अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। उखलारसी श्मशान घाट हादसे के बाद ठेकेदार अजय त्यागी के कारनामों की पोल खुलने के बाद अब नगर निगम भी एकाएक सतर्क हो गया है। म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि ठेकेदार अजय त्यागी की 3 फर्म ब्लैक लिस्ट कर दी गई हैं। इन फर्मों के सभी भुगतान पर रोक लगा दी गई है। नगर निगम में पंजीकृत सभी ठेकेदारों द्वारा कराए गए कार्यों की जांच कराई जाएगी। ठेकेदारों के चरित्र प्रमाण पत्रों का भी सत्यापन कराया जाएगा। इसकी रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसकी फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। बता दें कि नगर निगम में छोटे-बड़े करीब 125 ठेकेदार विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं, मगर इनके द्वारा कराए जाने वाले कार्यों की जांच होने के बाद भी घटिया निर्माण सामग्री लगाने की शिकायत खूब आती हैं। उखलारसी हादसे के बाद अब नगर निगम ऐसे ठेकेदारों पर शिकंजा कसने जा रहा है। जिनके द्वारा निर्माण कार्यों की गुणवत्ता खराब होने के साथ कार्य किए गए। सभी ठेकेदारों के चरित्र प्रमाण पत्र का भी सत्यापन कराया जाएगा। म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि नगर निगम द्वारा शहर में प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए के विकास कार्य कराए जाते हैं। इन कार्यों में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग करने वाले ठेकेदारों को अब बख्शा नहीं जाएगा। ठेकेदारों द्वारा कराए गए सभी कार्यों की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद जिस ठेकेदार के कार्यों में कमियां पाई जाएंगी, उन्हें ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। इन ठेकेदारों के चरित्र प्रमाण पत्र का भी सत्यापन कराया जाएगा। म्युनिसिपल कमिश्नर ने कहा कि सभी इंजीनियर और अधिकारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी ठेकेदार से किसी इंजीनियर और अधिकारी के साथ मिलीभगत के मामले सामने आए तो संबंधित अधिकारी और इंजीनियर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।