नई गाइडलाइन में सिर्फ मास्क्ड आधार ही शेयर करें
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। केंद्र ने देश की जनता को अलर्ट किया। अगर आप भी अपने आधार कार्ड को कहीं देने में लापरवाही बरतते हैं, या बेफिक्र तरीके से इसकी कॉपी शेयर करते हैं, तो आपको सरकार की इस चेतावनी पर गौर करना चाहिए। सरकार ने अपनी नई गाइडलाइन में लोगों से सिर्फ मास्क्ड आधार ही शेयर करने के लिए कहा है।
हो सकता है आधार का गलत इस्तेमाल...
सरकार का कहना है कि लोगों को किसी संस्थान को आधार कार्ड की फोटोकॉपी नहीं देना चाहिए, क्योंकि इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है। इसकी जगह आप मास्क्ड आधार का उपयोग कर सकते हैं।
जानें क्या होता है मास्क्ड आधार...
मास्क्ड आधार में आपकी 12 डिजिट की पूरी आधार संख्या नहीं दिखाई देती है। बल्कि इसमें आधार संख्या के सिर्फ आखिरी चार अंक ही दिखाई देते हैं। इसे आप ऑनलाइन भी प्राप्त कर सकते हैं।
गैर-लाइसेंसी नहीं रख सकते आपका आधार
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने अपने नोटिस में ये भी साफ किया है कि गैर-लाइसेंसी प्राइवेट इकाइयां आपका आधार कलेक्ट नहीं कर सकती हैं, ना ही उसे अपने पास रख सकती हैं। इसमें बिना लाइसेंस वाले होटल और सिनेमा हॉल शामिल हैं ।केवल ऐसे प्राइवेट संस्थान ही आपके आधार कार्ड की कॉपी कलेक्ट कर सकते हैं।
जिन्होंने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) से आधार के लिए यूजर लाइसेंस वाले होटल और सिनेमा हॉल शामिल हैं। केवल ऐसे प्राइवेट संस्थान ही आपके आधार कार्ड की कॉपी कलेक्ट कर सकते हैं जिन्होंने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) से आधार के लिए यूजर लाइसेंस हासिल किया है।
साइबर कैफे से नहीं करें डाउनलोड
सरकार ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे अपने आधार की कॉपी को पब्लिक कंप्यूटर या साइबर कैफे से डाउनलोड नहीं करें। अगर वो ऐसा करते हैं तो ये सुनिश्चित करें कि आधार की डाउनलोड की कई सभी कॉपी को परमानेंट डिलीट कर दिया है।
आधार कार्ड को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण जारी करता है।
ये एक 12 डिजिट का एक न्यूमेरिक कोड होता है, जिसे आधार संख्या कहा जाता है। ये मूलत आपकी बायोमीट्रिक पहचान सुनिश्चित करने के लिए उपयोग किया जाता है। भारत सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आधार संख्या अनिवार्य है। वहीं इसके माध्यम से डिजिटल पेमेंट आधार पे भी हो सकता है।