लुधियाना। पंजाब सरकार को हर फ्रंट पर फेल बताते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मिनी सचिवालय में प्रदर्शन किया। इस दौरान नारेबाजी कर सीएम का पुतला फूंक गया। इससेपहले प्रदर्शनकारी एसडीएम कार्यालय में घुस गए, जहां सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि एसडीएम कार्यालय में नहीं है। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मिनी सचिवालय परिसर में नारेबाजी जारी रखी। बसपा नेताओं ने कहा, सरकार नशा खत्म करने के लिए सत्ता में आई थी, लेकिन हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि जहरीली शराब से सैकड़ों जानें चली गई। ऐसे में सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।पंजाब सचिव गुरमेल सिंह ने कहा कि कैप्टन की ओर से गुटका साहिब हाथ में लेकर चार सप्ताह में नशा खत्म करने की शपथ ली थी, लेकिन आज पंजाब किस दौर से गुजर रहा है सब जानते हैं। प्रगण बिलगा ने कहा कि प्रदेश में जहरीली शराब का दंश झेल रहे लोगो से उनकी व्यथा सुनकर दिन कांप उठता है। मौके पर जिलाध्यक्ष जीतराम बसरा, बूटा सिंह, जसपाल सिंह, नरेश बसरा, निर्मल सिंह, मंजीत सिंह उपस्थित रहे। जहरीली शराब से मौतों की जिम्मेदार सरकार : इंकलाबी केंद्र
जगराऔः इंकलाबी केंद्र के प्रधान नारायण दत्त व महासचिव कंवलजीत खन्ना ने कहा कि तरनतारन की गोरपुरा बस्ती में रिक्शा चालक की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई। सदमे में उसकी पत्नी ने हार्टअटैक से दम तोड़ दिया। इसके कारण पांच से 11 वर्ष के चार बच्चे अनाथ हो गए। नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री दो वर्ष पहले हाथों में गुटका साहिब पकड़ चार हफ्ते में नशा खत्म करने का दावा करते हैं, लेकिन राज्य में सरेआम नशा सप्लाई हो रहा। उन्होंने कहा, जहरीली शराब से मौतों की जिम्मेदार सिर्फ सरकार ही है। इसके चलते एक बार फिर जबरदस्त नशा विरोधी लहर की शुरुआत की जाएगी।