प्रदर्शनकारीयों के भारी दबाव से एक बार फिर पुलिस प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा
प्रयागराज। मंसूर अली पार्क में सीएए,एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ हो रहे सत्याग्रह मे सुबहा सुबहा भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी और धरना समाप्त कराने की अटकलों के फैलते ही हज़ारों की संख्या में महिलाओं और पुरुषों का हुजूम उमड़ पड़ा।दो लारी पीएसी और सैकड़ो महिला पुलिस के साथ खुलदाबाद इन्सपेक्टर की मौजूदगी और पार्क के अन्दर प्रवेश करने को लेकर वहाँ मौजूद लोगों से तीखी झड़प भी हुई।गो बैक के नारे लगने और योगी की पुलिस वापिस जाओ से थोड़ी देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया।भारी जनआक्रोष को देखते हुए पुलिस बैकफुट पर आ गई और तत्काल वहाँ से वापिस हो गई।धरना स्थल पर मौजूद लोगों का कहना था की जब धरना पुरी तरहा शान्तिपूर्वक चल रहा है तो पुलिस लोगों को उकसाने की खातिर बार बार क्यूँ आती है।वहीं मंसूर अली पार्क मे आज १८ वें दिन भी धरना जारी रहा।वाट्सऐप और दूसरे माध्यम से पुलिस के पहोँचने और धरना समाप्त कराने की मंशा के विड्यो वायरल होने की खबर फैलते ही करैली,दरियाबाद,दायरा शाह अजमल,रानीमण्डी,शाहगंज,बैदनटोला,बख्शी बाज़ार,रसूलपुर अटाला,समदाबाद,हिम्मतगंज,कोलहनटोला,मिन्हाजपुर,हटिया,बहादुरगंज सहित शहर के आस पास के इलाक़ो से हज़ारों लोगों का हुजूम मंसूर अली पार्क की सड़को और गलियों मे उमड़ पड़ा ।सभी में पुलिस प्रशासन के रवय्ये को लेकर ज़बरदस्त आक्रोश था।सै०मो०अस्करी ने बताया की मंसूर अली पार्क में जहाँ महिलाएँ और युवतियाँ धरना जारी रखे थी वही गलियों में पुरुषों का जमावड़ा बराबर लगा रहा।तमाम राजनितिक दलों के लोग धरना स्थल पर डटे रहे।सबीहा मोहानी,सायरा अहमद,अब्दुल्ला तेहामी,पार्षद रमीज़ अहसन,शोएब अन्सारी,सै०मो०अस्करी,इरशाद उल्ला,अरशद अली,अब्दुल सलाम,कुतुबउद्दीन,शेख तौक़ीर अहमद,अक़ीलूर्रहमान,मो०ज़ाहिद आदि मौजूद रहे।
पुलिस की मौजूदगी की खबर पर सैकड़ो वकीलों ने मंसूर पार्क मे डाला डेरा
मंसूर अली पार्क में एनआरसी,एनपीआर और सीएए के खिलाफ चल रहे प्रर्दशन में पुलिस की मौजूदगी और धरना समाप्त कराने की बात फैलते ही बड़ी संख्या में सैकड़ों वकील धरनास्थल पर पहोँच गए।वकीलों के समूह ने प्रदर्शनकारीयों को सम्बोधित करते हुए प्रशासन को यह चेतावनी भी दी की प्रशासन कोई ऐसी हिमाक़त न करे जिस्से शान्तिपूर्वक धरना हिन्सात्मक हो जाए।हम अपने हक़ की लड़ाई लड़ रही अपनी माँ बहनों के साथ खड़े हैं।और प्रदर्शन पचरी तरहा संविधान के अनूसार शान्तिपूर्वक चल रहा है लेकिन सरकार हमारे आन्दोलन को अगर पुलिस प्रशासन के दम पर कुचलने की कोशिश करेगी तो इसके गम्भीर परिणाम सामने आ सकते हैं।अधिवक्ता विजय यादव,मो०ज़ैद,शंकरगढ़ से आदिवासी महिलाएँ भी पहोँची प्रदर्शन में एनपीआर,एनआरसी और सीएए के खिलाफ मंसूर अली पार्क में चल रहे धरने में आज बड़ी संख्या में शंकरगढ़ से आदिवासी महिलाएँ भी पहोँचीं।शंकरगढ़ के डेरावाड़ी से अनारकली के नेत्रित्व में राजकुमारी,मिथलेश कुमारी,कमला देवी,धानवती,कलावती,चन्दा,मूलचन्द,श्याम कली,सोमवारीया वहीं बरगढा से मुन्नीदेवी,शिवकली,सचसराजी कुमारी ने काले क़ानून के विरोध में आवाज़ बुलन्द करते हुए काले क़ानून को रद करने की मांग की।
बृजेश केसरवानी