गरियाबंद। गरियाबंद जिला अपने प्राकृतिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों के लिये प्रदेश ही नही देश के पर्यटन मानचित्र पर एक अलग स्थान रखता है। यह वनांचल अपने सुरम्य वादियों, पर्वत, झरना, नदियों को अपने आप में समेटे हुये है। यहां पर पवित्र धार्मिक नगरी राजिम है, वहीं जतमई और घटारानी जैसे दो महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी पर्यटकों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करता है। जतमई धाम स्थल गरियाबंद जिले में रायपुर से 85 किमी की दूरी पर स्थित है। जंगल के बीच खूबसूरत स्थलों के बीच है यह जतमई मंदिर। जतमई मां की पत्थर की मूर्ति गर्भगृह के अंदर रखा गया है। राजिम में इन दिनों राजिम माघी पुन्नी मेला की धूम है। यहां पर विदेशी सैलानी भी पहुंच रहे हैं। यह मेला महाशिवरात्रि तक चलेगा। जिले के पर्यटन स्थल भी सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। यहां के पर्यटन स्थल घने जंगलों से ढंकी है और यहां कल-कल बहते पानी की आवाज सुनना बहुत ही सुकूनदायक लगता है। यहां कल कल करते झरने बरबस ही लोगो का मन मोह लेते है जतमई अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। प्रति वर्ष लाखो सैलानी यहाँ आते है और पिकनिक का लुफ्त उठाते है। यहां का झरना प्रसिद्ध है यही लोग अपने आप को इसमें भीगने से रोक नहीं पाते। जतमई प्रकृति की गोद में बसा है यहाँ आकर आप पर्वत चढ़ने का भी मजा ले सकते है। जतमई मार्ग पर और भी पर्यटक स्थल है यहाँ पास में छोटा सा बांध है यह पिकनिक स्पॉट भी है, जहां आप नहाने का भी मजा ले सकते हैं। छुरा ब्लाक के जंगल स्थित जतमई पहाड़ी एक 200 मीटर क्षेत्र में फैला पहाड़ है, जिसकी उंचाई करीब 70 मीटर है. यहां शिखर पर विशालकाय पत्थर एक-दूसरे के ऊपर इस कदर टिके हैं, जैसे किसी ने उन्हें जमाया हो. जतमई में प्रमुख मंदिर के निकट की वादियां सबको आकर्षित करती है. बारिश के दिनों झरनों की रिमझिम फुहार इसे बेहतरीन पिकनिक की जगह बना देता है । इसी तरह जतमई के नजदीक ही एक और स्थल है घटारानी मन्दिर जो जतमई मंदिर से 15 किलोमीटर दूर स्थित है यहाँ भी एक बड़ा झरना हैं। जतमई मंदिर की तरह ही यहां भी ज्यादा उत्साह और भक्ति के साथ नवरात्रि पर्व मनाया जाता है, यहाँ नवरात्रि की तरह विशेष उत्सव के मौकों पर एक सजावट देखतें बनता है। मानसून के बाद यह यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है। मंदिर के निकट सुंदर झरना बहती है, जो इस जगह को और अधिक आकर्षक बना देता है। झरना इस गंतव्य को पूरे परिवार के लिए एक पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बनाने पूर्ण प्रवाह में है। मंदिर में प्रवेश करने से पहले एक डुबकी लेने के लिए झरना सबसे अच्छी जगह है।
बारिश के दिनों मंदिर के पास के झरनों की रिमझिम फुहार इसे बेहतरीन पिकनिक की जगह बना देता है। घटारानी मंदिर की भी बहुत मान्यता है। घटारानी प्रपात तक पहुंचने पर्यटकों के लिए पर्याप्त साधन हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए इन जगहों पर जाने का सबसे अच्छा समय अगस्त से दिसंबर तक है। जतमई और घटारानी गरियाबंद जिले के दो खूबसूरत जलप्रपात हैं, जो बरसात के मौसम में देखते ही बनते हैं। धार्मिक आस्था वाले लोगों के लिए यह तीर्थ भी है। यहां देवी मंदिर के साथ शिवलिंग भी है,यहां पहुंचने के लिए पक्की सड़कें हैं। जतमई धाम एवं घटारानी तक पहुंचने राजिम के साथ ही पाण्डुका से रास्ता है साथ ही छुरा की ओर से भी यहां पहुंचा जा सकता है।
मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020
जतमई मंदिरः प्राकृतिक, ऐतिहासिक
देशभक्ति का मतलब जनसेवाः मनीष
नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि देशभक्ति का मतलब लोगों के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने काम करने वाली सरकार को चुना है। पटपड़गंज विधानसभा सीट से कांटे की टक्कर के बीच तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले आम आदमी पार्टी नेता सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए दिल्ली की जनता ने जो प्यार लुटाया है वह उनके द्वारा दिए गए राष्ट्रवाद के मॉडल का परिणाम है। सिसोदिया ने कहा, “केजरीवाल ने गवर्नेस और एजुकेशन का जो मॉडल दिया है उसमें देशभक्ति का मतलब है लोगों के लिए काम करना है। देशभक्ति का मतलब है लोगों के बच्चों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था करना, उनके लिए बिजली और पानी की सुविधा देना है। यह देशभक्ति और राष्ट्रवाद का मॉडल पिछले पांच साल की केजरीवाल की सरकार से निकला है और आज दिल्ली की जनता ने राष्ट्रवाद का मतलब काम करने वाली सरकार को चुना है।” दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को अजेय बहुमत मिला है। इस जीत पर सिसोदिया ने एक ट्वीट के जरिए दिल्लीवासियों का आभार जताया। उन्होंने ट्वीट में कहा, “दिल से शुक्रिया दिल्ली। पांच साल के काम को सम्मान देने के लिए, शिक्षा को सम्मान देने के लिए। सरकार में रहकर देश के सब बच्चों को अच्छी शिक्षा देना ही सच्ची राष्ट्रभक्ति है।” इससे पहले आईएएनएस के एक सवाल पर सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा जीत गई। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्यो के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार को चुना है। सिसोदिया ने 3,000 से ज्यादा मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार रविंद्र सिंह नेगी को शिकस्त दी है। उन्होंने लगातार तीसरी बार पटपड़गंज से चुनाव जीतकर इस विधानसभा सीट पर अपनी जीत की हैट्रिक लगाई है। पटपड़गंज विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला काफी रोचक रहा। शुरुआती बढ़त के बाद मनीष सिसोदिया एक समय भाजपा के रविंद्र नेगी से काफी पीछे चल रहे थे। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को मतगणना के रुझानों में काफी समय तक पीछे रहने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) में नंबर दो की हैसियत रखने वाले मनीष सिसोदिया ने 11वें चक्र की मतगणना बाद अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के रविंद्र सिंह नेगी से बढ़त बना ली। इसके बाद सिसोदिया को लगातार बढ़त मिलती गई। सिसोदिया को 70,163 मत मिले हैं जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार रविंद्र नेगी को 66,956 मत मिले हैं। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, पटगड़गंज विधानसभा सीट पर भाजपा को 49 फीसदी से अधिक मत मिले हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी को 47 फीसदी से अधिक मत मिले हैं। वहीं, तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार लक्ष्मण रावत को दो फीसदी भी मत नहीं मिल पाए हैं।
'पंडित जी' की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
प.दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर भाजपा प्रदेश कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा
देहरादून। भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में शामिल व प्रसिद्ध दार्शनिक प. दीन दयाल उपाध्याय की पुण्य तिथि पर आज उन्हें यहाँ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय पर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि प. दीन दयाल उपाध्याय महान व्यक्तित्व थे जिनके कार्य व विचार आज भी प्रासंगिक हैं।उनका पूरा जीवन देश व संगठन के लिए समर्पित था। जनसंघ के महामंत्री व अध्यक्ष पदों पर रहते प. उपाध्याय ने देश की राजनीति को नई दिशा दी। उन्होंने हमें एकात्म मानव वाद का दर्शन दिया जो युगांतकारी है। उनकी बढ़ती लोकप्रियता व समकालीन राजनीति को नया रूप देने के प्रयासों को मिल रही सफलता से कुंठित होकर विरोधियों ने उनकी हत्या करा दी । लेकिन वे आज भी अपने विचारों व कार्यों के कारण हमारे हृदय में जीवित हैं और रहेंगे।
दिल्ली मे 'अल्पसंख्यकों' का जीता विश्वास
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों ने दिल्ली में अपने 2015 के प्रदर्शन को दोहराते हुए पांच मुस्लिम बहुल सीटों पर कब्जा कर लिया है। मटिया महल से आप उम्मीदवार शोएब इकबाल, बल्लीमारान से इमरान हुसैन, चांदनी चौक से प्रहलाद सिंह साहनी और सीलमपुर से अब्दुल रहमान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों को आसानी से मात दे दिया। ओखला, सीलमपुर और पुरानी दिल्ली क्षेत्र में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी। लेकिन उम्मीदों के विपरीत मुस्लिम अल्पसंख्यकों ने आप के पक्ष में मतदान किया। ओखला से कांग्रेस नेता परवेज आलम खान ने स्पष्ट रूप से कहा, “मुख्य फोकस भाजपा को हराने पर था और हम उन्हें हराने के लिए अपने को आगे नहीं कर सके, इसलिए वोटरों ने आप को चुना।” इसी तरह की भावना दूसरे मुस्लिम बाहुल्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी देखा गया। कलीम हाफिज दिल्ली व उत्तर प्रदेश में कई शैक्षिक संस्थान चलाते हैं। उन्होंने कहा, “मुस्लिम वोटिंग का पैटर्न दिखाता है कि उनके दिमाग में दो चीजें रही-भाजपा को हराना और दूसरा कौन सरकार बनाने जा रहा है और कांग्रेस इसमें नहीं थी।” आप उम्मीदवार अमानतुल्ला खान ने ओखला सीट से भारी अंतर से जीत हासिल की, जो सीएए विरोधी प्रदर्शन का केंद्र रहा है। बीते चुनाव के अंतर को पीछे छोड़ते हुए अमानतुल्ला को मतदान के कुल 81 फीसदी वोट मिले।सीलमपुर निर्वाचन क्षेत्र में आप को कुल डाले गए वोट का 54 फीसदी से ज्यादा मिला और यह पहला निर्वाचन क्षेत्र था, जहां मंगलवार को सबसे पहले नतीजे घोषित किए गए। मटिया महल में पूर्व डिप्टी स्पीकर शोएब इकबाल भारी अंतर से चुनाव जीते और उन्हें 75 फीसदी से ज्यादा वोट मिले। बल्लीमारान में आप विधायक व मंत्री इमरान हुसैन ने बड़े अंतर से चुनाव जीता और 64 फीसदी वोट हासिल किया है।चांदनी चौक में मौजूदा आप विधायक अलका लांबा चुनाव हार गई। लांबा कांग्रेस की तरफ से मैदान में थी। जबकि पूर्व कांग्रेस विधायक जो आप की तरफ से चुनाव लड़े प्रह्लाद सिंह साहनी ने इस सीट से जीत दर्ज की। उन्हें कुल मतदान का 60 फीसदी से ज्यादा मिला। अल्पसंख्यक बाबरपुर व मुस्तफाबाद में भी आप के पक्ष में रहे। 8 क्षेत्रीय दलों का वोट शेयर नोटा से भी कम
विधानसभा के परिणाम के रुझानों से यह स्पष्ट हो गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में अन्य राज्यों के क्षेत्रीय दलों के लिए कोई जगह नहीं है। कुल मिलाकर दिल्ली विधानसभा में 10 क्षेत्रीय दलों ने हिस्सा लिया और इनमें से एक भी दल कुल वोट शेयर का एक प्रतिशत भी नहीं हासिल नहीं कर सका। दस क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों लोक जनशक्ति पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, जनता दल-यूनइटेड, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक दल, शिव सेना (एसएचएस) और ऑल इंडिया फॉरवार्ड ब्लॉक ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाग लिया था। चुनाव आयोग के अनुसार, इनमें से सिर्फ दो दलों- बहुजन समाज पार्टी और जनता दल-यूनाइटेड को नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) विकल्प से ज्यादा वोट शेयर मिला। कुल आठ क्षेत्रीय दलों का वोट शेयर नोटा की तुलना में बहुत कम वोट मिला। अब तक के रुझानों के अनुसार नोटा को 0.47 प्रतिशत वोट मिला है। वहीं लोजपा का 0.37 प्रतिशत और राकांपा का 0.03 प्रतिशत वोट शेयर रहा। दिल्ली में जहां केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलनों और प्रदर्शनों के दौरान वाम दलों ने भारी उपस्थिति दर्ज कराई, वहीं मतदान के मामले में इसे बहुत कम वोट मिला। राष्ट्रीय राजधानी में बिहार की भारी आबादी होने के बावजूद लालू प्रसाद यादव की अगुआई वाली राजद का सिर्फ 0.03 प्रतिशत वोट शेयर रहा। इस बीच शिवसेना को 0.12 प्रतिशत वोट शेयर रहा वहीं रालोद का वोट शेयर 0.0 प्रतिशत रहा।
रात को सोने से पहले, जरा बचके
पेट में एसिडिटी भी बन सकती है। आपको अनिंद्रा की समस्या भी हो सकती है। आइए जानते हैं रात में सोने से पहले किन चीजों को खाने से बचना चाहिए…
अगर आपकी चाय पीने की आदत है तो रात में सोने से पहले कभी भी चाय न पिएं। आप ग्रीन टी भी न पिएं क्योंकि यह भी रात में सोने से पहले पीने पर आपकी सेहत को बिगाड़ सकती है। अगर आप रात में सोने से पहले चाय पिएंगे तो आपकी नींद बिगड़ सकती है क्योंकि इसमें मौजूद कैफीन आपकी नींद के लिए बाधक हो सकता है। इसलिए रात में सोने से पहले भूलकर भी चाय पिने की आदत न डालें।
रात में सोने से पहले कभी भी मांसाहार का सेवन न करें। इससे आपको पाचन समस्या हो सकती है। अगर आप रात में सोने से पहले मांसाहार का सेवन करते हैं तो इसे पचने में वक्त लगता है और अगले दिन आपको कब्ज से लेकर पेट की समस्याएं हो सकती है। ऐसे में रात में सोने से पहले हमेशा ही हल्का भोजन करना चाहिए। अगर आप रात में सोने से पहले चिकन खाते हैं तो इसमें मौजूद प्रोटीन को पचाने में आपके शरीर को काफी वक्त लग सकता है और आपकी नींद में भी खलल पड़ सकता है।
रात में सोने से पहले आपको मीठा नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे आपकी नींद खराब हो सकती है। मीठे में काफी कैलोरी होती है और साथ ही फेट भी होता है। इससे आपके खून में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है और आपकी नींद में खलल पड़ जाता है। चॉकलेट वैसे तो हेल्थ के लिए अच्छी होती है लेकिन इसे रात में सोने से पहले नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे आपकी नींद खराब हो सकती है। चॉकलेट में भी कैफीन होता है जो कि नींद को भगा देता है।
डीएम का 'पेंट माई सिटी' नामक अभियान
पीलीभीत। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव द्वारा आज लोक निर्माण विभाग कार्यालय से पेन्ट माई सिटी नामक अभियान का प्रारम्भ किया गया। इस दौरान उन्होंने स्वयं दीवार पर पैंटिंग का कार्य कर अभियान का प्रारम्भ किया। इस नई पहल के माध्यम से जनपद के प्रमुख मार्गो पर स्थित दीवारों पर वाल आॅयल पेन्टिंग के द्वारा सौन्दर्यकरण का कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जायेगा । इस कार्य हेतु पैंटिंग की 12 टीमें कार्यरत हैं इस अभियान के अन्तर्गत शहर को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने के उद्देश्य से जनसहभागिता के सहयोग से कार्य सम्पन्न किया जायेगा साथ ही साथ वाल पेन्टिंग के माध्यम से पीलीभीत की सांस्कृतिक प्राकृतिक व पर्यावरण संरक्षण सम्बन्धी जागरूकता संन्देश को इंगित किये जायेगें। प्रमुख मार्गो की दीवारों जनपद की पहचान बांसुरी नगरी के साथ साथ पीलीभीत टाईगर रिजर्व, स्वच्छ भारत मिशन, पर्यावरण संरक्षण, प्लास्टिक प्रयोग न करने जैसे संदेशांे को जन-मानस तक पहंुचाया जायेगा। इस दौरान महोदय के निर्देशानुसार प्रथम चरण में जिला मुख्यालय पर कार्य प्रारम्भ कराया जायेगा और सर्वप्रथम गौहनियां चैराहे से कलक्ट्रेट तक स्थित सरकारी भवनों की दीवारों पर आॅयल पेन्टिंग का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।इसके पश्चात तहसील बीसलपुर एवं पूरनपुर में भी अभियान चलाया जायेगा।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी रमेश चन्द्र पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व अतुल सिंह, परियोजना निदेशक अनिल कुमार,जिला विकास अधिकारी योगेन्द्र पाठक,डी0सी0 मनरेगा,अघिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग आदि मौजूद रहे।
रि. हरिओम
तारिक आज़मी की मोरबतियांः 'सियासत'
तारिक आज़मी की मोरबतियाँ – न लगा शाहीनबाग़ में करेंट और न चली नफरतो की सियासत, ऐसा चला झाड़ू कि नही खिल सका कमल
तारिक आज़मी
नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव 2020 को शायद इतिहास के पन्नो में विवादित और नफरतो के बीच हुवे चुनाव के तौर पर देखा जा सकता है। चुनावो में कई चुनावी वायदों के बीच पाकिस्तान भी आया, ईवीएम बटन दबाने पर शाहीनबाग़ को करेंट लगवाने की बात भी हुई। गोली मारने तक के नारे लगे और तो और शाहीनबाग़ के प्रदर्शनकारियों को भावी बलात्कारी और मानवबम की फैक्ट्री तक के बयान सामने आये। नफरतो की सियासत के बीच मतों के ध्रुवीकरण को शायद दिल्ली की जनता ने पार कर दिया और भाजपा को लाखो कोशिशो के बाद भी करारी हार का सामना करना पड़ा है। दिल्ली विधानसभा चुनावों के स्पष्ट रुझान सामने आ चुके है। दिल्ली की जनता ने पकिस्तान से लेकर करेंट तक को मात देते हुवे कुछ इस तरफ झाड़ू चलाया है कि कमल खिल ही नहीं पाया है। 70 विधानसभा सीटो पर अब तक आ रहे रुझानो को अगर परिणाम के तौर पर देखा जाए तो 63 सीट आम आदमी पार्टी के खाते में जा रही है। वही 7 पर कमल लेकर भाजपा अपनी जद्दोजेहद करते दिखाई दे रही है। सबसे बड़े भाजपा को झटके के तौर पर कपिल मिश्रा का चुनाव में हार के तरफ बढ़ना दिखाई दे रहा है। दिल्ली चुनावों में भाजपा ने जी तोड़ कोशिशे किया था। भाजपा के द्वारा स्टार प्रचारकों के तौर पर लगभग अपनी पूरी टीम लगा दिया गया था। नफरतो का भी बयानों में दौर चला। चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवालिया निशाँन लगा डाला गया। ईवीएम सुरक्षा पर भी सवाल लगाये गए। मगर दिल्ली की जनता का दिल शायद स्थानीय मुद्दों पर रुका रहा। उनको मोहल्ला क्लिनिक से लेकर केजरीवाल सरकार से आशा और उम्मीद दिखाई दे रही थी। भले ही भाजपा के द्वारा प्रचार के तौर पर कहा गया कि बटन इतने गुस्से से दबाये कि करेंट शाहीनबाग़ में लगे, मगर बटन तो झाड़ू पर दबा और भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने के बाद पहला विधानसभा चुनाव हुआ। भाजपा ने कुछ इस तरह अपनी ताकत झोकी कि दिल्ली के तख़्त को पाने के लिए खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बागडोर संभाली और जमकर प्रचार किया। प्रचार हेतु उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी कई सभाये हुई। गिरिराज सिंह ने भी अपना जोर दिखाया। यहाँ तक कि गृहमंत्री ने खुद गली नुक्कड़ो में प्रचार अभियान में भाग लिया। उत्तर प्रदेश और बिहार के वोटरों को लुभाने के लिए बड़ा चेहरा अभिनेता से नेता बने मनोज तिवारी को सामने किया गया। एक इंटरव्यूव के दौरान मनोज तिवारी ने रो रो कर अपनी गरीबी को बताया कि वह 24 साल तक सायकल नही खरीद पाए थे। पाकिस्तान का नाम इन सबके बीच खूब उछाला गया। वैसे भी पाकिस्तान का नाम जितना भारत की सियासत में लिया जा रहा है उसको अगर याद करने पर हिच्च्कियो में तब्दील किया जाए तो फिर व्यक्तिगत रूप से कहना चाहूँगा कि बहुत बेगैरत ज़िन्दगी लेकर बैठा है पकिस्तान, वरना इतनी हिच्चकिया लेकर तो आमूमन गैरतदार लोग मर ही जाते है। लगता है दो चार चुनाव में अगर पाकिस्तान ऐसे ही याद किया जाता रहा तो वह हिचकियो की बिमारी का इलाज करवाने लगेगा। मेरे इस कटाक्ष पर आपको हंसी आ सकती है। मगर शायद दिल्ली की जनता ने अमूमन हसी नही हंसा बल्कि ईवीएम से अपना जवाब दे डाला। इस सियासत में हनुमान जी को भी लाया गया था। बजरंगी से बजरंगी भाईजान तक के तमगो के साथ हुवे चुनाव में पोलिंग का दिन जहा हनुमान जी का दिन कहा जाता है, वही प्रशाद (नतीजो) का दिन मंगलवार भी हनुमान जी का दिन ही रहा। प्रसाद वितरण हो चूका है और जीत की ख़ुशी आम आदमी पार्टी के खेमे में चहक रही है। केजरीवाल जहा गुब्बारे उड़ा कर अपनी जीत का जश्न मना रहे है वही भाजपा के खेमे में सियासी मायूसी भी है। भले ही अभी तक के रुझानो के बाद कहा जा सकता है कि चार सीट पर भाजपा अधिक जीत गई है। पिछली बार तीन सीट पाने वाली भाजपा को इस बार चार सीट अधिक मिली है। इस चार सीट के अधिक जीत भाजपा को संतुष्टि तो नही दे सकती है। वही दूसरी तरफ जनता ने कह दिया कि अच्छे बीते पांच साल, लगे रहो केजरीवाल।
भीलवाड़ा हादसे में '2-2 लाख' की सहायता
भीलवाड़ा बस दुर्घटना के मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख की सहायता मंजूर
मन्दसौर। कलेक्टर श्री मनोज पुष्प द्वारा बताया गया कि बीती रात भीलवाड़ा के पास वाहन दुर्घटना में मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2-2 लाख की सहायता राशि मंजूर की गई है। वहीं घायलों के परिवारों को 50-50 हजार की सहायता राशि मंजूर की गई है। सड़क दुर्घटना के अंतर्गत जो प्रावधान हैं। उसके तहत मृतकों के परिवारों को 15-15 हजार की सहायता एवं घायलों के परिवारों को 7.5 - 7.5 हजार सहायता राशि मंजूर की गई है। कलेक्टर द्वारा बस से हुई दुर्घटना के संबंध में प्रभारी अधिकारी के रूप में अनुविभागीय अधिकारी गरोठ एवं एडिशनल एसपी गरोठ को बनाया गया है। दोनों अधिकारी समस्त व्यवस्थाओं को देखेंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप की भारत की होगी, 'यात्रा'
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप 24-25 फरवरी 2020 को भारत की राजकीय यात्रा पर आयेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप की यह भारत की पहली यात्रा होगी। इस दौरे के अवसर पर, राष्ट्रपति ट्रंप और प्रथम महिला नई दिल्ली तथा गुजरात के अहमदाबाद में कई सरकारी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे तथा भारतीय समाज के विभिन्न हिस्सों से बातचीत करेंगे। भारत और अमरीका के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी विश्वास, साझा मूल्यों, परस्पर सम्मान एवं समझदारी पर आधारित है, जो दोनों देशों के लोगों के बीच निकटता एवं मित्रता द्वारा पोषित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में, व्यापार, रक्षा, आतंकवाद से मुकाबला, ऊर्जा, क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर समन्वय तथा जन-जन के बीच संबंध सहित सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति के बल पर भारत और अमरीका के बीच संबंध अधिक मजबूत हुए हैं। इस दौरे से दोनों नेताओं को द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करने तथा अपनी रणनीतिक साझेदारी को अधिक मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
5 से हारकर 3 मैंच सीरीज क्लीन स्वीप
माउंट माउंगानुई। न्यू जीलैंड ने भारत को तीसरे और अंतिम वनडे में 5 विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज क्लीन स्वीप कर ली है। 31 साल बाद यह पहली बार है, जब टीम इंडिया का तीन मैचों या इससे ज्यादा मैचों की द्विपक्षीय वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप हुआ हो। इससे पहले भारतीय टीम का 1989 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 0-5 से क्लीन स्वीप हुआ था। हालांकि साल 2006-07 में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका में भारत ने 5 वनडे मैचों की सीरीज 0-4 से गंवाई थी लेकिन तब सीरीज का एक मैच रद्द हो गया था। इस मैच में टीम इंडिया ने मेजबान टीम से पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण मिलने पर केएल राहुल (112) के शतक की बदौलत 297 रन का टारगेट दिया था। मेजबान टीम ने मार्टिन गप्टिल (66) और हैनरी निकोल्स (80) की शानदार पारियों के दम पर आसानी से यह मैच अपने नाम कर लिया।297 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम को दोनों ओपनर (गप्टिल और निकोल्स) ने शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 106 रन जोड़े। यहां पर पारी के 17वें ओवर में गप्टिल युजवेंद्र चहल की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद निकोल्स ने पारी को बखूबी संभाल लिया और अपनी फिफ्टी पूरी कर ली। इस बीच कप्तान केन विलियमसन अभी सेट दिख ही रहे थे कि चहल ने दूसरे विकेट के रूप में उन्हें शॉर्ट मिड विकेट पर मयंक अग्रवाल के हाथों कैच आउट करा दिया। इसके कुछ देर बाद ही रॉस टेलर (12) को रविंद्र जडेजा ने कप्तान विराट कोहली के हाथ में आसान से कैच के साथ पविलियन का रास्ता दिखाया। अगले ही ओवर में कीवी टीम को शार्दुल ठाकुर ने निकोल्स को आउट कर बड़ा झटका दिया। यहां से टीम इंडिया मैच में टीम इंडिया की वापसी तय होती दिख रही थी लेकिन कोलिन डि ग्रैंडहोम (58) और टॉम लैथम (32) की शानदार पारियों के दम पर कीवी टीम ने यह मैच अपने नाम कर लिया। इस बीच जेम्स नीशम के रूप में चहल ने अपना तीसरा विकेट जरूर झटका लेकिन 3 विकेट लेने वाले चहल भारत की हार नहीं टाल पाए। इससे पहले न्यू जीलैंड के कप्तान केन विलियमसन से पहले बैटिंग का निमंत्रण मिलने के बाद बैटिंग करने आई टीम इंडिया ने लोकेश राहुल (112) के उम्दा शतक की बदौलत 7 विकेट पर 296 रन बनाए। केएल राहुल का यह वनडे करियर का 5वां शतक था। टीम इंडिया के लिए राहुल के अलावा पृथ्वी साव ने 40 (42 गेंद, 3 चौके, 2 छक्के), श्रेयस अय्यर ने 62 (63 गेंद, 9 चौके) और मनीष पांडेय ने 42 (48 गेंद, 2 चौके) रनों का योगदान दिया। हालांकि क्लीन स्वीप से बचने के लिए उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसने 8 रन के कुल योग पर ही अपने सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल (1) को गंवा दिया। मयंक को जेमीसन ने बोल्ड किया। कप्तान विराट कोहली (9) भी कुछ खास नहीं कर पाए और 32 के कुल योग पर हामिश बेनेट की एक गेंद को छक्के के लिए क्लीयर करने के प्रयास में जेमीसन द्वारा सीमा रेखा पर लपके गए। कोहली ने 12 गेंदों का सामना कर एक छक्का लगाया। साव अच्छा खेल रहे थे लेकिन 13वें ओवर की पहली गेंद पर उनके तथा अय्यर के बीच तालमेल की कमी हुई और उन्हें रन आउट होकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी। साव का विकेट 62 के कुल योग पर गिरा। न्यू जीलैंड को बड़ा लक्ष्य देने का इरादा नाकाम होता दिख रहा था। अब पारी संभालने की जिम्मेदारी अय्यर और राहुल के कंधों पर थी। दोनों ने संयम के साथ पारी को आगे बढ़ाना शुरू किया। इसी बीच अय्यर ने अपना अर्धशतक पूरा किया। अय्यर काफी संयोजित नजर आ रहे थे लेकिन 162 के कुल योग पर जेम्स नीशम की एक गेंद पर खराब शॉट खेलकर वह अपना विकेट गंवा बैठे। अय्यर के जाने के बाद राहुल ने अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने मनीष पांडे के साथ काफी अच्छी साझेदारी की। इन दोनों ने भारत को 200 रनों के पार पहुंचाया। राहुल ने इसी बीच अपना पांचवां वनडे शतक पूरा किया। राहुल के लिए यह खास पल था क्योंकि वह न्यू जीलैंड में 5वें या उससे नीचे के क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने। उनसे पहले 2015 विश्व कप में सुरेश रैना ने जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 110 रनों की पारी खेली थी। राहुल हालांकि शतक लगाने के तुरंत बाद 269 के कुल योग पर आउट हुए। राहुल ने 113 गेंदों का सामना कर नौ चौके और दो छक्के लगाए। बेनेट ने 47वें ओवर की चौथी गेंद पर राहुल को आउट किया और फिर अगली ही गेंद पर उन्होंने पांडे को चलता कर दिया। शार्दुल ठाकुर (7) का विकेट 49वें ओवर की दूसरी गेंद पर गिरा लेकिन इसके बाद रवींद्र जडेजा (नाबाद 8) और नवदीप सैनी (नाबाद 8) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। गेंदबाजी में न्यू जीलैंड के स्टार हामिश बेनेट रहे, जिन्होंने 64 रन देकर 4 विकेट लिए, जबकि काएल जेमीसन और जेम्स नीशम को एक-एक सफलता मिली।
"हनुमान जी" ने बाजी मारी: केजरीवाल
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत की हैटट्रिक लगाई है। इस जीत के साथ आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश की दूसरी पार्टियों को संदेश दिया है। इस प्रचंड जीत में कई वजह हैं, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि बीजेपी जैसी हैवी वेट पार्टी से चुनौती लेने में हनुमान जी ने केजरीवाल के लिए काफी हद तक राह आसान कर दी थी। पहली नजर में यह बात थोड़ी अटपटी लग सकती है, लेकिन पूरे चुनाव प्रचार का विश्लेषण करें तो चीजें ज्यादा स्पष्ट समझ में आती है। आम आदमी पार्टी ने प्रचार की शुरुआत पांच साल किए गए कामों के बखान के साथ शुरू की थी। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में बीजेपी राष्ट्रवाद, हिंदुत्व जैसे पारंपरिक मुद्दों को केंद्र में रखकर मैदान में उतरी। इन दोनों एजेंडे से जनता को जोड़ने के लिए बीजेपी ने शाहीन बाग जैसे तात्कालिक मुद्दे को पूरी तरीके से उछाला। बीजेपी के पूरे प्रचार में यह बताने की कोशिश की गई कि अगर आप दोबारा सत्ता में आई तो दिल्ली में फिर से मुगल काल आ जाएगा। इसलिए हिंदुओं को एकजुट होकर बीजेपी को वोट देना चाहिए ताकी राम राज्य स्थापित हो सके। बीजेपी की इस रणनीति से निपटने के लिए सीएम केजरीवाल हनुमान जी की शरण में पहुंच गए। दरअसल, रामचरित मानस जैसे पवित्र धर्म ग्रंथ में कहा गया है कि हनुमान जी भगवान श्रीराम के सबसे बड़े भक्त रहे। इस धर्म ग्रंथ में कई मौकों पर कहा गया है कि भगवान राम ने खुद कहा था कि वह अपने परम भक्त हनुमान की भक्ति करने वालों का सदैव साथ देंगे। इन बातों का हिंदू धर्म में गहरा प्रभाव है। शायद इसलिए सीएम केजरीवाल ने खुद को राम भक्त कहने वाले बीजेपी नेताओं से टक्कर लेने के लिए पूरे चुनाव प्रचार में हुनमान जी के नाम का सहारा लिया। कनॉट प्लेस वाले हनुमान मंदिर ने काफी कुछ बदल गया
बीजेपी लगातार प्रचार के दौरान आप को मुस्लिम हितैषी बताने की कोशिश कर रही थी। हालिया चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो साफ है कि बीजेपी जब-जब सामने वाली पार्टी को मुस्लिम हितैषी स्थापित करने की कोशिश की तब तब उन्हें इसका फायदा मिलता रहा है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी यह स्थापित करने में सफल रही थी कि कांग्रेस मुस्लिमों का पक्ष लेने वाली पार्टी है। यह बात खुद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटेनी अपनी समीक्षा रिपोर्ट में स्वीकार चुके हैं। एंटेनी की रिपोर्ट से भले ही कांग्रेस सबक नहीं ले पाई लेकिन शायद यह केजरीवाल के काम आ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जैसे बड़े नेताओं के आरोपों से पार पाने के लिए सीएम केजरीवाल जनसभाओं में हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए देखे गए। बीजेपी जब उनपर आक्रामक होती तो वह कनॉट प्लेस के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में जाते रहे। हनुमान मंदिर की इस यात्रा से केजरीवाल साफ संकेत दे रहे थे कि वे सॉफ्ट हिंदुत्व के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। बीजेपी जहां बार-बार शाहीन बाग और वहां बिरयानी की बात कर रही थी, वहीं सीएम केजरीवाल इस पर कोई भी ठोस बयान देने से बचते रहे। चुनाव प्रचार के दौरान ही जब अध्योध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का ऐलान हुआ तो केजरीवाल ने कहा कि अच्छे कामों के लिए कोई समय नहीं होता है। वोटिंग संपन्न होने तक केजरीवाल समझ चुके थे कि हनुमान जी का नाम लेने से उन्हें फायदा हो रहा है। वह बीजेपी की ओर से उनके लिए बनाई जा रही छवि से भी बच रहे हैं। तभी वोटिंग संपन्न होने के बाद भी केजरीवाल कनॉट प्लेस वाले हनुमान मंदिर में मत्था टेकने पहुंच गए। वहीं अब जब चुनाव परिणाम आने के बाद भी केजरीवाल ने अपने पहले संबोधन में हनुमान जी का नाम लिया और सबसे पहले कनॉट प्लेस के उसीहनुमान मंदिर में पूजा करने पहुंच गए हैं। हनुमान मंदिर की यात्राओं से केजरीवाल ने संकेत दे दिया है कि वह आगे भी सॉफ्ट हिंदुत्व के मुद्दे को अपने साथ जोड़े रहेंगे।
प्रदर्शन-कारियों ने मौन धारण किया
नई दिल्ली। दिल्ली चुनाव को लेकर मतगणना जारी है, वहीं शाहीनबाग में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन भी जारी है। आज शाहीनबाग में सुबह से ही काफी शांति दिखाई दी जब इसकी वजह जानी तो एक अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां हो रहे विरोध प्रदर्शन में लोग मौन धारण करते हुए नजर आए। यहां बैठी महिलाओं ने मौन रखा हुआ है और जहां ये बैठे हैं वहां से आज के दिन कोई भाषण नहीं दिया जाएगा, साथ ही इनके मौन रखने का कारण चुनाव के नतीजे में यहां से बोलने पर गलत संदेश न जाए और जामिया में हुई हिंसा है।
शाहीनबाग में सुबह से ही सभी महिलाएं मौन रखे हुई है जब उनसे पूछने की कोशिश की तो बोलने से मना कर दिया और एक पोस्टर दिखा कर इशारा किया कि आज मौन रखा हुआ है। यह पूछने पर की ऐसा क्यों, तो एक बगल में प्ले कार्डस बना रहे लड़के ने लिख कर कहा कि चुनाव के नतीजे और जामिया को लेकर कर रहे हैं।
दिल्ली चुनाव के नतीजों को लेकर एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि यहां से हम किसी राजनीतिक पार्टी को समर्थन नही देते है और यहां से किसी की न हम बुराई करेंगे और ना ही भलाई, इसलिए हम सभी लोग मौन रखे हुए हैं ताकि कोई गलत संदेश यहां से न चला जाए। यह पूछने पर कि ये मौन धारण कब तक चलेगा, तो उसने कहा की सिर्फ सुबह से रात तक होगा ताकि हमसे कोई चुनाव को लेकर न पूछे।
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