रोम। इटली में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से 72 लोगों की मौत होने के साथ मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 33,846 हो गई। नागरिक सुरक्षाा विभाग ने यह जानकारी शनिवार को दी। बताया गया है कि संक्रमण के सक्रिय मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। शुक्रवार को सक्रिय मामलों की संख्या जहां 1,099 थी, शनिवार को दोपहर तक 35,877 तक पहुंच गई। वहीं, बीते 24 घंटों के दौरान ठीक होने वाले 1,297 को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। इसके साथ ही संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या 165,078 तक जा पहुंची।
कोविड-19 से संक्रमण के 270 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमित लोगों की संख्या बीते 24 घंटे में बढ़कर 234,801 हो गई।
रविवार, 7 जून 2020
इटलीः बीतें 24 घंटे में 72 लोगों की मौत
डीएमऐ ने केजरीवाल को लताड़ लगाई
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने बेडों की कालाबाजीरी को लेकर अस्पतालों को धमकी दी थी। अब दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने केजरीवाल को जमकर लताड़ लगाई है। मेडिकल एसोसिएशन ने केजरीवाल द्वारा अस्पतालों को धमकाने और डॉक्टरों को चेतावनी देने पर आपत्ती जताई है और इसकी कड़ी निंदा की है। एसोसिएशन ने सर गंगाराम अस्पताल के अधिकारियों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामले की भी निंदा की। बता दें कि अस्पताल पर कोरोना वायरस टेस्ट दर्ज करने के लिए नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।
DMA ने एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के समय में डॉक्टर पिछले दो महीनों से दिल्ली के लोगों की सेवा कर रहे हैं। डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों का इलाज कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से उनके साथ पेश आया जा रहा है इससे वे अपमानित महसूस कर रहे हैं।
बयान में यह भी कहा गया है कि अस्पताल स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं और रोगियों की सेवा कर रहे हैं। उन्हें दंडित किया जा रहा है और सरकार उनके प्रयासों की प्रशंसा करने की बजाय रोज नए डिक्टेट जारी कर रही है। बयान में कहा गया है कि दिल्ली के डॉक्टर पहले से ही महामारी से अधिक प्रभावित हैं और राज्य सरकार अनावश्यक रूप से स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव डाल रही है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हालही में अस्पतालों को कोरोना मरीजों को बेड देने से मना करने या बेड की कालाबाजारी करने को लेकर चेतावनी दी है। एसोसिएशन ने बयान में कहा, “जिस तरह से सीएम ने कोरोना मरीजों के दाखिले और टेस्ट को लेकर डॉक्टरों को चेतावनी दी है और अस्पतालों को धमकाया है उसकी दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन निंदा करती है।
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केंद्र के अस्पतालों पर कोई रोक नहीं
नई दिल्ली। कोरोना वायरस काल में दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब दिल्ली से बाहरवाले लोगों को दिल्ली में इलाज करवाने में दिक्कतों का सामना करना होगा। फैसले के मुताबिक, दिल्ली में मौजूद दिल्ली सरकार के सरकारी हॉस्पिटल और प्राइवेट हॉस्पिटलों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज (arvind kejriwal on corona Treatment) होगा। वहीं केंद्र सरकार के हॉस्पिटल सभी के लिए खुले होंगे।
केंद्र के हॉस्पिटलों में इलाज पर रोक नहीं
दिल्ली सरकार ने कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया है। अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आनेवाले हॉस्पिटल और दिल्ली के प्राइवेट हॉस्पिटलों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज होगा। वहीं केंद्र सरकार के हॉस्पिटल जैसे एम्स, सफरदरजंग और राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) में सभी लोगों का इलाज हो सकेगा, जैसा अबतक होता भी आया है। हालांकि, कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल जो स्पेशल सर्जरी करते हैं जो कहीं और नहीं होती उनको करवाने देशभर से कोई भी दिल्ली आ सकता है, उसे रोक नहीं होगी। 60 से 70 प्रतिशत बाहर के लोग दिल्ली के हॉस्पिटलों में भर्ती रहे। लेकिन इस वक्त दिल्ली में समस्या है, कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे। ऐसी स्थिति में पूरे देश के लिए हॉस्पिटल खोल दिए तो दिल्ली के लोग कहां जाएंगे। केजरीवाल ने बताया कि पांच डॉक्टर्स की कमिटी बनाई गई थी जिन्होंने माना कि फिलहाल बाहर के मरीजों को रोकना होगा।
केजरीवाल के मुताबिक, कमिटी ने कहा है कि दिल्ली को जून के अंत तक 15 हजार कोविड बेड चाहिए होंगे। फिलहाल दिल्ली के पास 9 हजार बेड हैं और अगर हॉस्पिटल सबके लिए खोल दिए तो ये 9 हजार तीन दिन में भर जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि 7.5 लाख लोगों ने उन्हें सुझाव दिए, जिसमें से 90 प्रतिशत ने कहा कि फिलहाल कोरोना-कोरोना तक दिल्ली से हॉस्पिटल दिल्लीवालों के लिए होने चाहिए।
दिल्ली में कल से क्या खुलेगा
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि 8 जून दिल्ली सील बॉर्डर को खोल रही है। इससे गाजियाबाद, नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद के लोग आसानी से दिल्ली आ सकेंगे। इसके साथ दिल्ली में रेस्तरां, मॉल और धार्मिक स्थान खोले जाएंगे। फिलहाल होटल और बैंकट हॉल नहीं खुलेंगे।
सीएए का विरोध, 4 पर रासुका लगाई
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ किए गए विरोध प्रदर्शन के संबंध में गिरफ्तार किए गए चार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है। फरवरी में गिरफ्तार किया गए इन लोगों पर शनिवार को एनएसए लगाया गया। एनएसए के तहत, एक व्यक्ति को बिना किसी आरोप के 12 महीने तक हिरासत में रखा जा सकता है।
अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मुनिराज जी. ने कहा कि एनएसए के अनुसार, चारों को जेल में भेज दिया गया। वर्तमान में जेल में बंद चारों आरोपियों की पहचान इमरान, अनवर, साबिर और फहीमुद्दीन के रूप में की गई है। उनकी जमानत याचिका सत्र अदालत के समक्ष लंबित है। मामले में गिरफ्तार कुछ अन्य लोगों को हाल ही में जमानत दे दी गई थी।
एसएसपी ने कहा, “इनपुट हैं कि अगर यह चार व्यक्ति जमानत पर बाहर आते हैं, तो वे शांति के लिए खतरा पैदा करेंगे इसलिए जिला प्रशासन ने एनएसए के तहत चारों को बुक करने का निर्णय लिया है।”इन चारों को 23 फरवरी को हुई हिंसा में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि पुराने शहर इलाके में पुलिस और सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई थीं। इसमें कम से कम पांच लोग घायल हो गए थे।
दुर्लभ प्रजाति के तीन कछुए बरामद
सोनू
काशीपुर। काशीपुर में वन विभाग की टीम ने दुर्लभ प्रजाति के तीन कछुओं समेत एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। उक्त आरोपी कछुओं को बेचने के लिए कुंडेश्वरी में ले जा रहा था।
दरअसल पिछले काफी समय से वन विभाग की टीम को कछुओं की तस्करी की खबर मिल रही थी। बीती सायं मुखबिर की सूचना के आधार पर कुंडेश्वरी रोड पर एक बाइक सवार को वन विभाग की टीम ने रोका तो उसके पास से तीन कछुए बरामद हुये ।पूछताछ करने पर उसने अपना नाम संजीत कुमार पुत्र पच्ऊ सिंह निवासी आलू फार्म काशीपुर बताया। वन क्षेत्राधिकारी ए के सक्सैना ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी संजीत कुमार ने पूछताछ में जानकारी दी कि उससे ये कछुए किसी ने मंगवाए थे जो उसे कुंडेश्वरी में किसी व्यक्ति को बेचने थे। वह व्यक्ति कौन है उसके बारे में आरोपी कोई जानकारी नहीं दे पाया।
वन क्षेत्राधिकारी के मुताबिक इन कछुओं का लोग खाने में और कुछ लोग दवा के लिए जड़ी बनाने भी उपयोग करते हैं। फिलहाल आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
रुद्रपुर में आधुनिकतम कोविड कंट्रोल रूम
रुद्रपुर। पुलिस मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद एसएसपी ऑफिस के द्वितीय तल पर आधुनिकतम कोविड कंट्रोल रूम का निर्माण होना शुरू हो गया है। जिसको आधुनिक संयंत्रों से सुसज्जित किया जाएगा। जिससे पूरे जनपद के सीसीटीवी, थानों, चौकियों और पुलिस विभाग के कार्यों को ऑनलाइन संचालित किया जाएगा। जिसके निर्माण के लिये सिडकुल एंटरप्रेन्योर वेलफेयर सोसायटी (एसईडब्लूएस )और कुमाऊ गढ़वाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केजीसीसीआई) सहयोग करेगी।
एसएसपी बरिंदरजीत सिंह के प्रयासों से एसएसपी ऑफिस के द्वितीय तल पर आधुनिक कोविड कंट्रोल रूम का निर्माण शुरू हो गया है। जिसके लिए ऊपरी तल पर तोडफ़ोड़ चल रही है। इस आधुनिक कंट्रोल रूम को आधुनिकतम संयंत्रों से सुसज्जित किया जाएगा। जो सीधे तरीके से 112, जिला कंट्रोल रूम और जनपद में जिला प्रशासन के सहयोग से ढाई करोड़ रुपए की लागत से लगने वाले सीसीटीवी कैमरो पर भी नजर रखी जाएगी। इस कंट्रोल रूम को प्राइवेट सेक्टर के कॉरपोरेट आफिस की तर्ज पर बनाया जाएगा। जहां काम के साथ साथ कर्मचारियों के बैठने के लिये अच्छी व्यवस्था होगी। कंट्रोल रूम के निर्माण के लिये शहर के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट नरेश चंदोला और एसएसपी ने आपस में विचार विमर्श कर नक्शा बनाया है। जिसके लिये एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने एसईडब्लूएस और केजीसीसीआई के पदाधिकारियों से सहयोग की अपील की थी, जिसको लेकर दोनों संगठनों में हामी भर दी है। जिसके चलते कंट्रोल रूम के निर्माण में जो खर्चा आएगा उसका वहन दोनों संग वहन करेंगे। एसएसपी बरिंदरजीत सिंह का कहना है कि आधुनिक कोविड कंट्रोल रूम के बनने से पुलिस विभाग के कामों में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कंट्रोल रूम से जहां पुलिस विभाग के कामों पर नजर रखी जाएगी, वहीं सूचनाओं के आदान प्रदान में भी तेजी आएगी। साथ ही प्राइवेट संस्थानों में लगने वाले सीसीटीवी कैमरों की कमान भी इस कंट्रोल रूम में होगी। यदि किसी का सीसीटीवी कैमरा खराब होता है तो उसको मोबाइल से सूचना भी एसएमएस द्वारा चली जाएगी।
उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम के निर्माण के लिये पुलिस मुख्यालय ने अनुमति दे दी है। एसएसपी श्री सिंह ने कंट्रोल रूम के निर्माण कार्य के लिए सहयोग करने वाले एसईडब्लूएस और केजीसीसीआई के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
क्वॉरेंटाइन सेंटर में 1 की मौत, सनसनी
शेख मकबूल
सुकमा। जिले के दोरनापाल में होम क्वारन्टीन में रहे एक व्यक्ति की मौत के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। मौत के कारण का पता लगाया जा रहा है फिलहाल प्रशासन ने एहतियातन मृतक के घर के आसपास के इलाके को सील कर दिया है।
बताया जा रहा कि दोरनापाल के वार्ड क्रमांक 07 में बीते दिनों आंध्र प्रदेश से एक परिवार लौटे था। प्रशासन को खबर मिलने के बाद से ही घर के सभी सदस्यों को 14 दिनों तक होम क्वारन्टीन कर दिया गया था,आज देर शाम परिवार के एक सदस्य की मौत हो गई, मौत का कारण क्या है अभी स्पष्ठ नही है। सूचना पर प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुँच कर इलाके को सील कर मृतक के सेंपल ले लिये है। होमक्वारन्टीन में हुई मौत के बाद इलाके में दहसत का माहौल है। प्रशासन ने लोगो से ना घबराने की समझाईस देकर सतर्क रहने की बात कही है।
दूसरी सीट के लिए एक वोट की कमी
नई दिल्ली। गुजरात में राज्यसभा चुनाव के पहले कई विधायकों के इस्तीफे के मद्देनजर कांग्रेस ने रविवार को दावा किया कि राज्य से राज्यसभा की दूसरी सीट जीतने के लिए उसे केवल एक और वोट की जरूरत है, हालांकि पार्टी ने इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ कहने से मना कर दिया। गुजरात मामलों के कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव ने बताया, “हमें दूसरा सीट जीतने के लिए केवल एक वोट की जरूरत है। हम यहां संख्या पर चर्चा नहीं करने जा रहे हैं, क्योंकि यह सीट जीतने की हमारी रणनीति का हिस्सा है।”
उन्होंने 2017 में राज्यसभा सीट जीतने वाले पार्टी नेता अहमद पटेल के मामले का हवाला देते हुए कहा कि “हम संख्या पर भी काम कर रहे हैं और हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठे हैं।” कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में गुजरात में 77 विधानसभा सीटें जीती थीं, लेकिन सदन में पार्टी की ताकत घटकर अब 65 रह गई है।
अपने विधायकों के समूह को एकजुट रखने के लिए, कांग्रेस ने अपने शेष विधायकों को अंबाजी, वड़ोदरा और राजकोट भेज दिया है। कांग्रेस ने शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को गुजरात से दो राज्यसभा सीटों के लिए उतारा है। पहली वरीयता के वोट गोहिल को मिलेंगे, लेकिन दूसरी सीट के लिए विरोधी पार्टी भाजपा ने नरहरि अमीन को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस की रणनीति सोलंकी की दांवपेच और पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी की साख पर निर्भर करती है। पहले कांग्रेस ने राजीव शुक्ला को मैदान में उतारा था, जिन्होंने राज्य इकाई द्वारा विरोध किए जाने पर नाम वापस ले लिया और पार्टी ने फिर सोलंकी को उम्मीदवार बनाया।
उत्तराखंड में लगातार मिल रहे हैं नए मरीज
हल्द्वानी। स्वास्थ्य विभाग का हेल्थ बुलेटिन आज दोपहर ढाई बजे जारी हुआ। बुलेटिन के अनुसार आज कुल 38 लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए। दून में दो कोरोना पाजिटिव के खबर की हेल्थ बुलेटिन में पुष्टि कर दी गई है। इस प्रकार प्रदेश में कोरोना पाजिटिव की संख्या 1341 हो गई है। जबकि 75 लोगों को स्वास्थ्य लाभ के बाद घर रवाना किया गया है। सूबे में अब 824 लोग कोरोना के संक्रमण के चलते चिकित्सालयों में भर्ती हैं। बागेश्वर जिले में आज छह कोरोना मरीज सामने आए हैं। चंपावत में एक, देहरादून में तीन, हरिद्वार में 14, नैनीताल में दो, टिहरी गढ़वाल में तीन और दो यूएस नगर में कोरोना के मामले सामने आए हैं। प्राइवेट लैबों में सात लोगों के सैंपल पाजिटिव पाए गए हैं।
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