बुधवार, 12 अगस्त 2020

ब्राजीलः 52 हजार से अधिक संक्रमित मिले

हैरत में ब्राजील, एक दिन में रिकॉर्ड किए गए 52 हजार से अधिक मामले


ब्रासिलिया। ब्राजील में मात्र 24 घंटे के भीतर नॉवेल कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल नए मामले 50 हजार से अधिक रिकॉर्ड हुए हैं। इसी अवधि में मरने वालों की संख्या 1 हजार 2 सौ 74 है। जबकि इससे पहले संक्रमण के मामलों की संख्या 22 हजार थी और 703 लोगों की मौत हो गई थी। इसके साथ ही देश में अबतक कुल संक्रमण का आंकड़ा 31 लाख 9 हजार 6 सौ 30 हो गया और मरने वालों की संख्या 1 लाख 3 हजार 26 है। दुनिया भर के देशों में संक्रमण के मामले में अमेरिका के बाद दूसरा नंबर ब्राजील का ही है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई है।


अब पिछले 24 घंटों के भीतर रिकॉर्ड किए गए संक्रमण के नए मामलों ने हैरत में डाल दिया है क्योंकि कुल 52 हजार 1 सौ 60 नए मामले आए हैं। वहीं मरने वालों की संख्या 1 हजार 2 सौ 74 है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, देश में स्वस्थ होने वाले कुल मामले 23 लाख 96 हजार 8 सौ 60 है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च को इसे महामारी घोषित कर दिया था। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दुनिया भर में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों का आंकड़ा 7 लाख 32 हजार से अधिक हो चुका है वहीं संक्रमण के मामले कल ही 2 करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे।                      


चीनः अमेरिका को धमकी, आग से ना खेले


वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। अमेरिकी प्रतिनिधि दल के ताइवान दौरे से चीन बुरी तरह भड़क गया है। चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह आग के साथ ना खेले नहीं तो वो इसमें जल जाएगा। चीन ताइवान को 'वन चाइना पॉलिसी' के तहत अपना हिस्सा मानता है। कोई भी देश अगर स्वशासित ताइवान के साथ स्वतंत्र रूप से द्विपक्षीय संबंध कायम करने की कोशिश करता है तो चीन कड़ा ऐतराज जताता है।



अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार ने रविवार को ताइवान का दौरा किया था। बीते चार दशकों में एलेक्स पहले ऐसे अमेरिकी उच्च अधिकारी हैं जिसने ताइवान का दौरा किया है। अमेरिका और चीन के बीच पहले से ही कोरोना महामारी समेत तमाम मुद्दों को लेकर तनातनी चल रही है। अमेरिकी अधिकारी के ताइवान दौरे से ये टकराव और बढ़ता नजर आ रहा है।







रूसी वैक्सीन 'स्पूतनिक-वी' में रुचि दिखाई

नई दिल्ली। भारत ने मंगलवार को रूस की कोरोना वैक्सीन ‘स्पूतनिक V’ में रुचि दिखाई है। दुनियां की पहली कोविड 19 वैक्सीन के लिए खास तौर पर बनाई गई वेबसाइट पर जारी किए गए एक बयान के मुताबिक भारत भी उन 20 देशों में शामिल है जिन्होंने इस वैक्सीन को लेने में दिलचस्पी दिखाई है। बयान में कहा गया है कि, ‘कुल 20 देशों ने अब तक कोरोना वैक्सीन ‘स्पूतनिक V’ को लेने में अपनी रुचि दिखाई है, जिनमें यूएई, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, फिलीपींस, ब्रांजील, मैक्सिको और भारत आदि भी शामिल हैं।


रुस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया था कि उनका देश कोरोना के लिए पहली वैक्सीन तैयार कर चुका है, जिसकी पहली डोज उनकी बेटी को भी दी जा चुकी है। बयान के मुताबिक, रूस सरकार का रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड इस वैक्सीन प्रोजेक्ट को फाइनेंस कर रहा है, इस वैक्सीन में दुनिया भर की गहरी दिलचस्पी देखने को मिल रही है। इसके साथ हीं इस वैक्सीन ने लोगों में एक आस भी जगाई है। इस बयान में बताया गया है कि कई देशों जिनमें सऊदी अरब, फिलीपींस, भारत, ब्राजील और यूएई शामिल हैं, में तीसरे फेज के क्लीनिकिल ट्रायल होने हैं, और कई देशों की सरकारों के साथ मिलकर उन देशों में इस वैक्सीन का मास प्रोडक्शन भी किया जाना है, इन देशों में भारत, दक्षिण कोरिया, ब्राजील के अलावा सऊदी अरब, तुर्की और क्यूबा भी शामिल हैं।


हैवान के करीब पहुंची 'हापुड़ पुलिस'

अतुल त्यागी


हैवान के करीब पहुंची हापुड़ पुलिस, कभी भी हो सकती है


हापुड़। गिरफ्तारी देश को शर्मसार करनें वाली हापुड़ में हुई बच्चीं के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी करनें वालें की गिरफ्तारी को लेकर लगी दो जिलों की पुलिस को दरिंदें ने खूब दौड़ाया, परन्तु आखिरकार हापुड़ पुलिस दरिंदें के बेहद करीब पहुंच गई है, किसी भी क्षण उसकी गिरफ्तारी हो सकती है।


दिल्ली से 90 किमी. दूर एनसीआर एरिया के गढ़मुक्तेश्वर तीर्थ नगरी में पांच दिन पूर्व देश को शर्मसार करने वाली घटना उस समय हुई ,जब एक 6 वर्षीय बच्चीं का एक दरिंदें ने अपहरण कर सारी रात रेप किया और हापुड़ पुलिस के 80 जवान सारी रात साढ़े तीन किमी. में मासूम बच्चीं को ना ढूंढ पाना उनके निकम्मेपन को दर्शाता है।अगले दिन खेत में खून से लथपथ बच्चीं को किसानों ने बरामद कर पुलिस को सौंपा। इतनी बड़ी और दिल दहलाने वाली घटना के बावजूद भी क्रिकेट मैंच में व्यस्त रहे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का घंटों बाद घटनास्थल पर पहुंचना उनकी गंभीरता को दर्शाता है। देशभर में सोशल मीड़िया में किरकिरी होने के बाद व राजनेताओं के दबाव डाला और पूर्व सांसद प्रो. रमेश चंद तोमर घटना के बारें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जानकारी देते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। भारी किरकिरी व आरोपी को पकड़नें में नाकाम रहनें पर मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण त्रिपाठी ने आरोपी पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया और आरोपी को पकड़नें के लिए अपनी जाबांज पुलिस टीमों को मैदान में उतारा है।


शातिर दरिंदा पुलिस के सौ जवानों को भी पांच दिन से चकमा देते हुए बेखौफ खुलें आसमान में चैन से खुला घूम रहा है और उसे पकड़नें को दो जिलों की पुलिस टीमें रात दिन लगी हुई हैं।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पुलिस आरोपी के लगभग करीब पहुंच चुकी है। किसी भी क्षण या घंटों में उसकी गिरफ्तारी हो सकती है।                 


विवाहिता को जिंदा जलाया 'दहेज प्रथा'

अतुल त्यागी


जिंदा जलाया हुई विवाहिता की मौत


हापुड़। दहेज के लालची भेड़ियों ने दहेज की मांग पूरी ना होने पर एक विवाहिता पर मिट्टी का तेल छिड़कर जिंदा जला दिया। उपचार के दौरान विवाहिता की मौत हो गई। जिससे मायकेवालों में कोहराम मच गया।
हापुड़ के मौहल्ला सुभाष नगर निवासी कमल की शादी जेवर निवासी पिंकी के साथ हुई थी।शादी के बाद से दहेज के लिए सुसरालवालें विवाहिता के साथ मारपीट करते रहते थे।
मायकेवालों ने आरोप लगाया कि दहेज ना मिलनें से क्षुब्ध सुसरालियों पर विवाहिता पर मिट्टी का तेल छिड़कर जला दिया। जिससे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया ,जहाँ उसकी मौत हो गई। मायकेवालों ने सुसरालवालों के विरुद्ध. दहेज हत्या की तहरीर दी है।             


लोगों के रवैया के कारण जांच में देरी

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि 'कोई गल नहीं' के पंजाबी रवैये के कारण लोगों की कोविड-19 जांच में देरी हो रही है लेकिन कुछ मामलों में यह हानिकारक हो सकता है। सिंह ने हरियाणा की अपेक्षा पंजाब में मृत्यु दर अधिक होने के लिये इसी रवैये को जिम्मेदार करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह रवैया ठीक है लेकिन कुछ मामलों यह हानिकारक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बारे में पहले ही बता दिया था। सिंह ने कहा, 'मौजूदा समय में जो सबसे बड़ी चिंता है वह है प्रदेश में कोविड के बढ़ते मामले। कोई गल नहीं की पंजाबी भावना के कारण लोगों की जांच और उनके इलाज में देरी हो रही है। मुख्यमंत्री औद्योगिक नेताओं के एक बैठक को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।           


किसानों को निशाना बना रहे हैं विषैले सांप

सर्पदंश से युवक की मौत


कौशाम्बी। आपको बताते चले सर्प डंस जैसे केस जिले में घटने का नाम नही ले रहा आए दिन किसानो के परिवारों को विशैले सांपो ने निशाना बनाना नही छोड़ा वर्तमान का मामला थाना कड़ाधाम अंतर्गत ग्राम सौरई बुजुर्ग के मंसूर के पूरा में रह रहे गरीब किसान विकाश पाल पुत्र स्वर्गीय जिया लाल उम्र लगभग 18 वर्ष अपने खेत की तरफ  विकास पानी सिचाई रोपाई काम के लिए गया जहाँ बीती रात 1 बजे बारिस होने लगी तभी विकास खेत के समीप टियूबबेल के कोठरी में भीगने से बचने हेतु रुक गया। वही पास घात लागए सांप ने उसे डस लिया मौके पर ग्रामीणों ने विकास को लड़खड़ाते देख परिजनों को बताया जहाँ घर पहुँच आनन फानन तांत्रिको को आज सुबह दिखाने रायबरेली के लिये निकल पड़े लेकिन तांत्रिक द्वारा जवाब दे दिया गया।


ऐसा माना जा रहा है 10 साल पहले विकास के पिता का देहांत हो गया था घर कच्चा एवं छपरे में तब्दील है। परिवार में विकास के बाबा रामलाल उम्र 85 वर्ष अपने पोते के इस घटना को सहन नही कर पाए व मा खेती किसानी मजदूरी कर पालन पोषण करतीं थी विकास के इस घटना को सुन रिस्तेदारों से लेकर उक्त गांव बिरादरी में शोक की लहर दौड़ गई। मौके पर ग्राम प्रधान लेखपाल ने लिखा पढ़ी कर रिपोर्ट दर्ज किया गया जिसको लेकर पाल समाज के अध्यक्ष प्रकाश धनगर ने मौके पर मौजूद परिजनों के बीच ढांढस बांधी लेखपाल के रिपोर्ट उक्त लोगों के मुताबिक आपदा समिति की ओर से मुवावजा की मांग की गई।


 ज्ञानू सोनी


जन्माष्टमी पर घरों में भी सजी झांकियां

कृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों के साथ घरों में भी सजी झांकियां


लेकिन कमी है तो सिर्फ उन कृष्ण प्रेमियों की रही जो हर साल मन्दिरों के बाहर लम्बी कतार में कृष्ण नाम का जय जयकार करते थे।


कौशाम्बी। कोरोना के कारण इस बार सभी लोग घर में ही त्योहार मना रहे हैं। सभी अपने-अपने घर के मंदिरों को भी खूब सजा रहे हैं। और कृष्ण के जन्म का इंतजार कर रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए इस बार लोग बाहर पूजा देखने तो जाने वाले नही है ऐसे में सभी लोग परिवार के साथ व्रत रखकर जन्माष्ठमी का त्योहार मानते हुए दिखाई दिए !


इस बार भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी 11 अगस्त और 12 अगस्त को पड़ रही है। बाल कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, लेकिन इस बार तिथि और नक्षत्र में थोड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। इस स्थिति में जन्माष्टमी का पर्व पूरे देश में दो दिन मनाया जाएगा। हालांकि 12 अगस्त का दिन जन्माष्टमी व्रत के लिए सही माना जा रहा है। तो ऐसे में बड़े रूप में 12 अगस्त को ही जन्माष्टमी मनाई जाएगी, लेकिन सिर्फ घरों में ही। सिराथू सर्किल से ऐसे तमाम जुड़े गाँवो में भगवान श्री कृष्ण जन्मअष्टमी का पर्व मनाया गया इसी तरीके कड़ा धाम थाना अंतर्गत  सौरई बुजुर्ग में भी अलग अलग मोहल्लों में सोशल डिस्टेंसिंग गाइडलाइन के अनुसार पर्व को हर्षउल्लास के साथ कटरा मोहल्ला रामजानकी मंदिर में मनाया गया।


ऐसे में एहतियात बरतते हुए सौरई बुजुर्ग ग्रामवासी इस ऐतिहासिक पर्व को मानते हुए जानकारी के मुताबिक पूर्व काल से परमपरा को देखते हुए भगवान श्री कृष्ण जी की छठी भी मनाई जाएगी जिसको लेकर मेला अध्यक्ष सहित डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद अग्रहरि एवं सभी ग्राम के सहयोगी मेला कमेटी के साथ एक बैठक कर अग्रिम कार्य को सम्पन्न कराने का निर्णय लिया जिसमे ग्राम सहयोगी गोपीनाथ गौतम, डॉक्टर श्रीकांत विश्वकर्मा,त्रिवेदी नारायण सोनी, कुलदीप डॉक्टर, सोहन पाल, अजय कुमार वर्मा,इत्यादि लोग मौजूद रहे इसी तरीके दूसरे मोहल्ले के विपरीत भव्य मंदिरों की भी कमेटी मौजूद रही जिसमे , रामप्रकाश धनगर, दीनानाथ पाल, राकेश सविता, दीपक चौरसिया धनराज यादव, धर्मेन्द्र विश्वकर्मा, गोविंद पाल, सभी ग्राम वासियों ने आपसी भाईचारा को लेकर शोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना गाइडलाइन के अनुसार सकुशल सम्पन्न कराया गया।


ज्ञानू सोनी


संजय ने लोगों से घर-घर जाकर मुलाकात की

भानु प्रताप उपाध्याय 


शामली। भारतीय उपाध्याय चेतना मंच के प्रदेश अध्यक्ष संजय उपाध्याय शामली ने आज जनपद में समाज के लोगो से घर घर जाकर मुलाकात की और सामाजिक एकता पर बल दिया। आज प्रदेश अध्यक्ष संजय उपाध्याय ने ग्राम अंबेहटा याकूबपुर, मस्तगड, उमरपुर, नोजल नोजली गावो में जनसंपर्क करके  उपाध्याय समाज के लोगो को संगठित  होने को कहा और उपाध्याय चेतना मंच को मजबूत बनाने के लिए समाज के लोगो से अपील की  गांव गांव जाकर संजय उपाध्याय ने कहा कि हम सभी और समाज को संगठित होने की जरूरत है।  संगठन के बल पर राजनीति पिछड़े पन को दूर कर सकते है।  राजनीति ताकत प्राप्त करने के लिए हम सभी को एक मंच पर आना होगा आपस के गीले शिकवे दूर करके संगठित होना होगा , समाज के लोगो को अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना है। एवम अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देकर  आगे बढ़ाना है। प्रदेश अध्यक्ष संजय उपाध्याय ने  समाज के लोगो पर हो रहे अत्याचार की कड़े शब्दों में निंदा की और पीड़ित परिवार से भी मिले  पीड़ित परिवार ने बताया कि थाने में हमारी कोई सुनवाई नही हो रही   बल्कि हमे परेशान किया जा रहा है। न्याय के लिए हम चक्कर काट रहे है पीड़ित परिवार से संजय उपाध्याय ने कहा कि न्याय की इस लड़ाई में हम आपके साथ खड़े है और आपकी मदद की जाएगी  मानसिंह उपाध्याय, सुखपाल उपाध्याय, सोनिया उपाध्याय, मुकेश उपाध्याय, संजय जोगी, राजकुमार योगी, ऋषिपाल उपाध्याय, रोबिन उपाध्याय, अशोक उपाध्याय, सचिन उपाध्याय, आदि से मुलाकात की।             


मस्जिद की जमीन पर बनें दशरथ अस्पताल

मिनाक्षी


नई दिल्ली/अयोध्या। उर्दू अदब के शायर मुनव्वर राना अपने कविता संग्रह 'मां' से दुनिया के बड़े हिस्से में जाने जाते हैं। आजकल वो एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार वो राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करने के बाद से सुर्ख‍ियों में हैं। उन्होंने इस बारे में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया है, लेकिन न्याय नहीं। उन्होंने बाबरी मस्ज‍िद को मिली जमीन पर दशरथ अस्पताल बनाने की पेशकश को लेकर प्रधानमंत्री को खत भी लिखा है।


इस पूरे मामले में उनकी बेटी सुमैया राना भी खुलकर पिता के साथ आ गई हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता की बात से पूरी तरह सहमत हूं। सुमैया राना ने मिडिया से बातचीत में कहा कि मेरे पिता कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है न्याय नहीं। गोगोई साहब ने अपने फैसले में जो लिखा कि कोई साक्ष्य नहीं मिला है कि वहां मंदिर तोड़कर मस्ज‍िद बनाई गई।


सुमैया ने कहा कि अगर वहां राम मंदिर ही बनाना था तो उसी परिसर में छोटी सी मस्ज‍िद बनने की इजाजत देनी चाहिए थी। लेकिन कोर्ट ने कहा है कि बहुसंख्यक की भावनाओं को देखकर फैसला ले लिया गया। लेकिन न्याय भावनाओं से नहीं साक्ष्य पर आधारित होता है।


सुमैया ने कहा कि जब अयोध्या से बाहर कर देंगे तो वो मस्ज‍िद कहीं भी बने। मेरे पिता सुन्नी वक्फ बोर्ड से भी इस मामले में नाराज हैं। उन्होंने इस बारे में गुजारिश की है कि दी गई जमीन पर मस्ज‍िद के बजाय राजा दशरथ के नाम से एक अस्पताल बनाया जाए जो कि अपने देश के मुसलमानों की ओर से देशवासियों को गिफ्ट दे दिया जाए। क्यों हम वहां उसी जगह मस्ज‍िद बनाएं जब वो राजा दशरथ की जमीन है।            


सीएम की प्रतिनिधिमंडल से सामान्य भेंंट

पंकज कपूर


देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के प्रतिनिधिमण्डल ने शिष्टाचार भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल में सदस्य एनडीएमए राजेन्द्र सिंह, संयुत्तफ़ सचिव एनडीएमए रमेश कुमार एवं संयुत्तफ़ सलाहकार एनडीएमए नवल प्रकाश शामिल थे। इस अवसर पर उत्तराऽण्ड में प्राकृतिक आपदा एवं राहत व बचाव कार्य जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराऽण्ड जैसे पर्वतीय क्षेत्रें में फॉरेस्ट फायर और लैंड स्लाईड जैसी प्राकृतिक आपदाओं से अधिक नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन के तहत बनायी जाने वाली योजनाओं में वनाग्नि जैसी प्राकृतिक आपदाओं को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रें में राहत कार्य पहुंचाना भी एक चुनौती है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से युवा मंगल दलों एवं महिला मंगल दलों को आपदा की परिस्थिति में राहत एवं बचाव कार्य के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें घायलों को फर्स्ट एड देने जैसे प्रशिक्षण भी शामिल हैं। उन्होंने प्रतिनिधिमण्डल से एनडीएमए द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम ‘आपदा मित्र‘ के प्रशिक्षण में ट्रॉमा ट्रेनिंग (फर्स्ट एड) जैसे प्रशिक्षणों को शामिल करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबन्धन हेतु बनायी गयी योजनाओं एवं दिशानिर्देशों में मैदानी क्षेत्रें के अनुसार योजनाएं बनायी जाती रही हैं। परन्तु पर्वतीय क्षेत्रें में प्राकृतिक आपदाओं का स्वरूप एवं प्रभाव मैदानी क्षेत्रें से भिन्न है, इसलिए योजनाओं एवं दिशानिर्देशों को बनाते समय पर्वतीय क्षेत्रें के अनुरूप योजनाओं को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रें में अधिकतर मकान मिट्टðी एवं छतें फटालों से बनायी जाती हैं। आपदा की गाईडलाईन के अनुसार ऐसे मकानों को कच्चा मकान कहा जाता है, इससे आपदा प्रभावितों को काफी कम आर्थिक मदद प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रें में इस प्रकार के मकानों को पक्के मकानों की श्रेणी में रऽा जाना चाहिए। सदस्य, एनडीएमए राजेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशानिर्देशों के अनुपालन में देशभर में ‘आपदा मित्र‘ योजना शुरू की गयी है। इस योजना के तहत आपदा मित्रें को 12 से 15 दिन का बचाव एवं राहत कार्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत देश के 720 जनपदों में से 350 जनपदों में लगभग एक लाऽ आपदा मित्र तैयार करने की योजना है, जिसमें उत्तराऽण्ड के 02 जनपद हरिद्वार एवं उधमसिंहनगर शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2024 तक देश को आपदा प्रबन्धन के क्षेत्र में नम्बर वन बनाने का लक्ष्य दिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा विभिन्न राज्यों में शेल्टर बनाए जा रहे हैं। यदि राज्य सरकार जमीन उपलब्ध करा दे तो उत्तराऽण्ड के प्रत्येक जनपद में आपदा से प्रभावित 3 हजार से 5 हजार लोगों के ठहरने हेतु शेल्टर बनाए जा सकते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के शेल्टर आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने में काफी मददगार साबित होंगे एवं इसके लिए राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता की जाएगी। इस अवसर पर सचिव एस-ए- मुरूगेशन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराऽण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण मती रिद्धिम अग्रवाल एवं अधिशासी निदेशक उत्तराऽण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण पीयूष रौतेला भी उपस्थित थे।         


सीएम धामी ने 'गुरुद्वारे' में मत्था टेका, प्रार्थना की

सीएम धामी ने 'गुरुद्वारे' में मत्था टेका, प्रार्थना की  पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को गुरु नानक ज...