देहरादून। राजधानी से 19 जुलाई रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया हेल्थ बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 4515 पहुंचा । वही जिसमें अच्छी बात यह है कि अब तक उत्तराखंड में 3116 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किये जा चुके है। जिसमें आज रविवार को 239 मामले सामने आये जिसमंे सूत्रों के अनुसार देहरादून 68, जिसमें 14 एम्स, 10 आर्मी हास्पिटल, 4 एयरपोर्ट से और 5 कपड़ा व्यपारी के परिवार से और 3 हेल्थ वर्कर, एवं ऋषिकेस के 25 के करीब केस सामने आए, वही आज सबसे ज्यादा 150 मामले हरिद्वार में सामने आए हैं। उधमसिंह नगर13, अल्मोड़ा1, टिहरी 3, चमोली1, उत्तरकाशी 5, पौड़ी4, नैनीताल 7, अभी 1311केस एक्टिव है।
वही इसी के साथ अब उत्तराखंड में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 52 पहुंचा है। वही इस दौरान अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने इसकी पुष्टि की है। वही जिसमें आपको बता दे कि उत्तराखंड में कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनिताल में शनिवार, रविवार दो दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। वही इस दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सब कुछ बंद रहेगा. हालांकि, शराब की दुकानों को लॉकडाउन को दूर रखा गया है।
इसी के साथ वही दुसरी ओर सूत्रों से मिली खबर के अनुसार नैनीताल जिले में बीजेपी के पांच पदाधिकारी कोरोना पॉजीटिव (Corona positive) पाए गए हैं। इसके बाद पूरी बीजेपी में हड़कंप मच गया है। इन पांचों पदाधिकारियों के टच में आने वाला हर नेता तनाव में है। नैनीताल जिले के बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत (Prakash Rawat) और इनके संपर्क में आए रामनगर के तीन और बीजेपी कार्यर्ताओं को मिलाकर कुल पांच लोग कोरोना पॉजीटिव निकले हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी ने बीजेपी पदाधिकारियों पर राजनीतिक कार्यक्रम कर कोरोना फैलाने का आरोप लगाया है।जोशी ने कहा है कि सरकार के इशारे पर प्रशासनिक अधिकारी कांग्रेस के नेताओं पर बेवजह के मुकदमे लगा रहे हैं। ऐसे में अब जिन बीजेपी नेताओं ने कोरोना वायरस फैलाने का काम किया है। क्या उनके खिलाफ भी मुकदमे दर्ज होंगे? हालांकि, जोशी ने कोरोना पीड़ित बीजेपी पदाधिकारियों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की है। बीजेपी के नैनीताल जिले के साथ ही कई प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी भी संदिग्ध रूप से बीमार हैं। और सेल्फ क्वांरटीन हैं. ये वही नेता हैं जो प्रकाश और प्रदीप के टच में आए थे। खुद प्रदीप और प्रकाश हल्द्वानी के वरिष्ठ व्यापारी भगवान सहाय के टच में आए थे। संघ से जुड़े ये भगवान सहाय और उनकी पत्नी 14 जुलाई को ही पॉजिटिव पाए गए थे.बीजेपी नेताओं की कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सियासत भी गरमा गई है।