गुरुवार, 18 मार्च 2021

21 मार्च से लगेगा होलाष्टक, ना करें यें 5 काम, अंजाम

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होलाष्टक प्रारंभ होता है। जो होलिका दहन के दिन तक चलता है। इस वर्ष होलाष्टक का प्रारंभ 21 मार्च से हो रहा है। जो 28 मार्च तक रहेगा। होलाष्टक में शुभ कार्यों के करने पर पाबंदी होती है। क्योंकि भक्त प्रह्लाद को इन 8 दिनों तक काफी यातना दी गई थी। इस वजह से इन 8 दिनों में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है। जागरण अध्यात्म में आज हम आपको बता रहे हैं। कि होलाष्टक के समय में कौन से 5 कार्य भूलकर भी नहीं करने चाहिए।
1. नौकरी परिवर्तन से बचें
होलाष्टक के समय में आपको नौकरी के संबंध में थोड़ा सतर्क रहना चाहिए।
इस समय में न तो कोई नई नौकरी ज्वाइन करें और न ही इस्तीफा दें। नई नौकरी के लिए ये 8 दिन शुभ नहीं होते हैं। यदि आप इन दिनों में नई नौकी ज्वाइन करते हैं। तो तरक्की में कई बाधाएं आएंगी। ऐसी ज्योतिष की मान्यताएं हैं।
2. जमीन, प्लॉट या मकान न खरीदें
यदि आप जमीन, मकान या प्लॉट लेने की सोच रहे हैं। तो उसे 21 मार्च से पूर्व ले लें या फिर 28 मार्च के बाद लें। होलाष्टक के समय में जमीन जायदाद खरीदने के मामले में फैसले लेने से बचें।
3. गृह प्रवेश से बचें
होलाष्टक के समय में गृह प्रवेश वर्जित माना गया है। आपका मकान बन गया है। और गृह प्रवेश करना है। तो होलाष्टक से पूर्व या बाद के किसी शुभ मुहूर्त का चयन करें। यदि इस दौरान गृह प्रवेश करते हैं तो उस घर में दरिद्रता का वास हो सकता है।
4. विवाह या सगाई कार्य वर्जित
होलाष्टक के समय में आपको विवाह, जोड़ों का मेल या फिर सगाई जैसे कार्य नहीं करने चाहिए। ऐसी मान्यता है। कि होलाष्टक के समय में किए गए ये कार्य अपशकुन वाले होते हैं। विवाह या फिर दाम्पत्य जीवन में संबंध टूटने का डर रहता है।
5. बिजनेस की शुरुआत न करें
ज्योतिष के अनुसार होलाष्टक के समय में कोई भी नया बिजनेस न शुरु करें। ऐसा करने से बिजनेस में नुकसान उठाना पड़ सकता है। या फिर आपको कंगाली का सामना करना पड़ सकता है।

15 साल की उम्र में झेला रेप का दर्द, सुनाई आपबीती

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकन सिंगर डेमी लोवाटो ने खुलासा किया है, कि वह अपने टीनेज में जिंदगी के सबसे बुरे हादसे से गुजर चुकी हैं। डेमी ने अपने इन राज पर से पर्दा उठाते हुए उनकी जिंदगी पर बेस्ड डॉक्युमेंट्री में नजर आनेवाली है। बताया जा रहा है। कि इस फिल्म में डेमी ने साल 2008 जुलाई की उस रात की घटना के बारे में बताया है। जब उन्हें ऐसा लगा था। कि अब वह खत्म हो गई हैं। साल 2018 में हुई उस घटना के बारे में डेमी ने कहा, मैं मर ही गई थी। तब मुझे सिर्फ ओवरडोज नहीं दिया गया था। बल्कि मेरा फायदा उठाने की कोशिश हुई, जब मुझे बेहोश पाया गया, मेरे बदन पर कपड़े नहीं थे। उसने मेरा फायदा उठाया था। मै मर ही गई थी। मेरी आंख अस्पताल में खुली, मुझसे पूछा गया क्या ये सब मेरी मर्जी से हुआ था।
उस समय उन्होंने हां में जवाब दे दिया था। लेकिन बाद में पता चला कि उन्हें ड्रग की ओवरडोज दी गई थी। जिस वजह से वे खुद फैसला लेने की क्षमता खो चुकी थीं। वहीं सिंगर के दोस्त ने भी घटना को याद करते हुए कहा था। लोवाटो को हेरोइन दी गई थी। उसे काफी ज्यादा डोज दे दी गई थी। उसे मरने के लिए छोड़ दिया गया था।
अमेरिकन सिंगर मानती हैं। कि इससे पहले भी उनके साथ ऐसी ही एक घटना हो चुकी थी। जब वे सिर्फ 15 साल की थीं। उस समय भी उनका फायदा उठाने कोशिश की गई, उस घटना पर डेमी ने बताया है।जब मैं टीनेजर थी। तब भी ऐसी ही स्थिति में फंस गई थी। मैं उस लड़के के साथ थी। जरूर, लेकिन मैंने कहा था। कि मैं शारीरिक संबंध बनाने को तैयार नहीं थी। मालूम हो कि अमेरिकन सिंगर डेमी लोवाटो ने डाक्यूमेंट्री में अपनी जिंदगी के बारे में काफी कुछ बताया है। लोग 23 मार्च को ये डाक्यूमेंट्री यूट्यूब पर देख पाएंगे।

युवक ने 14 वर्षीय नाबालिग से जबरन निकाह किया

भोपाल। एक युवक ने 14 साल की नाबालिग लड़की से जबरन निकाह किया। फिर उसे अगवा कर बंधक बना लिया। वह करीब छह माह तक नाबालिग के साथ दुष्कर्म करता रहा। ये पूरा मामला भोपाल निशातपुरा थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने बताया, कि निकाह के छह माह बाद मौका मिलते ही पीड़िता आरोपी की घर से भाग निकली और अपने परिवार वालों के साथ थाने पहुंचकर आपबीती सुनाई। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी उसे बंधक बनाकर उसे प्रताड़ना देता था और विरोध करने पर मारपीट पर उतारू हो जाता था। नाबालिग अपनी मां के साथ निशातपुरा क्षेत्र में मामा के घर पर रहती है। वहीं पर उसके मामा के दोस्त फरहान का अक्सर ही आना-जाना लगा रहता था। भोपाल के कोहेफिजा क्षेत्र का रहने वाला फरहान पुराने वाहनों की खरीद-फरोख्त का काम करता है।
नाबालिग ने सुनाई आपबीती...
पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मई 2020 में फरहान और उसकी दोस्ती हुई। फरहान उसे पसंद करने लगा, लेकिन पीड़िता का परिवार इसके लिए राजी नहीं था। नाबालिग का कहना है, कि वह यह शादी नहीं करना चाहती थी। लेकिन फरहान ने उसके गरीब तबके से होने का फायदा उठाया और पीड़िता की मां को निकाह के लिए डराया-धमकाया। ऐसे में पीड़िता की मां को मजबूरी में आकर अपनी बेटी की शादी करानी पड़ी। बता दें पुलिस ने मामले में नाबालिग पीड़िता की मां को भी आरोपी बनाया है।
17 अगस्त 2020 को हुई थी आगवा
फरहान पर आरोप है, कि निकाह के बाद जब पीड़िता उसके साथ नहीं गई तो उसने 17 अगस्त 2020 को नाबालिग को अगवा कर लिया। उसने करीब छह महीने तक पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। चार मार्च को नाबालिग उसके चंगुल से भाग निकली और थाने पहुंचकर केस दर्ज करवाया। पुलिस ने इस मामले में फराहन की मां को उसकी मदद करने के लिए आरोपी बनाया है। पीड़िता ने अपनी सांस पर आरोप लगाया है। कि वह भी उसे तंग करती थी और उसके साथ गाली-गलौज व मारपीट करती थीं।
इस पूरे प्रकरण पर एसपी नॉर्थ विजय खत्री ने कहा कि फिलहाल यह बात सामने आ रही है। नाबालिग का निकाह हुआ है। लेकिन इस बात के सबूत नहीं हैं। पुलिस सबूत जुटाने में लगी है और यदि नाबालिग की शादी हुई है तो जिसने भी यह शादी कराई है। और उसमें जो भी लोग शामिल थे। उन पर भी कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल, मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

अभिनेत्री प्रियंका ने विदेशी पत्रकार की उड़ाईं धज्जियां

13 मई को रिलीज होगी फिल्म 'सत्यमेव जयते 2'

मनोज सिंह ठाकुर       

मुंबई। बॉलीवुड के माचो मैन जॉन अब्राहम की आने वाली फिल्म 'सत्यमेव जयते 2' ईद के मौके पर 13 मई को रिलीज होगी। जॉन अब्राहम इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म 'सत्यमेव जयते 2' को लेकर चर्चा में हैं। जॉन के साथ फिल्म में दिव्या खोसला कुमार की भी अहम भूमिका है। जॉन अब्राहम ने फिल्म 'सत्यमेव जयते 2' का नया पोस्टर रिलीज किया है। जॉन अब्राहम 'सत्यमवे जयते 2' के नए पोस्टर में दो अलग-अलग अवतारों में दिख रहे हैं।एक में जॉन पुलिसवाले बने नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरे में उन्होंने बनियान पहनी है और वह एक्शन मोड में हैं। जॉन अब्राहम ने ट्वीट करते हुए लिखा, “इस ईद सत्या वर्सेज जय, दोनों लड़ेंगे इस साल, दोनों भारत मां के लाल! सत्यमेव जयते 2 इस ईद 13 मई 2021 को रिलीज होगी।”

पपीते के बीज को ना समझें बेकार, जानिएं गुण

पपीता का बीज भी खाया जा सकता है। स्वाद में जरा कड़वा और जरा चटपटा जरूर लगेगा। लेकिन, सीमित मात्रा में सेवन से बिगड़ती सेहत और कुछ पुरानी बीमारियां दूर की जा सकती हैं। आगे से आप पपीता के बीज बेकार जानकर फेंक ना दें। इसके पहले, जरा जान लीजिए, कि यह स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद हैं?

पपीता याने सेहत को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए स्वादिष्ट फल। ज्यादातर लोगों को पसंद आने वाला पपीता का गुण किसी से छिपा नहीं है। लेकिन यह तो हुई पपीता की बात, अब जान लीजिए पपीता के उस बीज के बारे में, जिसे ऐसे ही फेंक दिया जाता हैं। यह सोच कर कि यह किसी काम के नहीं हैं। लेकिन बीज में ऐसे तत्वों के होने की जानकारी सामने आई है। जिनकी मदद से त्वचा के अलावा कई गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है। साथ ही कुछ पुरानी बीमारियां भी खत्म की जा सकती है।

सीबीआई ने कैडबरी इंडिया पर दर्ज किया मामला

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को भ्रष्टाचार और तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के आरोप में कैडबरी इंडिया लिमिटेड पर मामला दर्ज कर उसके 10 परिसरों में तलाशी ली। बता दें कि अब कैडबरी इंडिया लिमिटेड को मोंडेलेज फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता है। कंपनी पर आरोप है कि उसने हिमाचल प्रदेश के बद्दी क्षेत्र में टैक्स के फायदे लेने के लिए गड़बड़ियां की हैं। जांच से जुड़े एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, "सीबीआई की कई टीमों ने सोलन, बद्दी, मोहाली, पिंजौर और मुंबई में 10 स्थानों पर तलाशी ली है। सीबीआई ने कंपनी के खिलाफ की गई प्राथमिक जांच में गड़बड़ियां पाए जाने के बाद कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच में पता चला कि कंपनी ने बद्दी में कथित रूप से क्षेत्र-आधारित टैक्स छूट (केंद्रीय उत्पाद शुल्क और आयकर) का लाभ लेने के लिए रिश्वत दी, तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया। जबकि कंपनी अच्छी तरह से जानती है, कि वह हिमाचल प्रदेश के बद्दी में यह क्षेत्र-आधारित टैक्स छूट में लाभ पाने की हकदार नहीं थी।"
एफआईआर में सीबीआई ने आरोप लगाया है, कि ये लाभ लेने के लिए कंपनी के कार्यकारी बोर्ड के कुछ सदस्यों ने प्रमुख प्रबंधकों के साथ मिलकर रिकॉर्ड में हेरफेर की, मध्यस्थों को रिश्वत दी और सभी सबूतों को छिपाने का काम किया। इस मामले में एजेंसी ने कुल 12 लोगों पर मामला दर्ज किया है। इसमें 2 तत्कालीन केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिकारी, कैडबरी इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के वित्त के तत्कालीन उपाध्यक्ष विक्रम अरोड़ा और इसके निदेशक राजेश गर्ग और जेलबॉय फिलिप्स शामिल हैं।
कैडबरी इंडिया लिमिटेड ने सैंडहोली गांव में बोर्नवीटा बनाने के लिए मैन्यूफेक्च रिंग यूनिट स्थापित की थी। सीबीआई ने एफआईआर में कहा है कि इस यूनिट में 19 मई 2005 से उत्पादन शुरू हुआ। 2 साल बाद सीआईएल ने 5 स्टार और जेम्स बनाने के लिए दूसरी यूनिट बनाने का प्रस्ताव रखा और 2007 में बद्दी में जमीन अधिग्रहीत की। इसके जरिए उसने उत्पाद शुल्क और इनकम टैक्स में 10 साल की अतिरिक्त छूट ली। इसके बाद कंपनी ने पहले की ही यूनिट में दूसरी यूनिट जोड़ने का निर्णय लेने की बात कहते हुए आवेदन दिया।
सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया कि 15 महीने बाद कंपनी ने कहा कि उसकी दूसरी इकाई ने उत्पादन शुरू कर दिया है। जिसके लिए उसे टैक्स छूट का लाभ दिया जाना चाहिए। जो कि संभव नहीं था क्योंकि कंपनी ने पहले ही कहा था कि वह पहले से मौजूद यूनिट में दूसरी यूनिट जोड़ने जा रहा है और पहली यूनिट को 2005 से टैक्स छूट का लाभ मिल रहा था।
हालांकि, कंपनी ने छूट प्राप्त करने की आखिरी तारीख से 2 दिन पहले 29 मार्च 2010 को एक अलग कंपनी कैडबरी इंडिया लिमिटेड यूनिट 2 के नाम पर दूसरी यूनिट लगाने की मांग की। इसके लिए कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कई लोगों के साथ मिलकर साजिश रची और टैक्स छूट में लाभ लेने के लिए एक अलग कंपनी के रूप में दूसरी यूनिट स्थापित करने के लिए जरूरी अप्रूवल लिए, जबकि वह यह लाभ पाने के योग्य नहीं थी।
एजेंसी ने यह भी कहा है, कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क खुफिया महानिदेशालय (डीजीसीईआई) ने भी इस मामले की जांच की है और कंपनी पर 241 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।

अभिनेत्री कंगना ने राजस्थान में शुरू की शूटिंग

नरेश राघानी   
जयपुर। अभिनेत्री कंगना रनौत ने राजस्थान में अपनी अगली फिल्म 'तेजस' के लिए शूटिंग शुरू कर दी है। कंगना ने गुरुवार को अपने शूटिंग लोकेशन से तस्वीरें साझा की हैं। जिसमें वह हेलीकॉप्टर पर सवार नजर आ रही हैं। कंगना ने ट्वीट किया, "आज सुबह काम पर गई। हैशटैगतेजस की टीम को धन्यवाद कि इसने मुझे लॉन्ग ड्राइव की झंझटों से बचा लिया। जब मैं इस जगह को देखती हूं, तो यहां की प्राकृतिक खूबसूरती का नजारा हैरान कर देती है और यहां के लोग और यहां की संसाधनें मजबूत, सांस्कृतिक और सौन्दर्य से भरपूर और विकसित हैं।"
राजस्थान के लिए रवाना होने से पहले 'तेजस' की टीम ने अपने दिल्ली शेड्यूल को पूरा किया। फिल्म को सर्वेश मेवाड़ा द्वारा निर्देशित किया जा रहा है। जो इस फिल्म के साथ निर्देशन के क्षेत्र में अपना डेब्यू कर रहे हैं।

ई-कॉमर्स कंपनियां रिटेल को बर्बाद कर देगी: कैट

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को भेजे गए एक पत्र में कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने एफडीआई नीति 2016/2018 के प्रेस नोट नंबर 2 की जगह एक नए प्रेस नोट की आवश्यकता पर जोर दिया। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने गोयल को भेजे गए पत्र में कहा कि एफडीआई नीति 2016 के प्रेस नोट संख्या 2 के ई-कॉमर्स खंड में एफडीआई नियमों का अमेजॅन और फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी कंपनियां खुलेआम माखौल उड़ा रही है। वे अपनी मोटी जेब का इस्तेमाल कर भारतीय रिटेल सेक्टर को पूरी तरह बर्बाद करने पर तुली है और वे तब तक नही रुकेगी जब तक भारत के 40 करोड़ नागरिकों को भुखमरी की कगार पर न पहुंचा दे। यह दिन दहाड़े की गई डकैती से कम नहीं है। न केवल ई-कॉमर्स व्यवसाय को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है बल्कि अपने गुप्त एजेंडों को लागू कर भारतीय रिटेल पर पूरी तरह हावी होने की कोशिश भी की जा रही है।
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि देश के कानून का सम्मान करने के बजाए प्रेस नोट संख्या 2 के प्रत्येक नियमों को जानबूझकर ये विदेशी कंपनियां द्वारा ताक पर रखा जा रहा है। ये भारत को बनाना रिपब्लिक समझ रही है। ऐसी विकट स्थिति और विशेष रूप से वर्तमान में दूषित हुए ई-कॉमर्स व्यवसाय के मद्देनजर, ई-कॉमर्स में एफडीआई से संबंधित कानून, नियमों और विनियमों की पवित्रता की रक्षा करने की जिम्मेदारी सरकार पर है। इसलिए एक नया सशक्त प्रेस नोट की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है।
एक नए प्रेस नोट को जल्द जारी करने पर जोर देने के साथ साथ दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा कि देश के कानून की रक्षा के लिए ये जरूरी है। जिससे इन विदेशी कंपनियों को साफ सन्देश दिया सके कि ई कॉमर्स में एफडीआई बेहद आवश्यक और अनिवार्य है और इसके तहत जो भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। उनका उल्लंघन आसान नही होगा।
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि इस तरह के नियंत्रण से उन्हें मूल मूल्य निर्धारण, डीप डिस्काउंटिंग, कैपिटल डंपिंग के साथ विक्रेताओं के अधिमान्य चयन की अनुमति मिलती है। और ये सब बाजार में हिस्सेदारी हासिल करने और 8.5 करोड़ छोटे व्यापारियों, उनके आश्रित परिवारों और कर्मचारियों की आजीविका की कीमत पर नाजायज वित्तीय लाभ कमाने के इरादे से किया जा रहा है।
कॉमर्स के मार्केटप्लेस मॉडल पर लगाए गए प्रतिबंध को दरकिनार करने के लिए, इन विशाल विदेशी ई-कॉमर्स संस्थाओं द्वारा एक आम प्रथा अपनाई जा रही है जिसके तहत ये विक्रेता बन कर सहबद्ध कंपनिया बना रहे हैं जिसके जरिये वे उनके व्यापार पर पूरा नियंत्रण हासिल कर सके।
इन खामियों को दूर करने के लिए कैट ने ई-कॉमर्स में एफडीआई नीति पर एक नया प्रेस नोट जारी करने के लिए महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल करने की मांग की है।
'मार्केटप्लेस मॉडल' और 'इन्वेंट्री आधारित मॉडल' के बीच की सीमा को स्पष्ट रूप से सीमांकित करने के लिए, किसी भी प्रकार का प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष, इक्विटी या आर्थिक संबंध कॉमर्स मार्केटप्लेस इकाई और इसके प्लेटफॉर्म पर विक्रेता के बीच निषिद्ध होना चाहिए। इस प्रयोजन के लिए, 'बाजार इकाई' और 'विक्रेता' के बीच किसी भी प्रकार का संबंध, चाहे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष, इक्विटी या आर्थिक या अन्यथा कड़ाई से प्रतिबंधित होना चाहिए।
मार्केटप्लेस और सेलर के बीच इस तरह के निषिद्ध संबंध को शामिल किया जा सकता हैं, लेकिन समूह कंपनियों, सहयोगी कंपनियों, संबंधित पक्षों, एसोसिएट कंपनियों, लाभकारी मालिकों या किसी अन्य व्यक्ति तक सीमित नहीं किया जा सकता हैं जो इस तरह के नियंत्रण का उपयोग कर सकते हैं।
कॉमर्स के बाजार आधारित मॉडल का मतलब होगा ई-कॉमर्स इकाई द्वारा एक सूचना प्रौद्योगिकी डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रावधान, जो केवल खरीदार और विक्रेता के बीच एक सुविधा के रूप में कार्य करता है।
कॉमर्स के इन्वेंट्री आधारित मॉडल का मतलब होगा ई-कॉमर्स गतिविधि जहां माल और सेवाओं की सूची ई-कॉमर्स इकाई के स्वामित्व में होंगी और उपभोक्ताओं को सीधे बेची जाती है।
कॉमर्स मार्केटप्लेस इकाई और उसकी समूह की कंपनियां प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, इन्वेंट्री का स्वामित्व या नियंत्रण नहीं रखेगी, अर्थात बाजार पर बेची जाने वाली वस्तुएं या सेवाएं। इस तरह के स्वामित्व या उनकी सूची पर नियंत्रण, व्यापार को सूची-आधारित मॉडल में प्रस्तुत करेगा।
मार्केटप्लेस इकाई और उसकी समूह की कंपनियां प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बाजार को बेचने वाले को बेची जाने वाली वस्तुओं या सेवाओं की इन्वेंट्री को नहीं बेचेंगे। कोई भी सामान या सेवाएं जो बाजार की समूह कंपनियों द्वारा बेची जाती हैं और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में फिर से बेची जाती हैं, तो ऐसी खरीद फरो़ख्त को ई-कॉमर्स के इन्वेंट्री आधारित मॉडल के रूप में माना जाएगा।
कॉमर्स मार्केटप्लेस इकाई के समूह कंपनियों द्वारा अपनी सूची पर स्वामित्व या नियंत्रण रखने वाले विक्रेता को बाजार पर अपने सामान या सेवाओं को बेचने की अनुमति नहीं है।
बाजार में बिक्री के लिए बेची जाने वाली इनवेंटरी को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उसकी समूह की कंपनियों के अनुसार बाजार में बेचने वाले की सूची ई-कॉमर्स बाजार संस्था द्वारा नियंत्रित की जाएगी।
इसके अलावा, प्रत्येक मार्केटप्लेस इकाई और उसके सहयोगी, समूह की कंपनियां, सहयोगी सरकार या किसी नियामक द्वारा आवश्यक विवरण, सूचना, प्रावधानों के अनुपालन के सत्यापन के लिए समय-समय पर सभी विवरण, सूचना, दस्तावेज, बयान और विवरण प्रदान करेंगे।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण   

1. अंक-214 (साल-02)
2. शुक्रवार, मार्च 19, 2021

3. शक-1983, फाल्गुन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत

4. सूर्योदय प्रातः 06:35, सूर्यास्त 06:35।

5. न्‍यूनतम तापमान -11 डी.सै., अधिकतम-30+ डी.सै.। 

6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110

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email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745                                        (सर्वाधिकार सुरक्षित) 

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...