शनिवार, 4 जुलाई 2020

उपायुक्त ने दी हिदायत, बताएं एहतियात

रतन सिंह चौहान
होडल पलवल। गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिïगत अनलॉक-2 के दौरान नई हिदायतें जारी की गई है। उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि सरकार द्वारा कंटेनमेंट जोन के बाहर विभिन्न गतिविधियों पर छूट दी गई है, लेकिन ऐहतियात के तौर पर कुछ गतिविधियों पर रोक पहले की भांति जारी रहेगी।
आदेशों के अनुसार धार्मिक स्थलों, पूजा के स्थानों, होटल, रेस्टोरेंट्स, खरीददारी करने के स्थानों तथा अन्य हॉस्पीटलिटी यूनिट में कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव से लोगों की सुरक्षा के दृष्टिïगत एसओपी लागू रहेगी। शहरी क्षेत्रों की शराब की दुकान व ठेके सहित सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठïान रविवार के दिन सैनेटाइज करने के उद्देश्य से बंद रहेंगे। संबंधित एसडीएम, कार्यकारी अधिकारी तथा नगर परिषद सचिव सभी मार्किट क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना और एसओपी के नियमों की पालना करवाना सुनिश्चित करेंगे। पडोसी राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली व हरियाणा के अन्य जिलों से पलवल जिला में आने वाले व्यक्तियों की नागरिक अस्पताल में कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर चिकित्सा परिक्षण करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। कार्यालयों व कार्यस्थलों पर कर्मचारियों की सुरक्षा के दृष्टिïगत सभी कर्मचारियों के मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड होना चाहिए। उपायुक्त ने सभी नागरिकों से आह्वïान किया है कि वे भी आरोग्य सेतु एप को अपने कम्पीटिबल मोबाइल में डाउनलोड कर अपने स्वास्थ्य स्टेटस को अपडेट करते रहें। कोविड-19 के संक्रमण से लोगों की सुरक्षा के दृष्टिïगत पहले से ही धारा 144 लगाई हुई है, जिसके अंतर्गत सभी नागरिकों को फेस मास्क का प्रयोग करने अनवार्य है। फेस मास्क का प्रयोग न करने, सार्वजनिक स्थानों पर थंूकने व नियमों की उल्लंघना करने पर 500 रुपये जुर्माना के साथ-साथ आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई करने का प्रावधान है।  
नागरिक रखें इन बातों का विशेषकर ध्यान
जारी हिदायतों के अनुसार सभी सार्वजनिक स्थानों, कार्य स्थलों व यातायात के दौरान फेस मास्क पहनना जरुरी है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर 6 फिट की शारीरिक दूरी (दो गज की दूरी) बनाए रखना जरुरी है। अत्यधिक संख्या में एक स्थान पर लोग इक_ïा नहीं हो सकते, विवाह समारोह में 50 से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे। इसके अलावा दाह संस्कार में 20 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते। सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान व थूकने पर जुर्मानें का प्रावधान है। कार्यस्थलों के एंट्री, एग्जिट प्वाइंटों व अन्य प्वाइंटों पर थर्मल स्क्रीनिंग, हैंडवॉश व सैनिटाजर होना जरुरी है। सार्वजनिक व सामान्य स्थानों व अन्य बार-बार छूए जाने वाले स्थानों को लगातार सैनिटाइजेशन किया जाएगा।  एंड्रायड मोबाईल पर आरोग्य सेतू एप को डाऊनलोड किया जाना जरूरी है, जोकि समय-समय पर कोरोना से सचेत करता रहेगा।       


कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन

रतन सिंह चौहान


पलवल। मुख्य न्याय दंडाधिकारी एवं सचिव श्री पीयूष शर्मा  के आदेश अनुसार आज गांव अहरवां में मोबाईल वैन स्वराज माजदा के द्वारा गाँव क़ानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन पैनल अधिवक्ता हंसराज द्वारा किया गया। विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किये जा रहे इन कार्यक्रमों का उद्देश्य समाज के गरीब व् कमजोर वर्गों को  निःशुल्क कानूनी सेवाएं प्रदान करना व इस वैश्विक महामारी के समय जरूरतमंद लोगों को हरियाणा सरकार के द्वारा दी जा रही योजनाओं का लाभ मिल सके।उपस्थित लोगों को कोविड19 महामारी से बचाव , लोगों के विवादों को मध्यस्थता केंद्र  के माध्यम से निपटाने, जो कि जिला न्यायालय पलवल के वैकल्पिक विवाद समाधान केंद्र पलवल में स्थित है, व  हरियाणा पीड़ित मुआवजा योजना, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के बारे तथा स्थाई लोक अदालत बारे तथा उपस्थित लोगों को भारतीय संविधान में वर्णित मौलिक अधिकार व  11 मूल कर्तव्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस विशेष कार्यक्रम के माध्यम से कोविड-19 वैश्विक महामारी में इस समय हमें सरकार द्वारा निर्धारित नियम व क़ानूनों का पालन करना है यदि कोई व्यक्ति इन कानूनों का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जा सकती है।             


योजना लाभार्थियों को पौधों का वितरण

पीएम किसान योजना के लाभार्थियों को निशुल्क पौध वितरण 


संयुक्त कृषि निदेशक प्रयागराज मंडल प्रयागराज द्वारा निशुल्क वितरण का शुभारंभ
बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। मंडी परिषद मुंडेरा प्रयागराज के द्वारा पूर्वाहन 11:30 बजे से कृषि विभाग एवं मंडी परिषद द्वारा निशुल्क पौधों का वितरण प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को प्रदान किया गया। कृषि विभाग द्वारा वन विभाग की नर्सरिओं से अब तक 413000, पौधे उद्यान विभाग की नर्सरी ओं से 8000 पौधे तथा मंडी परिषद के सौजन्य से 25000 फलदार पौधों का प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों में वितरण के लिए उठान कराया गया है जिसका लाभार्थियों को वितरण आज किया जा रहा है। आज सायंकाल तक सभी पौधे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के ऐसे  लाभार्थियों को दिए जा रहे हैं जिन के गड्ढे पहले से खुले हुए हैं । यह पौधे निशुल्क हैं और दिनांक 5 जुलाई को माननीय मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार 1 दिन में रोहित कराए जाएंगे। और वितरण के समय प्रयागराज मंडल प्रयागराज के संयुक्त कृषि निदेशक श्री आर बी सिंह, उप कृषि निदेशक श्री विनोद कुमार, मंडी परिषद मुंडेरा की सचिव सुश्री रेनू वर्मा ,उप परियोजना निदेशक श्री आई के पांडे, विषय वस्तु विशेषज्ञ श्री अनिल मौर्या तथा बड़ी संख्या में कृषि विभाग के कर्मचारी तथा लाभार्थी उपस्थित थे। कोविड-19 के दृष्टिगत मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया गया।                 


खड़े ट्रक से टक्कर, खलासी की मौत

गन्ने चौकी के समीप खड़ी ट्रक में टक्कर लगने से युवक की मौत
बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। बारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गन्ने चौकी की समीप सुबह 4:30 बजे के तकरीबन खड़ी ट्रक में यूपी 63 एटी 1031 के चालक रामबाबू द्वारा पहले से खड़ी ट्रक संख्या यूपी 65 एटी 1290 ने पीछे से टक्कर मार दी। जिसमें खलासी धर्मराज पुत्र रामजीयावन ग्राम भरुदहना मिर्जापुर उम्र लगभग 30 वर्ष की मौके पर ही मृत्यु हो गई। मृतक के भाई धनराज को मोबाइल पर दुर्घटना की सूचना दे दी गई है। मौके पर गन्ने चौकी से उप निरीक्षक शैलेंद्र कुमार यादव, उप निरीक्षक संदीप कुमार यादव, अमित मिश्रा, कृष्णानंद चौबे, राजेश राय आदि लोग मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया तथा मृतक के परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है।   


शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल सपा इकाई

हण्डिया के शहीद जवान नेबूलाल बिन्द की अन्तिम यात्रा में शामिल हुए एमएलसी रामवृक्ष


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी के निर्देश पर एम एल सी रामवृक्ष यादव कानपूर में शहीद हुए जवान नेबूलाल बिंद जी के गाँव भीटी हंडिया पहुंच कर उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए और दिवंगत पुलिस जवान को पुष्प चक्र अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।दुखी परिवार को सांत्वना देते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का सन्देश देते हुए परिजनों को ढाढस बंधाया।कहा दुर्भाग की बात है की प्रदेश में अपराधियों को सरकारी संरक्षण होने की वजहा से आमजन के साथ साथ पुलिस जवान भी सुरक्षित नहीं हैं।कहा पुरा समाजवादी परिवार इस दुख की घड़ी में शहीद पुलिस जवानों के साथ खड़ा है।रामवृक्ष नवाबगंज के देवापुर में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या से दुखी परिवार को सांतवना देने भी गए मृतक के भाई राम गोपाल से मुलाक़ात कर दुख जताया।एम एल सी व पूर्व मंत्री रामवृक्ष यादव के साथ महावीर यादव,मो०शारिक़,सै०आबिद अली,नसीर उद्दीन राईन आदि ने शहीद पुलिस जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की।


राष्ट्रपति के नाम डीएम को सौंपा ज्ञापन

उत्तर प्रदेश सरकार की बरखास्तगी को लेकर सपा ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन ज़िलाधिकारी को सौंपा


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। समाजवादी पार्टी यूवजन सभा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष रविन्द्र यादव के नेत्रित्व में महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित तीन सूत्रिय ज्ञापन सौंपा गया।ज्ञापन में कानपुर में पुलिस और अपराधियों की मुठभेड़ में शहीद पुलिस के जवानो सहित प्रयागराज के थाना होलागढ़ के ग्राम वरई हरख में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या सोरांव थाने के युसूफपुर गांव के एक ही परिवार के पाँच लोगों की हत्या,माण्डा थाने के अन्तर्गत दम्पती और उनकी बेटी की हत्या आदि प्रयागराज में आए दिन बलात्कार और हत्याओं सहित कानपुर में शहीद जवानों के उपर हुए हमले की निष्पक्ष सी०बी०आई० जाँच कराने के साथ अपराध न रोक पाने के कारण योगी सरकार को तत्काल बरखास्त करने की मांग ज्ञापन के माध्यम से की गई।ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व सांसद नागेन्द्र पटेल,निर्वतमान महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन,रविन्द्र यादव,महबुब उसमानी,महावीर यादव,मो०शारिक़,रेहान अहमद,डा०सरताज आलम,कमला यादव,दान बहादुर मधुर,सै०मो०अस्करी,नसीर उद्दीन राईन,बलवन्त यादव,अनूराग सहगल,मोनू प्रजापति,सुशील यादव,धीरेन्द्र यादव,रामसुमेर पाल,विनोद यादव,अवधेश यादव,विक्रम सक्सेना,शैलेन्द्र कुमार,आदर्श यादव,सोनू,सुनील पटेल आदि मौजूद रहे।


 


बेटे के गम में मां-बाप ने तोड़ा दम

गंजम। ओडिशा के जनपद गंजम में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। मिल रही जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमित इकलौते बेटे की मौत के कुछ ही घंटों के बाद पति-पत्नी का शव बरामद किया गया। पुलिस ने कहा कि जिले के कबिसरीनगर पुलिस सीमा के अंतर्गत नारायणपुरससन गांव के राजकिशोर सत्पथी और उनकी पत्नी सुलोचना सतपथी अपने 27 वर्षीय शिक्षक बेटे के भुवनेश्वर के एक अस्पताल में निधन हो जाने के बाद मृत पाए गए।


दंपति के अविवाहित बेटे को गंजाम में क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। वह कुछ हफ्तों से कोरोना वायरस से संक्रमित था। युवक को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसके बाद बुधवार को भुवनेश्वर के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना के लक्षण दिखने के बाद युवक का कोरोना टेस्ट किया गया था, जिसमें वह मंगलवार को पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद शुक्रवार सुबह अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई। गंजम जिले में 283 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1850 हो गयी है। इसके बाद खोरदा में 894, कटक में 702, जाजपुर में 540, गजपति में 442, बालासोर में 370 तथा जगतसिंहपुर में 305 लोग संक्रमित हुए हैं। ओडिशा के इन 10 जिलों (गंजम, गजपति, खोरदा, कटक, जाजपुर, जगतसिंहपुर, बालासोर, मयूरभंज, क्योंझर और झारसुगुडा) में 50 से अधिक सक्रिय मामले हैं। इसके अलावा कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चार अन्य जिलों में भी सप्ताहांत में पूर्णबंदी लागू करने का फैसला किया है।                  


जनप्रतिनिधि का सम्मान करें अधिकारी

श्रीराम मौर्य


देहरादून। विधानसभा सत्र के दौरान अक्सर जनप्रतिनिधियों की ओर से ये शिकायत दर्ज कराई जाती है कि विधायकों और सांसदों को नौकरशाहों से उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। पीठ की ओर से कई दफा इस संबंध में सरकार को निर्देश दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री की ओर से इस बारे में सदन में भी आश्वासन दिया जा चुका है। इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इस संबंध में सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों, सचिवों, मंडलायुक्तों, पुलिस महानिदेशक, जिलाधिकारियों और सभी विभागाध्यक्षों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें सभी सरकारी सेवकों को संसद व विधानसभा सदस्यों के प्रति शिष्टाचार को निभाना अनिवार्य करार दिया गया है।


सरकार की ओर से जारी आदेश में सरकारी सेवकों को जनप्रतिनिधियों की बातों को धैर्यपूर्वक सुनकर गंभीरतापूर्वक विचार करने और फिर गुणदोष व विवेकपूर्ण निर्णय लेने को कहा गया है। सांसद या विधायक की ओर से अधिकारी से मिलने की इच्छा जताने पर आपसी सहमति से मिलने का समय प्राथमिकता के आधार पर नियत करने और बैठक के लिए समय से उपलब्ध रहने को कहा गया है। सांसद व विधायक से मिलने पर खड़ा होकर उनका स्वागत करने, चलते समय उन्हें खड़े होकर विदा करने, सार्वजनिक समारोहों के प्रत्येक अवसर पर उनके बैठने की व्यवस्था पर विशेष रूप से ध्यान देने, फोन को तत्परता से उठाने को कहा गया है। शासनादेश में विधायकों व सांसदों से मिलने वाले पत्रों पर सावधानी से विचार कर उचित स्तर व शीघ्रता से जवाब देने और उन्हें गोपनीय सूचनाओं को छोड़कर स्थानीय महत्व के मामलों से संबंधित सूचनाएं और आंकड़े सुगमता से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।


मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को इस मामले में सरकार का रुख साफ कर दिया। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का दर्जा अधिकारियों से ऊपर है। अधिकारी ऐसी भूल न दोहराएं, इस बारे में उन्हें निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों का हर हाल में सम्मान करना चाहिए। अधिकारी अक्सर ये भूल जाते हैं, लिहाजा उन्हें समय-समय पर याद दिलाना पड़ता है।               


आयुक्त की अधिकारियों के साथ बैठक

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाए जाने, कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने तथा सभी कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज संभव कराने के उद्देश्य से आज मेरठ की कमिश्नर अनीता सी मेश्राम के द्वारा कलेक्ट्रेट के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत करते हुए शासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को प्रोटोकॉल के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं।

मंडलायुक्त कोविड-19 महामारी को लेकर आयोजित बैठक में गहन समीक्षा कर रही थी। उन्होंने प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में करोना मृत्यु दर घटाने के उद्देश्य से व्यापक स्तर पर अभियान चलाकर कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए उन्हें प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज संभव समय पर कराने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ताकि जनपद में कोरोना मृत्यु दर कम हो सकें। उन्होंने कहा कि प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा संयुक्त कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए कोविड-19 को लेकर जनपद में कोविड-19 अस्पतालों में आगामी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बैडों की व्यवस्था पूर्व से ही सुनिश्चित करने की कार्रवाई तत्काल प्रभाव से की जाए, ताकि सभी कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को प्रत्येक स्तर पर यथा समय इलाज संभव हो सकें।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय मुख्यमंत्री कोविड-19 को लेकर सभी जन समस्या को इसके संक्रमण से बचाने के उद्देश्य से निरंतर रूप से कार्यवाही सुनिश्चित कर रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा मेरठ मंडल के सभी जनपदों में करोड़ों संक्रमित व्यक्तियों की खोज करते हुए उनका तत्काल इलाज संभव कराया जा सकें। इस उद्देश्य से 2 जुलाई से 12 जुलाई तक घर-घर जाकर विशेष सर्विलेंस अभियान भी संचालित किया जा रहा हैं। उन्होंने इस अभियान को बहुत ही गुणवत्ता के सारा चलाने के निर्देश दिए हैं, ताकि करोना संक्रमित व्यक्तियों की पहचान हो सकें तथा अन्य बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों की मैपिंग का कार्य भी सुनिश्चित किया जा सकें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सैंपलिंग के कार्य को और अधिक गतिशीलता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए हैं।              


कलेक्ट्रेट में बैठक के बाद किया निरीक्षण

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय के निर्देशन में जनपद में निरंतर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जा रही हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को कलेक्टर सभागार में जनपद के नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी की अध्यक्षता में बैठक आहूत हुई हैं। बैठक में नोडल अधिकारियों द्वारा जनपद में चल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त मरीजों के उपचार मैनेजमेंट पर विस्तार से चर्चा भी हुई हैं।


इस अवसर पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए हम सबको मिलकर एक सार्थक प्रयास करना होगा। कोविड-19 कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से नोडल अधिकारी द्वारा जनपद के जिला स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।



उन्होंने कोविड-19 वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए समस्त स्वास्थ्य सुविधाएं एवं अस्पतालों में व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश भी दिए हैं। बैठक में नोडल अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है कि कोरोना संक्रमण के ग्रस्त मरीजों के उपचार में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए जैसे ही यह संज्ञान में आता है कि कोई कोरोना संक्रमण से ग्रस्त है तो उसका तत्काल प्रभाव से संख्या- 1, 2 और 3 अस्पताल में रेफर कर इलाज शुरू कराना सुनिश्चित कराया जाए, जिसमें किसी भी प्रकार के उपचार में देरी ना हो सकें। बैठक में नोडल अधिकारी द्वारा पाया गया कि जनपद में स्वास्थ्य सेवा मानकों के अनुरूप चल रही हैं।

उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता एवं इसके बचाव संबंधी व्यापक प्रचार-प्रसार करा जाए। इसी क्रम में नोडल अधिकारी द्वारा एसआरएम कॉलेज मोदीनगर का निरीक्षण किया गया, जो संख्या-1 अस्पताल हेतु परिसरों को सुरक्षित रखा गया हैं। नोडल अधिकारी एवं जिला अधिकारी द्वारा कोरोना वायरस अभी व्यक्तियों कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज समय पर संभव हो सकें। इस श्रंखला में एसआरएम कॉलेज मोदीनगर जो कोविड-19 के रूप में विकसित किया गया है उसका निरीक्षण किया गया हैं। 

एसआरएम कॉलेज में 400 बेड की व्यवस्था तथा कोविड-19 को लेकर प्रोटोकॉल के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं भी उपलब्ध है, जो 4 जुलाई 2020 से प्रभावी एवं सचिव रूप से क्रियाशील हो जाएगा। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त, राजस्व अपर जिलाधिकारी भू०आ० स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित रहें हैं।              


किसान की धान 'संपादकीय'

किसान की धान      'संपादकीय'


धान से पैदा भोजन में महत्वपूर्ण जगह रखने वाले चावल और धान की फसल तैयार करने वाली समस्याओं लागत एवं फायदे पर विशष


 हम भारतीय खाने की थाली में विशेष महत्व एवं स्थान रखने वाले भोजन के महत्वपूर्ण अनाज धान से निकलकर चावल का स्वरूप धारण करने वाली फसल और  फसल पैदा करने वाले किसान भगवान की ज्वलंत समस्याओं लागत और फायदे नुकसान पर चर्चा करने की कोशिश कर रहे हैं।धान की फसल के लिए पानी उतना ही जरूरी होता है जितना मछली के जिंदा रहने के लिए पानी का होता है।धान की फसल की शुरुआत का तरीका बदल गया है और अब हल बैल का जमाना जाने के बाद टैक्ट्रर उसका विकल्प बन गया है।धान की फसल की शुरुआत बेड़न बिठाने से होती है और बेड़न बिठाने के लिये बीज की जरूरत होती है जो अब पहले की तरह घर से नहीं बल्कि बीज की दूकान से मुंहमांगी रकम अदा करके लाना पड़ता है।वैसे सरकार की तरफ से किसानों को अनुदान वाला बीज उपलब्ध कराया जाता है इसके बावजूद आधुनिक विभिन्न किस्म के दस आने धान का बीज दूकानों से खरीदा जाता है।बीज में मनमानी मूल्य झेलने के बाद किसान को बेड़न डालने के बाद खाद दवा के साथ ही जंगली पशुओं नीलगाय एवं छुट्टा गाय बछड़ा साड़ आदि की मनमानी की मार झेलनी पड़ती है और बेड़न खेत में डालने के एक हफ्ते के बाद से ही रात दिन चारपाई डालकर उसकी रखवाली करना पड़ता है।बरसात के मौसम की शुरुआत होते ही धान की फसल की तैयारी भी शुरू हो जाती है।इस फसल में नकदी की जरूरत बीज से बीज डालने रखवाली करने तक ही सीमित नहीं है बल्कि बेड़न की रोपाई के लिये खेत में पानी भरने बाद टैक्ट्रर से जुतवाकर पाटा चलाने तथा मजदूरों से रोपाई खाद दवाई तक की खरीद करनी पड़ती है।इस समय सौ रूपया सैकड़ा बेरन खोदकर उसकी मुठ्ठी बंधवाने पर खर्च करना पड़ता हैं।बिजली नलकूप वाले डेढ़ सौ दो डीजल वाले दो सौ रूपया प्रति घंटा लेते हैं और कच्चा डेढ़ बीघा खेत में रोपाई लायक पानी भरने में तीन से साढ़े तीन घंटे का समय लग जाता है।पानी भरकर जुताई मैवाई कराने के बाद रोपाई करने के लिए साढ़े तीन से चार सौ रूपया कच्चा बीघा खर्च करना पड़ता है।इतना ही नहीं धान की फसल में उवर्रक डालने की भी शुरुआत बेड़न से होती है और जबतक फसल में बालें नहीं निकलती हैं तबतक इसकी जरूरत पड़ती है।जिस तरह शुरू से अंत तक डीएपी से यूरिया खाद पर किसानों की एक अच्छी रकम खरीदने के नाम पर खर्च करने पड़ते हैं। उसी तरह इस फसल को तैयार करने के लिए खरपतवार नाशक दीमक नाशक फफूंदी नाशक आदि दवाओं पर भी नकद खरीदना पड़ता है।


इतना खर्च करने के बाद भी किसान को फसल तैयार करने के कम से कम दो बार निकाई भी कराना पड़ता है और निकाई करने वाले मजदूरों को चाय समोसा पान मसाला या दोहरे के साथ सौ रूपया नकद खेत पर ही भुगतान करना पड़ता है।इस फसल को तैयार करने के लिए किसान को पांच हजार से अधिक प्रति बीघा खर्च करने के साथ ही कम से कम चार महीने तक उसकी रातदिन रखवाली करके पशुओं से बचाना पड़ता है।इतना सब खर्च करने के बाद उसे काटकर तैयार करने के लिए उत्पादन का दसवां हिस्सा लौनी यानी कटाई के रूप में देना पड़ता है।इस फसल के सकुशल तैयार होकर घर आते आते किसान द्वारा खर्च की गई धनराशि की वापसी मुश्किल हो जाती है।इतनी मेहनत से किसान धान को पैदा करके उसे चावल बनने लायक बनाता है यही वजह भी है कि चावल मजहबी बंधनों को तोड़कर हिन्दू मुसलमान सिख इसाई सबका सर्वप्रिय भोजन का अंग बना हुआ है।जिन किसानों को सारा कार्य किराये पर कराकर धान की फसल पैदा करनी पड़ती है उसे घाटा उठाना पड़ता है क्योंकि एक बीघा खेत में औसतन तीन चार कुंटल से अधिक पैदावार नहीं होती है।धान की फसल तैयार करने में किसान के हिस्से में सिर्फ पुआल आता है और "बोया ऊँख बहुत मन फरका, कीन हिसाब बचा कां सिरका" वाली कहावत चरितार्थ होती है।



भोलानाथ मिश्र


प्लास्टिक कचरा पैदा करने वाला देश बना 'भारत'

प्लास्टिक कचरा पैदा करने वाला देश बना 'भारत'  डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। आपने कभी सोचा है कि आपका चाय-समोसा ख...