बुधवार, 12 फ़रवरी 2020

सकते में शीर्ष नेतृत्व, होगी समीक्षा बैठक

नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की करारी हार हुई है। इस हार से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व सकते में है। पूरे दमखम और केंद्रीय नेतृत्व की पूरी फौज चुनावी समर में झोंकने के बावजूद भाजपा को महज 8 सीटों पर जीत मिली। पार्टी की करारी हार के बाद अब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हार की समीक्षा के लिए बुधवार शाम 5 बजे महासचिवों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे। 
भाजपा के दोनों दिग्गज नेता पार्टी की हार की समीक्षा करेंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी हार हुई है। लगभग 21 दिनों तक चले आक्रामक प्रचार के बावजूद दिल्ली में पार्टी की नैया डूब गई। भाजपा ने चुनाव के दौरान पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं को उतार दिया था। केंद्रीय मंत्री दिल्ली में पद यात्रा कर रहे थे, तो खुद गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली की गलियों में कई रैलियां की फिर भी पार्टी के नेता हार गए। भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान शाहीन बाग, अनुच्छेद 370, नागरिकता कानून, राम मंदिर जैसे मुद्दों का जिक्र किया लेकिन पार्टी को हार मिली।
चुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी हार स्वीकार कर ली है। जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा इस जनादेश को स्वीकारते हुए रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी और प्रदेश के विकास से जुड़े हर मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी।दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरन शाहीनबाग का मुद्दा भी छाया रहा। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अन्य छोटे से लेकर बड़े नेता हर रैली और सभाओं में शाहीनबाग का मुद्दा उछालते रहे। बैठक में राष्ट्रवाद बनाम फ्री देने की रणनीति पर चर्चा होगी। बैठक में रणनीतिक चूक पर भी विस्तार से चर्चा होने की उम्मीद है।


कश्मीर दौरे पर राजपूतों का दूसरा दल

श्रीनगर (एजेंसी)। विदेशी राजदूतों का दूसरा दल आज जम्मू एवं कश्मीर का दौरा करेगा। इससे एक महीने पहले ही राजदूतों के प्रतिनिधियों के एक दल ने केंद्र शासित प्रदेश का दौरा किया था। ये प्रतिनिधिमंडल यूरोपीय संघ के जर्मनी, फ्रांस, चेक गणराज्य, पोलैंड, बुल्गारिया और हंगरी से हैं और ये बुधवार को श्रीनगर तथा गुरुवार को जम्मू में रहेंगे। सूत्रों ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल को सेना के शीर्ष कमांडर कश्मीर में सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी देंगे।श्रीनगर और जम्मू प्रवास के दौरान विदेशी प्रतिनिधिमंडल व्यापारिक प्रतिनिधियों और अन्य लोगों से भी मिल सकता है। 
प्रतिनिधिमंडल जम्मू में उपराज्यपाल जी.सी. मुर्मू से भी मुलाकात करेगा। इस दौरे से कुछ दिन पहले ही जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों- उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पर जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) लगाया गया था। प्रतिनिधिमंडल जिस होटल में ठहरेगा, उसके आसपास और पूरे श्रीनगर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।


16 फरवरी को लेंगे सीएम पद की शपथ

नई दिल्ली। दिल्ली के चुनावी रण में आम आदमी पार्टी एक बार फिर विजेता बनकर उभरी है। अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आप ने लगातार दूसरी बार इतिहास रचा है और विरोधियों को जीत की आंधी में उड़ा दिया।


मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के आए नतीजों में आप ने 70 में से 62 सीटें जीती हैं, जबकि भाजपा सिर्फ 8 सीटों पर सिमट गई। 2015 की तरह इस बार भी कांग्रेस शून्य पर रही। आम आदमी पार्टी (आप) की जीत के साथ मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है। 16 फरवरी को रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल शपथ ग्रहण कर सकते हैं। इस बार वह लगातार तीसरी बार दिल्ली में सरकार बनाने जा रहे हैं। वहीं मंत्रीमंडल में मनीष सिसोदिया, आतिशी, राघव चड्ढा जैसे नामों को शामिल करने की चर्चा चल रही है। 


उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकाल करने के बाद अरविंद केजरीवाल अपने आवास वापस लौट गए हैं। यहां वो कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक करेंगे। बैठक में हिस्सा लेने के लिए केजरीवाल के आवास पर पहले से ही आप के सभी विजेता विधायक पहुंचे हुए हैं।


राजमाता की अंतिम-यात्रा में पहुंचे दिग्विजय

मनोज सिंह ठाकुर


रायपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव के अंतिम संस्कार में शामिल होने रायपुर पहुंचे हुए है। रायपुर से दिग्विजय सिंह विशेष विमान से अम्बिकापुर जाएंगे। अंबिकापुर में मंत्री टीएस सिंहदेव की माता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव की अंतिम यात्रा में शामिल होंगे। दिग्विजय सिंह ने उनके निधन पर दुख जताया है। राजमाता देवेंद्र कुमारी के दुखद निधन पर दिग्विजय सिंह उन्हें श्रद्धांजलि दिया। उन्होंने कहा कि उनका और हमारा एक पारिवारिक रिश्ता रहा है। वह शांत महिला और एक दृढ़ इच्छाशक्ति वाली राजनेता थी। उनकी कमी हमें खलेगी। उनके समस्त परिवार को अपनी ओर से संवेदना व्यक्त किया। बता दें कि 86 वर्षीय राजमाता देवेंद्र कुमारी का दिल्ली के मेदांता अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया था। अंबिकापुर के रानी तालाब में राजमाता का अंतिम संस्कार किया जाएगा।


प्रतिष्ठा के कारण मां-बाप,भाई की आत्महत्या

शशि कोन्हेर
 


गढा़चिरोली। अभी तक आपने शादी ब्याह के मामले में सामाजिक प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए ऑनर किलिंग की खबरे पढ़ी होंगी | ऐसे मामलों में दूल्हा-दुल्हन की हत्या की खबरे गांहे-बगाहे सुर्ख़ियों में रहती है | लेकिन एक परिवार ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली , क्योकि उनकी बेटी ने अपनी बिरादरी की जगह दूसरे समाज के लड़के से शादी कर ली | मामला राजनांदगांव से लगे महाराष्ट्र के घोर नक्सल प्रभावित गढ़ाचिरोली का बताया जा रहा है। लव मैरिज पर आमदा लड़की को  इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा ना था कि उसके माता-पिता और छोटा भाई इससे नाराज होकर इतना बड़ा कदम उठा लेंगे | इस लड़की के मुताबिक परिवार को उसका विवाह नागवार गुजर रहा था | वो इस बात से वाकिफ थी , उसे इसका भी अंदाजा था कि देर सवेर परिवार उन्हें स्वीकार कर लेगा | लेकिन उसके प्रेम विवाह के बाद आई खबर से यह दंपत्ति हैरत में है | फ़िलहाल वे इस सामूहिक आत्महत्या को लेकर पुलिस के समक्ष अपना पक्ष रख रहे है। छत्तीसगढ़ से सटे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से बुरी खबर आ रही है | यहां एक 24 साल की लड़की ने दूसरे समाज के लड़के साथ शादी की तो लड़की के माता-पिता और भाई ने ऐसा कदम उठाया कि पूरा इलाका सदमे में आ गया | लड़की के माता-पिता और भाई ने एक साथ कुएं में कूदकर जान दे दी | यह घटना गड़चिरौली जिले की है | दरअसल यहां रविंद्र वरगंटीवार की बेटी का दूसरे कास्ट के लड़के से प्रेम संबंध था | लड़की ने अपने पिता से कहा कि उसी लड़के से शादी करनी है | लेकिन परिवार वालों को यह प्रेम विवाह मंजूर नहीं था , लिहाजा उन्होंने इस शादी के लिए इनकार कर दिया | इसके बाद बेटी प्रेम विवाह ही करने की बात कहते हुए शनिवार को घर से निकल गई | उसके घरवालों को जिसकी इस बात की जानकारी मिली उन्होंने एक के बाद एक कुएं में कूदकर खुदकुशी कर ली।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 13, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-187 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, फरवरी 13, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि- पंचमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:03,सूर्यास्त 06:04
5. न्‍यूनतम तापमान 10+ डी.सै.,अधिकतम-24+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


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मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

मिसाइल हमले का असर, सैनिक बीमार

ईरान हमले का असर, 100 से ज्यादा अमेरिकी सैनिक हुए बीमार


इराक। मौजूद अमेरिकी वायुसेना के अड्डों पर ईरान की ओर से किए गए मिसाइल हमले का असर अभी तक अमेरिकी सैनिकों पर दिखाई दे रहा है। हमले के महीने भर बाद एक बार फिर अमेरिका की ओर से सफाई देते हुए कहा गया है कि ईरान के मिसाइल अटैक में 100 से ज्यादा अमेरिकी सैनिकों को नुकसान हुआ है। पेंटागन की ओर से पिछली बार जारी किए गए आंकड़ों को देखने के बाद घायल सैनिकों की संख्या में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। बता दें कि कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान ने बदले की कार्रवाई करते हुए इराक में अमेरिकी एयरबेस पर हमला किया था। सुलेमानी पर अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी पिछले काफी समय से नजर रख रही थीं। पेंटागन की ओर से सफाई देते हुए कहा गया है कि अब तक 109 अमेरिकी सैनिकों को मस्तिष्क की चोट लगी थी, जिसमें से 79 सैनिक फिर ड्यूटी पर लौट आए हैं। संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष, आर्मी जनरल मार्क मिले ने पिछले महीने कहा था कि मस्तिष्क की दर्दनाक चोटों से पीड़ित अमेरिकी सैनिकों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर सैनिकों को सिरदर्द, चक्कर आना, आंखों की रोशनी कमजोर होना और संवेदनशील होना शामिल है। गौरतलब है कि ईरान ने 8 जनवरी को इराक में मौजूद अमेरिकी वायु सेना के अड्डों पर हमला किया था। उस समय ईरान ने दावा किया था कि हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं। हालांकि उस समय अमेरिका ने दावा किया था कि हमले से ठीक पहले पेंटागन वॉर्निंग सिस्टम के कारण सभी सैनिक बंकरों में चले गए थे, जिसके कारण सैनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ था।


अपनी वृद्ध माता को सड़क पर छोड़ा

सचिन विशौरिया


गाजियाबाद। मां यह एक ऐसा शब्द है जिसके सामने सारी दुनिया भी छोटी पड़ जाती है। लेकिन कभी-कभी कुछ कलयुगी बेटे ऐसे होते हैं। जो प्रॉपर्टी के चक्कर में अपनी मां को भी सड़क पर धक्के खाने के लिए छोड़ देते हैं। ऐसा ही एक मामला लोनी थाना क्षेत्र के राम विहार कॉलोनी से देखने मे आया है। जहां कलयुगी बेटे ने अपनी मां को ही अपनी प्रॉपर्टी से धक्के मार कर निकाल दिया। मामला जब उपजिलाधिकारी के सामने पहुंचा तो उपजिलाधिकारी के आदेशों पर भी बेटे ने धत्ता बताते हुए, पल्ला झाड़ दिया। इस मामले में मां का कहना है कि उन्हें उनका कमरा जिसमें वो रहती थी, वह वापस दिलाया जाए और मंदिर में पूजा करने की परमिशन दी जाए। लेकिन क्या योगी सरकार में एक मां को इंसाफ मिल पाएगा? क्या पुलिस और प्रशासन मिलकर भी इस मां को न्याय दिला पाएंगे, यह एक बड़ा सवाल?


मधुकर कहिन 'फैसले की घड़ी'


मधुकर कहिन 


आज फैसले की घड़ी !
सभी राजनैतिक दलों को सिखा के जाएगा आज के दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम


नरेश राघानी


आज सुबह से सभी टीवी चैनलों पर दिल्ली विधानसभा चुनाव के रिजल्ट की चर्चा हो रही है। शाम तक पता पड़ जाएगा कि दिल्ली ने आखिर क्या सोचा है ? क्या दिल्ली ने विकास को और सकारात्मकता को वोट दिया है ? या आज भी दिल्ली केवल शाहीन बाग , हिंदू मुस्लिम जैसी बातों पर टिकी हुई है ?


 उम्मीद की जा रही है कि आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल पुनः दिल्ली के मुख्यमंत्री होंगे। परंतु वही सोशल मीडिया पर भाजपा आईटी सेल द्वारा चलाए गए कैंपेन से यह नजर आ रहा है कि भाजपा में अभी भी दम है। कुछ लोग तो इस तरह की बातें लिखकर पहले संतुष्ट बैठे है कि ईवीएम मशीन को दोष देने के लिए आप तैयार रहिए।


दिल्ली के भाजपा द्वारा प्रस्तावित तथाकथित मुख्यमंत्री मनोज तिवारी* ने तो यहां तक कह दिया कि - 48 सीटों पर दिल्ली में भाजपा विजई होगी। लेकिन हमारे संवाददाता अभिनीत सिंह के अनुसार दिल्ली की धड़कन आज भी केजरीवाल केजरीवाल कह रही है।


 क्योंकि पिछले 5 सालों केजरीवाल द्वारा में दिल्ली में बहुत महत्वपूर्ण काम , लोकहित में किये गए हैं।


यहां देखने की बात यह भी है कि केजरीवाल ने भाजपा के पक्ष में ध्रुवीकरण रोकने के लिए शाहीन बाग से दूरी बनाए रखी है । यदि केजरीवाल यह चुनाव जीतते हैं तो यह इस देश में जातिवाद की राजनीति करने वालों के चेहरे पर एक तमाचा होगा। केजरीवाल की आशान्वित जीत से कांग्रेस को भी सीखने के लिए बहुत कुछ मिलेगा । कांग्रेस को सीखने के लिए मिलेगा कि - मात्र मुस्लिम तुष्टीकरण के आधार पर सेकुलरिज्म का झंडा उठाये चुनाव नहीं जीता जा सकता। देश की जनता विकास चाहती है । रोजमर्रा की जिंदगी की खींचतान से आराम चाहती है और देश का वोटर  सकारात्मकता को प्राथमिकता से देखता हैं।


 यह चुनाव 'भाजपा के लिए भी एक सबक होगा। वह यह कि अब और ज्यादा इस देश के वोटर को हिंदू मुस्लिम के भ्रम में नहीं रखा जा सकता। काम तो करना ही पड़ेगा। युवाओं को रोजगार देना होगा। महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा। इस देश में व्याप्त शिक्षा के लचर ढांचे पर नए सिरे से काम करना होगा । लोगों को यह बताना होगा कि उनकी गाढ़ी कमाई का पैसा जो कि टैक्स के रूप में उनसे लिया जाता है। उसका वाकई सही इस्तेमाल हो रहा है या नहीं ? तभी लोग नेताओं को और उनके समर्पण को स्वीकार करेंगे।


नरेश राघानी


एचसी का पूर्व मुख्यमंत्रियों को नोटिस

देहरादून। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों के आवास भत्ते व अन्य सुविधाओं में हुए खर्च के संदर्भ में राज्य सरकार द्वारा पारित अधिनियम को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को दस दिन के भीतर नोटिस देने को कहा है। आदेश में पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का नाम भी शामिल है। मामले की अंतिम सुनवाई की तिथि 25 फरवरी नियत की गई है। मामले की सुनवाई मुख्य न्यायधीश रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खण्डपीठ में हुई।
उल्लेखनीय है कि इन पूर्व मुख्यमंत्रियों को पहले जारी हुए नोटिस केवल पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डा. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को छोड़कर शेष अन्य पूर्व मुख्यमंत्रियों को प्राप्त हुए बिना वापस आ गए थे। लिहाजा मंगलवार को मामले की सुनवाई के दौरान डा. निशंक के अधिवक्ता न्यायालय में मौजूद रहे, किंतु विजय बहुगुणा व भुवन चन्द्र खंडूरी के नोटिस वापस बिना हस्तगत हुए आ गए। उल्लेखनीय है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी व महाराष्ट्र के राज्यपाल बन गए भगत सिंह कोश्यारी का नाम पूर्व में नोटिस से अलग रखा था। लेकिन अब महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का नाम पुनः नोटिस में शामिल करते हुए तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को नोटिस देने की जिम्मेदारी सरकार को दी गई है। मालूम हो कि देहरादून की रूरल लिटिगेशन संस्था ने राज्य सरकार के उस एक्ट को जनहित याचिका के माध्यम से चुनौती दी है जिसमें राज्य सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी बंगलों के शेष बचे किराए को माफ कर दिया था।


पीएम ने केजरीवाल को दी बधाई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भारी जीत हासिल करने पर बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को केजरीवाल को जीत की बधाई देते हुए उन्हें दिल्लीवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए शुभकामनाएं दीं। मोदी ने एक ट्वीट के जरिए कहा, “आप और अरविंद केजरीवाल जी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बधाई। उनको दिल्ली की लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।


अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए

अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए  सरस्वती उपाध्याय  हर साल कार्तिक मास की शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी तिथि को छठ पर्व की शुरुआत ह...