बुधवार, 19 फ़रवरी 2020

बालाजी के भजनों पर झूमते भक्त

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मनाए जा रहे श्री बालाजी धाम के 12वें वार्षिकोत्सव कार्यक्रमों की श्रंखला में देर रात भजन संध्या का आयोजन किया गया। श्री बालाजी महाराज के भजनों पर श्रद्धालु देर रात तक झुमते रहे। बुधवार को पूर्ण आहूति और विशाल भंडारे के साथ वार्षिकोत्सव का समापन हो गया। आपको बता दें कि श्री बालाजी सेवा समिति के तत्वावधान में बेहट रोड स्थित श्री बालाजी धाम का बारहवां वार्षिकोत्सव मनाया जा रहा है। इसी के तहत मंगलवार की रात मेहंदीपुर राजस्थान से पधारे श्री प्रेतराज सरकार के महंत पूज्य श्री मोहनपुरी, गोस्वामी जी, तथा श्री बालाजी, धाम के संस्थापक गुरु श्री अतुल जोशी जी महाराज के पावन सानिध्य में भजन संध्या का आयोजन किया गया। श्री मोहनपुर गोस्वामी और श्री अतुल जोशी जी महाराज ने श्री बालाजी महाराज, कोतवाल कप्तान एवं श्री प्रेतराज सरकार के विग्रह के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर एवं विधि विधान से पूजन कर भजन संध्या का शुभारंभ किया। सहारनपुर के कलाकार गोपाल सांवरा ने श्री गणेश वंदना एवं श्री बालाजी महाराज तथा भगवान शंकर के भजन प्रस्तुत किए। इसके बाद बरेली से पधारी अंजली द्विवेदी ने भी श्री बालाजी महाराज के एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए तो पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। दिल्ली से आए शीतल पांडे ने एक तेरा भरोसा बालाजी, वानरों की देखकर सेना महान तथा अन्य भजन प्रस्तुत किए तो पंडाल में मौजूद श्रद्धालु भक्ति रस में झूमने लगे। इसके अलावा बुधवार की सुबह गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के श्रीमुख से दिव्य सत्संग की अमृत वर्षा हुई। उत्तराखंड के राज्यमंत्री राजकुमार पुरोहित, उद्योगपति अनिल गुप्ता, आचार्य चंद्रपाल दीक्षित तथा पुनीत अनेजा ने दिव्य सत्संग समारोह का दीप प्रज्जवलित किया। इसके बाद गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने बताया कि भगवत गीता में भगवान हनुमान जी का वर्णन है। गीता के प्रथम अध्याय से ही हनुमान जी का प्रवेश होता है। उन्होंने कहा कि हनुमान जी भगवान के परम और प्रिय भक्त है। विश्व में जितने मंदिर भगवान राम के हैं, उससे कहीं अधिक मंदिर हनुमान जी के हैं। इससे पूर्व श्री बालाजी महाराज, कोतवाल कप्तान साहब और श्री प्रेतराज सरकार को 56 भोग अर्पित किए गए। जिसके बाद श्री बालाजी धाम परिसर में विशाल भंडारे का आयोजन किया। विशाल भंडारे के साथ ही 1 फरवरी से चला आ रहा वार्षिकोत्सव संपन्न हो गया। श्री बालाजी धाम के संस्थापक श्री अतुल जोशी जी महाराज ने सभी अतिथियों, यजमान और कार्यक्रम में भागीदारी और सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार जताया। इस दौरान गुरुमाता श्रीमती अरुणा जोशी, मुकेश दीक्षित, शुभम कौशिक, अरविंद जैन, सुरंजन चैधरी, धर्मपाल, अशोक शर्मा, विवेक गुप्ता, रेणू विजन, रजनी वालिया, उषा पांचाल, शुभम, अनिल सैनी, पंडित खेमराज मिश्रा, गोविंद जोशी, शीला विजन, धर्मपाल, राधेश्याम यादव, अयोध्या प्रसाद, अखिल महेश्वरी, अक्षय सैनी, निमिश बतरा, सतीश शर्मा, चंद्रप्रकाश, नवीन वालिया, सुभाष, रामप्रसाद शक्ला, विनोद आदि उपस्थित रहे।


पाक में खाद्य वस्तुओं की किल्लत बढ़ी

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में खाद्य वस्तुओं की किल्लत बढ़ गई है। अब पीएम इमरान खान ने जमाखोरों पर नजर रखने के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो और दुनिया में पाक के लिए जासूसी करने वाली आईएसआई को आदेश दिए हैं। पीएम इमरान खान ने देश में खाद्य वस्तुओं की किल्लत और जमाखोरी की शिकायतों को लेकर मीटिंग बुलाई और आईएसआई को यह आदेश दिया। पाकिस्तान के ट्रिब्यून अखबार की वेबसाइट के मुताबिक सभी प्रांतों की सरकारों को भी इस मसले पर कार्रवाई करने और 48 घंटों के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। इमरान खान के दफ्तर की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अधिकारियों को खाद्यान्न सामग्री की तस्करी रोकने के लिए कदम उठाने को कहा गया है। इस दौरान देश में खाने-पीने की कमी पैदा होने पर चिंता जताते हुए इमरान खान ने कहा कि तस्करी के चलते कीमतों में इजाफा हो रहा है। इससे देश में खाद्यान्न वस्तुओं पर देश के खजाने से बेजा रकम खर्च हो रही है। उन्होंने अधिकारयों से कहा कि खाद्यान्न सामग्री की तस्करी को देश हित में रोका जाना जरूरी है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा। बता दे कि पाकिस्तान में बीते कई महीनों से आटे के दाम बहुत ज्यादा हैं। यही नहीं टमाटर की कीमतें भी आसमान छूती रही हैं।


2004 की मौत, 74,185 लोग संक्रमित

बीजिंग। चीन के हुबई प्रांत में महामारी का रूप ले चुके घातक कोरोना वायरस की चपेट में आकर अबतक 2004 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि इससे संक्रमित 74,185 लोगों का इलाज विभिन्न स्थानों पर किया जा रहा है।
चीन के स्वास्थ्य समिति ने बुधवार को बताया कि कोरोना वायरस के कारण पिछले 24 घंटों में 136 और लोगों की मौत हो गयी। जिससे अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 2004 हो गयी है। इस प्रांत में कोरोना से संक्रमण के 1749 नये मामले सामने आये जिससे इसके पीडि़तों की संख्या बढ़कर 74185 पहुंच गयी है। पिछले 24 घंटों में घातक बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। और अबतक कुल 14376 लोग इससे उबरने में कामयाब हुए हैं। इस दौरान 1824 लोग वायरस के संक्रमण से मुक्त हुए। इसबीच हुबेई प्रांत में खतरनाक कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान शहर के अस्पताल प्रमुख लियू झिमिंग की कोरोना वायरस की चपेट में आने से मौत हो गयी। वुहान नगरपालिका स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि लियू झिमिंग की मौत मंगलवार सुबह स्थानीय समयानुसार 10 बजकर 54 मिनट पर हुई। आयोग ने बताया कि साथी डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की तमाम कोशिश की लेकिन वे उन्हें नहीं बचा सके। गौरतलब है कि हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में कोरोना वायरस का पहला मामला वर्ष 2019 के दिसंबर के अंत में सामने आया था जिसके बाद यह वायरस भारत समेत दुनिया के 25 से अधिक देशों में फैल चुका है।


सीएएः तमिलनाडु विधानसभा की घेराबंदी

चेन्नाई। तमिलनाडु में मद्रास हाईकोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में मुस्लिम संगठनों द्वारा तमिलनाडु विधानसभा की घेराबंदी करने पर रोक लगा दी। मद्रास हाईकोर्ट में जस्टिस एम सत्यनारायण और आर हेमलता की बेंच ने मुस्लिम संगठनों के द्वारा तमिलनाडु विधानसभा की घेराबंदी करने पर 11 मार्च तक अंतरिम रोक लगाई है। मद्रास हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए तमिलनाडु पुलिस को 11 मार्च तक प्रदर्शन की अनुमति ना देने का आदेश दिया। इस मामले की अगली सुनवाई 12 मार्च को होगी। तमिलनाडु इस्लामिक एंड पॉलिटिकल ऑर्गनाइजेशन और इसके सहयोगी मुस्लिम संगठनों ने 19 फरवरी को नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में तमिलनाडु विधानसभा की घेराबंदी करने का आह्वान किया था।


18 आवासीय विधालयों का होगा निर्माण

आगरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रमिकों के बच्चों और अनाथ बच्चों को पढ़ाने के लिये वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट के माध्यम से प्रदेश के 18 मण्डलों में 18 अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जा रही है। इनमें अटल आवासीय विद्यालय को, तहसील किरावली आगरा को भी स्वीकृति दी गई है। अब श्रमिक भी अपने बच्चों को अटल आवासीय विद्यालय में भर्ती करवाकर शिक्षा प्रदान करवा सकेंगे। श्रमिक भाई, बच्चों की शिक्षा के सम्बन्ध में चिन्तामुक्त रहकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकेंगे। मुख्यमंत्री ने मंगलवार शाम आज यह विचार आगरा में उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित ‘कन्या विवाह सहायता योजना’ के तहत निर्माण श्रमिक पुत्री सामूहिक विवाह समारोह कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम समाज केे अन्तिम पायदान पर बैठे उस व्यक्ति को, जो राष्ट्र निर्माण में के लिए कार्य करता है, उसको सम्मान देने का कार्यक्रम है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कुल 1260 जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ, जिसमें 35 अल्पसंख्यक (मुस्लिम समुदाय) के जोड़े भी शामिल हुये। उन्होंने इस अवसर पर 05 जोड़ों को विवाह प्रमाण-पत्र भी दिये। उन्होंने कहा कि श्रमिक राष्ट्र निर्माता है। जब वह पसीना बहाता है, मेंहनत करता है। और अपने पुरूषार्थ का परिचय देता है, तब हम लोगों को एक अच्छी सड़क मिल पाती है। अच्छी सुविधा मिल पाती है। अच्छे मकान मिल पातें हैं। कोई भी अच्छा कार्य श्रमिकों के परिश्रम व पुरूषार्थ पर निर्भर करता है। योगी ने कहा कि आज 1,260 जोड़े दाम्पत्य जीवन में बंध करके एक नये जीवन में प्रवेश कर रहें हैं। उन्होंने उन सभी कन्याओं को ह्दय से बधाई देते हुए उन सब के सफल दाम्पत्य जीवन की ईश्वर से कामना की। इसके लिये उन्होंने श्रम एवं सेवायोजन विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि श्रम एवं सेवायोजन विभाग द्वारा प्रत्येक कन्या की शादी के लिये 75 हजार रुपए खर्च किये जा रहें हैं, जिसमें 65 हजार रुपये पंजीकृत श्रमिक के खाते में जमा होते हैं तथा पांच-पांच हजार रुपये वर व वधू के लिये प्रदान कि जाते हैं। यह एक अच्छा प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ढ़ाई वर्ष पहले राज्य सरकार द्वारा गरीब कन्याओं की शादी के लिये मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू करने का निर्णय लिया गया था। प्रदेश के अन्दर विगत् ढ़ाई वर्ष में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब तक एक लाख कन्याओं का विवाह सम्पन्न हुआ है। उन्होंने बताया कि श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के अनुसार निर्माण इकाइयों से जुड़े हुए पंजीकृत श्रमिकों की 20 हजार पुत्रियों की शादियाँ पिछले दिनों सम्पन्न हुई हैं। इस अवसर पर प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (राज्य मंत्री) चौधरी उदयभान सिंह, समाज कल्याण (राज्य मंत्री) डाॅ0 गिर्राज सिंह धर्मेश, जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


अंतरिक्ष स्टेशन ले जाएगा 'स्पेसएक्स'

प्रियंका गौतम


स्पेसएक्स पहली ऐसी निजी कंपनी होगी, जो अपने क्रू ड्रैगन यान के जरिये अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन लेकर जाएगी। नासा ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है। स्पेसएक्स इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की कंपनी है। पहले अंतरिक्ष यात्री वाले क्रू ड्रैगन कैप्सूल के परीक्षण पूरा करते ही नासा ने स्पेसएक्स के यान भेजने पर मुहर लगाई। जनवरी में फ्लोरिडा स्थित जॉन एफ कैनेडी स्पेस सेंटर पर किए गए परीक्षण में सफल रहे। इस मिशन में जानूबझकर खराब रॉकेट से क्रू ड्रैगन को सफलतापूर्वक बचाया गया। इसमें क्रू ड्रैगन को फॉल्कन-9 रॉकेट से लॉन्च किया गया था। करीब 16 किमी की ऊंचाई पर जाने के बाद फॉल्कन-9 रॉकेट के इंजन बंद कर दिए गए थे। इतनी ऊंचाई से गिरने में उसे महज नौ मिनट लगे। क्रू ड्रैगन चार पैराशूट की मदद से अटलांटिक महासागर में उतरा।


स्पेसएक्स के कई परीक्षण पूरे
हाल में स्पेसएक्स के कई परीक्षण पूरे हुए. इसमें स्पेसएक्स के डेमो-2 अंतरिक्षयात्री के लिए फाल्कन 9 बूस्टर बी1058, एक फॉल्कन ऊपरी चरण, क्रू ड्रैगन कैप्सूल सी 206 और एक क्रू ड्रैगन को ले जाने वाला ट्रंक के परीक्षणों पूरा किया गया। अब यह केप केनवरल से उड़ान भरने की तैयारी कर रहा है।


10 लाख लोगों को भेजने की तैयारी
एलन मस्क ने जनवरी में ही एलान कर दिया था कि उन्होंने 2050 तक 10 लाख लोगों को मंगल पर भेजने का लक्ष्य बनाया है। उनका रॉकेट हर साल कई मेगाटन कार्गो ले जाएगा, इससे कुछ साल में इंसानों की मौजूदगी के लिए मंगल ग्रह पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। दरअसल, बोइंग को तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आईएसएस जाना था। दिसंबर में भी बोइंग को अपने अंतरिक्ष यान का कक्षा में उड़ान का परीक्षण रोकना पड़ा था। रॉकेट के साथ द स्टारलाइनर नाम के कैप्सूल को लगाया गया था।


संक्रमण से रक्षा करती है तुलसी

तुलसी एक ऐसा पौधा है जो हर घर में सरलता से उपलब्ध हो जाता है। हाल में हुए रिसर्च से पता चला है कि तुलसी स्ट्रेस से भी बचाती है। तुलसी बॉडी में कोर्टिसोल यानि स्ट्रेस हार्मोन के लेवल को सामान्य बनाकर स्ट्रेस से राहत देने में हेल्प करती है।


इसके अतिरिक्त यह स्ट्रेस के कारण ब्रेन पर होने वाले नेगेटिव असर का मुकाबला करने में हेल्प होती है। इस खुशबूदार पौधे की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देने के साथ-साथ फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय करके स्ट्रेस कम करने में जरूरी किरदार निभाती हैं इसकी सिर्फ 5 पत्तियों के सेवन से स्वास्थ्य में कई फायदा मिलते है। आइये जानते है इसके फायदों के बारे में


स्ट्रेस कम करें : तुलसी केतों में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला ताकतवर एडाप्टोजेनिक गुण इसे बहुत अच्छा एंटी-स्ट्रेस एजेंट बनाते हैं। जो नर्वस को शांत करने व ब्लड सर्कुलेशन को विनियमित करने में मदद करता है. यह अत्यंत जरूरी पोषक तत्व ऑक्सीकरण प्रक्रिया (स्ट्रेस के कारण होता है) को धीमा करने व स्ट्रेस के हानिकारक प्रभावों से बॉडी की रक्षा करता है।


अन्य बीमारियां के लिए टिप्स : 0स्ट्रेस दूर करनेके अतिरिक्त तुलसी अन्य कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं में भी उपयोगी होती है। तुलसी ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कंट्रोल करने की क्षमता रखती है। शरीर के वजन को कंट्रोल रखने हेतु भी तुलसी अत्यंत गुणकारी है। चाय बनाते समय तुलसी के कुछ पत्तों को डालने से सर्दी, बुखार एवं मसल्स पेन से राहत मिलती है। तुलसी के काढ़े में थोड़ा-सा सेंधा नमक एवं पीसी सौंठ मिलाकर सेवन करने से कब्ज दूर होती है। दूषित पानी में तुलसी की कुछ ताजी पत्तियां डालने से पानी का शुद्ध किया जा सकता है। नियमित रूप से प्रातः काल के समय पानी के साथ तुलसी के 5 पत्ते निगलने से कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों एवं दिमाग की कमजोरी से बचा जा सकता है।


लहसुन खाने के होते है कई फायदे

हम अपने खाने में ज्यादा नमक, मिर्च, गरम मसाला, डालकर अपनी सेहत खराब कर बैठते हैं और ज्यादा मसालेदार खाने से हमारे शरीर में कई बीमारियां उत्पन्न होने लग जाती हैं, लेकिन अगर हम डॉक्टरों की सहमति से दिन में दो-तीन कली लहसुन खाएं तो हमारे शरीर को यह फायदे मिलेंगे:-
लहसुन में बहुत ही ज्यादा मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जिसकी वजह से हमारे शरीर से कई दिन बीमारी रफा-दफा हो जाती हैं, अगर हमें लंबा जीवन जीना है, तो रोज दो से तीन कली लहसुन अपने खाने में डालकर खाना चाहिए, इसे खाना स्वादिष्ट बनता है और हमारा शरीर स्वस्थ बन जाता है।
बुढ़ापे में अक्सर हमें हार्ट अटैक, स्ट्रोक्स और ब्लड प्रेशर हाई लो की बीमारी होती है, अगर हम दिन में दो से तीन कली लहसुन खाएंगे तो लहसुन के एंटी ऑक्सीडेंट हमारे शरीर को स्वस्थ बना देंगे, जिसकी वजह से हमें हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी नहीं होंगी।
आप खाने में अगर ज्यादा तेल खाते हैं तो आपकी नालियों में कोलेस्ट्रॉल जम जाता है, इसकी वजह से हमें ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियां होती हैं, अगर हम दिन में दो से तीन कली लहसुन खाएंगे, तो हमारी कोलेस्ट्रोल की बीमारी भी दूर हो जाएगी।
अल्जाइमर और डिमेंशिया दोनों दिमाग से जुड़ी बीमारियां हैं, यह बीमारियां आदमी के 50 साल के होने के बाद सक्रिय होने लग जाती हैं, क्योंकि हमारे शरीर में बूढ़े होते-होते दिमाग की नसें ब्लॉक होती रहती हैं, जिसकी वजह से हम कई चीजें भूलने लग जाते हैं, अगर हम दिन में दो से तीन कली प्याज खाएंगे, तो हमारा मस्तिष्क स्वस्थ बना रहेगा और नालियों की ब्लॉकेज बंद हो जाएंगी।
अगर हम लंबा जीवन व्यतीत करना चाहते हैं और अपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हमें दिन में दो से तीन कली लहसुन का सेवन करना ही चाहिए, लहसुन हमारे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ाता है और शरीर से बीमारियों को दूर रखता है।
इसके अलावा लहसुन हमारे शरीर की गंदगी को भी साफ करता है, हमारे अंदर तरह-तरह के जर्म्स मौजूद होते हैं, इसकी वजह से हमारे पेट में बीमारियां बन जाती हैं, और अक्सर हमें दस्त, बदहजमी जैसी बीमारियां रहती हैं, दो-तीन कली लहसुन खाने से पेट की बीमारियां भी दूर हो जाती हैं, और हमारे शरीर साफ हो जाता है।


भाजपा पर तंजः 'याद रहेगा सबक'

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों की ओर इशारा करते हुए मंगलवार को कहा कि दिल्ली की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को जो सबक सिखाया है वह उसे लंबे समय तक याद रहेगा। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने देश के हालात व संविधान पर चोट की बात की। उन्होंने कहा, ”क्या-क्या अल्फाज़ बोले जा रहे हैं देश में, दिल्ली चुनाव उसका नमूना है। पूरी दुनिया ने देखा, पूरे देश ने देखा, एक के बाद एक … कोई गोली मार रहा है गद्दारों को, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कह रहे हैं ये ऐसे नहीं मानेंगे गोली से मानेंगे। क्या-क्या अल्फाज नहीं बोले गए।


गहलोत ने कहा, ”सत्तापक्ष के लोग खुद ही गृहयुद्ध की स्थिति पैदा करने का प्रयास करते हैं। ऐसा पहली बार सुना हम लोगों ने और ये दुःखद है … पर सबक जो सिखाया दिल्ली की जनता ने, मैं समझता हूं कि वह सबक लंबे समय तक भाजपा को याद रहेगा। राज्य सरकार के काम पर गहलोत ने कहा, ”हम चाहेंगे कि जनता की सुनवाई सर्वोपरि हो और जो कर्मचारी, अधिकारी उसमें कोताही बरतेगा, सरकार की नज़र उसपर रहेगी। सुनवाई बहुत आवश्यक है। गहलोत ने इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।


कांग्रेस का समर्थन, शरद की खिलाफत

मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने सीएए का समर्थन किया तो एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि सीएए पर हम अपने रुख पर कायम हैं। इससे पहले दोनों के बीच एल्गार परिषद केस में मतभेद सामने आया था।


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा सीएए और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) दोनों अलग हैं और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) अलग है। सीएए लागू होने पर किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। राज्य में एनआरसी नहीं है और इसे लागू नहीं किया जाएगा। इस पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि सीएए पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे का अपना नजरिया है, लेकिन जहां तक एनसीपी का सवाल है, हमने उसके खिलाफ मतदान किया है। हर चीज के बारे में हमारी (शिवसेना और एनसीपी) एक जैसी राय नहीं हो सकती, हम कोशिश करेंगे और उन्हें समझा लेंगे। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर एनआरसी को लागू किया जाता है तो यह न केवल हिंदू या मुस्लिम बल्कि आदिवासियों को भी प्रभावित करेगा।


केंद्र ने एनआरसी पर अभी चर्चा नहीं की है। एनपीआर एक जनगणना है, और मुझे नहीं लगता कि कोई भी प्रभावित होगा क्योंकि यह हर दस साल में होता है। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि एलगार परिषद का मामला और भीमा कोरेगांव का मामला अलग-अलग है। भीमा कोरेगांव मामला मेरे दलित लोगों से संबंधित है और मामले से संबंधित जांच अभी तक केंद्र को नहीं दी गई है और इसे केंद्र को नहीं सौंपा जाएगा। केंद्र ने एल्गार परिषद मामले की जांच कर रही है।


दिल्लीः क्रियान्वयन के लिए मीटिंग बुलाई

सुमित शाक्य


नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ‘दस गारंटियों’ के अमलीकरण (क्रियान्वयन) के लिए चर्चा करने के लिए बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है। इन गारंटियों में निर्बाध बिजली आपूर्ति, कूड़ा रहित दिल्ली तथा अनधिकृत कॉलोनियों के लिए मूलभूत सुविधाएं देना शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर को होने वाली बैठक के एजेंडा में पेयजल की पाइप द्वारा आपूर्ति, सभी बच्चों के लिए शिक्षा, समाज के विभिन्न तबकों के लिए नि:शुल्क बस सेवा, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला सुरक्षा, यमुना की सफाई आदि शामिल हैं।


केजरीवाल ने रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ यह उनकी पहली बैठक है। सूत्रों ने बताया कि सभी सचिवों और प्रधान सचिवों को बैठक में शामिल होने को कहा गया है। बुधवार को होने वाली बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री करेंगे। बुधवार को ही मंत्रिमंडल की बैठक भी होनी है। दिल्ली मंत्रिमंडल के सदस्यों ने अपने-अपने प्रभार संभालने के बाद कहा था कि वे ‘गारंटी कार्ड’ में किए गए वादों को पूरा करने के लिए काम करेंगे। गारंटी कार्ड में प्रदूषण घटाना और मेट्रो नेवटर्क का विस्तार करना शामिल है।


जामिया का एचआरडी को 2.66 करोड़ का बिल

जामिया यूनिवर्सिटी ने HRD मिनिस्ट्री के नाम 2.66 करोड़ का बिल क्यों फाड़ दिया?
 
सुमित
जामिया यूनिवर्सिटी ने HRD मिनिस्ट्री के नाम 2.66 करोड़ का बिल क्यों फाड़ दिया?
जामिया प्रशासन ने दिल्ली पुलिस के नाम बिल फाड़ दिया है कि तोड़ा है तो अब भरो सारा मुआवज़ा (तस्वीर सीसीटीवी वीडियो)
नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) को तगड़ा बिल भेजा है। मंत्रालय को जामिया यूनिवर्सिटी की तरफ़ से दो करोड़, 66 लाख का बिल भेजा गया है। जामिया प्रशासन ने बिल भेजते हुए कहा है कि 15 दिसंबर, 2019 को यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के दौरान संपत्ति का बड़ा नुकसान हुआ है। इनमें 25 सीसीटीवी कैमरों का नुकसान भी शामिल है। जामिया ने सीसीटीवी कैमरों की क़ीमत चार लाख, 75 हज़ार बताई है।


बिल की वजह सीसीटीवी क्लिप
बीते कुछ दिनों में जामिया हिंसा की कई वीडियो क्लिप जारी हुई हैं। हालांकि इन्हें जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने जारी किया है, जो जामिया प्रशासन का आधिकारिक हिस्सा नहीं है, फिर भी जामिया प्रशासन ने इन वीडियो क्लिप के सही होने की बात कही है। इन वीडियो क्लिप में जामिया परिसर के भीतर घुसकर छात्रों पर पुलिस की लाठीचार्ज और तोड़-फोड़ को देखा जा सकता है। इन्हीं क्लिप के आधार पर जामिया प्रशासन का मानना है कि कैम्पस में जो नुकसान हुआ, वो दिल्ली पुलिस की वजह से हुआ। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इन वीडियो क्लिप के ‘संदेहास्पद’ होने की बात कही है। पुलिस इन वीडियो की जांच कर रही है।


जामिया प्रशासन का कहना है कि कैंपस में पुलिस ने जो तोड़-फोड़ की, उससे सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ। उसकी भरपाई मानव संसाधन विकास मंत्रालय को ही करनी होगी। यूनिवर्सिटी का ये भी कहना है कि कैंपस के भीतर घुसने से पहले दिल्ली पुलिस या किसी भी फ़ोर्स को कॉलेज अधिकारियों से इजाज़त लेनी चाहिए थी। लेकिन न तो दिल्ली पुलिस ने भीतर घुसने का कोई कारण तब बताया, न ही प्रशासन से कोई संपर्क रखा।


और बिल फटेगा अभी?
जामिया प्रशासन अभी और बिल भेज सकता है, क्योंकि कॉलेज कैंपस में हुए नुकसान का आकलन अभी पूरा किया जाना बाक़ी है। लाइब्रेरी समेत पूरे कैंपस में कांच के शीशे, दरवाज़े, कुर्सियां, मेज, ट्यूबलाइट जैसी चीज़ों के नुकसान का आकलन अभी नहीं किया गया है।


जामिया प्रशासन के हिसाब से दिल्ली पुलिस के लाइब्रेरी में घुसने से ही कम से कम 55 लाख का नुकसान हुआ है। दरवाज़े, खिड़की, शीशे, एसी, क़िताबों के रैक और अन्य सामान का नुकसान लाइब्रेरी में हुआ है। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का मानना है कि मुआवज़ा मिलने के बाद ही मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। अगर मंत्रालय चाहता है, तो आकर क्षतिग्रस्त सामान की जांच कर सकता है। जामिया प्रशासन को मंत्रालय के जवाब का इंतज़ार है।


कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...