सोमवार, 27 जनवरी 2020

गणतंत्र दिवस पर की वॉलीबॉल प्रतियोगिता

कोंडागांव। आईटीबीपी ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर बॉलीबाल प्रतियोगिता का आयोजन  किया। इसमें 16 गांव की टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में फाइनल मैच ग्राम खजरावड़ और आईटीबीपी के बीच हुआ। इसमें खजरावड़ की टीम विजेता रही। इनको मुख्यअतिथि आईटीबीपी के 29वाहिनी के कमांडेंट समरबहादुर सिंह ने पुरस्कृत किया। कमांडेंट समरबहादुर सिंह ने सभी खिलाड़ियों को खेल के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर कमांडेंट मुकेश कुमार वर्मा,रेफरी महेंद्र, उपनिरीक्षक रणजीत, उप निरीक्षक रामनरेश, उपनिरीक्षक प्रमोद सहायक, उप निरीक्षक अशोक, हवलदार हरबिलास, सिपाही जोगेंद्र, सुजीत,समर, श्यामलाल, चंदा, उपस्थित थे।


भाजपा का गम 'संपादकीय'

भाजपा का गम     'संपादकीय'
 राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विधानसभा-चुनाव भाजपा के लिए चुनौती से भी बढ़कर है। दिल्ली विधानसभा-चुनाव में दो बार भाजपा को बौनें कद का एहसास कराया जा चुका है। पिछले विधानसभा-चुनाव में भाजपा की खूब किरकिरी हुई थी। जबकि उस दौर को 'भाजपा का स्वर्णिम दौर' कहा जाने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होनी चाहिए। देश के ज्यादातर राज्यों में भाजपा कमल खिलाने में सफल रही। संपूर्ण भारत में भाजपा ने कुल 84% क्षेत्र में एकछत्र शासन स्थापित करने में महारत हासिल कर ली थी। वजह चाहे जो भी रही हो। आज भाजपा 35% राज्यों में सत्ता प्राप्त करने में सफल रही है। दिल्ली विधानसभा-चुनाव में गृहमंत्री अमित शाह को दायित्व सौंपा गया है। लेकिन दिल्ली फतह करना भाजपा के लिए 'टेढ़ी खीर' ही नजर आ रही है। अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक नीतियां विपक्षियों पर एक बार फिर भारी पड़ने वाली है। जनता को मिलने वाली सुविधाओं के बलबूते आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार निर्वाचित होने का रास्ता और यात्रा बहुत छोटी हो गई है। दिल्ली में भाजपा की जद्दोजहद कुछ लाभकारी सिद्ध अवश्य होगी। दिल्ली की जनता विवेकपूर्ण निर्णय लेने में माहिर है। जिसका प्रमाण भी रहा है कि भाजपा की 31 सीटों पर जीत के बाद पुनः चुनाव होने पर भाजपा को 70 सीटों में से कुल 3 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था। हालांकि राजू श्रीवास्तव का हास्य व्यंग उस समय बहुत चर्चित भी रहा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि "भाजपा का यही गम है, पहले चार कम थे, अब 4 से भी कम है। पिछले चुनाव और दिल्ली सरकार का सेवा-भाव जनता के मन में घर कर चुका है। जिसको निकालने या कम करने का सतत प्रयास दिल्ली भाजपा के द्वारा नहीं किया गया है। गृहमंत्री का प्रयास भाजपा को बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। लेकिन प्रत्याशियों की छवि और लोकप्रियता राह का बड़ा कांटा साबित होंगे।


राधेश्याम 'निर्भय-पुत्र'


प्रदर्शनकारियों के मुकदमे वापस ले सरकार

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने सूबे की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार से नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने की मांग की। साथ ही बसपा सुप्रीमो ने विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को आर्थिक मदद देने के लिए भी सरकार से मांग की है।


मायावती ने एक ट्वीट में कहा, “सीएए और एनआरसी के विरोध में संघर्ष करने वाली महिलाओं समेत जिन लोगों के भी खिलाफ उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा गलत मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें तुरंत वापस लिया जाए और इस दौरान जिनकी जान गई है, सरकार उनकी भी उचित मदद करे। यह बसपा की मांग है।”


इससे पहले मायावती लखनऊ विश्वविद्यालय में सीएए को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने को लेकर विरोध दर्ज करा चुकी हैं। उन्होंने कहा था, “सीएए पर बहस आदि तो ठीक है, लेकिन कोर्ट में इस पर सुनवाई जारी रहने के बावजूद लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा इस अतिविवादित व विभाजनकारी नागरिकता कानून को पाठ्यक्रम में शामिल करना पूरी तरह से गलत व अनुचित है। बसपा इसका सख्त विरोध करती है तथा प्रदेश में सत्ता पर आने के बाद इसे अवश्य वापस लेगी।


30 तक बर्फबारी, ओलावृष्टि, बरसात

देहरादून। आज सोमवार को पूरा दिन आकाश में काले बादल घिरने से जहां पहाड़ों में जबरदस्त ठंड का प्रकोप रहा, वहीं मौसम विभाग के अनुसार 28 व 29 जनवरी को भी हालात ऐसी ही बनी रहेगी। मौसम विभाग ने कल 28 जनवरी को अल्मोड़ा, नैनीताल, देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में ओलावृष्टि की संभावना व्यक्त की है। वहीं कुछ स्थानों पर हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी भी हो सकती है। 2500 मी. तथा उससे ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना जाहिर की गई है। 29 जनवरी को भी हालत कुछ ऐसी ही रहेगी।उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिले में 3000 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी की संभावना है। नैनीताल, देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में ओलावृष्टि की संभावना है। 30 जनवरी को भी कुछ जगह बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश की संभावना कम है। अलबत्ता माह का आंखिरी दिन यानी 31 जनवरी को सूर्य देवता के दर्शन होने की संभावना जाहिर की गई है।


बड़े समूहों के साथ त्रिस्तरीय समझौता

नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में लोगों की भलाई और स्थायी शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबंधित संगठन नेशनल फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) से संबद्ध सभी धड़ों और असम सरकार के साथ साेमवार को यहां एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में यहां गृह मंत्रालय में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद साेनोवाल और एनडीएफबी के प्रतिनिधियों के बीच इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।


अमित शाह ने इस मौके पर कहा कि यह महत्वपूर्ण समझौता असम और बोडो समुदाय के लोगों के लिए एक स्वर्णिम भविष्य सुनिश्चित करेगा। वर्षों से चली आ रही शत्रुता को समाप्त करने में मदद मिलेगी क्योंकि एनडीएफबी में शामिल नौ धड़ों ने इसमें हिस्सा लिया है और 30 जनवरी को 1550 कार्यकर्ता हथियारों के साथ आत्मसमर्पण करेंंगे। शाह ने कहा,“ गृह मंत्री होने के नाते मैं सभी प्रतिनिधियाें को आश्वस्त कराना चाहता हूं कि किए गए सभी वादाें को तय समय सीमा में पूरा किया जाएगा।


कांग्रेस में वापसी का सवाल नहींः रावत

नैनीताल। नैनीताल चिड़ियाघर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ट्वीट और कांग्रेस में वापसी की बात से जवाब दिया। हरीश रावत की ट्वीट का हवाला देते हुए उनसे पूछा गया कि हरदा ने कहा है कि वह किसी की वापसी में बाधा नहीं बनेंगे। इस पर हरक सिंह रावत ने कहा कि वापसी का सवाल ही नहीं है। कहा कि जब पार्टी में हालात बेहद खराब हो गए थे, तब हरीश रावत को हर स्तर पर समझाने की कोशिश की गई थी। पार्टी पदाधिकारियों की उपेक्षा पर भी उनसे सवाल किए गए थे। लेकिन तब उन्होंने एक न सुनी, जिसके कारण कांग्रेस छोड़ने का निर्णय लेना पड़ा। हालांकि उन्होंने हंसते हुए यह भी कहा कि राजनीति में ना तो कोई स्थायी दोस्त होता है और ना ही स्थायी दुश्मन। कहा कि उनकी हरीश रावत के साथ कोई व्यक्तिगत नाराजगी या तनातनी नहीं है। जो कुछ है राजनीतिक है। उल्लेखनीय है कि हरक सिंह रावत उन नौ विधायकों में शामिल थे जिन्होंने 18 मार्च 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत की सरकार में मंत्री होते हुए भी बगावत कर बगावत कर भाजपा के लैटर पैड पर राज्यपाल को समर्थन वापस लेने का पत्र सौंपा था, जिसके बाद हरीश रावत को कुछ समय के लिए अपदस्थ होना पड़ा था और राज्य को राष्ट्रपति शासन भी झेलना पड़ा था। बाद में सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों से हरीश रावत की सरकार बहाल हो पाई थी। इन नौ कद्दावर नेताओं के भाजपा में आने के बाद कांग्रेस काफी कमजोर हुई और पिछले विधानसभा चुनावों में 70 सदस्यीय विधानसभा में 11 की संख्या पर सिमट गई, लेकिन इन नेताओं के भाजपा में होने के बावजूद खासकर हरक सिंह के कई बयानों से बागियों के कांग्रेस में वापसी की चर्चाएं भी होती रही हैं।


गणराज्य के विरुद्ध, भाजपा का कार्यक्रम

गणराज्य की परिभाषा के विपरीत कार्य कर रही है भाजपा


प्रयागराज। गणतंत्र दिवस की ७१ वीं वर्षगाँठ के अवसर पर समाजवादी पार्टी महानगर कार्यालय चौक में देश की आन बान शान तिरंगे को हर्षोउल्लास के साथ निर्वतमान महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन ने फहराया।कार्यकर्ताओं के संग जन मन गण अधिनायक जया है गा कर तिरंगे को सलामी दी गई।वहीं गणतंत्र के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इफ्तेखार ने कहा की आज देश ७१ वाँ गणतंत्र मना रहा है। लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो गणराज्य की परिभाषा के विपरीत बाबा साहब के संविधान को कलंकित करने पर तुले हैं। संविधान की शपथ ले कर सत्ता पर क़ाबिज़ लोग देश के संविधान की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं। आज देश का अधिकांश क्षेत्र के लोग इनके विद्बवेश के कारण सड़कों पर है। वर्तमान केन्द्र व प्रदेश की सरकार बेरोज़गारी,किसानों की समस्याओं,महंगाई,लूट और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के बजाए कपड़ो और रंगों के आधार पर अंग्रेज़ो के छेड़े गए रंगभेद को लेकर देश का माहौल बिगाड़ रही है।दुख इस बात का है जो कुछ हो रहा है वह सब संविधान विरोधी कार्य हो रहा है और शपथ संविधान की ली जा रही है यह अपमान गणतंत्र और भारत के गणराज्य का कर रहे हैं और सार्टिफिकेट देश भक्ति का बाँट रहे हैं।अन्य वक्ताओं ने एनपीआर एनआरसी और सीएए के खिलाफ देश भर मे हो रहे प्रदर्शन का ज़िक्र करते हुए समाजवादी पार्टी की एक बैठक करने और इस क़ानून के खिलाफ जेल भरो आन्दोलन शुरु करने की बात कही।कहा हमारी माँ बहने दिन रात शान्तिपूर्वक तरीक़े से धरनारत हैं और शासन उनके आन्दोलन को खत्म करवाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री के इशारे पर एफ आई आर दर्ज कर परेशान कर रहा है।ऐसे वक़्त पर समाजवादी पार्टी का एक एक सिपाही जेल जाने को तय्यार है।हम न तो जेल जाने से डरते हैं और न ही गीदड़ भभकी से।अगर आन्दोलन चला रही एक भी भाई और बेटी की गिरफ्तारी हुई तो समाजवादी पार्टी जेल भरो आन्दोलन शुरु करेगी फिर देखते हैं प्रदेश की जेलों मे कितने लोगों को रखने और खिलाने की क्षमता है।झण्डा रोहण और संगोष्ठी में इसरार अन्जुम,सै०मो०अस्करी, विक्रम सिंह पटेल,मो०ग़ौस,प्रभात कुमार,मो०अज़हर,भोला पाल,अब्दुल समद,रेहान अहमद,किताब अली,मशहद अली खान,शबी हसन,अंकित केसरवानी,बलवन्त यादव,आर एन यादव,नमिता दास,रंजीत यदुवंशी,अमर सिंह आदि उपस्थित थे।


बृजेश केसरवानी


गंगा-यात्रा के 'भव्य स्वागत' की तैयारियां

प्रयागराज। नमामि गंगे कैम्प माघ मेला सेक्टर 2 जवाहर लाल नेहरू मार्ग प्रयागराज में गंगा यात्रा की बैठक सम्पन्न हुआ,जिसमे प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी प्रान्त के सह संयोजक राजेश शर्मा गंगा टास्क फोर्स टीम बलराम जी विद्यावती देवी पी.जी. कॉलेज कटरा दयाराम मऊआइमा,माँ गंगा सेवा समिति प्रयागराज के सचिव रंजन शर्मा मार्शल आर्ट गुरु बजरंग दृवेदी वरिष्ठ समाजसेवक संतोष मिश्रा अध्यापक शशि भूषण मधुप प्रकाश भट्ट सुधीर वर्मा सिद्धार्थ शर्मा आदि सम्मलित हुए। भारत सरकार द्वारा दिनाँक 27/1/2020 से 31/1/2020 को बलिया से कानपुर तक गंगा यात्रा कार्यक्रम की जानकारी दिया गया,तथा प्रयागराज में 29/1/2020 से 30/1/2020 को गंगा यात्रा का स्वागत भव्यता से करने का निर्णय लिया गया, बैठक के उपरांत गंगा गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रूप से नमामि गंगे जल शक्ति मंत्रालय से अथर्व राज पांडेय व गंगा टास्क फोर्स से श्री बलराम जी राजेश शर्मा नमामि गंगे ने तीन सौ छात्र छात्राओ को गंगा,जल,पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया,तथा भारत सरकार द्वारा किये गए कार्यों की जानकारी नमामि गंगे प्रदर्शनी में दिया गया।


बृजेश केसरवानी


मां ने 2 माह की बच्ची को गटर में फेंका

कोलकाता। मां का नाम आते ही ममता की एक लहर दौड़ जाती है। लेकिन कोलकता शहर के बेलियाघाटा इलाके में एक मां ने अपनी ही बच्ची की हत्या कर ममता को शर्मसार कर दिया। घर से लापता दो महीने की बच्ची का शव एक गटर से बरामद किया गया है। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि बच्ची की मां को उसकी कथित तौर पर हत्या करने और शव को गटर में फेंकने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।


अधिकारियों ने दावा किया कि मां प्रसव के बाद तनाव से पीड़ित थी, जिसके चलते उसने बच्ची की हत्या कर दी। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मां के, एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा बच्ची के अपहरण की शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने रविवार को मामले की जांच शुरू की थी। आईपीएस अधिकारी ने कहा, महिला बार-बार बयान बदल रही थी। हमने उससे कई घंटे तक पूछताछ की जिसके बाद उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। ऐसा प्रतीत होता है कि वह गंभीर तनाव से पीड़ित थी जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। हमने उसे गिरफ्तार कर लिया है।


सीपीएम नेता रमेश ने किया 'आत्मदाह'

इंदौर। सीपीएम नेता रमेश प्रजापत की मौत हो गई है। उन्होंने शुक्रवार को इंदौर में गीता भवन चौराहे पर आत्‍मदाह (Self Immolation) कर लिया था। उनकी जेब से सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) विरोधी पर्चे मिले थे। इस घटना में प्रजापत 90 फीसदी झुलस गए थे। उन्हें एमवाय अस्पताल (MY Hospital) में भर्ती कराया गया था। सोमवार को इलाज के दौरान उन्‍होंने दम तोड़ दिया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता रमेश प्रजापत ने तीन दिन पहले इंदौर के तुकोगंज इलाके में उन्होंने खुद को (Self Immolation) आग लगा ली थी। आसपास मौजूद लोग जब तक उन्हें बचाने के लिए दौड़े तब तक वो बुरी तरह झुलस गए थे। लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी, जिसके बाद तुकोगंज थाने के बीट जवान वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों की मदद से आग बुझाई। गंभीर हालत में प्रजापत को फौरन एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सोमवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। प्रजापत 90 फीसदी झुलस चुके थे।


पुलिस ने घटनास्थल से प्रजापत की थैली बरामद की थी। इसमें नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में छपे पर्चे मिले थे। तुकोगंज थाने के प्रभारी निर्मल कुमार श्रीवास ने बताया था कि 72 वर्षीय रमेशचंद्र प्रजापत ने गीता भवन चौराहे पर कथित रूप से खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा ली। इस घटना में में बुरी तरह झुलसे प्रजापत को गंभीर हालत में शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। प्रजापत इतनी बुरी तरह झुलसे थे कि वो बयान देने की स्थिति में नहीं थे। सीपीएम सूत्रों ने बताया कि प्रजापत सीएए के विरोध में शहर के अलग-अलग स्थानों पर जारी प्रदर्शनों में लगातार शामिल हो रहे थे।


'बच्चन पांडे' में अक्षय के लुक का कहर

मुंबई। बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार अपनी एक के बाद एक फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। 2019 में चार फिल्में रिलीज होने के बाद अब 2020 में अक्षय कुमार कई फिल्मों के साथ बड़े पर्दे पर दिखाई देंगे। उनकी अपकमिंग फिल्मों की लिस्ट में फिल्म 'बच्चन पांडे' का नाम भी शामिल है। फिल्म में अक्षय कुमार के लुक की वजह से फैंस उनकी फिल्म का ब्रेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अब फिल्म का एक और लुक जारी किया गया है, जिसमें अक्षय कुमार काफी दमदार रोल में नजर आ रहे हैं।


फिल्म का पहला लुक 2019 में जारी किया गया था और अब एक और पोस्टर जारी किया गया है। इस पोस्टर में अक्षय कुमार का लुक काफी धांसू लग रहा है, जिसमें उन्होंने अच्छी खासी फिजिक बना रखी है और गले में सोने की कई चेन भी पहन रखी है। बड़ी दाढ़ी और मूंछ के साथ अक्षय अपनी पिछली फिल्मों के मुकाबले काफी अलग लुक में नजर आ रहे हैं।


सोशल मीडिया पर अक्षय कुमार के लुक की काफी तारीफ हो रही है और लोग इस लुक को पसंद कर रहे हैं। वहीं अक्षय ने सिर पर एक कपड़ा भी बांध रखा है। माना जा रहा है कि इस लुक का लोगों को काफी इंतजार रहेगा और फिल्म अगले साल 22 जनवरी को रिलीज होगी। आपको बता दें कि फिल्म की रिलीज डेट को बदला गया है, इससे पहले फिल्म क्रिसमस के मौके पर रिलीज होनी थी।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...