मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

'मौत' से बहुत बड़ी होती है 'भूख'

कोरोना से बड़ी भूख / तेलंगाना से 100 किमी पैदल चली 12 साल की बच्ची, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में अपने घर से 14 किमी पहले तोड़ा दम


केन्द्र प्रदेश सरकारों के भोजन उपलब्ध कराने राहत सामग्री बितरण करने के  दावों पर भी लगा भ्रष्टाचार का ग्रहण


बीजापुर। लॉकडाउन के कारण देश भर में कई लोगों के रोजगार छिन गए हैं। तो भोजन के बिना लोगो की मौत भी हो रही है  बड़े शहर गए लोग अपने गांव लौटना चाह रहे। इस आस में कि रूखी-सूखी ही सही, लेकिन दो वक्त राेटी का जुगाड़ हो सके। यही आस लिए तेलंगाना के पेरूर गांव से 12 साल की मासूम पैदल अपने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गांव आदेड़ के लिए चली। रास्ते में तबीयत बिगड़ गई, फिर भी तीन दिन में करीब 100 किमी का सफर पूरा किया। लेकिन अपने गांव से महज 14 किमी पहले बच्ची ने दम तोड़ दिया उसके साथ गांव के 11 दूसरे लोग भी थे,


लेकिन जंगल के रास्ते उसे किसी तरह का इलाज नहीं मिल सका।साथ के लोग यही बता सके कि बच्ची के पेट में दर्द हो रहा था। बीजापुर के आदेड़ गांव की जमलो मड़कम अपने ही गांव के कुछ लोगों के साथ रोजगार की तलाश में दो महीने पहले तेलंगाना के पेरूर गांव गई हुई थी। वहां उन्हें मिर्ची तोड़ने का काम मिला। लाॅकडाउन में काम बंद हो गया, इन्होंने कुछ दिन तो वहीं बिताए। किसी तरह खाने-पीने का इंतजाम किया। लेकिन लॉकडाउन लंबा खिंचने के बाद इनके सामने रोटी का संकट खड़ा हाे गया, तब 16 अप्रैल को जमलो और गांव के 11 दूसरे लोग तेलंगाना से वापस बीजापुर के लिए पैदल ही निकले। दूसरे दिन जमलो की तबीयत बिगड़ी, किसी तरह 17 तारीख बीती, यह दल करीब 100 किमी चलकर 18 अप्रैल को मोदकपाल इलाके के भंडारपाल गांव के पास ही पहुंचा था कि जमलो ने दम तोड़ दिया। जमलो अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।


इकलौती बच्ची के लौटने का इंतजार था, घर पहुंची मौत की खबर


बच्ची की मौत की खबर मिलने के बाद प्रशासन की टीम गांव पहुंची। एहतियातन अन्य मजदूरों को क्वारैंटाइन किया गया है। उन्हीं लोगों में से किसी ने गांव पहुंचकर इकलौती बेटी की मौत की खबर दी तो पिता आंदोराम मड़कम और मां सुकमती जिला अस्पताल पहुंचे। सोमवार को बीजापुर में पोस्टमार्टम के बाद जमलो का शव माता-पिता को सौंपा दिया गया। पिता आंदोराम ने कहा कि उन्हें तो अपनी बेटी के लौटने का इंतजार था, लेकिन घर उसकी मौत की खबर पहुंची। साथ आए सभी लोगों को अलग रखा गया है, इसलिए यह भी नहीं पता चल सका है कि बच्ची को हुआ क्या था।


सभी ग्रामीण क्वारैंटाइन, बच्ची का सैंपल निगेटिव
सीएमएचओ डाॅ. बीआर पुजारी ने बताया कि बच्ची की मौत की सूचना मिलते ही उसका शव बीजापुर लाया गया। उसके साथ पैदल सफर कर रहे सभी मजदूरों को क्वारैंटाइनकिया गया है। एहतियातन शव का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल भी भेजा गया। जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। ऐसा लग रहा कि इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस की कमी से बच्ची की मौत हुई है। हालांकि पीएम रिपोर्ट के बाद ही वजह पता चल पाएगी।


1 वर्ष में 184 को दी मौत की सजा

सऊदी अरब में मौत की सजा आम बात है। साल 2019 में इस देश में 184 लोगों को मौत की सजा दी गई। इससे पहले कभी किसी साल इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मौत की सजा नहीं दी गई थी।


रियाद। सऊदी अरब में 184 लोगों को मौत की सजा दी गई। इससे पहले कभी किसी साल इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मौत की सजा नहीं दी गई थी। आपको बता दें कि सऊदी अरब में मौत की सजा आम बात है। जब दुनिया में मौत की सजाएं कम हो रही हैं तब इस देश में मौत की सजा का आंकडा बढ़ता जा रहा हैैं। मंगलवार को डेथ पेनल्टी के ग्लोबल रिव्यू में पता चला कि 2019 में सऊदी अरब ने 184 लोगों को नौत की सजा दी।


अपनेपन का एहसास, 'गरीब की रसोई'

गरीब के चूल्हे पर पकी सहानुभूति, प्रेम की रोटी, उदर की अग्नि हुई शांत, चहरो पर फिर से लोटी ख़ुशी
विजय भाटी


गरीब के चूल्हे पर पँहुचे भाजपा जिलाध्यक्ष


गाजियाबाद। कोरोनावायरस कोविड-19 महामारी के चलते संपूर्ण पृथ्वी पर संकट छाया हुआ है। जिसको छांटने में सभी अपने-अपने स्तर से, योग्यता और गुणवत्ता के आधार पर सहयोग कर रहे हैं। ऐसा ही एक सहयोग नगर पालिका परिषद लोनी गाजियाबाद के पूर्व चेयरमैन एवं वर्तमान चेयरमैन के द्वारा किया जा रहा है। ऐसे ही कई प्रयास और भी जारी हैं। लेकिन जनता का विश्वास और अपनेपन की अनुभूति के साथ आत्मीयता से अन्नदान कहीं अन्य नहीं मिल पा रहा है। माँ अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से पिछले 22 दिनों से भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मनोज धामा के कैंप कार्यालय बेहटा हाजीपुर मे निरन्तर चलायी जा रही रसोई मे पँहुचे भाजपा जिलाध्यक्ष आदरणीय दिनेश सिंघल। भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल अपने सहयोगियों रामकुमार त्यागी ,देवेन्द्र चौधरी, जिला महामंत्री राजेन्द्र वाल्मीकि के साथ लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा के कैंप कार्यालय पर पँहुचे तथा रसोई की कार्यशैली को जाना। 
इस अवसर पर मनोज धामा ने भाजपा जिलाध्यक्ष को अपने "गरीब के चूल्हे" (रसोईघर) के विषय मे जानकारी देते हुये बताया कि किस प्रकार से अपने सैकडों साथियों की सहायता से अल सुबह से ही देर शाम तक की जाने वाली मेहनत के फलस्वरूप लोनी मे हजारों गरीब व जरूरतमंदों तक भोजन पँहुचाया जा रहा है । मनोज धामा ने दिनेश सिंघल को साथ लेकर रसोई मे की जाने वाली सभी चीजों को बताया कि किस प्रकार से हमारे दूारा खाने की शुद्धता का ध्यान रखा जा रहा है। खाने की पैकिंग इस प्रकार से की जा रही है जिससे कि खाना देर तक गर्म रहे। पैकिंग मे खाने की मात्रा का भी ध्यान रखा गया, ताकि एक व्यक्ति को मिलने वाले पैकेट से उस व्यक्ति का पेट भर जाये । 
मनोज धामा ने बताया कि हमारे दूारा दिन मे दो समय दोपहर मे एक बजे तथा शाम को सात बजे कैंप कार्यालय से हजारों की संख्या मे जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित किया जाता है। जिसमे हमारे सैकडों वालंटियर भी भरपूर सहयोग लोगों को व्यवस्थित करने मे देते हैं। हमारी लोनी की जनता इतनी अच्छी है कि वो स्वंय भी व्यवस्था बनाने मे सहयोग करती है। जिससे कि किसी प्रकार की परेशानी नही होती तथा हजारों लोग लाइनों मे लगकर सोशल डिसंटेसिंग का पालन करते हुये भोजन लेते हैं । 
रसोई की सुन्दर व्यवस्था को देखने के पश्चात भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल ने अपने हाथों से हजारों की संख्या मे कैंप कार्यालय पर भोजन के लिये आये व्यक्तियों को भोजन के पैकेट वितरित किये तथा इस मुश्किल समय मे लोनी की जनता के साथ मजबूती से खडे होने पर रंजीता धामा व मनोज धामा की भूरि-भूरि प्रशंसा की । 
मनोज धामा ने जानकारी देते हुये बताया कि ये सारी व्यवस्था हम लोग अपनी लोनी की जनता के लिये निजी रूप से कर रहे हैं किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता हम लोग नही ले रहे । ये लोनी की जनता हमारे अपने लोग हैं। जिनका प्यार व सहयोग पिछले 10 वर्षों से हमारे परिवार को मिल रहा है आज इस संकट के समय मे ये हमारा दायित्व बनता है कि हम अपनों के साथ इस दु:ख की घडी मे खडे हो और हमारा परिवार इस सकंट के समय मे लोनी की जनता के साथ खडा है। ये लाकडाउन का समय जब तक चलता रहेगा ये "गरीब" का चूल्हा " तब तक ही चलता रहेगा । 
मनोज धामा ने बताया कि "गरीब का चूल्हा " ये नाम  हमारी लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने हमारी रसोई को दिया है क्यूंकि हमारी रसोई कि शुरुआत हम लोगों ने इस उद्देश्य से कि थी कि लाकडाउन शुरू होने के बाद जो मजदूर वर्ग हमारी लोनी मे निवास कर रहा है। जिनकी आमदनी का जरिया रोजमर्रा की मजदूरी का कार्य था। लेकिन लाकडाउन के कारण वो लोग बहुत मजबूर हो गये हैं। उनके सामने रोजी-रोटी का बजा सकंट खडा हो गया तब हमने ये निश्चय किया कि हम लोग इस समय उन्हे किसी प्रकार का रोजगार तो नही दे सकते लेकिन उनके सामने रोटी का सकंट खडा ना हो ऐसे हजारों परिवार लोनी मे है। उसी सोच को आगे बढाते हुये हमने अपनी रसोई को "गरीब का चूल्हा" नाम दिया है। हमारी लोनी की जनता को किसी प्रकार से परेशान होने की आवश्यकता नही है हम और हमारा परिवार लोनी की जनता के साथ मजबूती से खडा है। इस अवसर पर जिला महामंत्री राजेन्द्र वाल्मीकि, देवेन्द्र चौधरी, रामकुमार त्यागी आदि लोग उपस्थित रहे।


बुलंदशहर डीएम ने समीक्षा बैठक की

वैश्विक कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम हेतु जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला पंचायत सभागार में बैठक की आयोजित
 कुलदीप कुमार सक्सेना
बुलन्दशहर। "कोरोना वायरस-19" के वैश्विक संक्रमण की वर्तमान चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए आज दिनांक 21-04-2020 को जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा जिला पंचायत सभागार कक्ष में संयुक्त रूप से वैश्विक कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम हेतु सीमावर्ती जनपदों एवं अन्य स्थानों से जनपद में आगमन करने वाले व्यक्तियों के दृष्टिगत अपर जिलाधिकारी प्रशासन सहित जनपद के सीमावर्ती थानाप्रभारियों व क्षेत्राधिकारी सिकन्द्राबाद, स्याना, खुर्जा एवं उपजिलाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हेतु जनपद में आगमन करने वाले व्यक्तियों को थर्मल स्कैनर से चेक करने आदि आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हेतु शासन द्वारा निर्गत निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित किए जाने के भी निर्देश दिए गए तथा यह भी निर्देश दिए गए कि जनपद में प्रवेश करने वाले व्यक्ति अथवा किसी स्थान पर कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संबंध में कोई सूचना किसी भी स्तर से प्राप्त होती है तो स्वयं को अधिक से अधिक सुरक्षित रखते हुए संक्रमित व्यक्ति की हैंडलिंग कर मेडिकल टीम से समन्वय स्थापित कर संक्रमित व्यक्ति को उनके सुपुर्द कर उपचार हेतु क्वारंटाइन/आईसोलेशन सैंटर भेजा जाए। जनपद में लाॅकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराए जाने हेतु बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।


 


फिरोजाबाद में संक्रमितो का आंकड़ा 62

सात साल के बच्चे समेत छह नए संक्रमित, 62 हुआ आंकड़ा ।


हॉट स्पॉट में रहने वाले कंपाउंडर के भाई और भाभी बच्चे सहित संक्रमित। शिकोहाबाद में पारस हॉस्पिटल के कांटेक्ट वाले दंपती ।


फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के जिला फ़िरोज़ाबाद में दिन भर की राहत के बाद मंगलवार को आई रिपोर्ट से एक बार फिर सनसनी फैल गई। मंगलवार को शहर और शिकोहाबाद समेत छह लोग पॉजीटिव पाए गए हैं। इनमें दंपती के साथ उसका सात साल का बच्चा भी संक्रमित है। इसके साथ ही अब तक पॉजीटिव मामलों की संख्या 62 हो गई है। आज आई कुल 54 सैम्पल की रिपोर्ट में 48 निगेटिव पाए गए।
जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। हॉट स्पॉट क्षेत्र शीशग्रान में क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर के कम्पांडर ने कोरोना संक्रमित मरीज को ड्रिप चढाई थी। इसके बाद वह खुद संक्रमित हो गया था। उसके कांटेक्ट वालों के लिए गए सैम्पल में से कंपाउंडर का भाई भाभी और भतीजा संक्रमित पाया गया है। सीएमओ डॉ एसके दीक्षित ने बताया कि इसके अलावा शिकोहाबाद की बघेल कॉलोनी निवासी महिला ने आगरा के पारस हॉस्पिटल में इलाज करवाया था। कोरोना संक्रमित होने के कारण उसकी मौत हो गई थी। उसके संपर्क में आया युवक पहले संक्रमित हुआ, जिसके बाद एरिया को सील कर दिया था। अब उसके माता-पिता में कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं एक पॉजीटिव शहर के नेहरु नगर क्षेत्र का है। संक्रमित युवक पिछले दिनों बाहर से आया था और तबियत खराब होने पर उसका सैम्पल लिया गया था। सीएमओ ने बताया कि अब संक्रमित लोगों की संख्या 62 हो गई है। रिपोर्ट आने के बाद नेहरु नगर को सील कर दिया गया है। सभी संक्रमितों को एफएच मेडिकल कॉलेज टूंडला शिफ्ट किया जा रहा है ।


शहर में कब कितने मिले कोरोना पॉजिटिव डेट वाइज डिटेल


 03 अप्रैल: बिहार के चार जमातियों में कोरोना की पुष्टि, शहर के तीन इलाके हुए सील।07 अप्रैल: संक्रमित जमातियों के संपर्क में आए दो युवकों और तीन जमातियों की रिपोर्ट पॉजीटिव।08 अप्रैल: जमातियों के संपर्क में आए शहर का एक अन्य युवक पॉजीटिव पाया गया।11 अप्रैल: टूंडला के प्रतापपुर की महिला समेत चार पॉजीटिव, आंकड़ा 14 पर पहुंचा।12 अप्रैल: प्रतापपुर में दो पॉजीटिव और मिले, आंकड़ा 16 पर पहुंचा।13 अप्रैल: फीरोजाबाद शहर में दो में कोरोना वायरस की पुष्टि, आंकड़ा 18 पर पहुंचा।14 अप्रैल: दुर्गेश नगर की महिला में कोरोना वायास की पुष्टि, आंकड़ा 19 पर पहुंचा। 15 अप्रैल: संक्रमित जमातियों के संपर्क में आने वाले पांच लोगों में पुष्टि, आंकड़ा 24 पर पहुंचा।16 अप्रैल: संक्रमित जमातियों के संपर्क में आने वाले दो लोगों में पुष्टि, आंकड़ा 26 पर पहुंचा।17 अप्रैल: संक्रमित जमातियों के संपर्क में आने वाले 11 लोगों में पुष्टि, आंकड़ा 37 पर पहुंचा।18 अप्रैल: 2 लोगों में पुष्टि, आंकड़ा 40 पर पहुंचा। 19 अप्रैल: 12 लोगों में पुष्टि, आंकड़ा 52 पर पहुंचा। एक की मौत। तीन ठीक हो चुके हैं। 20 अप्रैल: 4 लोगों में पुष्टि, आंकड़ा 56 पर पहुंचा। एक की मौत। तीन ठीक हो चुके हैं। 21 अप्रैल: 6 लोगों में पुष्टि, आंकड़ा 62 पर पहुंचा। एक की मौत। तीन ठीक हो चुके हैं। कुल एक्टिव केस जनपद में फिलहाल 58 ।


रिपोर्ट-देवाशीष शर्मा


केंद्र सरकार को मिली 25000 शिकायतें

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई के दौरान जमीनी सच जानने के लिए केंद्र सरकार ने जो पहल की, वह सफल होती दिख रही है। कोविड-19 को लेकर देश के विभिन्न राज्यों से केंद्र सरकार को 25 हजार से ज्यादा शिकायतें पिछले 20 दिनों में मिलीं, जिसमें आठ तरह की शिकायतों की संख्या ज्यादा है। कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय की तरफ से जारी रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के मुताबिक, पिछले एक अप्रैल से 20 दिनों के बीच कोविड-19 से जुड़ीं 25,000 से ज्यादा पोर्टल शिकायतें सामने आईं। इन शिकायतों को सुलझा लिया गया। मंत्रालय को आठ तरह की ज्यादा शिकायतें मिलीं।


ये शिकायतें प्रवासी कामगारों, स्वास्थ्य व्यवस्था, क्वारंटीन सुविधा, खाद्य आपूर्ति से प्रमुख तौर पर जुड़ीं रहीं। वहीं बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र, वेतन, कर्मचारियों और शिक्षा व्यवस्था से जुड़ीं शिकायतें भी सामने आईं। इन शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया गया।कोरोना के कारण देश में लागू लॉकडाउन के दौरान लोगों की परेशानियों को जानने के लिए कार्मिक मंत्रालय ने बीते एक अप्रैल से राष्ट्रीय निगरानी डैशबोर्ड शिकायत पोर्टल का संचालन शुरू किया। कोरोना से जुड़ीं शिकायतों के लिए एक विशेष विंडो की व्यवस्था की गई, जिसमें कोई भी शिकायत दर्ज करा सकता है।


रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय के प्रशासनिक सुधार और जनशिकायत विभाग की इस पहल के तहत पहले दिन जहां सिर्फ 332 शिकायतें प्राप्त हुईं, वहीं बाद के दिनों में शिकायतों की संख्या बढ़ती गई। 16 अप्रैल तक शिकायतों की संख्या बढ़कर 5,566 तक पहुंच गई। डॉ. जितेंद्र सिंह ने दो दिन से भी कम समय में शिकायतों को सुलझाने पर राष्ट्रीय निगरानी डैशबोर्ड संभालने वालों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि करीब 14,982 कोविड से जुड़ीं शिकायतें संबंधित राज्य सरकारों को भेजी गईं, जबकि अन्य शिकायतों को समाधान के लिए विभिन्न केन्द्रीय मंत्रालयों के पास भेजा गया था।


हापुड़ जिला प्रशासन ने कसा शिकंजा

अतुल त्यागी मेरठ मंडल
एसपी संजीव सुमन के निर्देशन में लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराती सिंभावली पुलिस


हापुड़/गढ़मुक्तेश्वर। लॉक डाउन को मजबूती से सफल बनाने और अनावश्यक रूप से घूमने वालों पर शिकंजा कसने को लेकर हापुड़ एसपी संजीव सुमन, अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश मिश्रा, एसडीएम विजय वर्धन तोमर, गढ़मुक्तेश्वर पुलिस  क्षेत्राधिकारी पवन कुमार के नेतृत्व में लॉक डॉन का उल्लंघन करने वालों पर क्षेत्र के गली मोहल्लों बाजारों में थाना अध्यक्ष महेंद्र कुमार के द्वारा भारी पुलिस बल के साथ अनाउंसमेंट करते हुए लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों पर कसा शिकंजा। वही थाना अध्यक्ष महेंद्र कुमार त्रिपाठी का कहना है कि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा अनावश्यक रूप से लॉक डाउन में बाइकों पर घूमने वालों के विरुद्ध करोना वायरस कोविड-19 की धारा 188 के तहत विधिक कार्रवाई की जाएगी।


मंडी में उड़ती लॉक डाउन की धज्जियां


अतुल त्यागी मेरठ मंडल प्रभारी
जनपद हापुड़ की नवीन मंडी में लॉक डाउन की उड़ रही धज्जियां 
हापुड। जनपद हापुड़ की नवीन कृषि मंडी में उड़ रही है लॉकडाउन की धज्जियां यहां सुबह होते ही इकठ्ठे हो जाते हैं। कई हजार लोग जिनमें से कुछ लोग रेड जोन एरिया से भी निकल कर आते हैं। जोकि इस समय बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकता है। हमारी टीम ने यह जानने की कोशिश  कि के यह लोग रेड जोन एरिया से बाहर कैसे आ जाते हैं मगर किसी के भी पास कोई संतोष जनक जवाब नहीं था।


आड़ती लेते है मन माने रैट
 
शासन से खाने पीने के चीजों की दुकानों व मंडी के लिए समय निर्धारित किया गया है मगर ऐसा कहीं भी नहीं हो पा रहा है कि शासन के आदेश का पालन किया जा रहा हो अब चाहे वह कोई सामान हो फल हो या सब्जी हो यहां तक कि शासन के आदेश तो यह भी है कि कोई भी सामान निर्धारित मूल्य से ज्यादा पर नही मिलेगा और हर दुकानदार शासन से निर्धारित रेट लिस्ट अपनी दुकान पर लगायेगा मगर रेट लिस्ट कहीं लगी है तो कहीं नहीं है। यहां तक के कुछ लोगों का तो यह भी कहना है कि हमें इसके बारे में नहीं मालूम और यह वही लोग हैं। जो अपनी मर्जी से फल व सब्जियों के रेट बहुत ज्यादा हाई करके बेच रहे हैं। जिसके कारण आम आदमी बहुत ही परेशान हो चुका है। हमारी टीम ने मंडी समिति के सचिव से भी बात की। जिनसे हमने शासन से जारी रेट लिस्ट के बारे में भी पूछा उनका कहना था कि हमने रेट लिस्ट सभी व्यापारियों को  दी है। जब हमारी टीम ने वहां की भीड़ के बारे में भी पूछा तो उन्होंने कहा की भीड़ को कंट्रोल करना पुलिस का काम है मंडी समिति का नहीं अब देखना यह है कि क्या पुलिस वहां पर हर सुबह इकट्ठा होने वाली भीड़ पर लगाम लगा सकेगी या नहीं। अगर वहां पर पुलिस प्रशासन लगाम लगाने में नाकाम रहा तो यह बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकता है।


मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं था दूर तक नाम


नवीन मंडी के अंदर ना ही किसी के मुंह पर मार्क्स था और ना ही  शौशल डिसटेंन्स का पालन तो दूर तक भी कोई नामोनिशान नहीं था। क्योंकि वहां सुबह होते ही भीड़ हजारों में इकट्ठा हो जाती है जो इस वक्त कोरोनावायरस के चलते बहुत ही घातक है।


मंडी समिति के आढ़ती नहीं मानते शासन से जारी  रेट लिस्ट


नवीन मंडी के कई आढ़तियों का कहना है कि हम नहीं मानते शासन से जारी रेट लिस्ट। उनका कहना है कि शासन ने जो रेट जारी किए हैं उन्हे हम नही मानते है। उन रेटों पर शासन ही दे देगा सामान। हम तो अपने हिसाब से ही बेचेंगे अगर हमारा सामान बच जाता है तो हम मन्दा भी तो बेचते हैं। आढ़ती का कहना था कि हमें सब कुछ देखना पड़ता है। इसलिए हम अपने हिसाब से ही रेट लगाते हैं। जिसे लेना है ले जिसे नहीं लेना वह मत ले मगर रेट हमारे ही होंगे ने की शासन के अब देखने वाली बात है की प्रशासन क्या कार्यवाही अमल में लाता है। सदर उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश शर्मा  का कहना है मामला हमारे संज्ञान में आया है कल से मुनासिब कार्यवाही अमल में लाई जाऐगी।


पीड़ा के एहसास से छलक आए आंसू

आदिल


गाजियाबाद। मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी अपने पदाधिकारियों के साथ टीला शाहबाजपुर गांव के सामने महाराणा प्रताप के वंशज पिछले 5 वर्षों से रोड के किनारे झुग्गियों में निवास कर रहे थे। लॉक डाउन के चलते जीवन यापन करना दुर्लभ हो चला था। अपना छोटा सा लोहार का व्यवसाय 28 दिन से बंद होने के कारण भूखे मरने के कगार पर आ चुके थे। 2 दिन भूख से लड़ रहे थे यह समाज स्वाभिमानी होता है। किसी के आगे हाथ नहीं फैलाता जिस कारण उन्होंने किसी से कहा भी नहीं किसी परिचित के माध्यम से पता चला वहां जाकर 10 किलो आटा 2 किलो चावल एक नमक की थैली 5 किलो आलू हाथ धोने के लिए साबुन जब उनके पास छोटी सी सेवा लेकर पहुंचे, हमारी आंखों में भी आंसू आ गए। छोटे-छोटे बच्चे जो भूखे थे उनकी आंखों में खुशी देखकर आज लगा हमने जीवन में कोई अच्छा काम किया है। हमने उन्हें भरोसा दिलाया  हम तुम्हारे साथ हैं तुम अकेले नहीं हो हमारे  सम्राट महाराणा प्रताप ने 45 वर्ष घास की रोटी खाकर अपना जीवन बिताया था तो हम हाथ कैसे फैला सकते हैं। चित्तौड़गढ़ से हम निकले और हमने कसम खाई थी। हम कभी पक्के मकानों में नहीं रहेंगे धन्यवाद करते हैं मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन का जिन्होंने हमारी मदद देवदूत बनकर हमारे बीच पहुंचे भगवान से प्रार्थना करते हैं। इनके संस्था को और इनकी छाती को और फैलाएं।


सपा के द्वारा जरूरतमंदों की मदद

सपा पूर्व जिलाध्यक्ष प्रतिदिन लोगों को बांट रहे खाद्य सामग्री
सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए अपने आवास में बांटते खाद्य सामग्री
सुनील पुरी


फतेहपुर। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉक डाउन होने के कारण प्रतिदिन जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री देने का काम कर रहे हैं जबसे लाख डाउन प्रारंभ हुआ लगभग हर दिन अपने आवास पर सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए खाद्य सामग्री दे रहे हैं।
लॉक डाउन की स्थिति में तमाम लोगों को काम नहीं मिल पा रहा जिससे उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या बनी हुई है इस समस्या को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष रामेश्वर दयाल दयालु लॉक डाउन शुरू होने के बाद से अब तक लगातार लगभग प्रतिदिन जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री देने का काम कर रहे हैं वह अपने आवास पर सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए लोगों को खाद सामग्री देने का काम कर रहे हैं निश्चित रूप से एक नेक और अच्छा काम है इस संबंध में सपा पूर्व जिलाध्यक्ष रामेश्वर दयाल दयाल ने बताया कि वह प्रतिदिन 30 से लेकर 50 लोगों को खाद्य सामग्री देने का काम कर रहे हैं इसके अलावा नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारियों को अंग वस्त्र भी भेंट किए थे तमाम लोगों को मास्क भी वितरित किए इसके अलावा नगर के विभिन्न स्थानों में अपने साथियों के साथ पहुंचकर जी खाने की सामग्री देने का काम किया है यह अनवरत काम लॉक डाउन तक चालू रहेगा।


छात्रों की 3 माह की फीस माफ की

जनपद फतेहपुर के पहले स्कूल ने फीस माफ कर कायम की मिशाल।


सुनील पुरी


फतेहपुर/अमौली। वैश्विक आपदा कोरोना से निपटने के लिए जिस प्रकार बीएसएफ जवान, डॉक्टर, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, व समाजसेवी संगठन सभी मिलकर अपनी अपनी समर्थता व दायरे में सहयोग कर रहे है। फ़तेहपुर जिले का एक विद्यालय परिवार आगे बढ़कर आया है।


अमौली कस्बे के एस0आर0 पब्लिक स्कूल के प्रबंधक संदीप सिंह उमराव ने अपने विद्यालय के समस्त छात्रों की 3 माह अप्रैल मई-जून की मासिक शुल्क व वाहन शुल्क माफकर अभिभावकों को एक बहुत बड़ी प्रदान किया है। विद्यालय में पीजी से कक्षा 10 तक कक्षाएं संचालित है। *जिन अभिवावकों ने आगामी फीस जमा कर रखी है उनकी फीस को आगामी महीनों में समायोजित कर दिया जाएगा।* संकट की इस घड़ी में आप परेशान हो विद्यालय परिवार आप सभी के साथ है।


छात्रों का पढ़ाई में नुकसान न हो इसके लिए ऑनलाइन क्लास संचालित है। जिसका सभी विद्यार्थी लाभ लेते रहे, और अभिवावक उनका सहयोग करते रहे। विद्यालय की इस पहल की पूरे जिले में सराहना हो रही है, अन्य विद्यालय समिति को भी इस संकट की घड़ी में फीस माफ की मुहिम में आगे बढ़कर आना चाहिए।


राहुल ने मंदिर पहुंचकर 'हनुमान' के दर्शन किए

राहुल ने मंदिर पहुंचकर 'हनुमान' के दर्शन किए  संदीप मिश्र  लखनऊ। रायबरेली के दौरे पर पहुंचे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने...