शुक्रवार, 20 मई 2022

लोनी में संचालित अवैध तेजाब फैक्ट्री का भंडाफोड़

गाजियाबाद के लोनी में अवैध रूप से चल रही कैमिकल युक्त फैक्ट्री पर चला प्रशासन का डंडा

सुधाकर सिंह
गाजियाबाद। लोनी स्थित औद्योगिक क्षेत्र ट्रॉनिका सिटी वह बदरपुर देहात इलाके में तेजा फैक्ट्री का अवैध रूप से संचालन किया जा रहा था। अवैध रूप से चल रही तेजाब फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली दंगों में इसी फैक्ट्री का तेजाब इस्तेमाल किया गया था। आलम यह था कि यूपी, हरियाणा दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर यहां से अवैध रूप से तेजाब जाता था।
एसपी देहात ई रजा ने बताया जब तक मालिक गिरफ्त में नहीं आते हैं तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। मालिकों की तलाश जारी है जल्द ही पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
गाजियाबाद पुलिस की यह बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस को अब तक यहां से कई हजार लीटर तेजाब बरामद हुआ है। फिलहाल फैक्ट्री मालिकों की तलाश जा रही है। ताकि दिल्ली दंगों सहित तमाम तारों को जोड़ा जा सके और इस बड़े रैकेट का सही ढंग से भंडाफोड़ किया जा सके।

भाजपा नेता को झूठे केस में फंसाने की धमकी

भाजपा नेता को झूठे केस में फंसाने की धमकी
सुधाकर सिंह 
गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के एक नेता द्वारा थाना टीला मोड़ के एक एसआई के खिलाफ एसएसपी गाजियाबाद को शिकायती-पत्र दिया है। पत्र में आरोप है कि जब वह पीड़ित की मदद के वास्ते थाना टीला मोड़ की पुलिस चैकी सिकंदरपुर गए तो वहां मौजूद एसआई ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया तथा लूट के फर्जी मामले में जेल भेजने की धमकी दी।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला मंत्री अमर चैधरी द्वारा एसएसपी को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि उनके पास एक पीड़ित परिवार का फोन आया था। जिसमें उस परिवार के समीर नाम के युवक ने उन्हें बताया था कि थाना टीला मोड की पुलिस चैकी सिकंदरपुर पर तैनात एसआई सुभाष उसे लूट के मामले में फंसाने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं। बीस हजार रूपये की मांग कर रहे हैं। जबकि मामला एक मारपीट का था। पीड़ित परिवार द्वारा काफी अनुनय-विनय करने के बावजूद एसआई नहीं मान रहा है। वह लगातार पैसा देने के लिये दबाव बना रहा है। 
यहां यह भी उल्लेख है कि पीड़ित ने अपने आप को फर्जी मामले में जेल जाने से बचने के लिए तथा एसआई को शांत करने के लिए 10 हजार रूपये भी दे दिए हैं। लेकिन फिर भी एसआई बराबर उन्हें और पैसा देने के लिए धमकी दे रहे हैं। अमर चैधरी का आरोप है कि जब वह इस सिलसिले में चैकी सिकंदरपुर पर समीर की शिकायत को लेकर पहुंचे तो एसआई सुभाष ने उनके साथ भी दुव्र्यवहार किया और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए किसी झूठे मामले में फंसा कर जेल भेजने की धमकी दी।
इस मामले में उन्होंने एसआई सुभाष के खिलाफ एसएसपी गाजियाबाद के अलावा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश,गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक मेरठ तथा मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष को भी शिकायत भेजी है। अमर चैधरी ने इस मामले में एसआई के खिलाफ शख्त कानूनी और विभागीय कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

सत्ता परिर्वतन के लिए परिर्वतन रथयात्रा निकाली

सत्ता परिर्वतन के लिए परिर्वतन रथयात्रा निकाली 
शैलेश श्रीवास्तव
आजमगढ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की परिर्वतन रथ यात्रा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में आजमगढ़ पहुंची। रथ यात्रा का आजमगढ़ जिले के सठियांव में पहुंचते ही पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि सत्ता परिर्वतन के लिए परिर्वतन रथ यात्रा निकाली गयी है।
आजमगढ़ जनपद में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की रथ यात्रा देर शाम करीब सात बजे सठियांव स्थित पार्टी कार्यालय पर मऊ से पहुंची। जहां पार्टी के नेताओं ने फूल-मालाओं से राष्ट्रीय अध्यक्ष का जोरदार स्वागत किया। स्वागत समारोह के बाद शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि 12 अक्टूबर को परिर्वतन रथ यात्रा निकली थी और प्रदेश के अधिकांश जिलो से होती हुई आजमगढ़ पहुची है। 
उन्होने यह रथयात्रा सत्ता परिर्वतन के लिए निकाली है। सपा से गठबंधन के सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उन्होने इसके लिए कहा है, वही सीटों के सवाल पर उन्होने कहा कि गठबंधन होने के बाद जीतने वाली सीटो पर उम्मीदवार उतारेगें। जनसभा को सम्बोधित करने के बाद रथ यात्रा आजमगढ़ मुख्यालय पर पहुंचेगी। जहां रात्रि विश्राम के बाद सुबह अम्बेडकर नगर जिले के लिए रवाना होगी।

गुडलक हत्याकांड, विरोध में धरना प्रदर्शन किया

गुडलक हत्याकांड, विरोध में धरना प्रदर्शन किया
शैलेश श्रीवास्तव   
आजमगढ़। जनपद के अतरौलिया थाना क्षेत्र के भदौरा गांव में हुए गुडलक हत्याकांड के विरोध में शुक्रवार को स्थानीय थाना अतरौलिया के गेट पर मृतक गुड लक के परिवार के सदस्यों तथा गांव की महिलाओं और बुजुर्गों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया।
बता दें कि घटना के लगभग सप्ताह भर होने को है फिर भी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने के कारण लोगों में पुलिस प्रशासन के विरुद्ध भयंकर आक्रोश देखने को मिल रहा है नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुड लक के परिवार एवं गांव की महिलाओं समेत लोग अतरौलिया थाने के गेट पर धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद का नारा लगाने लगे मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय सर्किल के लगभग सभी थानों की फोर्स एवं उप जिलाधिकारी बुढ़नपुर नवीन प्रसाद तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार एवं क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर लालता प्रसाद साहू समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास करती नजर आ रही थी। फिर भी आक्रोशित लोग नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी एवं उनके घरों को बुलडोजर से गिराने की मांग को लेकर थाने के गेट पर ही धरने पर बैठे रहे। घटना की सूचना पाकर एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ भी मौके पर पहुंच गए। एसपी ग्रामीण के सामने महिलाओं ने आत्मदाह का प्रयास किया जिस पर आक्रोशित होकर पुलिस प्रशासन द्वारा हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया गया।

समझौता ज्ञापन पर बर्लिंगटन इंग्लिश के हस्ताक्षर

समझौता ज्ञापन पर बर्लिंगटन इंग्लिश के हस्ताक्षर 

अश्वनी उपाध्याय         
गाजियाबाद। बर्लिंगटन इंग्लिश ने गाजियाबाद स्थित, गुरुकुल द स्कूल के साथ मल्टी-ट्रैक जुड़ाव के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर कियें हैं। यह अंग्रेजी भाषा सीखने के सोल्यूशन (समाधान) का अग्रणी वैश्विक प्रदाता है। यह साझेदारी अपने शिक्षकों के सशक्तिकरण के स्कूल के प्रयासों को बेहतर करने पर केंद्रित होगी। ताकि उनके संचार और अंग्रेजी भाषा प्रवीणता कौशल को बेहतर किया जा सके और बीस्पोक लर्नर एंगेजमेंट प्रोग्राम तैयार किए जा सकें। 
बर्लिंगटन इंग्लिश अभिनव और अनूठे समाधानों की पेशकश करता है। जो अंग्रेजी सीखने के लिए एक मिश्रित दृष्टिकोण का उपयोग करते हैं। इसके लिए ऑनलाइन इंटरऐक्टिव पाठों को शिक्षक के नेतृत्व वाले इन-क्लास कक्षाओं से मिला दिया जाता है। यह अंग्रेजी भाषा सीखने के तरीके को बेहतर बनाने की दिशा में काम करता है और इसके लिए सामग्री व प्रौद्योगिकी को एकीकृत करके भाषा सीखने के तरीको के बेहतर करने का काम करता है। सामग्री वितरण विकल्पों की हमारी रेंज छात्रों और शिक्षकों दोनों को लचीलापन प्रदान करती है और यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि सीखना अंग्रेजी भाषा की कक्षा की सीमाओं से बाहर निकले। मेटावर्स शिक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सबसे चर्चित विषयों में से एक बन गया है और बर्लिंगटन इंग्लिश का केंद्रबिंदु इसका अभिनव एआई-सक्षम भाषण-प्रसंस्करण और प्रशिक्षण मंच है, जो इसे उभरते डिजिटल प्रतिमान का हिस्सा बनाता है।
श्री सचिन वत्स, गुरुकुल द स्कूल के संस्थापक निदेशक ने कहा, "गुरुकुल द स्कूल और बर्लिंगटन इंग्लिश के दृष्टिकोण के बीच मुझे जो सामान्य दिखाई देता है, वह हमारे छात्रों को सर्वोत्तम सीखने के अवसर प्रदान करने का जुनून, ईमानदारी और इच्छा है। मुझे विश्वास है कि इस साझेदारी के माध्यम से, हम अपने शिक्षकों को न केवल उनकी दक्षता को मजबूत करके, बल्कि उन्हें स्वयं का एक पूर्ण संस्करण बनाने में मदद करके उन्हें सशक्त बनाने में मददगार हो सकेंगे। देश के भावी नागरिक बनाने के प्रयास में खुशियां बढ़ेंगी।"
द बर्लिंगटन ग्रुप ऑफ कंपनीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री रत्नेश झा ने कहा, "आधुनिक दुनिया में अंग्रेजी सीखने की आवश्यकता का कोई मुकाबला नहीं है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लेन-देन में समग्र भागीदारी के लिए पासपोर्ट होने के अलावा, अंग्रेजी दुनिया भर में वाणिज्यिक, शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सामाजिक संचार के लिए दृढ़ता से स्थापित भाषा है। बर्लिंगटन की विश्व स्तरीय कार्यप्रणाली शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करती है, जिससे कक्षा में सीखने के परिणामों की गुणवत्ता सीधे प्रभावित होती है। उन्होंने कहा, "बर्लिंगटन में, हम अपने सहयोगी संस्थानों को सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास सामग्री और प्रौद्योगिकी के साथ मदद करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि शिक्षार्थी वैश्विक कार्यबल में शामिल होने के लिए अच्छी तरह तैयार हैं।"
सुश्री लीना सिंह, निदेशक – कंटेंट सोल्यूशन, बर्लिंगटन इंग्लिश ने कहा, "हम एक कनेक्टेड (जुड़े हुए), तेज़-तर्रार, हमेशा के लिए बदलती दुनिया में रहते हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि उत्पादों और कार्यक्रमों को सीखने के माहौल में अवधारणा और डिजाइन किया जाए जहां हम उन्हें प्रभावित करने का इरादा रखते हैं। केंद्र में शिक्षार्थियों और हम जो कुछ भी करते हैं उसके केंद्र में शिक्षकों के साथ , हम अपने प्रमुख बर्लिंगटन अंग्रेजी कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए स्कूल लौटने के लिए उत्साहित हैं । ”
कार्यक्रम में शामिल होने वाले कुछ सम्मानित अतिथि श्री अमित बावेजा, मुख्य व्यवसाय अधिकारी - भारत और दक्षिण पूर्व एशिया, बर्लिंगटन इंग्लिश; सुश्री चारु बोस, उपाध्यक्ष, के-12 (बिक्री), बर्लिंगटन अंग्रेजी; और सुश्री समरीन गौरी, वरिष्ठ प्रबंधक – स्टैट्रेजिक अलायंसेज (सामरिक गठबंधन), बर्लिंगटन इंग्लिश।

सीतापुर: 812 दिन बाद जेल से रिहा हुए आजम

सीतापुर: 812 दिन बाद जेल से रिहा हुए आजम 

संदीप मिश्र    

सीतापुर। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य विधायक आजम खां 812 दिन बाद सीतापुर जिला जेल से शुक्रवार को रिहा हो गए। सुप्रीम कोर्ट से गुरुवार को अंतरिम जमानत मिलने के बाद आजम खां की रिहाई का आदेश देर रात सीतापुर जिला जेल प्रशासन को मिला और आज सुबह उनकी रिहाई का इंतजाम किया गया। आजम खां सुबह 8:06 बजे जेल से बाहर आए।आजम खां की रिहाई की खबर पर उनके समर्थकों की भीड़ सुबह पांच बजे से ही जेल गेट के पास जुटने लगी थी। आजम खां के बड़े बेटे अदीब आजम सबसे पहले जेल पहुंचे। इसके बाद आजम खां के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खां के साथ सपा के विधायक आशु मालिक भी सीतापुर जेल पहुंच गए। अब्दुल्ला आजम 6:55 बजे जेल के अंदर गए। आजम खां के समर्थक रामपुर, लखनऊ व अन्य जिलों से भी सीतापुर पहुंचे।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव भी प्रात: सात बजे सीतापुर जेल पहुंचे। वह गाड़ी में ही जेल परिसर में दाखिल हुए। आजम खां की रिहाई को लेकर जेल गेट पर कई थानों की पुलिस लगाई गई। आजम खां की रिहाई को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखा। शहर के सभी इंट्री प्वाइंट पर तैनात पुलिसकर्मी आने जाने वाली सभी गाडिय़ों की जांच करते दिखे। वैदेही वाटिका, आरएमपी मोड़, बहुगुणा चौराहा, रोडवेज, जीआइसी चौराहा व काशीराम कालोनी के पास पुलिस मुस्तैद दिखी। जेल रोड पर कई थानों की पुलिस लगी थी।

6 साल, 9 महीने बाद जेल से बाहर निकलीं मुखर्जी

6 साल, 9 महीने बाद जेल से बाहर निकलीं मुखर्जी  

कविता गर्ग    

मुंबई। अपनी बेटी शीना बोरा की कथित हत्या के मामलें में गिरफ्तारी के छ: साल, नौ महीने बाद पूर्व मीडिया कार्यकारी अधिकारी इंद्राणी मुखर्जी शुक्रवार की शाम यहां भायखला महिला जेल से बाहर निकलीं। उच्चतम न्यायालय ने इंद्राणी मुखर्जी को इस मामले में बुधवार को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था।

इंद्राणी शाम साढ़े पांच बजे जेल से बाहर आई और वहां से एक कार में बैठकर चली गयी। जेल के बाहर इंद्राणी के वकील मौजूद थे। बाहर निकल कर इंद्राणी ने मीडियाकर्मियों को देखा और मुस्कान बिखेरी। निचली अदालत ने बृहस्पतिवार को इंद्राणी को दो लाख रुपये का अस्थायी नकद बॉण्ड भरने को कहा था।

निदेशक व सीईओ की याचिका पर जवाब मांगा

निदेशक व सीईओ की याचिका पर जवाब मांगा 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण की जमानत याचिका पर केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) से जवाब मांगा। एनएसई में अनियमिततायें पाये जाने के बाद मई 2018 में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी। सीबीआई ने (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण की जमानत याचिका खारिज होने के बाद छह मार्च को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। 
गौरतलब है कि विशेष अदालत ने 12 मई को उनकी जमानत अर्जी यह कहते हुए खारिज कर थी कि जमानत के लिए अभी कोई आधार नहीं बनता है। सुश्री रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक एनएसई की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहीं थी। इसके अलावा एक अन्य आरोपी रवि नारायण अप्रैल 1994 से मार्च 2013 तक एनएसई का प्रबंध निदेशक और सीईओ रहा था। दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सुधीर कुमार जैन ने मामले की सुनवाई की अगली तिथि 31 मई निर्धारित की है।

कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल, चिंतन शिविर

कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल, चिंतन शिविर

अविनाश श्रीवास्तव

पटना। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि हाल ही में उदयपुर में हुआ कांग्रेस का ‘चिंतन शिविर’ पार्टी की बेहतरी के लिए कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा है। किशोर ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “मुझे बार-बार उदयपुर चिंतन शिविर के परिणाम पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया। मेरे विचार से, यह यथास्थिति को बढ़ाने और कांग्रेस नेतृत्व को कुछ समय देने के अलावा कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा, कम से कम गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आसन्न चुनावी हार तक।

” चुनावी रणनीतिकार ने हाल ही में कांग्रेस नेतृत्व के सामने पार्टी के पुनरुद्धार के लिए आवश्यक उपायों पर अपने सुझाव दिये थे। कांग्रेस नेतृत्व ने इस पर अमल करने की बजाय संकेत दिया कि पार्टी किशोर के सुझावों पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय ‘एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप’ (ईएजी) का गठन करेगी और उन्हें ईएजी का सदस्य बनाया जाएगा।

निकहत की जीत पर पीएम व गृहमंत्री ने बधाई दीं

निकहत की जीत पर पीएम व गृहमंत्री ने बधाई दीं  

मोमीन मलिक         

नई दिल्ली/बैंकॉक। भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन (52 भारवर्ग), विश्व चैंपियन बन गईं। उन्होंने 52 भारवर्ग के फाइनल में थाईलैंड की जितपोंग जुटामेंस को एकतरफा 5-0 से हरा दिया। तेलंगाना की मुक्केबाज भारत की ऐसी पांचवीं महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने विश्व चैंपियनशिप में सोने का तमगा अपने नाम किया है। निकहत की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें बधाई दी। नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ”निकहत जरीन को महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शानदार स्वर्ण पदक जीतने के लिए बधाई। मैं मनीषा मौन और परवीन हुड्डा को भी इसी प्रतियोगिता में कांस्य पदक के लिए बधाई देता हूं।

गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ”महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर निकहत जरीन को बधाई। भारत को आपकी उपलब्धि पर गर्व है। आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।” निकहत से पहले दिग्गज एम सी मैरीकॉम ने 2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018 में खिताब जीते थे। इसके अलावा 2006 में सरिता देवी, जेनी आर एल और लेखा केसी ने अपने-अपने भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। जरीन के स्वर्ण पदक के अलावा मनीषा मौन (57 भार वर्ग) और पहली बार विश्व चैंपियनशिप में खेल रही प्रवीण हुड्डा (63 भारवर्ग) ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इन दोनों को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। निकहत इस बार फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय मुक्केबाज बनीं। सेमीफाइनल में जरीन ने ब्राजील की कैरोलिन डि अलमेडा को भी 5-0 से पराजित किया था। भारत की ओर से 12  सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया था। भारत ने चार वर्ष के बाद स्वर्ण पदक हासिल किया है। इससे पहले 2018 में एम सी मैरीकॉम ने जीता था।

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद केस को जज के पास भेजा

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद केस को जज के पास भेजा

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मामलें को जिला जज के पास भेज दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने जिला जज के 25 साल के अनुभव को ध्यान में रखते हुए निर्णय सुनाया। इसके साथ ही अंतरिम आदेश के 8 हफ्तों तक जारी रहने का फैसला सुनाते हुए जुलाई के दूसरे हफ्ते में फिर से सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई होने की बात कही। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने पहले मुस्लिम पक्ष की दलील सुनी।

मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी अदालत के सभी आदेश को कानून के खिलाफ बताते हुए निरस्त करने की मांग की। इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में रखी गई रिपोर्ट के सार्वजनिक होने पर सवाल उठाया। इसके अलावा प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 के तहत निचली अदालत के मामले में कमीशन बनाए जाने पर भी सवाल उठाया। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली तीन सदस्यों के बेंच ने दलील को खारिज करते हुए कहा कि एक्ट किसी भी स्थल के धार्मिक चरित्र इसकी जांच एक जज करवा सकता है। इससे एक्ट का हनन नहीं हो जाता है।

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...