भरतकूप क्रेसर मशीनों से उड़ने उड़ने वाली धूल वातावरण में घोल रही जहर
अब तक टीबी के चपेट में आ कर काल के गाल में समा चुके हैं सैकड़ो मजदूर
चित्रकूट ! पर्यावरण संरक्षण के चलते भरतकूप में क्रेसर कारोबारी एनजीटी नियमो की धज्जियां उड़ा रहे हैं।इनसे निकलने वाली धुंआ मजदूर परिवारों के लिए जानलेवा साबित हो रही है।गौरतलब हो कि विगत महीनों पहले पर्यावरण मानक पूरे न होने के चलते सीज की जा चुकी 30 क्रेसर मशीनों के चोरी से चलने का खुलासा विगत दिनों हो चुका है।वही सीज होने के बाद भी चल रहे क्रेसर पर निरंतर आ रहे विद्युत विल से अवैध रूप से संचालित किए जाने की बात प्रमाणित हो चुकी थी,जिसके चलते कई क्रेसर संचालको के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है जिसमे,मै0सिंह स्टोन मिल,गणेश स्टोन मिल,न्यू शारदा स्टोन मिल,आनंदी स्टोनमिल,हरिओम स्टोन मिल,डाबर देवता स्टोन मिल,महाकालेश्वर स्टोन मिल,महेश प्रसाद जायसवाल स्टोन मिल,राजेन्द्र कुमार शर्मा स्टोन मिल,संगमलाल क्रेसर वर्क्स ,विनोद कुमार ग्रेनाइट(पांडेय स्टोन),सिसोदिया स्टोन क्रेसर,उमा ग्रेनाइट स्टोन मिल,न्यू साईबाबा स्टोन मिल,नारायण स्टोन मिल,अजय स्टोन मिल,गंगा&संश स्टोन मिल,सन्ति स्टोन क्रेसर,सागर स्टोन मिल, न्यू सागर स्टोन मिल,प्रकाश ग्रेनाइट स्टोन मिल,कामतानाथ स्टोन मिल,जय श्री संकट मोचन स्टोन मिल,महाकालेश्वर स्टोन मिल,बड़कावन स्टोन मिल आदि शामिल हैं।
आखिरकार इन प्रभावशाली लोगों पर कब होगी निर्णायक कार्यवाही,और कब मिलेगी भरतकूप कस्बेवासियों को जानलेवा वायु प्रदूषण से मुक्ति। आम जनता को भी है बेसब्री से इंतजार।वही समाजसेवी "अभिमन्यू भाई का कहना है कि समाज मे बच्चो को स्वास्थ्य रखने के लिए शासन को आवश्यक कदम उठाने चाहिए"।
आशीष उपाध्याय