मंगलवार, 9 जून 2020

नए सितारो के बारे में जांच-पड़ताल

लंदन (एजेंसी)। शेफ़ील्ड स्टडी ग्रुप के वैज्ञानिकों ने ब्रह्माण्ड में तारा बनाने वाले क्षेत्रों की विशिष्टता का अध्ययन करने के लिए मिल्की वे में बने नए सितारों के बारे में जांच-पड़ताल की। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने नए सितारों अध्ययन के दौरान मैग्मा ओशन प्लॉनेट के बारे में पता लगाया है जिससे अंतरिक्ष में नए सितारों और ग्रहों के बनने की गुत्थी सुलझ सकती है। इतना ही नहीं, वैज्ञानिकों ने यह भी दावा किया है कि स्टेलर नर्सरीज जहां गैस और धूलकणों के मिलने से नए तारों का निर्माण होता है वहां सूर्य से बड़े और तारे भी मौजूद हैं। इस दौरान उन्होंने पाया कि मैग्मा ओशन प्लॉनेट में से एक ग्रह बेबी अर्थ के समान है। इस शोध से अंतरिक्ष में तारे और ग्रह बनने की प्रक्रिया को समझने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि ये मैग्मा ओशन प्लॉनेट सूर्य जैसे अन्य तारों का पता लगाने में भी काम आ सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये ग्रह इतनी गर्मी उत्सर्जित करते हैं कि हम नेक्स्ट जेनरेशन की इन्फ्रा-रेड टेलिस्कोप का उपयोग करके उनसे चमक देख पाएंगे। जिन स्थानों पर हमें ये ग्रह मिले रहे हैं उन तारों की उम्र 100 मिलियन वर्ष से कम है। ऐसे तारों को युवा श्रेणी में रखा जाता है।शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय के खगोलविद रिचर्ड पार्कर ने कहा कि मैग्मा ओशन प्लॉनेट चट्टानों और छोटे ग्रहों की क्रमिक टक्कर से बनते हैं। जिसके प्रभाव से उनकी सतह इतनी गर्म हो जाती है कि वह पिघली हुई चट्टान बन जाती है, जिससे उन्हें खोजने में मदद मिलती है।


'कम्युनिटी स्प्रैड' केंद्र कर सकेगा ऐलान


  • केंद्र और दिल्ली के बीच तकरार बढ़ी

  • सत्येंद्र जैन बोले- कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड केंद्र ही कर सकती है ऐलान


नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और तीखी होती राजनीति के बीच कम्युनिटी स्प्रेड को लेकर चर्चा तेज हो गई है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को ऐलान किया कि एम्स डायरेक्टर ने दिल्ली में कोरोना वायरस के कम्युनिटी स्प्रेड को मान लिया है, लेकिन केंद्र ही इसका ऐलान कर सकता है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने जो दिल्ली के अस्पतालों को लेकर फैसला किया था, उसे LG साहब ने खत्म कर दिया है ऐसे में अब दिल्ली वालों का इलाज कहां होगा। दिल्ली में पूरी दुनिया से फ्लाइट यहां आई हैं, ऐसे में यहां केस बढ़ रहे हैं। सत्येंद्र जैन ने फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अब अगर दिल्ली में बाहर से लोग आएंगे तो राज्य के लोगों का इलाज कहां होगा। केंद्र सरकार के जो 10 हजार बेड हैं, उनमें इलाज करवा लें। केंद्र ने हमारी मांग नहीं मानी कि फ्लाइट बंद की जाए, दिल्ली के अंदर बाहर के लोगों को आने से रोका नहीं गया, जिससे केस बढ़ गए।


स्वास्थ्य मंत्री बोले कि हम लगातार बेड बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, AIIMS के डायरेक्टर ने कम्युनिटी स्प्रेड को मान लिया है लेकिन केंद्र सरकार इसको नहीं मान रही है। दिल्ली में बहुत से ऐसे केस हैं, जिनका कोई सोर्स नहीं है। कम्युनिटी स्प्रेड है या नहीं, वो केंद्र मानेगी तभी होगा।


दिल्ली के अस्पतालों का हाल.. सरकारी आंकड़ा


गौरतलब है कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच इन दिनों कोरोना संकट को लेकर आर-पार की लड़ाई छिड़ गई है। पहले दिल्ली सरकार ने फैसला लिया था कि अब दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ राज्य के निवासी का इलाज होगा, लेकिन उपराज्यपाल ने इस फैसले को तुरंत बदल दिया। जिसके बाद से दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल आमने-सामने है।


बता दें कि दिल्ली में पिछले एक हफ्ते से रोज़ ही एक हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में चिंता बढ़ती जा रही है। दिल्ली में मंगलवार सुबह तक कुल कोरोना वायरस के मामले 29943 हैं, जबकि 874 लोगों की मौत हो चुकी है।


हिमाचल में कम नहीं हो रहा संक्रमण

नाहन। हिमाचल प्रदेश के कोरोना वायरस के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। मंगलवार सुबह सिरमौर जिले से कोरोना के आठ नए मामले सामने आए हैं। ये सभी औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब स्थित ओरिसन फार्मा इकाई में काम करते हैं। इनमें मालिक दंपति व उनका बेटा भी शामिल है, जो इस समय पंचकूला में रह रहे हैं। प्रशासन ने पहले ही इस फार्मा कंपनी (Pharma Company) को सील करने के आदेश दे दिए थे।


इसी फार्मा इकाई में काम करता था पशोग निवासी संक्रमित


जानकारी के अनुसार सिरमौर जिला से सोमवार को जांच के लिए भेजे गए 41 सैंपलों में से 33 नेगेटिव और आठ की रिपोर्ट पॉजिटिव (Report positive) आई है। सभी संक्रमित उसी फार्मा इकाई में कार्यरत थे जिसमें गांव बाग पशोग का निवासी कार्यरत था और बाद में पॉजिटिव पाया गया था। व्यक्ति फिलहाल सराहां के कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती है। आठ संक्रमितों में से सात लोग फिलहाल हरियाणा में ही हैं, जिनमें कंपनी का मालिक, उसकी बीवी और बेटा पंचकूला में और इकाई का सीईओ यमुनानगर में, दो लोग साढौरा में और एक व्यक्ति नारायणगढ़ में हैं। इसके अलावा एक व्यक्ति को त्रिलोकपुर स्थित कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। डीसी सिरमौर डॉ. आरके परुर्थी ने इसकी पुष्टि की है। इसी के साथ सिरमौर में कुल संक्रमितों की संख्या 20 हो गई है, जबकि सक्रिय मामलें 16 हैं और चार ठीक हुए हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश में अब तक कुल 429 मरीज आ चुके हैं। एक्टिव केस एक्टिव 197 हैं। अब तक 227 लोग ठीक हुए हैं वहीं पांच की मौत हुई है।


लगातार तेज रफ्तार का 'कहर' जारी

अतुल त्यागी(मेरठ मंडल प्रभारी)

हापुड़। जनपद हापुड़ में तेज रफ्तार का कहर लगातार जारी लोगों की जान पर पड़ रहा है भारी रोज हो रही है है कहीं ना कहीं दुर्घटना। मामला जनपद हापुड़ के थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के  अल्लाबख्शपुर नेशनल हाईवे 9 का है जहां रॉयल इनफील्ड पर जा रहा युवक अज्ञात वाहन से टकराया और हुई मौत।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस फोर्स के साथ चौकी इंचार्ज सतपाल सिंह मृतक युवक को लिया अपने कब्जे में पीएम के लिए भेजा मृतक युवक अमरोहा के थाना हसनपुर क्षेत्र का बताया जा रहा है।

फिलहाल पुलिस युवक के परिजनों से संपर्क साधने की कोशिश कर रही है और अज्ञात वाहन की तलाश की जा रही है तेज रफ्तार वाहनों को कंट्रोल में करने के लिए परिवहन विभाग को उठाना होगा बड़ा कदम तभी रुकेंगे घटनाएं।

कोरोना लक्ष्ण दिखने के बाद भर्ती कराऐंं

नई दिल्ली। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भाजपा नेता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कहा है कि अब वह घर आ चुके हैं, लेकिन उनको ठीक होने में अभी वक्त लगेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस मुश्किल समय में पार्टी ने उनकी का ध्यान रखा और पार्टी का नेतृत्व परछाई बनकर उनके पीछे खड़ी रहा है। ऐसे में वह यही कहना चाहते हैं कि पार्टी ही उनका परिवार है।


ध्यान रहे संबित पात्रा को अस्पताल से रविवार देर रात ही डिस्चार्ज कर दिया गया था। उनमें कोरोना के लक्षण दिखने के बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन दोबारा जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। डॉक्टरों ने उन्हें अभी उन्हें कुछ दिन होम कवरेन्टीन रहने की हिदायत दी है। गौरतलब है कि पात्रा को कोरोना के लक्षण मिलने पर 28 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।


हादसा होने से बचा, चालक की बची जान

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार (रिपोर्टर पिलखुआ)

 

धौलाना में ट्रक पलटने से हादसा होने से बचा गनीमत रही ट्रक ही पलटा कोई अनहोनी नहीं हुई चालक ने कूदकर बचाई जान।

 

हापुड़। स्लग- हापुड़ के कस्बा धौलाना वशिष्ठ चोक पर नाला नहीं बनने की वजह से दूसरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में दादरी से मुजफ्फरनगर सीमेंट की चादरों से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया गनीमत रही ट्रक के चपेट में कोई आया नही वरना हो सकता था कोई बड़ा हादसा ट्रक चालक आरिफ ने बचाई किसी तरह कूदकर जान।

 

जानकारी के अनुसार लोगों ने बताया काफी समय से नाला बनने की शिकायत हो रही है। लेकिन नाला नहीं बन पा रहा पानी भरे रहने की वजह से गड्ढे दिखाई नहीं देते जिनकी वजह से लोग गड्ढों की चपेट में आ जाते हैं। जिसका खामियाजा गाड़ी वालों को भुगतना पड़ता है। अगर यही हादसा सड़क चलते वक्त दिन में हो जाता तो लोगों की जान पर भारी पड़ सकता था।

प्रवासियों के लिए विशेष ट्रेनों की मांग की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अन्य राज्यों से संबंध रखने वाले प्रवासी श्रमिकों को वापस भेजने के लिए अधिक श्रमिक विशेष ट्रेनों की मांग की है। ईंट भट्टों में कार्यरत श्रमिकों की एक बड़ी संख्या अब अपने राज्यों में वापस जाना चाहती है, जिसमें खास तौर पर बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के हैं।


गृह विभाग के अधिकारियों ने ईंट भट्ठा संचालकों के साथ बैठक की और सभी जिलों में जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ऐसे श्रमिकों का डेटा एकत्र करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि अपने घर लौटने से पहले ईंट भट्ठा मालिकों से अपनी बकाया राशि पा सकें। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि राज्य में लगभग 12 हजार ईंट भट्टे क्रियाशील हैं लेकिन मानसून के साथ-साथ यह बंद हो जाएंगे। इन ईंट भट्टों पर काम करने वाले श्रमिक घर लौटना चाहते हैं।


उन्होंने कहा, “ईंट भट्टे लॉकडाउन के दौरान काम कर रहे हैं, लेकिन अब मानसून आ रहा है, इससे वे बंद हो जाएंगे। मालिकों और सभी जिला मजिस्ट्रेटों के साथ एक बैठक आयोजित की गई है। जिसमें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि श्रमिकों को घर भेजे जाने से पहले उन्हें सभी बकाया राशि का भुगतान किया जाए।” उत्तर प्रदेश सरकार ने भट्ठा मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए केंद्र से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग की है। अवस्थी ने कहा कि सरकार तब तक मुफ्त ट्रेन और बस सेवाओं का संचालन करती रहेगी, जब तक कि उत्तर प्रदेश के लोग जो दूसरे राज्यों में अटके हुए थे वे वापस नहीं आ जाते। वहीं राज्य के लोग जो दूसरे राज्यों के हैं वे संबंधित राज्यों में नहीं पहुंच जाते।


सरकार ने एक बार फिर से उन लोगों से अपील की है कि जो वापस लौटने की इच्छा रखते हैं वे विशेष राज्य के लिए प्रतिनियुक्त नोडल अधिकारी से संपर्क करें। बस-ट्रेन से अब तक 31 लाख से अधिक लोगों को उत्तर प्रदेश में वापस लाया गया है। वहीं कई अपने दम पर यात्रा कर यहां वापस आ चुके हैं। इस बीच, राज्य के मुख्य सचिव आर.के. तिवारी ने सोमवार से नोएडा प्रशासन को नोएडा-दिल्ली सीमा पर भीड़ को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया है क्योंकि दिल्ली ने सोमवार से दोनों राज्यों के बीच मुक्त आवाजाही करने की अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग को अगले दो दिनों के भीतर पास के लिए एक उचित तंत्र लगाने के लिए कहा है।


नैनीताल को 'रेड जोन' से हटाया गया

हल्द्वानी। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि केन्द्र सरकार की गाईडलाइन व उत्तराखण्ड शासन के निर्देशानुसार जोन निर्धारण की व्यवस्था को समाप्त करते हुए जनपद नैनीताल को रेड जोन से हटा दिया गया है।


अब जनपद में बाजार प्रातः 07 बजें से सांय 07 बजें तक खोली जायेगी,तथा जनपद में सभी प्रकार का पब्लिक ट्रान्सपोर्ट गाईडलाइन के प्रतिबन्धों के अनुसार 50 प्रतिशत सवारी के साथ अनुमन्य होगा। जिलाधिकारी श्री बंसल ने बताया है कि मुख्य सचिव के प्राप्त आदेशों के क्रम मे जनपद नैनीताल में होटल, रेस्तरां तथा धार्मिक स्थल शासन द्वारा जारी गाईडलाइन के अनुसार खोले दिये गये हैे। उन्होने बताया कि राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण ने केन्द्र के दिशा निर्देशों के अनुसार जनपद के सभी होटल, सेवा क्षेत्र, रैस्टोरेंट, शापिंग माॅल, धार्मिक स्थल और पूजा घरों को खोलने की गाईडलाइन जारी की है। उन्होने बताया कि सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों मे थर्मल स्केनिंग, सेनिटाइजेशन अनिवार्य रूप से किया जाये, स्टाफ व ग्राहक सभी अनिवार्य रूप से मास्क लगायेंगे। जनपद में जिम,बार, सिनेमाहाल, कोचिंग सेन्टर, मनोरंजन पार्क, विद्यालय एवं शैक्षणिक संस्थायें पूर्णतया बन्द रहेंगे।



जिलाधिकारी श्री बंसल ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के बीच अब धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है इसको दृष्टिगत रखते हुये धार्मिक स्थलोें मे पूजा अर्चना के लिए छूट दे दी गई है। उन्होने बताया कि पूजा स्थलों को अनिवार्य रूप से सेनिटाइज किया जाए तथा भक्तों एवं दर्शनार्थियों को धार्मिक स्थलोें मे समूह मे प्रवेश ना कराकर कम से कम लोगों को सोशल डिस्टैसिंग के आधार पर प्रवेश कराया जाए।धार्मिक स्थलों मे आने वाले सभी लोगोें को सामाजिक दूरी के नियम का भी अनुपालन कराया जाए, इसी प्रकार सभी रेस्टोरेंट एवं माॅल मे यह व्यवस्था बनाई जाए।



दलगत नीति से हटकर राष्ट्रहित की सोचेंं

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने चीन और नेपाल सीमा विवाद को लेकर भाजपा और कांग्रेस के चल रहे आरोप-प्रत्यारोप पर निशाना साधा। उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचने की सलाह दी है।


मायावती ने मंगलवार को ट्विटर के माध्यम से लिखा, “चीन के साथ ही दूसरे पड़ोसी देश नेपाल के साथ भी सीमा विवाद अब काफी गंभीर रूप धारण करता जा रहा है। ऐसे में देश की सभी राजीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचना चाहिए। साथ ही, ऐसे मामलों में यदि केन्द्र सरकार सबको विश्वास में लेकर चले तो यह बेहतर होगा।”


उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा,”यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कोरोना महामारी के चलते जब देश की जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है तब भी खासकर बीजेपी व कांग्रेस इसकी आड़ में घिनौनी राजनीति कर रहीं हैं तथा अब चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भी इनमें आरोप-प्रत्यारोप जारी है, जो देशहित में उचित नहीं है।”गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट के दौर में सरकार और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। इसे लेकर सियासत हर रोज आगे बढ़ रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हैं और जवाब में सरकार व भाजपा नेताओं की तरफ से राहुल पर निशाना साधा जा रहा है।


शायरी छोड़े, वास्तविकता बताए रक्षा मंत्री

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच ट्विटर पर शायरी के माध्यम से जारी हमले के बीच राहुल गांधी ने मंगलवार को तीखा तंज करते हुए पूछा कि शायरी खत्म हो गयी हो तो रक्षा मंत्री देश को बताएं कि क्या चीनी ने भारतीय क्षेत्र में कब्ज़ा कर लिया है।


राहुल गांधी ने भारत-चीन सीमा पर विवाद को लेकर राजनाथ सिंह से पूछा , “हाथ निशान पर रक्षा मंत्री की टिप्पणी पूरी हो, तो क्या वह बता सकते हैं कि लद्दाख में चीन ने क्या भारतीय क्षेत्र पर कब्जा किया है।” कांग्रेस नेता के इस तंज से पहले राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के हाथ चिह्न को निशाना बनाते हुए ट्वीट किया “हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै, ‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै।”


राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के आठ जून को किए ट्वीट का शायरी में यह जवाब दिया है। राहुल गांधी ने कल अपने ट्वीट में कहा था “सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन, दिल को ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।”


एलएसी पर चीन के हेलीकॉप्टर नजर आए

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं में जारी तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत की जा रही है। लेकिन, दोनों सेनाओं के कमांडरों के बीच बातचीत के महज दो दिन बाद सोमवार को ही लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीन के हेलिकॉप्टर नजर आए। यह घटना दोनों देशों के सैन्य कमांडरों की 6 जून को हुई मुलाकात के मजह दो दिन बाद हुई है। सैन्य कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को कम करने के लिए बातचीत की थी।


सूत्रों के अनुसार बीते 7-8 दिनों में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के हवाई बेड़े की गतिविधियां ज्यादा बढ़ गई हैं और उसके हेलिकॉप्टर लगातार नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि सीमा के करीब कई इलाकों में तैनात चीन के सैनिकों को मदद पहुंचाने के लिए ये हेलिकॉप्टर उड़ान भर रहे हों। पूर्वी लद्दाख में दोनों सेनाओं के बीच टकराव और तनाव की स्थिति के बीच चीन के हेलिकॉप्टर कई बार भारतीय इलाकों में भी नजर आए। ये गलवान घाटी में भारतीय कंस्ट्रक्शन साइट के ऊपर भी उड़ान भरते देखे गए थे।


चीन लगातार अंतरराष्ट्रीय एविएशन नियमों का उल्लंघन कर रहा है और वह भारतीय इलाकों में चॉपर्स के जरिए निगरानी रख रहा है। मई के शुरुआती दिनों में भी चीन के हेलिकॉप्टरों की ऐसी गतिवििधयों के बाद भारतीय एयरफोर्स ने अपने फाइटर जेट्स बोले थे। तब चीन के विमान एलएसी के काफी करीब उड़ान भर रहे थे। यह घटना तब हुई थी, जब दोनों देशों की सेनाओं के जवान सीमा पर आमने-सामने आ गए थे। चीन का सरकारी मीडिया भी लगातार भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को हजारों सैनिकों के युद्धाभ्यास का वीडियो शेयर किया।


इसके जरिए चीन का मीडिया यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि सीमा पर चीन किसी भी समय अपने सैनिक और हथियार इकट्ठा कर सकता है। भारतीय एक्सपर्ट ने कहा कि यह चीन की पुरानी आदत है। वक्त आ गया है कि हमें भी उसके दिमाग से खेलना चाहिए। मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने चीन के उत्तर-पश्चिम में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास किया है। इसमें हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद गाड़ियां शामिल हैं।


भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) की लंबाई 3488 किलोमीटर की है। इसी पर दोनों देशों में विवाद है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है। इसके साथ ही कई जगहों पर सीमा विवाद है। भारत और चीन के सैनिकों के बीच मई में तीन बार झड़प हो चुकी है। इन घटनाओं पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारतीय सैनिक अपनी सीमा में ही गतिविधियों को अंजाम देते हैं। भारतीय सेना की लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पार एक्टिविटीज की बातें सही नहीं हैं। वास्तव में यह चीन की हरकतें हैं, जिनकी वजह से हमारी रेगुलर पेट्रोलिंग में रुकावट आती है।


'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...