नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत की हैटट्रिक लगाई है। इस जीत के साथ आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश की दूसरी पार्टियों को संदेश दिया है। इस प्रचंड जीत में कई वजह हैं, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि बीजेपी जैसी हैवी वेट पार्टी से चुनौती लेने में हनुमान जी ने केजरीवाल के लिए काफी हद तक राह आसान कर दी थी। पहली नजर में यह बात थोड़ी अटपटी लग सकती है, लेकिन पूरे चुनाव प्रचार का विश्लेषण करें तो चीजें ज्यादा स्पष्ट समझ में आती है। आम आदमी पार्टी ने प्रचार की शुरुआत पांच साल किए गए कामों के बखान के साथ शुरू की थी। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में बीजेपी राष्ट्रवाद, हिंदुत्व जैसे पारंपरिक मुद्दों को केंद्र में रखकर मैदान में उतरी। इन दोनों एजेंडे से जनता को जोड़ने के लिए बीजेपी ने शाहीन बाग जैसे तात्कालिक मुद्दे को पूरी तरीके से उछाला। बीजेपी के पूरे प्रचार में यह बताने की कोशिश की गई कि अगर आप दोबारा सत्ता में आई तो दिल्ली में फिर से मुगल काल आ जाएगा। इसलिए हिंदुओं को एकजुट होकर बीजेपी को वोट देना चाहिए ताकी राम राज्य स्थापित हो सके। बीजेपी की इस रणनीति से निपटने के लिए सीएम केजरीवाल हनुमान जी की शरण में पहुंच गए। दरअसल, रामचरित मानस जैसे पवित्र धर्म ग्रंथ में कहा गया है कि हनुमान जी भगवान श्रीराम के सबसे बड़े भक्त रहे। इस धर्म ग्रंथ में कई मौकों पर कहा गया है कि भगवान राम ने खुद कहा था कि वह अपने परम भक्त हनुमान की भक्ति करने वालों का सदैव साथ देंगे। इन बातों का हिंदू धर्म में गहरा प्रभाव है। शायद इसलिए सीएम केजरीवाल ने खुद को राम भक्त कहने वाले बीजेपी नेताओं से टक्कर लेने के लिए पूरे चुनाव प्रचार में हुनमान जी के नाम का सहारा लिया। कनॉट प्लेस वाले हनुमान मंदिर ने काफी कुछ बदल गया
बीजेपी लगातार प्रचार के दौरान आप को मुस्लिम हितैषी बताने की कोशिश कर रही थी। हालिया चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो साफ है कि बीजेपी जब-जब सामने वाली पार्टी को मुस्लिम हितैषी स्थापित करने की कोशिश की तब तब उन्हें इसका फायदा मिलता रहा है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी यह स्थापित करने में सफल रही थी कि कांग्रेस मुस्लिमों का पक्ष लेने वाली पार्टी है। यह बात खुद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटेनी अपनी समीक्षा रिपोर्ट में स्वीकार चुके हैं। एंटेनी की रिपोर्ट से भले ही कांग्रेस सबक नहीं ले पाई लेकिन शायद यह केजरीवाल के काम आ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जैसे बड़े नेताओं के आरोपों से पार पाने के लिए सीएम केजरीवाल जनसभाओं में हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए देखे गए। बीजेपी जब उनपर आक्रामक होती तो वह कनॉट प्लेस के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में जाते रहे। हनुमान मंदिर की इस यात्रा से केजरीवाल साफ संकेत दे रहे थे कि वे सॉफ्ट हिंदुत्व के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। बीजेपी जहां बार-बार शाहीन बाग और वहां बिरयानी की बात कर रही थी, वहीं सीएम केजरीवाल इस पर कोई भी ठोस बयान देने से बचते रहे। चुनाव प्रचार के दौरान ही जब अध्योध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का ऐलान हुआ तो केजरीवाल ने कहा कि अच्छे कामों के लिए कोई समय नहीं होता है। वोटिंग संपन्न होने तक केजरीवाल समझ चुके थे कि हनुमान जी का नाम लेने से उन्हें फायदा हो रहा है। वह बीजेपी की ओर से उनके लिए बनाई जा रही छवि से भी बच रहे हैं। तभी वोटिंग संपन्न होने के बाद भी केजरीवाल कनॉट प्लेस वाले हनुमान मंदिर में मत्था टेकने पहुंच गए। वहीं अब जब चुनाव परिणाम आने के बाद भी केजरीवाल ने अपने पहले संबोधन में हनुमान जी का नाम लिया और सबसे पहले कनॉट प्लेस के उसीहनुमान मंदिर में पूजा करने पहुंच गए हैं। हनुमान मंदिर की यात्राओं से केजरीवाल ने संकेत दे दिया है कि वह आगे भी सॉफ्ट हिंदुत्व के मुद्दे को अपने साथ जोड़े रहेंगे।
मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020
"हनुमान जी" ने बाजी मारी: केजरीवाल
प्रदर्शन-कारियों ने मौन धारण किया
नई दिल्ली। दिल्ली चुनाव को लेकर मतगणना जारी है, वहीं शाहीनबाग में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन भी जारी है। आज शाहीनबाग में सुबह से ही काफी शांति दिखाई दी जब इसकी वजह जानी तो एक अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां हो रहे विरोध प्रदर्शन में लोग मौन धारण करते हुए नजर आए। यहां बैठी महिलाओं ने मौन रखा हुआ है और जहां ये बैठे हैं वहां से आज के दिन कोई भाषण नहीं दिया जाएगा, साथ ही इनके मौन रखने का कारण चुनाव के नतीजे में यहां से बोलने पर गलत संदेश न जाए और जामिया में हुई हिंसा है।
शाहीनबाग में सुबह से ही सभी महिलाएं मौन रखे हुई है जब उनसे पूछने की कोशिश की तो बोलने से मना कर दिया और एक पोस्टर दिखा कर इशारा किया कि आज मौन रखा हुआ है। यह पूछने पर की ऐसा क्यों, तो एक बगल में प्ले कार्डस बना रहे लड़के ने लिख कर कहा कि चुनाव के नतीजे और जामिया को लेकर कर रहे हैं।
दिल्ली चुनाव के नतीजों को लेकर एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि यहां से हम किसी राजनीतिक पार्टी को समर्थन नही देते है और यहां से किसी की न हम बुराई करेंगे और ना ही भलाई, इसलिए हम सभी लोग मौन रखे हुए हैं ताकि कोई गलत संदेश यहां से न चला जाए। यह पूछने पर कि ये मौन धारण कब तक चलेगा, तो उसने कहा की सिर्फ सुबह से रात तक होगा ताकि हमसे कोई चुनाव को लेकर न पूछे।
बस-जीप की टक्कर 9 की मौत, 7 घायल
जयपुर। राजस्थान के भीलवाड़ा-कोटा हाईवे पर सोमवार रात बस ने जीप को टक्कर मार दी। हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 लोग घायल हो गए। यह हादसा भीलवाड़ा जिले के बिगोड इलाके में हुआ। हादसा इतना भीषण था कि जीप का आधा हिस्सा पूरी तरह खत्म हो गया। बस का भी ड्राइवर की ओर वाला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भीलवाड़ा डिपो की रोडवेज बस कोटा से आ रही थी। त्रिवेणी और बीगोद के बीच पावन धाम के पास ये बस सामने से आती जीप से टकरा गई। जीप में सवार लोग मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के संधारा गांव के हैं। सभी लोग भीलवाड़ा में शादी में शामिल होकर गांव वापस जा रहे थे।
वहीं, इस भीषण सड़क दुर्घटना पर सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, मुझे भीषण सड़क दुर्घटना के बारे में जानकारी मिली। इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई है। मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताता हूं और प्रार्थना करता हूं कि भगवान दुख की इस घड़ी में उन्हें सहनशक्ति दें। घायलों का सही से इलाज हो इसके लिए निर्देश दिया हूं।
टायर की फैक्ट्री में आग, लाखों का नुकसान
अतुल त्यागी जिला प्रभारी
हापुड़। टायर बनाने की फैक्ट्री में अचानक लगी भयंकर आग आसपास के फैक्ट्री मालिकों में भगदड़ मची पुलिस बल मौके पर। आग इतनी भीषण थी आसपास के फैक्ट्री मालिकों में अफरातफरी अफरा तफरी मच गई। फायर बिग्रेड की दो गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पाया आग पर काबू। अभी आग लगने के कारणों का कोई साफ पता नही। फैक्ट्री में आग से लाखों का माल हुआ जलकर राख थाना धौलाना क्षेत्र के यूपीएसआई डीसी फेस 1 की घटना भारी पुलिस बल मौके पर। हापुड़ में आग लगने का यह पहला मामला नहीं है। अब से पहले भी कई फैक्ट्रियों में लगी है। भयंकर आग पिछले दिनों फैक्ट्री में आग लगने से काम करने वाला एक मजदूर झुलस गया था जिसकी इलाज के दौरान दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई थी।
शक्ति फाउंडेशन ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
अतुल त्यागी जिला प्रभारी
प्रवीण कुमार रिपोर्टर
माध्यमिक विद्यालय के छात्र छात्राओं के बेहतर भविष्य के लिए की कामना काफी संख्या में छात्र-छात्राओं ने लिया भाग।
हापुड़। आपको बता दें टीमशौर्य शक्ति फाउंडेशन ने मां भगवती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शौलाना जनपद हापुड़ में विद्यार्थियों को भविष्य निर्माण के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए तथा छात्रों को मानसिक रूप से सशक्त तैयार होने के लिए प्रेरित किया गया। और समय-समय पर उचित मार्गदर्शन करने के लिए भी कहा गया। छात्रों एवं छात्राओं ने एक स्वर से कठिन परिश्रम करने का आश्वासन दिया। शौर्य शक्ति फाउंडेशन के संस्थापक मेजर युद्धवीर सिंह शिशौदिया आशुतोष शर्मा एवं आकांक्षा मौर्य ने विधार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं की। मेजर युद्धवीर सिंह शिशौदिया संस्थापक शौर्य शक्ति फाउंडेशन के कार्यकर्ता सहित काफी संख्या में स्कूल छात्र छात्राओं के साथ स्कूल टीचर भी रहे मौजूद कार्यक्रम से स्कूल में छात्र छात्राओं का मनोबल बढ़ा।
मंडल टीम ने चलाया जागरण अभियान
बलराम नगर मंडल की टीम ने जनसंपर्क कर चलाया जन जागरण अभियान
अविनाश श्रीवास्तव
गाजियाबाद। लोनी में नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में पूजा कॉलोनी मंगल बाजार में भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रशांत कुमार के नेतृत्व में मंडल महामंत्री राहुल श्याम सुंदर मंडल मंत्री राजेश सोम मंत्री बलराम नगर मंडल कपिल पांचाल मंडल मंत्री डॉ रवीश शर्मा ने जागरूकता एवं टोल फ्री नंबर 8866288662 पर समर्थन के लिए मिस्ड कॉल लगवाने के लिए डोर टू डोर व मैंन मंगल बाजार की सभी दुकानों पर संपर्क किया। सीएए समर्थन में अधिक से अधिक परिवारों ने भाजपा सरकार द्वारा लाए गए कानून का समर्थन किया और भाजपा सरकार की सभी योजनाओं के बारे में बताया गया।
मुख्य रूप से प्रशांत कुमार मंडल अध्यक्ष मंडल महामंत्री राहुल श्याम सुंदर मंत्री बलराम नगर मंडल कपिल पांचाल, मंडल मंत्री राजेश सोम, मंडल मंत्री डॉ रवीश शर्मा, मंडल कोषाध्यक्ष संदीप शर्मा, सेक्टर संयोजक आर्येन्द्र शर्मा, बूथ अध्यक्ष रामचन्द्र चौहान सेक्टर संयोजक राकेश उपाध्याय बूथ अध्यक्ष ओमबीर बाल्मीकि, सेक्टर संयोजक सतीष कडेरा दिनेश तोमर, सूजन सिंह, आकाश ठाकुर, मयंक त्यागी आदि मौजूद रहे।
संस्था की स्मारिका 2020 का विमोचन
इकबाल अंसारी
गाजियाबाद। दिल्ली में आरएसएस के अखिल भारतीय अधिकारी डॉ इन्द्रेश कुमार ,ओर फ़िल्म अभिनेता गजेन्द्र चौहान और लोनी के मन्डोला में अतंर्राष्ट्रीय कथावाचक पूजनीय अतुल कृष्ण भारद्वाज ने किया सहयोग द हेल्पिंग हैंड संस्था की स्मारिका 2020 का विमोचन देश के बॉर्डर ओर देश के अन्दर राष्ट्र की रक्षा करने वाले जवानों के मनोबल को बढ़ाने हेतु गत कई वर्षों से जगह-जगह आर्मी द्वारा रक्तदान शिविर ओर अगस्त माह में रक्षाबंधन के पावन अवसर पर राष्ट्रीय स्वाभिमान रक्षाबंधन तिरंगा यात्रा ले जाकर सरहद को प्रणाम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था से भिन्न भिन्न बॉर्डर पर जाकर वहाँ फौजी भाइयों और आस पास रहने वाले गाँव वासियों से मुलाकात कर ऐतिहासिक काम करने वाले संस्था की टीम की प्रतिवर्ष एक स्मारिका प्रकाशित की जाती है। जिसमे संस्था की टीम द्वारा किये गए अन्य कार्यक्रम ओर आगामी योजना की जानकारी दी जाती है। जिससे समाज मे अन्य लोग भी देश के सैनिकों के प्रति समर्पण ओर समभाव ओर गर्व महसूस कर सके ,इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष विजेन्द्र त्यागी ने बताया कि देश की सीमाओं की सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा की रक्षा करने वाले सैनिक भाइयो ओर उनके परिवार के लिये हर वर्ष आर्मी ब्लड बैंक द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित कर हमारी टीम ओर राष्ट्रवादी युवा अपना रक्त दान कर सौभाग्यशाली समझते है। सभी को इस अभियान ओर तिरंगा यात्रा में भाग लेकर अपना अमूल्य योगदान देना चाहिये इस अवसर पर ,जय ठाकुर , कृष्ण बंसल ,महेश प्रधान ,संगीता ठाकुर ,राहुल नागर, मंटू ठाकुर समेत अनेक सम्मानित बन्धु ओर हजारों क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
मोदी लहर का सच 'संपादकीय'
मोदी लहर का सच 'संपादकीय'
देश की जनता ने नरेंद्र मोदी पर आंख बंद कर विश्वास किया था। जनता के इसी सानिध्य से एनडीए समर्थित भाजपा 2 बार लगातार केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में सफल रही। सरकार के द्वारा लिए गए अधिकतर फैसलों का देश की जनता ने स्वागत भी किया। लेकिन जनता की मूलभूत सुविधाओं का अभाव, रोजगार का अभाव, रोजगार के अवसरों के अभाव में जनता ने सरकार के सभी अच्छे-बुरे कार्यों को दरकिनार कर दिया है। निकटवर्ती होने वाले चुनाव परिणाम भाजपा के अस्तित्व पर प्रश्न-चिन्ह अंकित करने के लिए काफी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम ने मोदी युग के अंत का आगाज किया है। बनावटी बातें-विज्ञापन, झूठे वायदों की हकीकत ने 'मोदी लहर का कड़वा सच' जनता के सामने स्पष्ट जाहिर कर दिया है। धर्म और जातिवाद से नही, इस चुनाव को विकास के मुद्दों से जोड़कर देखा जा रहा है।
दिल्ली की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री, अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, और सांसदों की भीड़ की 'कमर तोड़ मेहनत' को एक सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा की इस हार को देश की जनता एक 'बड़ी हार' के रूप में देख रही है। थके-हारे नेताओं की पेशानी पर पानी की चंद बूंदे भाजपा के मनोबल को क्षीण करने का कार्य कर रही है। गफलत और गलतफहमी के शिकार कई लोगों के राजनीतिक जीवन को प्रभावित करने वाले हैं यह परिणाम। राष्ट्रीय राजधानी में लगातार भाजपा को तीन बार शिकस्त देने वाले केजरीवाल के भाषणों में ईर्ष्या कम और आत्मविश्वास अधिक था। अपनी मेहनत और दिल्ली की जनता की सेवा को आधार बनाकर उन्होंने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। भाजपा शिखर के अंतिम छोर से वापसी की राह पर आगे बढ़ चुकी है। शायद यह सबक भी लिया होगा कि बड़-बोलापन नहीं, संघर्ष सहयोग करता है।
राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'
ग्रीस में बच्चा पैदा करने पर 'बेबी बोनस'
कविता गर्ग
ग्रीस। घटती आबादी वहां की सरकार के लिए बड़ी समस्या बन गई है। इस समस्या से निपटने के लिए वहां की सरकार ने ‘बेबी बोनस’ नाम की योजना का ऐलान किया है। यानी वहां के लोगों को बच्चे पैदा करने पर अब पैसे दिए जाएंगे। ग्रीस में जनसंख्या करीब 1 करोड़ 4 लाख है।
बेबी बोनसः ग्रीस में बेबी बोनस योजना के तहत एक बच्चा पैदा करने वाले लोगों को 2000 यूरो यानी भारतीय रुपयों में क़रीब डेढ लाख रुपये दिए जाएंगे। इतना ही नहीं इस योजना के लिए वहां क़रीब 1400 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है।
तेज़ी से घट रही है जनसंख्याः संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक ग्रीस की जनसंख्या क़रीब एक करोड़ है और ये तेज़ी से घट रही है। रिपोर्ट में बताया गया कि अगर वहां जन्म दर नहीं बढ़ी तो अगले 30 साल में वहां की आबादी 33 प्रतिशत तक घट जाएगी। जबकि साल 2050 तक 36 फीसदी लोगों की उम्र 65 साल हो जाएगी। लिहाजा वहां की सरकार ने जन्म दर बढ़ाने के मक़सद से बेबी बोनस योजना का ऐलान किया है।
इन देशों में भी प्रावधानः ग्रीस के अलावा कई और देशों में भी बेबी बोनस का प्रावधान है। जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चेक रिपब्लिक, फ्रांस, इटली, पॉलैंड जासे कुछ देश हैं। ऑस्ट्रेलिया में बेसी बोनस के तौर पर 5 हज़ार डॉलर यानी करीब 2 लाख 38 हज़ार रुपये दिए जाते हैं। इसके अलावा अलग-अलग देशों में अलग प्रावधान है।
केजरीवाल के लिए 14 फरवरी लक्की
नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं और आज इसके नतीजे भी शाम तक आ जाएंगे। अगर आम आदमी पार्टी आज चुनाव परिणाम में विजयी होती है तो दिल्ली में आप की यह लगातार तीसरी सरकार होगी। ऐसा होने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर 14 फरवरी को शपथ ले सकते हैं। इसे संयोग भी कहा जा सकता है कि 2013 और 2015 दोनों ही बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में 14 फरवरी का दिन किसी न किसी तरह अरविंद केजरीवाल के साथ जुड़ा हुआ है। ऐसा कहा जा रहा है कि अगर केजरीवाल की जीत हुई तो वे 14 फरवरी को ही शपथ ले सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन से उनका बेहद खास नाता है। वो चाहते भी हैं कि इसी दिन वो शपथ लें। तो आइए आपको बताते हैं आखिर क्यों केजरीवाल को इस दिन से लगाव है और वो क्यों इस दिन ही शपथ लेना पसंद करते हैं। साल 2013 में पहली बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी। बीजेपी को 31, आम आदमी पार्टी ने 28 और कांग्रेस को 8 सीटों पर जीत मिली। आप ने कांग्रेस से हाथ मिलाकर सरकार बनाई। अरविंद केजरीवाल ने 28 दिसंबर को पहली बार दिल्ली के सीएम पद की शपथ ली। लेकिन कांग्रेस और AAP के बीच अनबन हो गई। सिर्फ 49 दिनों में ही सरकार गिर गई। इसके बाद केजरीवाल ने इस्तीफा देने का फैसला किया। खास बात ये है कि केजरीवाल ने 14 फरवरी 2014 के दिन ही इस्तीफा दिया। साल 2015 में चुनाव का ऐलान होते ही आप के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने ऐलान कर दिया था कि केजरीवाल रामलीला मैदान में 14 फरवरी को शपथ लेंगे और हुआ भी वही। आप को धमाकेदार 67 सीटों पर जीत मिली। बीजेपी को सिर्फ 3 सीटों पर जीत से संतोष करना पड़ा। वहीं कांग्रेस का सफाया हो गया। इसके बाद केजरीवाल ने 14 फरवरी 2015 को दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा था, दिल्ली को आप के साथ प्यार हो गया है। यह जुड़ाव बहुत गहरा और कभी ना खत्म होने वाला है। सरकार बनने के 3 साल बाद यानी 2018 में केजरीवाल ने एक खास कार्यक्रम किया। खास बात ये है कि इस कार्यक्रम का आयोजन 14 फरवरी के ही दिन किया गया। यानी खुद सीएम अरविंद केजरीवाल इस दिन को बेहद खास मानते हैं।
भीलवाड़ा-कोटा हाईवे पर हादसा, 9 की मौत
जयपुर। राजस्थान के भीलवाड़ा-काेटा हाईवे पर साेमवार रात बस ने जीप को टक्कर मार दी। हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 लोग घायल हाे गए। यह हादसा भीलवाड़ा जिले के बिगोड इलाके में हुआ। हादसा इतना भीषण था कि जीप का आधा हिस्सा पूरी तरह खत्म हाे गया। बस का भी ड्राइवर की ओर वाला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हाे गया। घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भीलवाड़ा डिपो की रोडवेज बस कोटा से आ रही थी। त्रिवेणी और बीगोद के बीच पावन धाम के पास ये बस सामने से आती जीप से टकरा गई। जीप में सवार लाेग मध्य प्रदेश के मंदसाैर जिले के संधारा गांव के हैं। सभी लोग भीलवाड़ा में शादी में शामिल होकर गांव वापस जा रहे थे। वहीं, इस भीषण सड़क दुर्घटना पर सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”मुझे भीषण सड़क दुर्घटना के बारे में जानकारी मिली। इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई है।
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