बड़केबाबू के पूर्वांचल डिस्कॉम के मुख्यालय पहुचने के चंद घण्टे पूर्व फिर पिटा इंजीनियर श्रीनिवास
वाराणसी। उत्तर-प्रदेश पावर कारपोरेशन मे अवैध रूप से तैनात बड़काबाबू के वाराणसी डिस्कॉम मुख्यालय पहुचने के कुछ घण्टे पूर्व फिर एक जूनियर इंजीनियर बेचारा श्रीनिवास यादव अनुभव हीनता की वजह से दिये गये आदेशों का पालन करने पर बुरी तरर कूटा गया। सूत्र बताते है कि अपने क्षेत्र के एक बड़े बकायेदार नर्सिगहोम पर बिजली के बकाया भुगतान वसूलने पहुचे। इस इंजीनियर द्वारा वसूली न होने पर बिजली कनेक्शन काट दिया गया। जिससे नाराज नर्सिगहोम के मालिक द्वारा विभागीय इंजीनियर को बन्द करके उसकी जमकर कुटाई की गयी। जिसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट ( FIR) लंका थाने मे दर्ज कराई गयी और वही पर नर्सिगहोम की ओर से मौजूद थाने पर कुछ महिलाओं ने अपने ऊपर छेड़छाड़ का आरोप लगाने की FIR दर्ज कराने का दबाव बनाते भी देखा गया। खबर लिखते समय तक यह हाई प्रोफाइल ड्रामा चल रहा था । इस हाईप्रोफाइल ड्रमे का अंत क्या होगा यह आने वाला वक्त बतायेगा क्योकि कुटा हुआ जूनियर इंजीनियर बड़केबाबू के आगमन की समीक्षा बैठक मे अपने क्षेत्र की रिपोर्ट पेश करने के चक्कर मे इस घटना का शिकार हो गया वैसे यह जूनियर इंजीनियर महोदय उस संगठन से आते है जिनके मुखिया राजधानी के शक्तिभवन मे इन्हीं बडकाबाबू की तैनाती के समय जब सभी संगठन एक साथ संगठित होकर कर पीएफ घोटाले मे पूर्व प्रबन्धन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे तो यह जनाब और इनके सहयोगी उस समयनव नियुक्त प्रबंध की गणेश परिक्रमा कर रहे थे इन साहब की विडियो वायरल हुई थी और यह वही नेता जी है जिनके उपर विभाग में संविदा कर्मचारियों की ठेकेदारी करने और उसमे घोटाले का भी आरोप है और तो और पत्रकारो को धमकी इन्ही के सगठन के पदाधिकारी द्वारा दी जाती हैं और अपने पूरे विभाग और बिरादरी से अलग रहकर अपनी दुकान चलाने के लिये मशहूर है । सत्ताधारी बड़े नेताओ का बड़ा वरदहस्त है नर्सिगहोम संचालक का सूत्र बताते है कि नर्सिगहोम संचालक के सम्बंध सत्ताधारी शीर्ष नेताओं से पुराने व मधुर सम्बन्ध है अब देखना है। कि इस बार यह कुटाई की घटना क्या मोड़ लेती हैं, वैसे देखना यह है कि क्या तथाकथित स्वयम्भू नेता और उनके पदाधिकारी लोग बिना सयुक्त संघर्ष समिति के सहयोग के क्या कर पाते है। क्या गुलदस्ता धारी प्रबंध इनकी बात सुनता है या यह चाटुकार अपनी मुँह की खाते हैं। वैसे समाचार लिखते लिखते खबर आरही है। लखनऊ में भी लेसा ने भी बिजली बिल वसूली का अभियान चलाया स्वागत लात धूसो से हुआ वैसे लखनऊ के आलमबाग मे कनेक्शन काटने गयी टीम के साथ मारपीट की भी खबर आ रही है, अब इन्तजार है। बडका बाबू अरविन्दजी के अगले आदेशों का । क्या बनाए गये बिजली थाने सिर्फ़ विभाग पर बोझ ही बने रहेगे या उनका कोई उपयोगिता भी निकलेगी वैसे मन्त्री और अवैध रूप से तैनात प्रबंध को सम्मेलन में बुला कर मोटी मोटी माला पहनाने वाले तथाकथित स्वयम्भू नेता ठेकेदार क्या दिला पाएगें ई श्रीनिवास।