कई प्रकार के संसाधनों से वंचित, पशु चिकित्सालय
अश्वनी उपाध्याय/दीपक राणा
गाजियाबाद/लोनी। राजकीय पशु चिकित्सालय लोनी कई प्रकार के संसाधनों से वंचित हैं। जिसकी वजह से क्षेत्रीय लोगों को पूर्ण रूप से सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। कई बार तो ऐसी स्थिति हो जाती है कि बीमार पशुओं को कहीं दूसरी जगह रेफर किया जाता है।
जानकारी के अनुसार, लोनी के पशु चिकित्सालय में ना तो आज तक कोई पशुओं को ले जाने लाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा है और ना ही पूर्ण रूप से दवाइयों की सुविधाएं हैं।
हालांकि, जो भी बीमार पशु चिकित्सालय में जाते हैं। उन्हें पूरी तरह से दवाई भी वहां से नहीं मिलती और उन्हें बाहर से दवाइयां खरीद कर तब पशुओं का इलाज कराना पड़ता है। जो हर व्यक्ति पर बोझ बना हुआ है। क्षेत्र के निकाय और ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सालय है। लेकिन लोग लोनी पशु चिकित्सालय में ही पशुओं को दवाई दिलवाने के लिए आते हैं और इस उम्मीद से आते हैं कि यहां पूर्ण रूप से चिकित्सा से संबंधित सुविधाएं हमारे पशु को मिल जाएंगी।
लेकिन ऐसा नहीं हो पाता है, लोग निराश होकर मेडिकल स्टोरों से दवाइयां खरीदने के लिए मजबूर हो जाते हैं। यहां पर यह कहावत चरितार्थ हो रही है कि मरता और क्या नहीं करता है।
वहीं इस मामले में बात करते हुए पशु चिकित्सा प्रभारी डॉ अमरदीप सिंह ने बताया कि जो दवाइयां पीछे से आती हैं। वही बीमार पशुओं को दी जाती है। इसके अलावा हमारे पास एंबुलेंस की भी सुविधा नहीं है, ना ही कोई सर्जन है और ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था है। जिससे एक्सीडेंटल पशुओं का ऑपरेशन किया जा सके। ना ही हमारे यहां एक्स-रे मशीन हैं। जिससे पशुओं का एक्स-रे कर उनका सही इलाज किया जा सके। खास बात यह है कि भवन भी हमारे यहां जर्जर है। जिसकी अभी तक किसी भी तरह कोई रिपेयरिंग भी नहीं की गई।