बुधवार, 22 जनवरी 2020

डीएम ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद की तहसील बिलारी में सम्पूर्ण समाधान दिवस जिलाधिकारी व वरिष्ट पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ मुरादाबाद जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में तहसील बिलारी में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें जिलाधिकारी ने जनशिकायतों को गंभीरता पूर्वक सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के गुणवत्ता पूर्ण एवं समयबद्धता से निस्तारण करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये हैं। सम्पूर्ण समाधान दिवस में गन्ना, राशन, एवं समाज कल्याण विभाग से संबंधित शिकायते अधिक संख्या में आयीं जिनका जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्परता व समयबद्धता से निस्तारण हेतु निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में आई हुई जन शिकायतों का निस्तारण स्पष्ट तरीके से किया जाए। राजस्व संबंधी शिकायतों को जिलाधिकारी ने टीम का गठन कर मौके पर पहुँच कर निस्तारण करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बिलारी में अवैध रूप हो रहे अतिक्रमण को भी अभियान चलाकर हटाने के आदेश भी सम्बंधित अधिकारी को दिए हैं।


अतिक्रमण को निष्पक्षता से हटाने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में आने वाली जनशिकायते राजस्व, विकास, पुलिस, पूर्ति, चकबंदी, विद्युत, जल निगम, पेंशन एवं छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य, शिक्षा से सम्बंधित हर शिकायत व समस्यां को गंभीरतापूर्वक सुना और संबंधित विभागों से वार्ता कर तत्परता से निस्तारण करने हेतु निर्देशित भी किया है जिलाधिकारी ने ज़ोर देकर कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस का उद्देश्य है कि जनसमस्याओं व जनशिकायतों का समयबद्ध निस्तारण स्थानीय स्तर पर ही हो इसी सोच के साथ शासन ने प्रशासन को हर तहसील में समाधान दिवस आयोजित करने के लिए निर्देश दिये हैं। सभी विभाग शासन की प्राथमिकताओं को देखते हुए समय रहते जनशिकायतों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बल पूर्वक कहा कि किसी भी स्तर पर छोटी से छोटी जनशिकायत व जनसमस्या को हल्के में न लें बल्कि संवेदनशील होकर त्वरित, निस्तारण करना सुनिश्चित करें, ताकि जनता को बदलाव का एहसास हो कि उसकी शिकायत व समस्या को, सम्बंधित अधिकारियों द्वारा गंभीरता से सुना जा रहा है। शासन की अवधारणा है कि यदि जनसामान्य की बात स्थानीय स्तर पर ही सुनकर उसका गुणवत्ता पूर्ण और सही निस्तारण वास्तविकता से होगा तो लोगों को अनावश्यक भागदौड़ करने से निजात मिलेगी। हम सब को संवेदनशील होकर शासन की सोच को मूर्तरुप देना ही लक्ष्य है।


जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में बताया कि जनपद के नोडल अधिकारी द्वारा भी सम्पूर्ण समाधान दिवस में आई हुई शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता को परखा जा रहा है, उनके द्वारा भी फोन कर, शिकायतकर्ता से बात कर शिकायत निस्तारण के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है इसलिए सभी अधिकारी शिकायतों के निस्तारण में कोई ढिलाई न बरते, सभी शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण करें।


राजस्व विभाग की कई शिकायतों के मामलें में, जिलाधिकारी ने तहसीलदार को टीम गठित कर मौके पर पहुँचकर तत्काल समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिये गए हैं। विभिन्न विभागों से संबंधित 93 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिसमें सर्वाधिक ,


44 शिकायतें राजस्व विभाग,


15 शिकायतें विकास विभाग,


10 शिकायतें पुलिस विभाग,


4 शिकायतें विद्युत विभाग,


5 शिकायतें आपूर्ति विभाग तथा बाकी की शेष 15 शिकायतें अन्य विभागों से संबंधित थीं, जिनमें से लगभग 10 से अधिक शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। आपको बताते चलें कि जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने हर शिकायत को गंभीरता से लेते हुए और संबंधित विभागीय अधिकारी को तलब कर तत्परता से समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिये।


इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अमित पाठक, स्वास्थ्य विभाग, उपजिलाधिकारी बिलारी ब्रजेश त्रिपाठी, पुलिस क्षेत्राधिकारी बिलारी, तहसीलदार प्रभा सिंह, खण्ड विकास अधिकारी के साथ ही पूर्ति, शिक्षा, विद्युत, वन, जल निगम, समाज कल्याण, विकास, चकबंदी, राजस्व, पुलिस के साथ ही अन्य  संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहें।


रेहान अंसारी की रिपोर्ट


कोर्ट ने आजम को दिया जोर का झटका

रामपुर। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व रामपुर से सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री आज़म खान को प्रयागराज स्थित राजस्व बोर्ड कोर्ट का झटका ज़ोर से लगा है। राजस्व बोर्ड कोर्ट ने योगी सरकार को निर्देश दिया है कि वो आज़म खान के मोहम्मद अली जौहर विश्विविद्यालय से 100 बीघा जमीन वापस ले। सपा सांसद आज़म खान इस विश्वविद्यालय के चांसलर हैं और 2006 में शुरू हुई ये यूनिवर्सिटी 500 एकड़ जमीन में बनी है।


100 बीघा जमीन वापस लेने का आदेशः राजस्व बोर्ड कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि सपा नेता व रामपूर सांसद ने ये 100 बीघा ज़मीन 12 दलितों से खरीदी है। इस खरीद में आज़म खान ने यूपी जमींदारी उन्मूलन और भूमि-सुधार कानून का उल्लंघन किया था। धारा 155-एए और 131-बी अधिनियम छोटे भूमि-स्वामी दलितों को अपनी भूमि को गैर-अनुसूचित जाति में स्थानांतरित करने से रोकता है और यदि वे ऐसा करते हैं, तो इसे जिला प्रशासन द्वारा मंजूरी मिलनी चाहिए। अदालत ने मुरादाबाद कमिश्नर कोर्ट के उस आदेश को भी रद्द कर दिया जिसमें 2013 में ज़मीन की बिक्री की अनुमति दी गई थी।


जमीन खरीद में सपा नेता ने कानून का उल्लंघन किया कोर्ट……


रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने कहा, कि 12 दलित किसान छोटे भू-स्वामी थे, इसलिए इसकी अनुमति नहीं थी, और यदि ज़मीन की बिक्री होती है, तो जिला प्रशासन से लिखित अनुमति की आवश्यकता होती है। इन सभी मानदंडों की धज्जियां उड़ाई गईं है।’ उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश की कॉपी प्राप्त होने के बाद ज़मीन वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।


12 दलितों से ली गई थी जमीनः आपको बताते चले कि इसके पहले, समाजवादी पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री व रामपूर सांसद आज़म खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म और पत्नी तंजीन फातिमा के खिलाफ कोर्ट ने कुर्की का आदेश जारी किया था। आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म के दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के मामले में आज़म खान उनकी पत्नी तंजिन फ़ातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को कोर्ट में पेश होना था लेकिन वे गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद कोर्ट में नही पहुंचे थे। इसके बाद स्थानीय कोर्ट ने कुर्की का आदेश जारी किया है। इस मामले में कोर्ट ने अगली सुनवाई 24 जनवरी को बताई है।


रेहान अंसारी की रिपोर्ट


आहः सड़क हादसे में 7 दोस्तो की मौत

फतेहपुर-सालासर बॉर्डर के पास एनएच-58 पर हुए हादसे


ने रोलसाहबसर गांव को गहरा जख्म दिया है। हादसे के शिकार हुए सभी युवक।


सीकर। आपस में बहुत अच्छे दोस्त थे। सुबह से लेकर रात तक सारे एक साथ रहते थे। फतेहपुर में रहने के दौरान अक्सर सभी को साथ ही देखा जाता था। रात को हादसा हुआ तब सभी लोग एक साथ ही थे। हादसे में सात दोस्तों की तो मौत हो गई व एक खुशी मोहम्मद हादसे में बच गया ।


हादसे की सूचना ग्रामीणों को लगी तो पूरा गांव स्तब्ध रह गया। फतेहपुर में बारी रोड पर मदरसे में शवों को रखा गया। इसके बाद गुसल की रस्म अदा की गई। पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। मृतकों के रिश्तेदारों के आने के चलते सभी को सुपुर्द ए खाक किया गया। इस दौरान विधायक हाकम अली खां, सीकर सभापति जीवण खां, आरपीएस महमूद खां, पीसीसी सचिव मोहम्मद शरीफ खां, गुलामू खां बेसवा सहित कई लोग जनाजे में शामिल हुए।


15 मिनट पहले बदला था ड्राइवर: उधर लग्जरी कार व ट्रोले की भिंड़त के बाद पड़ताल में सामने आया है कि कार का हादसे के पन्द्रह मिनट पहले ही ड्राइवर बदला था। पहले गाजी खां कार चला रहा था। हाइवे पर आने के बाद इमरान उर्फ गांधी ने खुद गाड़ी चलाने की कहा। इस पर गाजी सहित अन्य दोस्तों ने कहा था कि चला तो भले ही ले लेकिन ?धीरे-धीरे चलाना, कहीं ठोक मत देना। अगर गाड़ी कहीं ठोक दी तुझे पीटेंगे। इसके बाद भी गांधी तेज रफ्तार से कार चलाता रहा। हादसे के चंद सैकण्ड पहले ही ट्रोला दिखा तो दोस्तों ने कहा कि गाड़ी ट्रोले में घुसेगी। इस पर गांधी ने कहा कि साइड से निकाल लेंगे। साइड से दूसरी गाड़ी आने पर गाड़ी ट्रोले में घुस गई।


बता दें कि सालासर में खारिया कनीराम के पास फतेहपुर- नागौर हाइवे पर रविवार रात करीब 11 बजे एक कार ट्रक से टकरा गई। हादसे में कार में सवार सात जनों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक गंभीर घायल हो गया। इस दुर्घटना में कार चकनाचूर हो गई। हाइवे पर स्थित होटल संचालक ने इस घटना की जानकारी कंट्रोल रूम चूरू को दी। सालासर थानाधिकारी डॉ. महेंद्र सेन जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे व घायल खुशी खां को सालासर अस्पताल पहुंचा गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने घायल को सीकर रैफर कर दिया। थानाधिकारी ने बताया कि कार सवार अन्य सात युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। कार सवार युवक लाडनूं शादी में शरीक होने जा रहे थे।


रेहान अंसारी


सीएम आगमन से पूर्व सफाई में जुटा प्रशासन

कुंडा-प्रतापगढ़। ग्राम सभा गोतनी मैं हो रही सफाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आने पर अधिकारी और सफाई कर्मियों और ग्राम प्रधान पर लग गई फांसी क्यों की उन्होंने आज तक ना की सफाई नागौर साला पर कोई भी काम नहीं हो सका उनके आने पर जगह-जगह पर हो रहा काम और सफाई ग्राम सभा गौतमी चौराहा पर कई दिनों तक घुटनों घर पानी भरा था अभी तक काम नहीं हुआ था उनके आने पर अब वहां पर कीचड़ पानी खत्म करके  गिट्टी बिछाया गया और गांव में सफाई कर्मियों भी लगवाए गए और कुछ लोगों का खड़ी फसल भी कटवाए गए उसका मुआवजा भी नहीं  मिल  सका या फिर जो नुकसान हुआ है उस गरीब व्यक्ति को कुछ धनराशि देने का प्रधान भी नहीं दिया  use किसान जो कुछ  धनराशि  लगाई गई      है उतना ही देने का कष्ट करें बल्कि  किस लिए वहीं अन्य किसान साल भर कमाई करके धान आता  जुटाकर  वही उसका कमाई रहता है अब यहीं पर उस किसान का फसल नष्ट करके किसान  कैसे रहेगा सरकार से गुजारिश है उस व्यक्ति को नुकसान का मुआवजा दे।


 अनिल कुमार


भाई ने भाई को मौत के घाट उतारा

विकास शर्मा                            
भाई ने की भाई की धारदार हाथियार से  हत्या


नगीना-बिजनौर। घर में आपसी कहासुनी के बाद छोटे भाई ने अपने बड़े भाई की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस हत्या की वजह की छानबीन कर रही है।


नगर के मोहल्ला लोहारी सराय निवासी सिराजुद्दीन का 30 वर्षीय बड़ा बेटा अलाउद्दीन मुरादाबाद के एक हैंडीक्राफ्ट कारखाने में कारीगर का काम करता था। वह एक दिन पहले ही मुरादाबाद से अपने घर आया था। मंगलवार रात 8.30 बजे घर में ही छोटे भाई जफर से उसकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जफर ने अपने बड़े भाई अलाउद्दीन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे अलाउद्दीन की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी छोटा भाई मौके से फरार हो गया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।


मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी राजेश कुमार तिवारी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेज दिया। परिजनों ने बताया कि मृतक अपनी पत्नी से झगड़ रहा था। छोटा भाई जफर उसे बचाने आया। इसी दौरान दोनों में विवाद हुआ, जिसमें छोटे भाई जफर ने बड़े भाई की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। परिजनों की ओर से अभी कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई हैं। हत्या के कारणों की जांच की जा रही है।


पैसा गबन करने वाले प्रधान को जेल

आवास का पैसा गबन करने वाले प्रधान को डीएम ने भेजा जेल


जौनपुर। जिलाधिकारी दिनेश कुमान सिंह ने मुसहरों के आवास का पैसा हड़पने वाले ग्राम प्रधान और बैंक मित्र के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। डीएम का आदेश मिलते ही थानाध्यक्ष जलालपुर ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके क़ानूनी कार्यवाही शुरू कर दिया है। डीएम के सख्त तेवर से ग्राम प्रधानों और अफसरों में हड़कम्प मच गया। उधर आरोपी प्रधान ने अपने आप को बेकशुर बताते हुए विरोधियो की साजिस बताया है।
यह है पूरा मामला
केराकत तहसील के छातीडीह गांव के निवासी 19 लोगों ने आज डीएम दिनेश कुमार सिंह को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि हम लोग अनुसूचित जाति के है सरकार द्वारा हम लोगो को प्रधान आवास योजना के तहत चयनित करते हुए मकान बनवाने के लिए मेरे खाते में पैसा भेजा गया था, उस पैसे को ग्राम प्रधान अशोक यादव ने धोखाधड़ी करके सारा पैसा निकाल लिया साथ ही हम लोगो की बैंक पास बुक और एटीएम कार्ड भी अपने पास रख लिया।
डीएम ने की पूछताछ
इस शिकायत को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल थानाध्यक्ष जलालपुर को इस मामले की जाँच करके आरोपी प्रधान और एसबीआई के बैंक मित्र को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। डीएम का आदेश मिलते ही थानेदार ने जाँच पड़ताल करने के बाद ग्राम प्रधान और बैंक मित्र को गिरफ्तार करके डीएम के सामने पेश किया। जिलाधिकारी ने आरोपियों से पूछताछ करने के बाद दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जेल भेजने का आदेश दिया। डीएम ने साफ कहा कि अब गरीबो का हक़ मारने वाले व उनके पैसो पर डाका डालने वालो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही किया जायेगा।
विरोधियों की साजिश
आरोपी प्रधान ने अपने आपको पाक साफ बताते हुए कहा कि लाभर्थियो ने खुद पैसा निकलवाकर मुझसे मकान बनवाने को कहा था।


12 हजार से अधिक लोग मलेरिया पॉजिटिव

रायपुर। मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल ने पुलिस महानिदेशक तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक के साथ मंत्रालय महानदी भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के समस्त संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, वनमण्डलाधिकारी तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीधी बात करते हुए निर्देश दिए।


श्री मण्डल ने मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि अभियान के पहले पांच दिनों में अब तक सर्वे टीमों द्वारा बस्तर के सात जिलों में घर-घर जाकर दो लाख 57 हजार लोगों की मलेरिया के लिए रक्त जांच की गई। जिसमें 12 हजार 108 लोग मलेरिया पॉजिटिव पाए गए। इसमें से ज्यादातर लोगों में पूर्व से मलेरिया का कोई लक्ष्य नहीं था।


मुख्य सचिव द्वारा इन सभी व्यक्तियों के ईलाज को पूर्ण करने पर जोर दिया गया। इस अभियान के अंतर्गत क्षेत्र के सभी हॉस्टल, छात्रावास, पैरामिलिट्री कैम्प इत्यादि में भी पूर्णत: कव्हर करने के निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिए कि मलेरिया से पीडि़त व्यक्ति को खाली पेट मलेरिया की दवा न दी जाए। इस हेतु समस्त जिले में इसकी समुचित व्यवस्था की जाए। दंतेवाड़ा जिले में मलेरिया कव्हरेज केवल 10 प्रतिशत होने के कारण मुख्य सचिव द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई, इसके लिए जिले के अधिकारियों को अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। श्री मण्डल ने यह भी निर्देश दिए कि सुपोषण अभियान एवं मलेरिया मुक्त अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुपोषण एवं एनीमिया का मुख्य कारण मलेरिया भी है। मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल द्वारा समस्त संभागायुक्त तथा समस्त कलेक्टर को लोक सेवा गारंटी के प्रकरण समयबद्ध तरीके से निराकरण करने तथा समस्त सरकारी कार्यालय समय पर खुले, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।


मुख्य सचिव ने त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव 2020 का सुचारू रूप से शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने तथा इस हेतु कानून व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए। वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह सुब्रत साहू, सचिव स्वास्थ्य श्रीमती निहारिका बारिक, सचिव महिला एवं बाल विकास सिद्धार्थ कोमल परदेशी, खाद्य सचिव कमलप्रीत सिंह सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


इंडो-नेपाल बॉर्डर पर बैंकों का निरीक्षण

इंडो नेपाल बॉर्डर पर स्थित बैंकों की पुलिस ने किया जांच।
 सोनौली। भारत नेपाल सीमा पर स्थित राष्ट्रीयकृत बैंको की चौकी प्रभारी सोनौली ने गहन जांच किया । इस दौरान बैंक का अलार्म सीसी टीवी तथा गार्ड के बन्दूक का भी जांच किया ।
बुधवार की दोपहर को सोनौली कस्बे में स्थित यूनाइटेड बैंक, पूर्वांचल बैंक तथा भारतीय स्टेट बैंक की जांच के लिए चौकी प्रभारी सोनौली अशोक कुमार अपने दल बल के साथ पहुचे और कैम्पस में घूम रहे लोगो से पूछताछ किया।
बैंक के अंदर प्रबंधक से मिलकर सीसी टीवी तथा अलार्म के स्थिति की जानकारी ली ।
इसके उपरांत श्री कुमार ने बैक के सुरक्षा में लगे गार्ड तथा पुलिस कर्मियों को कड़ी चौकसी बरतने का निर्देश दिया ।


खूनी संघर्ष में 6 घायल एक की मौत

नौतनवा। करमहवा गांव में खूनी संघर्ष, छह घायल, एक की हालत चिंताजनक। थाना क्षेत्र के करमहवा गांव में जमीन विवाद में दो पक्षो में हुए खूनी संघर्ष को लेकर एक पक्ष 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिनमें एक की हालत चिंताजनक है।
खबरों के मुताबिक बुधवार की सुबह करीब 9 बजे अनीता घर के बगल में स्थित खेत में कुछ काम करने गई थी । इसी बीच उसके पड़ोसी काशी से विवाद हो गया और देखते ही देखते विवाद खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। अनीता के बचाने के लिए पहुंची रिंकी, अवतारी, मंजू ,भरत यादव, भिखारी सभी ने कुल्हाड़ी और डंडे से पीटकर लहूलुहान कर दिया। जिसमें भारत यादव की हालत चिंताजनक हो गई है।पुलिस संजय यादव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई में जुट गई है। जबकि सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए लाइफ केयर हॉस्पिटल सोनौली लाया गया। भरत यादव जिनकी हालत चिंताजनक है उन्हें गोरखपुर ले जाया जा रहा है।
घटना की खबर मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल की तरफ रवाना हो गई है।


संकट के दलदल में 'कृषि-कृषक'

कम आय, खेती की बढ़ती लागत और सरकारी उपेक्षा, किसान और खेती दोनों ही संकट के दलदल में!


कृषि हमारी अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार..!


तस्लीम बेनकाब


आजादी के सात दशक बाद भी भारत के किसानों की दशा में कोई बड़ा कांतिक्रारी बदलाव देखने को नहीं मिला है। बल्कि देश में किसान और खेती दोनों ही संकट के दलदल में धंसते जा रहे हैं। जिन अच्छे, समृद्ध किसानों की बात की जाती है, उनकी गिनती तो बहुत ही कम है। लेकिन ऐसे किसानों की संख्या बहुत अधिक है जो आज भी हाशिये का जीवन जीने को मजबूर हैं। किसान हमेशा से हमारे देश की अर्थव्यवस्था का आधार रहे हैं। लेकिन यही आधार जब कमजोर पड़ने लगेगा तो हमारी कृषि का क्या होगा, यह गंभीर सवाल है जिस पर हमें सोचने की जरूरत है।
किसानों की दुर्दशा को हम लंबे समय से देखते-सुनते आ रहे हैं। हालात कितने गंभीर हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले दो दशक में लगभग कई हजारों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। यही कारण है कि आज जगह-जगह किसानों के उग्र आंदोलन हो रहे हैं। कम आय, खेती की बढ़ती लागत और सरकारी उपेक्षा ने कृषि संस्कृति को संकट में डाल दिया है। पिछले कई सालों से खेती करने की लागत जिस तेजी से बढ़ती जा रही है, उस अनुपात में किसानों को मिलने वाले फसलों के दाम बहुत ही कम बढ़े हैं।
सातवें दशक में ग्रामीण परिवार की तीन चौथाई आय का स्रोत कृषि हुआ करती थी। इसके पैंतालीस साल बाद 2015 में यह एक तिहाई से भी कम रह गई है। अब अधिकांश ग्रामीण परिवार गैर कृषि कार्यों से अधिक आय अर्जित कर रहे हैं। बेशक, हमारा देश आज भी कृषि प्रधान है, बावजूद इसके शहरीकरण और औद्योगीकरण के चलते खेती का रकबा लगातार घटता जा रहा है। यही वजह है कि हमारी कृषि गहरे संकट में फंसती जा रही है। किसानों की आत्महत्या के बढ़ते सरकारी आंकड़े भी इस हकीकत को बयां करते हैं। सवाल उठता है कि खेती-बाड़ी पर निर्भर लोग क्यों मौत को गले लगा रहे हैं और यह सिलसिला आखिर क्यों नहीं थम पा रहा है?
अभी तक किसानों के कल्याण की जो योजनाएं बनाई गई हैं और जिस तरह से उनका क्रियान्वयन किया गया है, वह सिर्फ वोट बैंक को ध्यान में रख कर किया गया है। जब तक कृषि को उद्योग का दर्जा नहीं दिया जाता, तब तक कृषि कराहती रहेगी, ग्रामीण युवा खेती-किसानी से पलायन करते रहेंगे और किसान आत्महत्या करते रहेंगे। इसलिए दम तोड़ती खेती को बचाना और उसे सुगम बनाना सरकारों का सबसे बड़ा आर्थिक सरोकार होना चाहिए। ऐसा तभी संभव है जब सत्ता में बैठे लोग विकास योजनाएं तय करते समय खेती और किसानी का खास ध्यान रखें। कृषि हमारी अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार है, यह हम बरसों से सुनते आ रहे हैं। लेकिन नीतियों के क्रियान्वयन में शिथिलता अर्थव्यवस्था के इस अहम केंद्र की जड़ें कमजोर ही करती जा रही है। इस दिशा में समुचित प्रयास नहीं किए गए तो खेती-बाड़ी से किसानों का मोहभंग होता जाएगा। इसलिए किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार को कई स्तरों पर नए सिरे से सुधार करने की जरूरत है।


टाटा मोटर्स ने लॉन्च की दमदार अल्ट्राज

नई दिल्ली। देश की बड़ी कार निर्माता Tata Motors ने अपनी हैचबैक कार Altroz लांच किया है। पेट्रोल वर्ज़न वाली अल्ट्रॉज की एक्सशोरूम कीमत 5.29 लाख रुपए से शुरू है। वहीं, डीजल कार की शुरुआती कीमत 6.99 लाख रुपए (एक्सशोरूम रेट) है। बतादें, अल्ट्रॉज देश की सबसे सुरक्षित हैचबैक कार है। जिसे हाल ही में (ग्लोबल एनसीएपी) क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग दी गई ​है। टाटा मोटर्स (Tata Motors) की प्रीमियम हैचबैक अल्ट्रॉज (Premium Hatchback Altroz) पहली कार है जो कि टाटा के नए ALFA (Agile Light Flexible Advanced) आर्किटेक्चर के आधार पर बनी है।


अल्ट्रॉज के एक्सई मॉडल की शुरुआती कीमत 5.29 लाख रुपए है। वहीं, XZ (O) मॉडल की कीमत 7.69 लाख रुपए है। इसके साथ डीजल की शुरुआती मॉडल XE की कीमत 6.99 लाख रुपए तय की गई है। वहीं, XZ (O) मॉडल की कीमत 9.29 लाख रुपए है। कार के पेट्रोल वर्ज़न में 1.2 लीटर बीएस-6 तीन सिलिंडर नेचुरली ऐस्पिरिटेड इंजन है जिससे 86 पीएस का आउटपुट और 113 एनएम का टार्क जेनरेट होता है. इसमें 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन मिलेगा।


दो विदेशी सहित तीन महिला गिरफ्तार

मुबंई। मायानगरी मुंबई में पुलिस ने एक होटल में छापेमारी कर बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। बताया जा रहा है कि इस सेक्स रैकेट में फिल्म में काम करने वाली कुछ अभिनेत्रियां भी शामिल हैं। सेक्स रैकेट और जिस्मफरोशी के धंधे में पुलिस ने जिन तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है उसमें दो मूल तौर पर तुर्केमिनिस्तान की रहने वाली हैं और मुंबई में रहकर फिल्मों में छोटे-मोटे रोल किया करती थीं।


दरअसल मुंबई पुलिस को खबर मिली थी कि शहर के इंपीरियल होटल में सेक्स रैकेट का धंधा फल फूल रहा है जिसमें विदेशी लड़कियां शामिल हैं। पुलिस ने जब होटल में छापा मारा तो वहां से तीन युवतियों को गिरफ्तार किया, जिसमें दो विदेशी और एक मुंबई की महिला शामिल थी। पुलिस ने इनके 2 एजेंट को भी गिरफ्तार किया है।
ये दोनों ही महिलाएं फिल्मों में काम करने के अलावा पुणे की एक कॉलेज से एमबीए भी कर रही थीं। पुलिस ने इसके साथी ही इनके एजेंट जावेद और नावेद को भी गिरफ्तार किया जो इनके लिए ग्राहक लाने का काम करते थे। पुलिस ने पकड़ी गई विदेश महिलाओं के बयानों के आधार पर बताया कि फिल्मों में काम दिलाने और एक रात में लाखों रुपये कमाने का लालच देकर इनसे जिस्मफरोशी का धंधा कराया जाता था। पुलिस के मुताबिक ग्राहकों को खुश करने पर इन्हें एक रात के लिए एक लाख रुपये तक दिए जाते थे।


फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...