने का काम करेगा l यह एक बड़ा सवाल है l


मतभेद छोड़कर वायरस से निबटे

काबुल। अफगानिस्तान में अमेरिका के शांतिदूत ने रविवार को देश के नेताओं से अपने मतभेद अलग रखकर कोरोना वायरस से निपटने की अपील की। साथ ही साल की शुरुआत में तालिबान के साथ किए गए शांति समझौते को आगे बढ़ाने के लिए कहा है। रविवार को जलमय खलिलजाद ने ट्वीट कर कहा कि अफगान लोगों की भलाई इस बात पर निर्भर करती है कि सभी पार्टियां COVID-19 का सामना करें जो सबका दुश्मन है। उन्होंने कहा कि अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके प्रतिद्वंदी अब्दुल्ला-अब्दुल्ला को रमदान के महीने में अपने आगे देश का हित सोचना चाहिए। उन्होंने अपील की कि सरकार और तालिबान अमेरिका-तालिबान के बीच फरवरी में हुए शांति समझौते का पालन किया जाए और कैदियों को रिहा किया जाए। इस समझौते के तहत 5000 तालिबानी कैदियों और 1000 सरकारी कर्मियों को आजाद किया जाना था।


मंडलायुक्त-आइजी ने किया निरीक्षण

रायबरेली। कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण के दृष्टिगत मंडलायुक्त लखनऊ व नोडल अधिकारी मुकेश मेश्राम व आईजी एस के भगत ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने निर्देश दिये कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ लॉकडाउन का पालन कराने व घर से बाहर न निकलने की हिदायत देते रहे। कोरोना वायरस के संक्रमण रोकने के लिए घरों में रहकर लाकडाउन का पुरी तरह से पालन करना है। इसके अलावा मुंह पर मास्क का प्रयोग जरूर लगाये तथा सोशल डिस्टेस को बनाये रखे। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि कंट्रोल रूम के माध्यम से जो भी शिकायतें प्राप्त हो रही है।


उन शिकायतों के निस्तारण व संतुष्टि की जानकारी शिकायतकताओं से कंट्रोल रूम से लेते रहें साथ ही क्वारंटीन केन्द्रों व कम्युनिटी किचनों पर साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखे, कोविड-19 के नियंत्रण व रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए आरोग्य सेतु एप को सभी अधिकारी व कर्मचारियों के साथ-साथ जनमानस को डाउनलोड करानें के साथ ही घर में रहे सुरक्षित रहे आदि का संदेश भी देते रहे। उन्होंने दो कन्ट्रोल रूम पर कई शिकायतकर्ताओं से राशन वितरण में कमी। राशन कार्ड बनाने आदि शिकायतों के निस्तारण के बारे में शिकायतकर्ताओं से पुछा। मण्डलायुक्त को एक शिकायत पर ज्ञात हुआ कि कोटेदार द्वारा राशन देने का वादा किया गया है परन्तु अभी तक राशन उपलब्ध नही करवाया गया है। निस्तारण में आश्वासन दिखाया गया जिस पर आयुक्त ने कहा कि यदि किसी भूखें को खाना खिलाने के लिए कहा जाये और उसे आश्वासन दिया जाये की खाना दिया जायेगा परन्तु खाना नही मिलता है यह निस्तारण नही होता है। उन्होंने कहा कि आश्वासन निस्तारण नही होता है। मण्डलायुक्त व आईजी एस के भगत ने 112 वाली शिकायतों पर भी जानकारी प्राप्त की।


अमेरिका में मृतक संख्या-53,511

वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना वायरस से बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है और बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस से 2,494 लोगों की मौत हो गई।


अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय द्वारा शनिवार रात साढ़े आठ बजे दिए आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक इस संक्रामक रोग से मरने वाले लोगों की संख्या 53,511 हो गई और संक्रमितों की संख्या 9,36,293 पर पहुंच गई।अमेरिका इस वैश्विक महामारी से दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। यहां संक्रमण और मौत दोनों की संख्या अन्य देशों के मुकाबले अधिक है।


प्यार में पागल लड़की, मां की हत्या

कलयुग में कलंकित हुआ माँ--बेटी का रिश्ता


बेटी ने  माँ की गला काटकर उतारा मौत के घाट।


कुशीनगर। कलयुग में एक बार फिर कलयुगी बेटी ने माँ बेटी के रिश्ते को तार - तार कर दिया है। मामला जनपद कुशीनगर के खड्डा थाना क्षेत्र से है।


जानिये पूरा प्रकरणः खड्डा थाना क्षेत्र के पिपरिया टोला में शनिवार की आधी रात को मां के साथ सोई बेटी ने धारदार हथियार से गला काटकर मां की नृशंस हत्या कर दी। रात में ही पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी बेटी को अपने साथ ले गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रविवार सुबह पुलिस ने आला कत्ल (बकुआ) बरामद कर लिया है। बेटी द्वारा मां की हत्या से लोग हतप्रभ हैं।


परिजनों व पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम सभा भेड़ी जंगल के टोला पिपरिया के मुन्ना पटेल की पत्नी विद्यावती (48) घर के अंदर अपने कमरे में रोज की तरह पुत्री संध्या (20) के साथ सोई थी। अचानक संध्या ने उनके गले को धारदार हथियार से रेत दिया व घर से निकल पड़ोस के एक घर में छुप गई। विद्यावती किसी तरह गला दबाए दूसरे कमरे में सो रहे बड़े बेटे शिवेंद्र के कमरे मे पहुंच कर गिर पड़ी मां को इस हाल में देख बदहवास बेटे ने दूसरे कमरे में सो रहे छोटे भाइ देवेंद्र को आवाज दी और चिल्लाकर  बरामदे में सो रहे पिता मुन्ना पटेल को भी बुलाया।
मां की हत्या कर बेटी ने रिश्ते का किया कत्ल


विद्यावती ने दम तोड़ने से पहले अपनी बेटी की करतूत पूरे परिवार से बता दी। घटना की जानकारी होने पर मौके पर एडिश्नल एसपी एपी सिंह, सीओ शिवस्वरूप पहुंच निरीक्षण किया। रात में ही संध्या को पड़ोसी के घर से पकड़ लिया गया। पुलिस के गिरफ्त में आते ही संध्या बार-बार बेहोश व अन्य तरह की हरकत करने लगी। इसके बाद उसे तुर्कहा सीएचसी ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया है। रविवार सुबह वरिष्ठ उपनिरीक्षक पीके सिंह व महिला पुलिस ने घर के अंदर से आला कत्ल भी बरामद कर लिया है।


परिजनों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक 12वीं तक पढ़ी संध्या दो बड़े भाइयों से छोटी है। कुछ माह पहले पड़ोस के सजातीय युवक के प्रेम प्रसंग में पड़कर घर से भागकर अपने प्रेमी के पास बैंगलोर चली गई थी। पिता के सूचना पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए लड़के व उसके घरवालों पर दबाव बनाया तो वापस घर लौट आई थी। प्रेमी द्वारा मोबाइल दिया गया था जिसको घरवालों ने छीन लिया था। इस संबंध में एसओ खड्डा आरके यादव का कहना है कि मृतका विद्यावती के पति मुन्ना की तहरीर पर संध्या के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है। नामजद संध्या की तबियत खराब होने के चलते पुलिस निगरानी में इलाज कराया जा रहा है। हत्या का कारण प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है।


स्टाफ को वेतन दे सरकार, फीस माफ

स्टाफ को वेतन दे सरकार नही तो लेंगे फ़ीस
 शिवेंद्र चतुर्वेदी
  
महाराजगंज। इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस ने जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम को पत्र भेज कहा है कि सरकार स्कूल के स्टाफ को वेतन यदि देती है तो हम बच्चों से फीस नही लेंगे अन्यथा फीस लेना हमारी मजबूरी होगी। तीन दिनों के भीतर एक बार फिर डीएम से इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस का प्रतिनिधिमंडल मिला। अध्यक्ष सीजे थामस ने कहा कि वैश्विक संक्रामक महामारी कोरोना को लेकर पूरे विश्व में भय का माहौल व्याप्त है। संक्रमण रोकने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा पूरे देश को लॉक डाउन किया गया है एवं उत्तर प्रदेश सरकार इस महामारी से अपने नागरिकों की रक्षा के उद्देश्य से युद्धस्तर पर कार्य कर रही है जो सराहनीय है।  
जहां एक तरफ शासन द्वारा ये आदेश दिया गया कि कोई भी प्राइवेट विद्यालय आगामी तीन माह तक शिक्षण शुल्क की वसूली नही करे, वहीं वाहन शुल्क को पूर्णतया लेने से रोक लगा दी गई है, दूसरी तरफ स्कूल स्टाफ को सेलरी देने का दबाव एवं ऑनलाइन शिक्षण कार्य कराये जाने सम्बधित आदेश। जबकि अधिकतर विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा न हो पाने के कारण फरवरी एवं मार्च माह की फीस भी बकाया चल रही है।


प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोग 
डाइनामाइट न्यूज़ को इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि इस बात को लेकर एसोसिएशन के लोगों ने सरकार के सामने कुछ मांगे रखी हैं।
1. जिस प्रकार अक्षम अभिभावकों से शिक्षण शुल्क के लिए दबाव नही बनाया जा सकता उसी प्रकार आर्थिक रूप से अक्षम विद्यालयों को भी स्टाफ की सेलरी देने के लिए बाध्य न किया जाए. सरकारी नौकरी करने वाले एवं आर्थिक रुप से मजबूत अभिभावकों को फीस देने के लिए सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी होना चाहिए.
2. हमें अपने विद्यालय का प्रशासनिक भवन खोले जाने की अनुमति के साथ साथ प्रिंसिपल, कंप्यूटर ऑपरेटर, क्लर्क, माली, ड्राइवर एवं चपरासी को भी स्कूल बुलाने की अनुमति दी जाए जिससे विद्यालय के प्रशासनिक कार्य कराये जा सके.
3. विद्यालय कर्मचारियों के पीएफ एवं ईएसआई को स्थगित किया जाये
4. वाहन शुल्क न लिए जाने की स्थिति में पन्द्रह वर्षो तक प्राइवेट विद्यालय में वाहन चलाये जाने सम्बन्धी आदेश में एक वर्ष तक की बढ़ोतरी की जाए
5. वाहन बीमा में छह माह की छूट दी जाए एवं जो विद्यालय वाहन लोन पर हैं उनका इस अवधि का ब्याज माफ किया जाए.
6. विद्यालय वाहनों का रोड टैक्स, प्रदूषण सर्टिफिकेट एवं वाहन परमिट की भी सीमा अवधि बढ़ाई जाए.
7. लॉक डाउन पीरियड में विद्यालयों का बिजली का बिल माफ किया जाए.
डीएम से मिलने वालों में प्रमुख रूप से उपाध्यक्ष सर्वेश मिश्रा, मीडिया प्रभारी सद्दाम हुसैन, जितेन्द्र बहादुर सिंह, प्रेमशंकर सिंह, श्रवण अग्रहरी आदि शामिल रहे।


देवबंद से लौटे छात्र से 19 संक्रमित

 नसीम अंसारी


संतकबीरनगर के मगहर में कोरोना का कहर,देवबंद से लौटे छात्र से अन्य 19 लोग पॉजिटिव


संतक़बीरनगर। मगहर नगर पंचायत के शेरपुर रेहरवा निवासी असदुल्लाह के परिवार के 19 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस सूचना के बाद जिला प्रशासन अलर्ट पर है। डीएम ने मगहर में डेरा डाल दिया है। पूरे नगर पंचायत क्षेत्र को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया है।


27 मार्च को बड़ी संख्या में छात्र देवबंद से संतकबीरनगर आए थे। उनमें से 25 छात्रों के नमूने जांच के लिए मंगलवार को लिए गए थे। उनमें से एक मगहर के शेरपुर रेहरवा निवासी 23 वर्षीय असदुल्ला को कोरोना संक्रमित पाया गया था। संक्रमित छात्र के परिवार के 29 सदस्‍यों के नमूने गुरुवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजे गए थे। शुक्रवार आधी रात के बाद आई जांच रिपोर्ट में 19 सदस्य संक्रमित पाए गए।


इस सूचना ने संतकबीरनगर प्रशासन और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में हड़कम्‍प मचा दिया। मंगलवार को संक्रमित पाए गए छात्र को कोरोना इलाज की सुविधाओं से लैस दूसरे अस्‍पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। पूरे अस्‍पताल को सैनेटाइज किया जा रहा है। इसके साथ ही मगहर नगर पंचायत को सील कर दिया गया है। प्रशासन ने कहा है कि छात्र और उसके परिवार के सम्‍पर्क में आए सभी लोगों के नमूनों की जांच की जाएगी। सभी संक्रमितों को अस्‍पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है।


संतकबीरनगर बना गोरखपुर-बस्‍ती मंडल का दूसरा सबसे संवेदनशील जिला


इसी के साथ कोरोना संक्रमण के मामले में संतकबीरनगर, गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में दूसरे नंबर का संवेदनशील जिला हो गया है। जबकि 14 अप्रैल तक वहां एक भी केस नहीं था। 14 अप्रैल को सेमरियावां ब्‍लाक के चोरहा गांव में एक संक्रमित मिला था और मंगलवार को देवबंद से लौटे एक अन्‍य छात्र के कोरोना संक्रमित होने की खबर आई। अब इसी छात्र के परिवार के 19 सदस्‍यों के संक्रमित पाए जाने के बाद संतकबीरनगर में कोरोना मरीजों की कुल संख्‍या 21 हो गई है।


गर्भवती पुलिसकर्मियों को मिले आराम

भुवनेश्वर/नई दिल्ली। भारत समेत दुनिया के सभी देशों को कोरोना वायरस संक्रमण ने अपनी चपेट में ले लिया है। कोरोना के कहर से बचने के लिए एक ओर जहां लोग घरों में कैद हैं, तो वहीं दूसरी ओर पुलिसकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना फ्रंट लाइन पर तैनात हैं। इस दौरान कई बहादुर पुलिसकर्मी ऐसे हैं। जिनकी बहादुरी के किस्से आने वाले समय में देश याद रखेगा। अब सोशल मीडिया पर एक गर्भवती महिला पुलिसकर्मी की फोटो वायरल हो रही है, जो इस दौर में छुट्टी लेने के बजाए ड्यूटी पर तैनात है। महिला के इस जज्बे को लोग जमकर तारीफ व सलाम कर रहे हैं। दरअसल ओडिशा के डीजीपी लॉकडाउन का जायजा लेने मयूरभंज इलाके में गए थे। इस दौरान वहां उन्होंने एक आठ महीने की गर्भवती महिला एसआई को ड्यूटी करते हुए देखा। 


महिला पुलिसकर्मी के देश सेवा के इस जज्बे को देख डीजीपी ने उसकी जमकर तारीफ की। मामले में ओडिशा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि एसआई ममता मिश्रा ने कोरोना महामारी के इस दौर में छुट्टी लेने की बजाए ड्यूटी करना जरूरी समझा। वहीं उनके स्वास्थ्य को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने उन्हें फील्ड में ना भेजने की बजाए बेटनोटी थाने में तैनात कर दिया। मौजूदा वक्त में महिला एसआई पूरी ईमानदारी के साथ वहां पर ड्यूटी कर रही हैं। वहीं तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी नवनीत सिकेरा ने महिला पुलिसकर्मी के इस जज्बे को सलाम किया है। उन्होंने फेसबुक पर उनकी फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि डीजीपी सर ने जब आठ माह की गर्भवती को ड्यूटी करते हुए देखा तो कहा कि आपको इस समय आराम करना चाहिए और घर पर रहना चाहिए।


महिला पुलिसकर्मी ने विनम्रता से उत्तर देते हुए कहा कि सर इस समय ड्यूटी नहीं की तो पूरी जिंदगी आत्मग्लानि रहेगी, इस वजह से मेरे लिए ड्यूटी पहले है। उन्होंने आगे लिखा कि डीजीपी सर और महिलाकर्मी दोनों ही बधाई के पात्र हैं। डीजीपी सर ने अपने नेतृत्व की सहृदयता दिखाई तो पुलिसकर्मी ने अपने कर्तव्य की कर्मठता। आईपीएस सिकेरा के अलावा भी बड़ी संख्या में लोगों ने इस महिला पुलिसकर्मी की फोटो शेयर की है। डीजीपी सर ने जब आठ माह की गर्भवती को डयूटी करते हुए देखा तो कहा कि आप को इस समय आराम करना चाहिए, आपको घर रहना चाहिए। महिला पुलिस कर्मी ने विनम्रता से उत्तर दिया सर इस समय डयूटी नहीं की तो पूरी जिंदगी आत्म ग्लानि रहेगी इसीलिए डयूटी फर्स्ट। डीजीपी सर और महिला कर्मी दोनों ही बधाई के पात्र हैं डीजीपी सर ने अपने नेतृत्व की सहृदयता दिखाई तो कर्मी ने अपने कर्तव्य की कर्मठता।


7 पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव

वाराणसी। कोरोना महामारी के संक्रमण की चपेट में अब बनारस के पुलिसकर्मी भी आने लगे हैं। शनिवार को वाराणसी नगर निगम पुलिस चौकी में तैनात सात पुलिसकर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एक युवक सिगरा इलाके का भी है। पुलिसकर्मियों में एक सब इंस्पेक्टर, तीन हेड कांस्टेबल, तीन कांस्टेबल शामिल हैं। ये सभी सिगरा थाने की नगर निगम चौकी पर तैनात हैं। इनमे से चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर में सबसे पहले सूखी खांसी और बुखार के लक्षण आये थे, उसके बाद चौकी के कुछ और पुलिसकर्मियों को भी खांसी, बुखार की शिकायत हो गयी। ये सभी एक साथ चौकी के ही बैरक में रहते थे। 


बृहस्पतिवार को इन्हें वहां से अलग कर दशाश्वमेध क्षेत्र के एक गेस्ट हाउस में क्वारंटीन करा दिया गया था और इनकी सैंपलिंग कराई गई थी। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि शनिवार को आई रिपोर्ट में 14 में से 7 लोग पॉजिटिव पाए गए। इन सबकी कांटेक्ट ट्रेसिंग कराई जाएगी और साथ ही चौकी के आसपास के क्षेत्रों में कल स्क्रीनिंग और सैंपलिंग कराई जाएगी। इन्हें दीनदयाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया है। बाकी बचे पुलिसकर्मी भी अभी कुछ दिन अलग भवन में क्वारंटीन रहेंगे। इसके अलावा पितरकुंडा बफर जोन के नजदीक का एक 39 वर्षीय व्यक्ति भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। ईएसआई अस्पताल में इसकी स्क्रीनिंग और सैंपलिंग हुई थी। इनकी सिगरा क्षेत्र में ही राशन की दुकान है।


इन्हें भी दीनदयाल अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा है। इनके घर के पास के क्षेत्र को पितरकुंडा हॉट स्पॉट एवं बफर जोन में ही शामिल किया जा रहा है। इन सबको मिलाकर आज 8 सैंपल नए पॉजिटिव आये हैं। कुल पॉजिटिव केस वाराणसी में 34 हो गए हैं जिनमे से 25 एक्टिव केस हैं। कोई नया स्पॉट नही बनाया जा रहा है। वाराणसी में शनिवार को 95 रिपोर्ट में 87 नेगेटिव आई है।


उधर हरियाणा के गुरूग्राम में कपड़ों का व्यवसाय करने वाले बनारस के आदमपुर थानाक्षेत्र के पठानीटोला का एक 35 वर्षीय युवक कल रात तकरीबन 9:30 बजे मोटरसाइकिल से बनारस पहुँचा। घर आने की खुशखबरी जब उसने अपने परिवार को दिया तो उन्हे सांप सूंध गया। फिर युवक के भाई ने समझाया कि यदि अपने परिवार और अपनी खैरियत चाहते हो तो दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल जाकर अपना कोरोना टेस्ट करा लो। युवक रात में ही DDU गया और जांच करने की बात कही। हॉस्पिटल स्टाफ नें युवक की थर्मल स्कैनिंग की तो युवक का टेंप्रेचर नार्मल था अस्पताल स्टॉफ़ ने NEGATIVE की रिपोर्ट दे दिया गया। लेकिन स्पेश्लिस्ट्स का कहना है कि nCOVID19 को बिमारी जानने के लिये थर्मल स्कैनिंग कारगर है लेकिन कोई व्यक्तिविशेष कोरोना संक्रमित है या नही जानने के लिये स्वाब टेस्ट कराना जरूरी होता है।


एनसीआर में बदला मौसम का मिजाज

नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। ज्यादातर इलाकों में धूल भरी आंधी चली, हालांकि हवाओं की रफ्तार 15-20 किलोमीटर प्रतिघंटे रही। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मोदीनगर में तेज़ बारिश हुई है। गेहूं की कटाई के वक्त आई बारिश किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकती है। बारिश देखकर वहीं, किसानों के चेहरों पर बेचैनी नजर आने लगी है, क्योंकि बारिश देर तक चली तो किसानों का बड़ा नुकसान होगा।


इससे पहले रविवार सुबह बदल गया। सुबह से दिल्ली-एनसीआर के आसमान में बादल छाए हुए हैं, वहीं, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद के कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को दिनभर बादल छाए रहे सकते हैं। हल्की बारिश भी हो सकती है। इससे पहले भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) दिल्ली-एनसीआर में अगले दो दिनों तक बारिश का पूर्वानुमान जता चुका है। अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। नई दिल्ली के प्रादेशिक मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया है कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के आने के कारण दिल्ली और आसपास के इलाकों में हल्की बारिश होने की उम्मीद है। वहीं, मौसम पूर्वानुमान के अनुसार नोएडा में सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले दो दिनों तक इसी तरह दिल्ली-एनसीआर के क्षेत्रों में रुक रुककर बारिश होती रहेगी।


रविवार के साथ सोमवार को भी दिन में छाए रहेंगे बादल


अगले दो दिनों तक बादल छाए रहेंगे और बारिश हो सकती है। इस दौरान रविवार और सोमवार के दिन 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। सोमवार के दिन अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। इसके बाद 28 अप्रैल के दिन भी बादल छाए रह सकते हैं। इससे पहले शनिवार को मौसम सामान्य रहा। दिनभर धूप छाई रही और 15 किलोमीटर की रफ्तार से हवा भी चली। वहीं दिल्ली के सफदरजंग एयरपोर्ट पर अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम के साथ 37.9 डिग्री सेल्सियस तक तापमान दर्ज हुआ।


वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा के साथ 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। साथ ही दिल्ली के पालम में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम के साथ 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री ज्यादा के साथ 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। हवा में अधिकतम नमी का स्तर 68 फीसद और न्यूनतम नमी का स्तर 41 फीसद दर्ज हुआ।


बाजार खुलेंगे, कांपलेक्स-मार्केट नहीं

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कोरोना वायरस के हालात पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब दिल्ली कोरोना के नए मामलों में थोड़ी कमी आई है, जो कि राहत की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि केंद्र सरकार कि ओर से जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार दिल्ली में भी जरूरी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के रिहायशी इलाकों में बनी दुकानों को खोला जा सकेगा।


सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस बात का ध्यान रखें कि दुकानें खोलने की इजाजत रिहायशी इलाकों में मौजूद दुकानों के लिए ही है। शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और मार्केट नहीं खुलेंगे। दिल्ली के कोरोना हॉटस्पॉट इलाकों में यह आदेश लागू नहीं होगा। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने लॉक डाउन में कुछ आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर जो रियायत दी है वो दिल्ली में भी लागू की जा रही हैं, लेकिन कंटेंमेंट एरिया में किसी भी किस्म की दुकानें खुलने की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि अब 20 अप्रैल से मिलने वाली छूट पर 3 मई के बाद फैसला होगा। 3 मई के बाद लॉक डाउन बढ़ेगा या नहीं इसके लिए दिल्ली सरकार भी केंद्र के फैसले का इंतजार करेगी। हम भी केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का पालन करेंगे।


संक्रमित क्षेत्र छोड़कर खुलेंगे बाजार


भोपाल। ललकोरोना वायरस को रोकने के लिए उठाए गए एहतियाती कदमों के बीच आज रविवार से मध्य प्रदेश के उन ग्रामीण इलाकों में आवश्यक वस्तुओं की भी दुकानें खुलने लगेंगी जो संक्रमित क्षेत्र में नहीं आता है। वहीं सभी जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीण इलाकों के लिए राहत देने वाला बड़ा निर्णय लेते हुए बताया है कि सभी सुरक्षात्मक उपायों एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करते हुए रविवार से प्रदेश के संक्रमित क्षेत्रों को छोड़कर सभी गांवों में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोली जा सकेंगी।
यदि कोई गांव कंटेनमेंट एरिया में है, तो वहां दुकानें खोलने की अनुमति नहीं होगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में संक्रमित क्षेत्रों को छोड़कर मोहल्लों में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोली जा सकती हैं। शहरों में मुख्य बाजार, मल, सिनेमाघर, जिम, ब्यूटी पार्लर, सैलून आदि को खोलने की अनुमति नहीं होगी।
चौहान ने बताया कि इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, धार, खरगोन जिले और संक्रमित क्षेत्रो में कोई भी दुकान खोलने की अनुमति नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को प्रभावी ढंग से निपटाने के लिए प्रत्येक जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन किया गया है। यह ग्रुप अपने जिले की परिस्थितियों को देखते हुए दुकानों को खोलने या न खोलने का फैसला कर सकते हैं।


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