गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आश्वासन

नंगल में बन रहे फलाईओवर को नया नंगल के कलसेड़ा तक करने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गढकरी का आश्वासन- हिमाचल प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती


अमित शर्मा


नंगल। नंगल व नया नंगल में बन रहे फलाईओवर को नया नंगल के कलसेड़ा तक करने के लिए जन जागरण मंच के अध्यक्ष राकेश शर्मा पम्मी हिमाचल प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती के साथ केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गढकरी से मिले। नंगल व नया नंगल में बन रहा फलाईओवर को अजोली मोड़ फाटक तक बनाया जा रहा है। अगर इस फलाईओवर को अजोली मोड़ तक ही बनाया जाता है तो भविष्य में इसके बहुत नुकसान हो सकते है। क्योंकि अजोली मोड़ फाटक से थोड़ी दूर पर शिवालिक एवन्यू फेज 1 बी का चौराहा है। लोग शिवालिक एवन्यू फेज 1 बी से एन.एफ.एल. के सैक्टर दो जाने के लिए हाईवे सड़क पार करके जाते है। इस चौराहे में सैकड़े हादसे हो चुके है। जिसमें दर्जनों लोगों की जाने चली गई है। अगर यह फलाईओवर इस चौराहे के पीछे खत्म हो जाएगा तो फलाईओवर से उतरने वाले व फलाईओवर पर चढऩे वाले वाहन इस चौराहे से काफी तेज रफतार से निकलेगे जिसके कारण भविष्य में इस चौराहे में और ज्यादा हादसे होंगे। इस लिए नया नंगल वासियों की मांग है के फलाईओवर को शिवालिक एवन्यू का चौराहा पार करके कलसेड़े तक बनाया जाए। जिससे शिवालिक एवन्यू से सैक्टर दो को जाने वाले वाहन फलाईओवर के नीचे से बड़ी आसानी से गुजर जाएगे और हादसे भी नही होंगे। जिसके चलते सतपाल सत्ती के साथ नया नंगल के लोगों द्वारा हस्ताक्षर किया मांग पत्र केंद्रीय परिवहन मंत्री को सौंपा।
इस दौरान हमनें नितिन गढकरी को पूरे मामले से अवगत कराया। इस दौरान केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गढकरी ने हमें आश्वासन दिया के जलद से जलद अधिकारी मौके पर जा कर इसकी समीक्षा करेंगे। उनकी रिपोर्ट पर फलाईओवर को कलसेड़े तक करने के लिए जितने और पैसे की जरूरत होगी, वह दिया जाएगा। अगर फलाईओवर पीछे खत्म होने से लोगों की जान को खतरा है तो उसे आगे तक बढ़ाया जाएगा।


पत्नी पर गोली चलाने वाले डीएसपी सस्पेंड

पत्नी पर गोली चलाने के आरोपी डीएसपी अतुल सोनी सस्पेंड, जल्द गिरफ्तारी वारंट जारी करने की तैयारी


अमित शर्मा


मोहाली। पंजाब सरकार की ओर से मंगलवार को विवादित डीएसपी अतुल सोनी को सस्पेंड कर दिया गया। राज्य के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (गृह व न्याय) की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। आदेश में कहा गया है कि निलंबन के दौरान अतुल सोनी का मुख्यालय चंडीगढ़ सेक्टर 9 स्थित पंजाब पुलिस मुख्यालय रहेगा।
बीते दिनों पंजाब पुलिस की ओर से राज्य सरकार को सिफारिश भेजी गई थी कि डीएसपी अतुल सोनी को निलंबित किया जाए। इसमें राज्य पुलिस की ओर से यह भी कहा गया था कि डीएसपी अतुल सोनी के घृणा योग्य व्यवहार को गंभीरता से लेते हुए, उन्हें निलंबित किए जाने की सिफारिश की जाती है। इससे साथ ही राज्य पुलिस ने अतुल सोनी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने की सिफारिश भी की थी। इस संबंध में पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस विभाग में सुधारात्मक ढांचे की व्यवस्था स्थापित की जा रही है ताकि ऐसे व्यवहार वाले व्यक्तियों की पहचान करके उन्हें पुलिस फोर्स से बाहर किया जा सके। इसके चलते अतुल सोनी को निलंबित करने की सिफारिश की गई है। उल्लेखनीय है कि अतुल सोनी जोकि 82वीं बटालियन पीएपी चंडीगढ़ में तैनात था, पर अपनी पत्नी पर गोली चलाने का आरोप लगा था। यह आरोप अतुल सोनी की पत्नी द्वारा ही लगाया गया था, जिसके आधार पर अतुल सोनी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। लेकिन अगले ही दिन अतुल सोनी की पत्नी अपने आरोपों से मुकर गई और गोली चलाए जाने की घटना से उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बावजूद विभिन्न तथ्यों को ध्यान में रखते हुए पंजाब पुलिस ने अतुल सोनी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, निलंबन के आदेश के बाद जल्द ही अतुल सोनी के गिरफ्तारी वारंट भी जारी होने की तैयारी की जा रही है।


एयरलाइंस की गलती, झेलनी पड़ी परेशानी

एयरलाइंस की गलती से महिला को झेलनी पड़ी परेशानी,70 लाख हर्जाना


अमित शर्मा


चंडीगढ। चंडीगढ़ की एक सीनियर सिटीजन महिला को विदेश यात्रा के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा। सेक्टर-35 में रहने वाली 60 वर्षीय हरशरण कौर ने दिल्ली से ज्यूरिक, ज्यूरिक से सेन फ्रांसिस्को, सेन फ्रांसिस्को से फ्रैंकफर्ट और फ्रैंकफर्ट से नई दिल्ली का सफर किया था। इस दौरान उन्हें न ढंग से खाना मिला न ही अन्य सुविधाएं। यही नहीं, एयरलाइंस ने बिना सहमति के यात्रा का रूट बदल दिया, जिसकी वजह से उन्हें डेनमार्क में वीजा नहीं होने की वजह से पुलिस ने काफी परेशान किया। किसी तरह वह चंडीगढ़ पहुंचीं तो यहां आकर उनकी तबीयत खराब हो गई।एयरलाइंस की गलती के कारण हुई परेशानी को लेकर हरशरण कौर धालीवाल ने उपभोक्ता आयोग में लुफ्थांसा जर्मन एयरलाइंस, ब्रिटिश एयरवेज, और सूर्या ट्रेवल्स एंड एसोसिएट्स सेक्टर-17 सी चंडीगढ़ के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने सूर्या ट्रेवल से राउंड ट्रिप बुकिंग की थी। सभी टिकट कंफर्म थी और उन्होंने 18 जनवरी 2018 को अपनी यात्रा शुरू की। इस पूरी यात्रा के दौरान उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी। बताया कि उनकी सैन फ्रांसिस्को से पहले फ्रैंकफर्ट तक के लिए फ्लाइट थी, जिसके लिए उन्होंने बोर्डिंग पास भी ले लिए था और चेक इन भी कर लिया था। वह तीन घंटे तक प्लेन में वेट करती रही, जिसके बाद उन्हें प्लेन से उतार दिया गया। उन्हें बाद में बताया गया कि लुफ्थांसा एयरलाइंस ने बिना उनकी सहमति के उनकी यात्रा के रूट को बदल दिया है। उन्हें कई बार मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। उन्हें व्हीलचेयर, स्पेशल डाइट व अन्य सुविधाएं भी प्रदान नहीं की गई। वीजा न होने के कारण डेनमार्क में लोकल बॉर्डर पुलिस ने उन्हें डिटेंशन में रखा। उनके साथ क्रिमिनल की तरह बर्ताव किया गया। उनके पति ने एंबेसडर के साथ संपर्क किया और उनकी सहायता से उन्हें रिलीज किया गया और वह उसके बाद ही फ्लाइट लेकर किसी तरह नई दिल्ली पहुंचीं। दूसरे तीनों पक्षों ने आयोग में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने सेवा में कोई कोताही नहीं बरती। यह हैं आयोग के आदेश
आयोग ने अपने आदेशों में कहा कि लुफ्थांसा एयरलाइंस सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर फ्लाइट कैंसिल होने के चलते शिकायतकर्ता को 10 लाख रुपये अदा करे। बिना सहमति के यात्रा के रूट को बदलने के लिए लुफ्थांसा एयरलाइंस व ब्रिटिश एयरवेज दोनों शिकायतकर्ता को 5 लाख रुपये अदा करें। लुफ्थांसा एयरलाइंस व ब्रिटिश एयरवेज को डेनमार्क के लिए ट्रांजिट वीजा का बंदोबस्त न करने के लिए 10 लाख रुपये मुआवजा देना होगा। बिना किसी गलती के शिकायतकर्ता को लोकल पुलिस द्वारा डिटेंशन में रखने के चलते लुफ्थांसा एयरलाइंस व ब्रिटिश एयरवेज दोनों को कुल 25 लाख रुपये मुआवजा देना होगा। दोनों एयरलाइंस को व्हील चेयर, डायबिटिक मील व अन्य सहायता न प्रदान करने के चलते शिकायतकर्ता को 10 लाख रुपये मुआवजा देना होगा। शिकायतकर्ता की यात्रा में 52 घंटे देरी करने के चलते दोनों एयरलाइंस को समान शेयर में 5 लाख रुपये मुआवजा देना होगा। सूर्या ट्रेवल्स एंड एसोसिएट्स को अपनी जिम्मेदारी से भागने के लिए 5 लाख रुपये मुआवजा शिकायतकर्ता को देना होगा। इसके अलावा तीनों पार्टियों को 50 हजार रुपये मुकदमा खर्च भी देना होगा। आदेश की प्रति मिलने पर 45 दिनों के अंदर इन आदेशों का पालन करना होगा।


पत्नी ने मारा ताना, गला घोट कर हत्या

नई दिल्ली। अधिवक्ता की चकाचौंध में समय के साथ रिश्ते बदलते जा रहे है कभी पति के लिए जान देने की सती प्रथा होती थी। किन्तु समय के साथ सती प्रथा का अंत हो गया किन्तु वही रिश्ते  अब कलंकित होते जा रहे है ऐसा ही वाक्य देखने को मिला। दिल्ली में देर से सो कर उठे पति को पत्नी द्वारा उस समय महंगा पड़ गया जब पत्नी ने पति को ताना मार दिया बस पति ने आव देखा न ताव आक्रोश में आ कर पती ने पत्नी का गला घोट दिया। दिल्ली पुलिस ने एक 45 वर्षिय व्यक्ति  को अपनी पत्नी को कथित तौर पर गला घोंट कर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। बता दे कि उस व्यक्ति की पत्नी ने देर से सो कर उठने को लेकर अपनी बहन के सामने ताना मार दिया था।
 पुलिस जकड़ी देते हुए बताया कि आरोपि का नाम फजरुद्दीन है तथा वह गाजियाबाद का  रहने वाला है पुलिस उपायुक्त दक्षणी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया। कि समीना नामक महिला को ऐम्स के ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहाँ उसे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया उन्होंने कहा नीम सराय पुलिस थाने में एक हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है जहां मंगलबार को समीना अपनी बहन के साथ बैठी हुई थी उसी समय उसने अपने पति को देर से सो कर उठने के लिए ताना मार दिया था। तभी आरोपी ने नाराज हो कर समीना को धमकी दिया तथा बाद में उसकी गला घोंट कर हत्या कर दिया अब मामला कुछ भी हो यह तो जांच करने पर ही पता चल पाएगा।
 किन्तु पति ने अपनी पत्नी की गला घोंट कर हत्या मामूली सी बात में कर दी यह जांच का विषय है।


प्रस्तावों पर लग सकती है 'मुहर'

भूपेश मंत्रिमंडल की बैठक में बजट प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर


मनोज सिंह ठाकुर


रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र को देखते हुए भूपेश मंत्रिपरिषद की आगामी बैठक में बजट प्रस्तावों पर चर्चा कर मुहर लगाई जा सकती है। 
विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से प्रारंभ होने जा रहा है जो 01 अप्रैल तक चलेगा। इस सत्र में सरकार वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मुख्य बजट लाएगी। बजट के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सभी मंत्रियों के साथ बारी-बारी बैठक कर उनके विभागों के सम्बद्ध में बजट प्रस्तावों पर चर्चा कर चुके है। संभावना जतायी जा रही है कि भूपेश मंत्रिपरिषद की आगामी दिनों में होने वाली बैठक में इन प्रस्तावों पर चर्चा कर मुहर लगाई जा रही सकती है। संभवत: मंत्रिपरिषद की अगली बैठक 8 फरवरी को हो सकती है। 
मंत्रिपरिषद की बैठक में धान खरीदी के साथ-साथ बेमौसम बारिश से हुई फसलों के नुकसान की भी समीक्षा की जा सकती है।


शेयर बाजार बढ़त के साथ हुआ बंद

मुंबई। शेयर बाजार में गुरुवार को रौनक रही। लगातार चौथे दिन शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 163.37 अंकों की बढ़त के साथ 41306.03 अंकों पर कारोबार हुआ है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 48.80 अंकों की बढ़त के साथ 12137.95 अंकों पर बंद हुआ है। दरअसल आबीआई की द्वैमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में नीतिगत दरों को स्थिर रखने के फैसले के बाद शेयर बाजार में तेजी के का आलम रहा है और इसके साथ ही बंद हुआ। आज शेयर बाजार में बैंकिंग सेक्टर में तेजी देखने को मिली है। आईटी सेक्टर में 100 से ज्यादा अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ है। वहीं विदेशी निवेशकों की ओर से भी अच्छी खरीदारी देखने को मिली है। यही कारण है कि सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त देखने को मिली है। विशेषज्ञों के अनुसार नीतिगत दर में बदलाव नहीं होने के बाद भी आरबीआई के नरम रुख से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। दुनिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग, जापान का टोक्यो और दक्षिण कोरिया का सोल 2.88 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए। वहीं यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी रही।


मुद्दे की बात नहीं करते पीएम मोदी

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि वह जितना चाहें बाेलते हैं और कुछ भी कह देते हैं लेकिन मुद्दे की बात पर कभी भी एक शब्द उनके मुंह से नहीं निकलता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देने के बाद राहुल गांधी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों के सवालों पर कहा कि प्रधानमंत्री ने डेढ़ घंटे तक भाषण दिया लेकिन देश के युवाओं की असली समस्या बेरोजगारी पर एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने कहा “देश के सामने इस समय सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था का है। देश का हर युवा चाहता है कि पढ़ाई पूरी करने के बाद उसे रोजगार मिले। देश में सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है।


हुसैनाबाद ट्रस्ट को कुर्सियों का अनुदान

लखनऊ। भारतीय स्टेट बैंक की लखनऊ चौक शाखा ने हुसैनाबाद ट्रस्ट को कुर्सियों का किया अनुदान, इस मौके पर शाखा के मुख्य प्रबंधक उमेश कुमार आर्या ने बताया कि यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधा हेतु उनके बैठने की व्यवस्था के लिए कुर्सियों का अनुदान किया गया है। जिसमे मुख्य रूप से उमेश कुमार आर्या के साथ भारतीय स्टेट बैंक के छेत्र पंचम के क्षेत्रीय प्रबंधक मनीष उप्पल एवं मुख्य प्रबंधक मोहित श्रीवास्तव भी उपस्थित रहें, शाखा के प्रबंधक उमेश कुमार आर्या इससे पहले भी ऐसे कई सामाजिक कार्य करते आए उनका कहना है। कि समाज में रहते हुए सामाजिक कार्य करना हर मानव की बड़ी ज़िम्मेदारी है। क्योंकि इंसानी ज़िन्दगी और समाज की सेवा और लोगो के काम आना ये इंसानी धर्म है, उमेश कुमार आर्या के इस सामाजिक कार्यों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता इससे पहले भी वो सामाजिक कार्यों में वर्षा से हिस्सा लेते रहे हैं। और गरीबों की मदद के लिए हमेशा आगे रहते हैं, यही वजह है। कि उनकी शाखा में हर खाताधारी को हर सुविधा दी जाती है। साथ ही उनकी हर समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाता है, समय समय पर अनेको बार पर्यटकों की सविधा के लिए शाखा प्रबंधकों ने ऐसे कार्य किये और शाखा ने अनुदान किये।


पतित-पावन 'उपन्यास'

पतित-पावन     'उपन्यास' 
गतांक से...
 कल्पना ने उत्सुकता से कहा- वहां तो बहुत सारे आचार्य होंगे, तुम्हें डर नहीं लगेगा।
जया ने कहा- वहां केवल अध्यापिका ही पढ़ाती है, रही बात उनके स्वभाव की, वह तो वही जाकर पता लग पाएगा। रही बात दिल लगने की, तुम्हारी याद जो साथ रहेगी। अतीत में जाकर तुम्हारी बातों को याद करके आराम से टाइम कट जाएगा। कल्पना ने जया की बात काटते हुए कहा- चलो मैं तुम्हे एक कहानी सुनाती हूं। 
जया आश्चर्य से कल्पना की ओर देखती रही- ठीक है, सुनाओ। कल्पना आराम से आलती-पालती लगाकर बैठ जाती है और खखार कर कहने लगी- एक वन में एक समी का बहुत बड़ा वृक्ष था। वह वृक्ष बहुत पुराना और विशालकाय था। उस वृक्ष पर हजारों पशु-पक्षी निवास करते थे। उस वृक्ष के नीचे कई पशु, जंगली जानवर सुरक्षित रहते थे। वृक्ष का फैलाव काफी दूर तक हो गया था और उसकी गहरी छाया में बहुत सारे जंगली पशु, पक्षी, जीव-जंतु आराम करते थे। शमी का वृक्ष सभी जीव जंतुओं को समान रूप से शुद्ध वायु और शांत वातावरण प्रदान करता था। इसी कारण तोते, कबूतर, बंदर, जंगली सूअर, गीदड़ आदि बहुत सारे जंगली पशु-पक्षी उस पेड़ के आगोश में रहते थे। उसकी गहरी छाया में हिंसक और अहिंसक दोनों ही प्रकार के जीव खुशी-खुशी रहते थे। एक बार एक मस्त हवा का झोंका वृक्ष के पास आया, आकर वृक्ष से गुम गया, परंतु वह मस्त हवा का झोंका भारी भरकम शमी के वृक्ष में इस कदर लुप्त हो गया की कई घंटों तक वह वहां से निकल ही नहीं पाया। इस प्रकार से अपनी दुर्दशा पर वह बहुत लज्जित हुआ और स्वभाविक रूप से वह क्रोधित भी हो गया। क्रोधित होकर उसने वृक्ष से कहा कल बहुत तेज आंधी-तूफान बन कर आऊंगा। कल मैं देख लूंगा आज तूने मेरे साथ भद्दा मजाक किया है। हवा का झोंका चेतावनी देकर वहां से चला गया।
 लेकिन उसके कहे हुए शब्द शमी के वृक्ष के मस्तिष्क में गूंजने लगे। शमी के वृक्ष ने इस बात का अनुमान लगाया था कि आंधी-तूफान हकीकत में मुझे जड़ से उखाड़ देगा। अब अपनी आत्मरक्षा के लिए मैं क्या करूं? वह इसी प्रकार बहुत सारे उपाय सोचने लगा। झोंके ने चेताया है कि वह कल आंधी तूफान बन कर आएगा। क्रोध और आवेश में वह इस प्रकार विचलित हो गया है कि वह कल अवश्य आएगा। शमी का वृक्ष इस बात से वाकिफ हो गया था। हवा के झोंके को आत्मग्लानि महसूस हुई है और इसे अपना अपमान मानकर अपनी संपूर्ण शक्ति लगा देगा। इस अपमान के बदले वह मुझे अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। हवा के झोंके ने अपना रूप बदलने के लिए अपना विस्तार प्रारंभ कर दिया। उधर समी ने बहुत सोच-विचार करने के बाद सभी पशु-पक्षियों को संबोधित किया। जितने भी पशु-पक्षी, जीव-जंतु मेरा आश्रय पाते हैं। उन सभी से मेरा अनुरोध है कि शीघ्र अति शीघ्र अपने बच्चे, अंडे मुझ से हटा ले। क्योंकि जल्दी यहां आंधी-तूफान आने वाला है और ऐसी स्थिति में मेरा उखड़ कर गिरना निश्चित है। इससे पहले की आंधी-तूफान आ जाए। तुम सभी सुरक्षित हो जाओ और जल्दी-जल्दी मुझे छोड़ दो। सभी पशु-पक्षी, जीव-जंतु एक साथ चिल्लाए। तुम्हें कैसे पता है कि आंधी-तूफान आने वाला है? शमी के वृक्ष ने सभी जीव-जंतुओं को हवा के झोंके वाली बात बताई, और झोंके के द्वारा दी गई चेतावनी की भी जानकारी दी। इस पर पशु- पक्षी उदास हो गए। जब किसी पक्षी ने पूछा- क्या इसका कोई उपाय नहीं है? शमी के वृक्ष ने कहा- इसका उपाय है। खासकर बंदर इस बात को ध्यान से सुने। अगर बंदर कहीं से तेजधार हथियार ले आए और मेरे चारों तरफ फैले हुए पत्तों की भारी शाखाओं को काट दे तो शायद हम सब सुरक्षित रह सकते हैं। सभी पशु-पक्षी, जीव-जंतु भयभीत और चिंतित हो गए थे। सभी शमी के वृक्ष पर चिल्लाने लगे। तुमने हमारे बच्चे और अंडे तथा घौंसले के बारे में कुछ भी नहीं सोचा है। अब हमारा क्या होगा?
 शमी के वृक्ष ने उन्हें समझाते हुए कहा- तुम सभी मेरे प्राणों की रक्षा चाहते हो और अपने परिवारों की रक्षा चाहते हो तो तुम्हें ऐसा ही करना होगा और घबराने की आवश्यकता नहीं है। कुछ ही महीनों के बाद नए पत्ते और शाखाएं आ जाएगी और मैं फिर से हरा-भरा और विशाल हो जाऊंगा। कुछ समय तुम्हें समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। वह भी बहुत कठिन समस्या नहीं है। लेकिन अगर तुमने आज मेरे पत्ते और शाखाओं को नहीं काटा तो आंधी-तूफान मुझे जड़ से उखाड़ देगा। अब तुम्हें क्या करना है यह तुम सोच सकते हो? विचार-विमर्श करने का समय नहीं है। जल्दी ही तुम्हें कुछ ना कुछ फैसला लेना होगा। बंदरों की अक्ल में बात आ गई और वह गांव की तरफ भागे। जल्दी तो-तीन बंदर तेजधार हथियार उठाकर ले आए और सुबह होने से पहले ही शमी के वृक्ष की भारी शाखाएं नीचे आ गिरी थी। अब उसके चारों तरफ कुछ ही शाखाएं और पत्ते रह गए थे। हवा के झोंके की चेतावनी के अनुसार आंधी-तूफान का रूप धारण करके सुबह की पहली किरण के साथ झोका तूफान बन कर आ गया। आंधी-तूफान का वेग इतना कठिन था कि आसपास के पेड़ जड़ से उखाड़ने लगे। शमी का वृक्ष भी घबरा गया था। लेकिन उसने अपनी अक्लमंदी से स्वयं को खतरे से बाहर कर लिया था। आंधी-तूफान चारों तरफ देखता रहा, लेकिन उसे वह शमी का वृक्ष कहीं दिखाई नहीं दिया। आंधी-तूफान शमी के वृक्ष के चारों तरफ तेज गति से आवागमन करने लगा। लेकिन शमी के वृक्ष का कुछ भी न बिगाड़ सका। इस पर लज्जाकर आंधी-तूफान ने कहा- मूर्ख शमी जब कोई निर्वस्त्र हो जाता है तो उसको कोई कुछ नहीं कर पाता है। 
कल्पना ने लंबी सांस लेकर 
कहा- जया कभी-कभी अधिक चतुराई आदमी को निर्लज्ज और निर्वस्त्र कर देती है। पता नहीं मैं तुम्हारी मित्रता निभा पाऊंगी या नहीं शायद कमजोर पड़ जाऊंगी। क्योंकि मेरी खुदगर्जी मुझे अपमान की चादर भी नहीं होने देगी। मैं फिर भी समस्याओं की वेदना बन कर घायल नागिन की भांति हो जाओगी। मेरी बहनों में मुझे तुम्हारा प्रतिबिंब दिखने लगा है और मैं व्यर्थ ही कोशिश क्यों करूं?
 जया ने कहा- तुम कैसी बातें करती हो, सही अर्थ मालूम नहीं होता है? क्या कहती हो समझ में नहीं आता है? देखो मुझे किसी बात से कोई लेन-देन नहीं है। मुझे तुमसे मित्रता रखनी है, सो हम मित्र है। 
कल्पना ने कहा- मित्रता का अर्थ भी नहीं जानते हैं, इसकी परिभाषा भी नहीं जानते हैं। मित्रता किसे कहते हैं?
 जया ने सरलता से उत्तर दिया- मित्रता आत्माओं का संबंध है जो सभी नाते और रिश्तो से अलग है। सबसे विशेष बंधन जो दुख में राहत लाए, सुख में खुशियां बढ़ाएं। दुख-सुख को बांटने के अधिकारी होते हैं। जीवन में गलती होने पर सुधार के उपाय-उपचार करें। मित्र को सही रास्ता दिखाएं, जो अपने मित्र पर उपकार करें। सहानुभूति स्नेह का आवरण रखें। दुख-सुख का पूर्णतया विभाजन करने की क्षमता रखें। व्याकुलता को संतुष्टी में बदलने का सामर्थ्य रखे। वही एक सच्चे अर्थ में मित्र होता है।
 कल्पना ने उदारता से कहा- बिल्कुल सही कह रही हो। मगर जया कभी-कभी मुझ से खुदगर्ज लोग अपनी खुशियां नहीं बताते हैं और दुखों की फेहरिस्त लेकर बैठ जाते हैं। कभी-कभी खुद्दार मित्र अपने गम, दुख, दर्द नहीं बताते, छुपा लेते हैं। जानती हो सच्चा मित्र अपने मित्र को मित्र के दुखों की बू हवा से पहचान लेता है और उसके खुशियों के रंग फूलों में ढूंढ लेता है। अपने मित्र की चिंता को शांत पानी की लहरों में भी जान लेता है और यह सब तुम्हारी पहुंच से बाहर है। क्योंकि हालात की लात शायद तुम्हें नहीं पड़ी है मैं भी यही चाहती हूं कि तुम्हें लात ना पड़े और खास बात है जया कि सच्चे मित्र तानाशाह की तरह वार्तालाप नहीं करते हैं। जब तक उनका अंतरमन एक दूसरे को अच्छे से नहीं पहचानता है ।तब तक मित्रता से किसी भी रिश्ते को परिभाषित नहीं किया जा सकता है। जानती हो तुम्हारे और मेरे बीच क्या अंतर है। यही कि मुझे गरीबी के साथ भगवान ने सहनशीलता दी है और तुम्हें धन के साथ अभिमान। जया बुरा मत मानना मैं आज तुम्हें अपने घर बुला लेती हूं। वह तुम्हारी दावत करती हूं। लेकिन शायद ही तुम मेरे घर पर आओ और अगर आ भी गई तो, तुम्हें मेरे घर कोई पकवान भी चने के भोरड की जली रोटी नजर आएगी और इससे अधिक मेरी अक्षमता नहीं है कि मैं तुम्हारे लिए पकवानों का ढेर लगा सकूं।


कृतः- चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


यूपी पंचायत-चुनाव का बजा बिगुल

बज गया पंचायत चुनाव का बिगुल, 4 चरणों में होगा मतदान, 1 नवंबर को होगी मतों की गिनती


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों का औपचारिक शंखनाद हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। कार्यक्रम के तहत चुनाव चार चरणों में संपन्न करवाये जाएंगे। चुनाव कार्यक्रम की शुरुआत 9 अक्टूबर से होगी जबकि मतगणना एक नवंबर को करवाई जाएगी। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों का औपचारिक शंखनाद हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। कार्यक्रम के तहत चुनाव चार चरणों में संपन्न करवाये जाएंगे। चुनाव कार्यक्रम की शुरुआत 9 अक्टूबर से होगी जबकि मतगणना एक नवंबर को करवाई जाएगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त सतीश कुमार अग्रवाल ने संवाददाताओं को आज यहां यह जानकारी दी। अग्रवाल ने बताया कि पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के चुनाव होंगे। मतदान 9, 13, 17 और 29 अक्टूबर को होगा जबकि मतगणना एक नवम्बर को होगी। चुनाव की घोषणा के साथ ही सूबे में आदर्श आचार संहिता लागू की जायेगी। उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले को छोडकर राज्य के अन्य 74 जिलों में चुनाव होंगे। इस तरह संपन्न करवाए जाएंगे चुनाव पहला चरण 9 अक्‍टूबर, दूसरा चरण 13 अक्‍टूबर को जबकि तीसरे और चौथा चरण क्रमश: 17 और 29 अक्‍टूबर को होगा। इन सभी चार चरणों के मतदान वाली जगहों पर मतगणना एक साथ एक ही दिन 1 नवंबर को होगी।
पहले चरण के लिए नामांकन की तारीख 28 सितंबर से 29 सितंबर दोपहर 4 बजे तक रहेगी वहीं जांच का काम 30 सितंबर से 1 अक्‍टूबर तक किया जाएगा। उम्‍मीदवार अपने नाम 3 अक्‍टूबर को दोपहर 3 बजे तक वापस ले सकते हैं।
वहीं दूसरे चरण के लिए 1 अक्‍टूबर से 3 अक्‍टूबर तक नामांकन दाखिल करने के बाद इनकी 4-5 अक्‍टूबर तक की जाएगी। दूसरे चरण के लिए उम्‍मीदवार अपने नाम 6 अक्‍टूबर को दोपहर तक वापस ले सकते हैं।
तीसरे चरण के लिए नामांकन 6 अक्‍टूबर से शुरू होगा जो 7 अक्‍टूबर तक चलेगा। 8 अक्‍टूबर को जांच के बाद उम्‍मीदवार 10 अक्‍टूबर तक अपने नाम वापस ले सकते हैं।
चौथे चरण के लिए 9 अक्‍टूबर से 10 अक्‍टूबर के बीच नामांकन लिए जाएंगे वहीं 14 अक्‍टूबर को जांच के बाद 16 अक्‍टूबर तक उम्‍मीदवार नाम वापस ले सकते हैं।


प्रधानमंत्री के निर्णय का किया स्वागत

प्रयागराज। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में प्रयागराज से श्रीमद् ज्योतिष्पीठाधिश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज जी को ट्रस्ट का सदस्य मनोनीत होने पर अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने माननीय प्रधानमंत्री जी के निर्णय का स्वागत किया है। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री चन्द्रनाथ चकहा मधु जी ने तत्काल प्रभाव से परम पूज्य महाराज श्री जी को फोन के माध्यम से बधाई। और महाराज जी से आग्रह किया है, कि माघ मेले के पश्चात भव्य आयोजन करके अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारियों एवं प्रयाग प्रतिनिधियों द्वारा जोरदार स्वागत अभिनन्दन करने का निर्णय लिया। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित राज वैध ने बताया कि महासभा के राष्ट्रीय महासचिव जी के देखरेख में तिथि निर्धारित करके भव्य अभिनंदन समारोह आयोजित किया जाएगा।


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