नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखे जाने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर सभी देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'राम-मंदिर निर्माण के शुभारंभ पर सभी को बधाई! मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के मंदिर का निर्माण न्यायप्रक्रिया के अनुरूप तथा जनसाधारण के उत्साह व सामाजिक सौहार्द के संबल से हो रहा है। मुझे विश्वास है कि मंदिर परिसर, रामराज्य के आदर्शों पर आधारित आधुनिक भारत का प्रतीक बनेगा।
भाजपा के घोषणापत्र में शामिल था मंदिर का निर्माण
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार यानि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और मंदिर की आधारशिला रखी। राम मंदिर का निर्माण भाजपा के घोषणापत्र में शामिल रहा है और पिछले तीन दशकों से यह मुद्दा उसकी राजनीति के केंद्र में था।
समारोह में पीएम के साथ ये लोग भी रहे मौजूद
उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल दशकों पुराने मुद्दे का समाधान करते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था। भूमि पूजन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने अपने संबोधन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के मंदिर निर्माण को लेकर किए गए अथक प्रयासों और योगदान को याद किया।
आज उत्सव का समय है- मोहन भागवत
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस दौरान कहा कि आज वो समय आ गया जिसका वर्षों से इंतजार था, उन्होंने कहा आज उत्सव का समय है। आज कई लोग इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहते थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते वे नहीं आ सके। इस दौरान उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी जी के यागदान को भी याद किया उन्होंने कहा, आडवाणी जी घर पर बैठकर इसे देख रहे होंगे। कई लोग आ नहीं सके। कई आ सकते थे पर बुलाए नहीं जा सकते थे क्योंकि परिस्थिति ऐसी है।
सीएम योगी ने कही ये बात
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हए कहा कि पांच सदी के बाद आज 135 करोड़ देशवासियों का संकल्प पूरा हो रहा है। देश में लोकतांत्रिक तरीकों के साथ ही मंदिर के निर्माण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा, पीएम मोदी की सूझबूझ और प्रयासों के कारण आज संकल्प पूरा हो रहा है, हमने तीन साल पहले अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम शुरू किया था, आज उसकी सिद्धि हो रही है।