सोमवार, 19 अप्रैल 2021

गाजियाबाद: 24 घंटों में मिलें 827 नए संक्रमित

अश्वनी उपाध्याय           

गाजियाबाद। नए मरीजों की संख्या सत्य के कुछ नजदीक लग रही है। बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों की अवधि में गाज़ियाबाद में 827 नए संक्रमितों की पहचान हुई। जोकि, जिले के लिए एक नया रेकॉर्ड है। इस अवधि में 145 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है और अब सक्रिय संक्रमितों की संख्या 3275 हो गई है। आधिकारिक रेकॉर्ड में 2 संक्रमितों की मृत्यु भी दर्शाई गई है। उत्तर प्रदेश में आज 28287 नए संक्रमित मिले और 10978 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। प्रदेश में अब 208523 सक्रिय संक्रमित हैं। पिछले 24 घंटों में 167 मरीजों की मृत्यु दर्ज की गई है। गौतम बुद्ध नगर में आज 425 नए मरीज, मेरठ में 911 मरीज तथा बुलंदशहर में 267 नए मरीज मिले हैं। इसके बाद सक्रिय मरीजों की संख्या क्रमशः 3386, 5037 और 1158 हो गई है।

दबंग कोतवाल ने पत्रकार को पीटकर कपड़ें फाड़ें

भदोही। आखिर प्रदेश सरकार के दावे पर पत्रकारों को सुरक्षा व ऐसे ही कोतवाली में तैनात कोतवाल पत्रकारों के साथ अभद्रता करते रहेंगे तो भारत का चौथा स्तंभ कैसे सलामत रहेगा ? इस घटना को लेकर क्षेत्र में पत्रकारों में खाते आक्रोश फैला हुआ है। जो आए दिन पत्रकारों या आम नागरिकों से अभद्रता भदोही कोतवाली में तैनात कोतवाल या सिपाही करते रहते हैं। लेकिन, कप्तान साहब को इस बात पर भनक तक नहीं होती और लेकिन जब एक दैनिक अखबार के ब्यूरो जोकि, सोमवार को भदोही की तरफ से अपने घर को जा रहा थे। उनको रास्ते में अपने मित्र पत्रकार के यहां रुक कर दवा लेना भारी पड़ गया था। क्योंकि, जब दैनिक अखबार के ब्यूरो मोढ़ ग्राम डुढवा धरम पूरी अपने मित्र पत्रकार के यहां रुक कर दवा ले रहे थे तो  कोतवाल सदानंद अपने हमराहीयों के साथ आ पहुंचे  और पत्रकारों से पूछताछ करने लगे जब पत्रकारों ने अपना परिचय दिया कि मैं पत्रकार हूं। इतने में भदोही कोतवाल पत्रकार के मुंह से पत्रकार नाम सुनते ही आग बबूला हो गए और दबंग कोतवाल ने अपने हमराहीओं के साथ मिलकर पत्रकार को गाली-गलौज देते हुए लात-घुसो से पीटते हुए कपड़े भी फाड़ दिये। जिससे मारपीट के दौरान पत्रकार को काफी गंभीर चोटें भी आई थी। जिसकी शिकायत पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह को लिखित प्रार्थना पत्र देकर के दबंग कोतवाल व उनके हमराहिओ के ऊपर वैधानिक कार्यवाही करने की मांग की थी। लेकिन, घटना के  5 दिन बीत जाने के बाद भी उस दबंग कोतवाल वह उनके हमराहियों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। बल्कि, भदोही पुलिस मामले में लीपापोती करने में भी लग गई है। जो कि पुलिस ट्विटर के माध्यम से पत्रकार को ही दोषी बता रही है और 12 /13 लोगों के साथ खड़े होकर पत्रकार को भीड़ का हिस्सा दिखाकर पूछताछ की बातें कह रही है।
जबकि, सीएम योगी का कहना है कि पत्रकारों को परेशानी होने पर तुरंत संपर्क कर सहायता प्रदान करें और पत्रकारों से मान सम्मान से बात करें। वरना आप को पड़ेगा महंगा। इतना ही नहीं बदसुलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी, नहीं तो एसएसपी पर होगी कार्यवाही पत्रकार नही है भीड़ का हिस्सा। पत्रकारों के साथ बढ़ती ज्यादती और पुलिस के अनुचित व्यवहार के चलते कई बार पत्रकार आजादी के साथ अपना काम नही कर पाते है। उसी को ध्यान में रखते हुए बीते दिनों भारतीय प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू ने राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए निर्देश भी दिया था कि पुलिस आदि पत्रकारों के साथ बदसलूकी ना करे। किसी स्थान पर हिंसा या बवाल होने की स्थिति में पत्रकारों को उनके काम करने में पुलिस व्यवधान नही पहुँचा सकती। पुलिस जैसे भीड़ को हटाती है। वैसा व्यवहार पत्रकारों के साथ नहीं कर सकती। ऐसा होने की स्थिति में बदसलूकी करने वाले पुलिसवालों या अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया जायेगा। काटजू ने यहां तक कहा था  कि जिस तरह कोर्ट में एक अधिवक्ता अपने मुवक्किल का हत्या का केस लड़ता है पर वह हत्यारा नहीं हो जाता। उसी प्रकार किसी सावर्जनिक स्थान पर पत्रकार अपना काम करते हैं पर वे भीड़ का हिस्सा नही होते। इसलिए पत्रकारों को उनके काम से रोकना मिडिया की स्वतंत्रता का हनन करना है। सरकारें ये सुनिश्चित करे की पत्रकारों के साथ ऐसी कोई कार्यवाही कहीं न हो। पुलिस की पत्रकारों के साथ की गयी हिंसा मिडिया की स्वतन्त्रता के अधिकार का हनन माना जायेगा। जो उसे संविधान की धारा 19 एक ए में दी गयी है और इस संविधान की धारा के तहत बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मी या अधिकारी पर आपराधिक मामला दर्ज होगा। वही अब पत्रकार एकत्रित हो गए है और उनका कहना है, कि जिन पुलिस कर्मियों पर अपराधियों पर अंकुश की जिम्मेदारी होती। यदि, वे ही गुंडई पर उतारू हो जायें तो फिर सुरक्षा की उम्मीद किस से की जाए।

कौशाम्बी: कन्ट्रोल रूम का डीएम ने किया निरीक्षण

कौशाम्बी। जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने “कोरोना वायरस” के संक्रमण से बचाव एवं प्रभावी रोकथाम तथा लोगों की समस्याओं को तत्परता से निस्तारित करने हेतु कलेक्ट्रेट परिसर में बनाये गये कन्ट्रोल रूम का सोमवार को निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कन्ट्रोल रूम में तैनात किये गये कर्मचारी अभय कुमार, कार्यालय जिला विकास अधिकारी भीमसेन यादव, वरिष्ठ सहायक कार्यालय प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान विनोद कुमार, कनिष्ठ सहायक कार्यालय प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान राहुल, कनिष्ठ सहायक कार्यालय प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के अनुपस्थित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी कर्मचारियों का वेतन रोकने एवं एफआईआर दर्ज कराये जाने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर विनय कुमार गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
सुशील केशरवानी 

पीएम की लोकप्रियता 'संपादकीय'

पीएम की लोकप्रियता 'संपादकीय'
 
संपूर्ण विश्व में भारत की विशिष्ट पहचान बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व सदियों तक याद रखेगा। प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी का यह दूसरा कार्यकाल चल रहा है। मानवीय, सामाजिक, ढांचागत विकास और रचनात्मक प्रयासों से कई बार देश की जनता को हतप्रभ किया है। धर्मवाद की नीति के साथ-साथ सभी वर्गों के विकास का प्रयास किया है। इसी कारण निरंतर नरेंद्र मोदी की लहर जारी है। इस लहर को यदि लोकप्रियता से परिभाषित किया जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
परंतु इस बात से भी गुरेज नहीं करना चाहिए कि जिस प्रकार देश में सोशल मीडिया के माध्यम से वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना-विवेचना के साथ, गाली-गलौज, कम्बख़त और पनौती आदि शब्दों का उपयोग किया जा रहा है। आप सभी लोग इसको कैसे देखते हैं, इसके अलैदा इसे लोकप्रियता नहीं तो क्या कहेंगे? सोमवार को पश्चिम बंगाल में एक चुनावी रैली में भारी-भरकम भीड़ भी इसका पुष्ट प्रमाण है। यही नहीं पश्चिम बंगाल में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार का गठन भी होगा। यह भीड़ इसका संकेत भी है और सूचक भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा में कोई दूसरा इसका श्रेय लेने योग्य राजनेता भी नहीं है।
 मगर यह बात क्यों भूल गए हैं कि जिस हड्डी को कुत्ता घंटों तक चाटता रहता है। उससे कुछ नहीं निकलता है। कुत्ते के मसूड़े छीलने से हड्डी पर खून लग जाता है। कुत्ता अपने ही खून को चाटता रहता है। साधारण सी बात है परिश्रम करने की एक ठोस वजह है। लेकिन राजनीतिक प्रारब्ध, स्वार्थ और सत्ता की भूख ने आंखों पर ऐसी पट्टी चढ़ा दी है।  जिसके कारण वास्तविकता को देखने-समझने का औचित्य ही नहीं हैं। एक तरफ देश की जनता महामारी का दंश झेल रही है और देश का प्रधान सेवक लाशों के ढेर पर राजनीति कर रहा है। देश की जनता के लिए इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा? बंगाल की जनता शायद पीएम के मोह में अप्रत्यक्ष जोखिम से अनजान है। मासूम और भोली जनता का इससे आसान शिकार क्या होगा? देश की जनता किस हालत से गुजर रही है, इसकी प्रधान सेवक को जरा भी परवाह नहीं है। सत्ता की भूख के सामने एड़िया रगड़ कर दम तोड़ने वालों की परवाह नहीं है, उनकी जिंदगी का कोई मोल नहीं हैं। जो बाकी बचेंगे उन पर राज करेंगे या विपक्ष में बैठ जाएंगे। लोकतंत्र में यह सोच लोकतंत्र की जडें कुतरने वाली है। जो लोग इसके जिम्मेदार है शायद उनके पास अब आखिरी मौका है।
 राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'

'राष्ट्रीय सुरक्षा' को खतरे में डाल रहीं सरकार: राहुल

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि सरकार देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल रही है और चीन के साथ उसकी बातचीत ‘निरर्थक’ रही है। उन्होंने ट्वीट किया, ”गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स और देपसांग में चीन का कब्जा दौलत बेग ओल्डी हवाई पट्टी समेत भारत के सामरिक हितों के लिए सीधा खतरा है।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ”भारत सरकार ने (चीन के साथ) निरर्थक बातचीत करके राष्ट्रीय सुरक्षा को बड़े पैमाने पर खतरे में डाल दिया है।”
राहुल गांधी ने यह टिप्प्णी उस वक्त की है जब ऐसी खबरें आई हैं कि पूर्वी लद्दाख गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स और देपसांग से अपने सैनिक पीछे हटाने से मना कर दिया है। भारतीय सेना ने पिछले दिनों एक बयान में कहा था कि दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख में तनाव वाले शेष हिस्सों हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग से सैनिकों की वापसी को लेकर विस्तृत चर्चा की और संयुक्त रूप से जमीन पर स्थायित्व कायम करने, नए विवादों से बचने और शेष मुद्दों के शीघ्र निपटारे पर सहमति जतायी है।

कोरोना के कारण पीएम जॉनसन का भारत दौरा रद्द

नई दिल्ली/ लंदन। कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले सप्ताह भारत यात्रा पर नहीं आयेंगे। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह फैसला दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से किया है। उन्होंने कहा, ”कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को देखते हुए आपसी सहमति से यह निर्णय किया गया है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अगले सप्ताह भारत यात्रा पर नहीं आयेंगे।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों पक्ष आने वाले दिनों में डिजिटल बैठक आयोजित करेंगे, जिसमें भारत-ब्रिटेन संबंधों के लिये योजनाएं पेश की जायेंगी। लंदन में डाउनिंग स्ट्रीट ने भी सोमवार को जानकारी दी, कि जॉनसन का दौरा रद्द कर दिया गया है। हालांकि, जॉनसन भविष्य की ब्रिटेन-भारत साझेदारी के लिए अपनी योजनाओं की शुरुआत के लिहाज से इस महीने के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे। उनकी आमने-सामने मुलाकात इस साल के आखिर में होने की संभावना है। डाउनिंग स्ट्रीट ने ब्रिटिश और भारतीय सरकारों की ओर से एक संयुक्त वक्तव्य में कहा, ”कोरोना वायरस के मौजूदा हालात की वजह से प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले सप्ताह भारत यात्रा नहीं कर सकेंगे।”
बयान में कहा गया, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जॉनसन ब्रिटेन और भारत के बीच भविष्य की साझेदारी के लिहाज से अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं पर सहमति बनाने और उन्हें शुरू करने के लिए इस महीने के आखिर में बातचीत करेंगे।” भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच जॉनसन पर अपनी यात्रा को रद्द करने का दबाव था। इस सप्ताहांत में ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी ने उनसे आग्रह किया था कि वह यात्रा स्थगित करें और जूम से डिजिटल तरीके से चर्चा करें।

केकेआर को 38 रन से हार का सामना करना पड़ा

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। पिछले कुछ समय में लय हासिल करने की कोशिश कर रहे बायें हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव को उम्मीद है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में वह जल्द ही अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के लिए मैदान में उतर कर अच्छा प्रदर्शन करेंगे। केकेआर को रविवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ 38 रन से हार का सामना करना पड़ा। तीन मैचों में टीम की दूसरी हार के बाद मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने भी अंतिम 11 में बदलाव करने के संकेत दिये। आईपीएल में 45 मैचों में 40 विकेट लेने वाले कलाई के इस वामहस्त स्पिनर ने कहा , ‘‘अभी सिर्फ तीन मैच हुए है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही टीम (अंतिम-11) में मौका मिलेगा और मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा। ’’ कुलदीप ने कहा कि टीम से अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह के जुड़ने से उन्हें निजी तौर पर काफी फायदा हुआ और वह मानसिक रूप से मजबूत हुए है।

जगन्नाथ के दर्शन से पहले करानी होगी कोरोना जांच

भुवनेश्वर। ओड़िशा की राजधानी भुनेश्वर स्थित प्रसिद्ध लिंगराज मंदिर को कई सेवादारों की कोरोना पॉजिटिव आने से आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था। इस पर निकाय ने कहा कि भगवान अशोकष्टमी रथयात्रा मंदिर प्रशासन की ओर से कोविड-19 नियमों के तहत फिर से संपन्न कराई जाएगी। इस बीच रविवार को प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर को सैनिटाइज किया गया। मंदिर प्रशासन ने बताया कि मंदिर में प्रवेश के लिए नए मानक परिचालन प्रक्रिया एसओपी सोमवार से लागू हो जाएगी। नई एसओपी के अनुसार बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने के लिए आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमण मुक्त होने या टीकाकरण पूर्ण होने का प्रमाण पत्र देना होगा और यह भी शर्त है कि आरटी-पीसीआर रिपोर्ट 4 दिन से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए।

फ्यूचर-रिलायंस सौदे के मामले की सुनवाईं पर रोक

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने फ्यूचर-रिलायंस सौदे के मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करेगा। मामले की अगली सुनवाई मई के पहले सप्ताह में होगी।
 हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने पिछले 18 मार्च को फ्यूचर-रिलायंस सौदे के खिलाफ पारित इमरजेंसी अवार्ड को बरकरार रखते हुए फ्यूचर ग्रुप पर 20 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था। जस्टिस जेआर मिडा की बेंच ने जुर्माने की ये रकम प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करने का आदेश दिया है। सिंगल बेंच ने कहा था कि फ्यूचर रिटेल, फ्यूचर कूपन, किशोर बियानी और अन्य लोगों ने इमरजेंसी अवार्ड का उल्लंघन किया। कोर्ट ने किशार बियानी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा था कि उन्हें जेल क्यों नहीं भेजा जाए? सिंगल बेंच ने बियानी की संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश देते हुए बियानी से अपनी संपत्ति का विवरण हलफनामा में देने का निर्देश दिया था। सिंगल बेंच के फैसले पर दिल्ली हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने रोक लगा दी थी।

दिल्ली: 75 आइसोलेशन कोच मुहैया कराने का ऐलान

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। राजधानी दिल्ली और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई दोनों ही बड़े शहरों में कोरोना वायरस काफी तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है। इस संक्रमण काल में दिल्ली सरकार की मांग पर रेलवे ने दिल्ली में 75 आइसोलेशन कोच मुहैया कराने का ऐलान किया है। 
 उत्तर रेलवे की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि राजधानी दिल्ली के आनंद विहार टर्मिलन और शकूर बस्ती स्टेशन पर कोरोना मरीजों के लिए कुल 75 आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराए जाएंगे। रेलवे स्टेशन पर कोविड केयर सेंटर के रूप में रखे जाने वाली रेल की बोगियों में 1200 बेड होंगे। रेलवे की ओर से जानकारी दी गई है कि फिलहाल कोरोना के मामूली लक्षण वाले मरीजों के लिए दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर 50 कोविड-19 आइसोलेशन कोच को तैयार कर दिया गया है। इन 50 कोचों में कोरोना मरीजों के लिए 800 बेड की सुविधा दी गई है। रेलवे के बयान में बताया गया है कि शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन के अलावा आनंद विहार टर्मिनल पर कोरोना मरीजों के लिए 25 कोच उपलब्ध कराए जाएंगे। इन 25 कोचों में 400 कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा जा सकेगा। 
 रेलवे ने ये भी साफ किया है कि अगर कोरोना का संक्रमण बढ़ा और जरूरत पड़ी तो इन दो स्टेशनों के अलावा दिल्ली की दूसरी जगहों पर भी आइसोलेशन कोच का इंतजाम किया जाएगा। आपको बता दें कि रविवार को ही दिल्ली सरकार ने इंडियन रेलवे से आनंद विहार टर्मिनल और शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर कोविड केयर सेंटर के रूप में आइसोलेशन कोच की व्यवस्था करने का आग्रह किया था। 

माता-पिता की सालगिरह पर तस्वीर को साझा किया

मनोज सिंह ठाकुर         
मुंबई। कंगना रनौत सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं और अक्सर अपनी निजी जिंदगी से जुड़े किस्से भी फैंस के साथ साझा करती हैं। इस बार भी कंगना ने ऐसा ही कुछ किया है। सोमवार को कंगना ने अपने माता- पिता की शादी की सालगिरह पर उनकी एक थ्रोबैक तस्वीर को ट्विटर पर साझा किया है। ब्लैक एंड व्हाइट यह तस्वीर कंगना के पैरेंट्स की शादी की है। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर फैंस के साथ साझा करने के साथ ही कंगना ने फैंस को अपने माता-पिता के बीच की दिलचस्प प्रेम कहानी भी सुनाई है। कंगना ने ट्वीट कर लिखा-'आज मेरे पैरंट्स की शादी की सालगिरह है। जब हम बड़े हो रहे थे तो हमसे झूठ बोला गया था कि यह एक पारंपरिक अरेंज मैरिज थी। काफी बाद में नानी ने हमें बताया कि इनके बीच में अफेयर था। पापा ने मम्मी को कॉलेज से वापस आते हुए बस स्टैंड पर देखा था। इसके बाद पापा रोजाना उसी बस में जाने लगे जब तक कि मम्मी ने उन्हें नोटिस नहीं किया। जब पापा ने शादी का रिश्ता भेजा तो नानाजी ने इसके लिए तुरंत इनकार कर दिया क्योंकि पापा की इमेज बहुत अच्छी नहीं थी जबकि नाना ने मां के लिए सरकारी नौकरी वाला दूल्हा ढूंढा था। मां नाना जी को बहुत प्यारी थीं और वह उन्हें प्यार से गुड्डी बुलाते थे। मगर मां इस शादी के लिए अड़ गईं और नाना को इस शादी के लिए मना लिया। इसके लिए शुक्रिया। शादी की सालगिरह की बधाई।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...