मंगलवार, 19 जुलाई 2022

जाति प्रमाण-पत्र मांगे जाने पर सवाल खड़े किए

जाति प्रमाण-पत्र मांगे जाने पर सवाल खड़े किए  

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अग्निवीर योजना की शुरुआत से ही विपक्ष लगातार हमलावर रहा है। अब एक बार विपक्ष ने जाति प्रमाण-पत्र मांगे जाने पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि सेना की ओर से इस संबंध में जवाब आ गया है। इसके बाद भाजपा ने विपक्षी दलों पर तंज कसा है।
सेना में भर्ती के आवेदकों से जाति पूछने पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि "मोदी सरकार का घटिया चेहरा देश के सामने आ चुका है। क्या मोदी जी दलितों/पिछड़ों/आदिवासियों को सेना भर्ती के क़ाबिल नही मानते? भारत के इतिहास में पहली बार सेना भर्ती में जाति पूछी जा रही है। मोदी जी आपको अग्निवीर बनाना है या जातिवीर"।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि "आरएसएस जाति के आधार पर अग्निवीरों की छंटनी करेगा। सेना में आरक्षण नहीं है तो जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत है? आजादी के बाद 75 वर्षों तक सेना में ठेके पर अग्निपथ व्यवस्था लागू नहीं थी। सेना में भर्ती होने के बाद 75% सैनिकों की छँटनी नहीं होती थी लेकिन संघ की कट्टर जातिवादी सरकार अब जाति/धर्म देखकर 75% सैनिकों की छँटनी करेगी।"
इससे पहले बिहार की सत्ताधारी पार्टी और भाजपा के सहयोगी जनता दल यूनाइटेड के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ट्वीट कर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा कि सेना की बहाली में जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत है, जब इसमें आरक्षण का कोई प्रावधान ही नहीं है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।

जाति मामले पर सेना की सफाई...

भारतीय सेना के अनुसार अग्निपथ योजना के तहत सेना भर्ती प्रक्रिया में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। सेना भर्ती के दौरान जाति प्रमाण पत्र लेने की व्यवस्था पहले से चली आ रही है। साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका पर सेना की ओर से बताया गया था कि सेना की भर्ती में धर्म और जाति का कोई रोल नहीं है लेकिन यह प्रशासनिक जरूरत है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी जवाब दे चुके हैं कि भर्ती प्रक्रिया 1949 से चली आ रही व्यवस्था के अनुरूप है और इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।

विपक्ष पर भाजपा का तंज...

इस मामले में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कुछ पार्टियां समय-समय पर भारतीय सेना पर सवाल उठाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है। पात्रा ने कहा कि भारतीय सेना जाति-धर्म से ऊपर है। भारतीय सेना के मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी देश की सेना पर सवाल खड़े करते रहते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय सेना में जाति अथवा धर्म के आधार पर कोई भर्ती प्रक्रिया नहीं होती। सेना ने स्वयं वर्ष 2013 में सुप्रिम कोर्ट में एफिडेविट के माध्यम से स्पष्ट किया था की सेना भर्ती में जाति-धर्म का कॉलम सिर्फ रिकॉर्ड के लिए है। विपक्ष के नेता इस पर भ्रम पैदाकर सेना का अपमान कर रहे हैं।

खनन माफिया ने डीएसपी को डंपर से कुचला, मौंत

खनन माफिया ने डीएसपी को डंपर से कुचला, मौंत 

राणा ओबरॉय 
चंडीगढ़/नूंह। हरियाणा में नूंह से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि यहां खनन माफिया ने डीएसपी को डंपर से कुचलकर मार डाला। तावड़ू इलाके के पंचगांव में पहाड़ी पर अवैध खनन की सूचना मिलने के बाद डीएसपी सुरेंद्र सिंह छापा मारने गए थे। डंपर से कुचले जाने की वजह से उनकी मौके पर ही मौंत हो गई। मंगलवार दोपहर सवा 12 बजे हुई इस वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे डीएसपी, डंपर की टक्कर से नीचे गिरे। तावड़ू पुलिस को सूचना मिली थी कि पंचगांव की पहाड़ी में बड़े स्तर पर अवैध खनन चल रहा है। डीएसपी सुरेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ पहाड़ी पर रेड मारने पहुंचे। उन्होंने मौके पर खनन कर रहे माफिया को रोकने का प्रयास किया, तो उन लोगों ने डीएसपी पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा दिया। उस समय डीएसपी सुरेंद्र सिंह अपनी सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे। डंपर की टक्कर से वह नीचे गिर गए और डंपर उनके ऊपर से निकल गया। सुरेंद्र सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

3 महीने बाद था सुरेंद्र सिंह का रिटायरमेंट...
डीएसपी सुरेंद्र सिंह हिसार जिले के आदमपुर क्षेत्र के गांव सारंगपुर के रहने वाले थे। वे 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में ASI के पद पर भर्ती हुए थे। पुलिस से अब 31 अक्टूबर को उनकी सेवानिवृत्ति होनी थी। बताया गया है कि अवैध खनन रोकने गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने अपनी गाड़ी अड़ा कर वहां से गुजर रहे डंपर को रोका था। इसके बाद गाड़ी से नीचे उतरे तो डंपर ने उनको कुचल दिया।

माफिया को छोड़ेंगे नहीं: अनिल विज
नूंह में DSP सुरेंद्र सिंह हत्या के मामले में गृहमंत्री अनिल विज ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जितनी फोर्स लगानी पड़े, लगाएंगे पर खनन माफियाओं को बख्शेंगे नहीं।

खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि इलाके में अवैध खनन चल रहा था। खनन कहां हो रहा है, इसकी जानकारी ले रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अरावली पहाड़ियों पर बड़े पैमाने पर अवैध खनन
तावड़ू क्षेत्र में अरावली की पहाड़ियों पर बड़े स्तर पर अवैध खनन किया जा रहा था। प्रशासन ने इस पर रोक लगाने के लिए 3 जून को ही उपमंडल स्तर पर एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को भी कमान दी गई थी।

एसडीएम तावडू सुरेंद्र पाल के अनुसार टास्क फोर्स गठित कर अरावली के प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध खनन पर लगाम लगाने की कार्रवाई प्रशासन कर रहा था। टास्क फोर्स को सप्ताह में दो बार अरावली क्षेत्र के लगते गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेना था। डीएसपी मंगलवार को अवैध खनन की सूचना पर यहां पहुंचे तो उनकी हत्या कर दी गई।

गठबंधन सरकार पर हर हथकंडा अपनाने का आरोप

गठबंधन सरकार पर हर हथकंडा अपनाने का आरोप 

अखिलेश पांडेय         
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष गठबंधन सरकार पर हर वह हथकंडा अपनाने का आरोप लगाया, कि हम (पीटीआई) चुनाव हार जाएं। इमरान खान ने यह आरोप पंजाब की 20 सीटों के उपचुनाव में पाकिस्ताम मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के खिलाफ अपनी पार्टी की प्रचंड जीत के बाद लगाया।
उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार की सभी मशीनरी का इस्तेमाल हमारे खिलाफ किया गया।" उन्होंने कहा कि अगर अगले चुनाव इस तरह से होते हैं, तो राजनीतिक अस्थिरता बढ़ेगी।
पीटीआई के अध्यक्ष ने कहा कि शीर्ष अदालत ने अपने 01 जुलाई के आदेश में सरकार को अपनी मशीनरी का उपयोग नहीं करने का आदेश दिया था, लेकिन पीएमएल-एन ने आदेश का "उल्लंघन" किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने (पीएमएल-एन) हर तरह से हस्तक्षेप किया। उन्होंने एफआईआर दर्ज की, हमारे लोगों को परेशान करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया। मैं उन पुलिस अधिकारियों को सलाम करता हूं, जिन्होंने सरकार के दबाव पर ध्यान नहीं दिया।

नदी में डूबने से 19 मजदूरों की मौंत, आशंका जताई

नदी में डूबने से 19 मजदूरों की मौंत, आशंका जताई

विमलेश यादव 
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश में बड़े हादसे की खबर है। यहां कुमी नदी में कम से कम 19 मजदूरों की डूबने से मौंत की आशंका है। ये सभी मजदूर कुरुंग कुमे जिले में भारत-चीन सीमा के पास सड़क निर्माण के काम में लगे थे। बताया जा रहा है, कि मजदूर पिछले हफ्ते निर्माण स्थल से लापता हो गए थे। इनमें से एक का शव कुमी नदी में मिला। जिसके बाद से आशंका जताई जा रही है कि सभी मजदूरों की नदी में डूबने से मौत हो गई है। हालांकि, इसको लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगा। क्योंकि यह महज़ आशंका है।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि मजदूरों ने कॉन्ट्रैक्टर (ठेकेदार) बेंगिया बडो से ईद के मौके पर छुट्टियां मनाने के लिए असम जाने की गुहार लगाई थी। हालांकि जब उन्हें कॉन्ट्रैक्टर ने छुट्टी देने से इनकार कर दिया, तब वे पैदल ही असम के लिए निकल गए। पुलिस को यह भी शक है कि मजदूर कुरुंग कुमे जिले के घने जंगलों में लापता हो गए हैं। 

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मजदूर नदी में डूबे हैं या किसी अन्य हादसे का शिकार हुए हैं, इसको लेकर कोई पुख्ता जानकारी अभी तक हासिल नहीं हो सकी है। लेकिन शक है कि उनकी कुमी नदी में डूबने से मौत हो गई है। क्योंकि, नदी से ही एक मजदूर का शव बरामद किया गया। सीमा सड़क संगठन पूर्वोत्तर राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के एक बड़े नेटवर्क का निर्माण कर रहा है। इन मजदूरों को भारत-चीन बॉर्डर के पास एक दूरदराज के इलाके दामिन सर्कल में सड़क निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए लगाया गया था। निर्माण स्थल चीन बॉर्डर के पास दामिन के भीतर स्थित है।

पुलिस के मुताबिक, 19 लापता मजदूरों का पता लगाने और कुमी नदी में डूबने से उनकी मौत की खबर की पुष्टि करने के लिए परियोजना पक्ष को एक रेस्क्यू टीम भेजी जाएगी। अभी पुलिस को केवल एक शव मौके से बरामद हुआ है। हालांकि स्थानीय लोगों का मानना है कि सभी मजदूरों की नदी में डूबने से मौत हो चुकी है। वैसे अभी स्थिति साफ नहीं है। अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि सभी मजदूरों की मौत हो गई है। मजदूर जंगलों में खोए हैं या नदी में डूब गए हैं, इसका पता तभी चल पाएगा, जब पुलिस इस संबंध में कोई पुष्टी करती है।

पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंचा, रुपया

पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंचा, रुपया 

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग/सुनील श्रीवास्तव

नई दिल्ली/मुंबई/वाशिंगटन डीसी। भारतीय रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.99 पर खुलकर इतिहास में पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंच गया। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने के बीच मंगलवार को लगातार 8वें कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट आई। फिलहाल, रुपया 80.02 के निचले निचले स्तर को छूकर 80.01/डॉलर पर कारोबार कर रहा है। रुपये के लिए 80 के लेवल को अहम साइकोलॉजिकल सपोर्ट माना जा रहा था।

कई दिनों से ऐसा लग रहा था कि रुपया इस लेवल को तोड़कर गिरावट का नया रिकॉर्ड बना सकता है। आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल अब तक रुपया करीब 7 फीसदी कमजोर हो चुका है। आज शुरुआती कारोबार में यह डॉलर के मुकाबले 80.0175 पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 79.9775 पर बंद हुआ था। भारतीय रुपये की बात करें तो दिसंबर 2014 से अब तक यह डॉलर के मुकाबले करीब 25 फीसदी कमजोर हो चुका है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा था कि रुपये में हालिया गिरावट का कारण कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी और रूस-यूक्रेन के बीच महीनों से जारी जंग है।

हादसा: मकान ढहने से 2 लोगों की मौंत, 3 घायल

हादसा: मकान ढहने से 2 लोगों की मौंत, 3 घायल 

कविता गर्ग 

नागपुर। महाराष्ट्र के अमरावती जिले में मंगलवार सुबह मकान ढहने से दो लोगों की मौंत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। घटना नागपुर से करीब 150 किलोमीटर दूर जिले के चंदूर बाजार तालुका के फुबगांव गांव की है। अमरावती में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है।

एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि ढांचा गिरने से मकान में रहने वालों में से दो लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि तीन अन्य लोगों को बचा लिया गया और घटना में आई चोट के इलाज के लिए अमरावती जिला अस्पताल में भेजा गया है। 

सरकारी बैंकों के निजीकरण का प्रयास, आरोप लगाया

सरकारी बैंकों के निजीकरण का प्रयास, आरोप लगाया

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर सरकारी बैंकों के निजीकरण का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि वह बैंकों को ‘बेचे जाने’ संबंधी विधेयक का विरोध करेगी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘आज ही के दिन, 53 साल पहले बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ था। यह परिवर्तनकारी बदलाव था।

मोदी सरकार ‘भारत बेचे जाओ परियोजना’ के तहत सरकारी बैंकों का भी निजीकरण करना चाहती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को चुनिंदा लोगों को बेचना विनाशकारी होगा। कांग्रेस बैंकों को बेचे जाने संबंधी विधेयक का विरोध करेगी।’

भारत एवं अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार संतुलित: गोयल

भारत एवं अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार संतुलित: गोयल

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत सौर ऊर्जा, अवसंरचना, सैन्य सहयोग एवं स्टार्टअप पारिस्थितिकी के अहम क्षेत्रों में अफ्रीकी देशों का एक मूल्यवान भागीदार हो सकता है। गोयल ने यहां 17वीं सीआईआई-एक्जिम बैंक संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एवं अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार काफी हद तक संतुलित है। भारत इन देशों का जहां 40 अरब डॉलर का निर्यात करता है, वहीं इन देशों से आयात करीब 49 अरब डॉलर है।

गोयल ने कहा, ‘‘हम आगे भी इस संबंध एवं भागीदारी को जारी रखना चाहेंगे जिसमें दोनों ही पक्ष एक-दूसरे की आर्थिक वृद्धि में मददगार साबित हों। भारत एवं अफ्रीकी देश विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय आबादी के लिए किफायती एवं असरदार समाधान लाने में मिलकर काम कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत अफ्रीका के 1.4 अरब लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए अपनी तरफ से दोस्ती के रिश्ते को मजबूत करना चाहेगा। आपसी भागीदारी के चार ऐसे क्षेत्र हैं जो अफ्रीका एवं भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं।’’

पूरी तरह अफवाह, जो पहले थी, वहीं व्यवस्था अब है

पूरी तरह अफवाह, जो पहले थी, वहीं व्यवस्था अब है

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं में अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए उम्मीदवारों की जाति पूछे जाने के बारे में विपक्ष द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर स्पष्ट किया है कि अब कोई नई व्यवस्था नहीं की गई है और यह व्यवस्था पहले से ही चली आ रही है। सिंह ने संसद भवन परिसर में इस बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा , “ यह पूरी तरह अफवाह है, जो पहले थी, वहीं व्यवस्था अब है।

आजादी के पहले से यही व्यवस्था चली आ रही है, उसमें कहीं कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। ” दोबारा पूछे जाने पर उन्होंने कहा , “ पहले वाली व्यवस्था ही अब है और मुझे नहीं लगता इस पर और अलग से कोई स्पष्टीकरण देने की जरूरत है। ” उनसे पूछा गया था कि अग्निपथ योजना के तहत जाति प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है क्या आप इस पर कुछ कहेंगे। उल्लेखनीय है कि विपक्षी दल जवानों की भर्ती के लिए लायी गयी नयी योजना अग्निपथ के तहत आवेदन पत्र में उम्मीदवार की जाति पूछे जाने को लेकर सवाल उठा रहे हैं।

राष्ट्रीय स्तर की नीति तैयार कर रहीं सरकार: गृहमंत्री

राष्ट्रीय स्तर की नीति तैयार कर रहीं सरकार: गृहमंत्री 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को बताया, कि सरकार सहकारी संस्थाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर की नीति तैयार कर रहीं है और 63,000 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस) के कम्प्यूटरीकरण की एक केंद्रीय प्रायोजित परियोजना भी शुरू की गई है। अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा को कोथा प्रभाकर रेड्डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

उन्होंने अपने उत्तर में बताया कि पीएसीए को बहुउद्देश्यीय जीवंत व्यावसायिक इकाई बनाने के लिए राज्य सरकारों, राष्ट्रीय सहकारिता संघों और अन्य सभी हितधारकों के परामर्श से प्रारूप आदर्श उप-नियम तैयार किये जा रहे हैं। शाह ने कहा कि समितियों के परिचालन में व्यावसायिकता, पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए इन प्रारूप आदर्श उप-नियमों में विभिन्न प्रावधान शामिल किये गये हैं। सहकारिता मंत्री के अनुसार, सरकार सहकारिता के लिए राष्ट्रीय स्तर की एक नई नीति भी तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि 63,000 पीएसीए के कम्प्यूटरीकरण की एक केंद्रीय प्रायोजित परियोजना की भी शुरुआत की गई है। ताकि, उन्हें अपने डिजिटलीकरण में और अपने व्यवसायों को शुरू से अंत तक चलाने में अधिक सहायता मिल सके।

इंजन में खराबी, दोनों विमानों को उड़ान भरने से रोका

इंजन में खराबी, दोनों विमानों को उड़ान भरने से रोका

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। गो फर्स्ट की मुंबई-लेह और श्रीनगर-दिल्ली उड़ान के इंजन में खराबी आने के कारण नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंगलवार को दोनों विमानों को उड़ान भरने से रोक दिया। अधिकारियों ने कहा कि डीजीसीए दोनों घटनाओं की जांच कर रहा है और नियामक से मंजूरी मिलने के बाद ही दोनों विमान उड़ान भर सकेंगे। उन्होंने बताया, कि इंजन संख्या दो में खराबी की सूचना के बाद गो फर्स्ट की मुंबई-लेह उड़ान को दिल्ली की तरफ मोड़ दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि इसी तरह, कंपनी की श्रीनगर-दिल्ली उड़ान के इंजन संख्या दो में भी बीच हवा में खराबी का पता चलने के बाद उसे श्रीनगर लौटने का निर्देश दिया गया।

गो फर्स्ट ने दोनों घटनाओं के संबंध में बयान देने के ‘पीटीआई-भाषा’ के आग्रह का कोई जवाब नहीं दिया। बीते एक महीने में भारतीय विमानन कंपनियों की उड़ानों में तकनीकी खराबी के कई मामले सामने आए हैं। पिछले तीन दिनों में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सुरक्षित हवाई यात्रा सुनिश्चित करने के मुद्दे को लेकर विमानन कंपनियों, अपने मंत्रालय के अधिकारियों और डीजीसीए अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं।

राष्ट्रपति पुतिन ने 'परमाणु नीति' पर हस्ताक्षर किए

राष्ट्रपति पुतिन ने 'परमाणु नीति' पर हस्ताक्षर किए  अखिलेश पांडेय  मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक अहम फैसले के अंतर...