शनिवार, 25 जून 2022

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत अभियान लगातार जारी

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत अभियान लगातार जारी
इकबाल अंसारी 
दिसपुर/शिलोंग। वायु सेना बाढ़ से प्रभावित पूर्वोत्तर के राज्यों असम और मेघालय में पिछले चार दिनों से लगातार राहत अभियान चला रही है और इस दौरान उसके विमानों ने अब तक 74 उड़ान भरी हैं। वायु सेना ने शनिवार को यहां बताया कि वह नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर 21 जून से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत अभियान चला रही है और इस दौरान उसके विमानों ने 74 उड़ान भरी, बाढ़ के कारण फंसे 273 लोगों को बचाया और मानवीय सहायता के तहत 200 टन से भी अधिक राहत सामग्री प्रभावित क्षेत्रों में गिराई।
वायु सेना ने राहत अभियान में अपने विशालकाय मालवाहक विमान सी 130जे सुपर हरक्यूलिस और एन-32 को उतारा है। इसके अलावा एमआई-17 वी 5 , उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव और एमआई-17 हेलीकॉप्टर को भी बाढ़ में फंसे लोगों तक राहत आपूर्ति पहुंचाने के लिए लगाया गया है। नागरिक प्रशासन के तालमेल से प्रभावित क्षेत्रों में वायु सेना निरंतर राहत अभियान चला रही है।


संकट के बादल छाए, पार्टी टूटने की कगार पर

संकट के बादल तो छाए, पार्टी टूटने की कगार पर
कविता गर्ग
मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी संकट बरकरार है। और राजनीतिक का बाजरा गर्म है। एकनाथ शिंदे के बागी तेवर की वजह से एमवीए सरकार पर संकट के बादल तो छाए ही हैं साथ ही पार्टी टूटने की कगार पर है। इस बीच एकनाथ शिंदे ने आज अपने समर्थक विधायकों कीक बैठक बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक दोपहर 2 बजे ये बैठक बुलाई गई है। एक बजे शिवसेना भवन में पदाधिकारियों की बैठक के बाद शिवसेना का क्या स्टैंड होगा उस पर चर्चा की जाएगी।
माना जा रहा है कि पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद निलंबन को लेकर अगर पार्टी में कोई फैसला हुआ तो आगे की रणनीति के तहत डिप्टी स्पीकर के जरिये निलंबन का नोटिस दिया जा सकता है। साथ ही 2 तिहाई विधायको के समर्थन के बाद अगला मूव क्या हो उस पर भी चर्चा की जाएगी।

702 ग्राम पंचायतों के 26,902 केन्‍द्रों पर मतदान

702 ग्राम पंचायतों के 26,902 केन्‍द्रों पर मतदान
मनोज सिंह ठाकुर  
भोपाल। मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन के तहत आज प्रथम चरण के मतदान के दौरान 52 जिलों में 115 विकासखंड में पंचायत की करीब आठ हजार ग्राम पंचायतों में सुबह सात बजे से मतदान शुरु हो गया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार मतदान दोपहर तीन बजे तक होगा। आज करीब डेढ़ करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान के तुरन्‍त बाद मतदान केन्‍द्र पर ही मतगणना होगी। राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त बसंत प्रताप सिंह ने बताया कि सभी मतदान केन्‍द्रों पर सुरक्षा की पुख्‍ता व्‍यवस्‍था की गयी है। निर्वाचन कार्य में बाधा डालने वाले व्‍यक्तियों के विरूद्ध सख्‍त वैधानिक कार्रवाई की जायेगी।
प्रथम चरण के मतदान के लिए 52 हजार से अधिक पुलिस बल की तैनाती की गई है। प्रथम चरण में 52 जिलों के 115 विकासखण्ड की आठ हजार 702 ग्राम पंचायतों के 26 हजार 902 मतदान केन्‍द्रों पर मतदान होना है। इनमें से 22 हजार 915 सामान्‍य और तीन हजार 989 संवेदनशील मतदान केन्‍द्र हैं। आज जिला भोपाल की जनपद पंचायत फंदा, बैरसिया, जिला राजगढ़ के ब्यावरा, राजगढ़, जिला रायसेन के सिलवानी, बाड़ी, सीहोर के सीहोर, जिला विदिशा के बासोदा, विदिशा, जिला इंदौर के इंदौर, डॉ. अम्बेडकर नगर (महू), सांवेर, देपालपुर, जिला खरगोन के भगवानपुरा, झिरन्या, सेगांव, जिला खण्डवा के खण्डवा, हरसूद, बलड़ी (किल्लोद), जिला धार के निसरपुर, कुक्षी, बाग, डही, बदनावर, जिला झाबुआ के पेटलावद, थांदला की जनपद पंचायत की पंचायतों में मतदान हो रहा है।
इसके अलावा जिला बुरहानपुर के बुरहानपुर, जिला अलीराजपुर के चंद्रशेखर आजाद नगर (भाबरा), कट्ठिवाड़ा, जिला बड़वानी के सेंधवा, पानसेमल, जिला ग्वालियर के मुरार, भितरवार, घाटीगांव, डबरा, जिला गुना के गुना, बमोरी, जिला शिवपुरी के खनियाधाना, बदरवास, जिला अशोकनगर के अशोकनगर, जिला दतिया के दतिया, जिला जबलपुर के सिहोरा, कुंडम, पनागर, बरगी, जिला छिंदवाड़ा के छिंदवाड़ा, तामिया, हर्रई, अमरबाड़ा, जिला सिवनी के सिवनी, बरघाट, जिला बालाघाट के बैहर, परसवाड़ा, वारासिवनी, खैरलांजी, जिला मंडला के बिछिया, मवई, नैनपुर, जिला डिण्डौरी के शहपुरा, मेहदवानी और जिला नरसिंहपुर के नरसिंहपुर, गोटेगांव, करेली, चावरपाठा, बाबई चीचली, साईखेड़ जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों में भी मतदान हो रहा है।
इसी तरह जिला कटनी के विजयराघवगढ़, ढ़ीमरखेड़ा, जिला उज्जैन के बड़नगर, उज्जैन, जिला नीमच के नीमच, जिला रतलाम के विकासखण्ड आलोट, जिला शाजापुर के शाजापुर, जिला आगर-मालवा के बड़ौद, जिला मंदसौर के मंदसौर, जिला देवास के बागली, कन्नौद, खातेगांव, जिला सागर के सागर, रेहली, केसली, जिला छतरपुर के छतरपुर, राजनगर, जिला दमोह के दमोह, पथरिया, जिला टीकमगढ़ के बलदेवगढ़, जिला निवाड़ी के निवाड़ी, जिला पन्ना के पन्ना, अजयगढ़, जिला रीवा के हनुमना, मऊगंज, नईगड़ी, जिला सिंगरौली के बैढ़न।
जिला सीधी के सिंहावल, कुसमी, जिला सतना के चित्रकूट (मझगवां), सुहावल (सतना), उचहेरा, जिला नर्मदापुरम के सोहागपुर, केसला, जिला बैतूल के बैतूल, आमला, शाहपुर, जिला हरदा के हरदा, टिमरनी, खिरकिया, जिला शहडोल के सोहागपुर, जिला उमरिया के उमरिया (करकेली), पाली नं. 2, अनूपपुर के पुष्पराजगढ़, जिला भिण्ड के मिहोना (रौन), लहार, जिला श्योपुर के श्योपुरकलां और जिला मुरैना के अंबाह और पोरसा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों में भी मतदान है।

पीएम मोदी के खिलाफ चुनौती याचिका खारिज की

पीएम मोदी के खिलाफ चुनौती याचिका खारिज की
अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली/गांधीनगर। शनिवार को सुप्रीम कोर्ट ने 2002 गुजरात दंगों में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 64 लोगों को विशेष जांच दल की ओर से दिए गए क्लीन चिट को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी है। जिसपर केंद्र गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक इंटरव्यू में कहा, ’18-19 साल की लड़ाई, देश का इतना बड़ा नेता एक शब्द बोले बगैर सभी दुखों को भगवान शंकर के विषपान की तरह गले में उतारकर सहन कर लड़ता रहा।
‘मैंने मोदी जी को नजदीक से इस दर्द को झेलते हुए देखा है क्योंकि न्यायिक प्रक्रिया चल रही थी तो सब कुछ सत्य होने के बावजूद भी हम कुछ नहीं बोलेंगे.. बहुत मजबूत मन का आदमी ही ये स्टैंड ले सकता है।
अमित शाह ने अपने इंटरव्यू में गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट से पीएम मोदी को क्लीन चिट मिलने पर कहा कि 18-19 साल की लड़ाई, देश का इतना बड़ा नेता एक शब्द बोले बगैर सभी दुखों को भगवान शंकर के विषपान की तरह गले में उतारकर सहन कर लड़ता रहा और आज जब अंत में सत्य सोने की तरह चमकता हुआ आ रहा है, तो अब आनंद आ रहा है। अमित शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सभी आरोपों को खारिज किया है। आप कह सकतें हैं कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने ये सिद्ध कर दिया है कि सभी आरोप राजनीतिक रूप से प्रेरित थे।


सिन्हा नामांकन के लिए तैयार, विपक्ष में मतभेद

सिन्हा नामांकन के लिए तैयार, विपक्ष में मतभेद
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद के विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए तैयार हैं। लेकिन विपक्षी खेमे में फिलहाल मतभेद दिखाई दे रहे हैं क्योंकि झामुमो का झुकाव राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की ओर है। यह बात की जानकारी सुत्रो के मुतबिक सामने आई है। जेडीएस नेता एच.डी. देवेगौड़ा ने एनडीए उम्मीदवार की प्रशंसा की और उन्हें ‘उपयुक्त’ और ‘गैर-विवादास्पद’ करार दिया। इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए शनिवार को झामुमो की बैठक हो रही है।
सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालयों को फोन कर चुनाव के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने विपक्षी दलों के सभी नेताओं को एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने ट्वीट किया, “राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए मुझे अपने आम उम्मीदवार के रूप में चुनने के लिए उनका धन्यवाद। मैं वास्तव में सम्मानित हूं। संविधान की रक्षा करना हमारा गंभीर वादा, प्रतिज्ञा और प्रतिबद्धता है।”उनेहोंने लिखा, “भारत बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है, मैं आम लोगों के लिए आवाज उठाऊंगा।”नामांकन दाखिल करने के बाद सिन्हा ने कहा कि वह सांसदों और विधायकों से मिलने के लिए अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।
सिन्हा ने बुधवार को कहा कि दूसरी विचारधारा के नेता संविधान का गला घोंटने और चुनावों में जनादेश का मजाक बनाने पर आमादा हैं। उन्होंने कहा, “निर्वाचित होने पर मैं राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता और अखंडता को हथियार बनाने की अनुमति नहीं दूंगा, जैसा कि अभी हो रहा है।”उन्होंने कहा, “संविधान के संघीय ढांचे पर चल रहे हमलों, जिससे सरकार राज्य सरकारों को उनके वैध अधिकारों और शक्तियों को लूटने का प्रयास कर रही है, को पूरी तरह से अस्वीकार्य माना जाएगा।
“मैं अपने कार्यालय के अधिकार का उपयोग खतरनाक शक्ति की जांच के लिए भी करूंगा। गलत तरीके से कमाया गया धन भारतीय लोकतंत्र की आत्मा की हत्या कर रहा है और चुनावों में जनादेश का मजाक बना रहा है।”एक दर्जन से अधिक विपक्षी दलों ने मंगलवार को सिन्हा को अपना उम्मीदवार घोषित किया, उसी दिन भाजपा ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-260, (वर्ष-05)
2. रविवार, जून 26, 2022
3. शक-1944, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्रियोदशी, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:15।
5. न्‍यूनतम तापमान- 30 डी.सै., अधिकतम-40+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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शुक्रवार, 24 जून 2022

जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक आयोजित: डीएम

जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक आयोजित: डीएम

हरिशंकर त्रिपाठी     

देवरिया। विकास भवन स्थित गांधी सभागार में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की गई। इस वर्ष जनपद में कुल 33,03,774 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में हरियाली का दायरा बढ़ाने के लिए बृहत अभियान चलाया जाएगा। कुल 23,27,016 पौधों का रोपण जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा तथा 9,76,758 पौधों का रोपण वन विभाग द्वारा किया जाना है। पौधा रोपने के लिए गड्ढों की खुदाई समय रहते कर ली जाए। जिससे वृक्षारोपण के लिए भूमि की उर्वरा शक्ति अनुकूलतम स्थिति में पहुँच जाए।

वृक्षारोपण के उपरांत पौधे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी व्यापक प्रबंध किए जाए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण सिर्फ रस्म अदायगी भर न रहे, बल्कि जनपद के हरित क्षेत्र में शासन की मंशा के अनुरूप वृद्धि दिखनी भी चाहिए। उन्होंने समस्त अधिकारियों को चेतावनी भी दी कि वृक्षारोपण जमीन पर वास्तविक रूप में होना चाहिए न कि सिर्फ कागजी कार्यवाही तक सीमित रहे। वे स्वयं वृक्षारोपण स्थलों का निरीक्षण कर वास्तविकता को परखेंगे और कमी मिलेगी, तो कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने उद्यान विभाग को निर्देशित किया की लक्ष्य के सापेक्ष पौधों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। फलदार एवं वाणिज्यिक उपयोग वाले पौधों की मांग के सापेक्ष उपलब्धता होना अत्यंत आवश्यक है। वृक्षारोपण कार्यक्रम में जन भागीदारी को भी प्रोत्साहन दिया जाए। व्यापक जनभागीदारी से ही अभियान की सफलता सुनिश्चित होगी।

समाजिक वानिकी प्रभाग, देवरिया के प्राभागीय निदेशक जगदीश आर. ने बताया कि ग्राम्य विकास विभाग 13,23,840, राजस्व विभाग 1,49,380, पंचायतीराज विभाग 1,49,380, कृषि विभाग 2,77,430, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग 1,65,724, उच्च शिक्षा विभाग 16,830, लोक निर्माण विभाग 7700, नगर विकास विभाग 23,660, सहकारिता विभाग 6020, स्वास्थ्य विभाग 6020 पौधे लगाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, सीएमओ डॉ आलोक पांडेय, सीआरओ अमृत लाल बिंद, एडीएम (प्रशासन) कुँवर पंकज, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम गुँजन द्विवेदी, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम गजेंद्र सिंह, एसडीएम संजीव उपाध्याय सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

गैंगस्टर एक्ट में अभियुक्तों ने किया आत्मसमर्पण

गैंगस्टर एक्ट में अभियुक्तों ने किया आत्मसमर्पण

दीपक राणा
लोनी। थाना लोनी बॉर्डर क्षेत्र में गैंगस्टर दो अभियुक्तों ने स्वयं को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया और कहा कि मुझे पैर में गोली लगवाने से डर लगता है। हालांकि पुलिस इनकी पहले से ही तलाश में जुटी हुई थी। 
उपरोक्त जानकारी के अनुसार अभियुक्तों से पुलिस की पूछताछ करने पर पुलिस को बताया कि हमारे विरुद्ध थाना लोनी मे गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत है। वही थाना लोनी बॉर्डर की पुलिस पीछे पड़ी थी हम आए दिन अखबारों में एवं न्यूज़ के जरिए देखते थे कि यूपी पुलिस शासन व प्रशासन द्वारा समाज में भयमुक्त माहौल बनाने बनाने हेतु चलाए जा रहे अपराधियों के विरुद्ध की कार्यवाही की दृष्टिगत अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। इसलिए हम दोनों लोग डरे थे प्रकार की कार्रवाई से बचने हेतू हम दोनों लोगों ने गले में तखती डालकर पुलिस के सामने आकर थाना लोनी बॉर्डर में मैंने आकर अपने आप को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पकड़े गए अभियुक्त कपिल पुत्र जयपाल उर्फ जगत सिंह गांव निवासी रिस्तल  थाना टीला मोढ गाजियाबाद। दूसरा सागर पुत्र तेजपाल और निवासी डांवर रिस्तल जो लगभग 1 से डेढ़ से वंचित चल रहा थे। इन दोनों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।

हमाम में सब नंगे 'संपादकीय'

हमाम में सब नंगे   'संपादकीय' 

देश में कहीं धुआं तो कहीं शोर है, 
चौकीदार बैठा है दर पर या कोई चोर है। 
नमन, खून से राष्ट्र को सिंचने वाले सैनिक, 
सामने दुश्मन ताकतवर और मुंह जोर है। 

सैनिक भर्ती प्रक्रिया में 'अग्निवीर' योजना सम्मिलित करने से देश का युवा आक्रोशित हो गया है। आक्रोश ने आंदोलन का रूप धारण कर लिया है। आंदोलन हिंसक बनने से पूर्व ही राज्यों की सरकारों ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी हैं। जिसके कारण युवा वर्ग अपने अधिकार की लड़ाई को विराम लगा कर, मुंह बंद करने के लिए विवश हो गया। युवा वर्ग योजना लागू करने से आहत है। सेना में यह उपयोग किस परिणाम तक पहुंचेगा या 'अग्निवीर' योजना के सामने बेरोजगार युवा नतमस्तक होंगे, यह कहना कठिन है। इतना तो कहा ही जा सकता है कि राष्ट्र की आधारशिला के दो स्तंभ है, 'जवान और किसान'। इन दोनों वर्गों की उपेक्षा राष्ट्र निर्माण में सदैव बाधा उत्पन्न करती है। 
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि योजना के संबंध में पक्ष-विपक्ष दोनों हमलावर बने हुए हैं। सत्ता पक्ष योजना के लाभ बताते नहीं थकता है। दूसरी तरफ विपक्ष युवा वर्ग की अनदेखी के आरोप लगाने से बाज नहीं आ रहा है। सत्तापक्ष की उदारता और युवा वर्ग के हित को सामान्य तौर पर समझा जा सकता है। 4 वर्ष की सैन्य सेवा का अवसर सरकार की महान सोच का अनुसरण करती है। किंतु पेंशन आदि सुविधाओं को प्रदान न करना, उपेक्षा को उजागर करता है। सैन्य सेवा प्रदान करने वाला कोई भी व्यक्ति सेवा समाप्ति के पश्चात सामान्य जीवन से विरक्त ही रहेगा। कुछ लोग सामान्य जीवन यापन कर सकते हैं, परंतु सभी नहीं। ऐसी परिस्थिति में सैनिक को पेंशन आदि की सुविधा प्रदान करनी चाहिए। 
युवा वर्ग बेरोजगारी की दलदल में धंसा जा रहा है पक्ष और विपक्ष राजनीति का शुद्ध लाभ कमा रहे हैं। विधायक-सांसद 5 वर्ष के लिए निर्वाचित होते हैं और पेंशन, भत्ता आदि सब सुविधाएं प्राप्त करते हैं। किसी विधायक ने किसी राज्य की विधानसभा में यह प्रस्ताव नहीं रखा है कि हमारी पेंशन, भत्ते व अन्य सुविधाएं प्रतिबंधित कर दी जाए। किसी सांसद ने लोकसभा या राज्यसभा में यह आवेदन नहीं किया है। क्योंकि जनता का शोषण हो या कल्याण, दोनों स्थिति में स्वयं का स्वार्थ सिद्ध होना चाहिए। बयान बाजी के अलावा किसी नेता ने 'अग्निवीर' के विरुद्ध आंदोलन का समर्थन करने की चेष्टा मात्र भी नहीं की है। क्योंकि राजनेताओं का यही काम है। 
4 वर्ष की सेवा के पश्चात 75 प्रतिशत युवा पकौड़े तलना तो सीख ही जाएगा। यह नीति युवा वर्ग के विरुद्ध है। किंतु युवा वर्ग को किसी दल अथवा संगठन का साथ नहीं मिला है। सख्त कार्रवाई का भय दिखाकर मुंह बंद करने का घृणित कार्य किया गया है। युवा वर्ग को अपनी बात शांतिपूर्ण ढंग से रखने चाहिए। आंदोलन का आधार हिंसा नहीं है अहिंसा है। किसी राजनेता से कोई अपेक्षा करना धूल में लट्ठ मारने के जैसा है, क्योंकि हमाम में सब के सब नंगे हैं।
राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'

स्वास्थ्य: ओट्स चीला बनाने की रेसिपी, जानिए

स्वास्थ्य: ओट्स चीला बनाने की रेसिपी, जानिए

सरस्वती उपाध्याय
अगर आप अपने दिन की शुरुआत स्वादिष्ट और हेल्दी ब्रेकफास्ट के साथ करना चाहते हैं, तो फटाफट बनने वाले ‘ओट्स चीला’ के बारे में जान लेना चाहिए। यह काफी हेल्दी माना जाता है और इससे शरीर को एनर्जी मिलती है। खास बात यह है कि इसे महज 20 मिनट में तैयार किया जा सकता है और इसे बनाने के लिए जरूरी सामग्री किचन में ही मिल जाएगी। धीरे-धीरे ‘ओट्स चीला’ का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है और लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं। अगर आपने अब तक इस ब्रेकफास्ट को ट्राई नहीं किया है, तो आपको आसान विधि के बारे में जरूर जान लेना चाहिए।

ओट्स चीला बनाने की रेसिपी...

2 चम्मच बेसन
2 कप ओट्स
2 चम्मच तेल
2 कटी हुई हरी मिर्च
2 कटी हुई प्याज
2 शिमला मिर्च
1 गाजर
2 टमाटर
1 चम्मच जीरा
थोड़ा अदरक
1/2 चम्मच हल्दी
1 चम्मच मिर्च
हरा धनिया कटा हुआ
नमक (स्वादानुसार)
हरी चटनी या रेड सॉस

ओट्स चीला बनाने का आसान तरीका...

1. ओट्स चीला बनाने के लिए सबसे पहले आपको ओट्स को पीसना होगा। यह काम आप मिक्सी से कर सकते हैं। ओट्स पीसकर आप एक बर्तन में रख लें।
2. इसके बाद आप पिसे हुए ओट्स में बेसन, हल्दी, जीरा मिर्च और अन्य मसाले डालकर अच्छी तरह मिला लें।


सीएम धामी ने 'गुरुद्वारे' में मत्था टेका, प्रार्थना की

सीएम धामी ने 'गुरुद्वारे' में मत्था टेका, प्रार्थना की  पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को गुरु नानक ज...