सोमवार, 20 अप्रैल 2020

दारुणः हृदय विदारक इमोशनल डिस्टेंस

सीना चीर देने वाली इमोशनल डिस्टेंसिंग: कोरोना वीर का शव पत्नी के सामने, फिर भी दर्शन तस्वीर में
नफीस अहमद जाफरी
इंदौर। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के लिहाज से रविवार को थोड़ी राहत मिली और संख्या 7 ही रही। मगर दुखद घटनाक्रम 4 मरीजों की मौत का रहा। इनमें जूनी इंदौर टीआई देवेंद्र कुमार चंद्रवंशी की मृत्यु भी शामिल है। उनके अलावा साकेत बिलगैया (42), राजेश चंदेरिया (47) और कुंवर लाड़ी बाई (46) की मौत हुई। इसके साथ ही शहर में मौतों का आंकड़ा 52 पर पहुंच गया है और संक्रमित मरीजों की संख्या 897 है। ड्यूटी के दौरान संक्रमण का शिकार हुए जूनी इंदौर टीआई देवेंद्र कुमार चंद्रवंशी की शनिवार-रविवार दरमियानी रात अरबिंदो हॉस्पिटल में मौत हो गई। रात 11.30 उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई। देर रात 2.50 बजे तक डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की कोशिश की मगर आखिरकार 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।


राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार


कोरोना संक्रमण के बाद उन्हें फेफड़ों में निमोनिया संक्रमण हो गया था, जो मौत का मुख्य कारण रहा। वे 19 दिन से अस्पताल में इस गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे। दोपहर 12.30 बजे रामबाग मुक्तिधाम पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए परिवार को सरकार 50 लाख रु. मुआवजा और पत्नी को नौकरी देने की घोषणा की है। आईजी विवेक शर्मा ने कहा कि अब किसी पुलिसकर्मी में काेरोना के लक्षण मिले तो 24 घंटे के भीतर उसकी अनिवार्य जांच की जाएगी।     


डॉ. भंडारी ने कहा- उनकी 2 रिपोर्ट निगेटिव ही आई थी
चंद्रवंशी को 31 मार्च को संक्रमण के लक्षण मिलने पर अस्पताल में भर्ती किया था। उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। डॉ. विनोद भंडारी के मुताबिक, 13 अप्रैल को उनकी पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई, लेकिन 16 व 17 अप्रैल को ली गई रिपोर्ट निगेटिव रही। रविवार को उन्हें डिस्चार्ज करने वाले थे, लेकिन शनिवार रात उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उनका हार्ट रेट 140 से 150 के बीच पहुंच गया और उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी मृत्यु पल्मोनरी एम्बोलिज्म के कारण हुई।


देवेंद्र को श्रद्धांजलि देने के तीन तरीके : उन्होंने कोरोना से लड़ते जान गंवाई है, इसलिए...


1. लक्षण हो तो छिपाएं नहीं, खुद आगे आएं, बताएं। 
2. देवेंद्र जैसे शहर के हर वॉरियर को 2 चीजें दें- सहयोग और सम्मान।


3. लॉकडाउन के दौरान घर में ही रहें। 


3 टीआई, 1 एएसपी सहित 10 पुलिसकर्मी संक्रमित; देखिए ड्यूटी से बढ़कर क्या-क्या कर रहे ये वीर


1. जरूरतमंदों को भोजन व राशन बांटना। अभी भी अनेक जगहों पर यह काम क्षेत्र के थानों से संचालित हो रहा है। 
2. दिनभर  की ड्यटी के बाद रात्रि गश्त। कई अफसरों को इसके बाद सुबह 4 बजे से प्रभात गश्त करनी होती है। 
3. कंटेनमेंट क्षेत्र को सील करना, लोगों को मेडिकल के लिए भेजना, आवश्यक वस्तुओं की स्थिति देखना।
4. संक्रमित हुए लोगों को क्वारेंटाइन करवाना या पॉजीटिव को अस्पताल के लिए भेजना। 
5. अस्पताल से भाग रहे संक्रमितों और संदिग्ध मरीजों को पकड़ना हॉस्पिटलाइज भी करवाने का काम।
6. कोरोना से हुई मौतों के बाद अक्सर शव का बिना किट पहने पोस्टमॉर्टम करवाने की भी स्थिति देखी गई।


7. कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों से निपटना, थाने लाना। इनमें कोई भी मरीज के सम्पर्क में आया हो सकता है।


कोरोनाः 24 घंटे में विश्व में 6463 मौत

अमेरिका। दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक 24 लाख 6 हजार 868 लोग संक्रमित हैं। एक लाख 65 हजार 56 की मौत हो चुकी है। वहीं, छह लाख 17 हजार चार ठीक भी हुए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने रविवार को घोषणा की कि दुनियाभर में 24 घंटे में 81 हजार 153 मामलों की पुष्टि हुई है। साथ ही 6,463 लोग मारे गए हैं। शनिवार की तुलना में रविवार को कम केस मिले। पिछले दिनों के मुकाबले चार हजार कम मरीज मिले और 247 कम मौतें दर्ज की गई।


डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, यूरोप में 11 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। वहीं यहां मौतों का आंकड़ा भी एक लाख से ज्यादा हो गया है। एक दिन पहले डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडहॉनम गेब्रेयेसियस ने जी20 के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने दुनिया के बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों को कोरोना से संघर्ष कर रहे गरीब देशों की मदद करने की अपील की।


अमेरिका: 24 घंटे में 1,997 लोगों की जान गई


अमेरिका में 24 घंटे में 1,997 लोगों की जान गई है। इसके साथ ही यहां मौतों का आंकड़ा 41 हजार के पार हो गया है। यहां अब तक संक्रमण के सात लाख 63 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। उधर, न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने कहा कि यहां 24 घंटे में 507 लोगों की मौत हुई है। एक दिन पहले यहां 778 जान गई थी। राज्य में अब तक 18 हजार 298 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या कम हो रही है। अगर डेटा ऐसा ही रहा और संक्रमण के मामलों में कमी आती रही तो कहा जा सकता है कि स्थिति पहले से बेहतर हो रही है।


राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को कहा कि देश में अब तक 41.8 लाख नागरिकों का टेस्ट किया जा चुका है। यह आंकड़ा किसी भी देश से ज्यादा है।
बीबीसी के मुताबिक, अमेरिका में सोमवार को कच्चे तेल की कीमत 15 डॉलर प्रति बैरल से नीचे गिर गई। दो दशक में यह कच्चे तेल की कीमतों में सबस बड़ी गिरावट है। इसकी वजह तेल की मांग कम होना है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट में भी तेल के दाम में 4.1% की गिरावट देखी गई।
सोमवार को टेक्सास और वर्मोंट जैसे राज्यों में कुछ बिजनेस खोले जा सकते हैं। हालांकि, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता रहेगा।
क्यूमो ने कहा- अमेरिका में न्यूयॉर्क सबसे ज्यादा प्रभावित। महामारी का प्रकोप यहां कम हुआ है, लेकिन अभी भी सावधानी बरतनी होगी। अभी केवल आधा रास्ता ही तय हुआ है। संक्रमण न कम हुआ है और न ही बढ़ रहा है।
न्यूयॉर्क के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूजर्सी में 4202, मिशिगन में 2391 और मैसाचुसेट्स में 1706 लोगों की मौत हो चुकी है। केवल न्यूयॉर्क में दो लाख 47 हजार 215 लोग संक्रमित हैं।
ब्राजील: लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन


ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने रविवार को ब्रासीलिया में लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों का मनोबल बढ़ाया। उन्हें संबोधित करते हुए देशभर के गवर्नरों द्वारा लगाए गए बिजनेस शटडाउन और क्वारैंटाइन गाइडलाइन को खत्म करने की मांग की। इस दौरान उन्होंने मिलिट्री रूल लाने और सुप्रीम कोर्ट को बंद करने की भी मांग की। सरकार में शामिल कई नेता बोलसोनारो के इस कदम की आलोचना कर रहे हैं। उनका कहना है कि महामारी के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाना जरूरी है। बोलसोनारो ने कुछ दिनों पहले लॉकडाउन का समर्थन करने के लिए अपने ही स्वास्थ्य मंत्री हो हटा दिया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ब्राजील में रविवार तक


38 हजार 654 संक्रमित मिले, जबकि 2,462 लोगों की मौत हो चुकी है।
इजराइल: प्रधानमंत्री नेतन्याहू के विरोध में रैली
जकार्ता पोस्ट के मुताबिक, मास्क पहनकर, दो गज की दूरी बनाकर और हाथों में काला झंडा लेकर रविवार को हजारों इजराइलियों ने देश में लगे सख्त प्रतिबंधों को लेकर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी एक-दूसरे से दूरी बनाकर और मास्क पहनकर प्रदर्शन कर सकते हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ‘सेव द डेमोक्रेसी’ के बैनर तले गैंट्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी से भ्रष्टाचार के आरोपों वाले प्रमुख के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल नहीं होने का आह्वान किया। नेतन्याहू भ्रष्टाचार के तीन मामलों में आरोपी हैं। हालांकि, वे इससे इनकार करते रहे हैं। देश में एक साल में तीन चुनाव हो चुके हैं, इसके बाद भी सरकार नहीं बन पाई है। वे गठबंधन सरकार बनाने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी बेनी गैंट्ज के साथ सत्ता-साझेदारी के सौदे पर बातचीत कर रहे हैं। देश में अब तक संक्रमण के 13 हजार 491 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 172 लोगों की मौत हो चुकी है।


एसएचओ-एसआई को दुकान में बंद किया

कारोबारी ने एसएचओ, एसआई समेत दो कांस्टेबलों को दुकान में किया बंद, भारी संख्या में एसडीएम के साथ पहुंची फोर्स


प्रशांत कुमार


सोनभद्र। रामगढ़ कस्बे में बिना पास किराना दुकान खोलकर पौने आठ बजे बिक्री कर रहे एक दुकानदार ने मौके पर पहुंचे पन्नूगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक महेंद्र पांडेय समेत चार पुलिस कर्मियों को दुकान में बंद कर दिया। उसने घटना को तब अंजाम दिया जब एसएचओ मोबाइल से खुली दुकान का वीडियो बनाते हुए दुकान में जा घुसे।


इस वाकये से कस्बे में व थाना कर्मियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स पहुच गई। आधे घंटे से अधिक का समय व्यतीत होने के बावजूद प्रभारी निरीक्षक मुक्त नहीं हो सके तो कई थाने की फोर्स के साथ एसडीएम यमुना धर चौहान और सदर क्षेत्रधिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि इन अधिकारियों के पहुंचने से थोड़ा पहले दुकानदार की बेटी ने शटर खोल कर सभी को मुक्त कर दिया। मौके पर पुलिस फोर्स ने दुकान को घेर लिया। इस दौरान लगभग 40 मिनट तक शटर में पुलिस कर्मी बंद रहे। मौके पर राबर्टसगज व रायपुर पुलिस ने भी डेरा डाल दिया है। एसडीएम सहित सभी अधिकारी पन्नूगंज थाने में मौजूद रहे। क्षेत्राधिकारी के मुताबिक दुकानदार के खिलाफ विधिक कार्रवाई के लिए लिखा पढ़ी की जा रही है। इस मामले में कोई भी लापरवाही क्षम्य नही हैए कारोबारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं दुकान में कैद पुलिस कर्मी भी इस घटना से काफी दहशत में नजर आए।


हरियाणा के इंस्पेक्टर ने की खुदकुशी

रेवाड़ी। हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर ने खुदकुशी कर ली है। मृतक इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार फिलहाल गुरुग्राम में तैनात थे, लेकिन अब उन्होंने अपने घर पर ही खुदकुशी कर ली है।जानकारी के मुताबिक सत्येंद्र कुमार साल 2008 में स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती हुए थे। उन्होंने रेवाड़ी समेत कई जगहों पर अपनी सेवाएं दी थी। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में हरियाणा पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कालका रोड स्थित एक सोसायटी में रह रहे सतेंद्र सिंह ने शनिवार की रात को फांसी लगा कर जान दे दी। इंस्पेक्टर द्वारा आत्महत्या करने के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है। रविवार की सुबह शव कमरे में फंदे पर लटका हुआ मिला। सतेंद्र सिंह वर्तमान में गुरुग्राम में ट्रैफिक में तैनात थे।


पुलिस ने बताया कि इंस्पेक्टर सतेंद्र सिंह रात को करीब 11 बजे ड्यूटी से वापस घर आए थे। वह कालाका चौक स्थित एक्साइज सोसायटी में किराए के फ्लैट में रह रहे थे। रात को खाना खाने के बाद वह सो गए थे। सुबह उनका शव बगल कमरे में फांसी पर लटका हुआ मिला। सूचना के बाद माडल टाउन थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का भी बारिकी से निरीक्षण किया। प्राथमिक जांच में इंस्पेक्टर द्वारा आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं लग पाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए नागरिक अस्पताल में भेज दिया है। फ्लैट में सतेंद्र अपनी पत्नी, बेटा व बेटी के साथ रहते थे। वह मूल रूप से महेंद्रगढ़ के रहने वाले थे। और वर्ष 2008 में सब इंस्पेक्टर के पद पर पुलिस में भर्ती हुए थे। वह कुछ समय के लिए धारूहेड़ा थाना एसएचओ भी रहे थे। वर्तमान में उनकी ड्यूटी गुरुग्राम ट्रेफिक पुलिस में थी। सत्येंद्र सिंह गुरुग्राम में ट्रैफिक कंट्रोल शाखा के प्रभारी थे। शनिवार को भी उन्होंने ड्यूटी की थी। रात में किसी जरूरी कार्य से अपने घर गए थे।


क्वॉरेंटाइन सेंटर पर संदिग्धों का हंगामा

पडरयनुरा। कर्नाटक के पडरयानुरा में ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका के आधिकारियों और जनता के बीच विवाद का मामला सामने आया है। यह झड़प अधिकारियों द्वारा कोरोना संक्रमितों को क्वारंटाइन सेंटर ले जाने के कारण शुरू हुआ था। इसके बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची औक स्थिति को काबू में किया। पुलिस ने इस मामलें में 52 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ लोग कोविड-19 से संक्रमितों के संपर्क में थे, इसलिए इन्हें क्वारंटाइन सेंटर ले जाया जा रहा था। तभी लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। एडिशनल पुलिस कमीश्नर सोमेंदु मुखर्जी ने बताया कि मामले पर जेजे नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। 


बता दें कि कर्नाटक में कोरोना वायरस से और दो लोगों की मौत हो गई। संक्रमण के छह नए मामले सामने आए। इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 390 हो गई। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि राज्य में कोरोना से और 2 मौतें हुई हैं, 6 नए मामले पाए गए, संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 390 हो गई। उन्होंने बताया कि कर्नाटक में कोराना से अब तक 16 लोगों की मौत हुई है और 111 मरीज इलाज के बाद पूरी तरह ठीक हो गए हैं। जिन जिलों में संक्रमितों की संख्या अधिक है, वे हैं- बगलकोटे, बेल्लारी, बेलागावी, बीदर और मंड्या। पिछले 24 घंटों के दौरान मैसूरू में एक फार्मास्यूटिकल कंपनी के कर्मी की कोराना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई।


56 जिलो में खुलेंगे उद्योग 19 संवेदनशील

 उत्तर प्रदेश के 56 जिलों में खुलेंगे उद्योग, 19 संवेदनशील जिलों में फिलहाल छूट नहीं


लखनऊ। केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन में छूट को लेकर जारी की गई गाइडलाइंस के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सभी जिलों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के 19 अति संवेदनशील जिलों में 20 अप्रैल से लॉकडाउन में ढील देने के निर्णय की जिम्मेदारी संबंधित जिलाधिकारियों के विवेक पर छोड़ दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों से कहा कि वे लॉकडाउन को लेकर जो भी फैसला करें उससे शासन को अवगत कराते रहें। संवेदनशील जिलों के डीएम लेंगे लॉकडाउन पर फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यूपी के सभी जिलाधिकारियों की चर्चा में यह फैसला लिया गया कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से राज्य के 19 अति संवेदनशील जिलों में लॉकडाउन में ढील देने का निर्णय वहां के जिलाधिकारी करेंगे इन जिलों के हॉट स्पॉट एरिए में लॉकडाउन में किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी. ऐसे अति संवेदनशील जिलों में आगरा, लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, शामली, बागपत, बुलंदशहर, बस्ती, हापुड़, फिरोजाबाद, सहारनपुर, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा और सीतापुर शामिल हैं।


4000 वकीलों का मदद हेतु आवेदन

राणा ओबराय

4 हजार वकीलों ने पंजाब & हरियाणा बार काँसिल में आर्थिक सहायता लेने हेतु किया आवेदन ;- विजेंदर अहलावत

चंडीगढ़। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का असर कारोबारियों के साथ साथ अब वकीलों पर भी पड़ने लगा है। पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन एवं सदस्य विजेंद्र अहलावत ने राष्ट्रीय खोज एवं भारतीय न्यूज़ के संपादक राणा ओबराय से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के लगभग 4 हजार वकीलों ने 16 अप्रैल तक आर्थिक सहायता लेने हेतु आवेदन भेजे है। उन्होंने बताया बार काउंसिल पहले यह सुनिश्चित करेगी कि आवेदन करने वाले वकील की आय का कोई अन्य साधन तो नहीं है। उसके बाद उनको कम से कम पांच हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी। अहलावत ने बताया ऐसे संकट के समय में बार एसोसिएशन ने वकीलों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। कुछ शर्तों के साथ बार एसोसिएशन ने वकीलों को पांच हजार रुपये प्रतिमाह देने का फैसला लिया है। ताकि किसी वकील को कोई समस्या न हो। उन्होंने बताया कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते हाईकोर्ट सहित पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की अदालतों में अब सिर्फ अर्जेन्ट केसों पर ही सुनवाई हो रही है ऐसे में कई युवा वकील एव अन्य वकील आर्थिक संकट में आ गए हैं। अब ऐसे जरूरतमंद वकीलों की मदद के लिए बार काउन्सिल ऑफ़ पंजाब एंड हरियाणा आगे आई है। विजेन्दर अहलावत ने बताया कि पंजाब एंड हरियाणा बार कौंसिल ने एक आपात बैठक बुला ऐसे जरूरतमंद वकीलों को आर्थिक सहायता दिए जाने के लिए कोवीड-19 रिलीफ फंड बनाया है, जिस फंड से मौजूदा हालत में आर्थिक संकट का सामना कर रहे जरूरतमंद वकीलों को मदद दी जा सकेगी। उन्होंने ने बताया कि इस फंड में तत्काल प्रभाव से बार कौंसिल के 25 सदस्यों के साथ पंजाब, हरियाणा के दोनों एडवोकेट जनरल ने 25- 25 हजार रुपये जमा करवाये है। अहलावत ने बताया कि फंड बनाए जाने के कुछ समय बाद ही सेंकडो एडवोकेट्स ने इस फंड के लिए अपना आर्थिक योगदान भी दे दिया है।


कोटेदार खा रहे हैं गरीबों का राशन

ग्रामीणों का आरोप कोटेदार खा रहा हमारा राशन


वाराणासी/रोहनिया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन लगाया गया और सरकार द्वारा सभी जिलों के जिलाधिकारी को कड़े शब्दों में निर्देश दिया गया है कि कोई व्यक्ति राशन और भोजन से वंचित न रहे। तो वही प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस के रोहनिया आराजी लाइन अंतर्गत ग्राम देउरा के क्षेत्र पंचायत सदस्य अशोक वर्मा और ग्रामीणों का आरोप है, कि कोटेदार गीता देवी द्वारा ग्रामीणों का जबरदस्त शोषण हो रहा है और राशन में घटतौली की शिकायत है,और यूनिट के अनुसार राशन भी नही मिल रहा,आपको बताते चले हाल ही में सरकार द्वारा सभी सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर ग्रामीणों में बिस्कुट वितरण के लिए आया था। लेकिन कोटेदार द्वारा गांव के किसी व्यक्ति में बिस्कुट का वितरण नहीं किया गया। जिसे नाराज ग्रामीणों ने सरकारी कॉपरेटिव पर एकजुट होकर कोटेदार मुर्दाबाद का नारा लगाकर मांग कि है ऐसे भ्रष्ट कोटेदार का दुकान सरकार तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए। इस क्रम में सप्लाई स्पेक्टर अनूप कुमार ने बताया कि राशन सभी को मिल रहा है और ग्रामीणों की यूनिट,घटतौलि,मूल्य से अधिक पैसा लेकर राशन देने जैसी संबंधित समस्याओं का मेरे द्वारा जांच किया जाएगा। गलत पाए जाने पर कोटेदार के ऊपर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।


झोपड़ी मे आग, 2 बहने जलकर राख

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है। कानपुर के घाटमपुर कोतवाली के गोपालपुर गांव में रविवार सुबह चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में आग लगने से चपेट में आए मासूम भाई-बहन की मौत हो गई, जबकि दो और जुड़वां बहनें गंभीर रूप से झुलस गईं। दोनों को हैलट में भर्ती कराया गया है। गांव निवासी मजदूर संतराम संखवार के परिवार में पत्नी राधा और पांच बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा कृष्णा (8) घाटमपुर स्थित ननिहाल में रहता है। रविवार सुबह संतराम अपनी पत्नी राधा के साथ मजदूरी खेत में फसल काटने गया था।


घर में जुड़वां बेटियां सीता और गीता (5), बेटा गोपाल (3) और छोटी बेटी रीता (डेढ़ वर्ष) थी। ग्रामीणों के मुताबिक सुबह करीब 9:30 बजे संतराम के घर से आग की लपटें उठती दिखीं। शोर मचाने पर आसपास के लोग दौड़े और आग पर काबू पाया। हादसे में झुलसे चारों बच्चों को पूरी तरह से जल चुकी झोपड़ी से बाहर निकाला गया। इसमें गोपाल की मौत हो चुकी थी। बाकी तीनों बच्चों को सीएचसी लाया गया। डॉक्टरों ने तीनों को हैलट रेफर कर दिया। हैलट पहुंचने से पहले ही रीता ने भी दम तोड़ दिया। युवकों ने दिखाया साहस झोपड़ी के पूरी तरह से लपटों से घिरने के बाद भी गांव के कुछ युवकों ने साहस दिखाया। युवक अपनी जान की परवाह किए बगैर झोपड़ी में घुस गए और तीनों बच्चियों को बाहर निकाला। हालांकि गोपाल बुरी तरह से लपटों में घिर चुका था, इस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सीता और गीता का इलाज चल रहा है। सीओ घाटमपुर रवि कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों की मां राधा ने सुबह चूल्हे पर खाना बनाया था। चूल्हे की आग पूरी तरह नहीं बुझाई और खेतों पर काम करने चली गई। इसके बाद चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गई।


प्रार्थना करने वाले 14 पहुंचे हवालात

हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरादोई में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ लोग एकत्र हुए थे। पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो एकत्र लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी। हरदोई शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम शंकरबक्शपुरवा में कोरोना वायरस को भगाने के लिए प्रार्थना करने को एकत्र होना लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया।
सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और छह लोगों को हिरासत में ले लिया। छह लोगों को नामजद करते हुए आठ महिलाओं सहित 14 लोगों के विरुद्ध लॉकडाउन के उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज की गई है। शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत राधानगर पुलिस चौकी के प्रभारी श्यामू कनौजिया को कुछ ग्रामीणों ने सूचना दी कि ग्राम शंकरबक्शपुरवा में गुड्डू पुत्र मेहीलाल के घर में भीड़ एकत्र है। इस सूचना पर चौकी प्रभारी सिपाही विजेंद्र यादव और होमगार्ड ब्रजकिशोर मिश्रा के साथ शंकरबक्शपुरवा पहुंच गए। पुलिस के मुताबिक गुड्डू के घर पर कई महिलाओं सहित लगभग 20 लोग बैठे थे और आपस में बातचीत कर रहे थे। पुलिस टीम को देखकर कुछ लोग मौके से भाग गए। पूछताछ करने पर गुड्डू व मौजूद मिले अन्य लोगों ने पुलिस को बताया कि कोरोना जैसी बीमारी न फैलने के संबंध में बातचीत करते हुए भगवान से इस बीमारी को खत्म करने की प्रार्थना कर रहे थे। पूरे मामले में पुलिस ने गुड्डू, मनोज कुमार पुत्र आशाराम, रजनीकांत पुत्र राजेश कुमार, राममिलन पुत्र चेतराम, बलवंत पुत्र सुरजनलाल, अंकुल पुत्र रामविलास के अलावा आठ अज्ञात महिलाओं के विरुद्ध लॉकडाउन का उल्लंघन करने की रिपोर्ट दर्ज की है।


अंतिम-यात्रा में शामिल नहीं होंगे योगी

लखनऊ/दिल्ली। यूपी के सीएम और भाजपा के दिग्गज नेता योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया।
अब कोरोना से लड़ाई में डटे योगी ने अपने परिवार को खत लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा कि एक बेटा अपने पिता के अंतिम संस्कार में क्यों नहीं जा रहा है। योगी ने कहा कि कोरोना से लड़ाई बहुत जरूरी है। इसलिए वे पहले इससे निपटेंगे।
इतना ही नहीं एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाते हुए योगी ने घरवालों से अपील की कि अंतिम संस्कार में कम से कम लोग शामिल हों। सीएम योगी का कर्तव्यबोध कितना अडिग है यह समझने के लिए ये पत्र काफी है। पत्र के वायरल होने के बाद लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।


शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

शामली: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। प्रदेश सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम संपूर्ण समाधान दिवस का आय...