गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

भारतीय केंद्र का नाम बदला, 'सुषमा स्वराज'

नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सम्मान में उनकी जयंती (14 फरवरी) से एक दिन पहले प्रवासी भारतीय केंद्र और विदेशी सेवा संस्थान का नाम उनके नाम पर रखने का ऐलान किया है। केंद्र द्वारा लिए गए इस निर्णय के बाद अब प्रवासी भारतीय केंद्र को ‘सुषमा स्वराज भवन’ और विदेशी सेवा संस्थान को ‘सुषमा स्वराज विदेशी सेवा संस्थान’ के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि प्रवासी भारतीय केंद्र देश की संस्कृति को प्रवासी भारतीयों को जोड़ने का काम करता है। वहीं विदेश सेवा संस्थान देश के अग्रणी प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है। यहां पर राजदूतों को प्रशिक्षण दिया जाता है। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जयंती 14 फरवरी को है। उनका जन्म 14 फरवरी, 1952 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। पिछले साल 6 अगस्त को 67 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। स्वराज ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आखिरी सांस ली थी। इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा गया था।


शेयर बाजारः 98 अंक टूटा सेंसेक्स

मुंबई। चीन में कोरोनावायरस का प्रकोप गहराने के कारण विदेशी बाजारों से उत्साहवर्धक संकेत नहीं मिलने से गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान सुस्ती बनी हुई थी। सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 98 अंक से ज्यादा टूटा और निफ्टी भी 12,200 के नीचे आ गया। सुबह 9.41 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 87.11 अंकों यानी 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 41,478.79 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी पिछले सत्र से 25.40 अंकों यानी 0.21 फीसदी की कमजोरी के साथ 12,175.80 पर बना हुआ था।
इससे पहले बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स मजबूती के साथ 41,707.21 पर खुला और 41,709.30 तक उछला, लेकिन जल्द ही विकवाली के दबाव में फिसलकर 41,467.49 पर आ गया। पिछले सत्र में सेंसेक्स 41,565.90 पर बंद हुआ था।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी बढ़त के साथ 12,219.55 पर खुला और 12,225.65 तक उछला, लेकिन जल्द ही फिसलकर 12,171.60 पर आ गया। पिछले सत्र में निफ्टी 12,201.20 पर बंद हुआ था।
बाजार के जानकार बताते हैं कि चीन में कोरोनावायरस के नये मामलों में इजाफा होने की रिपोर्ट आने के कारण एशियाई बाजारों से उत्साहहीन संकेत मिला है जिसके चलते भारतीय शेयर बाजार में विकवाली का दबाव देखा जा रहा है।


मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर, हलचल शुरू

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मोदी मंत्रिमंडल के पहले विस्तार को ले कर हलचल शुरू हो गई है। इस क्रम में बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी की वाईएसआर कांग्रेस के मुखिया और आंध्रपदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डïी की डेढ़ घंटे की मुलाकात को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि इसी दौरान बिहार के सीएम का भी मन टटोला गया है। माना जा रहा है कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण से पहले पीएम अपने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार कर सकते हैं। दरअसल विस्तार पर मंथन बजट सत्र के पहले से ही चल रहा है। पार्टी ने उस दौरान भी नीतीश से बात की थी और उनका रुख सकारात्मक था। अब दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद गैरकांग्रेस विपक्षी दलों के बीच एकजुटता बढऩे की संभावना के मद्देनजर इस दिशा में नए सिरे से हलचल शुरू हुई है। पार्टी चाहती है कि लोकसभा में खाली पड़े डिप्टी स्पीकर के पद और मंत्रिमंडल विस्तार के जरिए न सिर्फ सहयोगियों से तालमेल ठीक किया जाए, बल्कि राजग के इतर कुछ दलों को भी साधा जाए। जगन-पीएम मुलाकात: बुधवार को आंध्रप्रदेश के सीएम की पीएम मोदी से लंबी मुलाकात हुई। सूत्रों का कहना है कि भाजपा वाईएसआर कांग्रेस को राजग में शामिल कर मंत्रिमंडल में भागीदारी देना चाहती है। अगर वाईएसआर इसके लिए राजी नहीं हुआ तो उसे बीते कार्यकाल में अन्नाद्रमुक की तरह लोकसभा में डिप्टी स्पीकर का पद दिया जा सकता है। इसके उलट अगर जगन ने राजग में आने पर सहमति दी तो यह पद बीजेडी को दिया जा सकता है। चूंकि बीजेडी राजग में नहीं आ सकती, इसलिए इस पद के बहाने पार्टी उसे गैरकांग्रेस विपक्ष के मोर्चे में शामिल होने से रोकने के साथ राज्यसभा में अपनी ताकत बढ़ा सकती है। सहयोगियों को साधना जरूरीः सरकार गठन के समय मंत्रिमंडल में पद की संख्या पर मतभेद के कारण जदयू को सरकार में जगह नहीं मिली। जबकि अपना दल को जगह नहीं दी गई। इस बीच राजग की कार्यशैली पर भी सहयोगियों ने सवाल उठाए हैं। अब लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान अपनी जगह अपने सांसद पुत्र चिराग पासवान को मंत्री बनाना चाहते हैं। चूंकि बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव है, इसलिए जदयू को सरकार में भागीदारी देने के अलावा लोजपा को साधे रखने की जरूरत है। सहयोगियों से बेहतर संबंध का संदेश देने और यूपी में अभी से चुनावी तैयारियों में जुटने की रणनीति के तहत अपना दल को भी साधे रखने की जरूरी है। चूंकि शिवसेना अब राजग के साथ नहीं है, ऐसे मेंं जदयू को मंत्रिमंडल में अधिक भागीदारी देने पर अब कोई समस्या नहीं है। चर्चा है कि अगर चिराग मंत्री बनाए गए तो राजग संयोजक का पद पासवान को दिया जा सकता है।
नई सियासी परिस्थिति की चुनौतीः दिल्ली चुनाव के बाद अचानक गैरकांग्रेसी दलों के एकजुट होने की संभावना बनी है। भाजपा को पता है कि लगातार कमजोर हो रही कांग्रेस की जगह अगर क्षेत्रीय दलोंं फ्रंट बना तो यह उसके लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। करीब छह साल से लगतार बह रहे राष्ट्रवाद की बयार के बाद दिल्ली के नतीजे ने कल्याणकारी राज्य पर सियासी बहस शुरू की है। गुजरात का विकास मॉडल के बाद अब देश भर में दिल्ली के विकास मॉडल की चर्चा हो रही है। क्षेत्रीय दलों का फ्रंट बना तो दिल्ली के गुजरात का विकास मॉडल बनाम दिल्ली का विकास मॉडल की सियासी जंग छिड़ सकती है।


ट्रक-कार सहित बाइकों के काटे चालान

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, प्रवीण कुमार, रिपोर्टर पिलखुआ, रिंकू सैनी रिपोर्टर    


हापुड़। थाना धौलाना क्षेत्र में चलाया गया संघ चेकिंग अभियान जिसमें ट्रक कार सहित बाइकों के काटे चालान। जिन गाड़ियों वालों ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी उनके भी काटे चालान बाइक सवार बिना हेलमेट के मिलने पर भी काटे गए चालान तीन सवारियों पर भी काटे चालान। एस आई रजनी वर्मा ने बताया हापुड़ एसपी संजीव सुमन के दिशा निर्देशों अनुसार चेकिंग अभियान चलाया गया है 30 गाड़ियों के लगभग चालान किए गए हैं।


'पीएम मोदी' पर आतंकी हमले की आशंका

लखनऊ। खुफिया एजेंसियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में संभावित आतंकी हमले को लेकर अलर्ट किया है। खुफिया जानकारी के अनुसार, इस बात की संभावना है कि हमलावर मंदिर में पत्रकार के रूप में प्रवेश कर सकता है। अलर्ट के बाद, गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।सूत्रों ने कहा कि गोरखपुर पुलिस को स्थानीय पत्रकारों द्वारा मुहैया कराई गई जानकारियों की समुचित जांच के बाद उनका नया फोटो पहचान पत्र बनाने के लिए कहा गया है। योगी आदित्यनाथ को लखनऊ में पत्रकारों से दूरी बनाए रखने वाले नेता के रूप में जाना जाता है, जबकि गोरखपुर में मीडियाकर्मी उनसे आसानी से मिल सकते हैं। वह गोरखपुर में रहने के दौरान मंदिर परिसर में जनता दरबार में भी स्थानीय लोगों से मुलाकात करते हैं।


व्यापार मंडल की प्रथम बैठक आयोजित

देहरादून। संयुक्त व्यापार मंडल, उत्तराखंड की प्रथम बैठक आयोजित की गई। जिसमें संयुक्त व्यापार मंडल की प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार किया गया। उत्तराखंड प्रदेश के प्रभारी धर्मेंद्र सिंह, राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य राघवेंद्र सिंह चंदेल, रविंद्र सिंह आनंद प्रदेश अध्यक्ष संयुक्त व्यापार मंडल की अध्यक्षता में निम्न महानुभावों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई। वरिष्ठ उपाध्यक्ष के पद पर सरदार गुलजार सिंह, कोटद्वार महासचिव संजय मित्तल, कोटद्वार उपाध्यक्ष जगदीश सिंह गुसाईं को बनाया गया। साथ ही प्रदेश सचिव के पद पर सुधीर कपूर, हरीश गुलाटी, अशोक ग्रोवर और मनीष शर्मा को जिम्मेदारी सौंपी गई। प्रदेश प्रवक्ता रोहित छाबड़ा को नियुक्त किया तो प्रदेश मीडिया प्रभारी के पद पर आशीष जदली को जिम्मेदारी सौंपी गई। पौड़ी जिलाध्यक्ष के पद पर राजकुमार नागपाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दलबीर सिंह कलेर, वरिष्ठ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शाहिद हुसैन, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नवीन सिंह चौहान को आईटी सेल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नियुक्ति के दौरान संयुक्त व्यापार मंडल के समस्त पदाधिकारियों ने जय व्यापारी, जय व्यापार, व्यापारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाए।


संस्कृति,संरक्षण-संवर्धन के लिए प्रशिक्षण

कालपी। विद्यालय के पूर्व प्राचार्यों व छात्रों की मौजूदगी मे भारतीय संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए आयोजित निशुल्क त्रैमासिक पौरोहित्य प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। श्री व्यास क्षेत्र संस्कृत महाविद्यालय के प्रबंधक योगेन्द्र नरायन शुक्ल वैद्य ने उपस्थित लोगों को बताया कि उत्तरप्रदेश संस्कृति संस्थान लखनऊ द्वारा भारतीय संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए संस्कृत महाविद्यालयों मे अध्यनरत छात्रों व इच्छुक छात्रों को जानकारी देने के लिए निशुल्क त्रैमासिक पौरोहित्य प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ कराया है। छात्रों के प्रशिक्षण के लिए संस्थान द्वारा प्रदीप द्विवेदी की प्रशिक्षक के रुप मे नियुक्ति की गयी है, जो छात्रों को प्रशिक्षण देंगे तथा प्रशिक्षण उपरान्त छात्रों को प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा। पूर्व विधायक डॉक्टर अरुण मेहरोत्रा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जो गिरावट आ रही थी प्रशिक्षण से उसे बढ़ावा मिलेगा व उसका संरक्षण व संवर्धन भी होगा तथा संस्कृत के छात्रों को इसका ज्ञान मिलेगा। ऐसे कार्यक्रमों की सराहना होना चाहिए। वहीं कार्यक्रम में पूर्व प्राचार्य शिवशंकर शुक्ला, गणेश शंकर त्रिवेदी, उत्तम कुमार निरंजन, डॉ. आर.पी.दीक्षित, कार्यक्रम के जिला संयोजक अनिरुद्ध त्रिपाठी, प्रशिक्षक प्रदीप कुमार द्विवेदी के अलावा उमेश भदौरिया व आनन्द तिवारी आदि मौजूद रहे तथा कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर विवेक मिश्रा ने किया।


रंगा-रंग कार्यक्रम में 'हुनर हाट' का उद्घाटन

नई दिल्ली। रेल एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज एक रंगारंग कार्यक्रम में राजपथ के इंडिया गेट लॉन में 20वें ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन किया। ‘कौशल को काम’ थीम पर आधारित यह हुनर हाट 13 से 23 फरवरी तक आयोजित किया जायेगा। यहां देश भर के हुनर के उस्ताद दस्तकार, शिल्पकार, खानसामे भाग ले रहे हैं, जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक महिला दस्तकार शामिल हैं। पीयूष गोयल ने इस अवसर पर कहा कि दस्तकारों एवं शिल्पकारों के सशक्तीकरण के लिये देश में कम से कम तीन साल तक आयोजित किये जाने वाले समारोहों के दौरान अतिथियों को देसी उपहार दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वाणिज्य अल्पसंख्यक और जनजातीय मंत्रालय आपस में समन्वय कर हस्तकला और शिल्पकला को विदेशों में बाजार उपलब्ध करा सकते हैं जिससे ऐसे उत्पादों को पर्याप्त मूल्य मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि हस्त और शिल्पकला को ई-कामर्स से जोड़ा जायेगा और लोगों में इसके प्रति जागरुकता पैदा की जायेगी। उन्होंने हुनर हाट की सराहना करते हुये कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से लुप्त हो रही कलायें बचायी जा सकेंगी। एक समय अगरबत्ती उद्योग पर देश में ध्यान नहीं दिया गया जिसके कारण विदेशी अगरबत्ती का देश में इसके बाजार पर कब्जा हो गया और और देशी लघु उद्योग बंद हो गये। देश में विदेशी अगरबत्ती के आयात पर प्रतिबंध लगाया गया तो अधिकारियों ने उन्हें भयभीत किया था लेकिन वह अपने निर्णय पर कायम रहे और अब यह उद्योग एक बार फिर फलने-फूलने लगा है। गोयल ने कहा कि हुनर हाट ने कई विलुप्त हो रही कला/क्राफ्ट को पुनर्जीवित किया है। हुनर हाट देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों को मौका-मार्केट मुहैया कराने का मजबूत अभियान है। मुख्तार अब्बास नकवी ने इस अवसर पर कहा कि देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों के स्वदेशी विरासत के सशक्तीकरण का मेगा मिशन साबित हो रहा है हुनर हाट। उन्होंने कहा कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश की विरासत को मौका-मार्केट मुहैया कराने के ड्रीम प्रोजेक्ट को मजबूत कर रहा है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश के कोने-कोने के हुनरमंदों की शानदार विरासत का संरक्षण करने एवं उन्हें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मार्केट उपलब्ध कराने का ऐतिहासिक कार्य कर रहा है। नकवी ने कहा कि पिछले लगभग तीन वर्षों में हुनर हाट के माध्यम से लगभग तीन लाख दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों को रोजगार और रोजगार के मौके उपलब्ध कराये गये हैं। इनमें बड़ी संख्या में देश भर की महिला दस्तकार भी शामिल हैं। इससे पहले दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुड्डुचेरी, इंदौर आदि स्थानों पर हुनर हाट आयोजित किए जा चुके हैं। अगले हुनर हाट का आयोजन रांची में (29 फरवरी से आठ मार्च), चंडीगढ़ में (13 मार्च से 22 मार्च तक) आयोजित किया जाएगा। आने वाले दिनों में हुनर हाट का आयोजन गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, पुड्डुचेरी, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर आदि में किया जायेगा। उन्होंने कहा दिल्ली में आयोजित किये जा रहे हुनर हाट में 250 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं जिनमें देश भर से दस्तकार, शिल्पकार, खानसामे भाग ले रहे हैं जो देश के कोने-कोने के स्वदेशी हस्तशिल्प और हथकरघा के शानदार स्वदेशी उत्पाद अपने साथ लाये हैं। यहां विभिन्न राज्यों के पारंपरिक लज़ीज़ पकवान भी ‘बावर्चीखाने’ सेक्शन में अपनी सुगंध बिखेर रहे हैं। इसके अलावा रोजाना होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगे।


फैक्ट्री में आग लगने से मचा हड़कंप

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ


हापुड़। कोतवाली क्षेत्र के इंदिरा नगर कॉलोनी में उस समय हड़कम्प मच गया जब एक जूता फैक्ट्री में अचानक भीषण आग लग गई । फैक्ट्री में कई लोग फसे हुए थे। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। 
जूता फैक्ट्री में आग व फैक्ट्री में मजदूरों के फसे देख लोगों ने पुलिस और दमकल विभाग को आग की सूचना दी आग की सूचना पर दमकल विभाग की गाड़ी ने मोके पर पहुंच कर कड़ी मशक्कत के बाद अंदर फसे करीब 8 लोगों को सकुशल बाहर निकाला वहीं दमकल विभाग ने गाजियाबाद, मेरठ व गढ़मुक्तेश्वर से भी
दमकल की कई गाड़ियों को मोके पर आग बुझाने के लिए बुलाया। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस आग से लाखों रुपये का माल जल कर खाक हो गया। वहीं आग लगने की कारणों की दमकल विभाग जांच कर रहा है।


गैस सिलेंडर फटने से दर्दनाक हादसा

सीकर। राजस्थान के सीकर शहर में गुरुवार को गैस सिलेंडर फटने से दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे में कुल 13 लोग झुलस गए। सभी घायलों को एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इनमें से नौ की हालत गंभीर होने पर उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक शहर के शेखपुरा मोहल्ले स्थित कुरैशी क्वार्टर में असरार कुरैशी, अजीज अहमद कुरैशी के मकान में सुबह अचानक सिलेंडर फट गया। जिससे आस पास के मकान भी थर्रा उठे। तेज धमाके से लोग दहशत में आ गए। हादसे में मकान में रहने वाले नंदलाल सिंधी के परिवार सहित कुल 13 लोग घायल हो गए। सूचना पर दमकल और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को एंबुलेंस की सहायता से एसके अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से नौ लोगों की गंभीर हालत में जयपुर रेफर कर दिया। हादसा इतना भीषण था कि किसी को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला।


नेपाल के रास्ते नहीं आ पाएंगे चीनी नागरिक

देहरादून। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते अब नेपाल के रास्ते चीन के नागरिक भारत नहीं आ पाएंगे। नेपाल के रास्ते भारत आने वाले चीनी नागरिकों को चीन सरकार के पत्र पर केवल दिल्ली एयरपोर्ट पर आने की सुविधा मिलेगी, जहां से उन्हें कड़ी सुरक्षा में मेडिकल आबजर्वेशन में रखा जाएगा। इससे पहले भी नेपाल के रास्ते भारत आ रहे एक चीनी नागरिक को वापस लौटा दिया गया था। नेपाल के सड़क मार्ग से कोई भी चीनी नागरिक भारत में नहीं आ सकेगा। वे केवल हवाई मार्ग से दिल्ली आ सकेंगे। बता दें कि उत्तराखंड में केवल बनबसा ही थर्ड कंट्री (भारत नेपाल को छोड़कर) के नागरिकों और पर्यटकों के आवागमन का वैधानिक मार्ग है। राज्य में बनबसा में ही इमिग्रेशन चेकपोस्ट बनाया गया है। यह कदम चीन में फैले कोरोना वायरस के खतरों से बचाव के लिए उठाया गया है। लेकिन, भारत नेपाल सीमा पर एसएसबी, इमिग्रेशन चेकपोस्ट, कस्टम, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की पूर्ण सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई है। जल्द ही इन लोगों के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी।


रेशमः तितली के अंडे से बनता है कोसा

राजिम। माघी पुन्नी मेला में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने और जानकारी देने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाया है। ग्रामोद्योग रेशम प्रभाग विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल में कोसा के बारे में जानकारी दी जा रही है। रेशम प्रभार के नोडल अधिकारी ए.डी.एस कोहलेकर, जी.पी. शर्मा के साथ किरवई के किसान गोविंद साहू और भेखराम साहू श्रद्धालुओं को कोसा उत्पादन की जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं। कोसा कृषक गोविंद साहू ने बताया कि सी.एस.बी. या बी.एस.एम.टीसी. से तितली का अण्डा प्राप्त होता है। इस अण्डे को ट्रे मे रखकर प्राकृृतिक तरीके से प्रजनन कराके लार्वा यानि एक छोटा सा कृमि प्राप्त करते है। इस कृमि को हम कहवा, साजा, सरई, साल के वृक्ष के पत्तों में कृमि को डाल देते है। ये कृमि पत्ते को खाकर कीड़ा बन जाते है। वह कीड़ा अपने लार के माध्यम अपने चारो ओर आवरण तैयार करते जाते है। ऐसी स्थिति आती है कि उस आवरण के अन्दर बंद हो जाता है। इस तरह से प्राप्त फल कोसा कहलाता है। कोसा के अन्दर बंद कीड़ा प्यूपा बन जाता है। वही प्यूपा जो अनुकूल वातावरण में तितली बनकर बाहर आते है और कृषक इन्ही तितलियों का संग्रहण कर पुन: कोसा प्राप्त करने के लिये तितलियो से अण्डा प्राप्त करते है। उसी के साथ कोसे से रेशम बनाई जाती है। रेशम का बाजार में अच्छा मूल्य मिल जाता है। ये एक प्रकार का आधुनिक कृषि है जिसमें अधिक लाभ होती है। छत्तीसगढ़ का कोसा पूरी दुनियाः छत्तीसगढ़ का कोसा सिल्क पूरी दुनिया में अपने आरामदायक टेक्स्चर के लिए जाना जाता है। प्रदेश में विदेशी पर्यटकों के आगमन के साथ ही यहां की कोसा सिल्क साडिय़ों के निर्यात में दिनों-दिन बढ़ोतरी हो रही है। राजिम माघी पुन्नी मेला के मौके पर लगाई गई प्रदर्शनी में कोसा सिल्क बनाने वाली तितलियों को भी रखा गया है। इन तितलियों को देखते ही कई लोग इनके बारे में और जानने की इच्छा जाहिर करते नजर आए तो कई लोगों ने इनकी तस्वीरें अपने कैमरे में कैद की। क्या है कोसा की खासियतः कोसा सिल्क प्रदेश के कुछ जिले में मुख्य रूप से तैयार किया जाता है। यह बेहद मजबूत होता है और पूरी दुनिया में अपने नर्म टेक्स्चर के लिए जाना जाता है। यह सिल्क के सबसे शुद्ध प्रकारों में गिना जाता है। इसकी खासियत इसके रंग हैं। कोसा सिल्क प्राकृतिक रूप से हल्के गोल्डन रंग में मिलता है जिसे पलाश, लाख और गुलाब की पंखुडियों से बने रंगों से डाई किया जाता है। सिर्फ साड़ी नहीं डिजाइनर आउटफिट्स भी होते हैं तैयारः पारंपरिक रूप से कोसा से सिर्फ साडिय़ां बनाई जाती थीं लेकिन अब इससे लहंगे भी बनाए जाते हैं। विदेशों में कोसा सिल्क के कपड़ों से कई तरह के डिजाइनर वेस्टर्न आउटफिट्स भी तैयार किये जाते हैं।


कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई

कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिला कांग्रेस कार्यालय में कौशाम्बी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गौरव पाण्डे...