नई दिल्ली। पाकिस्तान लगातार आतंकियो को ड्रोन के जरिये हथियार और अलग अलग तरीकों से पैसा भेजकर कश्मीर घाटी में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है। जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने इसकी पुष्टि की है। पिछले दिनों सांबा, हीरानगर, कठुआ, जम्मू के ख़ौर में और राजौरी व पुंछ में इस तरह की कोशिश नाकामयाब की गई है। हथियारों की कमी के चलते घुसपैठ करके आने वाले आतंकी अपने साथ ज्यादा हथियार लेकर आ रहे हैं। सुरक्षा बलों की रिपोर्ट के मुताबिक घाटी में पिछले दिनों तीन आतंकियों को नौ हथियार देकर भेजे गए।
ज्यादातर कोशिश नाकाम
डीजीपी का कहना है कि हमने हर कोशिश अभी तक नाकाम की है। इसकी वजह से आतंकियो के पास हथियारों की कमी हो गई है। पिछले दिनों कुपवाड़ा में आतंकियो को सप्लाई किये जाने वाले हथियार पकड़े गए। पंजाब से ट्रक में भरकर हथियार घाटी में भेजा जा रहा था। इसे भी पकड़ लिया गया।
पांच करोड़ रुपये आतंकियो के लिए भेजे
घाटी में बनाये गए टेरर मोनिटरिंग ग्रुप की वजह से पाकिस्तान की आतंकी फंडिंग की कोशिशें भी पकड़ में आ रही हैं। पंजाब सीमा के जरिये करीब पांच करोड़ रुपये आतंकियो को बांटने के लिए कश्मीर भेजे गए। इनमें से डेढ़ करोड़ कैश बरामद हुआ। साढ़े तीन करोड़ रुपये बांट दिए गए थे। बाकी पैसे कहाँ गए और किस माध्यम से गये टेरर मॉनिटरिंग ग्रुप इसकी जांच कर रहा है।
गिफ्ट के बहाने टिफिन में पैसा
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान जाने वाले लोगों को वापस आने पर गिफ्ट के बहाने पैसा भेजे जाने के मामले भी पकड़ में आये हैं। टिफिन के अंदर चिपकाकर नोट भेजे जाते हैं। अधिकारियों के मुताबिक घाटी में आतंकियों पर नकेल से बेचैन पाकिस्तान हर हथकंडा अपना रहा है जिससे यहां आतंकियो का एक महत्वपूर्ण संख्या 250 – 300 के आसपास बनी रहे और उनकी हथियारों की कमी और अन्य किल्लत दूर की जा सके।