शनिवार, 17 अप्रैल 2021

बिटकॉइन के बाद ऊंचे स्तर पर पहुंची एनएफटी

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। सबसे लोवेस्ट चलने वाली कंपनी बिटकॉइन आज सबसे ऊँचे स्तर पर पहुंच गई है। बिटकॉइन के निवेशक रातों-रात अरबपति बन गए। लेकिन अब बिटकॉइन का क्रेज खत्म होता जा रहा है। निवेशकों का मन एक बार फिर बदल रहा है। इस बार एनएफटी का चलन बढ़ रहा है। आइए जानते हैं एनएफटी क्या होता है। एनएफटी एक नॉन-फंजिबल टोकन है। इसे एक क्रिप्टोग्राफिक टोकन कहा जा सकता है। कोई ऐसी तकनीकी आर्ट जिसके बारे में अगर यह दावा किया जाता है कि वो यूनिक है। साथ ही यह स्थापित किया जाता है कि उसका मालिकाना हक किसी खास व्यक्ति के पास है तो उसे एनएफटी यानी नॉन-फंजिबल टोकन कहा जाता है।
आज कल निवेशक इस तरह की चीजों पर खासा ध्यान दे रहे हैं, जो केवल ऑनलाइन ही उपलब्ध हैं। साथ ही यूनिक भी है। पिछले कुछ दिनों से एनएफटी को लेकर खबरें सामने आ रही हैं और लोगों के मन में इसे लेकर कई सवाल भी हैं। इसके बारे में लोगों का ध्यान तब आकर्षित हुआ। जब कुछ ही दिन पहले एक 10 सेकंड की वीडियो क्लिप करीब 66 लाख डॉलर यानी करीब 48.44 करोड़ रुपए में बिकी। इसे मियामी के एक आर्ट कलेक्टर पाब्लो रोड्रिगूज फ्रेले ने खरीदा है। इन्होंने वर्ष 2020 में भी 10 सेकंड के आर्टवर्क पर 67 हजार डॉलर यानी करीब 49.17 लाख रुपए खर्च किए थे। यह एक कंप्यूटर जनरेटेड वीडियो है।

खुद को देश के संविधान से ऊपर समझती है ममता

आसनसोल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह खुद को देश के संविधान से ऊपर समझती हैं और दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने केंद्रीय बलों और सेना तक को ‘‘बदनाम’’ किया और राजनीति के लिए झूठे आरोप लगाए। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया दो मई को पश्चिम बंगाल की जनता उन्हें भूतपूर्व मुख्यमंत्री का प्रमाणपत्र देने वाली है। 
केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण सहित अन्य मुद्दों पर बुलाई गई बैठकों में ममता बनर्जी की अनुपस्थिति को मुद्दा बनाते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि ‘‘दीदी’’ अपने अहंकार में इतनी बड़ी हो गई है की हर कोई उन्हें अपने आगे छोटा दिखता है। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने अनेक बार अनेक विषयों पर बात करने के लिए बैठकें बुलाई है लेकिन दीदी कोई न कोई कारण बताकर इन बैठकों में नहीं आती हैं। कोरोना वायरस को लेकर बुलाई गई पिछली दो बैठकों में बाकी मुख्यमंत्री आए, लेकिन दीदी नहीं आई।

टीकाकरण के लिए आयुसीमा को 25 साल किया जाएं

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति को लेकर शनिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि टीकाकरण के लिए आयुसीमा को घटाकर 25 साल किया जाए तथा अस्थमा, मधुमेह और कुछ अन्य बीमारियों से पीड़ित युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाए। उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में यह भी कहा कि सरकार को कोरोना से निपटने के लिए जरूरी चिकित्सा उपकरणों और दवाओं को जीएसटी से मुक्त करना चाहिए तथा कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाने पर गरीबों को प्रति माह छह हजार रुपये की मदद देनी चाहिए।सोनिया ने बड़ी संख्या में लोगों के कोरोना वायरस संक्रमण के चपेट में आने और रोजाना सैकड़ों लोगों की मौत होने पर दुख जताते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में अपना कर्तव्य निभा रहे स्वास्थ्यकर्मियों एवं दूसरे कर्मचारियों को कांग्रेस सलाम करती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र का उल्लेख किया और आरोप लगाया कि कई जगहों पर टीकों, ऑक्सीजन और वेंटिलेंटर की कमी हो रही है, लेकिन सरकार चुप्पी साधे है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सरकार को टीकाकरण के लिए अपनी प्राथमिकता पर पुनर्विचार करना चाहिए और आयुसीमा को घटाकर 25 साल करना चाहिए। अस्थमा, मधुमेह, किडनी और लीवर संबंधी बीमारियों से पीड़ित सभी युवाओं को टीका लगाया जाना चाहिए।’’उल्लेखनीय है कि टीकाकरण के लिए अभी न्यूतम आयुसीमा 45 साल निर्धारित है।

दुमका कोषागार मामलें से लालू को मिलीं जमानत

मनोज सिंह ठाकुर     
रांची। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है। लालू यादव को दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपये की निकासी के मामले में जमानत मिल गई है।
चारा घोटाला मामले से संबंधित अन्य मामलों में लालू यादव को पहले से जमानत मिली हुई है। चईबासा और देवघर कोषागार मामले में लालू को पहले से ही जमानत मिली हुई है। दोरांडा कोषागार के मामले में अब भी ट्रायल जारी है। अब लालू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है।

महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सकें, अपील की

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस से संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण शनिवार को संत समाज से उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहे कुंभ को ”प्रतीकात्मक” रखने की अपील की। ताकि, इस महामारी के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा सके। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर यह जानकारी दी कि उन्होंने जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि से इस सिलसिले में फोन पर बात की और साथ ही संतों का कुशल-क्षेम भी पूछा। उन्होंने कहा, ”मैंने प्रार्थना की है कि दो शाही स्नान हो चुके हैं और अब कुंभ को कोरोना के संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए। इससे इस संकट से लड़ाई को एक ताकत मिलेगी।” एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी अवधेशानंद से बात कर उन्होंने सभी संतों के स्वास्थ्य का हाल जाना। उन्होंने कहा, ”सभी संतगण प्रशासन को हर प्रकार का सहयोग कर रहे हैं। मैंने इसके लिए संत जगत का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री से बातचीत के बाद स्वामी अवधेशानंद ने भी लोगों से भारी संख्या में कुंभ का स्नान करने के लिए हरिद्वार नहीं पहुंचने और सभी नियमों का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान का हम सम्मान करते हैं ! जीवन की रक्षा महत पुण्य है। मेरा धर्म परायण जनता से आग्रह है कि कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए भारी संख्या में स्नान के लिए नहीं आएं एवं नियमों का निर्वहन करें!।
कोविड-19 के कारण एक माह की अवधि के लिए सीमित कर दिए गए महाकुंभ के तीन शाही स्नान—महाशिवरात्रि, सोमवती अमावस्या और बैसाखी हो चुके हैं जबकि रामनवमी के पर्व पर आखिरी शाही स्नान होना है। कुंभ के लिए हरिद्वार पहुंचे साधु-संत और श्रद्धालु खासी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।

या देवी सर्वभूतेषु कात्यायनी रूपेण संस्थिता: नवरात्रि

कात्यायनी नवदुर्गा या हिंदू देवी पार्वती (शक्ति) के नौ रूपों में छठवीं रूप हैं। परम्परागत रूप से देवी दुर्गा की तरह वे लाल रंग से जुड़ी हुई हैं। नवरात्रि उत्सव के षष्ठी को उनकी पूजा की जाती है। उस दिन साधक का मन 'आज्ञा चक्र' में स्थित होता है। योगसाधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक माँ कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है। परिपूर्ण आत्मदान करने वाले ऐसे भक्तों को सहज भाव से माँ के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं। 'कात्यायनी' अमरकोश में पार्वती के लिए दूसरा नाम है। संस्कृत शब्दकोश में उमा, कात्यायनी, गौरी, काली, हेेमावती व ईश्वरी इन्हीं के अन्य नाम हैं। शक्तिवाद में उन्हें शक्ति या दुर्गा, जिसमे भद्रकाली और चंडिका भी शामिल है में भी प्रचलित हैं।यजुर्वेद के तैत्तिरीय अणवय में उनका उल्लेख प्रथम किया है। स्कंद पुराण में उल्लेख है कि वे परमेश्वर के नैसर्गिक क्रोध से उत्पन्न हुई थीं। जिन्होंने देवी पार्वती द्वारा दी गई सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का वध किया। वे शक्ति की आदि रूपा है। जिसका उल्लेख पाणिनी पर महाभाष्य में किया गया है। जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में रचित है। उनका वर्णन देवीभागवत पुराण और मार्कंडेय ऋषि द्वारा रचित मार्कंडेय पुराण के देवी महात्म्य में किया गया है। जिसे 400 से 500 ईसा में लिपिबद्ध किया गया था। बौद्ध और जैैैन ग्रंथों और कई तांत्रिक ग्रंथों, विशेष रूप से कालिका पुराण (10 वीं शताब्दी) में उनका उल्लेख है। जिसमें उद्यान या उड़ीसा में देवी कात्यायनी और भगवान जगन्नाथ का स्थान बताया गया है।

कथा

माँ का नाम कात्यायनी कैसे पड़ा इसकी भी एक कथा है। कत नामक एक प्रसिद्ध महर्षि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए थे। इन्होंने भगवती पराम्बा की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक बड़ी कठिन तपस्या की थी। उनकी इच्छा थी माँ भगवती उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लें। माँ भगवती ने उनकी यह प्रार्थना स्वीकार कर ली।

कुछ समय पश्चात जब दानव महिषासुर का अत्याचार पृथ्वी पर बढ़ गया। तब भगवान ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों ने अपने-अपने तेज का अंश देकर महिषासुर के विनाश के लिए एक देवी को उत्पन्न किया। महर्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम इनकी पूजा की। इसी कारण से यह कात्यायनी कहलाईं। ऐसी भी कथा मिलती है कि ये महर्षि कात्यायन के वहाँ पुत्री रूप में उत्पन्न हुई थीं। आश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्म लेकर शुक्त सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी तक तीन दिन इन्होंने कात्यायन ऋषि की पूजा ग्रहण कर दशमी को महिषासुर का वध किया था। माँ कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं। भगवान कृष्ण को पतिरूप में पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने इन्हीं की पूजा कालिन्दी-यमुना के तट पर की थी। ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित हैं। माँ कात्यायनी का स्वरूप अत्यंत चमकीला और भास्वर है। इनकी चार भुजाएँ हैं। माताजी का दाहिनी तरफ का ऊपरवाला हाथ अभयमुद्रा में तथा नीचे वाला वरमुद्रा में है। बाईं तरफ के ऊपरवाले हाथ में तलवार और नीचे वाले हाथ में कमल-पुष्प सुशोभित है। इनका वाहन सिंह है। माँ कात्यायनी की भक्ति और उपासना द्वारा मनुष्य को बड़ी सरलता से अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति हो जाती है। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौकिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है।

उपासना

नवरात्रि का छठा दिन माँ कात्यायनी की उपासना का दिन होता है। इनके पूजन से अद्भुत शक्ति का संचार होता है व दुश्मनों का संहार करने में ये सक्षम बनाती हैं। इनका ध्यान गोधुली बेला में करना होता है। प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में छठे दिन इसका जाप करना चाहिए।

या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥

अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और शक्ति -रूपिणी प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। इसके अतिरिक्त जिन कन्याओ के विवाह मे विलम्ब हो रहा हो। उन्हे इस दिन माँ कात्यायनी की उपासना अवश्य करनी चाहिए। जिससे उन्हे मनोवान्छित वर की प्राप्ति होती है।

महिमा

माँ को जो सच्चे मन से याद करता है। उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा विनष्ट हो जाते हैं। जन्म-जन्मांतर के पापों को विनष्ट करने के लिए माँ की शरणागत होकर उनकी पूजा-उपासना के लिए तत्पर होना चाहिए।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण   
1. अंक-244 (साल-02)
2. रविवार, अप्रैल 18, 2021
3. शक-1984,चैत्र, कृष्ण-पक्ष, तिथि- षष्ठी, विक्रमी सवंत-2078। पांचवां रोजा, सहरी 04:31, इफ्तार 06:51। 05 रमजान, हिजरी 1442।
4. सूर्योदय प्रातः 06:20, सूर्यास्त 06:50।
5. न्‍यूनतम तापमान -14 डी.सै., अधिकतम-38+ डी.सै.।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745  
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित)

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण   
1. अंक-244 (साल-02)
2. रविवार, अप्रैल 18, 2021
3. शक-1984,चैत्र, कृष्ण-पक्ष, तिथि- षष्ठी, विक्रमी सवंत-2078। पांचवां रोजा, सहरी 04:31, इफ्तार 06:51। 05 रमजान, हिजरी 1442।
4. सूर्योदय प्रातः 06:20, सूर्यास्त 06:50।
5. न्‍यूनतम तापमान -14 डी.सै., अधिकतम-38+ डी.सै.।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745  
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 16 अप्रैल 2021

चीन, अमेरिका का निकट प्रतिद्वंद्वी बन रहा है

वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। अमेरिका के एक शीर्ष खुफिया अधिकारी एवरिल हेंस ने सांसदों से कहा है कि चीन तेजी से अमेरिका का निकट प्रतिद्वंद्वी बन रहा है। इस कारण कई क्षेत्रों में अमेरिका के आगे चुनौतियां खड़ी हो गईं है। इसके अलावा, चीन वैश्विक नियमों में भी इस तरह से बदलाव कर रहा है। जिससे उसकी तानाशाही व्यवस्था को फायदा मिलें।
अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हेंस ने अमेरिका के समक्ष दुनियाभर से पैदा हो रहे खतरों को लेकर सीनेट की खुफिया मामलों पर चयन समिति के सदस्यों से कहा, चीन पड़ोसी देशों को भी अपनी ताकत दिखा रहा है। उन्होंने कहा, ताकत का प्रदर्शन करने के लिए चीन अपने पड़ोसी देशों के विवादित क्षेत्रों पर अपना दावा जता रहा है।
हेंस ने कहा कि चीन के अलावा रूस, ईरान और उत्तर कोरिया भी ऐसे देश हैं। जो अमेरिका के सामने खतरे पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इराक व सीरिया में लड़ाई का अमेरिकी बलों पर सीधा असर पड़ रहा है। जबकि, परमाणु संपन्न देश भारत और पाक में तनाव भी दुनिया के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। इस्राइल-ईरान में हिंसा, लीबिया में विदेशी ताकतों की गतिविधि और अफ्रीका तथा पश्चिम एशिया समेत अन्य इलाकों में संघर्ष के बढ़ने की आशंका है।

गाजियाबाद में मिलें कोरोना के 538 नए संक्रमित

अश्वनी उपाध्याय           

गाजियाबाद। गुरुवार को जिलें में 538 नए संक्रमित मिलें। जो, कि अब तक दिन में मिले मरीजों की सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 16 सितंबर 2020 को जिले में 337 मरीज मिले थे। जिले में अब कुल संक्रमितों की संख्या 29 हजार पार कर गई है। जिनमें से 1723 का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है और 104 की मृत्यु हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि गाज़ियाबाद में प्रतिदिन मिलने वाले नए मरीजों की संख्या 2 हजार तक जा सकती है। इसके लिए जिले के अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। फिलहाल जिले के निजी अस्पतालों में 1338 बिस्तर उपलब्ध है। जिन्हें बढ़ा कर 2000 किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में भी बिस्तरों की संख्या को 518 से बढ़ा कर 1000 किया जा रहा है।

सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं

सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं  संदीप मिश्र  गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शनिवार सुबह गोरखनाथ...