सोमवार, 17 फ़रवरी 2020

ओवैसी ने याद दिलाई संविधान की कसम

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी ने वाराणसी से काशी महाकाल एक्सप्रेस को रवाना किया। बता दें कि यह एक्सप्रेस ट्रेन दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा कराएगी। इस ट्रेन में एक सीट भगवान शिव के लिए भी आरक्षित रखी गई है। इस फैसले पर हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल खड़े किए है और प्रधानमंत्री कार्यालय को एक ट्वीट किया है।


काशी महाकाल एक्‍सप्रेस में एक सीट को भगवान शिव के लिए आरक्षित करने और उसे मंदिर का रूप देने पर राजनीति शुरू हो गई है। असदुद्दीन ओवैसी ने महाकाल एक्‍सप्रेस को हरी झंडी दिखाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। ओवैसी ने ट्वीट कर पीएम मोदी को भारतीय संविधान के प्रस्‍तावना की याद दिलाई है। एआईएमआईएम चीफ ने पीएम मोदी को यह बताने की कोशिश की कि संविधान इस बात की घोषणा करता है कि भारत एक, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राष्ट्र है। रेलवे का यह कदम 'संविधान की आत्‍मा' कहे जाने वाले प्रस्‍तावना के खिलाफ है। दरअसल, वाराणसी से इंदौर के बीच शुरू हुई काशी महाकाल एक्सप्रेस की एक सीट को मंदिर का रूप दे दिया गया है। मंदिर में शिव की मूर्ति लगाई गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने वाराणसी दौरे के दौरान इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। ट्रेन के कोच बी5 की सीट नंबर 64 को शिव का मंदिर बनाया गया है। यह ट्रेन 20 फरवरी से शुरू होगी।


दिल्ली पुलिस से मुठभेड़, दो बदमाश ढेर

दिल्ली में सुबह-सुबह मुठभेड़, पुलिस ने दो बदमाशों को किया ढेर


दिल्ली के पुल प्रह्लादपुर में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई है। सोमवार सुबह हुए इस एनकाउंटर में दो अपराधियों को ढेर कर दिया गया है।
मर्डर केस में वांटेड थे दोनों बदमाशपुलिस को कई दिनों से थी तलाश


नई दिल्ली। पुल प्रह्लादपुर में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई है। सोमवार सुबह हुए इस एनकाउंटर में दो बदमशाों को ढेर कर दिया गया है। बदमाशों की पहचान राजा कुरैशी और रमेश के रूप में हुई है। दोनों मर्डर केस में वांटेड थे। फिलहाल, दोनों की लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सोमवार सुबह पुल प्रह्लादपुर क्षेत्र में दो बदमाशों राजा कुरैशी और रमेश को घेर लिया गया। दोनों ने पुलिस के उपर फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से हुई फायरिंग में बदमाशों को गोली लगी थी और दोनों घायल थे। बाद में दोनों की मौत हो गई। दोनों मर्डर केस में वांछित थे।
कुछ दिन पहले सब इंस्पेक्टर पर की थी फायरिंग


राजा कुरैशी और रमेश ने हाल में कई वारदात को अंजाम दिया था। 12 फरवरी को दोनों ने एक प्रॉपर्टी डीलर पर फायरिंग की थी। इसी दिन उत्तर प्रदेश के लोनी में दोनों ने एक शख्स को घर से बाहर खींचा और उस पर फायरिंग की थी। इन दोनों वारदातों से पहले राजा और रमेश ने दो पुलिसवालों पर फायरिंग की थी। इसमें एक सब इंस्पेक्टर शामिल है।


लूट और मर्डर के कई केस दर्ज


मुठभेड़ में मारे गए दोनों बदमाशों राजा कुरैशी और रमेश के उपर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई मामले में दर्ज है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद इलाके में दोनों ने कई वारदातों को अंजाम दिया था। दोनों पर लोनी थाने में करीब आधा दर्जन से अधिक केस दर्ज है। इसके अलावा दिल्ली के करावल नगर पुलिस स्टेशन में भी दोनों के उपर कई मामले दर्ज हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 18, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-191 (साल-01)
2. मंगलवार, फरवरी 18, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि- दसमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:56,सूर्यास्त 06:06
5. न्‍यूनतम तापमान 14+ डी.सै.,अधिकतम-26+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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रविवार, 16 फ़रवरी 2020

गृहमंत्री ने पदक से किया सम्मानित

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के 73 वें स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पदक से सम्मानित किया। 2 नवंबर 2019 को दिल्ली के तीस हजारी कांड में वकीलों से हुई खूनी जंग को बेहद सधे हुए तरीके से हैंडल करने वाले आईपीएस हरेंद्र कुमार सिंह को उसका इनाम रविवार को मिला। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों से सम्मान हासिल करने वाले आईपीएस अधिकारी हरेंद्र कुमार सिंह वर्तमान समय में दिल्ली रेलवे पुलिस में उपायुक्त के पद पर तैनात हैं। तीस हजारी कांड के वक्त हरेंद्र कुमार सिंह उत्तरी जिले के एडिशनल डीसीपी थे। इस अवसर पर सन 2019 के पुलिस वीरता पदक से इंस्पेक्टर राहुल, रविंद्र कुमार त्यागी, सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र कुमार और गुरमीत सिंह को सम्मानित किया गया। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. ओ. पी. मिश्रा, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) दिनेश तिवारी, सब इंस्पेक्टर पुष्पा जग्गी को भी इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने पदक से सम्मानित किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति सराहनीय सेवा पुलिस पदक पाने वालों में एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. अजीत कुमार सिंगला, एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजकुमार सिंह, डीसीपी गीता रानी वर्मा, रिटायर्ड एसीपी मोहम्मद इकबाल, एसीपी अतुल कुमार वर्मा, इंस्पेक्टर जयश्री गोसाईं, सब इंस्पेक्टर आशी कुमारी, महेश सिंह, सहायक उप-निरीक्षक सतेंद्र सिंह, राजदीप सिंह, हवलदार वीरेंद्र सिंह, प्रेमचंद, जग निवासन, पूनम वर्मा को सम्मानित किया गया। डीसीपी रेलवे हरेंद्र कुमार सिंह के साथ-साथ राष्ट्रपति सराहनीय सेवा पुलिस पदक से डीसीपी मोहम्मद अख्तर, एसीपी मीना नायडू, हरीश चंद्र, मोहन सिंह सहित इंस्पेक्टर महेश कुमार, महेंद्र सिंह, अरुण कुमार सिंह, चंदा सहजवानी, सब-इंस्पेक्टर किरन सेठी, एएसआई भैरों सिंह, विजयन जी, वेदपाल सिंह को भी सम्मानित किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) लक्ष्मी नायक को उत्कृष्ट प्रशिक्षण के लिए गृह मंत्री सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया। इस अवसर पर तीन थानों को साल का सबसे बेहतर थाना घोषित होने पर ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। पहला स्थान सदर बाजार, दूसरा स्थान कालका जी और तीसरा स्थान फर्श बाजार थाने को मिला। इन थानों का चयन कार्य कुशलता और रख-रखाव के आधार पर किया गया था। संबंधित थानों के एसएचओ ने अपनी-अपनी ट्रॉफी केंद्रीय गृह मंत्री से प्राप्त कीं। केंद्रीय गृहमंत्री ने इस अवसर पर विशेष पुलिस आयुक्त नुजहत हसन, एडिशनल पुलिस कमिश्नर शीते को भी पदक देकर सम्मानित किया। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के डीसीपी और जवाहर लाल नेहरू विवि में हुए फसाद की जांच में जुटे जॉय टिर्की को केंद्रीय गृह मंत्री ने राष्ट्रपति सराहनीय पुलिस सेवा पदक से सम्मानित किया।


उड़ीसा में पेपरलैस बजट किया पास

भुनेश्वर। आजकल पर्यावरण को बचाने के लिए काफी प्रयास और कोशिश हो रही हैं लेकिन उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक ने इस दिशा में बड़ा उदाहरण पेश किया है।
उड़ीसा सरकार ने पेपरलेस बजट पेश कर नई नजीर पेश की है। सरकार ने फैसला लिया है कि आने वाले समय में भी पूरी तरह से पेपरलेस बजट पेश किया जाएगा। इसके अलावा कागज की बर्बादी बचाने के लिए राज्य सरकार ने कर्मचारियों के वेतन और पेंशन के दस्तावेज को भी एक पन्ने में समेटना शुरू कर दिया है। अब ये सब दस्तावेज ऑनलाइन तैयार किए जा रहे हैं ताकि पेपर की बर्बादी न होने पाए।
सरकार ने पेपरलेस बजट पेश कर कई क्विंटल कागज की खपत और बर्बादी होने से बचा लिया। अब सरकार ने पर्यावरण को बचाने व पेड़ों को संरक्षित करने की दिशा में कदम उठाते हुए सरकार ने सभी विभागों और निदेशालयों में ओडिशा सचिवालय वर्कफ्लो ऑटोमेशन सिस्टम लागू किया है। इसके जरिये सूचनाओं और आंकड़ों को सीमित कागजी कार्रवाई में सुरक्षित रखा जाता है।


प्रदर्शनकारियों से नहीं मिले गृहमंत्री

नई दिल्ली। शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों की गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात नहीं हो पाई है। रविवार सुबह प्रदर्शकारियों ने अमित शाह से मिलने के लिए मार्च निकाला था, लेकिन पुलिस से बातचीत के बाद प्रदर्शनकारी लौट गए। हालांकि इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात है। एडिशनल DCP कुमार ज्ञानेश ने कहा कि स्थिति सामान्य और नियंत्रण में है। कुछ प्रदर्शकारी बैरिकेड्स तक आए थे।उनसे जब अमित शाह से मिलने अपॉइंटमेंट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ये बात स्वीकार की और बातचीत के बाद वे वापस चले गए। इससे पहले डीसीपी साउथ ईस्ट आरपी मीणा ने कहा, शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों ने हमें बताया कि वे गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए मार्च निकालना चाहते हैं।लेकिन हमने इसके लिए मना कर दिया क्योंकि उनके पास अपॉइंटमेंट नहीं था।


ओडिशा सरकार ने दीया होली का तोहफा

भुवनेश्वर। ओडिशा का नवीन पटनायकर सरकार ने राज्य कर्मियों को होली से पहले बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोत्तरी को मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार ने महंगाई भत्ते में 5 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है। बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता 1 जनवरी 2020 से प्रभावी होगा। इस वृद्धि के साथ राज्य सरकार के कर्मचारियों का कुल डीए बढ़कर 14 प्रतिशत हो गया है। इससे करीब साढ़े तीन लाख सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। वहीं डेढ़ लाख पेंशनधारकों को भी इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा सरकार ने 7वें वेतन आयोग के तहत 10 फीसदी एरियर को भी मंजूरी दी है। कर्मचारियों को यह एरियर साल 2017 में ओडिशा रिवाइज्ड स्केल्स ऑफ पे रुल्स (ORSP) के तहत दिया जाएगा। इसके अलावा कैबिनेट ने पिछले दो वित्त वर्ष के दौरान पेंशनधारकों को 100 फीसदी बकाया राशि जारी की है। बता दें कि मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है। इससे पहले बीते महीने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते (डीए) में पांच फीसदी की बढ़ोत्तरी का एलान किया खा। बढ़ा हुआ डीए 1 जुलाई 2019 से मान्य किया गया है। कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए यह महंगाई भत्ता एक जुलाई 2019 से लंबित था। वहीं केंद्रीय कर्मचारी भी मोदी सरकार से महंगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी पर मुहर लगने का इंतजार कर रहे हैं। डीए में चार फीसदी की बढ़ोत्तरी हो सकती है। महंगाई भत्ते मौजूदा समय में 17 फीसदी है अगर इसमें चार फीसदी की बढ़ोत्तरी होती है तो यह 21 फीसदी हो जाएगा। वहीं मोदी कैबिनेट लंबे समय से कर्मचारियों द्वारा की जा रही न्यूनतम वेतन में बढ़ोत्तरी की मांग पर भी हामी भर सकती है। कर्मचारी न्यूनतम वेतन को 18,000 रुपए से बढ़ाकर 26,000 रुपए करने की मांग कर रहे हैं।


भेदभाव से अलग, मूल्यों पर किया कार्य

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पवित्र शिवाचार्य की परंपरा बहुत ही समृद्ध है। इसने जातिभेद से ऊपर उठकर, भारत के मूल्यों के लिए विपरीत परिस्थितियों में काम किया है। मुख्यमंत्री ने रविवार को काशी स्थित जंगमबाड़ी मठ में जगद्गुरु विश्वाराध्य गुरुकुल के शताब्दी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “शिवाचार्य की परंपरा ने जातिभेद से ऊपर उठकर, भारत के मूल्यों के लिए विपरीत परिस्थितियों में काम किया है।” योगी बोले, “आपने 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के गौरव को लहराते हुए और भारत की आस्था को सम्मान पाते हुए देखा है। इस गुरुकुल की समृद्ध परंपरा के साथ प्रधानमंत्री का सान्निध्य प्राप्त होना भारत की आस्था को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा, “8वीं शताब्दी में रचे गए ‘श्री सिद्धांत शिखामणि’ जैसे पवित्र ग्रंथ का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद और उसके मोबाइल एप का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी के कर कमलों से होने जा रहा है। इस अवसर पर इस पवित्र परंपरा से जुड़े सभी जगद्गुरुओं, संन्यासियों, संतगणों तथा भक्तों को हृदय से बधाई देता हूं।” योगी ने कहा कि जीव, जगत, ईश्वर, बंधन और मोक्ष का साक्षी यह ग्रंथ सचमुच पूरे जगत के प्रत्येक मनुष्य को उसके अभीष्ट लक्ष्य तक पहुंचाने में अत्यंत सहायक है।


पूर्व अध्यक्ष बनाएंगे हरियाणा में तीसरा मोर्चा

राणा ओबराय

पूर्व सांसद एवं पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर बनाएंगे हरियाणा में तीसरा मोर्चा

करनाल। हरियाणा की राजनीति में पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने नए मंच के माध्यम से वापसी करने का करनाल से आज ऐलान कर दिया। उनके जन्मदिन पर समर्थकों द्वारा आयोजित स्वाभिमान दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अशोक तंवर ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों को आड़े हाथों लेते हुए दिल्ली विधानसभा के नतीजों की तर्ज पर टीना (देयर इज नॉ ऑल्टरनेट) फैक्टर पर काम करने की राज्य में नया विकल्प खड़ा करने की घोषणा की। डॉ. भीमराव अंबेडकर, सर छोटू राम, राव तुलाराम, शहीद ए आजम भगत सिंह, चन्द्र शेखर आजाद, शहीद ऊधम सिंह आदि महापुरुषों के विचारों पर आदर्श एवं स्वाभिमानी व्यवस्था को कायम करने के लिए राज्य स्तर पर काम होगा। स्वाभिमान दिवस कार्यक्रम में बीएसपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश भारती, नरेश सारण, पूर्व सांसद प्रमोद कुरील, वृंदावन से आचार्य देवकी नन्दन, सन्त मंगला नन्द चांग, सन्त व्यास जी सहित राज्य भर से सन्त रविदास सभा, महर्षि वाल्मीकि सभा, कबीर महासभा, अम्बेडकर महासभाओं व राष्ट्रीय स्तर के अनेक सन्त समाज, राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने डॉ. अशोक तंवर को आगामी संघर्ष के लिए स्वाभिमान के साथ आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया।
अशोक तंवर ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के कथन ‘स्वाभिमानी लोग ही संघर्ष की भाषा समझते है’ और उसी तरह मान्यवर कांशीराम जी ने भी कहा कि ‘स्वाभिमानी लोग ही संघर्ष की भाषा समझते हैं’ से अपना संबोधन आरम्भ करते हुए कहा कि आज उसी स्वाभिमान का सहारा लेकर वे नई लड़ाई के लिए तैयार है। आपका साथ मिला तो 11-12 साल के हरियाणा में सक्रिय चुनावी राजनीति तथा कांग्रेस में 25-26 वर्ष के सांगठनिक अनुभव के आधार पर विश्वास दिलाता हूं कि आने वाला समय स्वाभिमानियों और संघर्षशीलों का होगा। तमिलनाडु, यूपी, बिहार, उड़ीसा आदि राज्यों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि दशकों से कांग्रेस की वापसी इन राज्यों में नहीं हुई। इसी तरह हरियाणा में भी यही मॉडल आरम्भ हो चुका है और कांग्रेस की सरकार में माल कमाने वालों घोटालेबाजों को बस अपने आप को बचाने की चिंता है। हरियाणा, राजस्थान, एमपी और महाराष्ट्र के भाजपा और कांग्रेस के घोटालेबाज अब मिलकर सरकार चला रहे है। इसलिए नया विकल्प कांग्रेस और भाजपा मुक्त आपसी भाईचारे की व्यवस्था कायम करने का संकल्प लेना चाहिए और आने वाले दिनों में यही विकल्प विपक्ष का काम करेगा।
उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचे अपने साथियों से आगामी तीन महीनों में नए संगठन की रणनीति तैयार करने का आह्वान किया। उन्होंने संग़ठन से जुड़ने के लिए नम्बर 8059904333 जारी करते हुए कहा कि इस नम्बर पर मिस कॉल कर आप संग़ठन से जुड़ सकते है। हरियाणा के हर गांव-शहर में स्वाभिमान के साथ जीना पसन्द करने वाले लोग रहते है। राजनीति को सौदेबाजी, किसान-मजदूर के विश्वास के साथ छल, घोटालों का बाजार करने वालों के खिलाफ नया विकल्प अच्छा नेतृत्व देगा। लाल व नीले रंग के गुब्बारों से सजे मंच से बोलते हुए अशोक तंवर ने बीजेपी को सीएए-एनआरसी के मुद्दे पर आड़े हाथों लेते हुए देश की सवा सौ करोड़ आबादी को नोटबन्दी की तर्ज पर लाइन में खड़ा करने का तुगलकी फरमान है। इस काम पर साढ़े चार लाख करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। जबकि आज बैंक आठ लाख करोड़ के एनपीए की वजह से डूबने की कगार पर है। वही किसान को फसल का भाव नही मिलता, सरकार का घाटा बढ़ रहा है। उन्होंने बीजेपी पर जाति-धर्म के नाम पर बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में आपकी नफरत की रोटी सेंकने की योजना भी धरी रह गयी। देश मे नफरत का आज ऐसा माहौल खड़ा हो गया दिल्ली के गार्गी कॉलेज में जय श्री राम का नारा लगाते हुए बेटियों को छेड़ने का काम हुआ। उन्होंने बांग्लादेश की लड़ाई में अपने पिता दिलबाग सिंह के अनुभवों का जिक्र करते हुए बताया देश को मुद्दों से भटकाने के लिए युद्ध उन्माद पैदा किया जा रहा है। जबकि सैनिक की पीड़ा और उनका दर्द आरएसएस महसूस नही कर सकता। उन्होंने कांग्रेस के आरक्षण बचाने व अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में संशोधन का विरोध करने को ड्रामा बताते हुए कहा कि अगर प्रमोशन में आरक्षण की चिंता पहले होती तो हरियाणा में बैकलॉग नही खड़ा होता। अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधनियम ढंग से लागू किया गया होता तो गोहाना, मिर्चपुर, भगाना जैसी घटनाएं नहीं होती। उन्होंने कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता से मिले अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस राजे-रजवाड़ो और सामंतों की पार्टी है जब तक माल कमाना जारी रहा तो पार्टी मजबूत और जब माल कमाना बन्द हुआ तो पार्टी कमजोर हुई। कांग्रेस में रहकर बीजेपी के खिलाफ संघर्ष करने वालों के साथ ज्यादती हुई तो उन्होंने स्वाभिमान के पथ पर चलते हुए पार्टी छोड़ने में देर नही की। कांग्रेस को जल्लादों ने गरीब का बूचड़खाना बना दिया। आज स्वाभिमान दिवस कार्यक्रम के चलते दलितों के सड़क पर उतरने का नाटक करने वाली पार्टी को यह नही भूलना चाहिए सुप्रीम कोर्ट में जिस अपील पर हाल का निर्णय आया है उस अपील को कांग्रेस के।मुख्यमंत्री हरीश रावत की सरकार ने दाखिल किया था। उन्होंने सन्त रविदास की वाणी में कहा गया है कि ‘ हर फूल से अच्छा पराग लाकर शहद का निर्माण करती है। उसी तरह आने वाले समय में अच्छे लोगों को जोड़ना और आपसी भाईचारे के साथ एक आदर्श व्यवस्था स्थापित करने का काम करना है। गुटबाजी और अनुशासनहीनता कांग्रेस के डीएनए में है और वो पाताल तक कांग्रेस को देख कर आए है इसलिए सन्तों की वाणी के अनुसार एक छत्ते के रूप में एकजुट होकर काम करेंगे।
कार्यक्रम में डॉ. अशोक तंवर के जन्मदिन पर समर्थकों द्वारा 44 किलो का केक काटा गया और झज्जर से आए समर्थकों ने मशहूर 44 किलो बर्फी भेंट की। इसी तरह राज्य भर के विभिन्न जिलों से आए विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने फूलमालाओं, लड्डुओं, पगड़ी, हुक्का व ढोल-बाजे से अशोक तंवर का अभिनन्दन किया। स्वाभिमान दिवस कार्यक्रम में पहुंचने से पहले डा. अशोक तंवर को करनाल के मेन बाजार से जुलूस की शक्ल में आयोजन स्थल तक लाया गया। स्वाभिमान दिवस कार्यक्रम में उमड़ी भीड़ के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग से सेक्टर 12 तक दिन भर जाम की स्थिति बनी रही। आयोजन में उमड़ी भीड़ से आयोजकों के चेहरे पर प्रसन्नता नजर आई। आयोजन स्थल पर पहुंचने पर डॉ. अशोक तंवर का गुलाब के फूलों की वर्षा कर स्वागत हुआ।


खट्टर के आयोजन से बड़ी लोकप्रियता

राणा ओबराय

मुख्यमंत्री खट्टर ने दक्षिण हरियाणा के विकास के लिए करी अनेको घोषणा, रैली के सफल आयोजन से मंत्री ओमप्रकाश यादव की बढ़ी लोकप्रियता

चंडीगढ़- महेंद्रगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश की सडक़ों के सुदृढ़ीकरण की दिशा में स्थाई समाधान सुनिश्चित करते हुए अब 6 करम या इससे अधिक चौड़ाई की सडक़ों का निर्माण लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सडक़ें) के माध्यम से करवाया जाएगा। साथ ही 6 करम से नीचे की सडक़ें जो गांव को गांव से व गांव को मंडी से जोड़ती हैं, उनका निर्माण हर विधानसभा क्षेत्र में प्रति साल 50 किलोमीटर प्रति विधानसभा क्षेत्र में मार्केटिंग बोर्ड की ओर से होगा। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा आज महेंद्रगढ़ जिला के गांव दौंगड़ा अहीर में आयोजित प्रगति रैली में की। रैली में पहुंचने पर स्थानीय नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री का पगड़ी बांधकर अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री ने जनसभा स्थल से ही महेंद्रगढ़ जिला के लिए 63.86 करोड़ रूपए की विकास योजनाओं व परियोजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास किया। उन्होंने जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों के ग्रामीण विकास के लिए दस-दस करोड़ रूपए की राशि देने की भी घोषणा की। जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि आज वे दौंगड़ा अहीर गांव की भूमि से अपनी दूसरी पारी में लोगों से सीधा जुड़ रहे हैं। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को विश्वास दिलाया कि प्रदेश की जनभावनाओं के अनुरूप वे निरंतर जनसेवा को समर्पित होकर विकास कार्य करवाने में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे। सडक़ निर्माण से संबंधित रखी गई मांगों पर मुख्यमंत्री ने मंच से घोषणा की कि सडक़ तंत्र की मजबूतीकरण की दिशा में स्थाई कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 6 करम की सडक़ों का निर्माण कार्य जहां प्रदेश भर में लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया जाएगा वहीं 5 करम तक की सडक़ों का निर्माण हर साल प्रति विधानसभा क्षेत्र 50 किलोमीटर तक तथा 3 व 4 करम के रास्तों को खडंजे(टाइलों)से बनाया जाएगा जोकि हर साल हर विधानसभा क्षेत्र में 25 किलोमीटर तक की मार्केटिंग बोर्ड से बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि सडक़ों का जुड़ाव विकास का प्रतीक है और प्रदेश में बेहतर आवागमन सुविधा के लिए वे आज ये घोषणा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य का महेंद्रगढ़ जिला 2014 से पहले तक पूर्व सरकारों के कार्यकाल में अनदेखा रहा है, लेकिन जब से उन्होंने साल 2014 में हरियाणा के सेवक के रूप में जिम्मेवारी ली है उसके उपरान्त किसानों की खुशहाली के लिए सबसे पहले कदम उठाए और बेहतर ढंग से सिंचाई प्रणाली को सुदृढ़ किया गया। उन्होंने बताया कि नहरों व माइनर के माध्यम से अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने के लिए प्रयास किए गए हैं। इस जिला में नहरी पानी का और अधिक योजनाबद्ध तरीके से पहुंचाने के लिए उन्होंने भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चै. धर्मवीर सिंह व नांगल चैधरी से विधायक डा.अभय सिंह यादव सहित पांच सदस्यीय कमेटी द्वारा पूरी रूपरेखा तैयार कर रिपोर्ट देने को कहा ताकि उनके सुझावों के अनुरूप धरातल पर कार्य करते हुए सिंचाई का स्थाई समाधान निकाला जा सके।
जनसभा में उमड़े जनसमूह का अभिवादन स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से लागू की जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं का पूरा लाभ उठाया जाए। आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि जैसी अनेक योजनाएं जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान हैं, ऐसे में अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों को इन योजनाओं से जुडना चाहिए। उन्होंने महेंद्रगढ़ जिला द्वारा मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर सबसे अधिक पंजीकरण कराने पर जिला के किसानों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इलाके की खुशहाली में सरकार के साथ ही किसानों का सहयोग बेहद जरूरी है। उन्होंने हरियाणा सरकार की विकासात्मक गतिविधियों के बारे में बताया कि जनसेवा के साथ सरकार की ओर से योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा रहा है। हर घर में जल पहुंचाने का लक्ष्य सामने रखते हुए सरकार आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम में पहुंचने पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक मानवता के आदर्श-श्रीराम का विमोचन भी किया। जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो.रामबिलास शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दूसरी पारी की शुरूआत में दौंगड़ा अहीर में जनसभा रखकर इस इलाके का सम्मान किया है। यहां के लोगों के दिल साफ है। ये वीरों का इलाका है। मुख्यमंत्री के सामने जो भी मांगें रखते हैं वे हमेशा उसे पूरा करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में जिले में अभूतपूर्व विकास हुए हैं। माधोगढ़ के किला को पर्यटक क्षेत्र के तौर पर विकसित किया जा रहा है। खुडाना में आईएमटी की स्थापना का शिलान्यास हो चुका है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि यह इस इलाके के लिए गर्व की बात है कि दूसरी सरकार में पहला बड़ा कार्यक्रम इस जिले में हुआ है। मुख्यमंत्री का इस जिले से विशेष लगाव है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीति व नीयत साफ है। यहीं कारण है कि पिछले पांच साल में हर जगह समान विकास हुआ है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दौंगड़ा अहीर में आयोजित प्रगति रैली में आने पर स्वागत करते हुए अटेली के विधायक सीताराम यादव ने कहा कि पिछले पांच साल में मुख्यमंत्री ने प्रदेश का समान विकास करवाया है। आने वाले पांच साल में यह इलाका विकास की नई ऊंचाइयों को छूएगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों की भलाई के लिए काम किया है। यहां उमड़ी यह भीड़ मुख्यमंत्री की लोकप्रियता को साबित करती है। उन्होंने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि दक्षिणी हरियाणा की यह जनता निरंतर विकास में सहभागी बने।नांगल चैधरी के विधायक डा. अभय सिंह यादव ने कहा कि पिछले पांच साल में जो भी मांगें मुख्यमंत्री के सामने रखी गई हैं उन सबको पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ जिला को विकास की मुख्य धारा से जोडने का काम मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अंतिम छोर पर पानी पहुंचाकर असंभव को संभव कर दिखाया है। इस जिले में सरकार ने ढांचागत सुविधाएं मुहैया करवाने का काम किया है। जिले में राष्टड्ढ्रीय राजमार्गों के निर्माण का काम चल रहा है। लोजिस्टिक हब जैसी परियोजनाएं तैयार होते ही यहां पर उद्योगों का विकास होगा।


 


14 हजार किमी तक चली मादा भेड़िया

साथी की तलाश,14 हजार किमी तक चली मादा भेड़िया


कैलिफोर्निया। साथी को लेकर इंसान ही नहीं जानवर भी काफी संवेदनशील होते हैं। यूं तो भेड़िए अपना साथी ढूंढने के लिए मीलों पैदल सफर करते हैं लेकिन एक मादा भेड़िया (Female Wolf) ने अपने साथी की तलाश में पैदल 14 हजार किलोमीटर की दूरी तय की। हालांकि दुखद है कि इस दौरान मादा भेड़िया की मौत हो गई। इस मादा भेड़िया को वैज्ञानिकों ने OR-54 नाम दिया था और काफा समय से इस पर नजर बनाए हुए थे।


वैज्ञानिक उसके गले में लगे ट्रांसमिटर कॉलर (Transmitter caller) से उसे ट्रैक कर रहे थे। वैज्ञानिक इस बात की जांच कर रहे हैं कि इस मादा भेड़िया की मौत क्‍यों हुई। क्‍या मौत उसके इतने चलने के कारण कोई बीमारी से हुई है या फिर वो अपने साथी के वियोग में कमजोर हो गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, इस वुल्फ ने साथी की खोज में परिवार को छोड़ कैलिफोर्निया राज्य की सीमा को पार किया। अक्टूबर 2017 से जीपीएस-रेडियो कॉलर से ट्रैक हो रही यह मादा 2018 से एक दिन में औसतन 21 किलोमीटर की दूरी तय कर रही थी।lबीते दो वर्षों में OR-54 पहाड़ों और जंगलों में भटक गई थी। वह कभी-कभी खाने के लिए पशुओं को भी मार रही थी।


इस मादा भेड़िये ने जनवरी 2018 के बाद करीब 9 देशों से गुजरी थी और वापस दो बार कैलिफोर्निया आई थी। यह मादा भेड़िया कुछ समय के लिए नेवादा में भी रुकी थी। वैज्ञानिकों की मानें तो एक भेड़िया औसत तौर पर अपने साथी को खोजने के लिए 50 से 100 मील की यात्रा करता है और कुछ सैकड़ों मील तक की यात्रा करते हैं, लेकिन इतना चल पाना असंभव है। यंग वुल्फ का घर छोड़ना बेहद आम बात है। जब वुल्फ, डेढ़ से दो साल के हो जाते हैं तो वह साथी की खोज में निकल पड़ते हैं और अपना खुद का इलाका बनाते हैं। यहां तक OR-54 के पिता OR-7 ने भी ऑरेगन में बसने से पहले कई वर्षों तक साथी के लिए कैलिफोर्निया में समय बिताया था। कैलिफॉर्निया का ‘फिश और वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट’ उसकी मौत की वजह का पता लगाने में जुट गया है साथ ही, उन्होंने इस मामले में सूचना देने वाले को करीब 1 लाख 80 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।


शाहीनबाग में बड़ी संख्या में आए प्रदर्शनकारी

नई दिल्ली। शाहीनबाग में रविवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठे हुए। दोपहर दो बजे वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास की ओर कूच करने वाले थे, लेकिन पुलिस प्रशासन से इजाजत न मिलने पर उन्होंने मार्च नहीं निकाला। शाहीनबाग में अर्धसैनिक बल और क्यूआरटी टीम तैनात है। इजाजत नहीं मिलने पर शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों ने कानून हाथ में न लेने और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करते रहने का का फैसला लिया। प्रस्तावित मार्च के मद्देनजर स्वयंसेवियों ने भीड़ को काबू में रखने के कलए अपनी तरफ से पूरी तैयारी की थी। उन्होंने रस्सियों और वहां रखी बैरिकेडों का भी सहारा लिया था। शाहीनबाग की तरफ से पुलिस प्रशासन से बात करने के लिए ‘दबंग दादियों’ को चुना गया और इसकी जानकारी वहां मौजूद महिलाओं ने ऐलान करके दिया। उन्होंने कहा, “हमारी तरफ से दादियां जाएंगी, जिनमें सरवरी दादी और बिल्किस दादी शामिल हैं। कुछ और बुजुर्ग लोग भी जाएंगे।” इजाजत न मिलने पर सरवरी दादी ने कहा, “हमें इजाजत नहीं मिली तो कोई बात नहीं, हम यहीं शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे, ये देश का सवाल है, संविधान बचाने की लड़ाई है।” इससे पहले, शाहीनबाग में मौजूद लोगों ने एक मानव श्रंखला बनाई और दूसरी ओर खड़े डीसीपी आर.पी. मीणा और एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश से दादियों की मुलाकात कराई गई। दादियों ने जब मार्च निकालने की इजाजत के बारे में पूछा और वहां मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा, “हमने आपकी चिट्ठी आगे बढ़ा दी है, जब हमें इजाजत के बाबत जानकारी मिल मिल जाएगी तो आपको बता देंगे।” एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश ने मीडिया से कहा, “हमने एप्लिकेशन आगे बढ़ा दिया है, अभी वह प्रोसेस में है। जब इजाजत मिलेगी तो इन लोगों को सुरक्षा के साथ ले जाएंगे।” आखिरकार इजाजत नहीं मिली। तब प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से शाीनबाग में अपनी जगह जाकर बैठ गए।


कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...