शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021
‘आत्मनिर्भर भारत’ की राष्ट्रीय नीति का अहम पड़ाव
भूमिका निभाएगी भारत-ऑस्ट्रेलिया की साझेदारी
कोरोना के 13,193 नए मामले, मृतक संख्या-97
कश्मीर: सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
1. अंक-187 (साल-02)
2. शनिवार, फरवरी 20, 2021
3. शक-1983, माघ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी संवत 2077।
4. प्रातः 06:55, सूर्यास्त 06:15।
5. न्यूनतम तापमान -07 डी.सै.,अधिकतम-25+ डी.सै.। घने कोहरे की संभावना बनी रहेगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@
संपर्क सूत्र :- +91935030275 (सर्वाधिकार सुरक्षित)
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021
चीन ने व्यापक ट्रेंड को रोकने में सफलता पाई
वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। वर्ष 2020 में अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए चीन अब यूरोपीय संघ का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है। कोरोना महामारी के कारण यूरोप के प्रमुख साझेदार देशों के बीच व्यापार घटा। लेकिन चीन ने इस व्यापक ट्रेंड को रोकने में सफलता पाई। पिछले साल चीन और यूरोपीय संघ के बीच व्यापर 709 अरब डॉलर का रहा। जबकि, इसकी तुलना में यूरोपीय संघ के साथ अमेरिका का व्यापार वर्ष 2020 में 671 अरब डॉलर ही रहा। हालांंकि चीन की अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के कारण पहली तिमाही में ख़राब हो गई थी। लेकिन साल के आख़िर में आर्थिक स्थिति सुधरने के कारण यूरोपीय संघ के सामानों की मांग बढ़ी। वर्ष 2020 में प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में चीन ही एकमात्र देश था। जहाँ आर्थिक विकास देखा गया। इसी कारण यहाँ यूरोपीय कारों और लग्ज़री सामानों की मांग बढ़ी। इस बीच मेडिकल उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स की भारी मांग के कारण यूरोप में चीन के निर्यात को भी फ़ायदा मिला। यूरोपीय संघ के सांख्यिकी कार्यालय यूरोस्टैट के मुताबिक़ 2020 में चीन यूरोपीय संघ का प्रमुख पार्टनर था। आयात (+5.6%) और निर्यात (+2.2%) में बढ़ोत्तरी के कारण ऐसे नतीजे आए हैं।
कोरोना वायरस का हाइब्रिड वर्जन सामने आया
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के कैलिफोर्निया में कोरोना वायरस का एक हाइब्रिड वर्जन सामने आया है। वैज्ञानिकों को स्टडी के दौरान पता चला है, कि ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के वैरिएंट B.1.1.7 और अमेरिका में पाए गए कोरोना के वैरिएंट B.1.429, आपस में मिल गए हैं और इससे कोरोना का हाइब्रिड वर्जन तैयार हो गया है। ब्रिटेन और अमेरिका के वैरिएंट के एक साथ मिलकर तैयार हुए हाइब्रिड वैरिएंट को अब तक कोई नाम नहीं दिया गया है। अब तक सिर्फ एक मरीज में यह हाइब्रिड वैरिएंट पाया गया है। लेकिन वैज्ञानिकों को डर है, कि हाइब्रिड वैरिएंट के और भी मामले होंगे। डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों का कहना है कि जब इंसान के शरीर का एक ही सेल, वायरस के दो वैरिएंट से संक्रमित हो जाता है तो वायरस के जीन में अदला बदली होती है। इसी से नए वैरिएंट तैयार हो जाते हैं। वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि जब एक ही समय में कोई व्यक्ति, दो अलग-अलग वैरिएंट से संक्रमित हो जाता है तो इससे हाइब्रिड वैरिएंट तैयार होने का खतरा रहता है। बता दें कि दुनिया के कई देशों में कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट सामने आ चुके हैं। साउथ अफ्रीका में पाए गए कोरोना वैरिएंट के काफी अधिक संक्रामक होने की बात कही गई है। रिसर्चर्स ने इससे पहले भी चेतावनी दी थी कि कोरोना के हाइब्रिड वैरिएंट तैयार हो सकते हैं। वहीं, अमेरिका के वैज्ञानिकों ने उस मरीज को लेकर अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। जो कोरोना के हाइब्रिड वैरिएंट से संक्रमित पाया गया। यह भी पता नहीं चल सका है, कि हाइब्रिड वैरिएंट की वजह से मरीज कितना अधिक बीमार हुआ।
बदांयू: छात्र ने शिक्षकों से प्रताड़ित होकर खाया जहर
बदायूं। राजकीय पॉलिटेक्निक बदायूं के शिक्षकों द्वारा एक छात्र को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। आरोप है, कि इसी से परेशान होकर बुधवार को छात्र ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। हालत बिगड़ने पर साथियों ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर छात्र के बयान दर्ज किए हैं। जानकारी के अनुसार छात्र रवि शर्मा राजकीय पॉलीटेक्निक का छात्र है। छात्र के अनुसार वहां के तीन शिक्षक पिछले एक साल से लगातार उसका उत्पीड़न कर रहे थे। बुधवार को रवि के साथ अभद्रता की गयी जिससे दुखी होकर उसने ज़हर खा लिया। छात्र के दो साथियों ने बदायूं के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
आंदोलन में बुजुर्ग किसान की मौत, चूहों ने कुतरा शव
राणा ओबराय
सोनीपत। हरियाणा में सोनीपत के कुंडली बॉर्डर कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में शामिल बुजुर्ग किसान की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। परिजनों ने बुधवार देर रात उनका शव सामान्य अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में फ्रीजर के अंदर रखवा दिया। जहां पर शव को चूहों ने कुतर दिया।गुरुवार सुबह परिजन और ग्रामीण अस्पताल में पहुंचे तो इसकी जानकारी मिलने पर अस्पताल में हंगामा कर दिया। बाद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया। मिली जानकारी के अनुसार गांव बैंयापुर जिला निवासी राजेंद्र सरोहा (70) कई दिन से कुंडली धरना स्थल पर मौजूद थे। बुधवार देर रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। जिस पर उन्हें सामान्य अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। जिस पर परिजन उनके शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए पोस्टमार्टम हाउस में फ्रीजर के अंदर रखकर चले गए।गुरुवार सुबह जब परिजन अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे तो उन्हें पता लगा कि राजेंद्र के शव को आंख और पैर के पास से चूहों ने कुतर दिया है। इस पर उन्होंने शव की बेकद्री को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने मामले में लापरवाही बरतने वाले कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस पर सीएमओ डा.जसवंत पूनिया मौके पर पहुंचे और जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बुजुर्ग की मौत के कारणों का पता लग सकेगा। कुंडली धरना स्थल पर अब तक 19 किसानों की मौत हो चुकी है। सोनीपत सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद किसान राजेंद्र सरोहा का शव ग्रामीण फूलों से सजी गाड़ी में रखकर गांव में लेकर पहुंच। गाड़ी को फूलों से सजाने के साथ ही उस पर तिरंगे लगाए गए थे। ग्रामीण राजेंद्र सिंह अमर रहे के नारे लगाते हुए चल रहे थे। गांव में उनके नाम से नारे लगाए जाते रहे। किसानों ने उन्हें शहीद बताते हुए कृषि कानूनों को रद्द किए जाने तक आंदोलन को जारी रखने की बात कही।
तीनों कृषि विरोधी कानूनों को रद्द करें सरकार: राहुल
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के रेल रोको आंदोलन की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को कहा, कि सरकार को समय नष्ट करने के बजाय तीनों कृषि कानूनों को रद्द करना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ”सीधी सी बात है- तीनों कृषि विरोधी क़ानून रद्द करो। समय नष्ट करके मोदी सरकार अन्नदाता को तोड़ना चाहती है, लेकिन ऐसा होगा नहीं। सरकार के हर अन्याय के ख़िलाफ़, अबकी बार किसान व देश तैयार। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ”यह आज़ाद भारत का सबसे बड़ा जन आंदोलन है। 85 दिन, 230 से अधिक किसानों की क़ुर्बानी हो गई। जब तक दिल्ली के अहंकारी राजा को तीन काले क़ानून ख़त्म करने को नहीं मना लेते तब तक किसान नहीं जाएंगे।” उल्लेखनीय है कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की थी, कि किसान 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक पूरे देश में रेल रोकेंगे।
नवरात्रि का तीसरा दिन मां 'चंद्रघंटा' को समर्पित
नवरात्रि का तीसरा दिन मां 'चंद्रघंटा' को समर्पित सरस्वती उपाध्याय हिंदू धर्म में, चंद्रघंटा देवी महादेवी का तीसरा नवदुर्गा रूप है।...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
चौकी में रिश्वतखोरी का नंगा नाच, अदम्य साहस धर्मवीर उपाध्याय गाजियाबाद। गाजियाबाद की तहसील लोनी का एक अद्भुत प्रकरण संज्ञान में आया है। हो ...
-
55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...