शुक्रवार, 7 अगस्त 2020

ऑनलाइन पढ़ाई में सुरक्षा को समझें

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। कोरोना संकट के इस दौर में पढ़ाई को लेकर नया संकट खड़ा हो गया है। मजबूरी में सरकार को स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान बंद करने पड़े। ऐसे में ज्यादातर स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों ने पढ़ाई का एक नया रास्ता निकाला- ऑनलाइन एजुकेशन अर्थात मोबाइल, लैपटॉप अथवा डेस्कटॉप का इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन पढ़ाई।


ऑनलाइन एजुकेशन का सिस्टम लगातार जोर पकड़ता जा रहा है और अब यह तय हो गया है कि आने वाले दिनों में इसका उपयोग और भी ज्यादा बढ़ता जाएगा। ऐसे में अब यह जरूरी हो गया है कि सभी अभिवावक बच्चों को ऑनलाइन मंडरा रहे खतरें के बारे में भी बताए, आगाह करें।


बच्चों को बताएं – ऑनलाइन सुरक्षित कैसे रहना है?
ऑनलाइन की दुनिया, वास्तव में यूजर आईडी और पासवर्ड की दुनिया है। पासवर्ड जितना मजबूत होगा, आप भी उतने ही मजबूत होंगे। पासवर्ड जब तक सेफ रहेगा , आप भी तब तक ही सुरक्षित रहेंगे।


हना है ऑनलाइन सेफ – पढ़िए, क्या करें और क्या न करें


साइबर बुलिंग को भी जानना है जरूरी


ऑनलाइन किस तरह का खतरा मंडरा रहा है। यह बच्चों के साथ-साथ , हम सबके लिए जानना जरूरी है। हम सबके लिए यह जानना जरूरी है कि यह साइबर बुलिंग होता क्या है ? इसलिए आप भी पढ़िए, समझिए और बच्चों को भी जरूर समझाइए।


साइबर बुलिंग -कैसे रोकें और मुकाबला करें
आपको यह बखूबी समझ आ गया होगा कि यह ऑनलाइन खतरा है क्या ? आखिर यह साइबर बुलिंग है क्या ?  खतरें को जान और समझ लेने के बाद यह सबसे ज्यादा जरूरी हो जाता है कि उससे मुकाबला कैसे किया जाए। 


कहाँ करे शिकायत


सबकों यह मालूम होना चाहिए कि साइबर अपराध का शिकार होने पर क्या करें। इसके लिए जरूरी है तमाम हेल्पलाइन नंबर्स, मेल आईडी को याद रखना। यह सभी जरूरी जानकारी आपको ऊपर की तस्वीर में नजर आ रही होगी। आपको बता दें कि NCERT और संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन के नई दिल्ली स्थित कार्यालय ने मिलकर ऑनलाइन सुरक्षित रहने पर छात्रों और शिक्षकों के बीच में जागरूकता बढ़ाने के लिए उपरोक्त गाइडलाइन्स वाली किताब को तैयार किया है । जिसका शुभारंभ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने किया।           


सस्ते मास्क के चक्कर में 18 लाख का चूना


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। ट्रांस हिंडन क्षेत्र स्थित चंद्रनगर एक कंपनी को एक दूसरी कंपनी ने सस्ते दामों पर मास्क देने के नाम पर 18 लाख रुपयों का चूना लगा दिया।


थाना लिंक रोड में लिखाई गई रिपोर्ट के अनुसार चंद्र नगर की कंपनी ने एक मशहूर कंपनी को 3M मास्क देने के लिए ऑर्डर दिया।  ऑर्डर की शर्तों के अनुसार 18 लाख 58 हज़ार रुपए बतौर 10 प्रतिशत एडवांस दे दिए गए। कंपनी को एक सप्ताह के भीतर मास्क की डिलवरी मिलनी थी। तय समय पर डिलिवरी न मिलने पर पीड़ित कंपनी ने सप्लायर को फोन किया तो फोन बंद मिले।  छानबीन करने पर पता चला की फ़्राड कंपनी को तीन महीने पहले ही शुरू की गई थी।


एसएचओ लिंक रोड शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित कंपनी ने हमारे यहाँ शिकायत दर्ज कराई है।  पुलिस द्वारा छानबीन शुरू कर दी गई है।  जालसाज जल्द ही पुलिस की पकड़ में होंगे।         









दावाः 10 से 12 के बीच वैक्सीन लांच की

मॉस्को। रूस ने दावा किया है कि 10 से 12 अगस्त के बीच कोरोना की वैक्सीन को लॉन्च कर दिया जाएगा। ये कोरोना को मात देने के लिए दुनिया की पहली वैक्सीन है। सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। रिपोर्ट के मुताबिक पहले इसे रजिस्टर्ड किया जाएगा और फिर 3 से 7 दिनों के अंदर ये वैक्सीन लोगों के लिए बाज़ार में उपलब्ध होगी। रूस की तरफ से पहले कहा गया था कि 15-16 अगस्त तक ये वैक्सीन आएगी। इस वैक्सीन को गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर आफ ऐपीडेमीलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी ने तैयार किया है।


अच्छे नतीजों का दावा-
स्पूतनिक न्यूज ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से कहा कि इस टीके को लगाने के बाद नतीजे बहुत सकारात्मक आए हैं। ट्रायल किए जा रहे व्यक्ति की इम्यूनि​टी सिस्टम बेहतर रिस्पांस कर रही थी। व्यक्ति पर किसी भी किस्म का साइड इफेक्ट नहीं पाया गया। वॉलंटियर का बुरडेंको हॉस्पिटल में टेस्ट किया गया। गामालेया इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों का कहना इस वैक्सीन को आम जनता के इस्तेमाल के लिए 10 अगस्त तक मंजूरी दिलवा लेंगे. लेकिन सबसे पहले फ्रंटलाइन हेल्थवर्कर्स को दी जाएगी. यानी वो लोग कोरोना के इलाज में जुटे हैं।


वैक्सीन पर डब्ल्यूएचओ की चेतावनी-इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने रूस की इस वैक्सीन को लेकर कई तरह की चिंताएं जाहिर की है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि रूस ने वैक्सीन बनाने के लिए तय गाइडलाइंस का पालन नहीं किया है, ऐसे में इस वैक्सीन की सफलता पर भरोसा करना मुश्किल है। WHO के प्रवक्ता क्रिस्टियन लिंडमियर ये कहकर सबको चौंका दिया कि अगर किसी वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल किए बगैर ही उसके उत्पादन के लिए लाइसेंस जारी कर दिया जाता है, तो इसे खतरनाक मानना ही पड़ेगा।


165 वैक्सीन हो रहा है काम-


इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि दुनियाभर में 6 वैक्सीन का काम तीसरे पेज में पहुंच गया है।लेकिन WHO का कहना है कि फिलहाल इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि ये सारी वैक्सीन कामयाब होगी। दुनिया भर में फिलहाल 165 वैक्सीन पर काम चल रहा है। जिसके अलग-अलग फेज के ट्रायल चल रहे हैं। WHO के मुताबिक इस वक्त 26 वैक्सीन ऐसे हैं जिसके क्लीनिकल ट्रायल चल रहे हैं।       


सैकड़ों अपराधियों को किया गिरफ्तार

अश्वनी उपाध्याय 


गाजियाबाद। जनपद की पुलिस द्वारा गुरुवार रात को वांटेड और फरार चल रहे अपराधियों की धरपकड़ के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया। ऑपरेशन अभियान नाम के इस अभियान में विभिन्न थानों में पिछले लंबे समय से फार चल रहे 66 अपराधियों को पकड़कर जेल भेजा गया।  इसके अलावा 34 वारंटी अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया गया।


एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि गुरुवार को धारा -151  CrPC के तहत 71 अन्य अपराधियों को भी  गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इनके संबंध में संबंधित थानों पर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि गुरुवार रात को चले सघन वाहन चैकिंग अभियान के दौरान विभिन्न थानों के अंतर्गत यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले कुल 127 वाहन सीज किए गए हैं। एसएसपी ने आश्वस्त किया कि आने वाले दिनों में ऐसे ही विशेष अभियान चलाकर गाज़ियाबाद को अपराध मुक्त करने की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।               


182 पुलिसकर्मियों ने कोरोना को हराया

हैदराबाद। हाल ही में शहर के उत्तरी क्षेत्र के 182 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस की लड़ाई जीतकर लौटे हैं। सभी गुरुवार को फिर से लोगों की सेवा के लिए आए हैं। इस दौरान प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिकंदराबाद के एक समारोह हॉल में उनके सम्मान में एक समारोह आयोजित किया गया था। वहीं इस आयोजन में शहर के पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इसके साथ ही, अंजनी कुमार ने कहा कि इस समय के दौरान, 'हैदराबाद पुलिस कर्फ्यू, लॉकडाउन और अब अनलॉक के दौरान जनता की सेवा में व्यस्त है।'


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने यह भी कहा कि 'ज्यादातर हैदराबाद पुलिस कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो गए क्योंकि प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों में ले जाया गया और भीड़ भरे बाजारों में तैनात किया गया। यह बहुत अच्छी खबर है कि संक्रमितों में से 182 पुलिस कर्मी फिर से लोगों की सेवा के लिए आए हैं। इसके अलावा, नगर निगम आयुक्त ने कहा कि 'हैदराबाद पुलिस देश की सर्वश्रेष्ठ पुलिस में से एक है। जनता के लिए सेवा और सुरक्षा प्रदान करना पुलिस के लिए सर्वोपरि है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि आने वाले 7 वर्षों में 30 प्रतिशत महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की जाएगी।


इसके साथ ही उन्होंने अपनी बात में यह भी कहा - 'शहर में कोरोना का खतरा अभी कम नहीं हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए, सभी को कोविद -19 के नियमों का पालन करना चाहिए। मुख्य रूप से बुजुर्गों और बच्चों को अधिक सावधानी से रहना चाहिए। आपको बता दें कि आयोजित कार्यक्रम में उत्तर क्षेत्र के पुलिस आयुक्त कमलेश्वर, अतिरिक्त उपायुक्त श्रीनिवास और अधिकारियों ने भाग लिया।           


नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, नए भारत की नींंव

नई दिल्ली। पीएम मोदी आज देश की नई शिक्षा नीति को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण है। इस कॉन्क्लेव के माध्यम से, भारत के शिक्षा विश्व को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी। अधिक जानकारी स्पष्ट है, फिर आसान इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन होगा। 3-4 वर्षों के व्यापक विचार-विमर्श के बाद, लाखों सुझावों पर लंबे विचार-मंथन के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई।


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरे देश में इसकी व्यापक चर्चा हो रही है। विभिन्न क्षेत्रों के लोग, विभिन्न विचारधाराओं के लोग अपने विचार दे रहे हैं, राष्ट्रीय शिक्षा नीति की समीक्षा कर रहे हैं। यह एक स्वस्थ बहस है, यह जितना अधिक है, देश की शिक्षा प्रणाली को उतना अधिक लाभ मिलेगा। यह भी प्रसन्नता का विषय है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आने के बाद, यह देश के किसी भी क्षेत्र से नहीं निकला है, किसी भी तबके से, जिसके पास किसी भी प्रकार का पूर्वाग्रह है, या एक तरफ झुक रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21 वीं सदी के भारत, नए भारत की नींव रखने जा रही है।


उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के लिए इस सवाल पर आना स्वाभाविक है कि इतना बड़ा सुधार कागज पर किया गया था, लेकिन इसे जमीन पर कैसे रखा जाएगा। यानी सभी की नजरें इसके क्रियान्वयन की ओर हैं। आप सभी सीधे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन से जुड़े हैं और इसलिए आपकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। जहां तक ​​राजनीतिक इच्छाशक्ति का सवाल है, मैं पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं, मैं पूरी तरह से आपके साथ हूं।             


श्रीलंकाः कमल वाली पार्टी ने चुनाव जीता

रामकुमार भट्ट


कोलंबो। भारत के बाद श्रीलंका के राजनीतिक परिदृश्य कमलमय हुआ है। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे की कमल फूल निशान वाली पार्टी एसएलपीपी ने 225 सीटों वाले संसद में दोतिहाई से ज्यादा सीटों पर काबिज हुई है। चुनाव में विपक्ष के बड़े-बड़े नेता धराशाई हो गए हैं।


राजपक्षे के पार्टी की सुनामी इतनी जबरदस्त थी कि लंका के सबसे पुराने राजनीतिक दल यूएनपी के नेता 1977 में राजनीति में कदम रखने के बाद से कभी भी अपनी कोलंबों की सीट नहीं हारने वाले पूर्व प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे को भी अपनी सीट गंवानी पड़ी। यही नहीं चुनाव में लंका की विश्व कप विजेता क्रिकेट टीम के कप्तान और यूएनपी के प्रत्याशी अर्जुना रणतुंगे भी गुम्पाहा सीट से पराजित हो गए। वहीं यूएनपी से अलग होकर सत्ता के लिए संघर्ष कर रही पार्टी एसजेबी के नेता और पूर्व प्रधानंत्री रमसिंघे प्रेमदासा के पुत्र सजिथ प्रेमदासा अपनी सीट बचाने में सफल रहे। पार्टी को द्वीप के अन्य हिस्सों में भी कुछ सफलता हासिल हुई है। चुनाव में जहां महिंदा राजपक्षे कुरुनेगाला सीट और उनके बेटे नमल परिवार की परंपरागत सीट हंबनटोटा से जीत हासिल की। अब लंका के राष्ट्रपति के तौर पर छोटे भाई गोटाबाया राजपक्षे के साथ प्रधानमंत्री राजपक्षे आने वाले पांच सालों तक बिना किसी बाधा के लंका पर शासन करेंगे। अबकी बार लंका की राजनीति में महिंदा के बेटे नमल की भी शक्तिशाली कैबिनेट मंत्री के तौर पर अहम भूमिका होने वाली है।


बिहारः बाढ़ ने 21 लोगों की जान ली

अविनाश श्रीवास्तव


पटना। बिहार की सभी प्रमुख नदियों में उफान जारी है। इस बीच बाढ़ के कारण राज्य के 16 जिलों की 69 लाख की आबादी प्रभावित हो चुकी है। बाढ़ के कारण अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इधर, राज्य सरकार भी बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में 6000 रुपये पहुंचाकर आर्थिक मदद देने में जुटी हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, राज्य के 16 जिलों के कुल 124 प्रखंडों की 1,185 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं। इन क्षेत्रों में करीब 69 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में 8 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 12 हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाकों में कुल 1,402 सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन करीब दस लाख लोग भोजन कर रहे हैं।


उन्होंने बताया कि बाढ़ के दौरान अलग-अलग इलाकों में हुईं विभिन्न घटनाओं में 21 लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे अधिक सात लोगों की मौत दरभंगा जिले में तथा छह लोगों की मौत मुजफ्फरपुर जिले में हुई है। इस बीच 23 पालतू पशु की भी मौत हो गई है।उन्होंने बताया कि सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 33 टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 4,81,939 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है। अपर सचिव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेच्युट्स रिलीफ के अंतर्गत 6,000 रुपये की राशि दी जा रही है। अभी तक 4,50,129 परिवारों के बैंक खाते में कुल 270़80 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है। ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है।


बिहार राज्य जलसंसाधन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि कोसी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। गुरुवार की शाम इसके जलस्तर में वृद्धि हुई थी, लेकिन शुक्रवार को फिर इसकी प्रवृत्ति कमी की दिख रही है। वीरपुर बैराज के पास शुक्रवार को सुबह छह बजे कोसी का जलस्तर 1.85 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे घटकर 1.83 लाख क्यूसेक हो गया।


इधर, गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। गंडक का जलस्राव वाल्मीकिनगर बराज पर सुबह छह बजे 1.61 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे बढ़कर 1.63 लाख क्यूसेक पहुंच गया है। इस बीच, राज्य की करीब सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बागमती जहां ढेंग, सोनाखान, कटौंझा, बेनीबाद और हायाघाट के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, वहीं बूढ़ी गंडक सिकंदरापुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसड़ा रेल पुल और खगड़िया में लाल निशान के ऊपर है। इधर, कमला बलान जयनगर व झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर है। गंगा नदी कहलगांव में लाल निशान के ऊपर है, जबकि घाघरा और अधवारा भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले चार-पांच दिनों तक पूरे बिहार में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिसको देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है।             


बिहार चुनाव की लड़ाई में हुई देरीः गांधी

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भले ही बिहार विधानसभा चुनाव कुछ महीने दूर हैं, लेकिन राज्य कांग्रेस के नेताओं ने एक ऑनलाइन पार्टी बैठक के दौरान राहुल गांधी से कहा कि संगठनात्मक ढांचे के अभाव में बिहार में चुनावी लड़ाई की तैयारी में बहुत देर हो चुकी है। पार्टी सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राहुल गांधी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य इकाई के नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर उन नेताओं में से थे जिन्होंने कहा कि अप्रैल-मई 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस को तैयारियां करनी शुरू कर देनी चाहिए थी।


सूत्रों ने कहा कि पार्टी के नेताओं ने बताया कि राज्य में कांग्रेस का संगठनात्मक ढांचा कमजोर है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के नेताओं ने कहा, “बहुत देर हो चुकी है।” भले ही राहुल गांधी ने कहा है कि पार्टी समय पर महागठंबधन भागीदारों के साथ अपने सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप देगी। कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि ब्लॉक स्तर तक के 1,000 पार्टी कैडर बैठक में शामिल हुए, जो बाद में एक वर्चुअल रैली में बदल गया क्योंकि एक लाख से अधिक लोग विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से शामिल हुए। राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य के लोगों को सुशासन प्रदान करने के ‘सकारात्मक एजेंडे’ के साथ बिहार चुनाव लड़ने के लिए कहा था।           


बैराज में हाथ बंधे युवक-युवती के शव

विकास जाटव


नानकमत्ता। नानकसागर बैराज में युवक और युवती के शव मिलने से सनसनी फैल गई। दोनों के एक एक हाथ आपस में बंधे हुए हैं। उनकी शिनाख्त बरेली निवासी किशन लाल कश्श्यप व राजकुमारी के रूप में हुई है। पुलिस ने शवों को बैराज के पानी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। दोनों 3 अगस्त से अपने अपने घर से लापता थे और उनके परिजनों ने बरेली थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।


मिल रही जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह नानकसागर बैराज से तकरीबन एक हजार आगे पूरब दिशा में ग्रामीणों ने बैराज के पानी में उतराती देखीं। इस घटना की जानकारी पुलिस चौकी नानकसागर को दी गई। इस पर चौकी प्रभारी राजेंद्र पंत पुलिस की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने शवों को पानी से बाहर निकलवाया। युवक का बायां हाथ और युवती का दाहिना हाथ आपस में चुनरी से बंधा था। युवक के शव की तलाशी के दौरान एक आधार कार्ड, 810 रुपये की नकदी बरामद कीं।


छानबीन में पुलिस को पता चला कि मृतक युवक किशनलाल कश्यप है। 25 वर्षीय यह युवक गंगापुर कालोनी बरेली का रहने वाला था। जबकि युवति का नाम राजकुमारी है और 21 वर्षीय यह युवती रामगंगा कालोनीे थाना बिहारी कैंप की रहने वाली थी। पुलिस को यह भी पता चला कि मृतका की हाल ही में शादी भी हो चुकी थी। दोनों तीन अगस्त से अपने अपने घरों से लापता थे। जिनकी स्थानीय थानों में गुमशुदगी दर्ज है। पुलिस ने दोनों के परिजनों को फोन पर शव मिलने के बाबत अवगत करा दिया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र विंजौला तथा थाना प्रभारी कमलेश भट्ट ने भी मौके पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली।            


बरेली पहुंचे योगी, स्थिति का जायजा लिया

बरेली। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार दोपहर करीब ढाई बजे बरेली पहुंचे। वहां पर उन्हें त्रिशूल एयरवेज से कड़े सुरक्षा घेरे में कमिश्नरी तक ले जाया गया। मुख्यमंत्री की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने सर्किट हाउस से लेकर चौकी चौराहा तक के इलाके को सेफ जोन में तब्दील कर दिया। दोनों ओर से वाहनों के प्रवेश को रोक दिया गया। बरेली पहुंचते ही मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करके शहर की स्थितियों का जायजा लिया। इसके बाद सीएम कोविड-19 को लेकर मंडलीय बैठक करेंगे, जिसमें बरेली में बढ़ रहे संक्रमितों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश देंगे।               


अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए

अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए  सरस्वती उपाध्याय  हर साल कार्तिक मास की शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी तिथि को छठ पर्व की शुरुआत ह...