मंगलवार, 14 सितंबर 2021

24 सितंबर को वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे बाइडेन

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 24 सितंबर को वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे। जनवरी 2021 में जो बाइडेन के सत्ता संभालने के बाद यह पहला मौका होगा। जब भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति आमने-सामने मुलाकात होगी।पीएम मोदी 22 सितंबर की रात अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन पहुंचेंगे। इसको लेकर व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया है। राष्ट्रपति बाइडेन के हवाले से जारी बयान में पीएम मोदी की मेजबानी को लेकर खुशी का इजहार किया गया है।

अमेरिका में क्वाड देशों की बैठक भी होनी है। जिसमें भारत अमेरिका के अलावा, ऑस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर तालिबान, चीन और कोरोना पर चर्चा होने की उम्मीद है। 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करेंगे।

फसें दो ग्रामीणों को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिला मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर दूर मजरकटा से चिखली मार्ग में आज बाढ़ में फंसे दो ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन के तहत रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला है। पिछले 6 घंटे से पेड़ के सहारे फंसे ग्रामीण धनुराम निषाद और कामताराम निषाद को आखिरकार रेस्क्यू कर लिया गया है। बाढ़ की आपदा का सामना कर दोपहर एक बजे बाहर निकले हैं। यहां की पैरी नदी सहित नाले उफान पर है। मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है। जिसके चलते अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जनजीवन भी अस्त व्यस्त हो गया है।

गत 10 वर्षों बाद ऐसी बाढ़ की स्थिति गरियाबंद क्षेत्र में देखने को मिली है। मूसलाधार बारिश ने अपना असर दिखाया। ग्राम मजरकट्टा के दो ग्रामीण फंसे थे। निकालने के बाद राहत की सांस ली है। ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद थे। बताया जाता है कि धनुराम निषाद और कामता राम निषाद आज सुबह ही खेत देखने गए थे। इसी दौरान बाढ़ के चपेट में आ गए। दोनों लोग बाढ़ के पानी के कारण गांव तक नहीं आ पा रहे थे।

भरवारी प्रांगण में हिंदी दिवस का कार्यक्रम मनाया

कौशाम्बी। भवंस मेहता महाविद्यालय भरवारी प्रांगण में हिंदी दिवस का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया है। इस मौके पर वक्ताओं ने हिंदी दिवस के महत्व को बताते हुए हिंदी का प्रयोग करने पर जोर दिया है। वक्ताओं ने कहा कि हिंदी भाषा हमारे राष्ट्र के अस्मिता से जुड़ी है।
दिनांक 14 सितंबर राजभाषा हिंदी दिवस के अवसर पर भवंस मेहता स्नातकोत्तर महाविद्यालय भरवारी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय के प्रबंधक और मुख्य अतिथि संदीप सक्सेना और महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रूबी चौधरी द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी माता सरस्वती के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पण कर हिंदी दिवस पर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम के संयोजक महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. सी. पी. श्रीवास्तव ने कार्यक्रम प्रारंभ करते हुए अपने व्यक्तव्य में  कहा की राष्ट्रभाषा राष्ट्र की अस्मिता से जुड़ी होती है। उन्होंने छात्र छात्राओं को राजभाषा हिंदी प्रयोग और महत्व के विविध पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए अपने व्यावहारिक जीवन में राजभाषा हिंदी के अधिकाधिक प्रयोग की बात कही।
तत्पश्चात महाविद्यालय छात्र छात्राओं ने अपनी कविताओं का पाठ किया। महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. नीति मिश्रा और डॉ. आदिल ने भी राजभाषा हिंदी के बारे में अपने उद्गार प्रकट किए।इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ. श्वेता यादव, डॉ. सतीश तिवारी, डॉ. योगेश मिश्र ,डॉ. विमलेश सिंह यादव, डॉ. राहुल राय, डॉ. महेंद्र उपाध्याय, डॉ. दीपक कुमार आदि लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या डा. रूबी चौधरी ने मुख्य अतिथि , शिक्षक शिक्षिकाओं और छात्र छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापन किया।
राजू सक्सेना 

हरियाणा कांग्रेस कमेटी की संगठन सूची घोषित की

राणा ओबरॉय           
चंडीगढ़। हरियाणा में कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है। जिसका अभी तक संगठन तैयार नहीं हुआ है। 2014 में जब कांग्रेस के अशोक तंवर ने संगठन की जिम्मेदारी संभाली थी। तब से लेकर आज तक हरियाणा कांग्रेस का संगठन तैयार नहीं हुआ है। आज से लगभग 2 वर्ष पहले कुमारी शैलजा ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बागडोर संभाली थी तब शैलजा ने दावा किया था कि संगठन बहुत शीघ्र तैयार हो जाएगा। परंतु उनका यह दावा भी पूरी तरह फेल साबित हुआ। अभी कुछ समय पहले हरियाणा कांग्रेस प्रभारी ने भी मीडिया के समक्ष कहा था कि बहुत शीघ्र हरियाणा कांग्रेस कमेटी की संगठन सूची घोषित कर दी जाएगी। परंतु यह दावा भी बेकार ही गया। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है। पूर्व सीएम हुड्डा और अध्यक्षा शैलजा की आपसी खींचतान के कारण ही प्रदेश संगठन की सूची लटकी हुई है। यदि इसी तरह गुटबाजी कांग्रेस में बनी रही तो ऐलनाबाद उपचुनाव व होने वाले पंचायत चुनाव में हरियाणा कांग्रेस को बुरी तरह हार का मुंह देखना पड़ेगा।

सपा सरकार को बनाने के लिए जनसमर्थन किया

भानु प्रताप उपाध्याय           
शामली। समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ द्वारा समाजवादी जन सन्देश बूथ यात्रा के सातवे दिन मालेंड़ी,बधेव कुन्नु खेडा,मुडेट,कसेरवा खुर्द, टिटौली, टपराणा,पीरखेडा,दरगाहपुर,आदी गावो मे जनसमर्थन सपा सरकार को बनाने के लिये किया गया। सपा नेता अब्दुल गफ्फार मलक ने वीरेंद्र जाट के निवास पर कहा कि जाट ओर मुस्लिम एक साथ मिलकर गठबंधन प्रत्यासि को जिताकर हिन्दू मुस्लिम आस्था के प्रतिक चौ,चरण सिंह को समर्पित करेंगे। जोगी समाज के युवाओ ने रविन्द्र प्रधान जोगी का जोरदार स्वागत किया' यात्रा मे जन सन्देश सपा नेता जबरदीन मलिक,मधू देशवाल,इस्लाम धोबी मुडेट,दीपक जोगी,रवि जोगी,साहिल जोगी,सुभाष कश्यप,कृष्णपाल जोगी,नदीम,राकिब जोगी,वादिल जोगी,जफर अली जोगी,राहत खान,सपा नेता नासीर खान(पूर्व प्रधान)प्रवेश कोरी,कपिल जाट,रियासत दर्जी,अख्तर शेख,सरफराज शेख आदी से किया गया। यात्रा का रात्रि पड़ाव सपा नेता समरयाब काशमी के निवास हथछोया पर रहा।

मेरठ: युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला मिला

अतुल त्यागी
मेरठ। जिले में लापता युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया। किठौर से लगभग 6 माह पूर्व लापता हुए युवक की हत्या उसके दोस्त ने ही कर शव को ठिकाने लगाकर उसकी प्रेमिका से शादी रचाई थी। लेकिन मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया। जब आरोपी की प्रेमिका ने पूरी घटना का राजफाश कर दिया। 
जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी दोस्त और उसकी प्रेमिका को भी गिरफ्तार किया गया। एक आरोपी फरार बताया गया है। बता दें कि किठौर के मवाना रोड निवासी नसीम 22 वर्ष पुत्र इजाहरुल हक बीती 16 मार्च को लापता हो गया था। इस मामले में परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराते हुए उसके दोस्त और प्रेमिका पर शक जताया था। लेकिन पुलिस की जांच में नतीजा सिफर निकला। उधर परिजन भी दर-दर की ठोकर खाने के बाद बेटे के मिलने की आस छोड़ दी। लेकिन उधर मामले में जब नया मोड़ आ गया जब दो दिन पूर्व गढ़मुक्तेश्वर निवासी महिला नसीम के घर पहुंची।और परिजनों को बताया कि नसीम की हत्या की बात कही।महिला ने विस्तारपूर्वक बताया कि नसीम की हत्या उसके किठौर निवासी दोस्त दानिश ने करके उसके शव को ठिकाने लगा दिया था। इसके बाद परिजन किठौर थाने पहुंचे और तहरीर देते हुए दानिश नामक युवक पर हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाया। जिसके बाद पुलिस ने दानिश और उसकी प्रेमिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में दानिश पुत्र जहीर ने पुलिस को बताया कि उसने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर नसीम की 16 मार्च को हत्या करके शव को अमरोहा जिले के धनोरा मंडी थाना क्षेत्र में नहर में फेंक दिया था। किठौर थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि नसीम की हत्या करने के लिए हिना ने दानिश को मजबूर किया था। जिसके बाद दानिश ने अपने किठौर निवासी दोस्त मुजीब के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने दानिश और हिना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है तथा अन्य आरोपी मुजीब को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

आतंकियों द्वारा किये हमले में 4 नागरिक घायल हुए

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर आतंकवादियों द्वारा किये गए एक ग्रेनेड हमले में कम से कम चार नागरिक घायल हो गए। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। आतंकवादियों ने आज दोपहर में पुलवामा चौक पर सुरक्षा बलों के एक वाहन की ओर ग्रेनेड फेंका, लेकिन ग्रेनेड सड़क किनारे फट गया। 
अधिकारियों ने बताया कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया है, जबकि सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकियों के ग्रेनेड हमले बढ़ गए हैं। पिछले सप्ताह शहर के चनापोरा इलाके में एक ग्रेनेड हमले में दो महिलाओं सहित तीन लोग घायल हो गए थे। सुरक्षा बलों ने सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के व्यस्त परिम्पिरा-पंथाचौक मार्ग पर आतंकवादियों द्वारा लगाए गए छह ग्रेनेड का पता लगाया था और उन्हें निष्क्रिय किया था।

दिक्कतों से संबंधित शिकायतों का संज्ञान लिया

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने किसान आंदोलन के कारण लोगों, औद्योगिक इकाइयों और कंपनियों को हो रही दिक्कतों से संबंधित शिकायतों का संज्ञान लेते हुए दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि उसे इस संबंध में अनेक शिकायतें मिली हैं जिनमें आरोप लगाया गया है कि आंदोलन के कारण रास्तों के बंद होने से छोटी बड़ी 900 से अधिक औद्योगिक इकाइयों पर प्रभाव पड़ा है। 
आंदोलन के कारण सड़क मार्ग भी प्रभावित हुआ है जिससे आम लोगों, रोगियों और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों तथा वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से परेशानी हो रही है। आयोग को यह भी रिपोर्ट मिली है कि आंदोलनों स्थलों के पास बैरिकेड लगे होने के कारण लोगों को बहुत लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। शिकायतों का संज्ञान लेते हुए आयोग ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के मुख्य सचिवों तथा पुलिस महानिदेशकों को इस संबंध में की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने को कहा है।
आयोग को मिली शिकायतों में यह भी आरोप लगाया गया है कि आंदोलन स्थलों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है साथ ही आसपास रहने वाले लोगों को रास्ते बंद होने के कारण अपने घरों में ही कैद होना पड़ रहा है। आयोग का मानना है कि विरोध प्रदर्शन मानव अधिकार का मुद्दा है लेकिन साथ ही इसके कारण अन्य लोगों के मानवाधिकार प्रभावित होने पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
आयोग ने इन राज्यों से किसान आंदोलन के कारण औद्योगिक और व्यवसायिक कामकाज पर हुए प्रतिकूल प्रभाव का आकलन करने और यातायात सेवाओं के बाधित होने के कारण आम लोगों पर पड़े बोझ तथा खर्च पर 10 अक्टूबर तक रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से भी आंदोलन स्थलों पर कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के बारे में रिपोर्ट मांगी है। उसने आंदोलन स्थल पर एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के साथ सामूहिक दुष्कर्म से संबंधित मामले में मुआवजे के बारे में भी जानकारी देने को कहा है।
इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क से भी आंदोलन के कारण लोगों की आजीविका और उनके जीवन पर हुए असर के बारे में सर्वेक्षण करवाने को भी कहा गया है।

एप्पल ने आईफोन में सुरक्षा खामी को ठीक किया

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल ने आईफोन में उस सुरक्षा खामी को ठीक कर लिया है। जिससे हैकर्स उपयोगकर्ता के इस्तेमाल के बगैर ही आईफोन तथा एप्पल के अन्य उपकरणों को सीधे हैक कर सकते थे। टोरंटो विश्वविद्यालय की सिटीजन लैब के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि सऊदी अरब के एक कार्यकर्ता के आईफोन की जासूसी के लिए इस सुरक्षा चूक का फायदा उठाया गया।
उन्होंने बताया कि उन्हें पूरा भरोसा है कि दुनिया की सबसे कुख्यात हैकर कंपनी इजराइल का एनएसओ समूह इस हमले के पीछे है। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि यह सुरक्षा खामी एप्पल के सभी प्रमुख उपकरणों आईफोन, मैक्स और एप्पल वॉच में थी। एनएसओ समूह ने एक पंक्ति का बयान जारी कर कहा कि वह ”आतंक और अपराध” से लड़ने के लिए उपकरण मुहैया कराता रहेगी।
अनुसंधानकर्ताओं ने सात सितंबर को एक संदिग्ध कोड पाया और तुरंत एप्पल को सूचना दी। यह पहली बार था जब तथाकथित ”जीरो-क्लिक” के दुरुपयोग के बारे में पता चला जिसमें उपयोगकर्ता को संदिग्ध लिंक या हैक फाइलों को खोलने के लिए उस पर क्लिक करने की आवश्यकता नहीं होती।
सिटीजन लैब ने पहले जीरो क्लिक का दुरुपयोग अल-जजीरा के पत्रकारों और अन्य लोगों के फोनों को हैक करने के किए जाने के सबूत पाए थे। एक ब्लॉग पोस्ट में एप्पल ने कहा कि वह आईफोन और आईपैड के लिए सुरक्षा अपडेट जारी कर रहा है क्योंकि एक संदिग्ध पीडीएफ फाइल से उनका फोन हैक हो सकता था।

स्थानों पर जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी की सरकार को उस प्रतिवेदन पर फैसला लेने का निर्देश दिया। जिसमें श्रद्धालुओं को कोविड-19 संबंधी नियमों का सख्ती से पालन करते हुए धार्मिक स्थानों पर जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया है।
मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने गैर सरकारी संगठन ‘डिस्ट्रेस मैनेजमेंट कलेक्टिव’ की याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया, ”हम संबंधित प्रतिवादी प्राधिकारियों को मामले में लागू कानून, नियमों, नियमनों और सरकारी नीति के अनुसार 25 जुलाई 2021 के प्रतिवेदन पर फैसला करने का निर्देश देते हैं।
याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में ”अच्छी-खासी कमी” को देखते हुए प्राधिकारियों ने मॉल, जिम और स्पा समेत कई स्थानों को खोलने की अनुमति दे दी लेकिन दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 30 अगस्त के ताजा आदेश में भी धार्मिक स्थानों को नहीं खोला गया।
उन्होंने कहा, ”धार्मिक स्थान खुल सकते हैं लेकिन आम जनता को आने की अनुमति नहीं है…मैंने श्रद्धालुओं को आने की अनुमति देने का प्रतिवेदन 40 दिन पहले भेजा था।” दलीलों पर सुनवाई के बाद अदालत ने कहा, ”हम उन्हें इस मुद्दे पर फैसला करने का निर्देश दे रहे हैं।”
वकील रॉबिन राजू के जरिए दायर की याचिका में याचिकाकर्ता ने कहा कि ”ऑनलाइन पूजा करने की सेवा देने से वैसा अनुभव नहीं मिल सकता जो” जो शारीरिक रूप से जाकर दर्शन करने में मिलता है और श्रद्धालुओं पर जारी पाबंदी से ”ऐसा लगता है कि प्राधिकारी धार्मिक स्थलों को केवल पूजा स्थलों के तौर पर देखते हैं न कि जरूरत के तौर पर।” साथ ही याचिका में कहा गया है कि धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के आने पर पाबंदी लगाना गैर कानूनी और मनमाना है तथा यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है।

50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग को ठुकराया

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। 60 साल से कम आयु में मरने वाले वकीलों के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दी है। कोर्ट ने याचिका दाखिल करने वाले वकील को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि उसने प्रचार के उद्देश्य से ऐसी याचिका दाखिल की है। जजों ने यह भी कहा कि अगर कोई काले कोट में है, इसका मतलब यह नहीं कि उसकी जान दूसरों से ज्यादा कीमती है। कोर्ट ने याचिका को बेकार बताते हुए याचिकाकर्ता पर 10 हज़ार रुपए का हर्जाना भी लगाया।
मामले पर याचिका वकील प्रदीप कुमार यादव ने दाखिल की थी। उनका कहना था कि वकील सिर्फ अपने पास आने वाले मुकदमों से ही आय अर्जित करते हैं। उनकी आमदनी का कोई दूसरा साधन नहीं होता। वकील समाज की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहते हैं लेकिन उन्हें कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती हैं। यहां तक कि अधिकतर मकान-मालिक अपने यहां किसी वकील को किराएदार नहीं रखना चाहते।
याचिकाकर्ता ने यह भी कहा था कि हर साल जिला अदालतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लाखों मुकदमे दाखिल होते हैं।  हर मुकदमे के दाखिल होते समय अधिवक्ता कल्याण कोष के लिए भी लगभग ₹25 का स्टांप लगाया जाता है। पर जब कोई वकील दिक्कत में होता है, तो इस कोष का उसे कोई लाभ नहीं मिल पाता। अलग-अलग बार एसोसिएशन और बार काउंसिल वकील की सहायता के लिए सामने नहीं आते। इसलिए, इस फंड का सही उपयोग यही होगा कि 60 साल से कम उम्र में कोई वकील मरे, तो उसके लिए 50 लाख रुपए मुआवजा मिले। वकील की मौत कोरोना या दूसरे किसी भी कारण से हो, परिवार को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
आज यह मामला जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, विक्रम नाथ और भी बी वी नागरत्ना की बेंच में लगा। जज याचिका से बिल्कुल भी आश्वस्त नजर नहीं आए। बेंच के अध्यक्ष जस्टिस चंद्रचूड़ ने नाराजगी जताते हुए कहा, अब समय आ गया है कि हमें इस तरह के फर्जी पीआईएल को रोकने के लिए कुछ करें। आपकी याचिका में एक भी बात ऐसी नहीं है जिस पर विचार करने की जरूरत है। आप समझते हैं कि आप कहीं से भी कट और पेस्ट कर याचिका दाखिल कर देंगे और जज उसे नहीं पढ़ेंगे, तो ऐसा नहीं होता है। कोर्ट ने आगे कहा कहा कि पिछले दिनों बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। सब के जीवन का समान महत्व है। वकीलों को अपवाद की तरह नहीं देखा जा सकता है।

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...