रविवार, 9 मई 2021

ठीक हुए व्यक्तियों में ‘ब्लैक फंगस’ संक्रमण मिला

अहमदाबाद। कोविड-19 से ठीक हुए व्यक्तियों में म्यूकरमाइकोसिस या ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच गुजरात सरकार ने ऐसे रोगियों के लिए अस्पतालों में अलग वार्ड स्थापित करना शुरू कर दिया है और इसके उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा की 5,000 शीशियों की खरीद की है। गुजरात में म्यूकरमाइकोसिस के अब तक 100 से अधिक मामले सामने आये हैं। यह एक गंभीर लेकिन दुर्लभ कवक संक्रमण है, जिसके चलते कई रोगी दृष्टहीन हो गए हैं और इससे अन्य गंभीर दिक्कतें भी उत्पन्न हो रही हैं। राज्य सरकार के अनुसार वर्तमान में अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 19 रोगियों का इसके लिए इलाज किया जा रहा है।

लॉकडाउन की बढ़ी मांग, सीएम की पीएम से बात

पंकज कपूर   

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना के नए मामलों और मौत के आंकड़ों पर कुछ खास फर्क नहीं दिख रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 5 से 7 हजार प्रतिदिन पॉजिटिव केस आ रहे हैं, साथ ही प्रतिदिन औसतन 100 लोगों की जान जा रही है। ऐसे में लगातार आमजन, व्यापारी, कर्मचारी से लेकर मंत्री और कई विधायक अब लॉकडाउन को ही एकमात्र विकल्प की बात कह रहे हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत हुई है। इसकी जानकारी देते हुए सीएम तीरथ ने कहा कि, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति के बारे में जानकारी ली। मैंने प्रधानमंत्री को वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है, मैं प्रधानमंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।”

वहीं इसके बाद से ही माना जा रहा है कि, लॉकडाउन को लेकर प्रदेश सरकार आज कोई बड़ा फैसला ले सकती है। फिलहाल प्रदेश में 10 मई तक कोविड कर्फ्यू लागू है। तीन-तीन दिन कर सरकार चार बार कोरोना कर्फ्यू लागू कर चुकी है। लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक कोरोना लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पिछले सात दिनों में घातक हुआ कोरोना 817 लोगों की जिंदगी लील चुका है। ऐसे में अब कोरोना की चैन को तोड़ने के लिए लोगों को घरों में ही कैद करने यानी पूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने की मांग उठ रही है।

प्रदेश के सभी 13 जिलों में से तो राजधानी देहरादून कोरोना से बुरी तरह प्रभावित है, देहरादून कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है। लगातार बढ़ रही मौत और संक्रमितों के संख्या के चलते दून देश के टॉप-10 संक्रमित जिलों में शामिल हो गया है। दून ने श्रीनगर, चंडीगढ़, गुवाहाटी को भी पछाड़ दिया है। इस सूची में गुरुग्राम, हरियाणा पहले और कोलकाता छठवें स्थान पर है। संक्रमितों की संख्या के आधार पर जारी आंकड़ों के अनुसार, अभी दून देश में नौवां सबसे ज्यादा संक्रमित जिला है। खुद स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े दून में कोरोना की भयानक तस्वीर पेश कर रहे हैं।

बता दें कि ताजा रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में इस समय 71,174 एक्टिव केस हैं, जबकि 30 हजार से ज्यादा सैंपल की जांच रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। वहीं प्रदेश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए 375 कंटेनमेंट जोन बनाये गए हैं।

सरकार पर इस समय सख्त कदम उठाने का दबाव है। माना जा रहा है कि, कोविड कर्फ्यू के अगले चरण में प्रदेश सरकार अब आवाजाही को नियंत्रित करने की कोशिश कर सकती है। साथ ही बाजार खुलने के समय को और कम किया जा सकता है। सप्ताह में दो दिन ही बाजार खोलने पर विचार किया जा रहा है। वहीं, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और दून शहर के अन्य विधायकों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात हैं, उनमें सरकार को संपूर्ण लॉकडाउन लगाने पर विचार करना चाहिए।

शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि, कोरोना संक्रमण के मामले जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए सख्त कदम उठाने की पूरी तैयारी है। इसके कौन-कौन से तरीके होंगे और किस तरह से उन्हें लागू किया जाएगा, इस पर विचार किया जा रहा है।

कोरोना पर काबू पाने के लिए अधिकारी तैनात कियें

पंकज कपूर              
देहरादून। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहे हैं। जिलों में कोरोना के हालात पर काबू पाने के लिए नोडल अधिकारी तैनात किये गये हैं। ये नोडल अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कितने जिम्मेदार हैं। ये जानने के लिए ईटीवी भारत ने 'आपरेशन मदद' शुरू किया। जिसमें हमने सागर नाम के एक शख्स के लिए आईसीयू बेड की व्यवस्था करने की कोशिश की। इसके लिए हमनें देहरादून, टिहरी, चमोली, हरिद्वार, पौड़ी, उत्तरकाशी, श्रीनगर सभी जगहों के कंट्रोल रूम में फोन किया। जहां से हमें नंबर गेम में खूब घुमाया गया।

लालू की तबीयत बिगड़ी, ऑक्सीजन लेवल गिरा

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से जुड़े इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। लालू यादव की तबीयत बिगड़ गई है। उनका ऑक्सीजन लेवल नीचे चला गया है, जिसके कारण वह आज की वर्चुअल मीटिंग में बहुत लंबा संबोधन नहीं करेंगे। तेजस्वी यादव ने खुद वर्चुअल मीटिंग के दौरान सबसे पहले इस बात की जानकारी दी हैआपको बता दें कि तकरीबन 3 साल 5 महीने यानि 41 महीने बाद रविवार को लालू प्रसाद यादव बिहार की राजनीति में एंट्री किये हैं। दोपहर दो बजे लालू प्रसाद यादव अपनी पार्टी के नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में बिहार में आरजेडी के विधायक, विधान पार्षदों के साथ साथ पिछले विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी मौजूद हैं। लेकिन राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए बुरी खबर ये है कि आरजेडी सुप्रीमो की तबीयत फिर से ख़राब हो गई है। उनका ऑक्सीजन लेवल नीचे गिरा है, जिसके कारण वह बैठक में ज्यादा देर तक संबोधित नहीं करेंगे। तेजस्वी यादव ने खुद इसकी जानकारी दी है।
बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि "कोरोना काल में लाखों-लाख लोगों की मृत्यु हुई है। चारों तरफ इसी को लेकर तबाही मची हुई है। ऐसे समय में आपका फर्ज बनता है कि अपने क्षेत्र में जाकर अपनी जनता की सेवा करें। सेवा के साथ-साथ लोगों को जागरूक भी करें. मैं तो बीमार हूँ। नहीं जा रहे हैं कहीं भी। डॉक्टर छुट्टी नहीं दे रहें।" इतना कहकर लालू ने सबको "नमस्कार" कह अपना संबोधन खत्म किया।
आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव की बैठक को लेकर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सभी विधायक-विधान पार्षदों के साथ साथ पिछले चुनाव में प्रत्याशी रहे नेताओं को निर्देश जारी किया था। नेताओं को कहा गया था कि समय से पहले सभी नेता वर्चुअल तरीके से जुड़े जायें। सब अपने घऱ से ही सेल फोन के जरिये जुड़े। ये सुनिश्चित कर लें कि बैठक के दौरान मोबाइल कैमरे के फ्रेम में कोई दूसरा आदमी न हो। ऐसा न हो कि विधायक-विधान पार्षद या उम्मीदवार के साथ उनके परिवार का आदमी भी बैठा हो। सब ध्यान से राष्ट्रीय अध्यक्ष की बात सुनें। जिन्हें बोलने के लिए कहा जाये सिर्फ वही बोलें।

लालू प्रसाद यादव की इस बैठक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ साथ प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी मौजदू हैं। इससे पहले जगदानंद ने बताया कि लालू प्रसाद यादव की ये कोई सिय़ासी बैठक नहीं है। बल्कि कोरोना महामारी के वक्त पार्टी के नेता कैसे लोगों की मदद करें वे ये दिशा निर्देश देंगे। जगदानंद ने बताया कि लालू प्रसाद से  बेहतर तरीके से बिहार के गरीबों के दर्द को समझने वाला कोई दूसरा नेता नहीं है। लालू ये बतायेंगे कि गरीबों की मदद कैसे करनी है।


कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार का साथ दें

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री ने लोगों से मदद की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में सरकार का साथ देना है। सीएम ने बिहारवासियों से आह्वान किया कि आइए संकल्प लेते हैं कि हम सब मिलकर इस जंग को जीतेंगे।मुख्यमंत्री ने कोरोना के इस संकट में एक के बाद एक तीन ट्वीट्स कर लोगों को साथ आने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है। इस आपदा से निपटने में बेहद धैर्य, अनुशासन और हिम्मत के साथ काम करने वाले चिकित्सकों, नर्सों, सफाई कर्मियों, प्रशासन और पुलिस के लोगों सहित सभी कोरोना योद्धाओं का हम पूरे बिहार परिवार की तरफ आभार व्यक्त करते हैं। सीएम ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि इस आपदा में अनेक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधिगण मानवता की सेवा कर रहे हैं। युवा साथी जनता की सेवा के लिए विशेष रूप से सक्रिय हैं और सोशल मीडिया का सकारात्मक प्रयोग कर रहे हैं, जो सराहनीय है। ऐसे सभी लोगों का भी हम बिहार परिवार की तरफ से धन्यवाद करते हैं।
जंग में सरकार का साथ देना है-सीएम

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे कहा कि कोरोना की पहली लहर के दौरान बिहार ने बहुत दृढ़ता और साहस के साथ ये लड़ाई लड़ी। इस बार भी कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए हमें अपने को और अपनों को बचाना है। कोरोना के खिलाफ इस जंग में सरकार का साथ देना है। आइए संकल्प लेते हैं कि हम सब मिलकर इस जंग को जीतेंगे।

संक्रमित पार्थिव शरीर की अत्येष्टि नि:शुल्क: यूपी

संदीप मिश्र  

 लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए हर संभव मदद कर रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को सीएम योगी ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 को अहम दिशा-निर्देश दिए हैं। योगी सरकार कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के बाद अब सभी पार्थिव शरीर की अत्येष्टि नि:शुल्क कराएगी। इसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में कोविड से मृत्यु की दशा में निःशुल्क अंतिम संस्कार होगा, यह आदेश नगर निगम सीमा में लागू होगा।

अपर मुख्य सचिव नगर विकास मनोज सिंह ने आदेश जारी करते हुए बताया कि अंतिम संस्कार के लिए श्मशान गृह और कब्रिस्तान में निशुल्क अंतिम संस्कार कराया जाएगा। सिंह के मुताबिक अंतिम संस्कार में घर छोड़ने वाला धन नगर निकाय अपने स्वयं के मदों से खर्च करेंगे। उन्होंने बताया कि नगर निगम का मूल कर्तव्य है कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से अनुपालन करते हुए कोरोना वायरस से मृतक हुए लोगों का निशुल्क अंतिम संस्कार कराएं। इसके साथ ही इस प्रक्रिया में कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन करना अनिवार्य है।


लॉकडाउन में शराब की कालाबाजारी से स्टॉक खत्म

सुनील पुरी   
सिधौली सीतापुर। उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान शराब तस्करी भले ही बड़े पैमाने पर नहीं हो रही हो, लेकिन प्रदेश में शराब अभी भी महंगे दामों पर बेची जा रही है। प्रदेश में फिर से लॉकडाउन शुरू हुआ, जिसके बाद से बहुत कम लोगों को शराब की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वहीं, कई जगहों पर शराब बेहद महँगी बेची जा रही है। मांग और मजबूरी देखते हुए चोरी छिपे लोग 200 रुपए की बोतल 1000 से 1200 तक में खरीद रहे हैं। 
हालांकि शराब के नियमित उपभोक्ताओं का दावा है कि उनका पसंदीदा ब्रांड सिधौली में आसानी से उपलब्ध है, मगर यह काफी महंगे दामों पर मिल रहा है, आमतौर पर 600 रुपये में बिकने वाली रॉयल स्टैग की एक बोतल वर्तमान में 1,200 रुपये में उपलब्ध है, जबकि ब्लेंडर्स प्राइड जिसकी कीमत 800 रुपये है, उसे 1600 रुपये में बेचा जा रहा है। या कही जगहों पर इससे ज्यादा महँगी है। इतनी महँगी होने के बाद भी लोग किसी भी कीमत पर शराब खरीदने को तैयार हैं। पीने वालों की लत का फायदा उठाया जा रहा है और मनमाफिक दाम वसूले जा रहे हैं। 
सूत्रों का कहना है कि वैसे तो शराब की दुकानें बाहर से बंद हैं, मगर चुपके से जानकार ग्राहकों को शराब अभी भी उपलब्ध कराई जा रही हैजब से लॉकडाउन हुआ, उस दिन से शराब की दुकानें भी बंद हैं। सबसे ज्यादा उन लोगों की मुश्किल हुई जो शराब के लती हैं। शराब न मिलने की वजह से लोग बेहद परेशान हैं। और कसी तरह से जुगाड़ कर शराब पी रहे हैं और इसके एवज में कोई भी कीमत देने को तैयार हैं। प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते 10 अप्रैल तक लॉकडाउन है। 10 अप्रैल के बाद लॉकडाउन बढ़ाये जाने की पूरी संभावना है। प्रदेश में अब तक कोरोना के हज़ारों मामले सामने आ रहे हैं, जबकि हज़ारों से अधिक लोगों की मौत हो रही है।

4,03,738 नए संक्रमित, कुल 2,22,96,414 हुए

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 4,03,738 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,22,96,414 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 4,092 और मरीजों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,42,362 हो गई। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार बढ़कर 37,36,648 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.76 प्रतिशत है, जबकि संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर 82.15 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में 3,86,444 और मरीजों के ठीक होने के साथ अब तक स्वस्थ हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,83,17,404 हो गई है, जबकि मृत्युदर 1.09 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 के मामले पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे।इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे।
वैश्विक महामारी के मामले पिछले साल 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारत में महामारी के मामले चार मई को दो करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक, आठ मई तक 30,22,75,471 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 18,65,428 नमूनों की जांच शनिवार को की गई।

एमपी के 4 शहरों में संक्रमण के 42% एक्टिव केस

मीनाक्षी लोधी   
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 1 लाख से ज्यादा हो गए हैं। 42% एक्टिव केस सिर्फ भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में हैं। इसे ध्यान में रखते हुए शिवराज सरकार ने इन चार शहरों में आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। इस काम में प्राइवेट अस्पतालों की मदद ली जाएगी।कोरोना के मामलों को देखें तो 24 घंटे में चारों बड़े शहरों में एक्टिव केस बढ़े हैं। नए मरीजों की तुलना में ठीक होने वाले मरीज बहुत ही कम हैं। 24 घंटे में 2,513 मरीज रिकवर हुए हैं, जबकि 4,722 नए केस सामने आए हैं।
भोपाल में लगातार दूसरे दिन एक्टिव केस बढ़े हैं। यहां अब 13,192 एक्टिव केस हो गए हैं। दो दिन पहले 10,829 थे। यहां नए केस 1,556 आए हैं, जबकि 1,302 लोग ठीक हुए हैं। 7 मरीजों ने जान गंवाई है। इंदौर में 1,679 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 301 मरीज ठीक हुए हैं। 7 मरीजों ने दम तोड़ दिया। वहीं, ग्वालियर में 861 संक्रमित आए और 6 की मौत हुई है। जबकि 274 मरीज रिकवर भी हुए हैं। जबलपुर में कोरोना ने अब तक रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के नए संक्रमितों की संख्या 926 पहुंच गई, जबकि स्वस्थ्य होने वालों की संख्या 636 है। इसकी वजह से एक बार फिर एक्टिव केस 6,042 हो गए।
सीएम ने अफसरों से कहा- वेंटिलेटर बढ़ाएं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार देर शाम कोरोना नियंत्रण के लिए गठित कोर ग्रुप के अफसरों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की उपलब्धता 100% सुनिश्चित की जाए। प्रदेश के जिन प्रमुख अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाई जा सकती है, वहां कैपेसिटी के आधार पर बढ़ाएं। उन्होंने साफ निर्देश दिए हैं कि अगर मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है तो उसे बेड मिलना ही चाहिए।

चीन का 21 हजार किलो का बेलगाम रॉकेट गिरा

दुष्यंत सिंह टीकम   

नई दिल्ली। अंतरिक्ष में बेकाबू हो चुका चीन का 21 हजार किलो का बेलगाम रॉकेट आखिरकार गिर चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक लॉंग-मार्च-5 नाम का ये बेकाबू रॉकेट भारत के पास समुन्द्र में गिरा है। बताया जा रहा है कि ये हिन्द महासागर में गिरा है। चीनी मीडिया ने दावा किया है कि 21 हजार किलो का अनियंत्रित हो चुका ये रॉकेट भारत के पास ही समुन्द्र में गिरा है। हालांकि, अभी तक ये पता नहीं लगाया जा सका है कि इस रॉकेट के गिरने से क्या नुकसान भी हुआ है?

चीनी मीडिया ने दावा किया है कि अंतरिक्ष में बेकाबू हो चुका लॉंग-मार्च-5 रॉकेट भारत के दक्षिणपूर्व हिस्से में या श्रीलंका के आसपास हिंद महासागर में कहीं गिरा है। वहीं, अमेरिका के स्पेस फोर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अंतरिक्ष में बेकाबू हो चुका ये चीनी रॉकेट 18 हजार मील प्रतिघंटे की रफ्तार से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा था, जिसकी वजह से ये कहां गिरने वाला था इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी। हालांक, अभी तक किसी नुकसान की खबर नहीं आई है।रिपोर्ट के मुताबिक पृथ्वी के वायुमंडल में आने के बाद इस रॉकेट का बड़ा हिस्सा जल गया था। मगर, फिर अगर ये हिस्सा किसी शहर पर गिरता तो भारी तबाही मचाने के लिए काफी था। चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस रॉकेट को लेकर तीन अलग अलग कक्षाओं की संभावना जताई गई थी, जिनमें एक पृथ्वी पर तो तीन समुन्द्र में था। ये रॉकेट 100 फीट लंबा और 16 फीट चौड़ा था और इसका वजन 21 टन के करीब था। पहले आशंका जताई जा रही थी कि ये रॉकेट अमेरिका के न्यूयॉर्क, न्यूजीलैंड, चिली या मैड्रिड के आसपास कहीं गिर सकता है। वहीं, इस रॉकेट के भारत या फिर ऑस्ट्रेलिया में भी गिरने की आशंका जताई गई थी। लेकिन, अब चीनी मीडिया ने दावा किया है कि ये रॉकेट भारत के नजदीक हिंद महासागर में गिरा है।

कुछ वैज्ञानिकों ने कहा था कि पृथ्वी के दो तिहाई हिस्से में पानी है, ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि चीन का बेकाबू हो चुका ये रॉकेट किसी ना किसी समुन्द्र में गिर सकता है। हालांकि, इसके जमीन पर गिरने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। वहीं, फॉक्स न्यूज ने वैज्ञानिकों के हवाले से कहा था कि ‘ये रॉकेट न्यूयॉर्क के उत्तरी हिस्से में या फिर चीन की राजधानी बीजिंग में या फिर न्यूजीलैंड के दक्षिणी हिस्से में गिर सकता है।’ वहीं, हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के एयरोस्पेस के प्रोफेसर जोनाथन मैकड्वेल ने कहा था कि ‘मुझे नहीं लगता है कि इस रॉकेट को लेकर ज्यादा चिंता करने की बात है, ये रॉकेट थोड़ा बहुत नुकसान कर सकता है। किसी शहर को नुकसान पहुंचा सकता है लेकिन इसका रिस्क बहुत कम लग रहा है। लिहाजा इस रॉकेट की चिंता को लेकर मैं अपनी नींद खराब नहीं करूंगा’

बेकाबू हुआ चीन का रॉकेट चीन के इस रॉकेट का नाम लॉंग मार्च 5बी रॉकेट है और इसका वजन 21 टन यानि 21 हजार किलो है। इसे 29 अप्रैल को ही लॉन्च किया गया था लेकिन अंतरिक्ष में जाने के बाद ये ऑउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। जिसके चलते अब इस रॉकेट पर नियंत्रण बनाना काफी मुश्किल हो रहा था। आशंका इस बात को लेकर सबसे ज्यादा थी कि अगर ये रॉकेट आबादी वाले हिस्से में गिरेगा है तो फिर क्या होगा? वैज्ञानिकों ने आशंका जताई थी कि अगर 21 हजार किलो का ये रॉकेट किसी शहर के ऊपर गिरता है तो ये भारी तबाही मचा सकता है और सैकड़ों लोगों की जान ले सकता है। सबसे दिक्कत की बात ये थी कि ये रॉकेट दुनिया के किस हिस्से में गिरेगा, इसकी सटीक जानकारी नहीं लग पा रही थी और हुआ भी यही। रॉकेट को लेकर कुछ घंटे पहले तक वैज्ञानिकों को कुछ भी जानकारी नहीं लग सकी।

वैज्ञानिक जोनाथन मैकडोवेल के मुताबिक इसके पीछे पूरी तरह से चीन की लापरवाही थी। जिस रॉकेट का वजन 10 टन से ज्यादा होता है, उसे हम बेकाबू होकर अंतरिक्ष से गिरने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा था कि गिरने की संभावना कई जगहों को लेकर जरूर है लेकिन इसकी रफ्तार में आया जरा सा भी परिवर्तन इसकी दिशा को मोड़ सकता है। उन्होंने कहा था कि ये 8 से 12 मई के बीच धरती पर गिर सकता है।

आपको बता दें कि चीन ने अमेरिका को टक्कर देने के लिए 29 अप्रैल को स्पेस स्टेशन के पहले कोर कैप्सूल मॉड्यूल को लॉंच किया था। चीन अंतरिक्ष में अपना अलग स्पेस स्टेशन बना रहा है जो 2022 के खत्म होने तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए चीन ने 11 प्लान्ड मिशन तैयार किए हैं। इस वक्त स्पेस में सिर्फ नासा द्वारा तैयार किया गया ही एक मात्र स्पेश स्टेशन है। वहीं चीन ने अपने स्पेश स्टेशन का नाम टियोंगॉन्ग नाम रखा है और इसका डिजाइन T आकार का किया जा रहा है। चीन इस अंतरिक्ष स्टेशन को पृथ्वी की निचली कक्षा से करीब 340 किलोमीटर से 350 किलोमीटर के बीच स्थापित कर रहा है और उसी मिशन में लगा हुआ एक रॉकेट बेकाबू होकर धरती पर गिरा है।

हरियाणा की सगी बहनों की पीट पीटकर हत्या की

भानु प्रताप उपाध्याय  
शामली। उत्तर प्रदेश के शामली में हरियाणा के पानीपत की रहने वाली दो सगी बहनों की पीट पीटकर हत्या कर दी गई है। हत्या का आरोप सगी बहनों के ससुराल वालों पर है। हत्या के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है।जानकारी के मुताबिक हरियाणा के पानीपत जिले के रिशपुर निवासी सरोज उर्फ शिवानी की शादी यूपी के शामली में हुई थी। अब इनका किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था और रिश्तेदारी से भी लोग आए हुए थे।

मृतका डिंपल के पति ने बताया कि वो पानीपत जिले के रहने वाले हैं। उसकी पत्नी डिंपल अपनी छोटी बहन सरोज और उसके पति विक्रम से समझौता करने के लिए झिंझाना आई थी।आरोप है कि छोटी बहन के पति और उसके तीन भाइयों ने मिलकर दोनों बहनों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पीड़ित ने अपनी साली के पति और उसके तीन भाइयों पर दोनों बहनों की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी दो भाई हिरासत में हैं जिनसे पूछताछ की जा रही है।शनिवार सुबह गांव रिसपुर, जनपद पानीपत, हरियाणा निवासी ऋषिपाल पुत्र आभेराम ने थाना झिंझाना में तहरीर देते हुए बताया कि शुक्रवार को उसकी पत्नी डिंपल अपनी छोटी बहन सरोज के घर आई थी। बताया कि सरोज का अपने पति विक्रम से मनमुटाव चल रहा था, जिसमें डिंपल ने दोनों समझा बुझाकर सुलहनामा कराने लगी थी। आरोप है इसी बीच विक्रम ने अपने तीन भाइयों विपिन, सुशील, अंकुर के साथ मिलकर उसकी पत्नी डिंपल और उसकी साली सरोज पीटकर हत्या कर दी। 

सूचना पर एसपी सुकीर्ति माधव व सीओ कैराना जितेन्द्र सिंह भी घटना स्थल पर पहुंचे। मामले की जानकारी की।थाना प्रभारी श्यामवीर सिंह ने बताया दो सगी बहनों की हत्या की सूचना मिली थी, दोनों बहनों डिम्पल व सरोज के शवों को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतका डिंपल के पति ऋषिपाल की तहरीर पर मृतका सरोज उर्फ शिवानी के पति विक्रम व उसके तीन भाईयों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी दो भाई हिरासत में हैं जिनसे पूछताछ की जा रही है।बताया जा रहा है कि करीब तीन महीने पहले भी पति-पत्नी का झगड़ा हुआ था। पति विक्रम ने शिवानी पर गंभीर आरोप लगाए थे और गांव के ही एक युवक के साथ झगड़ा करके 112 पर कॉल करके उसे पुलिस से पकड़वाया था। उसके बाद गांव के ही गणमान्य लोगों ने दोनों पक्षों का फैसला करा दिया था।

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...