अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। इंदिरापुरम के शक्तिखंड-4 में कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। भवन में फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। जुलाई के अंत तक यह भी पूरा हो जाएगा। बाहरी दीवारों पर जहां पत्थर लगाया गया है वहीं फर्नीचर का कार्य भी जल्द शुरू हो जाएगा। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट कैलाश मानसरोवर भवन का इंदिरापुरम में कार्य पूरा होने के बाद यहां से चार धाम और कैलास मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए सुविधा मिल सकेगी। कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण धर्मार्थ विभाग उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम से करा रहा है। मार्च अंत तक इसका निर्माण कार्य पूरा करना था। मगर लॉकडाउन लागू होने से निर्माण कार्य रूक गया था। इसलिए अब जुलाई अंत तक पूरा हो जाएगा। 9 हजार वर्गमीटर में यह चार मंजिला भवन बना है। इसका निर्माण करने पर 108.39 करोड़ रुपए की लागत आई है। इसमें से जीडीए से 50.40 करोड़ रुपए की जमीन खरीदी गई। जबकि इसके निर्माण पर 57.99 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के परियोजना अधिकारी एसके त्यागी ने बताया कि कैलाश मानसरोवर भवन में फर्श और दीवारों पर फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। कैलाश मानसरोवर में फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इसमें एक वक्त में 280 श्रद्धालुओं को ठहराया जा सकता है। भवन में 94 कमरे बनवाए गए हैं। जिसमें से 46 कमरों में चार-चार बेड बिछाए जाएंगे। दो बेड वाले 48 बनाए गए हैं। कैफे, योगा कक्ष, ऑडिटोरियम, ध्यान कक्ष व पार्किंग बनाई गई है। करीब एक हजार वर्गमीटर में वाटिका बनाई गई है,जिसमें छोटे-बड़े हर तरह के पेड़- पौधे रहेंगे। कैलास मानसरोवर भवन का निर्माण अब जुलाई अंत तक पूरा होने के बाद भवन तैयार हो जाएगा।