रविवार, 26 जुलाई 2020

यूपी की जेलों में फैला 'कोरोना वायरस'

बलिया/ लखनऊ। उत्तर प्रदेश की जेलों में कोरोना वायरस अब तेजी से फैल रहा है। झांसी की जेल में 128 कैदियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के एक दिन बाद ही बलिया जिला जेल में 228 कैदियों का परीक्षण पॉजिटिव आया है। जेल अधीक्षक प्रशांत कुमार मौर्य ने कहा, “जेल में संक्रमित कैदियों को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। उन्हें स्वास्थ्य विभाग के निदेर्शानुसार दवा और भोजन दिया जा रहा है।” जेल अधिकारी ने कहा कि एक अकेली महिला कैदी का भी परीक्षण पॉजिटिव आया है, उसे बसंतपुर के एल -1 अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


जेल प्रशासन ने बताया कि 817 कैदियों के एंटीजन परीक्षण के दौरान स्टाफ के एक सदस्य समेत 228 कैदियों का परीक्षण पॉजिटिव आया। बता दें कि बलिया जेल में 1,049 कैदी हैं। जिसमें अब तक 486 संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा, 25 जेल कर्मचारियों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों को अस्थायी जेल स्थापित करने का निर्देश दिया था। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा एक विज्ञप्ति भी जारी की गई थी। हालांकि, बलिया के जिला मजिस्ट्रेट श्रीहरि प्रताप शाही ने स्वीकार किया है कि जिले में अस्थायी जेल की सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा, “हमने केवल ‘तब्लीगी जमात’ के लिए ऐसी जेलें बनाई थीं।”


शाही ने आगे कहा कि 22 जुलाई को 16 कैदियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जेल में बड़े पैमाने पर सैंपलिंग की गई है। प्रसार को सीमित करने को लेकर उन्होंने कहा, “कुल आठ बैरकों में से तीन बैरकों को आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को जेल के अंदर इसकी यूनिट लगाने करने के लिए भी कहा गया है।” 


 संजय कुमार          


सुरक्षा चौकी पर आतंकवादियों का हमला

श्रीनगर। केन्द्रशासित जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में रविवार को आतंकवादियों ने एक सुरक्षा चौकी पर हमला किया था। हमले में किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं है। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि शोपियां जिले के शुगलू में अज्ञात आतंकवादियों ने केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त चौकी पर हमला किया।               


योगी ने किया 15 आईपीएस का तबादला

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन पुलिस अधिकारियों पर शिकंजा कसा है, जो अपने-अपने जिलों में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने में विफल रहे हैं। इनमें 15 आईपीएस अधिकारी शामिल हैं, जिनका तबादला और पोस्टिंग से संबंधित आदेश जारी किया गया है। बीते शनिवार रात जारी किए गए तबादले और पोस्टिंग संबंधी आदेशों के अनुसार, कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु को झांसी स्थानांतरित कर दिया गया है, वहीं उनके पद में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गौरतलब है कि 2-3 जुलाई की रात को बिकरू गांव में आठ पुलिस अधिकारियों की हत्या और एक लैब तकनीशियन की अपहरण-हत्या के मद्देनजर उनका स्थानांतरण हुआ है।


कानपुर में प्रभु का कार्यकाल विवादों से भरा रहा और ज्यादातर मामलों में पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही। गैंगस्टर विकास दुबे की 10 जुलाई को मुठभेड़ और लैब टेक्नीशियन की रिहाई के लिए दी गई फिरौती की रकम ने पुलिस की भूमिका को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया था। अब तक अलीगढ़ रेंज के डीआईजी के पद पर तैनात रहे प्रीतिंदर सिंह अब कानपुर के नए डीआईजी / एसएसपी होंगे। अमेठी की एसपी ख्याति गर्ग को लखनऊ पुलिस कमिशनरेट में डीसीपी (केंद्रीय) के रूप में स्थानांतरित किया गया है, जबकि डीसीपी सेंट्रल दिनेश सिंह अमेठी के नए एसपी होंगे। अपने पड़ोसियों के साथ एक नाले को लेकर हुए विवाद के बाद पिछले सप्ताह लखनऊ में एक महिला ने जान दे दी थी, जिसके बाद गर्ग ने सुर्खियां बटोरीं थी। महिला का दावा था कि पुलिस ने उसकी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं की।           


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 27, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-347 (साल-01)
2. सोमवार, जुलाई-27, 2020
3. शक-1943, श्रावण,शुक्ल-पक्ष, तिथि- सप्तमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:25,सूर्यास्त 07:20।


5. न्‍यूनतम तापमान 25+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.। भारी बरसात की संभावना।


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शनिवार, 25 जुलाई 2020

सावन में शिव व्रत मंगलकारी होता है

शिवजी की कृपा दिलाता है प्रदोष व्रत




प्रदोष व्रत अति मंगलकारी और शिव कृपा प्रदान करने वाला है। यह व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण व शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाता है, इसलिए इसे वार के अनुसार पूजन करने का विधान शास्त्र सम्मत माना गया है। प्रत्येक वार के प्रदोष व्रत की पूजन विधि अलग-अलग मानी गई है। व्रती ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान का ध्यान करते हुए व्रत आरंभ करते हैं। इस व्रत के मुख्य देवता शिव माने गए हैं। उनके साथ पार्वती जी की भी पूजा की जाती है। इस दिन निराहार रहकर सायंकाल स्नान करने के बाद सफेद वस्त्रों में संध्या आदि करके शिव का पूजन किया जाता है। प्रदोष व्रत को करने से हर प्रकार का दोष मिट जाता है।





व्रत महात्म्य



इस व्रत के महात्म्य को गंगा नदी के तट पर किसी समय वेदों के ज्ञाता और भगवान के भक्त श्री सूत जी ने सौनकादि ऋषियों को सुनाया था। सूत जी ने कहा है कि कलियुग में जब मनुष्य धर्म के आचरण से हटकर अधर्म की राह पर जा रहा होगा, हर तरफ अन्याय और अत्याचार का बोलबाला होगा, मानव अपने कर्त्तव्य से विमुख होकर नीच कर्म में संलग्न होगा, उस समय प्रदोष व्रत ऐसा व्रत होगा जो मानव को शिव की कृपा का पात्र बनाएगा और नीच गति से मुक्त होकर मनुष्य उत्तम लोक को प्राप्त होगा। त्रयोदशी की रात्रि के प्रथम प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा का दर्शन करता है, वह सभी पापों से मुक्त हो जाता है। सूत जी ने सौनकादि ऋषियों को यह भी कहा कि प्रदोष व्रत के पुण्य से कलियुग में मनुष्य के सभी प्रकार के कष्ट और पाप नष्ट हो जाएंगे। यह व्रत अति कल्याणकारी है, इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य को अभीष्ट की प्राप्ति होगी। इस व्रत में अलग-अलग दिन के प्रदोष व्रत से क्या लाभ मिलता है, यह भी सूत जी ने बताया। सूत जी ने सौनकादि ऋषियों को बताया कि इस व्रत के महात्म्य को सर्वप्रथम भगवान शंकर ने माता सती को सुनाया था। मुझे यही कथा और महात्म्य महर्षि वेदव्यास जी ने सुनाया और यह उत्तम व्रत महात्म्य मैंने आपको सुनाया है।


प्रदोष व्रत विधान


सूत जी ने कहा है कि प्रत्येक पक्ष की त्रयोदशी के व्रत को प्रदोष व्रत कहते हैं। सूर्यास्त के पश्चात रात्रि के आने से पूर्व का समय प्रदोष काल कहलाता है। इस व्रत में महादेव भोले शंकर की पूजा की जाती है। इस व्रत में व्रती को निर्जल रहकर व्रत रखना होता है। प्रातःकाल स्नान करके भगवान शिव की बेलपत्र, गंगाजल, अक्षत, धूप, दीप सहित पूजा करें। संध्या काल में पुनः स्नान करके इसी प्रकार से शिव जी की पूजा करना चाहिए। इस प्रकार प्रदोष व्रत करने से व्रती को पुण्य मिलता है।


महत्त्व


सप्ताह के सातों दिन के प्रदोष व्रत का अपना विशेष महत्त्व है। रविवार के दिन प्रदोष व्रत आप रखते हैं तो सदा निरोग रहेंगे। सोमवार के दिन व्रत करने से आपकी इच्छा फलित होती है। मंगलवार को प्रदोष व्रत रखने से रोग से मुक्ति मिलती है और आप स्वस्थ रहते हैं। बुधवार के दिन इस व्रत का पालन करने से सभी प्रकार की कामना सिद्ध होती है। बृहस्पतिवार के व्रत से शत्रु का नाश होता है। शुक्रवार प्रदोष व्रत से सौभाग्य की वृद्धि होती है। शनिवार प्रदोष व्रत से पुत्र की प्राप्ति होती है। जो व्रत करना हो, उस वार को पड़ने वाली त्रयोदशी का चयन करें तथा उसी वार के अनुसार कथा पढ़ें-सुनें।


रवि त्रयोदशी प्रदोष व्रत


किसी समय सभी प्राणियों के हितार्थ परम् पुनीत गंगा के तट पर ऋषि समाज द्वारा एक विशाल सभा का आयोजन किया गया, जिसमें व्यास जी के परम् प्रिय शिष्य पुराणवेत्ता सूत जी महाराज हरि कीर्तन करते हुए पधारे। सौनकादि अट्ठासी हजार ऋषि-मुनिगण ने सूत जी को दंडवत् प्रणाम किया। सूत जी ने भक्ति भाव से ऋषिगण को आशीर्वाद देकर अपना स्थान ग्रहण किया। ऋषिगण ने विनीत भाव से पूछा, ‘हे परम् दयालु! कलियुग में शंकर भगवान की भक्ति किस आराधना द्वारा उपलब्ध होगी? कलिकाल में जब मनुष्य पाप कर्म में लिप्त हो, वेद-शास्त्र से विमुख रहेंगे।


दीनजन अनेक कष्टों से त्रस्त रहेंगे। हे मुनिश्रेष्ठ! कलिकाल में सत्कर्म में किसी की रुचि न होगी, पुण्य क्षीण हो जाएंगे एवं मनुष्य स्वतः ही असत् कर्मों की ओर प्रेरित होगा। इस पृथ्वी पर तब ज्ञानी मनुष्य का यह कर्त्तव्य हो जाएगा कि वह पथ से विचलित मनुष्य का मार्गदर्शन करे, अतः हे महामुने! ऐसा कौन-सा उत्तम व्रत है जिसे करने से मनवांछित फल की प्राप्ति हो और कलिकाल के पाप शांत हो जाएं?’ सूत जी बोले, ‘हे सौनकादि ऋषिगण! आप धन्यवाद के पात्र हैं। आपके विचार प्रशंसनीय व जनकल्याणकारी हैं। आपके हृदय में सदा परहित की भावना रहती है, आप धन्य हैं। हे सौनकादि ऋषिगण! मैं उस व्रत का वर्णन करने जा रहा हूं जिसे करने से सब पाप और कष्ट नष्ट हो जाते हैं तथा जो धन वृद्धि-कारक, सुख प्रदायक, संतान व मनवांछित फल प्रदान करने वाला है। इसे भगवान शंकर ने सती जी को सुनाया था।’ सूत जी आगे बोले, ‘आयु वृद्धि व स्वास्थ्य लाभ हेतु रवि त्रयोदशी प्रदोष का व्रत करें। इसमें प्रातः स्नान कर निराहार रहकर शिव जी का मनन करें। मंदिर जाकर शिव आराधना करें। माथे पर त्रिपुण धारण कर बेल, धूप, दीप, अक्षत व ऋतु फल अर्पित करें। रुद्राक्ष की माला से सामर्थ्यानुसार ‘ओउम नमः शिवाय’ जपें। ब्राह्मण को भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें। तत्पश्चात्त मौन व्रत धारण करें। संभव हो तो यज्ञ-हवन कराएं। ‘ओउम हृं क्लीं नमः शिवाय स्वाहा’ मंत्र से यज्ञ-स्तुति दें। इससे अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है। प्रदोष व्रत में व्रती एक बार भोजन करे और पृथ्वी पर शयन करे। इससे सर्व कार्य सिद्ध होते हैं। श्रावण मास में इस व्रत का विशेष महत्त्व है। सभी मनोरथ इस व्रत को करने से पूर्ण होते हैं।’


व्रत कथा


एक ग्राम में एक दीन-हीन ब्राह्मण रहता था। उसकी धर्मनिष्ठ पत्नी प्रदोष व्रत करती थी। उनके एक पुत्र था। एक बार वह पुत्र गंगा स्नान को गया। दुर्भाग्यवश मार्ग में उसे चोरों ने घेर लिया और डराकर उससे पूछने लगे कि उसके पिता का गुप्त धन कहां रखा है। बालक ने दीनतापूर्वक बताया कि वे अत्यंत निर्धन और दुःखी हैं। उनके पास गुप्त धन कहां से आया? चोरों ने उसकी हालत पर तरस खाकर उसे छोड़ दिया। बालक अपनी राह हो लिया। चलते-चलते वह थककर चूर हो गया और बरगद के एक वृक्ष के नीचे सो गया। तभी उस नगर के सिपाही चोरों को खोजते हुए उसी ओर आ निकले। उन्होंने ब्राह्मण-बालक को चोर समझकर बंदी बना लिया और राजा के सामने उपस्थित किया। राजा ने उसकी बात सुने बगैर उसे कारावास में डलवा दिया। उधर बालक की माता प्रदोष व्रत कर रही थी। उसी रात्रि राजा को स्वप्न आया कि वह बालक निर्दोष है। यदि उसे नहीं छोड़ा गया तो तुम्हारा राज्य और वैभव नष्ट हो जाएगा। सुबह जागते ही राजा ने बालक को बुलवाया। बालक ने राजा को सच्चाई बताई। राजा ने उसके माता-पिता को दरबार में बुलवाया। उन्हें भयभीत देख राजा ने मुस्कराते हुए कहा, ‘तुम्हारा बालक निर्दोष और निडर है। तुम्हारी दरिद्रता के कारण हम तुम्हें पांच गांव दान में देते हैं।’ इस तरह ब्राह्मण आनंद से रहने लगा। शिव जी की दया से उसकी दरिद्रता दूर हो गई।          


शिवांशु 'निर्भयपुत्र'








'नासा' अंतरिक्ष मिशन की दिशा में बढ़ी

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा एक नए महत्वाकांक्षी मिशन की तरफ कदम बढ़ा रहा है। इसके तहत स्टेडियम जितने बड़े गुब्बारे में 8.4 फुट का एक दूरबीन पृथ्वी के स्ट्रैटोस्फीयर में भेजा जाएगा। इस मिशन का नाम एसथ्रोस रखा गया है। यह दूरबीन इंफ्रारेड रोशनी और ज्यादा वेबलेंथ वाली रोशनी का अध्ययन करेगा। 


क्या है खासियत
यह गुब्बारा 150 मीटर चौड़ होगा और इसका आकार फुटबॉल के एक स्टेडियम के समान होगा। यह गुब्बारा 130,000 फीट की ऊंचाई पर जा सकता है। यह ऊंचाई हवाईजहाजों की ऊंचाई से चार गुना ज्यादा है। हालांकि, ये अंतरिक्ष तक नहीं जा सकेगा लेकिन पृथ्वी के स्ट्रैटोस्फीयर में जाकर अंतरिक्ष से पृथ्वी की तरफ आने वाली रोशनियों का अध्ययन करेगा। गुब्बारे में एक ऐसा उपकरण भी लगाया जाएगा जो नए सितारों के आसपास मौजूद गैस की गति को मापेगा। गुब्बारे के नीचे लगाए गए एक गोंडोला में दूरबीन और सारे उपकरण लगाए जाएंगे।           


16 देशों के लोगों की जांच करेंगा फ्रांस

हाई रिस्क वाले 16 देशों के यात्रियों का टेस्ट करेगा फ्रांस


पेरिस। फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कास्टेस्क ने घोषणा की है कि देश 1 अगस्त से कोरोनावायरस महामारी से अत्यधिक प्रभावित 16 'रेड जोन' देशों से आने वाले यात्रियों का टेस्ट करेगा। इसमें भारत भी शामिल है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने शुक्रवार को यहां चार्ल्स-डी-गॉल हवाईअड्डे के दौरे के दौरान दिए गए कैस्टेक्स के बयान के हवाले से बताया कि, फ्रांसीसी सरकार ने वायरस के पुनरुत्थान के हाई रिस्क के कारण सीमाओं पर सैनिटरी सुरक्षा को मजबूत करने की योजना बनाई है। भारत के अलावा, अन्य हाई रिस्क वाले देश अमेरिका, ब्राजील, अल्जीरिया, बहरीन, इजरायल, दक्षिण अफ्रीका, कुवैत, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, पनामा, पेरू, सर्बिया, तुर्की और मेडागास्कर हैं। कास्टेक्स ने संवाददाताओं से कहा कि, हालांकि फ्रांसीसी सीमा इन देशों के लिए बंद है, इसलिए यह उपाय सिर्फ उन फ्रांसीसी नागरिकों पर लागू किया जाएगा जो वहां रहते हैं या जो इन देशों के यात्री हैं और फ्रांस में स्थाई तौर पर निवास करते हैं। उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि इन देशों में टेस्ट की कोई रणनीति नहीं है और टेस्ट कराने के लिए उन तक पहुंचना मुश्किल है, इसलिए हमने आगमन के बाद उनका सामान्य टेस्ट करने का निर्णय लिया है।" कास्टेक्स ने आगे कहा, "स्पेन के लिए फ्रांसीसी सीमा खुली रहती है, लेकिन दोनों देशों के बीच यातायात प्रवाह को सीमित करने पर चर्चा चल रही है।" उन्होंने कहा, "कैटालोनिया में बिगड़ते सैनिटरी व्यवस्था और वहां की स्थिति को देखते हुए हम फ्रांसीसी नागरिकों को वहां जाने से बचने की सलाह देते हैं, वह भी तब तक के लिए जब तक कि वहां स्वास्थ्य में सुधार न हो।" फ्रांस में कोविड-19 के अब तक 217,797 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिसमें शुक्रवार को सामने आए नए मामले 1,130 शामिल है। मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 10 नई मौतों के साथ यहां अब तक 30,192 लोगों ने वायरस के कारण अपनी जान गंवा दी है।           


हथियार परीक्षण का दावा खारिज किया

मॉस्को/ वाशिंगटन डीसी/ लंदन। रूस ने अमेरिका और ब्रिटेन के उन दावों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि उसने अंतरिक्ष में उपग्रह रोधी हथियार का परीक्षण किया है। इसके साथ ही रूस ने कहा कि ये आरोप साबित करते हैं कि अमेरिका खुद अंतरिक्ष में हथियार तैनात करने का इरादा रखता है।


अमेरिका और ब्रिटेन के अधिकारियों ने गुरुवार को दावा किया था कि 15 जुलाई को उपग्रह रोधी हथियार के परीक्षण से संकेत मिलता है कि रूस ऐसी प्रौद्योगिकी विकसित करने का प्रयास कर रहा है जो अंतरिक्ष में अमेरिका और उसके सहयोगी राष्ट्रों की संपत्ति के लिए खतरा पैदा कर सकता है।रूस के विदेश मंत्रालय ने आरोपों को खारिज करते हुए एक बयान में कहा कि 15 जुलाई के परीक्षण से अंतरिक्ष में किसी तरह का खतरा पैदा नहीं हुआ है और यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करते हुए किया गया। बयान में यह भी कहा गया कि रूस की अंतरिक्ष गतिविधियों और शांतिपूर्ण अभियानों को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है।         


27 जुलाई से वैक्सीन का मानव परीक्षण

मॉस्को। पहली संभावित कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में सफलता के बाद रूस अब दूसरी कोरोना वैक्सीन बनाने में जुट गया है। समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को रूस की उपभोक्ता सुरक्षा निगरानी का हवाला देते हुए बताया कि साइबोरियन वेक्टर इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित रूस की दूसरी संभावित कोरोना वायरस वैक्सीन का इंसानों पर परीक्षण(मानव ट्रायल) किया जाएगा। इसकी शुरुआत 27 जुलाई से होगी। 


गौरतलब है कि मॉस्को में गेमालेया संस्थान द्वारा विकसित एक वैक्सीन के मानव ट्रायल का प्रारंभिक चरण इसी महीने पूरा हुआ, जो सफल रहा। रूस ने पिछले दिनों घोषणा की थी कि उसने कोरोना वैक्सीन बनाने की दिशा में मानव ट्रायल को सफलतापूर्वक पूरा किया है। रूस के वैज्ञानिकों ने इस वैक्सीन के रिजस्ट पर खुशी जताई। रूसी अधिकारियों ने इस वैक्सीन इस बड़े पैमाने पर उत्पादन की योजना बनानी शुरू कर दी है।           


जैविक युद्ध क्षमताओं के बीच समझौता

बीजिंग/ इस्लामाबाद। ‘जैविक युद्ध क्षमता’ बनाने के लिए चीन और पाकिस्तान के बीच एक समझौते की खबर आई है, और इस समझौते से जुड़े दावों के केन्द्र में वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी है। ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार एंथनी क्लैन, जो एक वेबसाइट क्लेक्सॉन के सम्पादक हैं, ने एक खबर में इस समझौते का खुलासा किया है। क्लैन के मुताबिक, ये समझौता चीन की वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और पाकिस्तान की डिफेंस, साइंस और टेक्नोलॉजी ऑर्गनाइजेशन के बीच हुआ है। ऐसा लगता है कि ये केवल ज्वॉइंट रिसर्च के लिए किया गया एक समझौता होगा, जो ‘उभरती संक्रामक बीमारियो’ पर होगी, लेकिन एंथनी क्लैन दावा करते हैं कि ये समझौते से ज्यादा एक कुटिल एजेंडा है। ये प्रोग्राम पूरी तरह चीन द्वारा वित्तपोषित है, और इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है क्योंकि चीन पाकिस्तान में काफी कुछ निवेश करता रहा है। इस समझौते के तहत चीन को चीन की सीमाओं के बाहर यानी पाकिस्तान में भी जैविक एजेंट्स पर परीक्षण करने की इजाजत मिल गई है।


रिपोर्ट के मुताबिक, ये एक गुप्त सौदा है, जिसकी जानकारी दुनियां से छुपाई जा रही है। पाकिस्तान में एक सीक्रेट जगह है जहां रोग फैलाने वाले घातक कीटाणुओं (पैथोजेन) से जुड़े कई रिसर्च प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। पैथोजेन एंथ्रेक्स की तरह हैं, जिनका इस्तेमाल जैविक हथियार के रूप में किया जा चुका है। इससे पहले शुक्रवार को ज़ी न्यूज के सहयोगी चैनल (wion) ने एंथनी क्लैन से बातचीत की, उसने कहा कि नई दिल्ली को इस तरफ ध्यान देना चाहिए क्योंकि ये मसला भारत के लिए सीधा और बड़ा खतरा है।         


2 वाटर स्प्रिंकलर मशीनों का उद्घाटन

प्रयागराज। माननीय महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के दृष्टिगत नगर निगम परिसर में नगर निगम के कर्मचारियों को फेस शील्ड तथा सेट का वितरण किया गया। तत्पश्चात नगर निगम द्वारा निर्मित कराई गई दो वाटर स्प्रिंकलर मशीन का उद्घाटन किया गया। यह मशीन एन.जी.टी. के दिशा-निर्देश के अनुसार वायु में धूल के कण को समाप्त करने, वृक्षों की धुलाई का कार्य, कीटनाशक का छिड़काव तथा सैनिटाइजेशन का कार्य करती है। माननीय महापौर के द्वारा उक्त का संचालन स्वयं की देखरेख में शहर के चौक क्षेत्र कोतवाली से प्रारंभ करते हुए, लोकनाथ चौराहा, मीरगंज, बताशा मंडी, गुड़ की मंडी, ऊंचा मंडी, सुलकी चौराहा, बहादुरगंज,कोठा पार्चा डाट का पुल से रामबाग, चंद्रलोक चौराहा, रामभवन चौराहा, मुट्ठीगंज होते हुए ई.सी.सी. कॉलेज, कटघर, कल्लू कचौरी चौराहा, हटिया, मोती पार्क होते हुए मानसरोवर चौराहा, चंद्रलोक चौराहा, साउथ मलाका, हीवेट रोड, जानसेनगंज चौराहा से लीडर रोड होते हुए बड़ी स्टेशन, नखाश कोना से पुनः चौक कोतवाली आदि तक कराया गय। इस अवसर पर श्री रवि रंजन नगर आयुक्त प्रयागराज, श्री सतीश कुमार मुख्य अधिशाषी अभियंता, श्री पुरुषोत्तम अधिशासी अभियंता, श्रीमती कुसुमलता व अनूप मिश्रा पार्षद, श्री सुरेंद्र नाथ पांडेय अवर अभियंता, श्री वीरेंद्र पांडेय फोरमैन कर्मशाला, श्री अश्विनी वर्मा सफाई निरीक्षक व डी. पी. सिंह, मनोज श्रीवास्तव, गौरव मिश्रा, हर्ष केसरी, विवेक साहू, गुड्डू साहू, नितिन केसरवानी, आदि लोग उपस्थित रहे।


रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


यातायात माह नवंबर 2024 का शुभारंभ किया

यातायात माह नवंबर 2024 का शुभारंभ किया  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यातायात माह नवंबर 2024 का फीता काटकर और दी...