शुक्रवार, 14 जून 2019

बहन के बाद, बुजुर्ग भाई ने भी दम तोड़ा

नई दिल्ली ! ज़िंदगी यूं हुई बसर तन्हा.. काफ़िला साथ और सफर तन्हा। गीतकार गुलजार की लिखी लाइनें भारत नगर में बुजुर्ग भाई-बहन की जिंदगी पर सटीक हैं। दरअसल, चमनलाल के पड़ोसी ने बताया कि पुश्तैनी कोठी होने की वजह से भाई-बहन ने कभी घर नहीं छोड़ा। 1957 में बनी कोठी से दोनों को गहरा लगाव था।  एक-दूसरे का खयाल रखते थे। पड़ोसियों से ज्यादा वास्ता नहीं रखते थे। काफी समय से चमनलाल को पड़ोसियों ने नहीं देखा। 

राजकुमारी ही घर से बाहर सामान लेने निकलती थीं। अक्सर पड़ोसी उन्हें बस दरवाजे पर दूध लेने के लिए निकलते हुए देखते थे। पड़ोसियों का कहना है कि आनंद विहार में रहनेवाले चमन के भाई-भतीजे ही फोन करके हालचाल पूछते रहते थे। बता दें कि भारत नगर में एक घर में दो बुजुर्गों की लाशें मिली थीं। 

छानबीन कर रही पुलिस को किसी बाहरी के घर में एंट्री के सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस जब मौके पर पहुंची, घर के लाइट पंखे चल रहे थे। राजकुमारी का फोन भी चार्जिंग पर लगा था। चमन के घर का सामान भी सुरक्षित मिला। पुलिस को मौत के पीछे किसी तरह का अंदेशा फिलहाल दिखाई नहीं दे रहा। दोनों के शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं। 

आसपास के लोगों के मुताबिक, राजकुमारी ने रविवार सुबह आखिरी बार दूध लिया था। उसके बाद दूधवाला घर पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला। वह बिना दूध दिए ही लौट गया। अंदेशा है कि रविवार को ही किसी समय राजकुमारी की मौत हो गई। उसके बाद गर्मी, भूख और प्यास से किसी दिन चमनलाल की भी मौत हो गई। क्राइम टीम ने घर की जांच की है। तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस चमन के भाई और भतीजों से पूछताछ कर रही है। 

सीनियर सिटिजन सेल में नहीं थे रजिस्टर्ड
 
पुलिस अफसरों ने बताया कि बुजुर्ग भाई-बहन ने खुद को दिल्ली पुलिस की सीनियर सिटिजन सेल में रजिस्टर्ड भी नहीं कराया था। कई बार पुलिसकर्मियों और बीट स्टॉफ ने उनसे मिलने की कोशिश की। उन्होंने खुद को रजिस्टर्ड कराने से मना कर दिया था। उसके बाद भी बीट स्टाफ उनका हालचाल लेने घर आता-जाता रहता था। वहीं, पड़ोसी इससे इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि दोनों के घर कभी किसी भी पुलिसकर्मी को आते-जाते नहीं देखा। हो सकता है कि फोन पर हालचाल ले लेते होंगे।


गुरुवार, 13 जून 2019

एमआरआई के लिए बुलाया, महिला की मौत

अस्‍पताल में भर्ती महिला को एमआरआई के लिए ढाई महीने बाद बुलाया, मौत


 नई दिल्ली ! दिल्‍ली के सबसे बड़े सरकारी अस्‍पताल सफरजंग हॉस्‍पिटल की लापरवाही के चलते एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। 47 साल की विमला कोमा में थीं और सफदरजंग में भर्ती थीं। वो जिंदगी और मौत से जूझ रही थीं। उनके ब्रेन का MRI होना था। भर्ती होने के बावजूद एमआरआई के लिए उन्‍हें 26 अगस्‍त का टाइम दिया गया।


खराब हालत के चलते विमला इतना लंबा इंतजार कर नहीं पाई और उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जांच के अभाव में इलाज प्रभावित हुआ, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। यही नहीं ऐेसा ही एक और मामला सामने आ रहा है जब अन्य महिला मरीज को एमआरआई के लिए 12 नवंबर की डेट मिली है।


आपको बता दें कि विमला सफदरजंग के न्यूरॉलजी विभाग में ऐडमिट थीं। परिजनों का आरोप है कि वह बोल तक नहीं पा रही थीं, कोमा वाली स्थिति में थीं। उन्होंने कहा कि इलाज करने वाले डॉक्टर ने खुद एमआरआई ब्रेन की जांच कराने को लिखा था, बावजूद इसके अस्पताल के रेडियॉलजी विभाग ने 26 अगस्त का समय दिया था।


परिजनों ने बताया कि हमें तो यही डर था कि बिना जांच के इलाज कहीं इस कदर प्रभावित न हो जाए कि हमें इसका बड़ा खामियाजा हमें भुगतना पड़े। रिश्तेदार ने एक अखबार से बातचीत में बताया कि जब मरीज ऐडमिट हो जाता है तो उसके इलाज की जरूरत के अनुसार जल्दी जांच होती है, ताकि इलाज सही तरीके से हो सके। यहां तो ऐडमिट मरीज को भी ओपीडी की तरह डेट दी जा रही थी।


समस्या को लेकर की गई प्रेस वार्ता

ज्वलंत समस्याओं को लेकर ब्रजेन्द्र पाठक ने किया प्रेस वार्ता


संवाददाता-विवेक चौबे


कांडी(गढ़वा) ! बिजली की ज्वलंत समस्याओं को लेकर भाजपा नेता-ब्रजेन्द्र पाठक ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ब्रजेन्द्र पाठक ने कांडी प्रखंड की जनता को लोकसभा चुनाव में बीडी राम को वोट देने व सांसद बनाने के लिए आभार प्रकट किया। कहा कि भाजपा का चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय मंत्री-नितिन गडकरी से मिलकर तीनों प्रखंड-कांडी,बरडीहा व मझिआंव के ज्वलंत समस्याओं को दूर करने के लिए मांग करेंगे।साथ ही श्री पाठक ने कहा कि मझिआंव-सुंडिपुर रोड, मझिआंव-कांडी रोड व मझिआंव-विशुनपुरा रोड में बिना भूमि अधिग्रहण किए ही सड़क का निर्माण कर दिया गया।उक्त रोड में भूस्वामियों को मुवावजा आज तक नहीं मिला।साथ ही बुलंद आवाज में उन्होंने कहा कि मंत्री से इसी वितीय वर्ष में श्रीनगर में पुल निर्माण की शुरुवात अविलम्ब कराने के लिए मांग किया जाएगा।साथ ही मझिआंव में बाई पास रोड व प्रसिद्ध सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल को पर्यटक स्थल का दर्जा देने के लिए मांग किया जाएगा।झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री व बिजली विभाग के एमडी को सतबहिनी में ग्रिड निर्माण की स्वीकृति देने के लिए धन्यवाद दिया।कहा कि उक्त तीनों प्रखंड की जनता बिजली के लिए त्रस्त है।लोग प्राचीन समय के तरह आज भी ढिबरी युग मे रहने पर विवश हैं।मौके पर-पूर्व जिला बिस सूत्री सदस्य-विनोद चौधरी,सत्येन्द्रनाथ तिवारी,सुशील कुमार दुबे,मोहन सोनी,अजमेर चौबे,नरेश रजक सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।


भारत-न्यूजीलैंड का बारिश ने बिगाड़ा खेल

भारत-न्यूजीलैंड मैच रद्द, बारिश ने बिगाड़ा खेल


 नॉटिंघम ! भारत-न्यूजीलैंड के बीच गुरुवार को खेले जाने वाला विश्व कप का 18वां मुकाबला खराब मौसम के चलते रद्द हो गया। नॉटिंघम के ट्रेंटब्रिज मैदान में रुक-रुककर हो रही लगातार बारिश के चलते मैदान बेहद गीला था, इसलिए भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे मैच को रद्द करने की अधिकारिक घोषणा कर दी गई। बारिश के कारण बिना टॉस हुए ही मैच रद्द करना पड़ा। दोनों टीम के बीच 1-1 अंक बांट दिए गए।मैच नहीं होने से दर्शकों को खासी निराशा झेलनी पड़ी। दर्शक मैच में कुछ देर का खेल होने की उम्मीद को लेकर मैदान पहुंचे थे, लेकिन बारिश के कारण एक भी बॉल नहीं फेंकी जा सकी और दर्शकों को निराश होकर घर लौटना पड़ा।


गौतरलब है कि विश्वकप में यह चौथा मैच है जो बारिश की वजह से नहीं हो सका है । इससे पहले 4 जून को कार्डिफ में श्रीलंका-अफगानिस्तान के मैच के लिए 41-41 ओवर ही निर्धारित किए जा सके। 7 जून को ब्रिस्टल में पाकिस्तान और श्रीलंका का मैच रद्द करना पड़ा।इस मैच में तो टॉस तक नही हो पाया। 10 जून को साउथैम्प्टन में साउथ अफ्रीका-वेस्टइंडीज का मैच 7.3 ओवरों से आगे खेला नहीं जा सका। 11 जून को बारिश की वजह से ब्रिस्टल में श्रीलंका और बांग्लादेश मुकाबले का टॉस हो नहीं पाया।


चोटिल शिखर धवन की अनुपस्थिति में भारतीय टीम की वैकल्पिक व्यवस्था की गुरूवार को न्यूजीलैंड के दमदार आक्रमण के सामने कड़ी परीक्षा होनी थी, लेकिन यह लगातार खराब चल रहे मौसम के रुख बदलने पर ही संभव हो पाया। दोनों टीमों के बीच विश्व कप में 16 साल बाद टक्कर होती।


 


आरक्षक से लेकर एसपी बन सकते हैं टीचर

रायपुर: पुलिस पब्लिक स्कूल के लिए भर्तियां.. पीएचक्यू ने जारी किया सभी पुलिस यूनिट को पत्र.. एसपी से लेकर आरक्षक बन सकते है टीचर


रायपुर ! टीचर बनने की हसरत लेकर जिन्होंने जनसुरक्षा का जिम्मा सम्हाल लिया उन्हें उनके ही विभाग ने उन्हें टीचरशिप का एक अनोखा और सुनहरा मौका दिया है! राजधानी स्थित पुलिस पब्लिक स्कूल में शैक्षणिक कार्य के लिए पुलिस मुख्यालय रायपुर की तरफ से टीचरशिप के लिए आवेदन मंगाए गए है ! इस कार्य हेतु पुलिस विभाग के एसपी से लेकर आरक्षक स्तर के पुलिसकर्मी पात्र होंगे. डीजीपी की तरफ से जारी पत्र के मुताबिक हायर क्वालिफाइड पुलिस अधिकारी और कर्मी शैक्षणिक कार्य के लिए सम्बद्ध कर दिए जाएंगे ! पत्र के मुताबिक इच्छुक अभ्यर्थी (पुलिस अधिकारी/कर्मी) 15 दिवस के भीतर अपने समस्त दस्तावेज पीएचक्यू में जमा कर सकते है!


सत्या साहू


पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच वार्ता

बिश्केक में पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच वार्ता


शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे हैं। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव का नाम शामिल है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ समिट से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से वार्ता की।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक गए हैं। जहां पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान पीएम मोदी और हसन रुहानी के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।


प्राइवेट एक्सपर्ट्स बन सकेंगे सरकारी अधिकारी

मोदी सरकार का नया प्लान, 40 प्राइवेट एक्सपर्ट्स को देंगे अफसर बनने का मौका


 नई दिल्ली ! मोदी सरकार जीत के बाद अपनी नई सत्ता को मजबूत करने के लिए कई बड़े फेरबदल कर रही है। केंद्र सरकार ने एक नया प्लान बनाया है, जिसके तहत निजी क्षेत्र के 40 विशेषज्ञों को ब्यूरोक्रेसी में शामिल किया जाएगा। नए प्लान के तहत अब आईएएस लॉबी में निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ भी एंट्री कर सकेंगे। इन विशेषज्ञों को भी वहीं पद, वेतन, सुविधाएं और अधिकार रहेंगे, जो अफसरों के होते हैं।


अंतर इस बात का है कि निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर तीन साल के लिए होगी. और अगर इनका प्रदर्शन अचछा रहता है तो इस कॉन्ट्रैक्ट को पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। इनकी नियुक्ति सलाहकार के रूप में होगी। फिलहाल कार्मिक मंत्रालय इस पर एक मसौदा तैयार कर रहा है। फिलहाल ऐसे 40 विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाएगी।


इनको फिक्सड टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर रखा जाएगा। नीति आयोग भी ऐसे विशेषज्ञों को उप सचिव से लेकर के संयुक्त सचिव के पद पर रखेगी। फिलहाल सरकार ऐसे लोगों को सलाहकार के पद पर नियुक्त कर रही है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) इस बारे में जल्द ही एक विज्ञापन को जारी करेगा। इससे पहले अप्रैल में नौ व्यक्तियों को संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्त किया था। संयुक्त सचिव पर ज्यादातर आईएएस, आईपीएस या फिर अन्य प्रमुख सेवाओं के लोगों को नियुक्त किया जाता है।


एएन-32 में सवार 13 लोगों के शव बरामद

एएन -32 विमान में सवार सभी 13 लोगों के शव बरामद


एएन-32 विमान में सवार सभी 13 जवान के शव बरामद कर लिए गए हैं। अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनास्थल से अब शवों को लाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली जाएगी। बता दें कि आज ही वायुसेना ने 3 जून से लापता विमान एएन 32 में सवार 13 लोगों की मौत की पुष्टि की थी। वायुसेना ने कहा कि आज आठ सदस्यों की टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंची। एयरफोर्स को दुख है कि एएन 32 की दुर्घटना में कोई भी नहीं बचा है।


वायुसेना ने ट्वीट कर कहा था, ''एएन 32 विमान की दुर्घटना में विंग कमांडर जीएम चार्ल्‍स, स्‍क्‍वाड्रन लीडर एच विनोद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंती, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एमके गर्ग, वारंट ऑफिसर केके मिश्रा, सार्जेंट अनूप कुमार, कॉरपोरल शेरीन, लीड एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंह, लीड एयरक्राफ्ट मैन पंकज, नॉन काम्‍बटेंट कर्मचारी पुतली और नॉन काम्‍बटेंट कर्मचारी राजेश कुमार का निधन हुआ है।''


वायुसेना ने इस बड़े नुकसान पर दुख प्रकट किया है और इन्हें एयर वॉरियर कहा है। साथ ही जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। वायुसेना का विमान एएन 32 इसी महीने 3 जून को लापता हो गया था। विमान ने असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के शि-योमि जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी और करीब आधे घंटे बाद विमान का संपर्क नियंत्रण कक्ष से टूट गया था।


इजराइल ने मोदी को कहा, धन्यवाद

यूएन में भारत ने किया इजरायल का समर्थन, नेतन्याहू ने पीएम मोदी को कहा- धन्यवाद


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र में भारत ने इजरायल के पक्ष में मतदान किया था। इजरायल ने फिलिस्तीन के गैर सरकारी संगठन शहीद को सलाहकार का दर्जा दिए जाने पर आपत्ति जताई थी। इसी के पक्ष में भारत ने इजरायल के लिए वोट किया था।


भारत ने फिलिस्तीनी गैर-सरकारी संगठन 'शहीद' को पर्यवेक्षक का दर्जा देने से इनकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद में इज़राइल के पक्ष में मतदान किया। इज़राइल ने कहा कि संगठन ने हमास के साथ अपने संबंधों का खुलासा नहीं किया है । नेतन्याहू ने 6 जून के वोट के लगभग एक हफ्ते बाद बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को समर्थन के लिए धन्यवाद, यूएन में इजरायल के साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद।


दरअसल, भारत ने अपने अब तक के रुख से हटते हुए संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद में इजरायल के एक प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया है। जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रस्ताव के समर्थन में 28 देशों ने वोटिंग की थी जिनमें अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और जापान भी शामिल हैं। वहीं, विरोध में चीन, ईरान, पाकिस्तान और सऊदी सहित 14 देशों ने वोट डाला था।


भाजपा की बैठक में वसुंधरा का जलवा फीका


भाजपा की बैठक में वसुंधरा राजे का जलवा फीका रहा।
पर अमित शाह ने दिया सम्मान।


 नई दिल्ली ! नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व दोबारा से सरकार बनने के बाद 13 जून को दिल्ली में भाजपा की बैठक हुई। इस बैठक मे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और संगठन महासचिवों को खासतौर से बुलाया गया। हालांकि बैठक में भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को नहीं बुलाया, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया। इस नाते राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी उपस्थित रही। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी और संगठन महासचिव चन्द्रशेखर के चेहरे पर जो चमक थी, वैसी चमक राजे के चेहरे पर देखने को नहीं मिली। अलबत्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह ने सम्मान देते हुए दीप प्रज्ज्वलन के लिए राजे को मंच पर बुलाया। संभवत: यह पहला अवसर रहा जब भाजपा की राष्ट्रीय बैठक में वसुंधरा राजे की चमक देखने को नहीं मिली। असल में राजस्थान में विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाकर प्रदेशों की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन राजे ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का कामकाज नहीं संभाला। राजे की रुचि राजस्थान में ही बनी रही। लोकसभा चुनाव में भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने जो रणनीति अपनाई उसका परिणाम रहा कि भाजपा को सभी 25 सीटों पर जीत हासिल हुई। राजे ने न तो प्रदेशभर में दौरा किया और न ही अन्य प्रदेशों में जाकर भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में कोई सभा की। राजे का अधिकांश समय अपने पुत्र दुष्यंत सिंह के झालावाड़ संसदीय क्षेत्र में लगा रहा। कुछ स्थानों पर दिखाने के लिए राजे ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता भी मानते हैं कि जो भूमिका विधानसभा चुनाव में थी, वो भूमिका लोकसभा चुनाव में देखने को नहीं मिली। भाजपा के कुछ उम्मीदवारों ने तो राजे के नकारात्मक व्यवहार की शिकायत राष्ट्रीय नेतृत्व को की है। चाहे आरएलपी के नेता हनुमान बेनीवाल को नागौर से उम्मीदवार बनाने का मामला हो या फिर गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को भाजपा में शामिल किया जाना हो। इन सभी निर्णयों में राजे की अनदेखी की गई। लोकसभा चुनाव के दौरान ही प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि यदि 21 सीटे मिल जाती है तो फिर राजस्थान में भाजपा के नेतृत्व में बदलाव होगा। परिणाम बताते हैं कि भाजपा को सभी चौबीस सीटों के साथ साथ नागौर की सीट भी हासिल हुई। ऐसे में अब राजस्थान में भाजपा की राजनीति में वसुंधरा राजे का बहुत कम महत्व रह गया है। राजे का दारोमदार अब राष्ट्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है। सब जानते हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय नेतृत्व ने राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की सलाह दी थी, लेकिन गजेन्द्र सिंह की नियुक्ति पर वसुंधरा राजे अड़ गई। बाद में समझौते के तहत मदनलाल सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। हालांकि भाजपा ने राजे के नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ा। इसकी वजह से भाजपा को सरकार भी गवानी पड़ी। लेकिन अब राजस्थान के हालात बदल चुके हैं। वसुंधरा राजे के बगैर ही लोकसभा के चुनाव में भाजपा ने सभी सीटों पर जीत हासिल की है। जीत भी लाखों मतों की रही है।
एस.पी.मित्तल


समाचार पत्र संकलन मोदी को दी बधाई

विभिन्न भाषाओं के 520 समाचार पत्र संकलन करके दी पीएम मोदी को अनूठी बधाई


पीलीभीत जिले के एक शख्‍स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार सरकार बनाने पर अनोखे तरीके से बधाई दी है। कलीम अतहर खान नाम के इस शख्‍स ने प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह वाले दिन के समाचार छपे हुए विभिन्न भाषाओं के 520 समाचार पत्रों का संग्रह करके उन्‍हें बधाई देने का अनूठा तरीका अपनाया है।


हॉबीज हैरिटेज इंडिया सोसायटी के संस्थापक सचिव कलीम के इस संग्रह में हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, कन्नड़, मलयालम, उडि़या, तेलुगू, बंगाली, असमिया, उर्दू आदि भाषाओं के विभिन्न समाचार पत्र हैं, जिनमें नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण की खबरें छपी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन सारे समाचार पत्रों के संकलन की सूचना के साथ उन्हें बधाई संदेश भी भेजा है।


अपने बधाई संदेश में कलीम ने लिखा है, 'ऐतिहासिक जीत के लिए प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं। आपके नेतृत्‍व में देश और विकासशील नहीं बल्कि विकसित देश बनेगा।' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने समाचार पत्रों और विभिन्न विषयों से संबंधित संग्रह से भी अवगत कराया है।


 


सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं

सीएम ने लोगों से मुलाकात कर, समस्याएं सुनीं  संदीप मिश्र  गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शनिवार सुबह गोरखनाथ...