रविवार, 26 जुलाई 2020

संकट में रेलवे ने खर्चों में कटौती की

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने कोरोना संकट के बीच खर्चों में कटौती के मद्देनजर गोपनीय दस्तावेजों के लिए इस्तेमाल होने वाली डाक संदेशवाहक सेवा को बंद करने का निर्णय किया है। 
रेलवे बोर्ड के संयुक्त सचिव बी मजूमदार ने डाक संदेशवाहक सेवा के स्थान पर वीडियो कांफ्रेंस के इस्तेमाल की सलाह दी है। उन्होंने सभी रेलवे जोन के महाप्रबंधकों को इस संबंध में 24 जुलाई को एक पत्र भी भेजा है। पत्र में स्थापना से संबंधित व्यय पर लागत को कम करने और बचत बढ़ाने के उपाय के रूप में, बोर्ड ने चाहा है कि रेलवे पीएसयू और रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के बीच सभी चर्चाएं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होनी चाहिए। निजी संदेशवाहक या डाक संदेशवाहक की व्यवस्था को तुरंत रोका जाना चाहिए। पत्र में कहा गया है कि इन तमाम उपायों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे भत्ते, स्टेशनरी, फैक्स आदि के खर्चे में महत्वपूर्ण बचत होगी।
उल्लेखनीय है कि अब तक रेलवे के गोपनीय दस्तावेजों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए डाक संदेशवाहक का सहयोग लिया जाता था। इंटरनेट क्रांति के इस डिजिटल युग में अब वीडियो कॉन्फ्रेंस और ईमेल आदि के माध्यम से संवाद बेहद सुगम और तीव्र हो गया है। इससे ना केवल समय की बचत होती है बल्कि अनावश्यक खर्चों में भी कटौती होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने यह कदम उठाया है।           


पीएम के एजेंडे में रक्षा सर्वोपरिः नड्डा

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के एजेंडे में रक्षा का विषय सर्वोपरि रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फौज के प्रति काफी लगाव है। उनकी हर दीवाली फौज के जवानों के साथ बॉर्डर पर मनती है। इसके पीछे ये संदेश रहता है कि त्योहारों पर भी जो देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं, उनके साथ देश का प्रधानमंत्री खड़ा है। 
भाजपा मुख्यालय में ‘कारगिल विजय दिवस’ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि लद्दाख स्टैंड ऑफ में भी प्रधानमंत्री खुद गए थे, उन्होंने बैठकें भी कीं, जवानों का हालचाल भी पूछा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के एजेंडा में रक्षा का विषय फोकस पर रहा है। नड्डा ने कहा कि पूर्व सैनिकों की वन रैंक-वन पेंशन (ओआरओपी) की मांग को पूरा करने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। करीब 33,000 करोड़ रुपये देकर उन्होंने सभी भुगतान पूरे कराए। उन्होंने कहा कि 40 वर्ष से ओआरओपी का मामला चल रहा था, लेकिन इसके साथ हमेशा राजनीति हुई।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय लगभग 72 प्रोजेक्ट देश की सीमाओं के लिए थे लेकिन किसी पर काम नहीं हुआ। आज वो सभी72 प्रोजेक्ट पूरे होने वाले हैं। वर्ष 2008 से लेकर 2014 तक 3,610 किमी सड़कें बनी। जबकि 2014 से 2020 तक 4,764 किमी सड़कें बॉर्डर एरिया में बनाई जा चुकी हैं। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद करीब 36 राफेल और 28 अपाचे विमान मंगाए गए। बुलेट प्रूफ जैकेट आज भारत बना रहा है और एक्सपोर्ट भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि हर तरह से चिंता की गई कि फौज को फोकस में रखकर सभी जरूरी कार्य पूरे किए जाएं। 
भाजपा अध्यक्ष ने कारगिल युद्ध के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का ज़िक्र करते हुए कहा कि जब कारगिल की लड़ाई फौज बॉर्डर पर लड़ रही थी, तो राजनीतिक नेतृत्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई लड़ रही था। नवाज शरीफ ने बिल क्लिंटन से बीच बचाव का आग्रह किया था। कई संदेश अटल जी के पास आए थे लेकिन अटल जी ने स्पष्ट कहा कि भारत युद्ध विराम तब तक नहीं करेगा, जब तब हम पाकिस्तान को पछाड़कर अपनी सीमाओं को सुरक्षित नहीं कर लेते।             


राष्ट्रपति ने आर्मी हॉस्पिटल को दिया अनुदान

कोरोना से निपटने के लिए खरीदे जाएंगे चिकित्सा उपकरण
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को विजय दिवस के मौके पर कारगिल युद्ध में बहादुरी से लड़ने और सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) दिल्ली को 20 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। इस राशि को चिकित्सा उपकरण खरीदने पर खर्च किया जाएगा जिससे डॉक्टरों और पैरामेडिक्स को कोविड-19 महामारी का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में मदद मिलेगी। 
राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक कोरोना के मद्देनजर राष्ट्रपति भवन के खर्चों में कटौती के कारण सेना अस्पताल के लिए राष्ट्रपति का योगदान संभव हुआ है। राष्ट्रपति ने पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन के खर्चों में कटौती करने के संबंध में निर्देश जारी किए थे। इस पहल की अगली कड़ी के रूप में उन्होंने अपने लिए एक लिमोज़ीन कार खरीदने के प्रस्ताव को टाल दिया था जिसे औपचारिक अवसरों के लिए इस्तेमाल किया जाना था। सशस्त्र बलों के सुप्रीम कमांडर के रूप में राष्ट्रपति का यह कदम आर्मी अस्पताल के अग्रिम पंक्ति के कोविड वारियर्स का मनोबल बढ़ाएगा। उम्मीद है कि अन्य लोग और संगठन भी इससे प्रेरणा लेकर कोरोना योद्धाओं की सहायता के लिए आगे आएंगे। 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इससे पहले आज कारगिल युद्ध में विजय की 21 वीं वर्षगांठ के मौके पर युद्ध में अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले सैनिकों को नमन किया। उन्होंने एक ट्वीट संदेश में कहा, कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की निडरता, दृढ़ संकल्प और असाधारण वीरता का प्रतीक है। उन्होंने कहा मैं उन सैनिकों को नमन करता हूं जिन्होंने दुश्मन का मुकाबला किया और भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। राष्ट्र सदा के लिए उनका और उनके परिवारजनों का कृतज्ञ है। 
उल्लेखनीय है कि आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) भारत के सशस्त्र बलों के लिए शीर्ष चिकित्सा देखभाल केंद्र है। कार्यवाहक कमांडेंट मेजर जनरल शरत चंद्र दास स्वयं ऑपरेशन विजय में शामिल रहे थे, जिसके लिए उन्हें युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया था। मौजूदा स्थिति में, इसके डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ लगातार चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और अपने स्वयं के जीवन को सबसे अधिक जोखिम में डालकर चिकित्सा देखभाल की उच्चतम गुणवत्ता प्रदान कर रहे हैं।             


संभ्रात लोगों के साथ पीस कमेटी की बैठक

कोतवाली कांट में पीस कमेटी की बैठक हुई संपन्न


शाहजहांपुर। कोतवाली कांट (कोतवाल) के द्वारा पीस कमेटी की बैठक संपन्न की गई! जिसमें कि सभी लोगों को पता होगा बकरीद और सावन मास के समाप्ति और रक्षाबंधन त्यौहार आने वाले हैं, इसी के उपलक्ष में थाना अध्यक्ष और उप निरीक्षक ने बैठक के दौरान वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर सचेत रहने की बात कही और बताया बकरीद और रक्षाबंधन त्योहार को मनाते हुए आपसी भाईचारा रखें! जिसमें की संपूर्ण तरीके से शांति के साथ त्यौहार को धूमधाम से मनाएं! बैठक में सभी मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को यह भी बताया कि ईद की जो भी कुर्बानी करें, वह खुले में ना करें क्योंकि सावन मास का महीना भी चल रहा है,ताकि किसी भी प्रकार का विवाद उत्पन्न ना हो! त्यौहार को आपसी भाईचारा के साथ मनाया जाए! बकरीद के त्यौहार में ईद की कुर्बानी के पश्चात गंदगी इधर-उधर ना डालें! स्वच्छता का वातावरण बनाए रखने का प्रावधान दिया ! यदि त्यौहार के समय किसी भी प्रकार की समस्या होती है,तो सीधे थाना कांट में संपर्क कर सकता है, पूरी तरीके से पुलिस जनता की सेवा में तत्पर है! सभी को पता है,कोविड-19 के चलते प्रतिदिन अधिक से अधिक मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में कोई भी घर से बाहर ना निकले यदि बहुत ही अति आवश्यक कार्य है, तभी अपने घरों से बाहर निकले हैं,क्योंकि हम सभी लोगों को कोविड-19 से योद्धा बनकर लड़ना है! ताकि हमारा देश इस महामारी से सुरक्षित हो सके! इस पीस कमेटी की बैठक में कांट के चेयरमैन व कांट नगरवासी मुस्लिम समुदाय के सदस्य तथा पत्रकार जलालुद्दीन,वाहिद अली, शिवम शर्मा गौरव शुक्ला,थानेश्वर आदि तमाम पत्रकार मौजूद रहे!         


बेलगाम भाजपाइयों ने गार्ड को खूब पीटा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादनगर में सत्ता के नशे में चूर भाजपाई इस समय बेलगाम हो गए। जिले में आए दिन पदाधिकारी और कार्यकर्ता का नाम किसी न किसी विवाद से जुडा ही मिलता है। लगता है खासकर युवा मोर्चा और विवादों को तो जैसे चोली दामन का साथ है जो छुटने का नाम ही नहीं ले रहा। शनिवार शाम को दिल्ली मेरठ रोड़ के असालतनगर हनुमान मंदिर के पास स्थित सीएनजी पंप पर गार्ड द्वारा मास्क लगाने के लिए टोकने पर भाजयुमों के महानगर उपाध्यक्ष समेत आधा दर्जन लोगों ने गार्ड को दौडा-दौडा कर डंडों से पीटा। इतना ही नहीं उस गार्ड के कपड़े तक फाड दिए। उसके बाद उन्होंने सेल्स मैन के साथ भी मारपीट की। जब ये लोग मारपीट कर रहे थे तो अपने आपको भाजपा नेता बता रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को मौके ही पकड़ लिया। लेकिन सत्ताधारियों के दवाब में रात तक मामले में टाल मटोल करती रही। वहीं पकडे गए लोगों में से एक पूर्व जिलाध्यक्षक का भांजा भी बताया जा रहा है। उधर वीडियों वायरल होने के बाद रविवार सुबह तीन लोगों की गिरफ्तरी दिखा दी गयी। जबकि बताया जा रहा है कि जब ये मामला हुआ उस वक्त वहा आधा दर्जन के करीब लोग मौजूद थे। पंप मैनेजर महेंद्र सिंह कसाना ने बताया कि शनिवार शाम पंप पर एक कार में कुछ युवक सीएनजी भरवाने आए। उन्होंने मास्क नहीं लगाया हुआ था। गार्ड ने मास्क लगाने को कहा तो कार सवारों ने खुद को भाजपा नेता बताते हुए धमकाना शुरू कर दिया। जब गार्ड ने मास्क लगाने का दबाव डाला तो कार सवारों ने गाली-गलौज करते हुए उससे मारपीट शुरू कर दी। दबंगों ने गार्ड को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। शोर-शराबा सुनकर सेल्समैन नवल बीच-बचाव कराने पहुंचा तो हमलावरों ने उसके साथ भी जमकर मारपीट की। आरोप है कि कार सवार हमलावरों ने फोन करके अपने अन्य साथियों को भी पंप पर बुला लिया। जिसके बाद गार्ड और बीच-बचाव करने गए सेल्समैन के साथ भी मारपीट की। इसके बाद जो सामने आया उसके साथ मारपीट होती गयी। घटना में कई कर्मचारियों के कपड़े भी फट गए। पंप पर मौजूद लोग आपराधिक घटना की आशंका से डर गए और इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस पहुंची तो कार सवार युवकों ने उसके सामने भी दबंगई दिखाई और मारपीट की।


पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। भाजपा नेता का नाम आने के बाद पुलिस भी पूरे मामले पर चुप्पी साध रही थी, लेकिन जैसे ही घटना की वीडियो वायरल हुई तो आनन-फानन में इस मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई। थाना प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि मारपीट की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। जिस में मारपीट करने वालों को पकड़ थाने ले आई थी। पंप मैनेजर की शिकायत पर 269, 270, 323, 336, 504 की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। इस मामले में मोनू त्यागी, शुभम त्यागी, गौरव त्यागी निवासी गुलधर को गिरफ्तार किया गया है। एसएचओं का कहना है कि मारपीट करने वालों में भाजपा नेता कौन है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। वही बताया गया है कि सीएनजी पंप पर मारपीट करने वाला मोनू त्यागी भाजपा युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष है। जिसने मारपीट करते समय भी कहा था कि हम भाजपा नेता हैं। उसकी यह बातें भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं भाजपा नेता की गुंडागर्दी से आम आदमी ही नहीं टोल टैक्स आदि कर्मचारी भी काफी परेशान हैं। आए दिन इस तरह की घटनाएं हो रही हैं लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता चुप्पी साधे हुए हैं।           


नगर पालिका के द्वारा बेहद सख्त कार्रवाई

यूपी के मुख्य सचिव के निर्देश पर खोड़ा-मकनपुर नगरपालिका परिषद ने की बेहद सख्त कार्रवाई।


नौ अवैध आरओ प्लांट को किया सील, सील से छेड़छाड़ करने पर कठोर कार्रवाई करने की दी नसीहत।


गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और पूर्वी दिल्ली के भूजल माफियाओं को लगा तगड़ा झटका, मोटे मुनाफे काटने के सपने हुए चकनाचूर।


कार्रवाई के दौरान नगरपालिका कर्मियों से उलझने वाले और पालिका परिषद की सम्पत्तियों को क्षति पहुंचाने वालों पर दर्ज होगी प्राथमिकी।


अशोक कौशिक
गाजियाबाद। खोड़ा-मकनपुर नगरपालिका परिषद के अधिशाषी  अधिकारी कृष्ण कुमार भड़ाना ने नगरपालिका क्षेत्र में एक अरसे से जड़ जमाये बैठे जल माफियाओं की कमर अपने एक ही दिन के अभियान में तोड़ दी है। इससे नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली में सक्रिय पेयजल के अवैध सप्लायरों के चेहरे पर भी मातम छा गया है। ईओ के के भड़ाना ने दो टूक शब्दों में चेताया है कि “नगरपालिका क्षेत्र में सक्रिय जल माफियाओं की भलाई इसी में है कि वे एक अरसे से जारी अपने अवैध धंधे बन्द कर दें, अन्यथा नगरपालिका उनके तमाम जलापूर्ति नेटवर्क्स को नेस्तनाबूत करते हुए यदि जरूरत पड़ी तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की शुरू करने में नहीं हिचकिचायेगी।” खबर है कि ईओ श्री भड़ाना के इस ऐलान के बाद दो राज्यों के तीन जिलों में सक्रिय भू-जल दोहन करने वाले जल माफियाओं में हड़कम्प मच गया है। ईओ श्री भड़ाना ने बताया कि खोड़ा-मकनपुर नगरपालिका परिषद, गाजियाबाद की  सीमा पड़ोसी जनपद गौतमबुद्ध नगर के साथ साथ पड़ोसी राज्य और देश की राजधानी दिल्ली के पूर्वी जिला से लगती है। जिसका फायदा उठाते हुए जल माफिया दोनों राज्यों के तीनों जिलों में करते हैं। दिल्ली-एनसीआर के छोटे-बड़े सभी ठिकानों पर इनका बाजार इसलिये बन जाता है, क्योंकि ये सस्ता आपूर्ति करके बिसलेरी जैसी दिग्गज कम्पनी को भी अच्छी टक्कर दे देते हैं। खोड़ा में भी पानी की अच्छी खपत होने से इन्हें लोकल बाजार भी प्राप्त है। यही वजह है कि उनकी कार्रवाई से इनकी ही नहीं, इनसे सस्ता जलापूर्ति लेने वालों में भी खलबली मच गई है।


ईओ श्री भड़ाना ने बताया कि मुख्य सचिव, उप्र शासन, लखनऊ द्वारा गत 5 जून एवं 8 जुलाई को भेजे गए दो पत्रों, जिनके द्वारा भूजल के संचयन, संरक्षण एवं संतुलित उपयोग हेतु माह जुलाई में भूजल सप्ताह मनाते हुए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके मद्देनजर खोड़ा-मकनपुर नगर पालिका द्वारा गत शुक्रवार से अपनी जोनल टीमों द्वारा प्रातः 10:00 बजे से मौहल्ला दीपक विहार मुख्य मार्ग से कार्रवाई प्रारम्भ करते हुये, मोहल्ला राजीव विहार, मोहल्ला सरस्वती विहार, मोहल्ला दामोदर विहार, मोहल्ला आजाद विहार आदि क्षेत्रों में सघन कार्रवाई की गई है। इस दौरान अवैध रूप से संचालित आरओ पानी प्लांट व व्यावसायिक पानी प्लांट को सील करने का विशेष अभियान चलाया गया। क्योंकि इन पानी के प्लांट के द्वारा अवैध रूप से भारी मात्रा में भूजल दोहन करते हुये, पानी का विक्रय नोएडा एवं दिल्ली के क्षेत्रों में करते हुये अवैध कमाई की जा रही थी, जिससे निकाय क्षेत्र में भूजल स्तर 300 से 400 फीट नीचे चला गया है, जिससे आम-जन को हानि पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि आम-जन के घरेलू समरसेबिल फेल होते जा रहे हैं, जिसको देखते हुये भूजल सप्ताह के तहत, यह अभियान चलाया गया और कतिपय  लोगों के अवैध आरओ प्लांटो को सील करने की कार्यवाही पुलिस टीम द्वारा की गयी। अधिशासी अधिकारी के के भड़ाना के मुताबिक, पहला, जोगिन्द्र पुत्र कृपाल, प्लांट स्थित कविता पैलेस के पास मोहल्ला राजीव विहार, खोड़ा, दूसरा मुकेश पत्नी जोगिन्द्र, प्लांट स्थित लाल मंदिर के पास सरस्वती कॉम्पलैक्स, खोड़ा, तीसरा राजपाल पाठक पुत्र राम पाठक, प्लांट स्थित साहिल पब्लिक स्कूल के पास, मोहल्ला दीपक विहार, खोड़ा, चतुर्थ, सुन्दर सिंह पुत्र कृपाल, प्लांट स्थित कविता पैलेस रोड़, मो दामोदर विहार, खोड़ा, पंचम, बबलू पुत्र  देवराज पठानी, प्लांट स्थित-मो. आजाद विहार, खोड़ा, षष्टम, लीलू सिंह, प्लांट स्थित-सरस्वती कॉम्पलैक्स, खोड़ा, सप्तम, भूमि यादव पुत्र प्रकाश यादव, प्लांट स्थित रामेश्वर आटा चक्की के पास. मोहल्ला सरस्वती विहार, खोड़ा, अष्टम, कपिल यादव पुत्र राजपाल यादव, प्लांट स्थित मो. सरस्वती कॉम्पलैक्स, खोड़ा, नवम, लोकेश पुत्र राजेन्द्र, प्लांट स्थित-लाल मंदिर के पास सरस्वती कॉम्पलैक्स, खोड़ा को सील कर दिया गया है। ईओ श्री भड़ाना ने बताया कि सभी के प्लांटों को पालिका टीम द्वारा सील करते हुए स्पष्ट चेतावनी दी गयी है कि किसी भी प्रकार से सील आदि में छेड़छाड़ ना की जायें, अन्यथा की स्थिति में पानी के प्लांट की सारी मशिनरियां जब्त करते हुये, मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनके द्वारा नगरपालिका की सड़कों को खोदकर उसके अंदर जो निजी जलापूर्ति पाइप डाला गया है, उसे भी तहस नहस करके इनके नेटवर्क को पूरी तरह से समाप्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ व्यक्तियों द्वारा पालिका के सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न की गयी है और सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है, इसलिए इनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि पालिका द्वारा अवैध व्यावसायिक पानी प्लान्टों के विरूद्ध, यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। ईओ श्री भड़ाना ने बताया कि उ.प्र. शासन के निर्देश पर, उनके नियन्त्रण और निर्देशन में, भूजल दोहन के विरूद्ध इस अभियान को पालिका के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक, संजीव कुमार, जोन प्रभारी-1 एवं पालिका के अवर अभियन्ता मदनपाल सिंह, जोन प्रभारी- 2 ने अपनी टीमों के साथ सफलतापूर्वक प्रभावी रूप से चलाया। जिससे जल माफियाओं में खलबली मची हुई है।          


बाढ़-भूस्खलन से 123 लोगों की मौत

दिसपुर/ पटना/ शिमला। असम और बिहार में शनिवार को भी बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है और पूर्वोत्तर राज्य में एक और व्यक्ति की मौत हुई है। दोनों ही राज्यों में करीब 36 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। असम में बाढ और भूस्खलन से मरनेवालों की संख्या 123 तक पहुंच गई है। वहीं बिहार में अब तक बाढ़ से 10 लोगों की मौत हो चुकी है।सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, असम में 27 जिलों में करीब 26.38 लाख प्रभावित हैं और बाढ़ की वजह से 97 और भूस्खलन की वजह से 26 लोगों की मौत हुई है।


रिपोर्ट में बताया गया है कि शुक्रवार से अब प्रभावित लोगों की संख्या में 1.6 लाख की कमी आई है, जबकि प्रभावित जिलों में एक और जिला शामिल हो गया है। ग्वालपाड़ा बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। यहां 4.7 लाख लोग प्रभावित हैं। वहीं बारपेट और मोरीगांव जिले में क्रमश: 4.24 लाख और 3.75 लाख लोग प्रभावित है।


पंजाबः रक्षाबंधन पर मिलेगी विशेष छूट

लॉकडाउन की वजह से रविवार को बंद रहती हैं दुकानें


CM ने रक्षा बंधन की पूर्व संध्या पर दुकानें खोलने की दी इजाजत


चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रक्षाबंधन के मौके पर प्रदेश में 2 अगस्त को मिठाई की दुकान खोलने की इजाजत दी है। जाहिर है प्रदेश में रविवार को लॉकडाउन के कारण दुकान खोलने की अनुमति नहीं रहती है। लेकिन सरकार को रक्षाबंधन के मद्देनजर इस रविवार, रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर दुकान खोले जाने को लेकर कई अनुरोध मिले थे। जिसके बाद शनिवार को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने घोषणा करते हुए कहा कि रक्षाबंधन के त्योहार के मौके पर दो अगस्त को पंजाब में मिठाई की दुकानें खोलने की अनुमति रहेगी। बता दें, तीन अगस्त को पूरे देश में रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाएगा। ''आस्ककैप्टन'' फेसबुक लाइव सत्र के दौरान सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने लोगों का अनुरोध स्वीकार करने का निर्णय लिया है।           


गाजियाबाद में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। साहिबाबाद पुलिस ने विक्रम एंक्लेव स्थित एक फ्लैट में चल रहे देह व्यापार रैकेट का भंडाफोड़ किया है। थाना प्रभारी अनिल शाही ने बताया कि मौके से आठ युवतियों और सात युवकों को गिरफ्तार किया है। देह व्यापार का यह रैकेट एक विधवा महिला चला रही थी।  गिरफ्तार युवतियां दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व आसपास के जिलों की हैं।


अनिल शाही के अनुसार रैकेट चलाने वाली महिला किराए के फ्लैट में रैकेट चलाती थी। शक से बचने के लिए यह विधवा महिला  हर छह-सात माह में फ्लैट बदल देती थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।  


इससे पहले अक्तूबर 2019 में पुलिस व प्रशासन की टीम ने इंदिरापुरम इलाके में तीन स्पा सेंटरों में छापेमारी 9 युवकों व 10 युवतियां आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में पता चला था कि साढ़े तीन सालों से स्पा सेंटर संचालित हो रहे थे। इनमें मसाज यानी प्रवेश का रेट पांच सौ से एक हजार रुपया तक वसूला जाता था। यह रकम चुकाने के बाद ग्राहक अंदर जाता था। इसके बाद बंद दरवाजे के पीछे रेट तय होता था। इसके बाद ग्राहक जैसी सुविधा मांगते थे, उसके मुताबिक उन्हें भुगतान करना होता था।                                


वापस लौटते मजदूरों में संक्रमण का खतरा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। लॉकडाउन खत्म होने के बाद विभिन्न राज्यों में गए कामगार अब रोजी रोटी पर लौट रहे हैं।  गाज़ियाबाद जिले के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर भी नौकरी पर लौट आए हैं।  इन मजदूरों में कई मजदूरों के कोरोना संक्रमण से पीड़ित होने की संभावना बनी हुई है। अभी हाल ही में हापुड़ जिले की एक औद्योगिक इकाई में पश्चिम बंगाल से लौटे कुछ मजदूर संक्रमित पाए गए थे।


काम पर लौटे मजदूरों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए उपायुक्त (उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन) बीरेंद्र कुमार ने सभी उद्यमियों को सलाह दी है कि वे दूसरे राज्यों से काम पर लौटे कामगारों को नौकरी पर रखने से पहले उनका कोरोना टेस्ट करा लें और यदि कोई कोरोना संक्रमित कामगार मिलता है तो उसे काम पर न रखें। मुफ़्त कोरोना टेस्ट के लिए जिला प्रशासन की ओर से व्यवस्था की गई है। यदि किसी उद्यमी को कोरोना टेस्ट कराने में परेशानी हो रही है तो वह संबंधित औद्योगिक संगठन के माध्यम से या स्वयं ही उपयुक्त से संपर्क कर सकता है।  यदि टेस्ट कराने वाले श्रमिकों की संख्या ज्यादा हुई तो औद्योगिक संगठन के सहयोग से क्षेत्र में एक एंटीजन टेस्ट कैंप भी लगाया जा सकता है।           


हफ्तो से बिजली आपूर्ति ठप, जनता त्रस्त

दो हफ्ते से जला ट्रंसफ़र्मर सौरई बुजुर्ग गांव के ग्रामीण परेशान


कौशाम्बी। सिराथू तहसील क्षेत्र के सौरई बुजुर्ग स्कूल के तरफ गाँव घुसते ही रोड के किनारे लगा 25 केवीए का विद्युत ट्रांसफार्मर लगभग दो हफ्ते से जला हुआ है। इसके जल जाने से क्षेत्र के लोग अंधेरे में रहते है जिससे लोग काफी परेशान हैं ट्रांसफार्मर बदलने के लिए कार्यवाही भी पूरी हो गई है। इसके बावजूद विभाग द्वारा लोगों की परेशानी पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश ब्याप्त है।गांव के ही राममूरत शर्मा, राजू सविता , दीपक सविता, जगत पटेल, गुलाब सरोज, जयचंद्र निर्मल, जितेंद्र निर्मल  व कई अन्य लोगो ने कहा कि गांव में बिजली विभाग ने 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाया है। लोड अधिक होने के कारण ट्रांसफार्मर बार-बार जल जाता है। विभाग को गांव में उक्त ट्रांसफार्मर को बदल कर 63 केवीए का करने के लिए भी कहा गया है, लेकिन समस्या जस की तस बरकरार है। बिजली नहीं होने से लोगों के साथ-साथ किसान भी खेतो से घर वापस आते ही पँखे जैसे उपकरण चलाने को लेकर काफी परेशान हैं। चूंकि इस समय धान के फसल की रोपाई भी चल रही है। ऐसे में किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने बिजली विभाग से जला हुआ बिजली का ट्रांसफार्मर बदल कर उच्च क्षमता का ट्रांसफार्मर जल्द से जल्द लगाने की मांग की है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। कड़ा विकास खण्ड के सौरई बुजुर्ग ग्रामीण अंचल में फुंके ट्रांसफार्मर को बदलकर विद्युत आपूर्ति बहाल करने का दावा फेल हो गया है। शिकायत के बाद भी 15-15 दिन तक दूसरा ट्रांसफार्मर नहीं लग रहा है। बिजली न मिलने से भीषण गर्मी में जहां लोग बिलबिला रहे हैं वही जिले के आला अधिकारी व जनप्रतिनिधि जनता की समस्या से बेपरवाह हैं। सूबे की कमान संभालते ही मुखिया योगी आदित्यनाथ ने नगरीय इलाके को बिजली कटौती से मुक्त व ग्रामीण अंचल में कम से कम 18 घंटे बिजली देने का फरमान जारी किया था। दावा किया था कि नगर क्षेत्र में 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 48 घंटे के अंदर फुंके ट्रांसफार्मर बदलकर आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी करते हुए 24 घंटे शिकायत दर्ज कराने व उसके निस्तारण की व्यवस्था लागू था। कुछ दिनों तक व्यवस्था ठीक-ठाक चली लेकिन वर्तमान में स्थिति पुराने ढर्रे पर आ गई है। ट्रांसफार्मर फुंका तो नगरीय इलाके में तीन से चार दिन और ग्रामीण क्षेत्र में 10 से 25 दिन की छुट्टी हो जा रही है। ग्रामीणों द्वारा चंदा एकत्र कर कुछ धनराशि देने के बाद दो-चार दिन पहले सुविधा मिलने लगती है। ग्रामीणों की माने तो इस उमस भरी गर्मी में अपने परिवारों एवं छोटे छोटे बच्चो के साथ ग्रामीण ब्याकुल रहते है शिकायत के बाद भी कई दिन से जला ट्रंसफ़र्मर नही बदला गया है।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

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