ठाकरे पर तंज, रिक्शा ने मर्सिडीज को पीछे छोड़ा
कविता गर्ग
मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि रिक्शा ने मर्सिडीज को पीछे छोड़ दिया। शिंदे ने ये भी कहा कि शिवसेना-भाजपा ने एक साथ चुनाव लड़ा था और सरकार बन गई कांग्रेस-एनसीपी के साथ। अब नई सरकार का गठन कर कोई गैरकानूनी काम नहीं किया है। लोकशाही में कानून है, नियम हैं, उसी के मुताबिक ही काम करना पड़ता है।
उद्धव ठाकरे के बयान "आज तीन पहिए वाले ड्राइवर को सरकार चलाने दे दिया है" के जवाब में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि "मैंने कहा है कि उस रिक्शा ने मर्सिडीज को पीछे छोड़ दिया क्योंकि ये सरकार सर्वसामान्य लोगों के लिए सरकार है, ये समाज के हर घटक को न्याय दिलाने वाली सरकार है
उन्होंने कहा कि "बालासाहेब ठाकरे का हिन्दुत्व का जो मुद्दा है, हिन्दुत्व के जो विचार हैं, उनकी जो भूमिका है, उसे आगे ले जाने का फैसला हम लोगों ने किया है। हमारे लगभग 50 विधायक अगर एक साथ ऐसी भूमिका लेते हैं तो इसका कोई बड़ा कारण होगा। इसपर विचार करने की आवश्यकता थी। जनता को लगा था कि भाजपा सत्ता के लिए कुछ भी करती है लेकिन उन्होंने सभी देशवासियों को बता दिया है कि इन 50 लोगों ने एक हिन्दुत्व की भूमिका ली है, इनका एजेंडा हिन्दुत्व का है,विकास का है, इनका समर्थन करना चाहिए। उन्होंने हमें समर्थन किया"
शिंदे ने कहा कि "मैंने कई बार चर्चा की कि महा विकास अघाडी में जो हम बैठे हैं इससे हमें फायदा नहीं हैं, नुकसान है। हमारे विधायक चिंतित हैं कि कल चुनाव कैसे लड़ें। नगर पंचायत चुनाव में हम 4 नंबर पर गए। मतलब सरकार का फायदा शिवसेना को नहीं हो रहा।
देवेंद्र फडणवीस बड़े दिल से उपमुख्यमंत्री बन गए। लेकिन जब पार्टी का आदेश आता है तो पार्टी का आदेश मानते हैं वो और मेरे जैसे बालासाहेब के कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री पद पर बैठा दिया। मैं पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष को धन्यवाद करता हूं। जब हम चुनाव में जीतते हैं तो हमारे चुनाव क्षेत्र के मतदाताओं की विकास को लेकर अपेक्षा होती है। लेकिन हमारे विधायक काम नहीं कर पा रहे थे, फंड की कमी थी। हमने इस बारे में हमारे वरिष्ठ से बात कि परन्तु हमे कामयाबी नहीं मिली। इसलिए हमारे 40-50 विधायकों ने ये भूमिका ली।
शिवसेना-भाजपा ने एक साथ चुनाव लड़ा था और सरकार बन गई कांग्रेस-एनसीपी के साथ। इसके कारण जब भी हिन्दुत्व के मुद्दे आए, दाऊद का मुद्दा आया, मुंबई बम ब्लास्ट का मुद्दा और भी कई मुद्दे जब आते थे, हम कोई भी निर्णय नहीं ले पा रहे थे। हम लोग कोई भी गैरकानूनी काम नहीं कर रहे। लोकशाही में कानून है, नियम हैं, उसी के मुताबिक ही काम करना पड़ता है। आज हमारे पास बहुमत है। सुप्रीम कोर्ट में भी हमारे खिलाफ जो लोग गए थे, उन्हें भी कोर्ट ने डांट लगाई है।