शुक्रवार, 24 मई 2019

देश को अपना कब समझेंगे ओवैसी

नई दिल्ली,



नरेन्द्र मोदी ने गेरुआ नकाब ओढ़ कर हिन्दुओं को भरमाया।
आखिर असदुद्दीन औवेसी इस देश को अपना कब समझेंगे?
543 में 302 सीटें अकेले दम पर जीतने के बाद 23 मई की रात को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव की खास बात यह रही कि कोई भी राजनीतिक सेकुलरिज्म का नकाब ओढ़कर सामने नहीं आया। भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में ऐसा होना वाकई अच्छी शुरुआत है। सभी ने प्रधानमंत्री के इस कथन की प्रशंसा की, लेकिन 24 मई को एआईएआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी ने प्रधानमंत्री पर इसी मुद्दे पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सनातन संस्कृति के प्रतीत बाबा केदारनाथ के दर्शन और गुफा में साधना करने के प्रधानमंत्री के कार्य का मजाक उड़ाते हुए औवेसी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने गेरुआ नकाब ओढ़ कर हिन्दुओं को भरमाया है। फिल्म अभिनेता कमल हसन के कथन को दोहराते हुए औवेसी ने भी कहा कि आजादी के बाद नाथूराम गौडसे ही पहला हिन्दू आतंकवादी था। औवेसी ने कहा कि वे हिन्दुत्व की विचारधारा का विरोध करते रहेंगे। सवाल उठता है कि आखिर औवेसी जैसे नेता इस देश को अपना कब समझेंगेे? नरेन्द्र मोदी यदि अपनी सनातन संस्कृति के अनुरूप गेरुआ वस्त्र पहन कर मंदिर जाते हैं तो इसमें ऐतराज की क्या बात है? क्या अब मोदी गेरुआ वस्त्र पहन कर मंदिर भी न जाएं? असदुद्दीन औवेसी जिस हैदराबाद शहर से बार बार चुनाव जीतते हैं उसे हैदराबाद का इतिहास किसी से छिपा नहीं है। यदि भारतीय संविधान के अनुरूप औवेसी हैदराबाद से चुनाव जीतते हैं तो उन्हें भी नरेन्द्र मोदी की तरह एक सांसद के तौर पर सभी सुविधाएं मिलती हैं। हिन्दुओं की सनातन संस्कृति का मजाक उड़ाने पर भी लोकसभा में औवेसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता। औवेसी राजनीतिक कारणों से मोदी पर जातिवाद का तो आरोप लगाते हैं, लेकिन स्वयं हर बाद हैदराबाद से ही चुनाव लड़ कर बहादुरी क्यों दिखाते हैं? क्या औवेसी हैदराबाद से बाहर किसी अन्य संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडऩे की हिम्मत दिखा सकते हैं? औवेसी माने या नहीं, लेकिन इस चुनाव में सेकुलरिज्म का नकाब वाकई उतर गया है। इतना ही नहीं घोर जातिवाद की राजनीति भी ध्वस्त हो गई है। यूपी में मायावती और अखिलेश ने जातिवाद के कारण ही गठबंधन किया था, लेकिन नरेन्द्र मोदी की सुनामी की वजह से गठबंधन ढेर हो गया। भाजपा के उम्मीदवारों को तीन तीन, चार-चार लाख मतों की जीत बताती है कि मतदाताओं ने जाति की विचारधारा को छोड़ कर राष्ट्रहित में नरेन्द्र मोदी को वोट दिया है। लोगों ने उम्मीदवार के बारे में जाने बगैर ही मोदी के नाम वोट दिए। देश के लोगों के इस मिजाज को औवेसी जैसे नेताओं को समझना होगा।


कितना मायने रखता है नरेंद्र मोदी का आडवाणी के पैर छूना

 


 


नई दिल्ली, 4 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह के साथ वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवानी और मुरली मनोहर जोशी के दिल्ली स्थिति निवास पर पहुंचे और पैर छू कर दोनों से आशीर्वाद लिया। आशीर्वाद लेने के बाद मोदी ने ट्वीट किया कि आडवानी और जोशी जैसे नेताओं की वजह से ही भाजपा आज इस मुकाम पर पहुंची है। मुलाकात के बाद आडवानी ने तो मीडिया से संवाद नहीं किया, लेकिन जोशी ने कहा कि यह हमारी पार्टी की परंपरा है। जोशी ने कहा कि हमने जो पेड़ लगाया था, उस पर अब फल आ रहे हैं। मैं उम्मीद करता हंू कि नरेन्द्र मोदी देश के लोगों को स्वादिष्ट फल खिलाएंगे। सवाल उठता है कि आडवानी और जोशी के घर जाकर मोदी का आशीर्वाद लेना कितना मायने रखता है? राजनीतिक पंडित चाहे जो मायने निकाले लेकिन मेरा मानना है कि मोदी ने यह कार्य पार्टी के बड़े नेताओं को सम्मान देने के लिए किया। भले ही आडवानी और जोशी को भाजपा के पांच वर्ष के शासन में कोई बड़ा पद नहीं मिला हो, लेकिन मोदी को इस बात का एहसास है कि आडवानी और जोशी ने भाजपा के लिए जो कुछ भी किया उसी वजह से आज भाजपा को 302 सीटें अपने दम पर मिली है। पिछले पांच वर्ष में मोदी और आडवानी के बीच भले ही अच्छे संबंध नहीं रहे हो, लेकिन मोदी ने अपनी तरफ से सकारात्मक पहल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वर्ष 2014 में आडवानी और जोशी ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार दोनों ने ही चुनाव नहीं लड़ा। यह खोज का विषय हो सकता है कि दोनों को चुनाव क्यों नहीं लडवाया गया। लेकिन मोदी ने साफ कर दिया कि आडवानी और जोशी भले ही सांसद न बने हो, लेकिन पार्टी और सरकार में उनका सम्मान बना रहेगा। हाल ही के लोकसभा चुनाव के परिणाम बताते हैं कि नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट डला है। भले ही इस चुनाव में आडवानी और जोशी की कोई भूमिका न रही हो, लेकिन फिर भी नरेन्द्र मोदी ने दोनों को सम्मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इससे ज्यादा और क्या हो सकता है कि जब मोदी का सामना आडवानी और जोशी से हुआ तो मोदी ने झुककर दोनों के चरणस्पर्श किए। दोनों के यहां मोदी 15-15 मिनट बैठे रहे और अनेक विषयों पर चर्चा की। कुछ लोग इस आशीर्वाद में भी राजनीति निकालेंगे। लेकिन मोदी ने जो कुछ भी किया वह सनातन संस्कृति के अनुरूप था। हमारी संस्कृति में यही सिखाया जाता है कि बड़ा का सम्मान होना चाहिए। मोदी ने उसी परंपरा का निर्वाह किया है।  र्फ


बिल्डर कर रहे एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन

 

 

 

गाजियाबाद लोनी विधानसभा के किसान ने ऑक्सी होम्स बिल्डर के खिलाफ डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक लगाई मालहानि की गुहार जिलाधिकारी गाजियाबाद को एक ज्ञापन के माध्यम से लोनी के किसान मांगेराम पुत्र भारत निवासी अफजलपुर निस्तौली ने शिकायत कर अवगत कराया है कि उनके खेत के पास ऑक्सी होम्स के नाम से अपार्टमेंट सोसायटी है जो भोपुरा टीला मोड़ पर स्थित है जिसमें लगभग 1500 के आसपास फ्लैट की संख्या है सोसायटी के डायरेक्टर द्वारा सिविल लाइन नहीं डाली गई हैं जबकि ऑक्सी होम्स सोसायटी के डायरेक्टर द्वारा जबरदस्ती प्रार्थी के खेत में गंदा पानी जिसमें मल मूत्र आदि पाईप द्वारा डाला जा रहा है जिस कारण प्रार्थी मांगेराम की फसल नष्ट हो गई है वह जनमानस को कई प्रकार की बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है जिसकी शिकायत किसान ने प्रशासन से की है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑक्सी होम्स के डायरेक्टर हरदेश अग्रवाल हंस कुमार गुप्ता जितेंद्र कुमार गुप्ता पर इस लापरवाही के चलते एनजीटी के आदेश पर जल्द ही हो सकती है कार्रवाई वह तीनो डायरेक्टरों पर हो सकता है जल्द ही मुकदमा दर्ज बताया जा रहा है कि ऑक्सी होम द्वारा निकले गए पानी में छोटे-छोटे बच्चे नहाने भी उतर जाते हैं जिससे उनकी जिंदगी को बड़ा खतरा है 

खनन माफिया करा सकते विधायक नन्द किशोर गुर्जर की हत्या

लोनी विधायक की हत्या का रचा जा रहा षडयंत्र


 


 


क्षेत्रीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बालू खनन माफिया पर एक अधिकारी एवं अपराधियों से सांठगांठ कर बदनाम करने एवं हत्या का षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है विधायक ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर यह आशंका प्रकट की है विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बताया गत दिनों उन्होंने यमुना की बीच धार से नाव में पंपसेट लगाकर अवैध बालू खनन की सूचना मिली थी जिस पर उन्होंने रात को खान पर छापा मारा था आरोप है कि खनन माफिया ने उनके ऊपर गोली दागी थी जिसमें वह बाल बाल बचे उन्होंने मौके पर पुलिस बुलाकर खनन माफिया को पुलिस के सुपुर्द किया था लेकिन रात में पुलिस ने उसे छोड़ दिया
विधायक नंदकिशोर गुर्जर का कहना है अवैध बालू खनन का धंधा बंद होने के बाद खनन माफिया व एकअधिकारी को लाखों रुपए महीने की आमदनी बंद हो गई है जिसके कारण वह बौखला गए हैं और उन पर झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं विधायक को आशंका है कि खनन माफिया एवं अधिकारी कुछ विरोधी एवं अपराधियों से मिलकर उनकी हत्या करा सकते हैं


हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार को भेजा नोटिस

दिल्ली हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग और केंद्र को भेजा नोटिस


 


दिल्ली लोकसभा चुनाव 2019 का सफलतापूर्वक समापन हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में लगातार दूसरी बार राजग गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है। चुनावों के नतीजे सामने आने के एक ही दिन बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग और केंद्र को एक नोटिस जारी किया है।दरअसल हाईकोर्ट में कुछ राजनीतिक दलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए एक जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में हाईकोर्ट से गुहार लगाई गई थी कि ऐसे राजनीतिक दलों का पंजीकरण रद्द कर देना चाहिए जो धार्मिक, जातिगत, नस्ल या भाषाई आधार पर पंजीकृत हैं। याचिका में यह भी कहा था कि ऐसे दलों को तीन महीने का समय दिया जाना चाहिए। अगर वे तब भी अपने में सुधार नहीं करते तो उनका पंजीकरण रद्द कर दिया जाए।यह याचिका भाजपा नेता अश्विनी कुमार उपाध्याय द्वारा दायर की गई है और इसमे तर्क दिया गया है कि धर्मों से जुड़े नाम का इस्तेमाल करने या राष्ट्रीय ध्वज जैसे प्रतीकों का उपयोग उम्मीदवार की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है और यह जनप्रतिनिधित्व कानून (आरपीए) 1951 के तहत भ्रष्ट गतिविधि के समान है। याचिका में हिंदू सेना, ऑल इंडिया मज्लिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग जैसे दलों का भी जिक्र किया है।


गुरुवार, 23 मई 2019

राफेल प्रबंधन की टीम के दफ्तर में घुसपैठ

फ्रांस में भारतीय वायुसेना की राफेल परियोजना प्रबंधन टीम के  दफ्तर में घुसपैठ


फ्रांस में भारतीय राफेल परियोजना प्रबंधन टीम के कार्यालय में विमान से संबंधित डेटा चोरी करने के संभावित जासूसी के प्रयास में अज्ञात व्यक्तियों ने रविवार रात घुसपैठ की है। ये जानकारियां भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा योजनाओं से संबंधित और संवेदनशील हैं।


भारतीय वायु सेना के सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "भारतीय वायु सेना राफेल परियोजना प्रबंधन टीम कार्यालय में घुसपैठ हुई है, जो फ्रांस में पेरिस के एक उपनगर में स्थित है। कोई हार्ड डिस्क या दस्तावेज चोरी नहीं हुआ है। घुसपैठियों के मकसद के बारे में अधिक जानकारी पता की जा रही है।"


राफेल परियोजना टीम का नेतृत्व ग्रुप कैप्टन-रैंक के एक अधिकारी कर रहे हैं। वे भारत को मिलने वाले 36 राफेल लड़ाकू विमानों से संबंधित विषयों का पर्यवेक्षण कर रहे हैं, जिसमें उत्पादन समयसीमा और भारतीय कर्मियों का प्रशिक्षण शामिल है, जिन्हें विमान के रखरखाव और उड़ान संचालन के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिसे भारत प्राप्त कर रहा है।


 


मोदी की मां ने मीडिया को दी बधाई

लोकसभा चुनाव में भाजपा की अपार बढ़त पर पीएम मोदी की मां ने दी मीडिया को बधाई


देश में गुरुवार को लोकसभा चुनाव 2019 की मतगणना चल रही है। अभी तक प्राप्त रुझानों के आधार पर देश में एक बार फिर से मोदी सरकार बनती दिखाई दे रही है। देश की 542 सीटों की मतगणना में अभी तक भाजपा ने 331 सीटों पर बढ़त बना रखी है, जबकि कांग्रेस पार्टी 97 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा 114 सीटों पर अन्य दलों ने पकड़ बना रखी है।


शुरुआती रूझानों के आधार पर भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। कई जगह कार्यकर्ताओं ने जश्न भी मनाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा दिल्ली में भी भाजपा पार्टी कार्यालय पर जश्न की तैयारियां शुरु कर दी गई है। इन सबके बीच गुजरात में भी भाजपा के श्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर पीएम नरेन्द्र मोदी की मां ने भी खुशी जाहिर की है।


दोपहर में भाजपा के अपार बढ़त बनाने के बाद पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी ने गांधीनगर में अपने आवास के बाहर मीडिया को बधाई दी है। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।


 


बुधवार, 22 मई 2019

बंगाल में हिंसा आम हो गई है 'सुप्रीम कोर्ट'

पश्चिम बंगाल में हिंसा आम हो गई है'- सुप्रीम कोर्ट


नई दिल्ली ! लोकसभा चुनाव के नतीजों के एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। शीर्ष अदालत ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में हिंसा आम बात हो गई है। कोर्ट ने बीजेपी कैंडिडेट अर्जुन सिंह को गिरफ्तारी से सुरक्षा के आदेश दिए हैं।


लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में काफी हिंसा देखी गई थी जिसमें दो प्रतिद्वंदी राजनीतिक पार्टियों के उपर हमले हुए थे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के उपर भी पत्थरबाजी की गई। इसके अलावा कई जगहों पर वाहन भी जला दिए गए।


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि बंगाल में हिंसा आम बात हो गई है, लोग बिना वजह के हिंसा और लड़ाई झगड़े पर उतर आते हैं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट बंगाल बीजेपी कैंडिडेट अर्जुन सिंह के द्वारा दायर की एक याचिका की सुनवाई करने के दौरान ये बातें कही। अर्जुन सिंह ने याचिका में अपनी गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग की थी।


सुप्रीम कोर्ट ने अर्जुन सिंह को पांच दिनों के लिए गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की है। कोर्ट ने कहा कि पांच दिनों तक अर्जुन सिंह के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जा सकती है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने सिंह के खिलाफ कई मामले दर्ज किए हैं जिसके लिए उन पर गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।


बुजुर्ग चाहते हैं 'फिर मोदी सरकार'

मोदी को दोबारा पीएम बनाना चाहते हैं ये बुजुर्ग


लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों की गिनती शुरू होने में कुछ ही समय बचा हुआ है। जैसे-जैसे मतगणना का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनेताओं की धड़कनें तेज हो रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद सत्ताधारी बीजेपी और विपक्ष हर जगह हलचल मची हुई है। वहीं, इसी बीच उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर जिले से एक ऐसी आई है, जो वोटों की गिनती की उत्सुकता को जाहिर करती है।


जिले में एक बुजुर्ग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति इतनी आस्था है कि चुनाव के बाद से बुजुर्ग खाना पानी छोड़ते हुए उपवास पर बैठ गया है। बुजुर्ग का कहना है कि जब तक देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं बनती है तब तक वह उपवास पर रहेंगे।


गौरतलब है कि ऐसी एक बानगी संत कबीर नगर जिले के कौवाताड गांव में देखने को मिली जहां के रहने वाले 80 वर्षीय बुजुर्ग देवराज शुक्ला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति इतनी आस्था जगी कि वह 12 मई को मतदान करने के बाद अन्य जल त्याग कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए उपवास पर बैठ गए।


 


गंगा-जमुना तहजीब रोजा इफ्तार


गंगा जमुना तहजीब रोजा इफ्तार ये हिन्दुस्तान की पहचान


खिदमत ए आवाम युवा समिति ने आज लोनी में कराया रोजा इफ्तार जिसमे हिन्दू मुस्लिम सभी भाई मौजूद रहे सैकड़ो की तादाद से लोग मौजूद रहे खिदमत ए आवाम युवा समिति ने लोगो में एक बार फिर मोहब्बत पैदा की इफ्तार में मौजूद लोनी के (चेरमैन मनोज धामा) (विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा )(जफर_अली)_(उर्फ राजू भाई) (इमरान_मलिक) (मार्टिन_भाई) (उम्मेद_जी) (नोशाद_सैफी_भाई)(जाकिर_भाई)(भारतीय किसान यूनियन के -प्रदेश अध्यक्ष -सचिन शर्मा ) अपनी टीम के साथ, (खन्ना नगर चौकी इंचार्ज गौरव सिंह)(अखलाक_प्रधान_जी) (अहमद_साहब)
(सलमान_मंसूरी_जी) (हाजी_मोहम्मद_जी) (मोशीन_भाई ) (अरमान_भाई) (रिंकू_भाई) (आरिफ_भाई) (गुलज़ार मलिक)
(अली_खान पत्रकार) (अकरम_भाई _पत्रकार)
(अरशद ज़की पत्रकार )
(लोनी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेंद्र सिंह)
(चालक महिपाल सिंह)(ऑटो यूनियन के अध्यक्ष शानू खान)(ऑटो यूनियन के महासचिव मो रिजवान मलिक )अपनी टीम के साथ
काफी साथी मौजूद रहे जिनके नाम से वाकिब नही हु
खिदमत ए आवाम युवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मार्टिन फैसल ने कहा रमज़ान का महीना बहुत ही बरकतों का महीना है, आपसी भाईचारे का महीना है, इबादत का महीना है, रोजेदारों की ख़िदमत कर के दिल को सकून मिलता है, सर्वसमाज की ख़िदमत हम हमेशा तत्पर हैं , सर्वसमाज की सेवा हम सभी सवाब की नीयत से करते हैं, इफ्तार के बाद सभी ने दुआँ की अल्लाह रमज़ान के मुबारक़ महीने की बरक़त से देश मे खुशहाली व तरक़्क़ी का माहौल अता फ़रमाये, हमारे भारत मुल्क को दिन दुगनी रात चौगुनी तरक़्क़ी अता फ़रमाये आमीन ।
खिदमत ए आवाम ऑटो रिक्शा टैम्पो चालक समिति गाज़ियाबाद अपनी टीम के साथ ।


जेलर और बंदी के बीच झूमा-झटके

डिप्टी जेलर और बंदी के बीच झूमाझटकी की घटना से प्रबंधन का इंकार
सतना, ओ.पी. तीसरे। सतना की सेंट्रल जेल में डिप्टी जेलर और 302 के एक बंदी के बीच हुई कथित झूमा-झटकी की घटना को जेल अधीक्षक महेंद्र सिंह ने महज एक कोरी अफवाह बताया। उन्होंने कहा समाचार पत्र में इस आशय की प्रकाशित खबर को देख वे खुद भौचक्क रह गए। लेकिन उन्होंने इतना जरूर बताया कि जेल में 302 की सजा काट रहा छतरपुर का बंदी बबलू मिश्रा जेल कंपाउंड में इधर-उधर चहलकदमी कर रहा था। इस पर डिप्टी जेलर या यूं कहें खंड अधिकारी अभिमन्यु सिंह ने उसे (बंदी) समझाने की कोशिश की थी। इस दौरान दोनों के मध्य 'तू-तू मैं-मैं' जरूर हुई। अलबत्ता दोनों के बीच झूमाझटकी जैसी ऐसी कोई स्थिति बिल्कुल निर्मित नहीं हुई। समाचार पत्र में प्रकाशित खबर को फिलहाल उन्होंने पूरी तरह से बेबुनियाद व निराधार बताया। जबकि सूत्रों की मानें, तो बंदी बबलू का डिप्टी जेलर अभिमन्यु सिंह से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। और स्थिति कुछ ऐसी निर्मित हो गई थी कि दोनों एक-दूसरे से हाथापाई तक भी कर बैठे थे। हालांकि प्रबंधन ने जेल में ऐसी किसी घटना से साफ इंकार किया !


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...