अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। उत्तराखंड के चमौली जनपद में आई प्राकृतिक आपदा का असर अब दिल्ली के अलावा नोएडा और गाजियाबाद के नागरिकों के जीवन पर भी पड़ने लगा है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में एकाएक पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है। जनता की जरूरत के अनुरूप शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऊपरी गंगा नहर से पीने के लिए ज्यादा गंदा पानी आने लगा है।
बता दें कि उत्तराखंड के चमौली जनपद में गत 7 फरवरी को प्राकृतिक आपदा आ गई थी। इस हादसे में कई नागरिकों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ऊपरी गंगा नहर से साफ पानी नहीं मिल रहा है। जल विभाग के अधिकारों के अनुसार पेयजल में गंदगी का स्तर 8 हजार नेफेलोमेटिक टर्बिडिटी यूनिट (एनटीयू) पर पहुंच गया है। नतीजन दिल्ली जल बोर्ड के सोनिया विहार व भागीरथी जल शोधन प्लांट से पेयजल आपूर्ति पर प्रतिकूल असर पड़ा है। इस कारण दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के कई लाख घरों में पेयजल आपूर्ति कम हुई है।
उधर, दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने ट्वीट कर नागरिकों से अपील की है कि पानी का संभल कर इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि दक्षिणी-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति पर असर पड़ा है। इसके मद्देनजर टैंकरों की व्यवस्था की गई है। पेयजल संकट की स्थिति में नागरिक पानी के टैंकर की डिमांड कर सकते हैं। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष चड्ढा ने कहा है कि पानी के साथ कीचड़, मिट्टी, पौधों के टुकड़े इत्यादि आ रहे हैं। दोनों जल शोधन प्लांट से जल बोर्ड 240 मिलियन गैलन डेली (एमजीडी) पानी की सप्लाई करता है। सोनिया विहार जल शोधन प्लांट से जल बोर्ड सामान्य दिनों में 140 व भागीरथ से 100 एमजीडी पानी आपूर्ति करता है। फिलहाल सोनिया विहार प्लांट से 70 एमजीडी पानी की सप्लाई हो पा रही है। वहीं, गंग नहर में गंदगी बढ़ने के कारण प्रताप विहार (गाजियाबाद) स्थित गंगाजल प्लांट को बंद कर दिया गया है। इस कारण सोमवार की सुबह घरों में पानी नहीं आया। इसके चलते नोएडा और गाजियाबाद के नागरिकों की परेशानी और ज्यादा बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया गया है।