यूपी के मुख्य सचिव के निर्देश पर खोड़ा-मकनपुर नगरपालिका परिषद ने की बेहद सख्त कार्रवाई।
नौ अवैध आरओ प्लांट को किया सील, सील से छेड़छाड़ करने पर कठोर कार्रवाई करने की दी नसीहत।
गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और पूर्वी दिल्ली के भूजल माफियाओं को लगा तगड़ा झटका, मोटे मुनाफे काटने के सपने हुए चकनाचूर।
कार्रवाई के दौरान नगरपालिका कर्मियों से उलझने वाले और पालिका परिषद की सम्पत्तियों को क्षति पहुंचाने वालों पर दर्ज होगी प्राथमिकी।
अशोक कौशिक
गाजियाबाद। खोड़ा-मकनपुर नगरपालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी कृष्ण कुमार भड़ाना ने नगरपालिका क्षेत्र में एक अरसे से जड़ जमाये बैठे जल माफियाओं की कमर अपने एक ही दिन के अभियान में तोड़ दी है। इससे नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली में सक्रिय पेयजल के अवैध सप्लायरों के चेहरे पर भी मातम छा गया है। ईओ के के भड़ाना ने दो टूक शब्दों में चेताया है कि “नगरपालिका क्षेत्र में सक्रिय जल माफियाओं की भलाई इसी में है कि वे एक अरसे से जारी अपने अवैध धंधे बन्द कर दें, अन्यथा नगरपालिका उनके तमाम जलापूर्ति नेटवर्क्स को नेस्तनाबूत करते हुए यदि जरूरत पड़ी तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की शुरू करने में नहीं हिचकिचायेगी।” खबर है कि ईओ श्री भड़ाना के इस ऐलान के बाद दो राज्यों के तीन जिलों में सक्रिय भू-जल दोहन करने वाले जल माफियाओं में हड़कम्प मच गया है। ईओ श्री भड़ाना ने बताया कि खोड़ा-मकनपुर नगरपालिका परिषद, गाजियाबाद की सीमा पड़ोसी जनपद गौतमबुद्ध नगर के साथ साथ पड़ोसी राज्य और देश की राजधानी दिल्ली के पूर्वी जिला से लगती है। जिसका फायदा उठाते हुए जल माफिया दोनों राज्यों के तीनों जिलों में करते हैं। दिल्ली-एनसीआर के छोटे-बड़े सभी ठिकानों पर इनका बाजार इसलिये बन जाता है, क्योंकि ये सस्ता आपूर्ति करके बिसलेरी जैसी दिग्गज कम्पनी को भी अच्छी टक्कर दे देते हैं। खोड़ा में भी पानी की अच्छी खपत होने से इन्हें लोकल बाजार भी प्राप्त है। यही वजह है कि उनकी कार्रवाई से इनकी ही नहीं, इनसे सस्ता जलापूर्ति लेने वालों में भी खलबली मच गई है।
ईओ श्री भड़ाना ने बताया कि मुख्य सचिव, उप्र शासन, लखनऊ द्वारा गत 5 जून एवं 8 जुलाई को भेजे गए दो पत्रों, जिनके द्वारा भूजल के संचयन, संरक्षण एवं संतुलित उपयोग हेतु माह जुलाई में भूजल सप्ताह मनाते हुए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके मद्देनजर खोड़ा-मकनपुर नगर पालिका द्वारा गत शुक्रवार से अपनी जोनल टीमों द्वारा प्रातः 10:00 बजे से मौहल्ला दीपक विहार मुख्य मार्ग से कार्रवाई प्रारम्भ करते हुये, मोहल्ला राजीव विहार, मोहल्ला सरस्वती विहार, मोहल्ला दामोदर विहार, मोहल्ला आजाद विहार आदि क्षेत्रों में सघन कार्रवाई की गई है। इस दौरान अवैध रूप से संचालित आरओ पानी प्लांट व व्यावसायिक पानी प्लांट को सील करने का विशेष अभियान चलाया गया। क्योंकि इन पानी के प्लांट के द्वारा अवैध रूप से भारी मात्रा में भूजल दोहन करते हुये, पानी का विक्रय नोएडा एवं दिल्ली के क्षेत्रों में करते हुये अवैध कमाई की जा रही थी, जिससे निकाय क्षेत्र में भूजल स्तर 300 से 400 फीट नीचे चला गया है, जिससे आम-जन को हानि पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि आम-जन के घरेलू समरसेबिल फेल होते जा रहे हैं, जिसको देखते हुये भूजल सप्ताह के तहत, यह अभियान चलाया गया और कतिपय लोगों के अवैध आरओ प्लांटो को सील करने की कार्यवाही पुलिस टीम द्वारा की गयी। अधिशासी अधिकारी के के भड़ाना के मुताबिक, पहला, जोगिन्द्र पुत्र कृपाल, प्लांट स्थित कविता पैलेस के पास मोहल्ला राजीव विहार, खोड़ा, दूसरा मुकेश पत्नी जोगिन्द्र, प्लांट स्थित लाल मंदिर के पास सरस्वती कॉम्पलैक्स, खोड़ा, तीसरा राजपाल पाठक पुत्र राम पाठक, प्लांट स्थित साहिल पब्लिक स्कूल के पास, मोहल्ला दीपक विहार, खोड़ा, चतुर्थ, सुन्दर सिंह पुत्र कृपाल, प्लांट स्थित कविता पैलेस रोड़, मो दामोदर विहार, खोड़ा, पंचम, बबलू पुत्र देवराज पठानी, प्लांट स्थित-मो. आजाद विहार, खोड़ा, षष्टम, लीलू सिंह, प्लांट स्थित-सरस्वती कॉम्पलैक्स, खोड़ा, सप्तम, भूमि यादव पुत्र प्रकाश यादव, प्लांट स्थित रामेश्वर आटा चक्की के पास. मोहल्ला सरस्वती विहार, खोड़ा, अष्टम, कपिल यादव पुत्र राजपाल यादव, प्लांट स्थित मो. सरस्वती कॉम्पलैक्स, खोड़ा, नवम, लोकेश पुत्र राजेन्द्र, प्लांट स्थित-लाल मंदिर के पास सरस्वती कॉम्पलैक्स, खोड़ा को सील कर दिया गया है। ईओ श्री भड़ाना ने बताया कि सभी के प्लांटों को पालिका टीम द्वारा सील करते हुए स्पष्ट चेतावनी दी गयी है कि किसी भी प्रकार से सील आदि में छेड़छाड़ ना की जायें, अन्यथा की स्थिति में पानी के प्लांट की सारी मशिनरियां जब्त करते हुये, मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनके द्वारा नगरपालिका की सड़कों को खोदकर उसके अंदर जो निजी जलापूर्ति पाइप डाला गया है, उसे भी तहस नहस करके इनके नेटवर्क को पूरी तरह से समाप्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ व्यक्तियों द्वारा पालिका के सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न की गयी है और सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है, इसलिए इनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि पालिका द्वारा अवैध व्यावसायिक पानी प्लान्टों के विरूद्ध, यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। ईओ श्री भड़ाना ने बताया कि उ.प्र. शासन के निर्देश पर, उनके नियन्त्रण और निर्देशन में, भूजल दोहन के विरूद्ध इस अभियान को पालिका के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक, संजीव कुमार, जोन प्रभारी-1 एवं पालिका के अवर अभियन्ता मदनपाल सिंह, जोन प्रभारी- 2 ने अपनी टीमों के साथ सफलतापूर्वक प्रभावी रूप से चलाया। जिससे जल माफियाओं में खलबली मची हुई है।