गुरुवार, 15 अप्रैल 2021
अभिनेत्री करीना ने अपना बैडरूम सीक्रेट खोला
विश्वविद्यालय का 18वां दीक्षांत समारोह शुरू हुआ
चुनाव का पहला चरण, 18 जिलों में मतदान हुआ
सीएम ने सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाने समेत कई पाबंदियों की बृहस्पतिवार को घोषणा की। इस दौरान मॉल, जिम, स्पा और सभागार बंद रहेंगे। शहर में बुधवार को एक दिन में सर्वाधिक 17,282 नये मामले सामने आने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रेस्तरांओं के भीतर बैठकर खाना खाने की अनुमति नहीं होगी और सिनेमाघर में भी केवल 30 प्रतिशत दर्शक ही जा सकेंगे।केजरीवाल ने कहा, कि सप्ताहांत के कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाएं और विवाह समारोह प्रभावित नहीं होंगे और विवाह कार्यक्रमों में शामिल होने वालों को पास जारी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अस्पतालों में बिस्तरों की कमी नहीं है और कोविड मरीजों के लिए अब भी 5,000 बेड उपलब्ध हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि बड़े पैमाने पर बेड उपलब्ध कराने के लिए प्रयास जारी हैं।
या देवी सर्वभूतेषु कुष्मांडा रूपेण संस्थिता: नवरात्रि
नवरात्र-पूजन के चौथे दिन कुष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन 'अनाहत' चक्र में अवस्थित होता है। अतः इस दिन उसे अत्यंत पवित्र और अचंचल मन से कूष्माण्डा देवी के स्वरूप को ध्यान में रखकर पूजा-उपासना के कार्य में लगना चाहिए।
महिमाजब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था। तब इन्हीं देवी ने ब्रह्मांड की रचना की थी। अतः ये ही सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदिशक्ति हैं। इनका निवास सूर्यमंडल के भीतर के लोक में है। वहाँ निवास कर सकने की क्षमता और शक्ति केवल इन्हीं में है। इनके शरीर की कांति और प्रभा भी सूर्य के समान ही दैदीप्यमान हैं। इनके तेज और प्रकाश से दसों दिशाएँ प्रकाशित हो रही हैं। ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में अवस्थित तेज इन्हीं की छाया है। माँ की आठ भुजाएँ हैं। अतः ये अष्टभुजा देवी के नाम से भी विख्यात हैं। इनके सात हाथों में क्रमशः कमंडल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा है। आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जपमाला है। इनका वाहन सिंंह है।
माँ कूष्माण्डा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं। इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है। माँ कूष्माण्डा अत्यल्प सेवा और भक्ति से प्रसन्न होने वाली हैं। यदि मनुष्य सच्चे हृदय से इनका शरणागत बन जाए तो फिर उसे अत्यन्त सुगमता से परम पद की प्राप्ति हो सकती है। विधि-विधान से माँ के भक्ति-मार्ग पर कुछ ही कदम आगे बढ़ने पर भक्त साधक को उनकी कृपा का सूक्ष्म अनुभव होने लगता है। यह दुःख स्वरूप संसार उसके लिए अत्यंत सुखद और सुगम बन जाता है। माँ की उपासना मनुष्य को सहज भाव से भवसागर से पार उतारने के लिए सर्वाधिक सुगम और श्रेयस्कर मार्ग है। माँ कूष्माण्डा की उपासना मनुष्य को आधियों-व्याधियों से सर्वथा विमुक्त करके उसे सुख, समृद्धि और उन्नति की ओर ले जाने वाली है। अतः अपनी लौकिक, पारलौकिक उन्नति चाहने वालों को इनकी उपासना में सदैव तत्पर रहना चाहिए।
उपासना
चतुर्थी के दिन माँ कूष्मांडा की आराधना की जाती है। इनकी उपासना से सिद्धियों में निधियों को प्राप्त कर समस्त रोग-शोक दूर होकर आयु-यश में वृद्धि होती है।प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में चतुर्थ दिन इसका जाप करना चाहिए।
या देवी सर्वभूतेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।'
अर्थ: हे माँ! सर्वत्र विराजमान और कूष्माण्डा के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे सब पापों से मुक्ति प्रदान करें। अपनी मंद, हल्की हँसी द्वारा अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्माण्डा देवी के रूप में पूजा जाता है। संस्कृत भाषा में कूष्माण्डा को कुम्हड़ कहते हैं। बलियों में कुम्हड़े की बलि इन्हें सर्वाधिक प्रिय है। इस कारण से भी माँ कूष्माण्डा कहलाती हैं।
पूजन
इस दिन जहाँ तक संभव हो बड़े माथे वाली तेजस्वी विवाहित महिला का पूजन करना चाहिए। उन्हें भोजन में दही, हलवा खिलाना श्रेयस्कर है। इसके बाद फल, सूखे मेवे और सौभाग्य का सामान भेंट करना चाहिए। जिससे माताजी प्रसन्न होती हैं। और मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
बुधवार, 14 अप्रैल 2021
'रूस' ने भारत को विश्वसनीय सहयोगी बताया
नई दिल्ली/ मास्को। भारत को एक विश्वसनीय सहयोगी बताते हुए रूस ने बुधवार को कहा, कि दोनों देशों के बीच कोई मत भिन्नता या गलतफहमी नहीं है और स्वतंत्र संबंधों के आधार पर उसका पाकिस्तान के साथ सीमित सहयोग है। रूसी मिशन के उप प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा पर 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सख्ती से पालन करने की प्रतिबद्धता का स्वागत किया और कहा कि यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिये बेहद महत्वपूर्ण कदम है। बाबुश्किन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में रूसी राजदूत निकोलाई कुदाशेव ने पश्चिमी देशों की हिन्द प्रशांत रणनीति की आलोचना करते हुए इसे खतरनाक और शीत युद्ध की मानसिकता को उभारने का प्रयास बताया। वहीं, बाबुश्किन ने कहा कि अफगानिस्तान के मुद्दे पर क्षेत्रीय आम सहमति बनाने की प्रक्रिया में भारत को हिस्सा होना चाहिए तथा अफगान शांति प्रक्रिया को लेकर नई दिल्ली और मास्को का रूख समान है।
लोगों को उनके हाल पर छोड़ देने का आरोप लगाया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कोविड-19 महामारी की स्थिति से निपटने में लापरवाही बरतने और लोगों को उनके हाल पर छोड़ देने का आरोप लगाते हुए कहा, कि अब उन्हें राजधर्म का पालन करना चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया, कि देश में कोविड रोधी टीके और दूसरे चिकित्सकीय उपकरणों की भारी कमी है। लेकिन सरकार के मंत्री सिर्फ विपक्षी नेताओं पर हमले बोलने में लगे हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के आंकड़े डरावने हैं। यह अप्रत्याशित है। मोदी सरकार ने लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। उनकी तरफ से लापरवाही बरती जा रही है। एक साल का समय मिलने के बावजूद, उसने इस महामारी से निपटने के लिए जरूरी प्रबंध नहीं किए।
राजस्थान के सभी शहरों में कर्फ्यू लगाने की घोषणा
नरेश राघानी
जयपुर। राजस्थान सरकार ने प्रदेश के सभी शहरों में 16 अप्रैल से 15 दिन के लिए शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है। राज्य सरकार ने कोरोना के मामले बढ़ने के बाद आज प्रदेश में 30 अप्रैल तक के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है।नई गाइडलाइन मे प्रदेश के सभी शहरों में शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। शहरी क्षेत्रों में शाम पाच बजे से बाजार बंद करने होंगे। इस बीच प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड़ की कक्षा दसवीं एवं 12वीं बोर्ड़ की परीक्षा स्थगित कर दी गयी है।
यूपी बोर्ड परीक्षा की तिथियों में होगा बदलाव: दिनेश
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच यूपी बोर्ड परीक्षा की तिथियों में बदलाव किया जाएंगा। लेकिन नई तिथि क्या होगी, इस पर जल्द ही घोषणा की जायेगी। इस बात की जानकारी देते हुए उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि नई तारीखों का जल्द ऐलान किया जायेगा। सीबीएसई बोर्ड के निर्णय के बाद उनसे यूपी बोर्ड परीक्षा की तारीखों में परिवर्तन को लेकर एक सवाल पूछा गया था। जिसके बाद उन्होंने अपना जवाब दिया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों व अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों की मॉनिटरिंग करेगा। मंत्री लगातार वहां के जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के साथ संपर्क में रहेंगे। अभी आठ मई से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा होनी है।
'सीएम' ने लोगों की समस्याओं को सुना, निर्देश
'सीएम' ने लोगों की समस्याओं को सुना, निर्देश संदीप मिश्र गोरखपुर। जनता दरबार में जन समस्याएं सुन रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने...
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चौकी में रिश्वतखोरी का नंगा नाच, अदम्य साहस धर्मवीर उपाध्याय गाजियाबाद। गाजियाबाद की तहसील लोनी का एक अद्भुत प्रकरण संज्ञान में आया है। हो ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...