गुरुवार, 6 अगस्त 2020

अयोध्या राम-मंदिर 'विचार'

 इस मौके पर पहले यह बताना ज़रूरी है कि अब तक इस मामले में पहले क्या कुछ महत्वपूर्ण हुआ जिसके परिणाम स्वरूप अब राम मंदिर बन रहा है। राम मंदिर निर्माण की पहली नींव सन् 1949 में रखी गई जब पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे और पंडित गोविंद वल्लभ पंत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब 22-23 दिसंबर 1949 में प्रतिमा को गर्भ गृह में पंहुचाया गया था। इसके बाद सन् 1986 आता है जब डिस्ट्रिक्ट कोर्ट फैजाबाद ने मंदिर का ताला खोलने की अनुमति दी, तब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे और वीरबहादुर सिंह उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री थे….. उसी दिन कोर्ट के आदेश के बाद महज 40 मिनिट में यह ताला खुला था। फिर 1989 आता है , तब भी राजीव गांधी ही प्रधानमंत्री थे। उस समय पहली बार यहां शिलान्यास हुआ था …… तब राज्य के मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी हुआ करते थे ….. जो लोग तब की राजनीति के बारें में जानते हैं उन्हे यह अच्छे से मालूम है कि मंदिर का ताला खुलवाने से लेकर शिलान्यास करवाने तक राजीव गांधी ने व्यक्तिगत् दिलचस्पी लेकर काम करवाया था। ….. और तो और राजीव गांधी ने 1989 में अपने चुनावी कार्यक्रम की शुरूआत ही अयोध्या (तब फैजाबाद जिला) से की थी , और यहीं उन्होंने राम राज्य का नारा दिया था। हालांकि तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी इस कार्यक्रम के पक्ष में नहीं थे। तब राजीव गांधी ने तत्कालीन गृह मंत्री बूटा सिंह को उत्तरप्रदेश भेजा ताकि वह इस पर आम राय बना सकें। फिर सबने संतो के साथ मिलकर 9 नवम्बर का महूर्त निकाला ….. जिसमें भूमि पूजन स्वंय स्वामि बामदेव ने किया था , वास्तुपूजा पंडित महादेव भट्ट और अयोध्या प्रसाद ने करवाई थी और खुदाई की शुरूआत स्वंय महंत अवैध्यनाथ ने की थी और पहली शिला एक दलित युवा कामेश्वर चौपाल के हाथों से रखवाई गई थी ताकि समाज में समरस्ता का संदेश प्रसारित हो। बाद में बाबरी मस्जिद संघर्ष समिति ने इसका विरोध किया , मार्च निकाला और गिरफ्तारियां दी। गांधी परिवार के कट्टर आलोचक रहे बीजेपी नेता सुब्रमण्यम् स्वामि भी कहतें हैं कि राजीव गांधी यदि दोबारा प्रधानमंत्री बनते तो राम मंदिर बन चुका होता। लेकिन ऐसा हुआ नहीं कांग्रेस चुनाव हार गई फिर 1991 में राजीव गांधी की हत्या हो गई और राम मंदिर निर्माण अधूरा रह गया।
          अयोध्या में शिलान्यास कार्यक्रम के पश्चात् विश्व हिंदु परिषद् और बीजेपी, इस मामले पर ज़बरदस्त तरीके से सक्रिय हुई और मामले को राजनैतिक रंग दे दिया, राम के नाम पर वोट मांगे गए और उत्तरप्रदेश में कल्याण सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाई गई। फिर 1996, 1998, 1999 में बीजेपी नीत NDA की सरकारें बनीं। इस दौरान लालकृष्ण आडवाणी , मुरलीमनोहर जोशी , उमा भारती , विनय कटियार आदि राममंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता हुआ करते थे। लेकिन मामला कोर्ट में जाने के कारण किसी निष्कर्ष पर नहीं पंहुचा। साल दर साल बीतते गए और अंतः अब कहीं जाकर सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है।
          इस ऐतिहासिक घटनाक्रम को बताने का उद्देश्य केवल इतना ही था कि आप जान सकें कि मंदिर निर्माण के लिए यदि किन्ही राजनेताओं का नाम लिया जाए तो वह कौन कौन थे और 1949 से लेकर 2020 तक मोदी जी का इस पूरे घटनाक्रम में कोई रोल नहीं था …… इतिहास बताता है कि मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाले पहले नायक जवाहरलाल नेहरू थे जिन्होंने मूर्ति रखवाई , दूसरे राजीव गांधी जिन्होंने ताले खुलवाए और शिलान्यास करवाया और तीसरे लालकृष्ण आडवाणी और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े वह नेता जिन्होंने इस मामले को जिंदा रखा।
           हर घटना और हर परिस्थिति की अपनी गति अपना Momentum होता है , और वह स्वंय में परिवर्तनशील होती है , घटना की गतिशीलता और परिवर्तनशीलता का सिद्धांत कृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भाग्वत् गीता में विस्तार से समझाया है और व्यक्ति को निमित्त मात्र परिभाषित किया है। यह पूरा मामला भी अपनी गति से चला और परिवर्तनशीलता से सिद्धांत पर कोर्ट के द्वारा निष्कर्ष पर पंहुचा है। इस मामले में नरेंद्र मोदी तो केवल और केवल उद्धाटनकर्ता हैं। क्योंकि पूरे घटनाक्रम में तो उनका कोई योगदान था नहीं इसलिए केवल और केवल हल्ला मचाकर इस पूरे काम का श्रेय वह अपने सर लेना चाहते हैं और उनका पालतू मीडिया इस मामले में उनका सहयोग कर रहा है। हालत यह है कि देश का नेशनल नेटवर्क 4 और 5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले पूरे कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण करेगा। सवाल यह है कि यदि कोर्ट का फैंसला मस्जिद के पक्ष में आता तो भी क्या आज इतना ही बड़ा आयोजन हो रहा होता और प्रधानमंत्री उस कार्यक्रम में हिस्सा लेते तथा देश का नेशनल टेलीवीजन नेटवर्क उसका सीधा प्रसारण कर रहा होता ? जवाब हम सभी जानतें हैं।
         इस पूरे आयोजन को देखकर यह साफ कहा जा सकता है कि मोदी जी प्रभु श्री राम का उपयोग अपना व्यक्तिगत् कद बढ़ाने के लिए कर रहें हैं। आयोजन का प्रचार पूरी तरह मोदी केंद्रित हैं टीवी पर प्रभु श्रीराम का जिक्र नहीं हैं लेकिन मोदी जी का नाम धर्म एवं राष्ट्र रक्षक के रूप में प्रचारित हो रहा है, मानों लंका जाकर रावण वध उन्होंने ही किया हो। नरेंद्र मोदी के पोस्टर प्रभु श्रीराम से बड़े लग रहें हैं और प्रभु श्रीराम तो कहीं नेपथ्य में जा चुके हैं। प्रचार को देखकर तो ऐसा लगता है कि मानो राम मंदिर नहीं “मोदी” मंदिर बन रहा है। मोदी जी के व्यक्तिवादी रवैये की पराकाष्ठा यह है कि मंदिर निर्माण के वास्तविक नायकों को श्रेय देना तो दूर  आज उनकी कोई पूछपरख भी नहीं की जा रही है, नेहरू जी और राजीव जी तो जीवित नहीं हैं लेकिन आडवाणी जी और राम मंदिर आंदोलन के बाकी सदस्य तो जीवित है आज उन्हें क्यों नहीं पूछा जा रहा है। क्या वह लोग केवल विवादित ढांचा गिराए जाने के मामले में कोर्ट केस भुगतने के लिए हैं और इस सागर मंथन से निकले अमृत को पीने का अधिकार केवल मोदी जी का है।    हरिओम उपाध्याय       


कश्मीर के राज्यपाल ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली। कश्मीर घाटी से धारा 370 हटने के एक साल पूरे होने के मौके पर कश्मीर के उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने लगभग नौ महीने तक राज्य के उप राज्यपाल का पद संभाला। मुर्मू का इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूर कर लिया है। जानकारी के मुताबिक वह अब भारत के नए नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (सीएजी) होंगे।

उधर, पुख्ता सूत्रों के मुताबिक अब जम्मू कश्मीर के नए उपराज्यपाल राजीव महर्षि हो सकते हैं। महर्षि केंद्रीय गृह सचिव रह चुके हैं। उन्हें जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक, सामाजिक तथा सुरक्षा संबंधी हालात की बेहतर जानकारी है। इस वजह से उन्हें इस पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने की चर्चा है। बुधवार को महर्षि ने राष्ट्रपति से भी मुलाकात की है। वे प्रधानमंत्री के बेहद करीबी बताए जाते हैं।              

चीन से जुड़े 25,00 यूट्यूब चैनल डिलीट

नई दिल्ली। गूगल ने चीन से जुुड़े करीब 2,500 से ज्यादा यूट्यूब चैनल डिलीट कर दिए हैं। टेक दिग्गज का कहना है कि इन चैनल्स को भ्रामक जानकारी फैलाने के चलते विडिय शेयरिंग प्लैटफॉर्म से हटाया गया है। एल्फाबेट के मालिकाना हक वाली कंपनी गूगल ने बताया कि यूट्यूब चैनल को अप्रैल और जून के बीच यूट्यूब से हटाया गया। ऐसा चीन से जुड़े इन्फ्लुएंस ऑपरेशंस के लिए चल रही हमारी जांच के तहत किया गया।        


बीच रास्ते पति-पत्नी का विवाद, आत्महत्या

आदर्श श्रीवास्तव


शाहजहांपुर(निगोही)। पत्नी को साथ लेकर ससुराल से वापस लौट रहे युवक ने रास्ते में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सूचना पर पहुंची निगोही पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।


तिलहर थाना क्षेत्र के ग्राम बिहारीपुर मुड़िया निवासी नीरज(22) पुत्र जगन्नाथ की शादी इसी वर्ष 9 जून को बिलसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर अमृत निवासी सीमा देवी से हुई थी। 3 अगस्त को नीरज अपनी पत्नी के साथ रक्षाबंधन मनाने अपनी ससुराल गया था। बुद्धवार को दोनो पति पत्नी बाइक से वापस लौट रहे थे। बताते हैं कि रास्ते में सीमा और नीरज के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसी बात से नाराज नीरज ने निगोही क्षेत्र के गांव धीरट के पास एक आम के बाग में बाइक को रोक दिया।


उसने बाइक से दिग्गी से अपनी पत्नी की साड़ी निकाली और उसे लेकर पेड़ पर चढ़ गया। उसने उसी साड़ी का फंदा अपने गले डालकर पेड़ स्व झूल गया। उसकी पत्नी नीचे खड़ी चीख पुकार करती रही। इसी बीच गांव के लोग आ गए। ग्रामीणों ने जब तक उसे नीचे उतारा उसकी मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों की घटना की जानकारी पुलिस को दो। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पीएम को भेज दिया।        


फ्यूचरब्रांड बना दुनिया का सबसे बड़ा ब्रांड

नई दिल्ली। मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ‘फ्यूचरब्रांड इंडेक्स 2020’ में एप्पल के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ब्रांड बन गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज रिफाइनरी, रिटेल और दूरसंचार क्षेत्र में काम करने वाली जानी मानी कंपनी है। ब्रांड कंसल्टिंग और मैनेजमेंट कंपनी फ्यूचरब्रांड ने 2020 की सूची को जारी करते हुए कहा कि, ‘बेहतर ब्रांड के हर पैमाने पर रिलायंस इंडस्ट्रीज खरी उतरी है।’ रिपोर्ट में रिलायंस के बारे में कहा गया है कि यह भारत की सबसे अधिक लाभ कमाने वाली कंपनियों में से एक हैं। कंपनी की मजबूत साख है और कंपनी ‘इनोवेटिव प्रोडक्ट’, ‘ग्राहकों को बेहतर अनुभव’ और ‘ग्रोथ’ से जुड़ी है। लोगों का कंपनी के साथ एक मजबूत और भावनात्मक रिश्ता है। गौरतलब है कि फ्यूचरब्रांड पिछले छह साल से यह इंडेक्स जारी करती है। इसमें टाप रैंक पाना ज्यादातर कंपनियों का सपना होता है। फ्यूचरब्रांड ने कहा कि रिलायंस की सफलता का पूरा श्रेय मुकेश अंबानी को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कंपनी को भारतीयों के लिए एक ‘वन स्टॉप शाप’ के तौर पर नयी पहचान दी है। इस सूची में एप्पल टॉप पर कायम है जबकि सैमसंग तीसरे स्थान, एनवीडिया चौथे, मोताई पांचवे, नाइकी छठे, माइक्रोसॉफ्ट सातवें, एएसएमएल आठवें, पेपाल नवें और नेटफ्लिक्स दसवें स्थान पर काबिज हैंं।          


48 घंटे में दो भाजपा नेताओं की हत्या

मनोज सिंह ठाकुर


श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में बौखलाए आतंकवादी अब राजनीतिक दलों के नेताओं और गांव के सरपंचों को निशाना बना रहे हैं। पिछले 48 घंटे में जम्मू जम्मू-कश्मीर में भाजपा नेताओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। अब कुलगाम जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सरपंच सज्जाद अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। घर के बाहर ही सरपंच पर जानलेवा हमला किया गया था। इस दौरान आतंकियों ने उन्हें निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें सरपंच खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।


इससे पहले जुलाई महीने में भाजपा के बांदीपोरा जिलाध्यक्ष और उनके दो परिजनों की हत्या कर दी गई थी। वहीं इस घटना के एक माह पूर्व आठ जून को अनंतनाग में कांग्रेस नेता और सरपंच अजय पंडिता की हत्या कर दी गई थी। घाटी में जम्हूरियत की मजबूती में जुटे नेताओं, कार्यकर्ताओं से लेकर पंचायती नुमाइंदों पर पहले भी आतंकी हमले होते रहे हैं।
बता दें कि इस घटना से 48 घंटे पहले भी आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर में एक सरपंच की हत्या कर दी थी। 4 अगस्त की शाम को काजीगुंड अफरान में आतंकवादियों ने बीजेपी पंच आरिफ अहमद को निशाना बनाया था। इससे पहले 8 जून को अनंतनाग जिले में आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या की थी। हालांकि बाद में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाकर सरपंच के हत्यारों को ढेर कर दिया था।


बताते चलें कि जम्हूरियत की मजबूती से आतंकी संगठनों में बौखलाहट है। इसे के चलते आतंकी संगठन घाटी का माहौल खराब करने और लोगों में भय उत्पन्न करने के लिए लगातार साजिश रच रहे हैं। आतंकी तंजीमों के शीर्ष कमांडरों के सफाए और लगातार ध्वस्त हो रहे नेटवर्क से बौखलाए आतंकी नेताओं की हत्याओं करने पर आमादा हो गए हैं। कश्मीर घाटी में आतंकवाद के शुरुआती दिनों से लेकर हाल के वर्षों तक ज्यादातर सियासी हत्याएं चुनावी वर्ष में हुई हैं लेकिन आतंकी वारदातों का ऐसा सिलसिला अब बिना चुनाव के भी तेज हो गया है।           


अयोध्या में दो गुट आपस में भिड़े, 14 घायल

अयोध्या। बुधवार को पीएम मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखी। इसके साथ ही रामनगरी में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया। अयोध्या में भूमि पूजन के बाद से ही देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई। इस खास मौके पर सभी ने दीप जलाकर अपनी-अपनी खुशी का इज़हार किया।इस दौरान कई लोगों ने आतिशबाजी की तो कुछ ने बाइक रैलियां निकालते हुए जय श्री राम के नारे लगाए। असम में भी एक ऐसी ही बाइक रैली के दौरान दो गुट आपस में भिड़ गए।यह घटना असम के सोनितपुर जिले में तेलियागांव इलाके हुई।


घटना में 14 लोग हुए घायल


जानकारी के मुताबिक, इस घटना में 14 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जबकि कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। घटना के बाद जिला प्रशासन ने दो थाना क्षेत्रों थेलामारा और ढेकिआजुली में कर्फ्यू लगा दिया है। सोनितपुर के जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने इलाके में कर्फ्यू लगाते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थिति को देखते हुए ये आदेश दिया गया है।


कुछ समूह प्रोटेस्ट के नाम पर हिंसा करने का प्रयास कर रहे थे- जिलाधिकारी


जिलाधिकारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कुछ समूह प्रोटेस्ट के नाम पर हिंसा करने का प्रयास कर रहे थे। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बाइक रैली के दौरान नारों को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया, जिसके बाद विवाद बढ़ गया। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कई राउंड फायरिंग के बाद स्थिति पर काबू पाया। इस घटना को लेकर इलाके में तनाव बना हुआ है।         


16 अगस्त से शुरू होगी वैष्णो देवी यात्रा

एक दिन में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की लिमिट तय की जाएगी


श्रीनगर। वैष्णो देवी यात्रा 16 अगस्त से शुरू होगी। कोरोना की वजह से 19 मार्च को यात्रा रोक दी गई थी। अनलॉक-3 में जम्मू-कश्मीर के धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला लिया गया है। हालांकि, वैष्णो देवी यात्रा के लिए अलग से कोई निर्देश नहीं हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं की सीमित संख्या के साथ यात्रा शुरू कर दी जाएगी।


श्राइन बोर्ड जल्द गाइडलाइंस जारी करेगा
यात्रा के दौरान क्या छूट होगी और क्या पाबंदियां रहेंगी, इस बारे में श्राइन बोर्ड जल्द गाइडलाइंस जारी करेगा। बताया जा रहा है कि सभी एंट्री गेट्स पर सैनिटाइजेशन टनल तैयार की जाएंगी। वैष्णो देवी भवन के साथ ही अर्धकुंवारी और भैरव घाटी मंदिर में भी थर्मल स्कैनिंग के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जाएगा।इस साल अमरनाथ यात्रा रद्द की जा चुकी
अमरनाथ श्राइन बोर्ड, लोकल एडमिनिस्ट्रेशन, सीआरपीएफ-पुलिस और लेफ्टिनेंट गवर्नर के बीच हुई पिछले महीने हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। 5 जुलाई को लेफ्टिनेंट गर्वनर ने पवित्र गुफा में दर्शन किए थे। उनका कहना था कि कोरोना के चलते जो हालात हैं, उनमें यात्रा करवाना मुश्किल है।             


कोरोना जांच के बाद कराए निजी उपचार

रायपुर। राज्य शासन ने निजी क्लिनिकों, नर्सिंग होम्स एवं अस्पतालों में इलाज करवाने वाले कोविड-19 के सभी संदिग्ध मरीजों की कोरोना जांच कराने कहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह ने इंडियन मेडिकल एसोशिएशन, छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष को पत्र लिखकर निजी चिकित्सालयों में इलाजरत कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की तत्काल जांच कराने कहा है, जिससे कि इसके पीड़ितों की पहचान कर तुरंत उपचार शुरू किया जा सके। विभाग ने कहा है कि अस्पताल में इलाज करा रहे किसी मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने पर अस्पताल को भारत सरकार, आईसीएमआर एवं राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरुप निसंक्रमित (Disinfect) कर 24 घंटे के बाद पुनः शुरू किया जा सकता है।


स्वास्थ्य सचिव ने आईएमए को लिखे पत्र में कहा है कि प्रदेश वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण की महामारी से जूझ रहा है। यहां अब तक कुल दस हजार से अधिक व्यक्ति इससे संक्रमित हो चुके हैं। कोविड-19 का संक्रमण अन्य रोग/रोगों से ग्रस्त व्यक्तियों में गंभीर बीमारी के रूप में परिलक्षित होता है। समय पर जांच, पहचान और उपचार नहीं होने पर मृत्यु होने की संभावना भी अधिक होती है। प्रदेश में अभी तक कोविड-19 से संक्रमित कुल 69 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है। इनमें से 51 व्यक्ति किसी अन्य बीमारी (COMORBIDITY) से ग्रसित रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पत्र में लिखा है कि कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु के संबंध में यह संज्ञान में आया है कि इनमें से अधिकतर अस्पताल में उपचार तो ले रहे थे, परन्तु इनके द्वारा स्वयं कोविड-19 की जांच समय पर नहीं कराई गई। इसलिए ऐसे सभी व्यक्तियों का जो निजी क्लीनिक, नर्सिग होम या अस्पताल में उपचार ले रहे हैं और ये कोविड-19 के संदिग्ध मरीज हैं, तो इनकी तत्काल कोविड-19 जांच किया जाना आवश्यक है। कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाने पर उन्हें कोविड-19 अस्पताल रिफर किया जाना चाहिए।                   


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 अगस्त 07, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-358 (साल-01)
2. शुक्रवार, अगस्त 07, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:15,सूर्यास्त 07:15


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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बुधवार, 5 अगस्त 2020

पूजनः मोदी-योगी ने किया दंडवत प्रणाम

अकांशु उपाध्याय


अयोध्या। पीएम मोदी ने अयोध्या पहुंच सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की, इसके बाद रामलला के दर्शन कर भूमि पूजन के कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान पीएम ने साष्टांग दंडवत प्रणाम किया और परिसर में पारिजात का पौधा लगाया। पूजा करने वाले संत ने बताया कि देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से शिलाएं लाई गई हैं, जिनपर श्रीराम का नाम लिखा है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई मेहमान भूमि पूजन में मौजूद रहे। अयोध्या को आज फिर से सजाया गया है, दीवाली जैसा माहौल है और सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम हैं।


अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए

अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए  सरस्वती उपाध्याय  हर साल कार्तिक मास की शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी तिथि को छठ पर्व की शुरुआत ह...